आते ही सुनील ने एक ओवर में 22 रन बनाए, जिससे संजय की टीम की परेशानियां बढ़ती नजर आ रही थी।

' उसको सुनिल लोटया काहे कहते हैं बे ... कास्ट तो उसकी यादव है' अंकुश ने संजय से पूछा।

' अरे गुरु इसके पीछे बड़ी दिलचस्प कहानी है, चलो सुनाते हम तुमको ,तो हुआ यह कि हमारे सुनील जी नाचने के बड़े शोकिन थे और नाचने के अलावा सबसे ज्यादा अपनी पड़ोस वाली सोनाली जी के तो थे ही। तो घटना ये हुई कि मोहल्ले में किसी की शादी थी और सुनील जी अपने डांस का जलवा दिखा रहे थे और सोनाली जी उन्हें देखकर मंत्रमुग्ध होये जा रही थी,पर जब यह डांस कर रहे थे तभी किसी ने पैसे उड़ा दीए जिसको पकड़ने के लिए बच्चों में धक्का-मुक्की हो गई। और एक धक्का हमारे सुनील जी को भी लगा और भैया सीधा गए नाले के अंदर' संजय कहानी सुनाई।

' क्या बात कर रहे हो ? ,सीधा नाले में' अंकुश की हंसी छूट गई।

' हां भाई नाले के अंदर ....पर नाले के अंदर गिरना समस्या नहीं थी। समस्या तो आगे हुई क्योंकि हमारे सुनील भैया नाले में ही फंस गए , फिर मोहल्ले के लोगों ने देखा तो नाचना छोड़ कर इनको निकालने की कोशिश में लग गए '   संजय ने पूरा वृतांत बताया।

' फिर कैसे निकाले बे बाहर ?' अंकुश हंसते हुए पेट पकड़ लिया।

'निकालें कोई नहीं, खुद ही निकले वह तो नाली में लौटते लौटते हुए बड़े नाले की तरफ बढ़े जहां से उनके शरीर को मुक्ति मिली।फिर लोगों ने पकड़कर उन्हें बाहर निकाला, पर उस दिन 10 फुट तक नली में जो लौटे हैं ,उसी वजह से इनका नाम सुनील लोटया पड़ गया' संजय ने पूरी कहानी सुना दी।

' हटो बे साले ...बस करो.. हस हसकर हमारा पेट दुख रहा है  ऐसा कोई करता है क्या ?' अंकुश हंसते हुए ग्राउंड पर ही लोट गया।

' यह तो कुछ नहीं गुरु दुख तो तब हुआ जब सुनील भैया नाले से बाहर निकले उनको इस हालत में देखकर पूरा मोहल्ला चुप था और उसी समय सोनाली जी की हंसी निकल गई ।उस दिन सुनील जी को नाले में गिरने का इतना बुरा नहीं लगा जितना सोनाली के हंसने का लगा'संजय ने हंसते हुए कहा।

' सही है यार, बुरा तो बहुत हूआ इनके साथ' अंकुश ने अब सामान्य स्थिति में आते हुए कहा।

' सुनो बे हमारे पास एक आईडिया है सुनील को आउट करने का' अंकुश ने कहा।

' क्या बे ?बताओ' संजय ने पूछा

अंकुश ने रोहित को बुलाया फिर संजय और रोहित दोनों को अपना प्लान बताएं और रोहित सुनील के पीछे विकेटकीपिंग करने चला गया।

' सुनील भैया, सुना है उस दिन सोनाली जी तुम पर हंस दिए थे, हमको तो सुनकर बहुत बुरा लगा' रोहित ने विकेटकीपिंग करते हुए सुनील से कहा।सुनील को गुस्सा तो काफी आया पर उसने  कंट्रोल कर लिया। पर रोहित ने सुनील को छेड़ना जारी रखा तो सुनील ने सोचा की अगली बार जब बोल आएगी तो वो थोड़ा पीछे हट कर बेट घुमाएंगे और रोहित को दे मारेंगे । पर बोल फेंकने  के बाद सुनील जी जेसे ही पीछे हटे और बैठ घुमाया ,रोहित भी पीछे सरक गया,बोल बेट के किनारे से टकराई और सीधे रोहित के हाथो में जा गिरी। सुनील जी गुस्से में बेट जमीन पर पटक कर चले गए।

' क्यों बे कैसा लगा मेरा प्लान ?' अंकुश ने हंसते हुए पूछा।

' अच्छा ही था पर बेचारे सुनील के साथ बुरा हुआ 'संजय बोला और वह भी हंसने लगा।

मैच जारी रहा और आदित्य ने संघर्ष करते हुए 17 ओवर में 179 रन बना दिये 7 विकेट के नुक़सान पर। अब बचे थे 3  ओवर राहुल का एक और अंकुश के 2 ,जो उसे आज खेलने को नहीं मिले।

' लाओ बे अब हम बॉलिंग करेंगे'  अंकुश ने राहुल से बोल लेते हुए कहा।

' लो कर लो बॉलिंग वैसे भी आदित्य किसी से आउट तो होगा नहीं अब तुम्हारे दो ओवरो मैं ज्यादा से ज्यादा कितने रन बना लेगा ' राहुल ने बोल अंकुश को दे दी।

अंकुश ने रन अप लिया और बोल इतनी विचित्र तरीके से फेंकी की पहली बॉल पर ही आदित्य क्लीन बोल्ड हो गया। आदित्य को पहली बॉल पर आउट हो जाते संजय और राहुल एक दूसरे का मुंह देखने लगे।

फिर अगले 2 बोलों पर अंकुश ने 2 विकेट और लिए  इधर अंकुश की हैट्रिक हुई और उधर टीम ऑल आउट हो गई।

संजय और आदित्य की दोनों की टीम अंकुश की ऐसी बॉलिंग से हैरान थी।

' अब बोलो बे सालो हम तो हैट्रिक लिए हैं शुरू में ही हम को बोलिंग दे देते तो ये 180 रन का लक्ष्य नहीं बनता' अंकुश ने संजय से कहा।

संजय और राहुल अभी भी अंकुश की बॉलिंग से हैरान थे । दीपक सर ने सिटी बजाई और ड्रिंक ब्रेक हो गया।

अब बेटिंग करने की बारी आई संजय की टीम की , इस बार संजय ने सही फैसला लिया और खुद अंकुश के साथ ओपनिंग करने के लिए आगे आया।

और ये आ रही है पहली बाल और यह संजय आगे बढ़े और घुमा कर यह ..छक्का।

संजय ने भी बदला उतारते हुए खेला,... ये चोका..., संजय ने चौके की स्ट्राइक ली और अंकुश को बैटिंग करने भेजा अब सबकी निगाहें अंकुश पर थी क्योंकि अंकुश की बोलिंग ने तो सबको हैरान कर दिया था।

और ये बॉलर ने गेंद फेंकी अंकुश ने  घुमाया बेट और ये क्या ?..... अंकुश बोल्ड हो गए। संजय ने यह देखकर माथा पकड़ लिया। दीपक सर ने दोबारा सिटी बजाई।

'  इतनी फास्ट बॉल कोई फेंकता है क्या यार ?और ये दीपक सर चुतीया है क्या ? साला बार बार सिटी क्यों बजा रहे हैं ,क्रिकेट में कोई सिटी बजाता है क्या ?' अंकुश ने गुस्से में बेट फेंक कर कहा।

अंकुश के आउट हो जाने के बाद बैटिंग करने रोहित गया, और उनका तालमेल जबरदस्त बना और दोनों की जोड़ी ने  11 ओवर में नाबाद 100 रन बनाए। आदित्य की टीम में समस्या यह थी कि उसके पास बैट्समैन तो अच्छे थे पर बोलर  नहीं थे । ये अगली बोल आयी संजय ने फिर से बेट उठाकर घुमाया और यह छक्का नहीं..नहीं.. आदित्य ने कैच ले लिया।

' संजय आउट हो गया ' अंकुश यकीन नहीं कर पा रहा था। अब सारा मेच राहुल के कंधों पर था। अब राहुल ने बेटिंग संभाली.... पर अगले ही ओवर में रोहित भी आउट हो गया। उसके बाद खिलाड़ी एक के बाद एक जा रहे थे और आउट होकर वापस आ रहे थे ।पर इस दौरान राहुल ने खुदको को संभाले रखा और जैसे तैसे अपनी फिफ्टी मार ली। अब 19वें ओवर की लास्ट बॉल पर सामने वाला खिलाड़ी भी आउट हो गया। अब एक ओवर  बचा था 24 रन बनाने थे और बैटिंग के लिए बचा था  वो पेट पकड़े हुए लड़का जो अभी स्ट्राइक पर था,संजय ने हार मान ली ।

' सुनो बे बस बॉल को टच करके भाग जाओ बाकी मैं सम्भाल लूंगा ' राहुल ने उस लडके से कहा।

' पर भैया तब तक शायद मैन नहीं सम्भाल पाऊंगा ' लडके ने खड़े खड़े ही पेट पकड़े कहा।

' सुनो बे! अगर हम हार गए ना तो हम सच कह रहे हैं ऐसी जगह मारेंगे की कभी आगे भी सम्भाल नहीं पाओगे जीवन भर ...समझे ना ' राहुल ने धमकाते हुए कहा।लडके ने डर के मेरे हामी भरी और बेटिंग करने चल दिया।

' ये गई ओवर की पहली बॉल ...और ये  मिस हो गई ' दीपक सर ने लाइव कमेंट्री दी। संजय ने  सर घुटनों के बीच डाल लिया। अंकुश फोन पर डांस के स्टेप सीखने लगा कि अब कैसे नाचना पड़ेगा।क्योंकि अब 5 बॉल में 24 रन बनाने थे और स्ट्राइक पर अभी भी वो लड़का था। संजय की टीम में किसी को भी जीतने की उम्मीद नहीं थी।

' क्या कर रहे हो बे ....थोड़ा ध्यान से ..बस टच करो और भाग आओ ' राहुल ने गुस्से में राय दी।

अगली बॉल पर उस लडके ने जैसे तैसे बॉल को मारा और भागकर 1 रन लिया। अब स्ट्राइक पर राहुल था जिससे सबकी थोड़ी उमीदे  बढ़ी। पर संजय और अंकुश अभी भी चिंतित थे।

राहुल ने अचानक अपना शक्ति प्रदर्शन किया और लगातार तीन छक्के मारके  पूरा गेम ही पलट दिया। संजय और उसकी टीम फिर से हैरान थे अब बस 1 बॉल में बस 5 रन बनाने थे। अगर छक्का मारा तो जीत जाएंगे और चोका मारा तो टाई हो जाएगा। अब मैच एकदम कांटे का हो चुका था।

' ये राहुल ने फिर से घुमाकर मारा और ये ...और ये... छक्का .....।दीपक सर ने अंपायरिंग और कमेंट्री साथ में संभालते हुए जोर से कहा।

संजय की टीम जीत गई । संजय अंकुश खुशी के मारे पागलों की तरह चीलाते हुए राहुल और उस लडके की तरफ दौड़े ।और वो लड़का विपरीत दिशा में बाथरूम कि और दौड़ा। ये देखकर राहुल हंसने लगा और सभी ने राहुल को कंधे पर उठा लिया।

आधे घंटे बाद ---

'  ठीक से नाचो बे! कमरिया हीलाओ थोड़ी... देख नहीं रहे हम वीडियो बना रहे हैं ' अंकुश ने बेमन ढंग से नाचते आदित्य और उसके साथियों से कहा।जिनके मज़े वो आधे घंटे से ले रहे थे।

' अरे वो .... वो हमारे साथ ही है...क्या कर रहा है ?? ' संजय मेघना से बात कर रहा था।

' सुनो बे तुम्हारी बहन पूछ रही है क्या कर रहे हो तुम ? .... बता दे क्या उसको ?  ठुमका लगा रहे हो ।' संजय ने सबके सामने आदित्य के मज़े लेते हुए कहा जिसपर सब हंस दिए , आदित्य के साथी भी।

' ओए... संजय चलो चलते हैं शाम हो गई है'अंकुश ने बुलेट पर बैठे हुए कहा। संजय ने बात करके फोन काटा और  राहुल  के साथ बाइक के पास आ गया।

' चलो पीछे हटो बे तुम नहीं चला पाओगे' संजय ने अंकुश को सीट पर पीछे सरकाते हुए कहा। अंकुश को बुरा तो लगा पर वह पीछे सरक गया। संजय ने बाइक स्टार्ट कर ली और जाने लगे।

' सुनो बे अगर यहां मन नहीं भरा तो हमारे घर भी आ जाना ' राहुल ने चलती बाइक से कहा और तीनों हंसते हुए चले गए।

आज  आदित्य को फिर से वही चीज हाथ लगी जिससे उसे सबसे ज्यादा नफरत हैं- बेइज्जती वो भी सबके सामने।