अध्याय 26
पेरिस?
कुछ मिनट के बाद हम टैक्सी में सवार हो रहे थे।
पॉयरो का चेहरा बहुत गम्भीर था।
‘मुझे डर लग रहा है हेस्टिंग्स,’ पॉयरो ने कहा। ‘मुझे डर लग रहा है।’
तुम्हरा मतलब कहीं यह तो नहीं—’ मैंने कहा और रुक गया।
‘हम जिस आदमी के पीछे हैं वह अब तक दो बार हमला कर चुका है—वह आदमी एक बार और हमला करने से गुरेज नहीं करेगा। वह चूहे की तरह अपने जीवन के लिए बचता बचाता चल रहा है। अगर रौस उसके लिए ख़तरा है तो रौस को हटा दिया जायेगा रास्ते से।’
‘क्या वह ऐसी कोई ख़ास बात बताने जा रहा था?’ मैंने शक से पूछा। ‘उसे वह बात ऐसी लग नहीं रही थी।’
‘तब वह गलत था। सबूत के रूप में वह जो बात बताना चाहता था वह बात बहुत मायने रखती थी।’
‘लेकिन कोई इस बात को किस तरह से समझ सकता था।’
‘तुमने बताया कि उसने तुमसे क्लैरिजेज में बात की थी। चारों तरफ़ लोग थे। पागलपन था—एकदम पागलपन। आह! तुम उसे अपने साथ लेकर क्यों नहीं आ गये—उसका ध्यान रखते—उसके पास तब तक किसी को नहीं आने देते जब तक कि मैं उसकी बात नहीं सुन लेता कि वह आख़िर कहना क्या चाहता था।’
‘मैंने सोचा ही नहीं था—सपने में भी नहीं सोचा था—’ मैं हकलाया।
पॉयरो ने तत्काल इशारा किया।
‘अपने आपको को गलत मत ठहराओ—तुमको कैसे पता हो सकता था? मुझे पता होना चाहिए था। कातिल, हेस्टिंग्स जो है न वह शेर की तरह का चालाक है और उतना ही निर्मम भी। क्या हम कभी उस तक नहीं पहुँच पायेंगे?’
हम आख़िरकार वहाँ पहुँचे। रौस केंसिंग्टन के पास ऊपरी माले में रहता था। कॉल बेल के पास लगी पर्ची से हमें यह सूचना मिली। हॉल का दरवाज़ा खुला था। नौ-दस सीढ़ियाँ थीं।
‘अन्दर आना इतना आसान है, कोई देखने वाला भी नहीं है।’ पॉयरो सीढ़ियों पर चढ़ते हुए बुदबुदा रहा था।
पहले माले पर एक तरह का पार्टीशन बना हुआ था और एक संकरे से दरवाज़े पर येल ताला लगा हुआ था। दरवाज़े के बीचोंबीच रौस के नाम का कार्ड लगा हुआ था।
हम वहाँ रुके। वहाँ हर तरफ़ शान्ति थी।
मैंने दरवाज़े को धक्का दिया, मैंने पाया कि वह खुला हुआ था।
हम अन्दर घुसे।
सँकरा-सा एक गलियारा था, जिसकी एक तरफ़ दरवाज़ा खुला हुआ था जो बैठक की तरह लग रहा था।
हम बैठक में गये। वह बड़े से ड्राइंग रूम का आधा हिस्सा था। उसे सस्ते लेकिन आरामदायक तरीके से सजाया गया था और वह खाली था। एक छोटी-सी मेज़ पर टेलीफ़ोन रखा हुआ था, रिसीवर उसके पास ही पड़ा हुआ था।
पॉयरो जल्दी से आगे बढ़ा, इधर-उधर देखा, फिर उसने अपना माथा थाम लिया।
‘यहाँ नहीं। आओ, हेस्टिंग्स।’
हम हॉल की तरफ़ जाने वाली सीढ़ियों की तरफ़ बढ़े। वह कमरा छोटा-सा डाइनिंग रूम था। टेबल की एक तरफ़ एक टेबल पर रौस का शव औंधा पड़ा हुआ था।
पॉयरो उसके ऊपर झुक गया।
‘यह मर गया। इसके भी खोपड़ी के पीछे चाकू मारा गया है।’
बड़ी देर से दोपहर की घटनाएँ मेरे दिमाग़ में किसी दुस्स्वप्न की तरह लग रही थीं। मैं उस जिम्मेदारी से मुक्त नहीं हो पा रहा था।
बहुत बाद में, जब हम दोनों अकेले बैठे हुए थे कि तभी मैंने हकलाते हुए पॉयरो से कहा कि मुझे कितना बुरा लग रहा था। उसने तुरन्त जवाब दिया।
‘नहीं, नहीं। अपने ऊपर इल्जाम मत दो। तुमको कैसे इस बात का शक हो सकता था? भगवान ने तुम्हारे अन्दर सन्देह करने की क्षमता का विकास नहीं किया है।’
‘तुमको शक करना चाहिए था?’
‘यह अलग बात है। मैंने पूरा जीवन हत्यारों का पीछा किया है। मुझे पता है कि किस तरह से छोटे-छोटे मकसद के लिए लोग क़त्ल कर देते हैं—’ वह बोल पड़ा।
जब से हमने यह देखा था तब से वह खामोश था। पुलिस आयी, घर के बाकी लोगों से पूछताछ हुई, पॉयरो अलग-थलग खड़ा रहा। उसकी आँखों में सोचने वाली चमक थी। बीच में एक बात कह कर उसकी आँखों में फिर वही चमक आ जाती है।
‘हमारे पास पछतावे में बर्बाद करने के लिए वक़्त नहीं है हेस्टिंग्स,’ उसने धीरे से कहा। ‘अगर मगर में बेजा करने का समय नहीं है यह—जिस नौजवान की मौत हुई है वह हमें कुछ बताना चाहता था। और अब हमें इस बात का पता चल चुका है कि वह बात बड़े पते की थी—नहीं तो उसका क़त्ल नहीं हुआ होता। चूँकि वह हमें यह बात बता नहीं पाया, इसलिए हमें अनुमान करना पड़ेगा। हमें अनुमान लगाना होगा—अगर जरा-सा भी सुराग़ मिल जाये हमें रास्ता मिल जायेगा।’
‘पेरिस,’ मैंने कहा।
‘हाँ। पेरिस’ वह उठा और और आगे पीछे चलने लगा।
‘इस सारे मसले में पेरिस का ज़िक्र कई बार आया था लेकिन दुर्भाग्य से अलग-अलग प्रसंग में। उस सुनहरे बॉक्स में पेरिस खुदा हुआ था। पिछले नवम्बर में मिस एडम्स वहाँ थीं—शायद तब रौस भी वहाँ था। क्या कोई और था जिसे रौस जानता था? जिसे उसने मिस एडम्स के साथ कुछ अजीब हालात में देखा हो?’
‘हम कुछ कह नहीं सकते,’ मैंने कहा।
‘हाँ, हाँ, हम जान सकते हैं। हमें जानना होगा! इनसानी दिमाग़ की सीमा असम्भव होती है। इस केस में पेरिस का और क्या सन्दर्भ आया है? एक नाटे कद की महिला चश्मा लगाये हुए उस दूकान में बॉक्स लेने के लिए गयी थी। क्या वह रौस को जानती थी? जब यह अपराध हुआ था उस समय मेर्तन के ड्यूक पेरिस में थे। पेरिस, पेरिस, पेरिस। लार्ड एजवेयर भी पेरिस जा रहे थे—आह! वहाँ हमारे लिए कुछ है। क्या उनको पेरिस जाने से रोकने के लिए मार डाला गया?’
वह फिर बैठ गया, उसकी भौंहें तनी हुई थी। वह ग़ुस्से में अपने सोच के तारों को जोड़ रहा था।
‘लंच के समय क्या हुआ था?’ वह फुसफुसाया। ‘डोनाल्ड रौस की बातों से यह तो लग रहा था कि उसके पास जो जानकारी थी वह मायने रखती थी, लेकिन उसको इस बात का अन्दाज़ा नहीं था कि यह बात कितनी मायने रखती थी। क्या इसमें फ्रांस का कोई जिक्र आया था? या पेरिस का? मेरा मतलब है कि तुम्हारी मेज़ पर।’
‘पेरिस का जिक्र आया तो था मगर सन्दर्भ दूसरा था।’
मैंने उसे जेन विलकिंसन की गफ़लत के बारे में बताया।
‘इससे कुछ समझ में आता है,’ उसने कुछ सोचते हुए कहा। ‘पेरिस शब्द अपने आपमें ही काफ़ी है—उनका नाम किसी और सन्दर्भ में लिया गया। लेकिन वह कोई और बात क्या थी? किसके ऊपर रौस देख रहा था? या वह क्या बोल रहा था, कौन से शब्द उसने बोले?’
‘वह स्कॉटिश लोगों के अँधविश्वास के बारे में बातचीत कर रहे थे।’
‘और उसकी आँखें किस तरफ़ थीं?’
‘मैं पक्के तौर पर कह नहीं सकता हूँ। मुझे लगता है कि वह उस तरफ़ देख रहा था जिस तरफ़ मिस वुडबर्न बैठी थीं।’
‘उनके बगल में कौन बैठा था?’
‘मेर्तन के ड्यूक, जेन विलकिंसन, और कुछ लोग ऐसे थे जिनको मैं नहीं जानता था।’
‘ड्यूक। यह बात असम्भव है कि जब उसने पेरिस शब्द बोला उस समय वह ड्यूक कि तरफ़ देख रहा हो, जिस समय अपराध हुआ था उस समय ड्यूक या तो पेरिस में थे या उनको उस समय वहाँ होना था। अचानक रौस को कुछ याद आ गया हो जो यह बताता हो कि ड्यूक उस समय पेरिस में नहीं थे।’
‘मेरे प्यारे पॉयरो!’
‘हाँ, तुमको यह बात अजीब लग सकती है। हर किसी को अजीब लग सकती है। क्या ड्यूक के पास हत्या का कोई मकसद था? हाँ, काफ़ी हद तक था। लेकिन यह सोचना कि उन्होने क़त्ल किया अजीब लगता है। वे इतने जाने-माने इनसान हैं कि इस तरह के काम वे कर सकते हैं ऐसा सोचना बड़ा मुश्किल लगता है। उनके होने से कोई जाँच पड़ताल नहीं करेगा। होटल में उनकी जगह कोई और चला जाये इतना मुश्किल नहीं था। दोपहर कि सेवा के बाद जाकर काम के बाद आ जाना। हेस्टिंग्स, जरा यह बताओ कि जब पेरिस शब्द का प्रयोग हुआ तो रौस ने कुछ कहा था?’
‘मुझे याद है कि उसने तेजी से साँस अन्दर खींची थी।’
‘और उसके बाद उसने जब तुमसे बात की थी तो क्या वह उलझन में पड़ा हुआ लग रहा था?’
‘हाँ बिलकुल।’
‘उसके दिमाग़ में कोई बात आयी। और उसे वह बात हास्यास्पद लगी। तो भी उसे बोलने में झिझक हो रही थी। उसने सोचा कि इस बात को वह पहले मुझे बतायेगा। लेकिन हाय! जब तक उसका मन बना तब तक मैं जा चुका था।’
‘काश उसने मुझे कुछ और बताया होता,’ मैंने अफ़सोस किया।
हाँ। काश—तुम्हारे आसपास कौन था?’
‘हाँ, लगभग हर कोई। वे सभी मिसेज वुडबर्न को अलविदा कह रहे थे। मैंने इस बात के ऊपर ख़ास ध्यान नहीं दिया था।’
पॉयरो फिर से उठ खड़ा हुआ।
‘क्या मैं पूरी तरह से गलत हूँ?’ कहते हुए वह फिर से टहलने लगा। ‘क्या मैं हर वक़्त गलत था?’
मैंने उसकी तरफ़ सहानुभूति से देखा। उसके दिमाग़ में क्या चल रहा था मुझे पता नहीं। जैप कहता था कि वह घोंघे की तरह खोल में बन्द रहता था। और स्कॉटलैंड यार्ड के शब्द उसके लिए सही थे। मुझे केवल यही समझ में आ रहा था इस समय वह अपने आप से लड़ रहा था।
‘किसी भी तरह,’ मैंने कहा। ‘यह क़त्ल रोनाल्ड मार्श के ऊपर साबित नहीं हो सकता।’
‘यह बिन्दु उसके पक्ष में है,’ मेरे दोस्त ने कुछ सोचते हुए कहा। ‘लेकिन इस समय हमारी चिन्ता का कारण वह नहीं है।’
अचानक वह बैठ गया।
‘मैं पूरी तरह से गलत नहीं हो सकता हूँ हेस्टिंग्स, तुमको याद है कि मैंने ख़ुद से एक बार पाँच सवाल पूछे थे?’
‘मुझे इस तरह की कोई बात याद तो आ रही है।’
‘वे थे : लार्ड एजवेयर ने तलाक के मामले में अपना रुख क्यों बदला था? उस चिट्ठी का क्या मतलब था कि उसने अपनी बीवी को चिट्ठी लिखी थी और जो उसे कभी नहीं मिली थी? उस दिन उसके चेहरे पर ग़ुस्सा क्यों झलक रहा था जब उस दिन हम उसके घर से निकल रहे थे? कार्लोता एडम्स के बैग में चश्मा क्यों था? उस दिन चिसवीक में किसने लेडी एजवेयर को फ़ोन किया था और फिर रख क्यों दिया था?’
‘हाँ,’ मुझे याद आया। ‘यही सवाल थे।’
‘हेस्टिंग्स मुझे शुरू से ही यह लगता रहा है कि इस सबके पीछे कौन आदमी है। इनमें से तीन सवालों के मैं जवाब दे चुका हूँ—और इनके जवाब मेरी इस बात के मुताबिक़ ही हैं। लेकिन दो सवालों के जवाब मैं नहीं दे पाया हूँ।’
‘समझे मैं क्या कहना चाहता हूँ। मैं या तो इस बात को लेकर गलत हूँ कि यह आदमी वही है, कि वह आदमी नहीं हो सकता है। या फिर इन दो सवालों के जवाब जिनके जवाब मैं नहीं दे पाया वे हमेशा से थे। वही है हेस्टिंग्स, वह क्या है?’
वह उठा और अपनी मेज़ पर जाकर दराज़ खोलकर उसने वह चिट्ठी निकाली जो लूसी एडम्स ने अमेरिका से भेजी थी। उसने जैप से पूछा था वह उसे एक या दो दिन तक उसके पास रहने दे और जैप मान गया था। पॉयरो ने उसे मेज़ पर अपने सामने रखा और उसके ऊपर झुक गया।
समय गुजरता गया और। मैंने उबासी ली और हाथ में एक किताब ले ली। मुझे नहीं लग रहा था कि पॉयरो के इस पड़ताल का कोई नतीजा भी निकलने वाला था। हम बार-बार उस चिट्ठी को पहले ही देख चुके थे। यह मानते हुए कि वह रोनाल्ड मार्श नहीं था जिसके बारे में उसमें कहा गया था, उससे यह पता नहीं चलता था कि वह कौन हो सकता था।
मैं अपनी किताब के पन्ने पलटने लगा।
मुझे शायद नींद आ गयी।
अचानक पॉयरो धीरे से चीख़ा। मैं अचानक उठ कर बैठ गया।
वह मुझे अजीब-सी नज़र से देख रहा था। उसकी आँखें हरी हो गयी थीं और चमक रही थीं।
‘हेस्टिंग्स, हेस्टिंग्स।’
‘क्या हुआ?’
‘याद है तुमको मैंने यह कहा था कि अगर वह आदमी होशियार होता तो उसने इस पन्ने को काट डाला होता वह इसे फाड़ता नहीं?’
‘हाँ?’
‘मैं गलत था। इस अपराध में शुरू से ही सब बड़े करीने से हुआ है। पन्ने को फाड़ा ही जाना था, काटा नहीं जाना था। देखो ख़ुद से।’
मैंने देखा।
‘अब देखो?’
मैंने गर्दन हिलायी।
पॉयरो ने धीमी आवाज़ में कहा :
‘मैं बेवकूफ़ हूँ। मैं ही अँधा बना रहा। लेकिन अब हमें निकलना होगा।’
अध्याय 27
चश्मे की बाबत
एक मिनट के बाद उसका मूड बदल गया। वह खड़ा हो गया।
मैं भी खड़ा हो गया—समझ में तो कुछ नहीं आ रहा था लेकिन चाहता था।
‘हम टैक्सी ले लेंगे। अभी 9 बजे हैं। कहीं जाने के लिहाज से अभी ज़्यादा वक़्त नहीं हुआ है।’
मैं सीढ़ियों पर उसके पीछे भागा।
‘हम जा कहाँ रहे हैं?’
‘हम रीजेंट गेट जा रहे हैं।’
मैं समझ गया कि फिलहाल चुप रहना ही बेहतर है। पॉयरो उस समय सवाल किये जाने के मूड में नहीं था। वह बहुत जोश में लग रहा था। जब हम टैक्सी में अगल-बगल बैठे तो वह अपने घुटनों पर जैसे बाजा बजा रहा था जो आम तौर पर उसके शान्त स्वभाव के विपरीत था।
मैंने दिमाग़ में कार्लोता एडम्स द्वारा अपनी बहन को लिखी गयी चिट्ठी को दोहराया। तब तक वह मुझे याद हो चुका था। पॉयरो ने उस फटे हुए पन्ने के बारे में जो लिखा था उसे बार-बार दोहरा रहा था।
लेकिन उसका कोई मतलब नहीं था। जहाँ तक मेरी बात है तो मुझे पॉयरो की बातों का कोई मतलब नहीं समझ में आ रहा था। कोई एक पन्ना क्यों फाड़ा जाये। नहीं, मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था।
रीजेंट गेट वाले घर में नये ख़ानसामे ने दरवाज़ा खोला। पॉयरो ने मिस कैरोल के बारे में पूछा, और हम ख़ानसामे के पीछे-पीछे सीढ़ियों से ऊपर गये और मैं पचासवीं बार यह सोच रहा था कि पुराने ग्रीक देवता कहाँ हो सकते थे। अब तक धरती पर पुलिस भी जिनको नहीं खोज पायी थी। अचानक यह सोच कर मुझे कंपकंपी हुई कि शायद वह भी मर चुके हैं...
सामने मिस कैरोल को देखकर मैं अपने ख़याल की दुनिया से निकला। वह पॉयरो को देखकर आश्चर्य में थी।
‘मुझे आपको अब भी यहाँ देखकर ख़ुशी हुई मैडम,’ पॉयरो ने झुक कर अभिवादन करते हुए कहा। ‘मुझे लग रहा था कि आप भी इस घर में अधिक दिन नहीं रहेंगी।’
‘गेराल्दीन मेरे जाने के बारे में सुनना भी नहीं चाहती,’ मिस कैरोल ने कहा। ‘उसने मुझसे विनती की कि मैं न जाऊँ। और ऐसे समय में उस बेचारी को किसी के साथ की ज़रूरत है। उसको किसी और चीज़ की नहीं बल्कि किसी अपने के साथ की ज़रूरत है। और मैं आपको यह विश्वास दिला सकती हूँ कि ज़रूरत पड़ने पर मैं देखभाल का काम अच्छी तरह से कर सकती हूँ।’
उसका मुँह भिंच गया। मुझे महसूस हुआ कि अख़बार के रिपोर्टर्स और समाचार खोजने वालों ने उसे बहुत परेशान किया है।
‘मैडम, आप मुझे हमेशा से हर काम पूरे करीने से करने वाली लगती रही हैं। आपकी यही ख़ूबी मुझे पसन्द है। यह कम होता है। मैडम मार्श का दिमाग़ व्यवहारिक नहीं है।’
‘वह सपने देखने में यक़ीन करती है,’ मिस कैरोल ने कहा। ‘पूरी तरह से अव्यवहारिक। मैं आपके लिए क्या कर सकती हूँ मि. पॉयरो?’
मुझे नहीं लगता है कि पॉयरो को इस मुद्दे पर इस तरह से टोका जाना पसन्द आया। उसे थोड़ा आड़ा तिरछा रहना ही पसन्द था। हालाँकि मिस कैरोल के लिए इस तरह की चीज़ें व्यवहारिक नहीं। वह अपने चश्मे से उसको घूरे जा रही थी।
‘कुछ बिन्दुओं पर आपसे पक्की जानकारी चाहिए। मुझे पता है कि मैं आपकी याददाश्त के ऊपर भरोसा कर सकता हूँ, मिस कैरोल।’
‘एक सचिव के रूप में आपके अधिक काम नहीं आ पाऊँगी,’ मिस कैरोल ने जरा-सा झेंपते हुए कहा।
‘क्या पिछले नवम्बर में लार्ड एजवेयर पेरिस में थे?’
‘हाँ।’
‘वे किस तारिख को वहाँ गये थे यह आप बता सकती हैं?’
‘मुझे देखना होगा।’
वह उठी, एक दराज़ खोली, एक मोटी-सी जिल्द वाली किताब निकाल कर देखी और बताया :
‘लार्ड एजवेयर पेरिस गये थे 3 नवम्बर को और 7 को लौटे थे। वे दुबारा 20 नवम्बर को गये थे और 4 दिसम्बर को लौट कर आये थे। और कुछ?’
‘वे किसलिए गये थे?’
‘पहली बार तो वे कुछ ऐसी इमारतों को देखने गये थे जिनको वे खरीदना चाहते थे और जिनको बाद में नीलाम किया जाना था। दूसरी बार उनके जाने का कोई ख़ास कारण नहीं था।’
‘क्या दोनों बार मैडम मार्श उनके साथ गयी थीं?’
‘वह कभी भी अपने पापा के साथ नहीं जाती थीं, पॉयरो।’
‘लार्ड एजवेयर ने तो ऐसा कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा। जब वह पेरिस में कान्वेंट में थी तब मुझे नहीं याद है कि उसके पिता कभी उससे मिलने वहाँ गये हों या उसे वहाँ से लाने। बल्कि अगर वे ऐसा करते तो मुझे इस बात से बड़ी हैरानी होती।’
‘आप कभी उनके साथ नहीं गयीं?’
‘नहीं।’
कुछ देर पॉयरो की तरफ़ देखने के बाद उसने अचानक पूछ दिया :
‘मि. पॉयरो आप ऐसा क्यों पूछ रहे हैं? इस बात का कोई मुझे मतलब नहीं समझ में आ रहा है?’
पॉयरो ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया। बल्कि उसने कहा :
‘मिस मार्श अपने चचेरे भाई को बहुत पसन्द करती हैं, नहीं?’
‘सच में, मि. पॉयरो मुझे इस बात का कोई मतलब नहीं समझ में आ रहा है।’
‘वह एक दिन मेरे पास आयी थी। आपको पता है?’
‘नहीं, मुझे इस बात का पता नहीं है,’ उसने कुछ हैरानी से कहा। ‘उसने क्या कहा?’
‘उसने मुझसे कहा—हालाँकि इस तरह से नहीं—कि वह अपने भाई को बहुत पसन्द करती थी।’
‘हाँ, तो फिर मुझसे क्यों पूछ रहे हैं?’
‘मैं आपकी राय जानना चाहता हूँ।’
इस दफ़ा मिस कैरोल ने जवाब देने का मन बनाया।
‘हमेशा ही उनको उससे बहुत प्यार रहा है। हमेशा से ही।’
‘अभी जो लार्ड एजवेयर हैं क्या वे आपको अच्छे नहीं लगे हैं?’
‘मैं यह नहीं कह सकती। मुझे उनके साथ काम करने का अभ्यास नहीं है, बस। वे गम्भीर नहीं हैं। मैं इस बात से भी इनकार नहीं करती हूँ कि उनका एक खुशनुमा मिजाज है। वह आपसे बातें करता जा सकता है। लेकिन मुझे लगता है कि गेराल्दीन को ऐसे लोग बहुत पसन्द हैं जो थोड़ा साहसी होता है।’
‘जैसे कि मेर्तन के ड्यूक?’
‘मुझे ड्यूक के बारे में अधिक पता नहीं है। मुझे तो लगता है कि वह अपने कर्त्तव्य को ख़ूब निभाते हैं। लेकिन वह उस सुन्दर औरत के पीछे भागते रहते हैं—जेन विलकिंसन के पीछे।’
‘उसकी माँ—’
‘ओह! मैं यह कहना चाहती हूँ कि उसकी माँ तो यही चाहेंगी कि वह गेराल्दीन से शादी कर लें। लेकिन माँएँ चाहती क्या हैं? बच्चे कभी ऐसी लड़कियों से शादी नहीं करते हैं जिनसे उनकी माँएँ चाहती हैं कि वे शादी कर लें।’
‘क्या आपको यह लगता है कि मिस मार्श का भाई उनकी परवाह करता है?’
‘वह जिस जगह पर है वहाँ इस बात से फ़र्क नहीं पड़ता है कि वह परवाह करता है या नहीं।’
‘आपको लगता है कि तब फिर उसकी निन्दा की जानी चाहिए?’
‘नहीं। नहीं। मुझे नहीं लगता है कि उसने ऐसा किया है।’
‘लेकिन उसकी निन्दा तो की ही जा सकती है न?’
मिस कैरोल ने इस बात का जवाब नहीं दिया।
‘मैं आपको ज़्यादा परेशान नहीं करना चाहता,’ पॉयरो ने उससे कहा। ‘वैसे क्या आप कार्लोता एडम्स को जानती हैं?’
‘मैंने उसको एक्टिंग करते देखा है। बहुत होशियार है।’
‘हाँ, वह चालाक थी,’ वह जैसे सोच में डुबा हुआ था। ‘आह! मैंने अपने दस्ताने छोड़ दिये।’
उनको लेने के लिए वह टेबल पर झुका जहाँ उसने उन्हें छोड़ा था। उसकी नज़र गयी मिस कैरोल के चश्मे पर और उसने उनको उठा लिया। पॉयरो ने उसको अपने दस्ताने के साथ उठाया और माफ़ी माँगता रहा।
‘मैं एक बार फिर आपसे माफ़ी माँगता हूँ कि आपको मैंने परेशान किया,’ उसने आख़िर में कहा। ‘मुझे लगता है कि लार्ड एजवेयर का पिछले साल जो किसी से कोई झगड़ा हुआ था। इसलिए मैंने पेरिस को लेकर सवाल उठाया था। मुझे लगता है कि इस बात की उम्मीद कम ही है कि उनके चचेरे भाई ने क़त्ल किया है। वह बहुत ही सकारात्मक दिखायी दे रही थी। अच्छा मैडम शुभ रात्रि, आपको परेशान करने के लिए बहुत माफ़ी।’
जब हम दरवाज़े तक पहुँच गये थे मिस कैरोल की आवाज़ ने हमें बुलाया।
‘मि. पॉयरो, यह मेरा चश्मा नहीं है। मुझे इससे कुछ भी दिखायी नहीं दे रहा है।’
पॉयरो ने उसकी तरफ़ घूरकर देखा। फिर वह मुस्कुरा उठी।
‘बेवकूफ़ हूँ मैं! मेरी जेब से मेरा अपना चश्मा गिर गया था, जब मैं अपने दस्ताने उठा रहा था मैंने गलती से आपका उठा लिया। मैं पहचान नहीं पाया, दोनों एक जैसे ही लगते हैं।
दोनों तरफ़ से मुस्कराहट का आदान प्रदान हुआ और हमने विदा ली।
‘पॉयरो,’ मैंने बाहर निकलने पर कहा। ‘तुम चश्मा नहीं पहनते।’
‘तेज़ है! उसे तुरन्त समझ में आ गया था कि मामला क्या था।’
‘वही चश्मा था जो मुझे कार्लोता एडम्स के बैग में मिला था।’
‘हाँ।’
‘आपको कैसे यह लगता है कि वे मिस कैरोल के हैं?’
पॉयरो ने अपने कन्धे उचकाये।
‘इस केस से जुड़े लोगों में एक यही है जो चश्मा पहनती है।’
‘हालाँकि, ये इसके हैं नहीं,’ मैंने सोचते हुए कहा।
‘यही बात उसने कही भी।’
‘तुमको इसके ऊपर शक है।’
‘नहीं, बिलकुल नहीं। मुझे लगता है कि वह सही बोल रही हैं। उसने सच्चाई बयान की है। मुझे शक है कि उसने बदलते हुए देख लिया था। मैंने जबकि बड़ी सफाई से यह काम किया था।’
हम सड़क पर पैदल ही चल रहे थे। मैंने टैक्सी का सुझाव दिया, लेकिन पॉयरो ने अपनी गर्दन हिला दी।
‘मुझे अभी सोचना है, चलने से इसमें मदद मिलती है।’
मैंने कुछ कहा नहीं। रात हो चुकी थी और मुझे घर लौटने की कोई जल्दी नहीं थी।
‘क्या तुमने पेरिस के बारे में यूँ ही सवाल किये थे?’ मैंने उत्सुकता से पूछा।
‘नहीं पूरी तरह से नहीं।’
‘हम अभी तक डी. नाम का रहस्य नहीं सुलझा पाये हैं,’ मैंने सोचते हुए कहा। ‘इस केस से जुड़े लोगों में सिवाय डोनाल्ड मार्श को छोड़कर किसी का भी नाम डी. से नहीं शुरू होता है। और उसकी मौत हो चुकी है।’
‘हैं,’ पॉयरो ने कुछ दबी हुई आवाज़ में कहा। ‘वह मर चुका है।’
मुझे एक और रात की याद आयी जब हम तीनों घूम रहे थे। मुझे कुछ और भी याद आया और मेरी साँस मुँह को आ गयी।
‘बाय द वे, ’ मैंने कहा, ‘याद है पॉयरो।’
‘हाँ याद है क्या हुआ मेरे दोस्त? ’
‘कि रौस ने मेज़ पर 13 के बारे में क्या कहा था। और वही सबसे पहले उठा था।’
पॉयरो ने कोई जवाब नहीं दिया। मुझे थोड़ा अजीब लग रहा था उसी तरह जब किसी का कोई अन्धविश्वास सही हो जाता है।
‘यह अजीब है, नहीं,’ मैंने महीन आवाज़ में कहा।
‘हाँ?’
‘मैंने कहा था कि अजीब था—रौस और तेरह के बारे में, पॉयरो, तुम सोच क्या रहे हो?’
मुझे तब बड़ी हैरानी हुई जब पॉयरो अचानक हँसने लगा ज़ोर-ज़ोर से। किसी बात से उसे बड़ी हँसी आ रही थी।
‘किस बात पर तुम इतना हँस रहे हो?’ मैंने तेज़ी से कहा।
‘अरे कुछ भी नहीं,’ पॉयरो ने कहा। ‘मैंने एक दिन एक पहेली सुनी थी वही याद आ गयी थी। मैं बताता हूँ। वह क्या चीज़ होती है जिसके दो पैर होते हैं, पंख और जो कुत्ते जैसा भूँकता है?’
‘किसके, और कौन,’ मैंने उदास होते हुए कहा, ‘यह बात तो मैं नर्सरी से जानता था।’
‘तुमको तो बहुत कुछ पता है, हेस्टिंग्स। तुमको यह कहना चाहिए कि मुझे नहीं पता, तो मैं जवाब में कहता कि चिकेन। फिर तुमको कहना चाहिए था नहीं, कोई मुर्गा कुत्ते की तरह नहीं भूँकता है,’ और मैंने कहा, ‘यह तो बड़ी मुश्किल वाली बात है।’ ‘समझ लो कि यही डी अक्षर का मतलब है?’
‘बकवास!’
‘हाँ, जयादातर लोगों के लिए, लेकिन ख़ास तरह के दिमाग़ के लिए। ओह! क्या मैं इस तरह से पूछ सकता था...’
हम एक बड़े सिनेमा के पास से गुजर रहे थे। बाहर लोग जमा थे और अपनी बातों को लेकर चर्चा कर रहे थे, उनके नौकर, उनके दोस्त, और बीच-बीच में देखी गयी फ़िल्म के बारे में भी।
उस समूह के साथ हमने यूस्टन रोड को पार किया।
‘मुझे अच्छा लगा,’ एक लड़की ने उबासी लेते हुए कहा। ‘मुझे लगता है ब्रायन मार्टिन बहुत अच्छा है। मैं उसकी कोई फ़िल्म नहीं छोड़ती। जिस तरह से वह चोटी पर चढ़ गया और जिस तरह से काग़ज़ लेकर समय पर आ गया।’
उसके साथ जो चल रहा था उसने इस बात पर कोई ख़ास उत्साह नहीं दिखाया।
बकवास कहानी। अगर उनको इतना दिमाग़ रहा होता कि वे एलिस से वहीं पूछ लेते। जो कोई भी दिमाग़ वाला आदमी करता—’
उसके बाद सब बात रह गयी। पटरी पर पहुँचकर जब मैं पीछे मुड़ा पॉयरो को देखने के लिए तो मैंने पाया कि वह सड़क के बीच में खड़ा था और दोनों तरफ़ से बसें उसकी तरफ़ देख रही थीं। मैंने आदतन अपने हाथ आँखों पर रख दिये। ब्रेक की आवाज़ें आ रही थीं, और ड्राइवर की जुबान में कुछ बातें। बहुत सम्मान के भाव से पॉयरो पटरी तक पहुँचा। वह ऐसे आदमी की तरह से लग रहा था जो नींद में चल रहा हो।
‘पॉयरो, क्या तुम पागल हो गये हो?’
‘नहीं ऐसी बात नहीं है यूँ ही मैं चल रहा था कि बीच में कोई बात दिमाग़ में आ गयी थी। उसी वक़्त।’
‘बड़ा भयानक पल था,’ मैंने कहा। ‘और तुम्हारा आख़िर पल भी होने वाला था।’
‘कोई फ़र्क नहीं पड़ता है। अब मुझे सभी पाँचों सवालों के जवाब मिल गये हैं... इतनी आसानी से, बच्चों जैसे आसान...’
अध्याय 28
पॉयरो कुछ सवाल पूछता है
हमारी घर की पदयात्रा मज़ेदार रही।
पॉयरो के दिमाग़ में कोई बात चल रही थी। बीच-बीच में वह फुसफुसाता भी रहता था। मुझे दो एक बातें सुनाई भी दीं। एक बार उसने कहा मोमबत्ती, और दूसरी बार कहा दर्जन। मुझे लगता है कि मेरे अन्दर इतनी समझ होती तो मुझे यह बात समझ में आ रही थी वह सोच क्या रहा था। उस समय मुझे उन शब्दों का कोई मतलब समझ में नहीं आ रहा था।
हम जैसे ही घर में घुसे वह फ़ोन की तरफ़ लपका। उसने सेवॉय में फ़ोन किया और कहा कि वह लेडी एजवेयर से बात करना चाहता था।
‘कोई उम्मीद नहीं है,’ मैंने कुछ हैरानी से कहा।
पॉयरो जैसा कि मैंने हमेशा कहा है कि वह बहुत जानकार है।
‘तुमको पता नहीं है?’ मैंने आगे कहा। ‘वह इस समय एक नये नाटक में है। इस समय वह थियेटर में होगी। अभी साढ़े दस बजे हैं।’
पॉयरो ने मेरी बात के ऊपर कोई ध्यान नहीं दिया। वह होटल के क्लर्क से बातें कर रहा था, जो उसे वही बात कर रहा था जो मैंने उससे कही थीं।
‘अच्छा, ऐसी बात है? तब मैं लेडी एजवेयर की बाई से बात करना चाहूँगा।’
कुछ मिनटों में ही फ़ोन मिल गया।
‘क्या लेडी एजवेयर की कामवाली बोल रही हैं? मैं मि. पॉयरो बोल रहा हूँ। मि. हरक्यूल पॉयरो। याद है न, नहीं?’
‘.........’
‘मैं समझ सकता हूँ, लेकिन कुछ ख़ास बात हो गयी है। मैं यह चाहता हूँ कि आप मुझसे अभी आकर मिलें।’
‘.........’
‘हाँ। लेकिन यह बहुत ज़रूरी है। मैं अपना पता बताता हूँ, ध्यान से सुनो।’
उसने दो बार पता दोहराया, और फिर कुछ सोचते हुए उसने फ़ोन का रिसीवर रख दिया।
‘चक्कर क्या है?’ मैंने पूछा। ‘क्या कुछ पता चला है?’
‘नहीं, हेटिंग्स। वह मुझे बतायेगी।’
‘कैसी सूचना?’
‘किसी ख़ास व्यक्ति के बारे में सूचना।’
‘जेन विलकिंसन?’
‘अरे उसके बारे में तो मुझे सब कुछ पता है। मैं उसे अच्छी तरह से पहले से ही जानता हूँ।’
‘तब कौन?’
पॉयरो मुझे देखकर चिढ़ाने वाले अन्दाज़ में हँसा।
वह फिर कमरे को ठीक-ठाक करने में लग गया।
दस मिनट के बाद कामवाली बाई आयी। वह कुछ घबरायी हुई और अनिश्चित-सी दिख रही थी। छोटे कद की अच्छी तरह से काले कपड़े पहने, वह सन्देह से देख रही थी।
पॉयरो आगे बढ़ा।
‘अच्छा! आ गयी। यह बहुत कृपा की तुमने। यहाँ बैठ जाओ, प्लीज। मैडम एलिस—मेरे ख़याल से?’
‘जी सर, एलिस।’
पॉयरो ने आगे जो कुर्सी रखी थी उसके ऊपर वह बैठ गयी।
वह आगे हाथ बाँध कर बैठी हुई थी और हम लोगों को बारी-बारी से देख रही थी। उसका चेहरा शान्त दिख रहा था और उसके होंठ भींचे हुए थे।
‘मिस एलिस, आप लेडी एजवेयर के साथ कब से हैं?’
‘तीन साल, सर।’
‘हाँ यह बात मुझे भी लग रही थी। आप उसको अच्छी तरह से जानती हैं।’
एलिस ने कुछ नहीं कहा। वह अचरज से देख रही थी।
‘मेरे कहने का मतलब यह है कि अब तक तो आपको पता चल गया होगा कि उसके दुश्मन कौन हैं।’
एलिस के होंठ और भी भिंच गये।
‘ज़्यादातर औरतें उसको गाली देती हैं, सर। वे सब उससे जलती हैं।’
‘वह महिलाओं को पसन्द नहीं है?’
‘नहीं, सर। वह इतनी सुन्दर है और वह जब जो चाहती है उसे वह मिल जाता है। थियेटर की दुनिया में आपसी होड़ बहुत है न।’
‘मर्दों के बारे में क्या है?’
एलिस के होंठों पर मुस्कान तैर गयी।
‘वह मर्दों के साथ जो चाहे कर लेती है सर, और यह सच्चाई है।’
‘मैं आपकी बात से सहमत हूँ,’ पॉयरो ने मुस्कुराते हुए कहा। ‘फिर भी ऐसा करने के लिए मैं यह कल्पना कर सकता हूँ कि हालात ऐसे हो रहे हैं—’
वह बोल पड़ा।
फिर उसने एक अलग-सी आवाज़ में कहा :
‘आप उस फ़िल्म एक्टर ब्रायन मार्टिन को जानती हैं?’
‘जी सर।’
‘बहुत अच्छी तरह?’
‘जी, बहुत अच्छी तरह।’
‘मुझे लगता है कि मैं यह बात गलत नहीं कह रहा हूँ कि करीब एक साल से भी अधिक समय पहले तक ब्रायन मार्टिन आपकी मालकिन के प्यार में पड़ा हुआ था।’
‘आप मुझसे पूछें सर तो था नहीं है।’
‘क्या उसे एक समय ऐसा लगता था कि वह उससे शादी कर लेगी—है न?’
‘जी सर।’
‘क्या उसने कभी गम्भीरता से कभी उससे शादी करने के बारे में सोचा था?’
‘हाँ उसने सोचा तो था सर। अगर उनको लार्ड से मुक्ति मिल जाती तो वह उससे शादी कर लेती।’
‘और तब तक मेर्तन के ड्यूक उसके जीवन में आ गया?’
‘हाँ, सर। वे अमेरिका में घूमने आये थे। वह पहली नज़र का प्यार था।’
‘और ब्रायन मार्टिन का पत्ता कट गया?’
एलिस ने सर हिलाया।
‘जाहिर है, मिस्टर मार्टिन के पास पैसा तो बहुत था,’ उसने कहा। ‘लेकिन ड्यूक ऑफ़ मेर्तन के पास रुतबा भी था। और मैडम रुतबे का ख़ास ध्यान रखती हैं। ड्यूक से शादी करके वह देश के ऊँचे दर्जे की महिलाओं में आ जातीं।’
कामवाली की आवाज़ में सन्तोष का भाव था। मुझे हैरानी हुई इस बात से।
‘तो मिस्टर ब्रायन मार्टिन तो इस बात से ग़ुस्सा हुआ होगा?’
‘हाँ उसे कुछ बुरा तो लगा होगा, सर।’
‘अह!’
‘एक बार उसने उसे रिवॉल्वर दिखा कर धमकी दी थी। काफ़ी माहौल बनाया था। मुझे इस बात से डर लग गया था। वह शराब भी बहुत पीने लगा था।’
‘लेकिन सब कुछ शान्त हो गया।’
‘ऐसा लगता था, सर। लेकिन वह अब भी लगा रहता है। मुझे उसकी आँखों को देखकर अच्छा नहीं लगता है। मैंने मैडम को इसके बारे में चेताया भी था, लेकिन वह हँसने लगी थीं। वह उस तरह की महिला हैं जिनको अपनी ताक़त का आनन्द आता है, आप समझ रहे होंगे कि मैं क्या कह रही हूँ।’
‘हाँ,’ पॉयरो ने कहा। ‘मुझे लगता है कि मैं आपका मतलब समझ पा रहा हूँ।’
‘हम लोगों ने उनको हाल में बहुत देखा नहीं है, सर। अच्छी बात है। अच्छा है कि वे इससे बाहर निकल रहे हैं।’
‘शायद।’
पॉयरो की बातों से उसे कुछ ऐसा लगा। उसने बेचैनी से पूछा :
‘आपको नहीं लगता है कि उसको ख़तरा है, सर?’
‘हाँ,’ पॉयरो ने गम्भीरता से कहा। ‘मुझे लगता है कि उसके ऊपर बहुत ख़तरा है। लेकिन यह ख़तरा उसने मोल लिया है।’
उसका हाथ गमले की तरफ़ था, और उसने एक गमले से गुलाब को पकड़ा और उसे खींच दिया। पानी एलिस के ऊपर गिर गया। मुझे पता था कि कभी-कभी पॉयरो बेढंगा हो जाता था, लेकिन मुझे इस बात से यही समझ में आया कि उसके दिमाग़ में कुछ उथल-पुथल चल रही थी। वह परेशान हो गया—तौलिये के लिए दौड़ा—काम वाली को पोंछने में मदद की और उससे बार-बार माफ़ी माँगी।
आख़िरकार उसने उसका शुक्रिया कहा और उसे जाकर दरवाज़े तक विदा दी, लौटते हुए यह सोच रहा था कि वह अच्छी थी।
‘अभी भी वक़्त है’ उसने घड़ी देखते हुए कहा। ‘अपनी मालकिन के आने से पहले आप पहुँच जायेंगी।’
‘अरे, ठीक है सर। वह वैसे भी रात के खाने के लिए बाहर जा रही थी, मेरे ख़याल से, वैसे भी मुझसे यह उम्मीद नहीं करती है कि मैं उसके लिए बैठी रहूँ, जब तक कि वह यह न कह दे कि कोई ख़ास बात है।’
अचानक पॉयरो आगे बढ़ा।
‘मैडम, मुझे माफ़ करें, मगर आप काँप रही हैं।’
‘कुछ नहीं सर। मेरे पैरों में दर्द है।’
‘बिवाई है?’ पॉयरो ने फुसफुसाते हुए कहा जैसे वह उसे भी हो।
हाँ, बिवाई ही थी। पॉयरो ने एक ख़ास इलाज की बात की, जो उसके अनुसार इसमें कारगर साबित होता।
आख़िरकार एलिस चली गयी।
मैं बहुत उत्सुक था।
‘हाँ, पॉयरो?’ मैंने कहा। ‘क्या हुआ?’
मेरी बेचैनी को देख कर वह मुस्कुराने लगा।
‘आज शाम के लिए कुछ ख़ास नहीं, मेरे दोस्त। कल सुबह हम जैप को फ़ोन करेंगे। उससे कहेंगे कि वह आये। हम ब्रायन मार्टिन को भी फ़ोन करेंगे। मुझे लगता है कि वह हमें कुछ मज़ेदार बात बतायेंगे। साथ ही, मेरे ऊपर उनका जो कर्ज़ा है वह भी उतार दूँगा।’
‘सच में?’
मैंने कनखियों से पॉयरो को देखा। वह मज़ेदार ढंग से अपने ही ऊपर मुस्कुराए जा रहा था।
‘वैसे भी,’ मैंने कहा, ‘आप उसके ऊपर लार्ड एजवेयर की हत्या का सन्देह नहीं कर सकते। ख़ासकर हमने आज रात जो सुना। वह बदले की भावना के साथ जेन के साथ खेल कर रहा था। उसके पति का क़त्ल कर देना ताकि वह किसी और पुरुष से शादी कर सके।’
‘क्या न्याय है।’
‘अब मज़ाक मत उडाओ,’ मैंने कुछ चिढ़ते हुए कहा। ‘और तुम इस दरम्यान कर क्या रहे थे?’
पॉयरो ने वह चीज़ उठा ली थी जिसके बारे में बात हो रही थी।
‘एलिस चश्मा पहनती है, पीछे छोड़ गयी है।’
‘बकवास जब वह गयी थी उस समय उसके नाक पर चश्मा था।’
उसने अपनी गर्दन हिलायी।
‘गलत! बिलकुल गलत! मेरे प्यारे हेस्टिंग्स, उसने जो नाक पर चढ़ा रखा था वह कार्लोता एडम्स के बैग में मिला था।’
मैं हैरान रह गया।
अध्याय 29
पॉयरो का बोलना
मुझे सुबह के समय इन्स्पेक्टर जैप को फ़ोन करना पड़ा।
वह आवाज़ से कुछ उदास लग रहा था।
‘अच्छा तो तुम हो कैप्टेन हेस्टिंग्स। अब क्या हुआ?’
मैंने उसे पॉयरो का सन्देश दिया।
‘11 बजे के करीब आओ? अच्छा, मैं यह कह सकता हूँ कि मैं मिल सकता था। क्या रौस की मौत को लेकर उसके पास कुछ है? मुझे यह कहने में कोई हर्ज़ नहीं है कि इस मामले में कोई सुराग़ नहीं मिला। सबसे रहस्यमयी किस्म का मामला लगता है।’
‘मुझे लगता है कि उसके पास आपके लिए कुछ है,’ मैंने यूँ ही कह दिया। ‘वह सब चीज़ों को मिला कर काफ़ी खुश है।’
‘मुझे ज़रूरी है आना। मैं आ जाऊँगा।’
मेरा अगला काम था ब्रायन मार्टिन को फ़ोन करना। उसको मैंने वह कहा जो कि मुझे कहने के लिए कहा गया था : पॉयरो को कुछ मज़ेदार बात का पता चला है जिसके बारे में उसको लगा कि वह मिस्टर मार्टिन सुनना चाहें। जब उसने पूछा कि बात क्या है तो मैंने कहा कि मुझे पता नहीं। पॉयरो ने मुझे बताया नहीं। थोड़ी देर की चुप्पी रही।
‘ठीक है,’ ब्रायन ने आख़िर में कहा। ‘मैं आ जाऊँगा।’
उसने फ़ोन रख दिया।
उस समय मुझे हैरानी हुई जब पॉयरो ने जेनी ड्राइवर को भी फ़ोन किया और आ जाने के लिए कहा।
वह चुप था और कुछ गम्भीर भी। मैंने उससे कोई सवाल नहीं पूछा।
सबसे पहले ब्रायन मार्टिन आया। वह देखने में अच्छे मूड में दिख तरह था, लेकिन मुझे लगा कि वह कुछ असहज-सा दिख रहा था। उसके थोड़ी देर बाद ही जेनी ड्राइवर भी आ गयी। ब्रायन को वहाँ देखकर उसे हैरानी हुई और ब्रायन को उसे देखकर।
पॉयरो ने आगे दो कुर्सियाँ रखीं और उनसे बैठ जाने के लिए कहा। उसने अपनी घड़ी की तरफ़ देखा।
‘इन्स्पेक्टर जैप यहाँ आते ही होंगे।’
‘इन्स्पेक्टर जैप?’ ब्रायन ने चौंकते हुए कहा।
‘हाँ, मैंने उसे भी आने के लिए कहा है, एक दोस्त की तरह।’
‘अच्छा।’
वह चुप हो गया। जेनी ने उसके ऊपर एक नज़र डाली और फिर दूसरी तरफ़ देखने लगी। उसे उस सुबह को लेकर कुछ बात लग रही थी।
एक पल के बाद जैप कमरे में आया।
मुझे लगा कि वहाँ ब्रायन मार्टिन और जेनी ड्राइवर को देखकर जैप को थोड़ी हैरानी हुई, लेकिन उसने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया। उसने पॉयरो का स्वागत वैसे ही हँसी मज़ाक से किया।
‘अच्छा, पॉयरो, क्या है? मुझे लगता है कि कोई नयी सूझ आयी है आपको।’
पॉयरो ने उसकी तरफ़ देखा।
‘नहीं, नहीं—ऐसी कोई बात नहीं है। एक छोटी-सी कहानी है जिसके बारे में आपको बताना चाहता हूँ और मुझे शर्म आ रही है कि इस कहानी को मैंने तत्काल क्यों नहीं समझ लिया था। अगर आप अनुमति दें तो इस केस की कहानी शुरुआत से सुनाना चाहता हूँ।’
जैप ने लम्बी साँस ली और अपनी घड़ी की तरफ़ देखा।
‘अगर एक घण्टा से अधिक का समय न लगे तो’—उसने कहा।
‘आप निश्चिन्त रहें,’ पॉयरो ने कहा। ‘इसमें उतना भी समय नहीं लगेगा। देखिये क्या आप यह नहीं जानना चाहते हैं कि लार्ड एजवेयर का क़त्ल किसने किया था, किसने मिस एडम्स को मारा, और किसने डोनाल्ड रौस को मारा?’
‘मैं आख़िरी क़त्ल के बारे में जानना चाहता हूँ,’ जैप ने सावधानी से कहा।
‘आप मुझे सुनिए और आपको सब कुछ पता चल जायेगा। मैं विनम्र बने रहना चाहता हूँ। मैं आपको रास्ते के हर कदम के बारे में बताना चाहता हूँ, कैसी मेरे साथ चालाकी की गयी, कैसे मैंने कमअक्ली दिखायी, किस तरह मैं अपने दोस्त हेस्टिंग्स से चर्चा कर रहा था कि अचानक एक अजनबी ने ऐसी टिप्पणी की कि मैं सही रास्ते पर आ गया।’
वह रुका, और फिर अपना गला साफ़ करके भाषण देने के अन्दाज़ में बोलने लगा।
‘मैं शुरुआत करूँगा सेवॉय की डिनर पार्टी से। लेडी एजवेयर मेरे पास आयी और उन्होंने मुझसे कहा कि वे अपने पति से छुटकारा पाना चाहती थी। जब बातचीत ख़त्म हुई तो उन्होंने कहा—कुछ बेवकूफ़ी में—मुझे ऐसा ही लगा—कि वह टैक्सी में बैठकर जायेंगी और उसे ख़ुद से मार डालेंगी। मिस्टर ब्रायन मार्टिन ने ये शब्द सुने थे, जो इस समय यहाँ आये हैं।’
वह घूमा।
‘अच्छा, ऐसा है क्या?’
‘हम सब ने सुना था,’ एक्टर ने कहा। ‘विडबर्न, मार्श, कार्लोता—हम सबने।’
‘हाँ, मैं मानता हूँ। मुझे लेडी एजवेयर की उस बात को भूलने का मौका नहीं मिला। ब्रायन मार्टिन ने अगली सुबह मुझे फ़ोन करके उस बात की याद भी दिलायी थी और उसका मकसद भी सामने रखा था।’
‘बिलकुल नहीं,’ ब्रायन मार्टिन ने ग़ुस्से में चिल्लाते हुए कहा। ‘मैं आया था—’
पॉयरो ने हाथ उठाकर शान्त रहने का इशारा किया।
‘आप आये थे मेरे पास एक बनाई हुई कहानी सुनाने कि आपका पीछा किया गया था। एक ऐसी कहानी जिसे कोई बच्चा भी समझ सकता था। आपने किसी पुरानी घिसी-पिटी फ़िल्म से वह कहानी उठायी थी। एक लड़की जिसकी हामी आपको लेनी थी—एक ऐसा आदमी जिसको आपने उसके दाँतों से पहचाना था। मेरे दोस्त, किसी नौजवान के सोने के दाँत नहीं होते—आजकल नहीं बनाये जाते हैं—और ख़ासकर अमेरिका में। सोने के दाँत बनाना अब पुराना पड़ चुका है। यह एक बेतुकी कहानी थी। यह बनाई हुई कहानी सुनाने के बहाने आपके आने का असली मकसद था मेरे दिमाग़ में लेडी एजवेयर के ख़िलाफ़ सन्देह पैदा करना। साफ़ कहूँ, तो आपने वह माहौल बनाया जब उसने अपने पति का क़त्ल किया।’
‘मुझे नहीं पता कि आप किस बारे में बातचीत कर रहे हैं,’ ब्रायन मार्टिन फुसफुसाया। उसका चेहरा पीला पड़ चुका था।
‘आपने इस बात का मज़ाक उड़ाया था कि वह तलाक के लिए तैयार हो जायेगा। आपने सोचा था कि मैं उनसे मिलने अगले दिन जाऊँगा, लेकिन असल में मिलने का समय बदल चुका था। जब मैं अगली सुबह उनसे मिलने गया तो वे तलाक के लिए तैयार हो गये। इसलिए लेडी एजवेयर का हत्या के पीछे कोई मकसद नहीं हो सकता था। सबसे बढ़ कर उन्होंने मुझे जो बात बतायी वह यह थी कि उन्होंने इस बारे में पहले ही लेडी एजवेयर को लिखा था।’
‘लेकिन लेडी एजवेयर ने यह कहा कि उनको चिट्ठी नहीं मिली थी। या तो वह झूठ बोल रही थी, या उनके पति झूठ बोल रहे थे, या किसी ने उस चिट्ठी को दबा दिया था—किसने?
‘अब मैं अपने आप से यह पूछता हूँ कि मि. ब्रायन मार्टिन ने मेरे पास आकर यह सब झूठ बताया क्यों? उसकी अन्तरात्मा ने उसे ऐसा करने के लिए क्यों कहा। और तब मुझे लगा कि आप उससे प्यार करते थे। लार्ड एजवेयर ने मुझे यह बताया था कि उनकी पत्नी ने उनको बताया था कि वह एक एक्टर से शादी करना चाहती थी। अगर ऐसा था तो उन्होंने अपना दिमाग़ किस वजह से बदला। जब तक तलाक की सहमति को लेकर लार्ड एजवेयर की चिट्ठी पहुँचती तब तक लेडी ने अपना इरादा बदल दिया था—वह किसी और से शादी करना चाहती थी—आपसे नहीं। इसलिए आपके पास उस चिट्ठी को दबाने का कारण था।’
‘मैंने नहीं—’
‘इस समय आप कह लीजिये जो आपको कहना है। अब आप मेरी बात सुनेंगे।’
‘तब उस समय आपके दिमाग़ की हालत क्या रही होगी—आप जो एक बर्बाद किस्म के बदमाश हैं जिसने कभी न सुनना नहीं चाहा। मुझे लगता है कि ग़ुस्से में आकर आप यह चाहते थे कि लेडी एजवेयर का जितना नुक्सान हो सके किया जाये। और इससे बड़ा नुक्सान आप और क्या कर सकते थे कि आपने उसे आरोपी बनवा दिया—हो सकता था कि उसे क़त्ल के आरोप में फाँसी तक की सजा हो जाती।’
‘क्या कह रहे हैं,’ जैप ने कहा।
‘लेकिन बात यह है कि मेरे दिमाग़ में यही बात चल रही थी। इसको सही ठहराने वाली कई बातें हैं। कार्लोता एडम्स के दो पुरुष दोस्त थे—कैप्टेन मार्श और ब्रायन मार्टिन। इसलिए यह सम्भव था कि ब्रायन मार्टिन जो कि एक धनी आदमी था, ही वह आदमी था जिसने चाल बनायी हो और उसे अंजाम देने के लिए दस हज़ार डॉलर देने की पेशकश की हो। मुझे यह बात सम्भव नहीं लगती है कि कार्लोता एडम्स को इस बात के ऊपर विश्वास होता कि रोनाल्ड मार्श उसको दस हज़ार डॉलर दे सकता था। वह जानती थी कि उसके पास पैसों की कमी रहती थी। ब्रायन मार्टिन ही वह आदमी हो सकता था।’
‘मैंने कहा कि मैं नहीं था—’ उस फ़िल्म एक्टर ने सख़्ती से कहा।
‘जब मिस एडम्स की बहन ने वाशिंगटन से जो उसकी लिखी चिट्ठी का मसौदा भेजा गया तो मैं बहुत दुखी हुआ। उससे मुझे लगा कि मैं जो बात सोच रहा था वह बात पूरी तरह से गलत थी। लेकिन बाद में मैंने खोज की। असली चिट्ठी मुझे भेजी गयी और वह चिट्ठी लगातार पन्नों पर नहीं थी बल्कि उसमें से एक पन्ना गायब था। इसका मतलब यह था कि कोई और आदमी था जो रोनाल्ड मार्श नहीं था।’
‘एक और सबूत है। कैप्टेन मार्श को जब गिरफ़्तार किया गया, तो उसने यह कहा था उसे ऐसा लगा था ब्रायन मार्टिन घर में घुसा था। अब चूँकि यह बात एक आरोपी ने कही थी इसलिए इस बात के ऊपर ध्यान नहीं दिया गया। साथ ही मि. मार्टिन का एक मकसद था। यह स्वाभाविक है। अगर मार्टिन ने क़त्ल किया है तो ज़रूर उनका मकसद भी होना चाहिए।’
‘यह मकसद एक महिला की वजह से है—मिस ड्राइवर की वजह से।’
‘इसके बारे में क्या बात है?’ लड़की ने तेजी से कहा।
‘नहीं मैडम,’ पॉयरो ने मुस्कुराते हुए कहा। ‘सिवाय इसके कि उस दिन मैंने ध्यान दिया था कि आप मि. मार्टिन के साथ दिन का खाना खा रही थीं और बाद में आपने मेरे पास आकर मुझे यह विश्वास दिलाने की कोशिश की कि आपकी दोस्त मिस एडम्स की दिलचस्पी रोनाल्ड मार्श में थी—ब्रायन मार्टिन में नहीं—जिनके बारे में मुझे शक था।’
‘बिलकुल नहीं,’ फ़िल्म स्टार ज़ोर से चिल्लाया।
‘हो सकता है आपको इस बात के बारे में पता न रहा हो, सर,’ पॉयरो ने चुपचाप कहा। ‘लेकिन मुझे लगता है कि यह बात सही थी। इसके अलावा और किसी बात से इस बात की व्याख्या नहीं हो सकती कि वह लेडी एजवेयर से चिढ़ती थी। आप उसे नापसन्द करते थे। आपने तो उसे बताया भी था, नहीं?’
‘हाँ—मुझे लगा कि मुझे किसी से बात ज़रूर करनी चाहिए और वह—’
‘सहानुभूति रखती थी। हाँ वह रखती थी। मैंने इस बात के ऊपर ख़ुद ही ध्यान दिया था। फिर क्या हुआ? रोनाल्ड मार्श गिरफ़्तार हो गया। आपको जोश आ गया। आपकी जो चिन्ता थी वह ख़त्म हो गयी। हालाँकि आपकी योजना तब बिगड़ गयी जब लेडी एजवेयर ने पार्टी में जाने का अपना फैसला बदल लिया था, अब बलि का बकरा कोई और बन चुका है और उसने आपकी चिन्ता को दूर कर दिया है। और फिर—लंच पार्टी—आपने डोनाल्ड रौस को हेस्टिंग्स से कुछ कहते हुए सुन लिया था, और आपको लगा कि आप सुरक्षित नहीं हैं।’
‘यह सही बात नहीं है,’ एक्टर ने बोला। उसके चेहरे पर पसीना आ रहा था। उसकी आँखों में डर दिखायी दे रहा था। ‘मैंने आपसे कहा न कि मैंने कुछ भी नहीं सुना था—कुछ भी नहीं—मैंने कुछ भी नहीं किया।’
फिर आया उस सुबह का सबसे बड़ा सदमा।
‘यह एकदम सही है,’ पॉयरो ने धीरे से कहा। ‘और मुझे उम्मीद है कि अब आपको मेरे पास आने के लिए पर्याप्त दण्ड मिल चुका है—मैं, हरक्यूल पॉयरो की इस मनगढ़न्त कहानी के कारण।’
हम सब चौंक गये। पॉयरो जैसे सपने में बोल रहा था।
‘देखिये—मैं आपको अपनी गलतियाँ बताता हूँ। मैंने अपने-आप से पाँच सवाल पूछे थे। हेस्टिंग्स को इस बात का पता है। तीन सवालों के जवाब तो मिल गये। किसने उस चिट्टी को दबाया? साफ़ है ब्रायन मार्टिन ने इस सवाल का जवाब बहुत अच्छी तरह से दिया। लार्ड एजवेयर को अचानक क्या सूझा कि वह तलाक लेने के लिए तैयार हो गये? मुझे इसके बारे में कुछ लग रहा था। या तो वह दुबारा शादी करना चाहते थे—लेकिन इस बात का मुझे कोई सबूत नहीं मिला, या इसके पीछे कारण यह था कि कोई ब्लैकमेल कर रहा था। लार्ड एजवेयर की रुचियाँ अलग तरह की थीं। हो सकता था कि उसके बारे में कोई बात थी जो बाहर आ सकती थी, चूँकि उसने अंगरेज़ रीति से तलाक नहीं लिया हुआ था, जिसकी वजह से वह उसे बदनाम कर सकती थी। लार्ड एजवेयर यह नहीं चाहते थे कि उनका नाम ख़राब हो। इस चिट्ठी के आने के पहले से ही यह बात मुझे लग रही थी।’
दो सवाल अब भी रह गये। मिस एडम्स के बैग में चश्मा किसका था, क्योंकि वह उसका नहीं था। और यह सवाल कि लेडी एजवेयर जब उस दिन पार्टी में थी उस वक़्त उनके पास फ़ोन किसका आया था। इन दोनों सवालों के जवाब में मि. ब्रायन मार्टिन के अलावा कोई और नाम मुझे सूझ नहीं रहा था।
‘इसलिए मुझे मजबूर होकर इस नतीजे पर पहुँचना पड़ा कि या तो मि. मार्टिन के बारे में मैं गलत था या मेरे सवाल गलत थे। इसी शक में मैंने मिस एडम्स की उस चिट्ठी को दुबारा पढ़ा, ध्यान से। और मुझे कुछ मिल गया। हाँ, मुझे कुछ मिल गया।
‘आप ख़ुद ही देखिये, पन्ना फटा हुआ है? आड़ा तिरछा, जैसा कि हो जाता है। इसकी वजह से देखिये यहाँ एच अक्षर से पहले एक एस दिखायी दे रहा है।
‘अब आप समझे! देखिये। लड़का नहीं, लड़की। वह कोई औरत थी जिसने कार्लोता एडम्स को यह चालबाज़ी सिखायी थी।
‘अब मैंने उन सारी महिलाओं की सूची बनायी है जिनका इस केस से कोई-न-कोई लेना-देना है। जेन विलकिंसन के अलावा, चार थीं—गेराल्दीन मार्श, मिस कैरोल, मिस ड्राइवर और डचेज़ ऑफ़ मेर्तन।
‘इन चारों में मेरी दिलचस्पी सबसे अधिक मिस कैरोल में थी। उन्होंने चश्मे पहन रखे थे, वह उस रात घर में थी, वह गलत गवाही दे चुकी थी क्योंकि उनकी इच्छा यह थी कि लेडी एजवेयर को सजा मिले, लेकिन वह बहुत तेज़ तर्रार महिला थी और इस तरह का अपराध कभी नहीं कर सकती थी। वह इतने साल से लार्ड एजवेयर के साथ काम कर रही थी और उसका कोई मकसद समझ में नहीं आ रहा था।
‘मुझे यह भी लगा कि मुझे इस केस से गेराल्दीन मार्श को भी नहीं छोड़ना चाहिए। वह अपने पिता से नफ़रत करती थी—और उसने मुझे यह बात बतायी भी थी। वह कुछ सनकी किस्म की थी। जरा यह सोचिये कि वह उस रात घर में गयी हो और उसने जान-बूझ कर अपने पिता को चाकू मार दिया हो और बड़े आराम से ऊपर मोतियों को लाने चली गयी हो। जरा उसके दुःख के बारे में सोचिये कि जब उसे इस बात का पता चला होगा कि जिस भाई को वह दिलो जान से चाहती थी वह बाहर टैक्सी में नहीं था बल्कि घर के अन्दर आ गया था।
‘वह जिस तरह से चिढ़ी हुई थी उसकी व्याख्या इस आधार पर भी की जा सकती है। इसके आधार पर यह भी कहा जा सकता है कि वह निर्दोष थी, बल्कि यह डर भी था कि उसके भाई ने सच में अपराध तो नहीं किया है। एक और छोटी-सी बात है। मैंने सुना था कि गेराल्दीन को उनका भाई डिना कहकर बुलाता था। साथ ही वह पिछले नवम्बर में पेरिस में था और हो सकता है कि उसकी वहाँ कार्लोता एडम्स से मुलाकात हुई हो।’
‘आप सोचेंगे कि इसमें तो डचेज ऑफ़ मेर्तन को भी जोड़ा जा सकता है। लेकिन वह मुझसे मिलने आयी थी और मैंने पहचान लिया था कि वह बड़े अलग तरह की थी। उसके जीवन के केन्द्र में उनका बेटा था और हो सकता था कि उन्होंने जाल बुना हो अपने बेटे के जीवन में आयी औरत को दूर हटाने के लिए।
‘फिर मिस जेनी ड्राइवर थी—’
‘और मुझमें आपको क्या मिला?’ जेनी ने कहा।
‘कुछ नहीं मैडम,’ पॉयरो ने कहा। ‘सिवाय इस बात के कि आप ब्रायन मार्टिन की दोस्त हैं—और यह कि आपका सरनेम डी. से शुरू होता है।’
‘यह बहुत अधिक नहीं है।’
‘एक बात और है। आपके अन्दर इस तरह के काम को अंजाम देने का दिमाग़ है और बूता है। मुझे इसमें शक है कि किसी और में वह बूता है भी।’
लड़की ने सिगरेट जला ली।
‘आगे,’ उसने खुश होते हुए कहा।
‘मि. मार्टिन का कोई मकसद था या नहीं? इस बात का फैसला मुझे करना है। अगर वह नहीं था तो वह था जिसको रोनाल्ड मार्श ने घर में देखा था? और अचानक मुझे कुछ याद आया। रीजेंट गेट में जो ख़ानसामा था वह देखने में मि. मार्टिन जैसा लगता था। कैप्टेन मार्श ने उसे देखा था। और तब जा कर मुझे एक बात सूझी। मुझे लगता है कि उसे इस बात का पता चल चुका था कि उसके मालिक को मार डाला गया है। उसको यह पता था कि उसके मालिक के पास 100 पौंड के फ्रेंच बैंक नोट्स थे। उसने वे नोट उठाये, घर से बाहर निकल गया, उसके अपने किसी पाजी दोस्त के पास जाकर रख आया और वापस आकर वह लार्ड एजवेयर की चाबी से अन्दर आया। उसने उस क़त्ल का ख़ुलासा अगले दिन आने वाली काम वाली के ऊपर छोड़ दिया था। उसे अपने ऊपर कोई ख़तरा नहीं महसूस हो रहा था, क्योंकि वह इस बात को लेकर पक्का था कि लेडी एजवेयर ने यह क़त्ल किया था, नोट्स के बारे में किसी के ध्यान जाने से पहले उसके उसे घर से बाहर पहुँचा दिया था। हालाँकि, जबकि लेडी एजवेयर का मकसद था और स्कॉटलैंड यार्ड ने उसकी जाँच शुरू की, इस बीच वह भाग गया।’
जैप ने हामी भरी।
‘मुझे अभी भी चश्मे के रहस्य को निपटाना है। अगर वह मिस कैरोल का चश्मा होता तो मामला सलट गया होता। वह चिट्ठी दबा सकती थी, और क़त्ल की शाम को उससे मिलते हुए वह चश्मा मिस कार्लोता एडम्स के बैग में जा सकता था।
‘लेकिन चश्मा मिस कैरोल का नहीं था। मैं हेस्टिंग्स के साथ कुछ सोचता हुआ टहल रहा था कि कुछ ऐसा हुआ जैसे चमत्कार।’
‘पहले हेस्टिंग्स ने कुछ बातचीत की। उसने कहा कि सर कॉर्नर की टेबल पर जो 13 लोग बैठे थे उनमें से डोनाल्ड रौस भी एक था और सबसे पहले वही उठा था। मैंने अपने ख़यालों में खोया हुआ था और इस बात के ऊपर मेरा ध्यान नहीं गया। मुझे अचानक यह लगा कि यह बात सच नहीं हो सकती है। हो सकता है कि सबसे पहले खाना ख़त्म कर वह उठा हो मगर असल में लेडी एजवेयर सबसे पहले उठी थी क्योंकि उनका फ़ोन आया था। उसको सोचते हुए, मेरे दिमाग़ में एक पहेली आयी, जो मुझे लगा कि उसके बचकाना दिमाग़ के साथ मेल खाती थी। मैंने हेस्टिंग्स से यह बात कही। वह इस बात से हैरान नहीं हुआ। मैं सोचता रहा कि अब मैं किससे इस बात का पता करूँ कि मार्टिन के दिल में जेन के लिए किस तरह की भावनाएँ थीं। वह भी मुझे इस बारे में नहीं बताती। कि तभी सडक से गुजरते एक आदमी ने कोई बात कही।
‘उसने अपने साथ चल रही लड़की से कहा कि किसी-न-किसी को एलिस से पूछना चाहिए था। और बस सारी बात मेरे दिमाग़ में आ गयी!’
उसने इधर-उधर देखा।
‘हाँ, हाँ, चश्मा, टेलीफ़ोन, वह नाटी लड़की जो पेरिस में सुनहरा बक्सा लेने गयी थी। एलिस, जेन विलकिंसन की नौकरानी। मैंने इसके हर कदम का पीछा किया। मैं जानता था! ’
अध्याय 30
कहानी
उसने हम लोगों की तरफ़ देखा।
‘आओ मेरे दोस्तों,’ उसने धीरे से कहा। ‘उस रात क्या हुआ था मुझे उसकी असली कहानी बताने दो।
‘कार्लोता एडम्स अपने फ़्लैट से सात बजे निकली। वहाँ से एक टैक्सी लेकर वह पिकाडिली पैलेस पहुँची।
‘क्या?’ मैंने चौंकते हुए कहा।
‘पिकाडिली पैलेस में उसने मिसेज दुसेन के नाम से कमरा लिया हुआ था। उसने बड़ा-सा चश्मा पहन रखा था जिससे हम सब जानते हैं कि आदमी का चेहरा बदल जाता है। जैसा कि मैंने कहा, उसने कमरा बुक किया, यह कहते हुए कि वह नाईट बोट ट्रेन से लिवरपूल जा रही थी और यह कि उसका सामान उसमें चढ़ाया जा चुका था। साढ़े आठ बजे लेडी एजवेयर आती हैं और उसके बारे में पूछती हैं। उनको उसका कमरा दिखा दिया जाता है। वहाँ वे कपड़े बदलते हैं। वहाँ से जेन विलकिंसन के कपड़े पहन कर कार्लोता एडम्स होटल से निकल कर चीसवीक जाती है। हाँ, हाँ इस बात की काफ़ी सम्भावना लगती है। मैं उस शाम घर में था। डिनर टेबल पर मोमबत्तियाँ जलायी गयी थीं, लैम्पों की रौशनी धीमी थी, वहाँ जेन विलकिंसन को अच्छी तरह से कोई भी नहीं जानता था। सुनहरे बाल, उसकी जानी पहचानी भारी आवाज़ और लहजा। ओह। यह तो बहुत आसान है। और अगर यह बात सफल नहीं हुई होती तो किसी ने नकली को पहचान लिया होता। लेडी एजवेयर ने उसका गहरा विग पहन कर, कार्लोता का चश्मा पहने, बिल देकर टैक्सी में अपना सूटकेस रख कर यूस्टन चल देती है, वहाँ वह अपना सूटकेस क्लॉक रूम में रख देती है। रीजेंट गेट जाने से पहले उसने चिसवीक फ़ोन किया और कहा कि लेडी एजवेयर से बात करना चाहती थी। यह उनके बीच तय किया गया था। यह सब अच्छी तरह हो गया और किसी को शक भी नहीं हुआ, उनको जवाब में बस यही कहना था, ठीक है। मुझे यह कहने की ज़रूरत नहीं लगती है कि मिस एडम्स को इस बारे में कुछ पता नहीं था कि उनको फ़ोन क्यों किया गया था। उसके शब्दों को सुन कर लेडी एजवेयर आगे बढ़ी। वह रीजेंट गेट गयी, वहाँ लार्ड एजवेयर के बारे में पूछा, अपना परिचय देकर लाइब्रेरी में जाती है। और अपने पहले क़त्ल को अंजाम देती है। जाहिर है कि उनको इस बात का पता नहीं था कि मिस कैरोल उनको ऊपर से देख रही थी। जहाँ तक उसे याद है कि 12 गणमान्य लोगों की कही बात के ख़िलाफ़ ख़ानसामा की कही बात नहीं ठहरती थी।
‘वह घर से निकलती है, यूस्टन वापस जाती है, वहाँ अपना रूप बदलती है और अपना सूटकेस लेती है। अब जब तक कि कार्लोता एडम्स चिसवीक से लौट कर नहीं आ जाती तब तक का समय उसे बिताना था। उन्होंने समय पहले से तय कर लिया था। वह कॉर्नर हाउस गयी, बीच-बीच में अपनी घड़ी देखती हुई, समय जल्दी से गुजर नहीं रहा है। फिर वह दूसरी हत्या के लिए तैयारी करती है। उसने पेरिस से जो सुनहरा बॉक्स मँगवाया था उसे वह कार्लोता एडम्स के बैग में रखती है, जो कि तब उसके पास ही था। शायद इस बीच उसे चिट्ठी मिल जाती है। या शायद उसे पहले मिल गयी हो चिट्ठी। इस बीच, जैसे ही वह पता देखती है, उसे ख़तरा नज़र आता है। वह उसे खोलती है—उसका शक सही था।
‘पहले तो उसके मन में आया कि इस चिट्ठी को ही गायब कर दे। लेकिन उसे जल्दी ही एक दूसरा रास्ता समझ में आया। उस चिट्ठी से एक पन्ना हटा देने के बाद ऐसा लगने लगता था कि जैसे रोनाल्ड मार्श के ऊपर आरोप हो—वह आदमी क़त्ल के पीछे जिसका सबसे बड़ा मकसद था। उसने अंग्रेज़ी के शब्द शी का पहला अक्षर एस को हटा देने से सारा मामला उसके ऊपर जा सकता था। उसने यही किया। उसे उसने वापस लिफ़ाफ़े में रख दिया और लिफ़ाफ़े को बाद में बैग में रख दिया।
‘फिर जब समय हुआ तो वह सेवॉय होटल की तरफ़ चल पड़ी। जैसे ही वह देखती है कि वह कार गुजरी जिसमें वह दिखायी दे तो वह तेज़ी से चल कर उस समय सीढ़ियों पर चढ़ जाती है। उसने काला रंग का कपड़ा पहन रखा था। शायद ही किसी ने उनके ऊपर ध्यान दिया हो।
‘ऊपर जाकर वह अपने कमरे में घुसी। कार्लोता एडम्स पहुँची। काम वाली को सोने जाने के लिए कह दिया गया—सब कुछ तय की गयी योजना के मुताबिक़। वे फिर से अपने कपड़े बदल लेते हैं, और फिर मुझे लगता है कि लेडी एजवेयर ने जश्न मनाने के ख़याल से एक जाम पीने का आग्रह किया। उस जाम में वेरोनल मिला हुआ था। वह अपने शिकार को बधाई देती है और कहती है कि वह उसे कल सुबह चेक भिजवा देगी। कार्लोता एडम्स घर चली जाती है। उसे नींद आ रही होती है। कोशिश करती है अपने दोस्त मि. मार्टिन या कैप्टेन मार्श को फ़ोन करने की, उन दोनों के ही नम्बर विक्टोरियाई थे—लेकिन रहने देती है। वह बहुत थक चुकी है। वेरोनल का असर शुरू हो चुका था। वह सोने चली जाती है—फिर कभी नहीं उठती है। दूसरा अपराध भी सफलतापूर्वक हो जाता है।
‘अब तीसरा अपराध। वह हुआ लंच पार्टी में। सर कॉर्नर याद दिलाते हैं हत्या वाली रात लेडी एजवेयर से हुई किसी बात की। यह आसान बात है। लेकिन मुश्किल आती है तब पेरिस के न्याय की बात होती है और वह उससे फैशन नगरी पेरिस को समझ लेती है।
‘लेकिन उसके सामने एक ऐसा नौजवान बैठा था जो चिसवीक में डिनर में मौजूद था—उस नौजवान ने उस रात उसे होमर और ग्रीक सभ्यता के बारे में बात करते सुना था। कार्लोता एडम्स पढ़ी-लिखी सभ्य महिला थी। वह इस बात को समझ नहीं पाया। वह घूरता है। और अचानक उसे यह लगता है कि यह वही औरत नहीं है। वह बहुत परेशान हो जाता है। उसे अपने ऊपर भरोसा नहीं हो रहा था। वह सलाह लेना चाहता था। उसे मेरा ध्यान आया। वह हेस्टिंग्स से पूछता है।
‘लेकिन वह औरत उसे सुन लेती है। वह चालाकी से इस बात को समझ जाती है कि वह फँस चुकी थी। उसने हेस्टिंग्स को यह कहते सुन लिया था कि मैं पाँच बजने से पहले नहीं आने वाला था। पाँच बजने में 20 मिनट पहले वह रौस के कमरे पर गयी। उसने दरवाज़ा खोला तो उसको देख कर चौंक गया, लेकिन उसे ऐसा कुछ नहीं सूझा कि उसे डर लगे। एक मजबूत आदमी किसी औरत से नहीं डरता। वह उसके साथ डाइनिंग रूम में गया, वहाँ उसने मौका देखकर रौस को खामोश कर दिया। उसके मुँह से आवाज़ भी नहीं निकल पायी।’
थोड़ी देर चुप्पी रही। फिर जैप ने रुखाई से कहा।
‘आपका मतलब है कि सारे क़त्ल उसी ने किये?’
पॉयरो ने अपना सर झुका दिया।
‘लेकिन क्यों, अगर वह उसे तलाक देने के लिए तैयार था?’
‘क्योंकि ड्यूक ऑफ़ मेर्तन पक्के ऐंग्लो कैथोलिक थे। वह कभी सपने में भी इस बात को नहीं सोच सकता था कि वह किसी ऐसी महिला से शादी करें जिसका पति जिन्दा हो। वह पक्के आदर्शों वाला नौजवान था। विधवा के रूप में वह उससे ज़रूर शादी कर सकते थे। उसने तलाक के बारे में बताया था, लेकिन उसने इस बात के ऊपर ध्यान नहीं दिया था।’
‘फिर उसने आपको लार्ड एजवेयर के पास क्यों भेजा था?’
‘ताकि मैं अपनी आँखों पर रुई डाल लूँ! मुझे इस बात का गवाह बना लेना कि उसके पास क़त्ल का कोई मकसद नहीं था। हाँ, उसने मुझे अपना शिकार बनाया। और इसमें वह सफल भी रही। कमाल का दिमाग़ है, बच्चों जैसा और चालाक। वह एक्टिंग करती है। जब उससे पूछा गया था कि उसके पति ने उसको चिट्ठी लिखी तो उसने कैसे हैरानी जतायी और इस बात की कसम खायी कि वह चिट्ठी उसको कभी मिली ही नहीं थी। क्या उसे तीन में से किसी भी क़त्ल का कोई भी अफ़सोस हुआ? मैं कसम से कह सकता हूँ कि नहीं।’
‘मैंने आपसे यह कहा था कि वह क्या चाहती थी,’ ब्रायन मार्टिन चिल्लाया। ‘मैंने आपसे कहा था। मैंने कहा था कि वह उसको मार डालेगी। मुझे ऐसा लगा था। और मुझे इस बात का डर था कि वह किसी तरह इस सबसे निकल भी जायेगी। वह जानवरों की तरह चालाक है। और मैं चाहता था कि उसे उसके किये के लिए भुगतना पड़े। मैं चाहता था कि उसे फाँसी मिले।’
उसका चेहरा लाल हो गया था। उसकी आवाज़ भारी हो गयी थी।
‘अब, अब,’ जेनी ड्राइवर ने कहा। वह उसी तरह से बोल रही थी जिस तरह से मैंने पार्क में आयाओं को छोटे बच्चों से बात करते सुना था।
‘और डी. वाले सुनहरे बॉक्स का, उसके अन्दर लिखे पेरिस नवम्बर का क्या मतलब था?’ जैप ने कहा।
‘उसने इसके लिए चिट्ठी लिख कर ऑर्डर दिया था, और लाने के लिए एलिस को भेजा था। जाहिर है एलिस ने पार्सल माँगा, जिसके लिए उसने पैसे दिये थे। उसे यह पता नहीं था कि उसके भीतर क्या था। साथ ही, लेडी एजवेयर ने वान दुसेन की नक़ल करने के लिए एलिस का चश्मा उधार लिया था। वह उसके बारे में भूल गयी और उसने उसे कार्लोता एडम्स के बैग में छोड़ दिया—यह उसकी गलती थी।
‘यह सब बात मुझे सूझी तब जब मैं बीच सड़क पर खड़ा था। बस ड्राइवर ने जो कहा था वह शिष्टाचार नहीं था, लेकिन वह इसके हिसाब से ठीक था। एलिस! एलिस का चश्मा। एलिस का बॉक्स लेने पेरिस जाना। एलिस और इसलिए जेन विलकिंसन। हो सकता है कि उसने एलिस से कुछ और भी लिया हो, चश्मे के अलावा।’
‘क्या?’
‘चाकू...’
मैं काँप उठा।
थोड़ी देर की चुप्पी रही।
इंस्पैक्टर जैप ने आवाज़ में भरोसे के साथ कहा।
‘मि. पॉयरो। क्या यह सही है?’
‘हाँ दोस्त, सही है।’
फिर ब्रायन मार्टिन बोला, और उसके शब्द मेरे ख़याल से उसके जैसे ही थे।
‘हाँ लेकिन,’ उसने शिकायती लहजे में कहा। ‘मेरे बारे में क्या? मुझे आज यहाँ क्यों बुलाया? मुझे इतना डराया क्यों?’
पॉयरो ने उसकी तरफ़ रुखाई से देखा।
‘आपको आपकी ढिठाई की सजा देने के लिए! आपकी हिम्मत कैसे हुई हरक्यूल पॉयरो के साथ मज़ाक करने की?’
और उसके बाद जेनी ड्राइवर हँसने लगी। हँसती ही चली गयी।
‘तुमको अच्छा सबक मिला ब्रायन,’ उसने आख़िर में कहा।
वह पॉयरो की तरफ़ मुड़ी।
‘मुझे ख़ुशी है कि वह आदमी रौनी मार्श नहीं था,’ उसने कहा। ‘मुझे वह हमेशा से पसन्द है। और मुझे ख़ुशी है, बेहद ख़ुशी कि कार्लोता का कातिल बिना सजा मिले नहीं रह पायेगा। अब चूँकि यहाँ ब्रायन है, मैं आपसे कुछ कहना चाहती हूँ मि. पॉयरो। मैं उससे शादी करने जा रही हूँ। और अगर इसे यह लगता है कि हर दो तीन साल में यह हॉलीवुड के चलन के मुताबिक़ तलाक लेकर शादी करेगा, तो वह इसके जीवन की बड़ी गलती होगी। यह शादी करके मुझसे चिपक कर रहने वाला है।’
पॉयरो ने उसकी तरफ़ देखा—उसके निश्चय को देखा—और उसके उड़ते बालों को।
‘यह बहुत सम्भव है मैडम,’ उसने कहा। ‘यह हो सकता है। मैंने कहा था आपमें हर चीज़ की कूवत है। यहाँ तक कि किसी फ़िल्म स्टार से शादी करने की भी।’
अध्याय 31
मानवीय दस्तावेज
एक या दो दिन के बाद मुझे अचानक अर्जेंटीना बुला लिया गया। तो इसकी वजह से ऐसा हुआ कि मैं जेन विलकिंसन को फिर देख नहीं पाया और अख़बार में ही उसके मुक़दमे के बारे पढ़ता रहा। अप्रत्याशित रूप से, कम-से-कम मेरे लिए अप्रत्याशित रूप से, जब सच्चाई के साथ उसके ऊपर आरोप लगाया गया तो तो वह बिखर गयी। अब तक वह चालाकी के कारण यह समझती थी कि उसने कोई गलती नहीं की थी, लेकिन एक बार उसका आत्मविश्वास गया, क्योंकि किसी को उसके बारे में पता चल गया था, वह उस बच्चे की तरह असमर्थ हो गयी थी जो नक़ल करने में असफल हो जाता है। जब उससे पूछताछ हुई तो वह टूट गयी।
तो जैसा कि मैंने पहले कहा था मैंने आख़िरी बार जेन विलकिंसन को लंच पार्टी में देखा था। लेकिन जब भी मैं उसके बारे में सोचता हूँ तो मुझे वही याद आता है कि वह सेवॉय होटल में खड़ी महँगे काले कपड़ों को देख रही थी। मुझे पूरा विश्वास था कि वह नाटक नहीं कर रही थी। वह पूरी तरह से स्वाभाविक थी। उसकी योजना सफल हो गयी थी और अब उसको किसी तरह का कोई सन्देह नहीं था। न ही मुझे कभी यह लगा कि उसे कभी उन तीन अपराधों के ऊपर अफ़सोस हुआ हो जो कि उसने किये थे।
मैं यह एक दस्तावेज पेश कर रहा हूँ जिसके बारे में उसने यह कहा था उसके मरने के बाद उसे पॉयरो को दे दिया जाये। मुझे लगता है कि यह ठीक उसी तरह का है जो कोई संवेदनहीन औरत कर सकती थी।
‘प्रिय मि. पॉयरो, मैं इन सारी बातों के बारे में सोच रहा था और मुझे लगा कि मुझे आपको लिखना चाहिए। मुझे पता है कि कई बार आप अपने केसों के रिपोर्ट्स को छापते हैं। मुझे यह नहीं लगता है आपने कभी किसी इनसान का दस्तावेज प्रकाशित किया हो। मुझे भी लगता है कि सभी लोग जानें कि मैंने किस तरह से यह किया था। मुझे अब भी लगता है कि योजना अच्छी तरह बनायी गयी थी। अगर आप नहीं होते तो अब कुछ ठीक था। मुझे आपके बारे में सोचकर कुछ अच्छा नहीं लग रहा, लेकिन फिर मुझे लगा कि आप कुछ और नहीं कर सकते थे। मुझे पक्का लगता है कि जब तक आपको यह मिलेगा तब तक आपका काफ़ी नाम हो चुका होगा। नहीं? मैं यह चाहती हूँ कि लोग मुझे याद रखें। और मुझे लगता है कि मैं अपने तरह की अकेली इन्सान थी। यहाँ सब यही सोचते हैं।
इसकी शुरुआत अमेरिका में हुई जब मेरा परिचय मेर्तन से हुई। मुझे अचानक लगा कि अगर मैं विधवा होती तो यह मुझसे शादी कर लेता। दुर्भाग्य से, तलाक को ले कर उसके मन में अजीब तरह भाव था। मैंने इससे बाहर निकलने की कोशिश की लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ, मुझे सावधान रहना था, क्योंकि वह शक्की किस्म का आदमी था।
मुझे जल्दी ही यह बात समझ में आ गयी कि मेरे पति को मरना होगा, लेकिन मुझे यह समझ में नहीं आ रहा था कि यह सब किस तरह से होगा। आप यह सोच सकते हैं कि अमेरिका में इस तरह की चीज़ें कितनी आसान होती हैं। मैं सोचती रही—सोचती रही—लेकिन समझ में नहीं आ रहा था कि किस तरह से किया जाये। लेकिन अचानक मैंने कार्लोता एडम्स को अपनी नक़ल करते देखा और मुझे रास्ता दिखायी देने लगा। उसकी मदद से मैं अपना मकसद पूरा कर सकती थी। उसी शाम मैंने आपको देखा और मुझे यह अच्छा विचार आया कि आपको अपने पति के पास भेजूँ तलाक के लिए बात करने। साथ ही मैं यह भी बात कर रही थी कि मैं अपने पति का क़त्ल करना चाहती थी, क्योंकि मुझे इस बात का अन्दाज़ा था कि अगर आप मज़ाकिया तरीके से सच बोलें तो किसी को यक़ीन नहीं होता है। मैंने पहले भी ऐसा किया था। और यह वैसे भी सही लगा कि इससे आपको यह बात बेवकूफ़ी जैसी लगे। जब मैं दूसरी बार कार्लोता एडम्स से मिली मैंने उसके सामने एक बात रखी। मैंने कहा कि यह एक शर्त है, और वह झाँसे में आ गयी। अगर वह एक पार्टी में मेरी जगह चली जाये और अगर वह वहाँ सफल हुई तो उसे दस हज़ार पौंड देने की बात की। वह बहुत जोश में आ गयी—और उसने कपड़े बदलने वगैरह को ले कर बात की। देखिये, मैं अपने यहाँ यह नहीं कर सकती थी और वह अपने घर में नहीं कर सकती थी क्योंकि वहाँ उसकी कामवाली थी। हालाँकि उसे यह नहीं समझ में आ रहा था कि हम क्यों नहीं कर सकते थे। यह कुछ अजीब-सी बात थी। मैंने न कह दिया। तब उसने होटल वाली योजना तैयार की। मैंने एलिस का चश्मा ले लिया।
जाहिर है मैं इस बात को भी जल्दी ही समझ गयी कि उसे भी रस्ते से हटना होगा। यह बुरी बात तो थी, लेकिन जिस तरह से उसने मेरी नक़ल उतारी थी उसके बाद ऐसा ना करना बेवकूफ़ी होती। मेरे पास वेरोनल था, हालाँकि मैंने कभी लिया नहीं था, इसलिए यह बहुत आसान था। फिर मैंने दिमाग़ चलाया। देखिये अधिक अच्छा यह होता कि मैं इस बात को स्थापित कर देती कि उसे लेने की आदत थी। मैंने एक बॉक्स के लिए आर्डर दिया—जिसका नकली वाला मुझे दिया गया और मैंने उसके नाम के अक्षर उसके ऊपर लिखवा दिये। मैंने सोचा कि कुछ अजीब-सा अक्षर ऊपर लिखा कर अन्दर में पेरिस और नवम्बर लिखवा दूँ तो थोड़ी पेचीदगी पैदा हो जायेगी। मैंने उसके लिए ऑर्डर किया और एलिस को लाने के लिए भेजा जिसको इस बात के बारे में कुछ पता नहीं था कि उसके भीतर क्या था।
उस रात सब कुछ अच्छी तरह हो गया। मैंने एलिस का एक चाकू लिया, तब लिया जब वह पेरिस गयी हुई थी, क्योंकि वह चाकू बहुत तेज़ था। उसे इस बात का पता नहीं चला क्योंकि मैंने बाद में चाकू वहीं रख दिया था। सैनफ्रांसिस्को में एक डॉक्टर ने मुझे बताया था कि कहाँ चाकू मारना चाहिए। उसने मुझे बताया था कि उस जगह मारने से तत्काल मौत हो जाती है, इसलिए सावधान रहना चाहिए। उसने मुझे वह जगह कई बार दिखाने के लिए बहाने बनाये। मैंने उससे कहा कि मैं एक फ़िल्म में इस बात का इस्तेमाल करना चाहती हूँ।
कार्लोता एडम्स के लिए यह बेईमानी वाली बात थी कि वह अपनी बहन को लिखे। उसने मुझे कहा था कि वह किसी को भी नहीं बतायेगी। मुझे लगा कि होशियारी यही होगी कि एक पन्ना फाड़ दिया जाये और शी को ही बना दिया जाये। यह सब मैंने ख़ुद सोचा। मुझे लगता है कि किसी और बात से ज़्यादा मुझे इस बात का गर्व है अपने ऊपर। सबका यही कहना है कि मुझे दिमाग़ नहीं है—लेकिन मुझे लगता है कि यह सब सोचने के लिए दिमाग़ चाहिए।
मैंने सभी चीज़ें अच्छी तरह से सोच रखी थीं, और जब स्कॉटलैंड यार्ड वाले आये तो मैंने वही किया जो योजना तैयार की थी। मुझे बल्कि उस हिस्से में मज़ा आया। मैंने यह सोचा था कि वह मुझे गिरफ़्तार कर लेगा। मैं ख़ुद को काफ़ी सुरक्षित महसूस कर रही थी, उनको डिनर में मौजूद लोगों की बात माननी ही थी और मुझे इस बात का कोई कारण समझ में नहीं आ रहा था कि उनको कैसे इस बात का पता चलेगा कि मैंने और कार्लोता ने कपड़े बदले।
उसके बाद मैं खुश हो गयी और सन्तुष्ट भी। मेरी किस्मत मेरा साथ दे रही थी और मुझे लग रहा था कि सब कुछ सही जा रहा था। बूढ़ी डचेज़ तो मेरे पीछे पड़ी हुई थी, मगर मेर्तन बड़े प्यारे थे। वह जल्दी-से-जल्दी मुझसे शादी करना चाहते थे और मुझे इस बात में विश्वास न करने का कोई कारण समझ में नहीं आ रहा था।
मुझे नहीं लगता है कि उन कुछ हफ़्तों को छोड़ कर मैं जीवन में कभी इतनी खुश हुई थी। जब मेरे पति का भतीजा पकड़ा गया तो मुझे लगा कि मैं बहुत ही सुरक्षित हूँ। और मुझे अपने ऊपर और भी गर्व महसूस हुआ कि मैंने कार्लोता एडम्स की चिट्ठी का पन्ना फाड़ने का फैसला करके कितना सही किया था।
डोनाल्ड रौस की किस्मत ख़राब थी। मुझे ठीक से याद नहीं है कि उसने मुझे किस तरह से देखा था। पेरिस का ज़िक्र था लेकिन पेरिस शहर का नहीं। अभी तक भी मुझे पता नहीं कि पेरिस था कौन—अब मुझे लगता है कि यह किसी बेवकूफ़ का नाम होगा।
कितनी अजीब बात है न, जब आपकी किस्मत आपका साथ छोड़ने लगती है। मुझे डोनाल्ड रौस का जल्दी से कुछ करना था, और वह सही ही हो गया। मेरे पास सोचने का अधिक समय नहीं था, मुझे लगा कि उसके बाद मैं सुरक्षित हो गयी थी।
हाँ एलिस ने मुझे बताया था कि आपने उसे बुलाया था और सवाल पूछे थे, लेकिन मुझे लगा कि इसका सम्बन्ध ब्रायन मार्टिन से था। मुझे यह समझ में नहीं आया कि आपके दिमाग़ में क्या चल रहा था। आपने उससे यह नहीं पूछा था कि वह पेरिस पार्सल लाने गयी थी या नहीं। आपको यह लगा कि अगर उसने यह बात मुझे बता दी तो मुझे कुछ गड़बड़ समझ में आ जायेगी। जैसा हुआ, मुझे हैरान कर गया। मुझे जैसे विश्वास ही नहीं हुआ। आप विचित्र तरीके से हर उस बात को जानना चाहते थे जो मैंने की थी।
मुझे लगा कि यह अच्छा नहीं था। आप अपनी किस्मत से नहीं लड़ सकते। मेरी किस्मत ख़राब थी, नहीं? मुझे लगता है कि आपको कभी अफ़सोस होगा या नहीं कि आपने जो भी किया उसके लिए। आख़िरकार, मैं अपने तरीके से खुश रहना चाह रही थी। और अगर यह बात नहीं रही होती तो मैं कभी कुछ नहीं करती। मुझे नहीं लगा था कि आप इतने चालाक निकलेंगे। आप चालाक दिखते नहीं थे।
अजीब बात है लेकिन तमाम चीज़ों के बावजूद मेरी ख़ूबसूरती के ऊपर कोई असर नहीं पड़ा। तमाम तरह के सवाल-जवाब के बावजूद।
मैं अधिक दुबली पतली दिखायी दे रही हूँ, लेकिन यह मुझे अच्छा लगता है। उन सबका कहना है कि मैं बहुत बहादुर हूँ। अब वे आपको सबके बीच जिम्मेदार नहीं ठहरायेंगे, नहीं? मुझे यह दुखद लगता है।
मुझे पक्के तौर पर यह लगता है कि मेरी जैसी कातिल मुझसे पहले नहीं हुई थी।
मुझे लगता है अब आपको अलविदा कहना चाहिए। यह अजीब है। मुझे नहीं लगता है कि मुझे कुछ समझ में आ रहा है। कल मैं पादरी से मिलने जा रही हूँ।
आपसे माफ़ी के साथ (क्योंकि मैं अपने दुश्मनों को माफ़ कर देती हूँ, नहीं करना चाहिए?)
जेन विलकिंसन
नोट: आपको लगता है कि वे मैडम तुसाद में मेरी मूर्ति लगायेंगे?
0 Comments