अगली शाम को नौ बजने के कुछ मिनट के बाद ओडेट अंधेरे में से प्रकट हुई और सीढ़ियों के निचले सिरे पर मुझे देखने के लिये एक पल रुकी ।

चाँद पूरा निकला हुआ था और उसकी रोशनी में मैं उसे आसानी से देख सकता था ।

वह एक सफ़ेद रंग का एक गाउन पहने हुए थी । उसने एक सूटकेस उठाया हुआ था । वह बहुत ही आकर्षक दिखाई दे रही थी जब वह वहाँ पर खड़ी होकर मेरी तरफ देख रही थी ।

“हैलो हैरी ।” उसने कहा । “देखो, मैं आ गई ।”

मैं सीढ़ियों से नीचे उतरा और उससे सूटकेस ले लिया । मैं इस बात से थोड़ा खिन्न था कि वह अकेली आई थी ।

“हमें अंदर जाना चाहिए ।” मैंने कहा, “क्या मिसेज मारलौक्स नहीं आ रही ?”

उस लड़की ने मुझे तिरछी नजरों से देखा और वह मुस्कुराई ।

“क्या तुमने उसे बुलाया था ? खैर, वह नहीं आ रही ।”

हम दोनों साथ में कैबिन में चले गए । मैंने दरवाजा बंद कर दिया और लाइट ऑन कर दी । मैंने रिकॉर्डर पर नयी टेप लगा दी थी । जैसे ही मैंने लाइट ऑन की, बेडरूम में रखे रिकॉर्डर ने रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया ।

मेरा दिन उन बातों की रूपरेखा तैयार करने में बहुत व्यस्त रहा था, जो मैं चाहता था कि वह लड़की सीख ले । मैंने उसके लिये एक खत का ड्राफ्ट तैयार कर लिया था ।

मैंने टेप को चलाकर देख लिया था और खुद को इस बात से संतुष्ट कर लिया था कि इससे अच्छी रिकॉर्डिंग नहीं हो सकती थी । मैंने उसका पार्सल बनाया और अपने बैंक में जमा करवा दिया । 

अब मैं पूरा आत्मविश्वास से भर गया था और मैं उन पचास हजार डॉलर्स पर हाथ डालने के लिये बेकरार था जो मेरे लिये बहुत अहमियत रखते थे । मुझे पूरा भरोसा था कि अगर कोई गड़बड़ हो जाती है तो उन दोनों, उस लड़की और रिया, पर मुक़द्दमा चलाये बिना मुझ पर कोई आरोप नहीं लगाया जा सकता था । मैं यह उम्मीद नहीं कर सकता था कि मारलौक्स अपनी बीवी और बेटी को फंसाएगा, अगर हम किसी मुसीबत में पड़ भी जाते है तो उसे मुझे भी छोड़ना पड़ेगा ।

“चलो, शुरू करते हैं ।” मैंने बैठते हुए कहा, “हमें बहुत कुछ करना है और हमारे पास ज्यादा समय नहीं है ।”

मैंने उसे दीवान की तरफ जाते हुए और बैठते हुए देखा । उसकी चाल मदमस्त थी और मुझे लगा कि मैं उसे कुछ ज्यादा ही ध्यान से देख रहा था । उसने ऊपर बैठकर अपना गाउन ठीक किया और फिर मेरी तरफ सवालिया नजरों से देखा । उसके मुझे इस तरह देखने की वजह से मैं बेचैन हो गया । वह लड़की सब समझती थी । वह यह भी जानती थी कि उसका प्रभाव मुझ पर पड़ रहा था ।

“मेरे ख्याल से रिया बहुत चालाक है जिसने तुम्हें हमारी मदद करने के लिये बड़ी आसानी से फंसा लिया ।” उसने कहा, “ लेकिन तुम उससे भी कहीं ज्यादा चालाक हो सकते हो ।”

मैं सतर्क हो गया ।

“उसने मुझे किसी चीज में नहीं फंसाया! क्या मतलब है तुम्हारा ?”

“ओह, लेकिन उसने ऐसा ही किया है । वह तुम्हें उस बार में व्हिस्की पीते हुए बहुत दिनों से देख रही थी । उसने तुम्हें हमारे काम के लिये तभी चुन लिया था, जब उसने तुम्हारे जेल से बाहर आने के बारे में पढ़ा था । टेलीफोन बूथ में अपना बैग छोड़ देने का आइडिया भी उसी का था । उसे पूरा यकीन था कि तुम उसके पैसे उठा लोगे । मैंने कहा था कि तुम नहीं उठाओगे । हमारी इस बात पर शर्त लगी थी । मैं तुम्हारी वजह से दस डॉलर्स हार गई ।”

मैं तमतमाते हुए चेहरे के साथ उसे हैरानी से देखते हुए बैठा रहा ।

“मैं उस वक़्त नशे में था ।” मैंने कहा ।

उसने लापरवाही से कंधे उचकाए ।

“मुझे पता है कि तुम नशे में थे । मैं तुम्हें इसलिए बता रही हूँ ताकि तुम उससे संभल कर रहो । रिया एक नागिन है । उस पर आगे से विश्वास मत करना । तभी तुम उससे बच पाओगे ।”

“फिर तुम्हें इतने सारे पैसों की क्या जरूरत है ?”

उसने मेरी तरफ अपनी नाक को सिकोड़ते हुए कहा, “इससे तुम्हारा कोई मतलब नहीं है । अब मुझे बताओ कि मुझे क्या करना है ? क्या तुमने मेरे लिये कोई कहानी तैयार की है ?”

मैं बड़ी देर तक अपने विचारों में खोया हुआ, उसे देखता रहा । इस खबर ने कि रिया ने अपना बैग जान बूझकर बूथ में छोड़ा था, मुझे अंदर तक हिला दिया था । मैंने अपने आप को समझाया कि अब मुझे उससे सावधान रहना पड़ेगा ।

“क्या तुमने शनिवार की तारीख फिक्स कर दी है ?” मैंने उससे पूछा ।

“हाँ । मैं और मेरी दोस्त मौविस शीन ‘कैपिटल’ में पिक्चर देखने जा रहे हैं । मैंने उससे नौ बजे बाहर मिलने का प्रोग्राम बनाया है ।”

“क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है जिसके साथ तुम गाहे-बगाहे बाहर जाती हो ? मेरा मतलब किसी रेगुलर फ्रेंड से नहीं है । मेरा मतलब है कोई ऐसा जिससे तुम कभी-कभार मिलती हो ?”

वह असमंजस में दिखाई दी ।

“हाँ । ऐसे तो बहुत सारे हैं ।”

“एक काफी है, मुझे उसका नाम बताओ ।”

“हाँ, एक जेरी विलियम्स है ।”

“क्या वह तुम्हें कभी घर पर फोन करता है ?”

“हाँ ।”

“जब कोई फोन करता है तो कौन जवाब देता है ?”

“सबीन । वह बटलर है ।”

“क्या वह विलियम्स की आवाज पहचानता है ?”

“मुझे ऐसा नहीं लगता । जेरी ने मुझसे पिछले कई महीनों से बात नहीं की ।”

“इन बातों से जो मैंने सोचा है कि तुम अपने बाप को यह बताओगी कि तुम अपनी सहेली के साथ मूवी देखने जा रही हो । डिनर के बाद, पौने नौ बजे मैं टेलीफोन करूंगा और तुम्हारे बारे में पूछूंगा ।  तुम्हारे बटलर को मैं बताऊंगा कि मैं जेरी विलियम्स बोल रहा हूँ । मैं यह पूरी मशक्कत पुलिस का ख्याल करते हुए कर रहा हूँ, अगर उनका दखल इस मामले में बनता है । विलियम्स के तौर पर बोलते हुए, मैं उसे बताऊंगा कि मैं तुम्हारी सहेली से मिला हूँ और हम कुछ दूसरे दोस्तों के साथ पाइरेटस कैबिन में रात बिताने वाले हैं । हम चाहते है कि तुम भी हमारे साथ शामिल हो जाओ । तुम हैरान होकर दिखाओगी लेकिन फिर मान जाओगी पर तुम किसी को यह नहीं बताओगी कि तुम कहाँ जा रही हो क्योंकि तुम जानती हो कि तुम्हारे पिता ऐसी जगह जाने की इजाजत नहीं देंगे । तुम वहाँ पर पहुंचोगी, जब तुम अपने दोस्तों को वहाँ पर नहीं पाओगी तब वहाँ से चली आओगी । जब तुम अंधेरे में कार पार्किंग से गुजर रही होगी, उस वक्त तुम्हारे ऊपर एक कम्बल डाल कर तुम्हें एक कार में डाल दिया जाएगा । क्या तुम्हें यह सब समझ में आ गया ?”

उसने सहमति में गर्दन हिलाई ।

“हे भगवान! तुम तो इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हो, है ना ?”

“मैं इसे गंभीरता से ले रहा हूँ क्योंकि यह एक गंभीर मामला होने वाला है ।”  मैंने कहा, “पुलिस, अगर वह इस मामले में दाखिल होती है और विलियम्स से पूछताछ करती है तो वह कसम खा कर कहेगा कि उसने तुम्हें फोन नहीं किया और फिर उन्हें महसूस होगा कि तुम्हें पाइरेट्स केबिन में बुलाने की यह किडनैपर्स की एक चाल थी । उन्हें हैरानी होगी कि तुमने विलियम्स की आवाज को क्यों नहीं पहचाना । तुम कहोगी कि आवाज में कुछ खराबी थी और पीछे म्यूजिक का बहुत शोर हो रहा था और तुम्हें कभी शक नहीं हुआ कि वह विलियम्स नहीं बोल रहा था । यह इस बात का जवाब है कि तुम पाइरेट्स कैबिन क्यों गई थी । ठीक है ?”

“तुम सच में ही तो नहीं सोचते हो कि पुलिस इस मामले में दखल देगी ?”

वह अपने अँगूठे का नाखून चबा रही थी, जब उसने मेरी तरफ देखा ।

“मैं नहीं जानता । तुम्हारी सौतेली माँ कह रही है कि वो नहीं आएंगे लेकिन मैं इसके लिये तैयार रहने वाला हूँ । अब ध्यान दो । मैं तुम्हें वह कहानी बता रहा हूँ जो तुम्हें पुलिस को बतानी पड़ सकती है । अब तुम कार में हो और एक कंबल तुम्हारे ऊपर पड़ा हुआ है और कुछ खतरनाक हाथों ने तुम्हें दबोच रखा है । एक आदमी इटालियन लहजे में बोलता हुआ तुम्हें चेतावनी देता है कि अगर तुमने आवाज निकाली तो तुम्हें चोट लग सकती है । तुम्हें लगता है कि कार में तीन आदमी मौजूद थे । मैंने उनकी बीच हुई वो सारी बातें लिख दी हैं जो तुम्हें सुनाई दी । तुम्हें यह ध्यान से याद करना पड़ेगा ।”

“कार कई सारे मोड़ काटती है जिससे तुम्हें विश्वास हो जाता है कि तुम मेन सड़क पर नहीं हो । आखिरकार दो घंटे की ड्राइविंग के बाद वह गाड़ी रुक जाती है । तुम्हें एक कुत्ते के भोंकने की आवाज आती है । तुम एक गेट को खोले जाने की आवाज सुनती हो ।”

“कार आगे बढ़ती है और फिर रुक जाती है । तुम्हें इन सब बातों को याद रखना होगा । अगर इस मामले में फेडरल ब्यूरो का दखल बनता है तो वे तुमसे ये सारी बातें डीटेल में पूछेंगे । कई बार उन लोगों ने इस बिना पर ही किडनैपेर्स को पकड़ लिया कि पीड़ित ने कहीं पर कुत्ते के भौंकने की आवाजें सुनी थी या किसी कुएं में बाल्टी के डूबने की आवाज सुनी थी, ऐसी ही कोई बात और वे तुम्हारी याददाश्त की जांच करेंगे इसलिए तुम्हें उसके लिये तैयार रहना पड़ेगा ।”

उसकी आँखों में संजीदगी झलक रही थी, जब उसने अपनी गर्दन को सहमति में हिलाया ।

“अब मुझे समझ में आया कि तुमने मुझे यहाँ क्यों बुलाया था ।” उसने कहा, “अगर पुलिस इसमें नहीं भी आती है तो मेरे पापा ये सवाल पूछेंगे । वे बहुत शातिर दिमाग हैं । वे इसी तरह के सवाल पूछेंगे ।”

“ हाँ । तुम्हें  तीन दिन और तीन रात तक इस जगह पर रहने की उम्मीद है । तुम कमरे में बंद रहोगी । अगर पुलिस यहाँ पर आ जाती है तो वे तुमसे निश्चित तौर पर कमरे के नक्शे के बारे में प्रश्न पूछेंगे और तुम्हें बिना किसी झिझक के उसके बारे में पता होना चाहिए । जितने समय तक तुम इस कमरे में बंद रहोगी तुम्हें कुत्ते के भौंकने और पशुओं और मुर्गों की आवाजें सुनाई देंगी । तुम इस नतीजे पर पहुंचोगी कि वह जगह एक फॉर्म हाउस थी ।”

“तुम सिर्फ एक किडनैपर को देख पाओगी और एक औरत को जिसके हवाले तुम्हें किया जाएगा । मैंने उन दोनों लोगों का हुलिया लिख दिया है और तुम्हें इसे याद करना पड़ेगा । अगर इस मामले में पुलिस का पंगा पड़ता है तो तुम्हें ध्यान रहे कि तुम अपनी कहानी पर टिकी रहो । उन्हें तुम अपनी किसी गलती पर फँसाने नहीं देना ।”

वह पूरे ध्यान से सुन रही थी और काफी तनाव में थी ।

“मैं समझती हूँ ।”

“जिस कमरे में तुम बंद थी, उस कमरे के साथ ही बाहर टॉयलेट था । यह ऐसा फँसाने वाला प्रश्न है जिसे तुम्हारी तरफ उछाला जा सकता है और तुम्हें इसके लिये तैयार रहना है । तुम्हें वहाँ पर जाने की इजाजत थी, जब भी तुम्हें जरूरत हो । वह औरत तुम्हें वहाँ पर ले जाती थी । मैंने तुम्हारे लिये घर के उस हिस्से का एक नक्शा भी तैयार किया है जो तुम्हें वहाँ पर टॉयलेट जाते हुए दिखाई दिया ।

“यह ज्यादा बड़ा नहीं है, बस एक छोटा सा गलियारा और उसमें तीन दरवाजे, जो बंद रहते थे । टॉयलेट का वॉश-बेसिन टूटा हुआ था और फ्लश के लिये लोहे की चैन थी । इन बातों को याद कर लेना । ये तुम्हारी कहानी को विश्वसनीय बनाने में मदद करेंगी ।

“मैंने तुम्हारे खाने के बारे में भी सब कुछ लिख दिया है, जो तुम्हें उन तीन दिनों में वहाँ पर खाने को मिला, जब तुम उस फॉर्म हाउस में बंद थी ।

“तुम्हें यह भी याद कर लेना चाहिए । इस मामले में कोई गड़बड़ मत करना, अगर फेडरल एजेंट इस मामले में आए तो वे तुम्हें उल्टा टांग देंगे और तुम्हें उनके लिये पूरी तरह से तैयार होना पड़ेगा ।”

उसने अपने सूखते होंठों पर अपनी जुबान फेरी ।

“तुमने तो मुझे ऐसा एहसास करवाना शुरू कर दिया है कि जैसे सच में ही मेरा किडनैप होने वाला है ।” उसने कहा ।

“तुम्हें ऐसा ही महसूस करना पड़ेगा ।” मैंने उसे बताया, “मैंने एक खत ड्राफ्ट किया है जिसे तुम्हें लिखना पड़ेगा जो मैं तुम्हारे पिता तक पहुंचाऊंगा । अच्छा होगा अगर तुम इसे अभी लिख दो ।”

मैं खड़ा हो गया और उस ब्रीफकेस के पास गया जो मैं अपने साथ लेकर आया था । उस सस्ते कागज की शीट को हाथ लगाने से पहले मैंने अपने हाथों में दस्ताने पहन लिये ।

वह मेज के पास आई और बैठ गई । मैं उसके पास खड़ा रहा और उसे ड्राफ्ट की नकल करते हुए और आखिर में लिफाफे पर पता लिखते हुए देखता रहा । मैंने उसे वह खत फ़ोल्ड करने के लिये कहा और उसे लिफाफे में डालकर अपने ब्रीफकेस में रख लिया ।

फिर मैंने उसे वो सारे कागज दिए जिसमें वो सारी बातें विस्तार से लिखी हुई थी, जो मैंने उसके लिये तैयार की थी ।

“इन्हें तुम ले जाना और सही ढंग से याद कर लेना ।” मैंने उससे कहा, “कल रात नौ बजे के बाद यहाँ आ जाना । मैं इसकी जाँच करूंगा और फिर हम आगे की कार्यवाही के लिये तैयार होंगे ।”

उसने सारे कागज अपने हैंडबैग में डाल लिये ।

“तुम्हारे जाने से पहले, जो ड्रेस तुम लायी हो उसको एक बार देख लें और मैं तुम्हें उस विग में देखना चाहता हूँ ।”

उसने ब्रीफ़केस खोला और उसने एक सस्ती सी नीली और सफ़ेद रंग की प्रिंट वाली ड्रेस, सफ़ेद रंग के बैलेट शूज़ और एक लाल रंग की विग बाहर निकाली ।

मैंने उसे बेडरूम के दरवाजे की तरफ इशारा कर दिया ।

“वहाँ अंदर जाओ और इसे बदल लो । मैं देखना चाहता हूँ कि तुम कैसी दिखती हो ।”  

“एक ऐसे आदमी के लिये, जो मेरी सौतेली माँ का नौकर है, मुझे यह सब करना पड़ेगा!” उसने कहा, “तुम निश्चित तौर पर जानते हो कि ऑर्डर कैसे दिये जाते हैं ।”

“अगर तुम्हें यह पसन्द नहीं आया है ...”

“लेकिन मुझे अच्छा लगा! यह एक नए ढंग का बदलाव है ।” उसने अपनी पुतलियाँ मेरी तरफ तेजी से झपकाई । “मुझे अपने से बड़ी उम्र के मर्द पसन्द हैं ।”

“इससे तुम्हारी पसन्द का दायरा बढ़ जाता है ।” मैंने कहा, “जल्दी करो । मैं घर जाना चाहता हूँ ।”

उसने मेरी तरफ फिर नाक सिकोड़ी । फिर बेडरूम के अंदर चली गई और दरवाजा बंद कर लिया ।

अब मैं और भी ज्यादा आंदोलित हो गया कि मैं इस लड़की के साथ अकेला था । उसके पास ऐसा कुछ था, जो मेरे अंदर एक बुराई को जगा रहा था, जो किसी भी आदमी में उस आग को जगा सकती थी । चूंकि मेरी शादी हो चुकी थी, इसलिए मैंने कभी किसी दूसरी महिला के साथ खिलवाड़ नहीं किया था और मेरा अब भी इसका कोई इरादा नहीं था, हालांकि मुझे पता था कि इस लड़की को अपने वश में कर पाना आसान होगा । मुझे केवल उसे कुछ बढ़ावा देना था और फिर वह मुझे आगे बढ़ने के खुद ही हरी झंडी दे देगी ।

उसके काम में देरी हो रही थी जबकि मैं बाहर कमरे में घूम रहा था । तभी बेडरूम का दरवाजा खुला और वह बाहर आई ।

लाल बालों वाली विग ने उसके व्यक्तित्व में काफी अंतर पैदा कर दिया था । मैं उसे बड़ी मुश्किल से पहचान पाया । उसने अपनी पोशाक को आगे से पकड़ा हुआ था ।

“इस बकवास चीज में ज़िप लगी हुई है ।” अपनी कमर तक के नग्न पिछले हिस्से को दिखाते हुए वह मुड़ते हुए बोली, “क्या तुम यह ज़िप ऊपर कर दोगे ? मेरा हाथ नहीं पहुँच रहा ।”

मैंने ज़िप को पकड़ लिया । मेरा हाथ काँप रहा था । मेरे उँगलियाँ उसकी कमर के हिस्से को छू गईं । उसने कनखियों से मुझे देखा । उसकी आँखें बहुत कुछ कह रही थीं । मैंने ज़िप ऊपर खींच दी । मेरे दिल ने बहुत ज़ोर से धड़कना शुरू कर दिया था । वह घूमी और मेरे गले में अपनी बाहें डाल कर मेरे बिलकुल नजदीक आ गई ।

एक पल के लिये मैं उसके बदन के स्पर्श से बहक गया । लेकिन फिर मैंने बड़े जतन से उसे अपने आप से अलग किया ।

“हमें इस काम में नहीं उलझना चाहिए ।”  मैंने कहा, “अच्छा होगा, अगर हम अपने काम से काम रखें ।”

उसने अपना सिर एक तरफ  झुकाते हुए मुझे गौर से देखा ।

“इसका मतलब तुम मुझे पसंद नहीं करते ?”

“मेरे ख्याल से तुम बहुत प्यारी हो । अब इस बात को छोड़ो ।”

वह थोड़ा मुस्कुराई और फिर लाइट के नीचे चली गई ।

“अच्छा! क्या मैं पास हो गई ?”

“हाँ, अगर तुम सन-ग्लास पहन लो तो तुम्हें कोई नहीं पहचान पाएगा ।” मैंने अपना रूमाल बाहर निकाल लिया और अपने पसीने से भरा हाथ साफ किया । “ठीक है, अब तुम इसे बदल लो । इस ड्रेस और विग को यहाँ छोड़ दो । हम कल रात नौ बजे फिर दोबारा मिलेंगे ।”

उसने सिर हिलाया और बेडरूम में चली गयी । उसने दरवाजा अधखुला छोड़ दिया था ।

मैंने एक सिगरेट सुलगा ली और मेज के किनारे पर बैठ गया । मैं अभी तक काफी हैरान था । तभी उसने आवाज लगाई, “हैरी, मुझसे यह ज़िप खुल नहीं रही ।”

मैं एक पल के लिये झिझका । फिर मैंने अपनी सिगरेट को रगड़ कर बुझा दिया । मैं अपनी जगह से नहीं हिला लेकिन मुझे इस बात का एहसास था कि मेरा दिल बड़ी जोर से धड़क रहा था ।

“हैरी ...”

मैं खड़ा हुआ और कैबिन के दरवाजे के पास गया और उसकी चाबियाँ घुमा दीं । फिर मैंने लाइट बंद कर दी और बेडरूम में चला गया ।