सुबह युगल अपने काटेज को रवाना हो गया । उसके जाने के जरा देर बाद ही जान बर्जर प्रमोद के अपार्टमैन्ट पर पहुंचा । आते ही उसने तोप का गोला सा छोड़ दिया ।


"प्रमोद" - वह बोला - "हेजल की हत्या के केस में पुलिस ने बड़ी तत्परता दिखाई है। अधिक से अधिक तीन घण्टे में पुलिस को मालूम हो जायेगा कि हेजल का हत्यारा कौन है।"


प्रमोद ने अपने चेहरे पर उत्कंठा प्रकट नहीं होने दी ।


प्रत्यक्ष में उसने बड़ी शन्ति से प्रश्न किया - "कैसे ?"


"चौराहे पर जिस कार का एक्सीडेन्ट हुआ था, जिसकी डिकी में से हेजल की लाश बरामद हुई थी, वह कार चोरी की थी । कार के रजिस्ट्रेशन से उसके मालिक का पता लगाया गया था । कार के मालिक ने बताया है कि उसने कार को बीच के पूर्वी क्षेत्र की पार्किंग में छोड़ा था । रात को जब वह कार के लिये पार्किंग में पहुंचा तो कार वहां नहीं थी । उसने कार की चोरी की पुलिस को रिपोर्ट लिखवा दी । चौराहे पर एक्सीडेन्ट के बाद कुछ लोगों ने हत्यारे की सूरत देखी थी । लोगों के बयानों से पुलिस को उस शख्स की सूरत-शक्ल का अच्छा खासा अनुभव हो गया है । वह एक कमउम्र सुन्दर युवक था । लेकिन चश्मदीद गवाहों के बयानों के बावजूद भी पुलिस इस बात का अनुमान नहीं लगा सकी है कि वह अमेरिकन था या कोई विदेशी ! अगर विदेशी था तो किस राष्ट्र से सम्बन्धित था ! पुलिस ने विशेष रुप से कार के स्टियरिंग व्हील से और कई अन्य स्थानों से उस युवक की उंगलियों के निशान बरामद किये हैं।"


"हेजल की लाश का विशेषज्ञों ने मुआयना किया है । हेजल के जूतों में रेत के कण मिले हैं जिससे सिद्ध होता है कि मरने से पहले वह किसी रेतीले इलाके में घूमी थी। पुलिस लैबोरेट्री में उन रेत के कणों का बड़ी बारीकी से परीक्षण किया गया है और यह नतीजा निकाला गया है कि वैसी रेत बीच के पूर्वी क्षेत्र में ही है। क्योंकि कार भी वहीं से चुराई गई थी और हत्या से पहले हेजल भी वहां मौजूद थी, इससे सिद्ध होता है कि हेजल की हत्या बीच के पूर्वी क्षेत्र में ही कहीं हुई और लाश का चुराई हुई कार की डिकी में बीच से दूर कहीं और ले जाना यह सिद्ध करता है कि हत्या बीच पर ही किसी केबिन में हुई थी और हत्यारे का उस केबिन से सम्बन्ध था ।”


"कैसे ?"


"सीधी सी बात है । अगर हत्या खुले में कहीं हुई होती तो हत्यारे को क्या जरूरत पड़ी थी कि वह पहले कार को चुराने की जहमत मोल लेता और फिर लाश को कार की डिकी में डाल कर कहीं और ले जाने का खतरा उठाता ! और अगर हत्या किसी अन्य केबिन में हुई होती तो भी उसे क्या परवाह थी ! हत्यारे का एक एक एक्शन यह जाहिर करता है कि हत्या उसके अपने केबिन में हुई है ।”


"तुम्हारा तर्क एकदम ठीक है । "


"यह तर्क मेरा नहीं, पुलिस का है। मैं तो तुम्हें केवल रिपोर्ट दे रहा हूं।"


"खैर, अब पुलिस क्या कर रही है ?"


"पुलिस बीच पर पहुंच चुकी है और बीच पर मौजूद एक एक केबिन को चैक कर रही है । "


"इससे क्या होगा ?"


"इससे हत्यारा पकड़ में आ जायेगा । वे हर केबिन में से उंगलियों के निशान उठ रहे हैं और उन का मिलान उन उंगलियों के निशानों से कर रहे हैं जो उन्हें कार के स्टियरिंग व्हील पर मिले हैं। जिस केबिन से प्राप्त उंगलियों के निशान उन उंगलियों के निशानों से मिल जायेंगे, वही केबिन हत्यारे का केबिन होगा । फिर उस केबिन की जब बारीकी से जांच की जायेगी तो कोई न कोई ऐसा सूत्र भी जरूर मिल जायेगा जिससे यह सिद्ध हो जायेगा कि हत्या उसी केबिन में हुई थी । फिर केबिन किराये पर देने वाले दफ्तर के रजिस्टर से यह देखा जायेगा कि हत्या के अनुमानित समय के आस-पास वह केबिन किस आदमी को किराये पर दिया गया था ! हत्यारे का नाम और पता मालूम होने की देर है कि हत्यारा पुलिस के चंगुल में होगा ।"


"ऐल्डन कोस्टरमैन की वसीयत के बारे में कुछ मालूम हुआ ?"


"हां । कठिनाई तो बहुत हुई लेकिन कई बड़ी दिलचस्प बातें मालूम हुई हैं। पता नहीं जो कुछ तुम जानना चाहते हो, उससे उन बातों का कोई सम्बन्ध है या नहीं !"


"इस बात का फैसला तुम मुझ पर छोड़ दो। तुम मुझे बिना कोई मामूली से मामूली बात भी छोड़े सब कुछ बताओ।"


"ठीक है । सुनो रहा हूं । ऐल्डन । मैं तुम्हें एक बड़ी ही गुप्त बात बताने जा कोस्टरमैन का अटार्नी (वकील ) मेरा दोस्त है। बड़ी मुश्किल से वह मुझे यह सब कुछ बताने के लिये तैयार हुआ है । "


“अब कुछ कहोगे भी तो सही ।"


"ऐल्डन कोस्टरमैन ने पहले एक वसीयत की थी जिसके अनुसार उसकी मृत्यु के बाद उसकी सारी जायदाद उसकी पत्नी अल्मा और बेटी हेजल में बराबर-बराबर बांटी जाने वाली थी । केवल चार दिन पहले उसने अपनी वसीयत बदल दी थी । उसकी नई वसीयत के अनुसार उसकी मृत्यु के बाद उसकी सारी जायदाद केवल उसकी बेटी हेजल को मिलने वाली थी । अल्मा को उसने सम्पत्ति के किसी भी प्रकार के अधिर से कतई बेदखल कर दिया था ।”


"क्यों ?"


"क्योंकि" - बर्जर थोड़ा और आगे झुक गया और बड़े धीमे और रहस्यपूर्ण स्वर में बोला - "ऐल्डन कोस्टरमैन अल्मा को बाकायदा तलाक देने वाला था । वकील ने अर्जी भी तैयार कर ली थी और उसे केवल ऐल्डन कोस्टरमैन की ओर से कोर्ट में फाइल करना बाकी रह गया था । उस अर्जी में ऐल्डन कोस्टरमैन ने अल्मा पर चरित्रहीनता और बेवफाई के इलजाम लगाये थे । और इस बात को सिद्ध करने के लिये उसने बड़े ठोस प्रमाण एकत्रित किये हुये थे अल्मा एक चरित्रहीन और बेवफा औरत है। लेकिन संयोग की बात है कि वह अर्जी कोर्ट में पहुंचने से पहले ही ऐल्डन कोस्टरमैन का हार्टफेल हो गया और उसकी बेटी भी अगवा करने वालों के द्वारा मौत के घाट उतार दी गई । ऐल्डन कोस्टरमैन का इस संसार में कोई सगा-सम्बन्धी नहीं है। उसकी अपार सम्पत्ति की स्वामिनी उसकी बेटी हेजल बनने वाली थी सो वह भी अब नहीं रही। अल्मा की तकदीर देखो कि ऐल्डन कोस्टरमैन की वसीयत द्वारा जायदाद से बेदखल कर दिये जाने के बाद भी सारी सम्पित उसे ही मिल रही है क्योंकि कानूनी रूप से वह अभी भी ऐल्डन कोस्टरमैन की पन्नी है और हेजल की मां है। अगर ऐल्डन कोस्टरमैन की तलाक की अर्जी कोर्ट में दाखिल हो जाती तो तलाक फौरन मंजूर हो जाना लाजिमी था । उस सूरत में अल्मा दो कौड़ी की औरत होती लेकिन अब वह मृत ऐल्डन कोस्टरमैन की विधवा है और उसकी अरबों की सम्पत्ति की स्वामिनी है।"


"अल्मा को मालूम था कि ऐल्डन कोस्टरमैन उसे तलाक देने वाला था या यह कि उसने अपनी वसीयत बदल दी थी ?"


"पता नहीं । वसीयत बदल जाने वाली बात तो शायद उसे न मालूम हो सके लेकिन तलाक के बारे सम्भव है कि ऐल्डन कोस्टरमैन ने ही जोश में कुछ कह दिया हो ।"


" और ?"


" और बस ।"


“अब मेरे ऊपर एक एहसान और करो, जान ।”


"क्या ?"


"यह बात हरगिज-हरगिज लीक नहीं होनी चाहिये कि मैंने तुमसे ऐसी कोई पूछताछ करवाई है।"


"ओ.के. ।"


"सिर्फ ओ.के. कहने से काम नहीं चलेगा। वादा करो कि तुम सारी कहानी अभी इसी क्षण भूल जाओगे ।”


" ऐसी क्या बात है ?"


"भविष्य में मुझसे सम्बन्धित कुछ ऐसी घटनायें घटने वाली हैं जो तुम्हें बुरी तरह चौंका देंगी। उस समय शायद जोश में तुम किसी से किसी बात का जिक्र कर बैठो ।"


"मैं ऐसा नहीं करूंगा।"


"प्रॉमिस ?"


"प्रॉमिस ।”


"थैंक्यू वैरी मच ।"


जान बर्जर ने प्रमोद से हाथ मिलाया और वहां से विदा हो गया ।


उसके जाते ही प्रमोद ने यांग टो को बुलाया ।


" यांग टो, तुम कार निकालो" - वह बोला- "मैं नीचे आता हूं।"


यांग टो स्वीकृतिसूचक ढंग से सिर हिलाता हुआ रुख्सत हो गया ।


प्रमोद ने कपड़े बदले और अपार्टमैंट से बाहर निकल आया ।


नीचे इमारत के सामने प्रमोद की कार खड़ी थी । यांग टो ड्राइविंग सीट पर बैठा हुआ था । प्रमोद के कार में बैठते ही उसने कार आगे बढ़ा दी ।


"कहां चलूं ?" - यांग टो ने चीनी में पूछा ।


" बीच के पूर्वी क्षेत्र की ओर।" - प्रमोद बोला ।


पन्द्रह मिनट में यांग टो बीच के इलाके में पहुंच गया । प्रमोद के संकेत पर उसने कार पार्किंग के समीप ही खड़ी कर दी । दोनों कार से बाहर निकल आये । प्रमोद केबिनों की कतार के पीछे से होता हुआ सिरे के दांई ओर वाले केबिन की ओर बढ़ा । यांग टो उसके साथ था ।


प्रमोद ने देखा पुलिस के कर्मचारी एकदम दूसरे सिरे के केबिनों को चैक कर रहे है । अभी उनके उस केबिन तक पहुंचने में देर थी जो कुछ दिन पहले युगल ने किराये पर लिया था ।


युगल वाले के आसपास कोई नहीं था । केबिन का दरवाजा बन्द था । प्रमोद ने हैंडल घुमाकर दरवाजे को भीतर की ओर धक्का दिया ।


दरवाजे का ताला लगा हुआ था ।


"यांग टो ! तुम यह ताला खोल सकते हो ?" - प्रमोद धीरे से बोला ।


यांग टो सहमतिसूचक ढंग से सिर हिलाता हुआ आगे बढ़ा । उसने अपनी जेब से एक चाबियों का गुच्छा निकाल लिया और एक मिनट से कम समय में उसने ताला खौल दिया ।


"तुम यहीं ठहरो ।" - प्रमोद बोला- "अगर कोई आ रहा हो तो मुझे सावधान कर देना । "


यांग टो ने सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया ।


प्रमोद केबिन में प्रविष्ट हो गया। उसने बिजली के स्विच को छुआ लेकिन उसे ऑन नहीं किया । वह आगे बढ़ा । उसने बैडरूम के दरवाजे की नाब को घुमाकर दरवाजा खोला और भीतर प्रविष्ट हो गया ।


उसने अपने टाई में से टाई पिन निकाल लिया । टाई पिन पर उसका नाम गुदा हुआ था । उसने पिन को फर्श पर फेंक दिया । फिर उसने पिन को पांव की ठोकर मारी । पिन पलंग के नीचे कहीं पहुंच गया । बैडरूम के फर्नीचर और लकड़ी की दीवारों को उसने तीन-चार स्थानों पर छुआ । अन्त में वह लम्बे डग भरता हुआ केबिन से बाहर निकल आया ।


यांग टो के चेहरे पर कोई भाव नहीं था लेकिन उसके नेत्रों में उलझन और असंतोष की झलक थी जिसे केवल प्रमोद ही पढ सकता था ।


"दरवाजा बन्द कर दो।" - प्रमोद बोला ।


यांग टो ने आदेश का पालन किया


"चलो।"


यांग टो प्रमोद के साथ हो लिया ।


"मास्टर" - रास्ते में यांग टो बोला- "आपका टाई पिन ?" 


"कहीं गिर गया ।" - प्रमोद भावहीन स्वर में बोला । यांग टो दुबारा नहीं बोला ।


दोनों फिर कार में आ बैठे ।


"युगल के काटेज पर चलो।" - प्रमोद ने आदेश दिया ।


यांग टो ने गाड़ी आगे बढ़ा दी ।


बीच के इलाके से निकलकर गाड़ी भीड़भाड़ भरी सड़कों पर पहुंच गई ।


कार की पिछली सीट पर बैठे उसने अपनी जेब से माचिस निकाल कर एक तीली जलाई और उसकी लपट को अपने दोनों हाथों का कप सा बनाकर बीच में ढक लिया । फिर उसके नेत्र उस लपट पर एकदम स्थिर हो गये । लगभग फौरन ही उसके कानों से ट्रेफिक का भारी शोर धीमी आवाजों के रूप में पड़ने लगा और फिर वे धीमी आवाजें भी उसे सुनाई देनी बन्द होने लगीं । अब वह अपने आसपास के भीड़ और शोर भरे वातावरण का अंग नहीं रहा था उसके माध्यम से वह अपने मस्तिष्क को अपने शार्प फोकस पर केन्द्रित किये हुये था ।


कन्सन्ट्रेशन के उन चार सैकेन्डों में प्रमोद ने अपनी उस सारी स्कीम को अच्छी तरह ठोक बजा लिया जिसे अगले कुछ घन्टों में वह कार्यरूप में परिणित करने वाला था । वह एक ऐसी स्कीम को एक्शन में लाने वाला था जिसके बारे में वह सैकड़ों बार सोच चुका था । -


उसे हर हालत में युगल की रक्षा करनी है, वह वाक्य हथौड़े की तरह उसके दिमाग में बज रहा था ।


जब माचिस की लपट से प्रमोद की उंगलियां जलने लगीं तो वह एक बार फिर पहले जैसा शोर-शराबे वाले संसार में लौट आया । उसने तीली को चलती कार से बाहर फेंक दिया और अपनी आंखें रगड़ने लगा । उसने गहरी सांस ली और एक सिगरेट लिया ।


यांग टो ने कार युगल के काटेज के सामने जो खड़ी की । प्रमोद कार से निकलकर काटेज की ओर बढ़ गया । यांग टो ड्राइविंग सीट पर ही बैठा रहा ।


युगल काटेज में मौजूद था।


"युगल !" - प्रमोद कोई भूमिका बांधने का उपक्रम किये बिना बोला - "मेरे पास ज्यादा समय नहीं है । जो मैं कहता हूं उसे गौर से सुनो और फिर उस पर अमल करो।"


"फरमाइये ।”


"तुम्हें अपने आपको पुलिस के हवाले करना है ।"


"जी ?" - युगल चौंककर बोला ।


"देखो, मैं तुम्हारी भलाई के लिये ही तुम्हें ऐसा करने के लिये कह रहा हूं।"


"लेकिन..."


"तुम्हें मुझ पर भरोसा है या नहीं ?" "मुझे आप पर पूरा भरोसा है, भाई साहब ।” "तो फिर जैसा मैं चाहता हूं, वैसा करो ।" "अच्छी बात है।" - युगल मरे स्वर से बोला।


"मैं तुम्हें स्वयं को पुलिस के हवाले कर देने की राय इसलिये दे रहा हूं क्योंकि अधिक शाम तक वैसे भी पुलिस तुम्हें गिरफ्तार कर लेगी । अगर तुम पुलिस के हाथ अपने तक पहुंचने से पहले अपने आपको पुलिस के हवाले कर दोगे तो इस बात का अधिकारियों पर बड़ा अच्छा प्रभाव पड़ेगा ।"


"लेकिन वैसे शाम तक पुलिस मुझे कैसे गिरफ्तार कर लेगी ? पुलिस को मेरे बारे में कुछ भी तो मालूम नहीं है !"


"यह तुम्हारा वहम है।" - प्रमोद बोला उसने पुलिस की तफ्तीश की सारी कहानी युगल को सुना दी ।


युगल के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीं ।


"घबराओ नहीं । मेरे रहते तुम्हारा बाल भी बांका नहीं होगा ।"


"वे मुझे गैस चैम्बर में पहुंचा देंगे । "


"ऐसा कुछ नहीं होगा । मुझ पर भरोसा रखो ।”


"अच्छी बात है । मैं पुलिस हैडक्वार्टर जाता हूं।"


"ऐसा मत करना । अगर तुम पुलिस हैडक्वार्टर चले जाओगे तो पुलिस वाले कभी यह प्रकट नहीं होने देंगे कि तुमने स्वेच्छा से समर्पण किया । वे बल्कि यही जाहिर करेंगे कि उन्होंने बड़ी हाई क्लास जासूसी झाड़कर तुम्हें तब गिरफ्तार किया जब कि तुम देश से फरार होने की कोशिश कर रहे थे ।”


"तो फिर मुझे क्या करना चाहिये ?"


"तुम स्थानीय अखबार के दफ्तर में चले जाओ और अखबार के सम्पादक को अपनी कहानी सुना दो । तुम अगवा की स्कीम को एकदम भूल जाओ । स्कीम क्या थी और हेजल की सहायता से कैसे तुमने उसे कार्यरूप में परिवर्तित किया था, इस विषय में तुम किसी को कुछ नहीं बताओगे | अगवा के बारे में तुम्हें कुछ नहीं मालूम है । तुम तो केवल इतना जानते हो कि उस रात जब तुम केबिन के बैडरूम में पहुंचे तो वहां तुम्हें हेजल की लाश मिली । एकदम हेजल की लाश सामने आ जाने के मनोवैज्ञानिक प्रभाव से तुम्हारा सिर फिर गया और तुम अपना विवेक खो बैठे । तुम्हें लगा कि अगर लाश तुम्हारे केबिन में पाई गई तो हर कोई यही समझेगा कि तुमने उसकी हत्या की थी । उस मुश्किल घड़ी में तुम यह मूर्खतापूर्ण फैसला कर बैठे कि कैसे भी हो तुम्हें हेजल की लाश को अपने केबिन से निकाल कर कहीं और फेंक आना चाहिये । इसके बाद की कहानी तुम अक्षरश: दोहरा दोगे । अब जबकि तुमने अपने आप पर काबू पा लिया है तो तुम्हें अनुभव हुआ है कि तुम्हें ऐसी विवेकहीन और गैरकानूनी हरकत नहीं करनी चाहिये थी । केबिन में हेजल की लाश मिलते ही तुम्हें फौरन पुलिस को फोन कर देना चाहिये था । अब तुम अपनी गलती पर पछता रहे हो और इसीलिये अपनी गलती स्वीकार करते हुये स्वयं को पुलिस के हवाले कर रहे हो । "


" और वह टेप जिसे कोस्टरमैन का शोफर हरबर्ट हमसे जबरदस्ती छीन कर ले गया है ?"


"उसे कतई भूल जाओ । तुम्हें ऐसे किसी टेप के अस्तित्व का ज्ञान नहीं है । वैसे भी हरबर्ट अब तक उस टेप को नष्ट कर चुका होगा।"


युगल चुप रहा ।


" और किसी भी सूरत में तुम्हें मुझसे अपना सम्पर्क प्रकट नहीं करना है । जो कहानी मैंने तुम्हें सुनाई है, तुम्हें हर किसी का वही कहानी सुनानी होगी। चाहे यह कहानी तुम्हें हजार बार दोहरानी पड़े ।"


"वे मुझसे यह भी तो पूछेंगे कि इतनी रात गये हेजल मेरे केबिन में कैसे और क्यों आई ?”


"तुम्हें नहीं मालूम । हेजल तुमसे प्रेम करती थी इसलिये उस केबिन में तुमसे मिलने अक्सर आया-जाया करती थी । इसलिये केबिन की चाबी तुम हमेशा बरामदे में मुख्य द्वार के सामने रखे पायदान के नीचे रख जाया करते थे, ताकि अगर तुम्हारी अनुपस्थिति में हेजल आये तो उसे बाहर न खड़ा रहना पड़े । उस रोज के बारे में तुम्हें नहीं मालूम कि हेजल कब आई और कैसे आई !”


“और आपको विश्वास है कि पुलिस को यह कहानी सुनाने से मैं बच जाऊंगा ?"


“सिर्फ यह कहानी सुनाने से तुम नहीं बचोगे । तुम्हारा बचाव जो कुछ मैं करने वाला हूं, उससे होगा ।"


"आप क्या करने वाले हैं ?"


"यह मैं तुम्हें अभी नहीं बताऊंगा ।"


युगल चुप रहा ।


"चलो, मैं तुम्हें अखबार के दफ्तर तक छोड़ आता हूं।"


युगल ने कपड़े बदले और प्रमोद के साथ हो लिया । दानों बाहर आकर कार में आ बैठे । प्रमोद के निर्देश पर यांग टो ने कार अखबार के दफ्तर की ओर बढ़ा दी ।


युगल बेहद चुप था । उसके चेहरे से गहरी चिन्ता के भाव परिलक्षित हो रहे थे ।


“घबराओ नहीं ।” - प्रमोद आश्चासनपूर्ण ढंग से उसका हाथ दबाता हुआ बोला - "मुझ पर भरोसा रखो ।"


युगल चुप रहा ।


अखबार के दफ्तर के सामने युगल कार से उतर गया और दफ्तर की इमारत में प्रविष्ट हो गया ।


"बैंक चलो।"


प्रमोद के अपने खाते में जितना पैसा जमा था, सब निकलवा लिया । बैंक अधिकारी के पूछने पर उसने बताया कि वह एक लम्बे अरसे के लिये नगर छोड़ कर जा रहा है ।


प्रमोद बैंक से बाहर निकल आया ।


उसने दस हजार डालर अपनी जेब में रखे और बाकी नोट यांग टो को सौंपता हुआ बोला- “यांग टो, ये नोट सम्भालो । अगले कुछ दिनों में यह कार और अपार्टमैन्ट का सामान वगैरह सब बेच डालो और भारत रवाना हो जाओ । वहां राजनगर में मेरे मार्शल हाऊस वाले फ्लैट को रहने के काबिल बनाओ और मेरी प्रतीक्षा करो। मैं अपनी वापिसी की सूचना तुम्हें पहले ही भिजवा दूंगा ।"


यांग टो ने धीरे से सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया ।


“अगर मेरी स्कीम में कोई गड़बड़ हो गई और मैं वापिस न लौट पाया तो जो कुछ मेरा है, उसे अपना समझना और पेन्टर महिलाओं का ख्याल रखना ।"


प्रमोद ने पहली बार यांग टो के चेहरे का रंग उड़ता देखा ।


"लेकिन घबराओ नहीं" - प्रमोद यांग टो का कन्धा थपथपाता हुआ बोला- "मैं वापिस जरुर आऊंगा ।"


और प्रमोद बिना यांग टो से दुबारा नजर मिलाये आगे बढ गया ।


यांग टो की बूढी आंखें तब तक प्रमोद का अनुसरण करती रहीं जब तक वह एक टैक्सी में बैठकर दृष्टि से ओझल न हो गया ।


यांग टो ने एक गहरी सांस ली और गाड़ी स्टार्ट कर दी ।


***

प्रमोद हवाई अड्डे पर पहुंचा। उसने एक प्लेन चार्टर किया और कैलिफोर्निया की बगल की स्टेट एरीजोना के नगर यूमा में पहुंच गया ।


एक बार यूमा पहुंचते ही प्रमोद ने मशीन की तरह एक के बाद एक वे काम करने आरम्भ कर दिये जिन्हें वह सैकड़ों बार अपने मन में दोहरा चुका था ।


वह फर्स्ट नेशनल बैंक में सम्बन्धित अधिकारी के पास पहुंचा और बोला- "मैं आपके बैंक में एकाउन्ट खोलना चाहता हूं ।”


"जरूर, जरूर ।" - अधिकारी बोला - "इस फार्म पर अपने हस्ताक्षर कर दीजिये और अपना नाम और पता लिख दीजिये ।”


"मेरा नाम राजकुमार है।" - प्रमोद बोला- "मैं हस्ताक्षर कर देता हूं लेकिन अभी पता नहीं लिख सकता ।”


"क्यों ?"


"क्योंकि मैं अभी सीधा कैलिफोर्निया से चला आ रहा हूं । यूमा में अभी मैंने अपनी रिहायश का कोई इन्तजाम नहीं किया है। शाम तक मैं कोई ढंग का अपार्टमेन्ट तलाश कर लूंगा और कल आपको पता बता जाऊंगा ।” 11


"ओ.के.! आप क्या करते हैं ?"


"कोई खास काम नहीं करता लेकिन किसी भी फायदे वाले धन्धे में पैसा लगा देता हूं।"


"आई सी ।" - अधिकारी बोला ।


प्रमोद ने तीन हजार डालर के नोट निकाल कर उसके सामने रख दिये । अधिकारी ने नये एकाउन्ट की आवश्यक खानापूरी की और उसे एक चैक बुक सौंप दी।


प्रमोद ने चैक बुक जेब में रखी, बैंक के अधिकारी से हाथ मिलाया और बैंक से बाहर आ गया ।


फिर वह बैंक ऑफ कॉमर्स पर पहुंचा और वहां भी पहले जैसी कहानी सुनाकर राजकुमार के नाम से एकाउन्ट खोल लिया । वहां भी उसने तीन हजार डालर जमा कर दिये ।


उसी बैंक में उसने एक लॉकर किराये पर लिया । बची हुई रकम में से पांच सौ डालर उसने अपनी जेब में रख लिये और बाकी का धन लॉकर में रख दिया ।


दोपहर के बाद उसने एक अपार्टमेन्ट किराये पर लिया, वहां एक महीने का एडवांस किराया जमा कराया और रसीद ले ली ।


थोड़ी देर वह नगर में आवारागर्दी करता रहा ।


एक निश्चित समय पर वह एक मोटरकारें बेचने वाली कम्पनी के दफ्तर में पहुंचा और एक नई कार खरीदने की इच्छा प्रकट की। उसे कारें दिखाई गई । उसने एक कार पसन्द कर ली और कहा कि उसे ट्रायल की जरुरत नहीं थी । वह जानता था कि वह कार कैसी चलती थी। उसने कार की कीमत पूछी ।


"दो हजार एक सौ साठ डालर ।" - सेल्समैन ने बताया ।


प्रमोद ने अपनी जेब से फर्स्ट नेशनल बैंक की चैक निकाली और उतनी रकम का चैक काट दिया । बुक


"यह चैक रखो" - प्रमोद बोला- "और कार की सेल के कागजात तैयार करवा लो। मैं आधे घन्टे में वापिस आता हूं ।"


"ओ.के. " - सेल्समैन बोला- "आप का पता क्या है ?" "पता क्या करोगे ?"


"कागजात में लिखना होगा ।"


"ओह ! पता तो मुझे याद नहीं रहा । दरअसल मैं आज ही यूमा में आया हूं और वैसे भी मेरी याददाश्त बहुत कमजोर है |"


सेल्समैन ने संदिग्ध नेत्रों से प्रमोद की ओर देखा ।


"लेकिन मेरे पास अपने अपार्टमेन्ट के किराये की रसीद है, उस पर पता लिखा होगा ।" - और उसने जेब से किराये की रसीद निकाल कर सेल्समैन के हाथ में दे दी।


सेल्समैन ने किराये की रसीद देखी और फिर उसके चेहरे से सन्देह के बादल छंट गये ।


"मैं यह जगह जानता हूं" - वह बोला "ठीक है, आप आधे घन्टे बाद आ जाइये आप की कार और कार के कागजात आपको तैयार मिलेंगे । "


"थैंक्यू ।" - प्रमोद बोला और कम्पनी के कम्पाउन्ड से बाहर निकल आया ।


आधे घन्टे बाद वह वापिस लौटा ।


कार की सेल के कागजात तैयार थे। उन कागजात के ऊपर ही उसका चैक रखा था। चैक के बायें कोने में पेन्सिल से हल्का सा ओ.के. लिखा हुआ था और नीचे किसी ने छोटे से हस्ताक्षर किये हुये थे । प्रत्यक्ष था कि उसकी अनुपस्थिति में वे लोग बैंक से उस चैक के बारे में पूछताछ कर चुके थे और सन्तुष्ट थे कि उस चैक के भुगतान के काबिल रुपया चैक देने के वाले के खाते में था।


सेल्समैन ने प्रमोद को कागजात पर दो-तीन स्थानों पर हस्ताक्षर करने के लिये कहा और फिर कागजात उसे सौंप दिये ।


प्रमोद अपनी नई खरीदी कार में आ बैठा और सीधा फर्स्ट नेशनल बैंक पहुंचा । बैंक बन्द होने में अभी पन्द्रह मिनट बाकी थे ।


उसने दो हजार पांच सौ डालर का एक चैक लिखा और उसे कैशियर के सामने रख दिया ।


कैशियर ने विचित्र नेत्रों से उसकी ओर देखा और बोला“मिस्टर राजकुमार, आपने तो बैंक में आज ही एकाउन्ट खोला था ?"


"हां" - प्रमोद नर्वस भाव से बोला- "लेकिन एकाएक मुझे फौरन धन की जरूरत पड़ गई है। एक बहुत अच्छा सौदा मेरी निगाहों में आया है और एक अच्छे बिजनेसमैन के नाते में उसे छोड़ना नहीं चाहता।"


कैशियर ने चैक का भुगतान कर दिया ।


प्रमोद फिर कार में आ बैठा और बैंक ऑफ कॉमर्स में पहुंचा । बाकी धन के साथ उसने वे दो हजार पांच सौ डालर भी लॉकर में रख दिये ।


वह फिर कार में आ बैठा और एरीजोना और कैलिफोर्निया स्टेट्स के बाडर की ओर चल दिया ।


बार्डर से कुछ गज इधर ही उसने कार रोक दी और एक सिगरेट सुलगा लिया । आधे घन्टे तक वह सिगरेट फूंकता रहा ।


बार्डर की चैक पोस्ट पर मोटर व्हीकल्स की तगड़ी चैकिंग होती थी। प्रमोद ने कार स्टार्ट की और उसे ड्राइव करता हुआ चैक पोस्ट के समीप तक ले गया । एक आदमी चैक पोस्ट से निकल कर उसकी ओर बढा । प्रमोद ने चिल्ला कर कुछ कहा । इतनी जल्दी-जल्दी उसने इतना कुछ बोल दिया कि सुनने वाले को ऐसा तो लगा कि कुछ कहा जा रहा था लेकिन उसकी समझ में कुछ भी न आया । फिर उसने कार का एक्सीलेटर दबा दिया। कार बन्दूक से छूटी गोली की तरह सड़क पर भाग चली ।


पीछे खड़े आदमी ने उसे रुकने का संकेत किया लेकिन प्रमोद ने उसकी तनिक भी परवाह नहीं की।


रियरव्यू मिरर में प्रमोद ने अपने पीछे मोटरसाइकल पर सवार एक पुलिस ऑफिसर को आते देखा ।


प्रमोद ने कार रफ्तार और बढ़ा दी ।


उसके पीछे पुलिस का सायरा गूंज रहा था ।