अध्याय 21
रोनाल्ड की कहानी
मुझे पॉयरो का रुख समझना मुश्किल हो रहा था। निश्चित तौर पर इस बात की उसी ने भविष्यवाणी की थी?
रीजेंट गेट के रास्ते में वह कुछ सोचता हुआ बैठा रहा, जैप जिस तरह से ख़ुद को धन्यवाद दे रहा था उसके ऊपर बिना ध्यान दिये।
आख़िर में एक गहरी साँस लेते हुए उसने अपनी बात कही।
‘इस सबके बीच देखते हैं कि उसका कहना क्या है?’ वह फुसफुसाया।
‘अगर वह होशियार हुआ तो कुछ भी नहीं,’ जैप ने कहा। ‘क्या कोई ऐसा भी आदमी होता है जो बयान देकर फाँसी की तरफ़ बढ़ना चाहे। कोई यह नहीं कह सकता है कि हमने पहले नहीं बताया था। सब कुछ साफ़-साफ़ है। और वे जितने ही दोषी हैं, वे इस केस के मामले में उतने ही झूठ बोलेंगे। उनको यह नहीं पता है कि आपको वकील के पास सबसे पहले अपने झूठ रखने होते हैं।’
उसने गहरी साँस ली और कहा :
‘वकील और जाँच करने वाले पुलिस के सबसे बड़े दुश्मन होते हैं। कई बार मैंने यह देखा है कि एकदम साफ़ मामले को भी जाँच करने वाले ने अपनी बेवकूफ़ी से गुड़गोबर कर दिया और दोषियों को निकल जाने दिया। वकीलों के ऊपर आप अधिक निर्भर नहीं रह सकते। उनको शब्दों की कलाबाज़ी से किसी मामले को अपनी तरफ़ करने के लिए पैसे दिये जाते हैं।’
जब हम रीजेंट गेट पहुँचे तो हमने पाया कि हमारा शिकार घर में ही था। परिवार लंच की मेज़ पर बैठा हुआ था। जैप ने यह अनुरोध किया कि वह लार्ड एजवेयर से अकेले में बात करना चाहता है। हमें लाइब्रेरी में बिठाया गया।
एकाध मिनट में वह नौजवान अन्दर आया। उसके चेहरे पर हल्की मुस्कान थी, और जब उसने हम लोगों की तरफ़ एक नज़र डाली तो वह मुसकान गायब हो गयी। उसके होंठ भिंच गये।
‘हेलो इन्स्पेक्टर,’ उसने कहा। ‘क्या बात है?’
जैप ने अपने ख़ास अन्दाज़ में संक्षेप में कहा।
‘तो यह बात है, नहीं?’ रोनाल्ड ने कहा।
उसने उसके सामने कुर्सी खींची और बैठ गया। उसने एक सिगरेट केस निकाला।
‘मुझे लगता है इन्स्पेक्टर कि मुझे अपना बयान देना चाहिए।’
‘आप जैसा चाहें मेरे आका।’
‘मतलब यह कि मेरी तरफ़ से यह बड़ी बेवकूफ़ाना हरकत होगी। तो भी मुझे लगता है कि मुझे करना चाहिए क्योंकि सच से डरने का कोई कारण नहीं दिखायी देता है, जैसा कि किताबों में नायकों ने हमेशा कहा है।’
जैप ने कुछ नहीं कहा। उसके चेहरे पर किसी तरह का कोई भाव नहीं था।
‘यहाँ बढ़िया मेज़ और कुर्सी हैं,’ उस नौजवान ने आगे कहा। ‘आप यहाँ बैठ कर शोर्टहैण्ड में लिख सकते हैं।’
मुझे नहीं लगता है कि जैप ने इतना सोच-समझ कर अपना इन्तजाम किया था। लार्ड एजवेयर के सुझाव को मान लिया गया।
‘शुरू करते हैं,’ उस नौजवान ने कहा। ‘मुझे जो समझ में आ रहा है उससे मुझे यह लगता है कि मुझे जिस बात का शक था वही निकला। वह सब काफ़ूर हो गया। उपयोगी दोर्थाइमर्स को बाहर निकाल दिया। मेरा मतलब है टैक्सी ड्राइवर?’
‘उस रात आपने जो भी किया हमें सब पता है,’ जैप ने सख़्ती से कहा।
स्कॉटलैंड यार्ड के प्रति मेरे मन में गहरा सम्मान है। साथ ही, देखिये, अगर मैं सच में क़त्ल करने का इरादा रखता था तो मैं टैक्सी किराये पर नहीं लेता और उसे बाहर इन्तज़ार करते नहीं रहने देता। क्या आपने इसके बारे में सोचा है? आह! मुझे लगता है कि मि. पॉयरो ने सोचा हो।’
‘हाँ, यह बात मुझे सूझी थी,’ पॉयरो ने कहा।
‘पहले से सोच-समझ कर क़त्ल इस तरह से नहीं किया जाता है,’ रोनाल्ड ने कहा। लाल मूँछ लगाकर, चश्मा चढ़ा कर बगल के मोहल्ले में जा कर उस आदमी को पैसे देकर विदा करके। ट्यूब ले कर—अब मैं इन सब में नहीं जाना चाहता। मेरा वकील हज़ारों डॉलर ले कर यह काम मुझसे बेहतर कर लेगा। जाहिर है, मुझे जवाब पता है। अपराध अचानक ग़ुस्से में किया गया। मैं बाहर टैक्सी में इन्तज़ार कर रहा था, आदि आदि। मुझे यह सूझा कि अब उठ कर यह करना चाहिए।’
‘हाँ, अब मैं आपको सच बताने वाला हूँ। मुझे पैसों की ज़रूरत थी। यह बहुत साफ़ है, मेरे ख़याल से। यह मजबूरी में किया गया था। मुझे अगले दिन तक पैसों का इन्तज़ाम करना था, नहीं तो मैं बर्बाद हो जाता। अपने चाचा से कोशिश की। वे मुझसे प्यार नहीं करते थे, लेकिन मुझे लगा कि हो सकता है उनको अपने नाम की परवाह हो। मेरे चाचा बुरी तरह से उदासीन निकले।’
‘अच्छा—यह ऐसा लगा कि बस इसके ऊपर खीसें निपोर कर इसे सहन कर लूँ। मैंने सोचा कि कोशिश की जाये और दोर्थाइमर से कर्ज़ लिया जाये, लेकिन मुझे पता था कि इसकी कोई उम्मीद नहीं थी। और मैं उनकी बेटी से शादी नहीं कर सकता था। वह वैसे भी ज़्यादा होशियार लड़की थी। कि तभी अचानक ओपेरा में मेरी भेंट अपनी चचेरी बहन से हुई। उससे मेरी मुलाकातें अक्सर नहीं होती थीं मगर जब मैं घर में रहता था तब उसका व्यवहार मेरे प्रति अच्छा था। मैंने उसको यह बात बतायी। वैसे भी उसने इसके बारे में अपने पिता से कुछ सुन रखा था। फिर उसने अपनी हिम्मत दिखायी। उसने मुझे यह सुझाव दिया कि मैं उसके मोती ले सकता था। वे उसकी माँ के थे।’
वह रुका। तब मुझे लगा कि उसकी आवाज़ सचमुच में भावुक लग रही थी। या मुझे जो सम्भव लगता था उससे उसने कुछ अधिक दिखाया।
‘फिर मैंने उस बच्ची के सुझाव को मान लिया। मैं उसके आधार पर पैसे जुटा सकता था, और मैंने यह कसम खायी कि जब पैसे आ जायेंगे तो मैं उसे वापस ले लूँगा। लेकिन मोती रीजेंट गेट के घर में थे। हमने यही तय पाया कि जाकर उसी समय उसे ले आना चाहिए। हम टैक्सी में बैठ कर घर आ गये।
‘हमने टैक्सी वाले को सड़क की दूसरी तरफ़ इसलिए इन्तज़ार करने के लिए कहा ताकि दरवाज़े पर टैक्सी के रुकने की आवाज़ कहीं कोई सुन न ले। गेराल्दीन उतर कर सड़क की दूसरी तरफ़ गयी। उसके हाथ में उसकी चाबी भी थी। वह चुपचाप घर में गयी, उसने मोती निकाले और बाहर आकर मुझे दे दिये। उसे उम्मीद नहीं थी कि किसी से उसकी मुलाकात होगी, अगर हो भी तो सिवाय हमारे घर के नौकर के। चाचा की सचिव मिस कैरोल साढ़े नौ बजे सोने चली जाती हैं। वह ख़ुद शायद लाइब्रेरी में थे।
‘इस तरह डिना गयी। मैं पटरी पर खड़ा सिगरेट पीता रहा। बीच-बीच में मैं घर की तरफ़ देख लेता था कि वह आ रही है या नहीं। अब मैंने अपनी कहानी कह दी, आपके ऊपर है कि आप माने या नहीं। एक आदमी पास से गुजरा। मैं उसको देखने के लिए मुड़ा। मुझे हैरानी हुई कि वह ऊपर चढ़ा और 17 नम्बर घर में घुस गया। कम-से-कम मुझे लगा कि वह 17 नम्बर ही था, हालाँकि मैं उससे कुछ दूरी पर था। इससे मुझे दो कारणों से बहुत हैरानी हुई। पहली बात तो यह थी कि वह आदमी घर में चाबी लगाकर घुसा और दूसरे मुझे यह लगा कि वह एक जाना माना अभिनेता था।
‘मुझे इस बात से इतनी हैरानी हुई कि मैंने फैसला किया कि मुझे इस मामले में देखना चाहिए। संयोग से उस समय मेरे पास 17 नम्बर के उस घर की अपनी चाबी थी। जिसके बारे में मुझे लगता था कि तीन साल पहले मैं उसे खो चुका था, वह अचानक दो तीन दिन पहले मुझे मिल गयी थी और मैं उसे चाचा को लौटाने के लिए अपनी जेब में लेकर घूम रहा था। हालाँकि, हमारी बहस के बीच वह बात मेरे दिमाग़ से निकल गयी। जब मैं कपड़े बदल रहा था तो मैंने बाकी चीज़ों के साथ उसे भी अपनी जेब में रख लिया था।
‘टैक्सी वाले को इन्तज़ार करने के लिए कह कर मैं पटरी पर इधर-उधर तेजी से टहल रहा था, मैंने सड़क पार की, 17 नम्बर के घर की सीढ़ियाँ चढ़ कर ऊपर गया और दरवाज़े को अपनी चाबी से खोला। हॉल खाली था। इस बात का कोई संकेत नहीं था कि अन्दर कोई मिलने वाला अभी आया था। मैं वहाँ कुछ देर खड़े होकर देखता रहा। फिर मैं लाइब्रेरी के दरवाज़े की तरफ़ गया। लेकिन वहाँ से किसी तरह की आवाज़ नहीं आ रही थी। मैं लाइब्रेरी के दरवाज़े के पास खड़ा रहा लेकिन मुझे कुछ सुनायी नहीं दिया।
‘अचानक मुझे यह लगा कि मैंने ख़ुद को बेवकूफ़ बना लिया है। हो सकता है वह आदमी शायद बगल वाले घर में गया हो। रीजेंट गेट पर रात में कम रौशनी थी। मुझे लगा कि मैं बहुत बड़ा बेवकूफ़ हूँ। मैं उस आदमी के पीछे क्यों गया मुझे यह बात समझ में नहीं आयी। मुझे लगा कि मैंने बड़ी बेवकूफ़ी कर दी क्योंकि अगर अचानक मेरे चाचा वहाँ आ जाते तो वे मुझे देख सकते थे। इससे हो सकता था कि गेराल्दीन के लिए मुश्किल खड़ी हो जाती। यह सब इसलिए था क्योंकि उस आदमी के हाव भाव से ऐसा लग रहा था कि वह कुछ ऐसा कर रहा था जिसके बारे में वह नहीं चाहता था कि कोई जाने। सौभाग्य से किसी ने मुझे देखा नहीं। जितनी जल्दी हो सके मुझे वहाँ से निकल लेना चाहिए।
‘मैं जल्दी से सामने के दरवाज़े की तरफ़ भागा और उसी समय गेराल्दीन हाथ में मोतियों को लिए हाजिर हो गयी।
‘वह मुझे देखकर हैरान थी, जाहिर है। मैं उसे घर से बाहर ले कर आया और मैंने उसे सब कुछ समझाया।’
वह रुक गया।
‘हम जल्दी से ओपेरा की तरफ़ गये। जब हम वहाँ पहुँचे तो परदा उठ रहा था। किसी को इस बात के ऊपर सन्देह नहीं हुआ कि हम बाहर गये थे। उस रात गर्मी बहुत थी और बहुत सारे लोग बाहर हवा खाने गये हुए थे।’
वह रुका।
‘मुझे पता है कि आप क्या कहेंगे : मैं ही क्यों न आपको वह बात बता दूँ? और अब मैं वह बात आपके सामने रख रहा हूँ : क्या आपने इसलिए हँसते-हँसते यह बात मान ली थी कि जिस रात क़त्ल हुआ था उस रात आप क़त्ल वाली जगह पर थे?’
‘साफ़ कहूँ, तो मैं इस बात से डर गया था। अगर हमारी बात के ऊपर यक़ीन किया जाये तो इससे मुझे और गेराल्दीन को बहुत परेशानी होने वाली थी। हमारा उस क़त्ल से कोई लेना-देना नहीं था, हमने कुछ नहीं देखा था, हमने कुछ नहीं सुना था। हाँ मुझे लगा ज़रूर था कि जेन आंटी ने यह किया था। अच्छा, मैं अपने आपको ले कर क्यों आया? मैंने आपको लड़ाई और अपने पास पैसों के कम होने के बारे में बताया था क्योंकि मुझे पता था कि आप इस बात का पता लगा लेंगे, और अगर मैं इन बातों को छिपाने की कोशिश करता तो आप लोगों को और भी अधिक सन्देह होता और आप इस सन्देह के बारे में और अधिक जाँच पड़ताल करते। अगर मैं इस बात को छिपाता तो आपको इस बात का यक़ीन हो जाता कि यह बात सच थी। दोर्थाइमर्स को इस बात के ऊपर पूरी ईमानदारी से भरोसा है कि मैं पूरे वक़्त कोवेंट गार्डन में ही था। इण्टरवल में मैं अपनी बहन के साथ था इस बात से उनको किसी तरह का सन्देह नहीं हुआ। वह हमेशा यही कहती कि हम लोग वहीं थे, वहाँ से बाहर कहीं गये ही नहीं थे।
‘मिस मार्श इसके लिए तैयार हो गयी—छिपाने के लिए?’
‘हाँ। मुझे जैसे ही इस बारे में पता चला मैं उसके पास गया और मैंने कहा कि कल रात यहाँ आने के बारे में वह किसी को नहीं बताये। उस रात कोवेंट गार्डन में इण्टरवल के समय वह मेरे साथ थी और मैं उसके साथ। और हमने थोड़ी देर तक सड़क पर बातचीत की थी, बस। वह समझ गयी और इस बात के लिए तैयार हो गयी।
वह रुक गया।
‘मैं जानता हूँ कि यह गलत है—अब जाकर इस तरह की कहानी सुनाना—लेकिन यह कहानी एकदम सही है। मैं आपको उस आदमी का नाम और पता दे सकता हूँ जिसने मुझे गेराल्दीन के मोतियों के बदले मुझे पैसे दिये थे। और अगर आप उससे पूछेंगे तो वह मेरी कही हर बात की ताकीद करेगा। वह कुर्सी पर बैठ कर जैप की तरफ़ देखने लगा।
‘आपने कहा कि आपको लगा कि जेन विलकिंसन ने इस क़त्ल को अंजाम दिया। लार्ड एजवेयर?’ उसने कहा।
‘हाँ, आपको तब ऐसा नहीं लगा था जब ख़ानसामा ने बयान दिया था?’
‘मिस एडम्स के साथ बाज़ी लगाने के बारे में आपका क्या कहना है?’
‘मिस एडम्स के साथ बाज़ी? आपका मतलब है कार्लोता एडम्स? उसका इससे क्या लेना है?’
‘क्या आप इस बात से इनकार कर सकते हैं कि आपने उनको उस औरत जेन विलकिंसन की नक़ल करने के लिए 10 हज़ार डॉलर की पेशकश की थी?’
रोनाल्ड घूरने लगा।
‘मैंने उसे दस हज़ार डॉलर देने की पेशकश की थी। मेरे पास देने के लिए दस हज़ार डॉलर हैं ही नहीं। क्या उसका कहना है ऐसा। अब जाने भी दीजिए, मुझे कुछ याद नहीं है—वह तो मर चुकी है, नहीं?’
‘हाँ,’ पॉयरो ने चुपचाप कहा। ‘वह मर चुकी है।’
रोनाल्ड ने हम में से एक एक को देखा। उसका चेहरा सफ़ेद पड़ चुका था। आँखों में डर झाँक रहा था।
‘मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है,’ उसने कहा। ‘मैंने जो कहा वह सच है। मुझे लगता है कि आपको मेरे ऊपर भरोसा नहीं है—आपमें से किसी को भी।’
और तब मुझे हैरानी हुई जब उसने आगे बढ़कर कहा, ‘हाँ, मुझे आपके ऊपर भरोसा है।’
अध्याय 22
हरक्यूल पॉयरो का अजीब व्यवहार
हम अपने कमरों में थे।
‘इस दुनिया में—’ मैंने कहना शुरू किया।
पॉयरो ने मुझे जिस तरह से हाथ के इशारे से रोका उस तरह का इशारा करते हुए मैंने उसे कभी नहीं देखा था। दोनों हाथ हवा में उठा कर।
‘मैं तुमसे प्रार्थना करता हूँ हेस्टिंग्स। अभी नहीं। अभी नहीं।’
और इसके बाद उसने अपना हैट उठाया, अपन सर पर रखा और सीधा कमरे से बाहर की तरफ़ चल पड़ा। जब वह एक घण्टे के बाद भी नहीं लौटा तो जैप आया।
‘वह छोटा आदमी चला गया?’ उसने पूछा।
मैंने सर हिलाया।
जैप एक सीट पर बैठ गया। उसने रूमाल से अपना सर पोंछा। वह दिन बहुत गर्म था।
‘वह गया कहाँ?’ उसने पूछा। ‘मैं आपको यह बताना चाहता हूँ कैप्टेन हेस्टिंग्स कि आपको अधिक आश्चर्य नहीं हुआ जब वह उस आदमी के पास गया और बोला : ‘मैं आपके ऊपर भरोसा करता हूँ।’ दुनिया के लिए हो सकता है वह रोमांटिक तरीके से नाटक कर रहा हो। लेकिन मुझे इससे दुःख हुआ।’
मुझे भी दुःख हुआ था, मैंने यह कहा।
‘और फिर वह घर से बाहर चला गया,’ जैप ने कहा।
‘उसने इसके बारे में आपको क्या कहा?’
‘कुछ नहीं।’
‘कुछ भी नहीं?’
‘बिलकुल कुछ नहीं। जब मैं उससे बात करने जा रहा था तब उसने मुझे परे कर दिया। मुझे यही सबसे अच्छा लगा कि उसको अकेला छोड़ दूँ। जब हम यहाँ लौट कर आये तो मैंने उससे सवाल पूछने शुरू किये। उसने हाथ से इशारा किया, टोपी उठायी और बाहर निकल गया।’
हमने एक-दूसरे को देखा। जैप ने कुछ सोचते हुए अपने माथे पर टहोका लगाया।
‘लगता है,’ उसने कहा।
एक बार तो मेरा मन हुआ कि उसकी बात से सहमत हुआ जाये। जैप ने पहले एक बार यह सुझाया था कि पॉयरो के दिल को बात छू गयी। ऐसे में वह इस बात को नहीं समझ पाया कि पॉयरो के दिमाग़ में क्या चल रहा था। यहाँ मुझे मजबूर हो कर यह मानना पड़ा कि मुझे पॉयरो का रुख समझ में नहीं आया। उसने जो शक जाहिर किया था वह बात सही साबित हुई और वह उस बात से पलट गया।
यह ऐसी बात थी कि उसके बहुत बड़े हिमायतियों को भी निराशा हो रही थी। मैंने बिना किसी उद्देश्य के अपना सर हिला दिया।
‘वह हमेशा से अलग-सा रहा है,’ जैप ने कहा।
‘हर चीज़ को देखने का उसका अपना ख़ास नज़रिया है—और वह नज़रिया बहुत अजीब है। वह एक तरह से बहुत माहिर आदमी है, मैं इस बात को मानता हूँ। लेकिन कहा जाता है कि जो बहुत अधिक बुद्धिमान होता है उसका दिमाग़ अपने चरम पर होता है और वह किसी भी समय फिर सकता है। उसे हमेशा मुश्किल चीज़ें पसन्द आती हैं। सीधा-सादा केस उसके मतलब का नहीं। नहीं, वह परेशान करने वाला होना चाहिए। वह असली जीवन से हट चुका है। वह अपने लिए ही खेल खेलता है। यह वैसे ही है जैसे कोई बूढ़ी औरत सब्र के साथ खेलती हो। अगर वह जीत नहीं रही होती है तो वह चालाकी करने लगती है। उसके लिए यह अलग तरह का है। अगर सब कुछ उसके लिए आसान होता है तो वह चालाकी करके उसे मुश्किल बना लेता है। मुझे तो यही समझ में आता है।’
मुझे उसे जवाब देना मुश्किल लग रहा था। मुझे पॉयरो का व्यवहार भी सही नहीं लग रहा था। और चूँकि मैं अपने अजीब से छोटे-से दोस्त से काफ़ी जुड़ाव महसूस करता था इसलिए मुझे इससे इतनी परेशानी हो रही थी कि मुझे कह पाने में भी परेशानी हो रही थी।
लेकिन उस उदास चुप्पी के बीच पॉयरो कमरे में आया।
मुझे यह देख कर अच्छा लगा कि वह अब कुछ शान्त लग रहा था।
उसने बड़े ध्यान से अपना हैट उतारा, अपनी छड़ी से उसको टेबल पर रखा, और अपनी कुर्सी में बैठ गया।
‘तो आप यहाँ हैं जैप। मुझे ख़ुशी हुई। मेरे दिमाग़ में यह था कि मैं आपसे जल्दी से जल्दी मिल लूँ।’
जैप ने उसे बिना जवाब दिये देखा। वह देख रहा था कि यह तो शुरुआत भर थी। वह इन्तज़ार कर रहा था कि पॉयरो कुछ बोले।
मेरे दोस्त ने धीरे-धीरे और सावधानी से बोलना शुरू किया।
‘असल में जैप। हम गलत हैं। हम सब गलत हैं। ऐसा मानना गलत है, लेकिन हमसे एक गलती हुई।’
‘अच्छा,’ जैप ने विश्वास किया।
‘लेकिन यह सब कुछ ठीक नहीं है। यह तकलीफ़ की बात है। मुझे दिल से दुःख होता है।’
‘आपको उस नौजवान के लिए दुखी होने की कोई ज़रूरत नहीं है। उसे जो मिला है वह उसी के लायक है।’
‘मैं उसके बारे में दुखी नहीं हो रहा—मुझे आपको लेकर दुःख हो रहा है।’
‘मैं? आपको मेरे बारे में दुखी होने की कोई ज़रूरत नहीं।’
‘लेकिन मुझे हो रहा है। देखिये, आपको इस रास्ते पर कौन लाया। हरक्यूल पॉयरो। मेरे दोस्त, आपको मैं इस रास्ते पर लाया। मैंने आपका ध्यान कार्लोता एडम्स की तरफ़ खींचा, मैने आपका ध्यान दिलाया था अमेरिका की चिट्ठी के बारे में। इसका हर कदम मैंने आपको दिखाया।’
‘मैं तो वैसे भी वहाँ पहुँच ही जाता,’ जैप ने रुखाई से कहा। ‘आप मुझसे पहले वहाँ पहुँच गये, बात बस यही है।’
‘लेकिन मुझे इस बात से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। अगर आपका कोई नुक्सान—किसी तरह की बदनामी मेरी बातों को सुनने से आती है तो मुझे उसके लिए ख़ुद को बुरी तरह दोषी ठहराना चाहिए।’
जैप हैरान था। मुझे लगता है कि उसने पॉयरो को उन बातों का श्रेय दिया था जो बहुत शुद्ध नहीं थे। वह यह सोच रहा था कि पॉयरो को इस बात की परेशानी हो रही है कि उसे इस बात का श्रेय मिल रहा था कि उसने अच्छी तरह से मामला सुलझा लिया था।
‘ठीक है,’ उसने कहा। ‘मुझे यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि मैं इस मामले में आपका काफ़ी हद तक आभारी हूँ।’
उसने मुझे देख कर आँखें झपकायीं।
‘ओह! बात यह नहीं है,’ पॉयरो ने बेसब्र होते हुए अपनी जीभ निकाली। ‘मुझे कोई श्रेय नहीं चाहिए। और इससे भी बढ़ कर, मैं आपसे यह कहना चाहता हूँ कि इसमें किसी को कोई श्रेय नहीं मिलने वाला। आपने अपने लिए यह बहुत बड़ी खाई खोद ली है, और इसके लिए मैं हरक्यूल पॉयरो जिम्मेदार हूँ।’
अचानक, पॉयरो के इस दुखी भाव को देख कर जैप ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगा। पॉयरो को लगा जैसे उसका अपमान किया गया हो।
‘माफ़ कीजियेगा मि. पॉयरो,’ उसने अपनी आँखें पोछते हुए कहा। ‘लेकिन लगता है आपको पूरी दुनिया बेवकूफ़ नज़र आती है। अब सब चीज़ों को भूल कर इस तरफ़ देखते हैं। मैं इस मामले के दोष या इसके श्रेय को अपने कन्धे पर लेने को तैयार हूँ। इससे बड़ा शोर शराबा होगा—आप इस बात में सही हैं। हाँ, मैं इसमें सजा करवाने की कोशिश में लग जाऊँगा। हो सकता है कि कोई चालाक वकील लार्ड को बरी भी करवा ले—आपको जज के बारे में कुछ पता नहीं होता। लेकिन ऐसा हुआ भी तो इससे मुझे किसी तरह का कोई नुक्सान नहीं होगा। लोग यही मानेंगे कि हमने सही आदमी को पकड़ा था लेकिन तब भी उस आदमी को सजा नहीं करवा पाये। और अगर, किसी तरह तीसरी कामवाली को कुछ हो जाता है और वह यह क़ुबूल करती है कि उसने सब कुछ किया था—तब ठीक है, मैं दवा ले लूँगा और इस बात की शिकायत नहीं करूँगा कि आप मुझे गार्डन तक ले कर गये थे। यह ठीक है।’
पॉयरो ने उसकी तरफ़ हल्के से और दुःख के साथ देखा।
‘आपके अन्दर आत्मविश्वास है—हमेशा से आत्मविश्वास रहा है! आप कभी रुक कर ख़ुद से यह नहीं कहते हैं कि क्या ऐसा हो सकता है? आप न तो शक करते हैं—न ही आपको हैरानी होती है। आप कभी नहीं सोचते हैं : यह सब इतना आसान है!’
‘आप अपने जान की बाज़ी लगाते हैं जबकि मैं नहीं। और यही वह वजह है, मुझे यह कहने के लिए माफ़ करना, आप हर बार पटरी से उतर जाते हैं। कोई चीज़ आसान क्यों नहीं हो सकती है? किसी चीज़ के आसान होने में क्या परेशानी है?’
पॉयरो ने उसकी तरफ़ देखा, लम्बी साँस ली, अपनी बाँहें फैलाईं, और गर्दन हिला दी।
‘अब मैं और अधिक कुछ नहीं कहूँगा।’
‘बहुत बढ़िया’ जैप ने दिल से कहा। ‘आइये नीचे चलते हैं। आप सुनना चाहेंगे कि मैं क्या कर रहा हूँ?’
‘बिलकुल।’
‘मैंने पाया कि मिस गेराल्दीन और लार्ड की कहानी बिलकुल मेल खा गयी। हो सकता है कि दोनों ने मिल कर बनायी हो, मगर मुझे ऐसा लगता नहीं है। मुझे लगता है कि उसने उसे झूठ बोला था—वह उसे लेकर काफ़ी मीठी बातें कर रही थी। उसे बड़ा झटका लगा जब उसे यह पता चला कि उसे यानी लार्ड को गिरफ़्तार कर लिया गया है।’
‘क्या उसे पता था? और सचिव—मिस कैरोल?’
‘मुझे लगा कि उसे अधिक हैरानी नहीं हुई। हालाँकि, हो सकता है ऐसा मुझे लगा हो।’
‘और उन मोतियों का क्या था?’ मैंने पूछा। ‘उसके बयान में जो बात थी वह सही थी?’
‘बिलकुल। उसने अगली सुबह ही उसके एवज में पैसे उठाये थे। लेकिन मुझे नहीं लगता है कि इसका मूल बात से कोई ताल्लुक है। मुझे लगता है कि यह योजना उसके दिमाग़ में तब आयी जब उसने ओपेरा में अपनी बहन को देखा। उसे अचानक यह बात सूझ गयी। वह बहुत जल्दी में था—यह उसे निकलने का रास्ता लगा। मुझे लगता है कि वह इस तरह की किसी बात पर सोच रहा था इसलिए उसने चाबी अपने पास रखी थी। मैं इस बात के ऊपर यक़ीन नहीं कर सकता हूँ कि उसे अचानक यह ध्यान आ गया। हाँ, जब वह अपनी बहन से बात करता है तो उसे अचानक यह ध्यान आता है कि उसको शामिल कर लेने से वह इस मामले में और अधिक सुरक्षित हो जायेगा। वह उसे भावनाओं में फँसाता है, मोतियों की तरफ़ इशारा करता है, वह उसमें आ जाती है, और दोनों जाते हैं। वह जैसे ही घर में जाती है वह उसके पीछे घर में जाता है और सीधा लाइब्रेरी में जाता है। हो सकता है तब लार्ड अपनी कुर्सी पर सोये हुए हों। बस, दो सेकेण्ड में उसने अपना काम किया और एक बार फिर बाहर आ गया। मुझे यह नहीं लगता है कि वह यह चाहता था कि वह लड़की उसे घर में देखे। वह यह चाहता था कि उसे टैक्सी के पास चहलकदमी करते हुए देखा जाये। और मुझे यह नहीं लगता है कि वह टैक्सी वाला इसलिए था कि वह उसे घर में जाते हुए देख ले। यह भाव जान गया था कि वह उस लड़की के इन्तज़ार में सिगरेट पीता हुआ इधर से उधर घूम रहा था। याद रखिये टैक्सी दूसरी तरफ़ खड़ी थी।
‘जाहिर है, उसे अगली सुबह मोतियों को गिरवी रखना था। उसे पैसों की ज़रूरत अब भी बनी हुई थी। फिर, जब वह अपराध के बारे में सुनता है तो वह लड़की को डरा देता है कि वह इस बात को छिपा ले कि वे घर आये थे। वे यह कहेंगे कि वे ओपेरा में इण्टरवल के दौरान साथ-साथ थे।’
‘फिर उन्होंने ऐसा किया क्यों नहीं?’ पॉयरो ने तेजी से पूछा।
जैप ने अपने कन्धे उचका दिये।
‘उसने अपना दिमाग़ बदल दिया। या वह इस बात को समझ गया कि वह यह सब सह नहीं पायेगी। वह कुछ घबराई हुई-सी रहती है न।’
एक या दो मिनट के बाद उसने कहा :
‘आपको यह नहीं लगता है कि कैप्टेन मार्श के लिए यह अधिक आसान रहा होता कि उन्होंने इण्टरवल के दौरान ओपेरा ख़ुद से छोड़ दिया होता। चुपचाप चाबी लेकर जाता अपने चाचा को मार देता और ओपेरा में वापस लौट आता—बजाय इसके कि वह बाहर एक टैक्सी खड़ा रखता और वह घबराई हुई-सी लड़की जिसका दिमाग़ कभी भी बदल जाता और वह सब कुछ बक देती।’
जैप दाँत निपोरने लगा।
‘मैंने और आपने यही किया होता। लेकिन हम कैप्टेन रोनाल्ड मार्श से कुछ अधिक ही होशियार हैं।’
‘ऐसा नहीं है। वह मुझे चालाक नहीं दिखायी देता है।’
‘लेकिन वह मि. हरक्यूल पॉयरो जैसा तेज़ नहीं हो सकता है न, इतना तो मैं यक़ीनन कह सकता हूँ।’ जैप ने हँसते हुए कहा।
अगर वह अपराधी नहीं है तो उसने कार्लोता एडम्स को वह जोख़िम भरा खेल खेलने के लिए क्यों उकसाया?’ जैप ने आगे कहा। ‘उस जोख़िम भरे खेल का एक ही मकसद था कि असली अपराधियों को बचाया जा सके।’
‘तब तो इस बात में मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूँ।’
‘ख़ैर, मुझे ख़ुशी है कि हम कुछ बातों को ले कर एक तरह से सोचते हैं।’
‘हो सकता है कि वही रहा हो जिसने असल में मिस एडम्स से बात की हो,’ पॉयरो ने कहा। ‘या हो सकता है कि यह बेवकूफ़ी हो।’
फिर उसने अचानक जैप से सवाल पूछा।
‘उसकी मौत के बारे में आपको क्या लगता है?’
जैप ने अपना गला साफ़ किया।
‘मुझे तो लगता है कि दुर्घटना। एक सुविधाजनक दुर्घटना, मैं यह मानता हूँ। मुझे यह नहीं समझ में आता है कि उसका इस सबसे कुछ लेना-देना था। वह ओपेरा के बाद कहीं और था। वह सोब्रनिज में था, दोर्थाइमर के साथ करीब 1 बजे तक। उससे बहुत पहले वह सो चुकी थी। नहीं, मुझे लगता है कि यह उस तरह का मामला है जिसमें कई बार अपराधियों की किस्मत बहुत अच्छी होती है। नहीं तो, यह दुर्घटना अगर नहीं हुई होती तो इससे निपटने की उसकी अपनी योजना रही होगी। पहले हो सकता है कि उसने उसके अन्दर लार्ड का डर भर देता—कहा होगा कि अगर उसने सच कहा तो उसे हत्या के आरोप में पकड़ लिया जायेगा। और फिर वह उसे ढ़ेर सारे पैसे दे देता।’
‘क्या यह बात आपको सूझी थी—’ पॉयरो ने उसको सामने से घूरते हुए कहा। ‘क्या आपको यह बात सूझी थी कि मिस एडम्स की वजह से कोई और महिला फाँसी पर चढ़ जाती अगर वह ख़ुद इस बात का सबूत देती जिससे उसको फाँसी हो जाती?’
‘जेन विलकिंसन को फाँसी नहीं हो सकती थी। मौन्तेग्यु कोर्नर की पार्टी का सबूत उसके पक्ष में बहुत तगड़ा था।’
‘लेकिन ख़ूनी को इस बात का पता नहीं था। वह तो यह चाहता था कि जेन विलकिंसन को फाँसी हो जाये और कार्लोता एडम्स खामोश रहे।’
‘आपको बातें करना पसन्द है मि. पॉयरो, नहीं? और आप इस बात को मान चुके हैं कि रोनाल्ड मार्श ऐसा आदमी है जो कुछ भी गलत नहीं कर सकता। क्या आपको उसकी इस कहानी में यक़ीन है कि उसने किसी आदमी को घर में घुसते हुए देखा था?’
पॉयरो ने अपने कन्धे उचका दिये।
‘आपको पता है कि उसने क्या कहा था कि उसे वह आदमी कौन लगा था?’
‘शायद मैं समझ सकता हूँ।’
‘उसका कहना है कि उसे लगा था कि वह आदमी फ़िल्म स्टार ब्रायन एडम्स था। इस बारे में आप क्या सोचते हैं। एक ऐसा आदमी जो कभी लार्ड एजवेयर से मिला नहीं।’
‘फिर तो यह सच में हैरानी की बात है कि किसी-ने-किसी आदमी को उस घर में चाबी के साथ घुसते हुए देखा।’
‘बकवास!’ जैप ने कहा। जैसे कि वह इस बात का मज़ाक उड़ा रहा हो। ‘और अब मुझे लगता है कि आपको इस बात से हैरानी होगी कि उस रात ब्रायन मार्टिन लन्दन में थे ही नहीं। वह एक लड़की के साथ खाना खाने मोलेसी गये थे। वे आधी रात तक लन्दन नहीं लौटे थे।’
‘अच्छा!,’ पॉयरो ने धीरे से कहा। क्या वह लड़की भी उनके ही पेशे से ताल्लुक रखती थी?’
‘नहीं, वह लड़की वही थी जिसकी हैट की दूकान है। असल में, वह मिस एडम्स की दोस्त मिस ड्राइवर थी। मुझे लगता है कि आप इस बात को मानेंगे कि उसका साक्ष्य जो है वह सन्देह से परे है।’
‘मैं इस बात पर कोई विवाद नहीं कर रहा मेरे दोस्त।’
‘असल में, आप सब जानते हैं,’ जैप ने हँसते हुए कहा। ‘आप यह कहते हैं कि 17 नम्बर घर में कोई घुसा नहीं... कोई भी किसी घर में नहीं घुसा—तो इससे क्या साबित होता है? क्या लार्ड झूठ बोल रहे हैं।’
पॉयरो ने दुखी होते हुए अपनी गर्दन हिलायी।
जैप उठ खड़ा हुआ—वह फिर से जोश में आ गया था।
‘आइये, आपको पता है कि हम सही हैं।’
‘डी. पेरिस, नवम्बर कौन था?’
जैप ने अपने कन्धे उचका दिये।
‘प्राचीन इतिहास, मुझे लगता है। क्या कोई लड़की छह महीन पहले कोई ऐसी चीज़ नहीं ले सकती है जिसका इस अपराध से कोई सम्बन्ध न हो? हमारे अन्दर अनुपात का ज्ञान तो होना ही चाहिए।’
‘छह महीन पहले,’ अचानक पॉयरो की आँखों में चमक आ गयी।
‘यह क्या कह रहे हैं?’ जैप ने मुझसे पूछा।
‘सुनिए,’ पॉयरो ने उठते हुए जैप की छाती पर टहोका लगाया।
‘मिस एडम्स की नौकरानी ने उस बॉक्स को क्यों नहीं पहचाना? मिस ड्राइवर ने उसे क्यों नहीं पहचाना?’
‘आपके कहने का क्या मतलब है?’
‘क्योंकि वह बॉक्स नया है। वह उसे कुछ ही दिन पहले दिया गया था। पेरिस, नवम्बर—इससे इस बात में कोई सन्देह नहीं रह जाता है कि उसी दिन उसे यादगार के रूप में दिया गया था वह बॉक्स। उसे यह अभी दिया गया था, तब नहीं। इसे उस समय खरीदा गया था। आप इसकी जाँच कीजिए जैप, मैं कहता हूँ आपसे। यह एक संयोग है, निश्चित रूप से संयोग है। इसे यहाँ नहीं बल्कि विदेश में ख़रीदा गया था। शायद पेरिस में। अगर इसे यहाँ ख़रीदा गया होता तो कोई-न-कोई जौहरी आगे आ चुका होता। अख़बारों में इसकी तस्वीर छपी थी, इसके बारे में लेख छपे थे। हाँ, हाँ, हो सकता है पेरिस या विदेश में कहीं और। लेकिन मुझे लगता है कि पेरिस। मैं आपसे यह कहता हूँ कि इसके बारे में पता कीजिये। मैं बड़ी शिद्दत से इस बात को जानना चाहता हूँ कि यह रहस्मय डी. कौन है।’
‘हाँ इससे मुझे कोई परेशानी नहीं,’ जैप ने सहजता से कहा। ‘कह नहीं सकता हूँ। मैं ख़ुद ही इसको लेकर बहुत उत्साहित हूँ। लेकिन मैं जो कर सकता हूँ करूँगा। हम जितना ही चाहें वही बेहतर।’
हम लोगों की तरफ़ ख़ुशी से देखते हुए उसने विदा ली।
अध्याय 23
चिट्ठी
‘और हम,’ पॉयरो ने कहा, ‘हम दिन का खाना खाने के लिए बाहर जायेंगे।’
उसने मेरी बाँह थाम ली और वह मुझे देख कर मुस्कुरा रहा था।
‘मुझे उम्मीद है,’ उसने कहा।
मुझे इस बात से ख़ुशी हो रही थी कि वह अपने पुराने रूप में लौट आया था, हालाँकि युवा रोनाल्ड की ग्लानि को लेकर मुझे भी पक्का भरोसा था। मुझे लग रहा था कि शायद पॉयरो भी जैप की बातों से सहमत हो कर यही मानने लगा था। उस बॉक्स के ख़रीदार की खोज उसके लिए अपना चेहरा बचाने का आख़िरी मौका था।
हम साथ-साथ खाना खाने गये।
मुझे थोड़ी हैरानी इस बात से हुई कि उस कमरे में दूसरी तरफ़ टेबल पर ब्रायन मार्टिन और जेनी ड्राइवर साथ खाना खा रहे थे। मुझे याद आया जो बात जैप ने कही थी, उनके बीच कोई चक्कर था।
उन्होंने हमें देखा और जेनी ने हाथ हिलाया।
जब हम कॉफ़ी पी रहे थे, तब जेनी अपने साथ आये आदमी को छोड़ कर हमारी टेबल पर आयी। वह हमेशा की तरह चंचल दिखायी दे रही थी।
‘क्या मैं यहाँ बैठकर आपसे एक मिनट के लिए बात कर सकती हूँ, मि. पॉयरो?’
‘ज़रूर मैडम। मुझे आपको देखकर ख़ुशी हुई। क्या मि. मार्टिन हमारे साथ नहीं आयेंगे?’
‘मैंने ही उनको मना किया है। देखिये, मैं आपसे कार्लोता के बारे में बात करना चाहती हूँ।’
‘जी मैडम?’
‘क्या आप उसके किसी पुरुष दोस्त के बारे में बताना चाहती हैं। ऐसा है?’
‘हाँ, हाँ।’
‘हाँ, मैं इस बात पर सोचती रही हूँ। कभी-कभी आप किसी बात तक सीधे नहीं पहुँच जाते हैं। उस बात को स्पष्ट रूप से समझने के लिए आपको कई ऐसी बातों को याद करना पड़ता है जिन बातों पर आपने पहले ध्यान नहीं दिया था। हाँ, मैं वही कर रही हूँ। सोचते हुए यह याद करने की कोशिश कर रही हूँ कि वह क्या कहती थी। और मैं किसी ख़ास नतीजे पर पहुँची हूँ।’
‘जी मैडम?’
‘मुझे लगता है कि जिस आदमी की वह परवाह करती थी—या जिसकी परवाह करने लगी थी वह आदमी रोनाल्ड मार्श था—वही जो अभी लार्ड बना है।’
‘आपको ऐसा कैसे लगा मैडम?’
‘हाँ, एक बात है। एक दिन कार्लोता आमतौर पर यूँ ही बात किये जा रही थी। यह कि किसी आदमी का जब भाग्य ख़राब हो तो यह बात किस तरह से उसके चरित्र को प्रभावित कर देता है। कोई आदमी जो अच्छा हो मगर फिर भी वह नीच हरकतें करे। पहली बात तो यह है कि कोई औरत यह बात तब करती है जब कोई आदमी उसके दिल में जगह बनाने लगता है। मैंने यह पुरानी कहावत अक्सर सुनी है! कार्लोता काफ़ी होशियार थी, तो भी यहाँ वह जो बात कर रही थी तो ऐसा लग रहा था जैसे वह गधी हो और उसे जीवन के बारे में कुछ भी नहीं पता हो। मैंने उससे पूछा कि कुछ चल रहा है क्या। उसने कोई नाम नहीं लिया—सब सामान्य-सी बातें थीं। लेकिन उसके ठीक बाद उसने रोनाल्ड मार्श के बारे में बातचीत शुरू कर दी और यह कहा कि उसे लगता है कि उसके साथ ठीक व्यवहार नहीं किया गया। वह उसके बारे में बहुत खुल कर यूँ ही बातचीत कर रही थी। मैं उस समय इन दो बातों को आपस में जोड़ नहीं पायी। लेकिन अब मुझे लगता है। अब मुझे लगता है कि उसका मतलब रोनाल्ड से था। आपको क्या लगता है मि. पॉयरो?’
वह बड़े ध्यान से पॉयरो के चेहरे पर देखने लगी।
‘मुझे लगता है कि आपने मुझे कुछ ऐसा बताया है मैडम जो कि बड़े काम का है।’
‘बढ़िया,’ जेनी ने ताली बजायी।
पॉयरो उसकी तरफ़ प्यार से देखने लगा।
‘शायद आपने सुना न हो कि आप जिस आदमी, रोनाल्ड मार्श के बारे में बात कर रही हैं वह गिरफ़्तार हो गया है।’
‘ओह!’ उसका मुँह हैरानी से खुल गया। ‘तब मैं जो सोच रही थी बाद में वही बात निकली।’
‘कभी भी बहुत देर नहीं होती,’ पॉयरो ने कहा। ‘मेरे मामले में नहीं, समझीं। आपका शुक्रिया, मैडम।’
वह हमारे पास से उठ कर ब्रायन मार्टिन के पास चली गयी।
‘पॉयरो इस बात से लगता है कि तुम्हारी जो मान्यता थी वह कुछ हिल गयी।’
‘नहीं, हेस्टिंग्स। उलटे वह और मजबूत हो गयी।’
ऊपर से मजबूत दिखाने की कोशिश के बावजूद मुझे ऐसा लगा कि अन्दर से वह हिल गया था।
आने वाले कुछ दिनों में उसने एक बार भी एजवेयर के मामले का जिक्र नहीं किया। अगर मैंने उसका जिक्र छेड़ा भी तो उसने टालने वाले अन्दाज़ में हाँ या न कह दिया। दूसरे शब्दों में कहें तो उसने इस मामले से हाथ धो लिया था। उसके दिमाग़ में जो भी चल रहा था लेकिन उसे मजबूर होकर यह मानना पड़ा था कि उसने जो सोचा था वह बात फली नहीं। यह कि उसने पहले उस केस के बारे में जो सोचा था वही सही था और असली अपराधी रोनाल्ड मार्श ही था। अब चूँकि वह पॉयरो था इसलिए वह खुल कर यह नहीं कह सकता था कि केस ये था। इसलिए वह जता रहा था कि उसकी इसमें अब ख़ास रुचि नहीं।
जो मैंने कहा यह वह उसके रुख की मेरी अपनी व्याख्या थी। ऐसा लगता था जैसे ये सारी बातें तथ्यों के ऊपर आधारित थीं। उसने अदालती कार्रवाई में किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखायी, जो किसी भी केस में औपचारिक होता है। वह दूसरे मामलों में ख़ुद को व्यस्त बनाये हुए था और जब इस मामले की चर्चा होती तो वह उसकी तरफ़ ध्यान नहीं देता था।
करीब 15 दिनों के बाद जो कुछ हुआ और जिसके बारे में मैंने आख़िरी अध्याय में लिखा है और तब जाकर मुझे पता चला कि उसके रुख की मेरी व्याख्या कितनी गलत थी।
सुबह के नाश्ते का वक़्त था। पॉयरो की प्लेट के पास चिट्ठियों का अम्बार लगा हुआ था। वह अपनी उँगलियों से उनमें से चिट्ठियों को छाँट रहा था। फिर वह ख़ुशी के मारे चिल्ला उठा और उसने एक चिट्ठी उठायी जिसके ऊपर अमेरिकी मुहर लगी हुई थी।
उसने अपने छोटे-से लेटर ओपनर से उस ख़त को खोला। मैंने उसकी तरफ़ ध्यान से देखा क्योंकि उस चिट्ठी को देख कर उसने बहुत ख़ुशी दिखायी थी। एक चिठ्ठी थी और उसके साथ कुछ और भी था।
पॉयरो ने दो बार चिट्ठी पढ़ी और फिर उसने ऊपर देखा।
‘हेस्टिंग्स, क्या तुम इसको देखना चाहते हो?’
मैंने उससे चिट्ठी ले ली, वह इस तरह से थी :
‘प्रिय मिस्टर पॉयरो—मुझे आपकी प्यार भरी चिट्ठी को पाकर बहुत अच्छा लगा। मुझे इस सबसे बहुत उलझन लगती रही है। मुझे बहुत दुःख हुआ, साथ ही इस बात से बड़ी हैरानी भी कि मेरी प्यारी बहन कार्लोता के ऊपर सन्देह किया गया, उसके जैसी प्यारी लड़की कोई नहीं हो सकती थी। नहीं, मि. पॉयरो, वह ड्रग्स नहीं लेती थी। मैं यह बात पक्के तौर पर कह सकती हूँ। उसे इस तरह की चीज़ों का डर था। मैंने उसे अक्सर कहते हुए सुना था। अगर उसका उस बेचारे की मौत से कोई लेना-देना था तो वह अनजाने में ही हो सकता है—जो जाहिर है मेरी चिट्ठी साबित करती है। मैं आपको असली चिट्ठी भेज रही हूँ चूँकि आपने इसकी माँग की थी। मुझे उसकी लिखी आख़िरी चिट्ठी को अपने से जुदा करते हुए तकलीफ़ तो होती है, लेकिन मुझे पता है कि आप इसका ध्यान रखेंगे और मुझे वापस भेज देंगे, और जैसा कि आपने कहा कि इससे उसकी मौत से जुड़ी गुत्थी को सुलझाने में मदद मिलेगी—इसलिए यह आपके पास जानी ही चाहिए।
आपने पूछा है कि क्या कार्लोता ने अपनी चिट्ठियों में किसी ख़ास दोस्त का जिक्र किया था। उसने कई दोस्तों का उल्लेख किया था, लेकिन जिस तरह से उसने ब्रायन एडम्स का जिक्र किया था उस तरह से किसी का भी नहीं। जिसको हम बरसों पहले जानते थे, और एक लड़की जेनी ड्राइवर के बारे में वह ख़ूब बातें करती थी, मुझे लगता है कि इन दोनों से ही वह सबसे अधिक मिलती थी।
काश मैं कुछ ऐसा सोच पाती जिससे आपको मदद मिल पाती। आपने इतने प्यार और इतनी समझ के साथ लिखा है कि आप जानते हैं कि कार्लोता और मैं एक दूसरे के लिए क्या थे।
सादर आपकी,
लूसी एडम्स
ध्यान दें : यहाँ एक अधिकारी चिट्ठी के लिए आया था। मैंने उसे कह दिया कि मैंने वह चिट्ठी आपको पहले ही भेज दी। यह बात सही तो नहीं थी, लेकिन न जाने क्यों मुझे यह लगा कि पहले आपको यह चिट्ठी देख लेनी चाहिए। मुझे लगता है कि स्कॉटलैंड यार्ड इस चिट्ठी को क़त्ल के ख़िलाफ़ सबूत के तौर पर इस्तेमाल करना चाहती है। आप इसे उसके पास ले कर जायेंगे। और इसे एक दिन मुझे वापस भी करना है इस बात को मत भूलियेगा। आप तो जानते ही हैं कि यह कार्लोता की आख़िरी चिट्ठी है मेरे लिए।
‘तो तुमने ख़ुद से उसे लिखा था,’ मैंने चिट्ठी नीचे रखते हुए यह टिप्पणी की। ‘तुमने ऐसा क्यों किया पॉयरो? और तुमने कार्लोता एडम्स की असली चिट्ठी की माँग क्यों की?’
वह चिट्ठी के साथ आये काग़ज़ों के ऊपर झुका हुआ था।
‘सच तो मैं नहीं कह सकता, हेस्टिंग्स—सिवाय इसके कि यह उम्मीद कि मूल चिट्ठी में कोई ऐसी बात मिल जाये जिससे जो बात अभी तक समझ में नहीं आयी वह बात समझ में आ जाये।’
‘मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि तुम चिट्ठी में जो लिखा हुआ है उससे अलग क्या कर पाओगे। कार्लोता एडम्स ने ख़ुद से अपनी कामवाली को यह चिट्ठी दी थी पोस्ट करने के लिए। इसमें कोई गड़बड़ी नहीं थी। वैसे भी पढ़ने में यह आम चिट्ठी ही लगती है।’
पॉयरो ने गर्दन हिलायी।
‘हाँ मुझे पता है। इसी वजह से तो यह इतना मुश्किल लगता है। क्योंकि, हेस्टिंग्स, जैसा कि है वह चिट्ठी असम्भव थी।’
‘बकवास।’
‘हाँ, हाँ यह ऐसा ही है। देखो, मैंने उसको तर्क से समझा है, कुछ चीज़ें समझने से एक-दूसरे के समझ में आती हैं। फिर यह चिट्ठी आती है। यह मेल नहीं खाता है। फिर गलत कौन है? हरक्यूल पॉयरो या यह चिट्ठी?’
‘तुमको यह लगता है कि यह सम्भव नहीं हो सकता है कि वह हरक्यूल पॉयरो है?’ मैंने बड़ी अहिस्ता से कहा।
पॉयरो ने मुझे एक बार तसल्ली करने के लिए घूरा।
‘कई बार मुझसे गलती हो जाती है—लेकिन यह वैसा मामला नहीं है। यह साफ़ दिखायी देता है कि यह चिट्ठी असम्भव थी। इस चिट्ठी के बारे में कुछ बातें हैं जो हमसे छूट गयी हैं। मैं इसकी तलाश में हूँ कि वे पहलू हैं क्या।’
फिर उसने माइक्रोस्कोप से उस चिट्ठी को पढ़ना शुरू कर दिया।
जब उसने हर पन्ने को अच्छी तरह से पढ़ लिया तो उसने चिट्ठी मेरी तरफ़ बढ़ा दी। मुझे तो जाहिर है कि उमें कोई गड़बड़ी नहीं दिखायी दे रही थी। चिट्ठी काफ़ी सुपाठ्य हस्तलिपि में लिखी गयी थी और उसमें एक-एक शब्द ध्यान से लिखा गया था।
पॉयरो ने गहरी साँस ली।
‘इसमें किसी तरह की जालसाजी नहीं लगती है—यह एक ही हाथ की लिखावट है। तो भी मुझे लगता है कि यह असम्भव है—’
वह ठहर गया। फिर बेसब्र अन्दाज़ में उसने मुझसे पन्नों की माँग की। मैंने उसे बढ़ा दिया, और वह उसे एक बार फिर ध्यान से देखने लगा।
अचानक वह चीख़ उठा। मैं नाश्ते की मेज़ से उठ कर खिड़की से बाहर देख रहा था। यह आवाज़ सुन कर मैं तेज़ी से मुड़ा।
पॉयरो सही में जोश के मारे काँप रहा था। उसकी आँखें बिल्ली की आँखों की तरह हरी थीं। उसकी उँगली काँप रही थीं।
‘जल्दी आओ—यहाँ देखो हेस्टिंग्स—आओ देखो।’
मैं उसकी तरफ़ गया। उसके सामने चिट्ठी का बीच वाला पन्ना रखा था। मुझे उसमें कुछ भी अजीब नहीं लग रहा था।
‘देखो? बाकी सारे पन्नों के किनारे साफ़ हैं, लेकिन इसका एक सिरा फटा हुआ है। अब समझ में आया कि मैं क्या कहाँ चाहता था? इस चिट्ठी में दो काग़ज़ थे इसका एक पन्ना गायब है।’
इसमें कोई शक नहीं कि मैं बेवकूफों की तरह से देख रहा था।
‘लेकिन यह कैसे हो सकता है। इसका कोई मतलब है।’
‘हाँ। इसका मतलब बनता है। यहीं तो चालाकी की बात आती है। पढ़ो—और तुमको समझ में आ जायेगा।’
मैंने सोचा कि मैं इसे समझने के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं कर सकता कि उस पन्ने की प्रतिलिपि बना लूँ।
‘अब देखो?’ पॉयरो ने कहा। ‘जहाँ वह कैप्टेन मार्श के बारे में बातचीत कर रही है वहाँ अक्षर टूट रहे हैं। उसे उसके लिए अफसोस है, और फिर वह कहती है: ‘उसे मेरा शो बहुत पसन्द आया।’ फिर नये पन्ने पर वह लिखती है: ‘उसने कहा...’ लेकिन मेरे दोस्त एक पन्ना गायब है। नये पन्ने पर जो वह है वह दूसरे पन्ने से अलग है। असल में वह पिछले पन्ने का वह है ही नहीं। वह कोई और आदमी है जिसने यह सारा खेल रचा। ध्यान दो, उसके बाद कहीं भी किसी नाम का जिक्र नहीं है। आह! मुझे लगता है कि किसी-न-किसी तरह हत्यारा इस चिट्ठी तक पहुँच चुका था। इससे वह बाहर हो चुका है। इसमें कोई शक नहीं कि वह इस चिट्ठी को दबाना चाहता था—फिर इसे पढ़ने के बाद उसने इससे निपटने का एक अलग तरीका खोज निकाला। एक पन्ना हटा लेने के बाद यह चिट्ठी किसी और को आरोपी बनाने लगती है—एक ऐसे आदमी को जिसका भी मकसद लार्ड एजवेयर की मौत से जुड़ा था। आह! यह एक तोहफ़ा था!
मैंने पॉयरो की तरफ़ कुछ तारीफ़ की नज़र से देखा। मैं उसकी इस बात से पूरी तरह सहमत नहीं हो पा रहा था। मुझे लग रहा था कि हो सकता था कि कार्लोता ने किसी ऐसे काग़ज़ का इस्तेमाल किया हो जो पहले से ही फटा हुआ हो। लेकिन पॉयरो इतना खुश था कि वह इस सम्भावना के ऊपर विश्वास ही नहीं करना चाहता था। हो सकता है कि वह सही हो।
हालाँकि, मैंने उसकी इस बात की एक या दो मुश्किलों की तरफ़ ध्यान दिलाया।
‘लेकिन वह आदमी, या जो भी रहा हो, के पास यह चिट्ठी आयी कैसे? मिस एडम्स ने अपने बैग से निकालकर अपनी कामवाली को पोस्ट करने के लिए दी थी। काम वाली ने हमें यही बताया था।’
‘इसलिए हमें एक या दो बातों के बारे में सोच लेना चाहिए। या तो वह कामवाली झूठ बोल रही थी, या फिर उस शाम कार्लोता एडम्स की मुलाकात हत्यारे से हुई थी।’
मैंने सर हिलाया।
‘मुझे लगता है कि दूसरी वाली बात की सम्भावना अधिक थी। हमें तो अब भी इस बात का पता नहीं है कि कार्लोता एडम्स फ़्लैट से निकलने के बाद से लेकर 9 बजे तक कहाँ थी, जब उसने यूस्टन स्टेशन पर अपना सूटकेस रखा था। इस दरम्यान, मुझे लगता है कि वे किसी पहले से तय किये गये स्थान पर मिले थे और शायद उन्होंने साथ-साथ कुछ खाया भी था। उसने उसे कुछ आख़िरी निर्देश दिये थे। उस चिट्ठी के बारे में क्या हुआ हमें इस बात का पता नहीं है। कोई इस बारे में अनुमान ही लगा सकता है। उसने शायद हाथ में रखा हो उसे ताकि पोस्ट कर सके। उसने शायद उसे रेस्तरां में टेबल पर रखा हो। उसने पता देखा हो और उसे लगा हो कि आगे इससे ख़़तरा हो सकता है। उसने बड़ी होशियारी से उसे उठा लिया हो, टेबल से उठने का बहाना किया हो, उसे खोला हो, पढ़ लिया हो, और फिर उसने उसे या तो मेज़ पर रख दिया हो या फिर उसे जाते समय उसके हाथ में दे दिया हो, यह कहते हुए कि बेध्यानी में उससे गिर गया था। यह सब किस तरह से हुआ यह मायने नहीं रखता है—लेकिन दो बातें स्पष्ट दिखायी देती हैं। कार्लोता एडम्स की उस शाम हत्यारे से मुलाकात हुई थी, चाहे लार्ड एजवेयर की हत्या से पहले या उसके बाद। मुझे ऐसा लगता है, हो सकता है मैं गलत हो जाऊँ, लेकिन यह सुनहरा बॉक्स उसे हत्यारे ने ही दिया होगा—हो सकता है उनकी पहली मुलाकात की याद में दिया गया हो। अगर ऐसा है तो हत्यारा डी. है।’
‘मुझे सुनहरे बक्से वाली बात समझ में नहीं आयी।’
‘देखो हेस्टिंग्स, कार्लोता एडम्स को वेरोनल की आदत नहीं थी। लूसी एडम्स का यह कहना है, और मुझे भी यह बात सच लगती है। वह साफ़ आँखों वाली स्वस्थ लड़की थी और उसको ऐसी किसी चीज़ की आदत नहीं थी। न तो उसकी किसी दोस्त न ही काम वाली ने उस बॉक्स को पहचाना था। फिर उसके पास से मरने के बाद यह सामान क्यों मिला था? सिर्फ़ यह माहौल बनाने के लिए कि वह वेरोनल की आदी थी और कम-से-कम छह महीने से वह उसका सेवन कर रही थी। कह सकते हैं कि वह हत्यारे से हत्या के बाद महज कुछ मिनटों के लिए ही मिली थी। उन्होंने साथ शराब पी, अपनी योजना की सफलता का जश्न मनाने के लिए। और लड़की की शराब में पर्याप्त वेरोनल मिला दिया गया ताकि यह पक्का किया जा सके कि वह अगली सुबह उठ ही न पाये।’
‘भयानक है,’ मैंने जैसे काँपते हुए कहा।
‘हाँ, यह अच्छा तो नहीं ही था,’ पॉयरो ने रुखाई से कहा।
‘क्या तुम जैप से यह सब बताने वाले हो?’ मैंने एकाध मिनट के बाद पूछा।
‘नहीं। अभी नहीं। मेरे पास बताने के लिए है ही क्या? वह कहेगा, ‘एक और जाल। लड़की ने उसी तरह के अजीब से काग़ज़ पर लिखा होगा!’
मैं शर्मिन्दा होकर नीचे देखने लगा।
‘मैं इसके बारे में क्या कह सकता हूँ? कुछ नहीं। यह ऐसी बात है जो हो सकता है हुई हो। मुझे केवल यही पता है कि यह नहीं हुआ था क्योंकि यह ज़रूरी है कि ऐसा न हुआ हो।’
वह रुका। एक सपनीला-सा भाव उसके चेहरे पर फैल गया।
‘ख़ुद ही सोचो हेस्टिंग्स, अगर उस आदमी ने करीने से किया होता तो वह काग़ज़ को काट देता, उसे फाड़ता नहीं। और हमें कुछ समझ में नहीं आता। लेकिन कुछ नहीं!’
‘इसलिए हम यह मान लेते हैं कि उस आदमी की आदतें लापरवाह थी़,’ मैंने मुस्कुराते हुए कहा।
‘नहीं, नहीं। उसने यह सब जल्दबाज़ी में किया होगा। तुम देखो इसे बड़े लापरवाह तरीके से फाड़ा गया है। ओह! साफ़ है कि उसके पास समय की कमी थी।’
वह रुका और फिर उसने कहा :
‘एक बात तुमको कहनी चाहिए, मुझे लगता है। यह आदमी—डी—उस आदमी के पास उस शाम बहुत अच्छा बहाना रहा होगा।’
‘मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है कि उसने किस तरह उस शाम बहाना बनाया होगा। अगर उस शाम उसने पहले रीजेंट गेट में क़त्ल किया होगा और फिर कार्लोता एडम्स के साथ।’
‘हाँ, यही मेरा मानना है। उसे बुरी तरह बहाने की ज़रूरत थी। इसलिए उसने एक तैयार किया। एक और बात : क्या उसका नाम सच में डी. से शुरू होता है या डी. से कोई ऐसा नाम शुरू होता था जिस नाम से वह उसे बुलाता था?’
वह थोड़ी देर रुका और फिर उसने धीरे से कहा :
‘एक ऐसा आदमी जिसका नाम डी. से शुरू होता है या जिसके पुकार का नाम डी. से है। हमें इस बात का पता लगाना है हेस्टिंग्स। हमें उसका पता लगाना ही है।’
अध्याय 24
पेरिस से समाचार
अगले दिन हमसे कोई अचानक मिलने आया।
गेराल्दीन मार्श के आने का समाचार आया।
मुझे उसके लिए बुरा लगा जबकि पॉयरो ने उसका स्वागत किया और उसके लिए कुर्सी खींच दी। उसकी बड़ी गहरी आँखें पहले से बड़ी और गहरी दिखायी दे रही थीं। उनके चारों तरह काले घेरे थे और ऐसा लग रहा था जैसे कि वह सोई न हो। अपनी उम्र के लिहाज से उसका चेहरा बहुत अधिक उदास और लटका हुआ दिखायी दे रहा था।
‘मैं आपसे मिलने इसलिए आयी हूँ मि. पॉयरो कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि किस तरह से आगे बढ़ा जाये। मैं बुरी तरह से उदास और परेशान हूँ।’
‘जी, मैडम।’
उसका बर्ताव देख कर उसको ले कर मुझे उसके ऊपर दया आ गयी।
‘रोनाल्ड ने मुझे बताया कि उस दिन आपने उससे क्या कहा था। मेरा मतलब है कि उस भयानक दिन जब वह गिरफ़्तार हुआ था।’ वह काँप उठी। ‘उसने मुझे बताया था कि आप उसके पास अचानक आये थे, उसी वक़्त जब उसने कहा था कि उसे लगता है कि कोई उसके ऊपर यक़ीन नहीं करेगा तो आपने उससे कहा था : मैं आपके ऊपर यक़ीन करता हूँ। क्या यह सही है, मि. पॉयरो?’
‘यह सही है मैडम। मैंने यही कहा था।’
‘हाँ, मुझे पता है, लेकिन मेरा मतलब यह नहीं है कि जो आपने कहा था वह सही नहीं था, बल्कि यहाँ कि क्या आपने जो कहा था वह सच में सही था। मेरा मतलब है, कि क्या आपका उस कहानी में यक़ीन है?’
देखने में वह बहुत बेचैन लग रही थी, आगे की तरफ़ झुकी हुई थी, उसकी मुट्ठियाँ बँधी हुई थीं।
‘हाँ उसकी बातें सही थी, मैडम,’ पॉयरो ने धीरे से कहा। ‘मैं यह नहीं मानता आपके भाई ने लार्ड एजवेयर का क़त्ल किया था।’
‘ओह!’ उसके चेहरे का रंग लौट आया था, उसकी आँखें और फ़ैल गयीं। ‘फिर तो आपको यही लगता है कि किसी और ने क़त्ल किया है।’
‘बिलकुल मैडम।’ उसने मुस्कुराते हुए कहा।
‘मैं भी बेवकूफ़ हूँ। मैं बातों को गलत तरीके से कह देती हूँ। मेरे कहने का मतलब यह था कि क्या आपको पता है कि वह कौन था?’
वह बेचैनी में आगे की तरफ़ झुक गयी।
‘मुझे कुछ शक तो है, फिलहाल यही कह सकता हूँ।’
‘आप मुझे बतायेंगे, प्लीज, प्लीज!’
पॉयरो ने अपनी गर्दन हिलायी।
‘यह शायद उचित नहीं होगा।’
‘इसका मतलब यह है कि आपको किसी के ऊपर पक्का शक है?’
पॉयरो ने सर तो हिलाया लेकिन कुछ ऐसे जैसे वह अनिश्चित अन्दाज़ में हो।
‘अगर मुझे थोड़ा और पता चल जाता तो मेरे लिण् अधिक आसान हो जाता और शायद मैं आपकी मदद कर पाती। हाँ सही में मैं आपकी मदद कर पाती।’
उसकी इस मिन्नत में कुछ ख़ास दिखायी नहीं दे रहा था लेकिन पॉयरो अपना सर हिलाता रहा।
‘मेर्तन की डचेज़ को तो अब भी लगता है कि यह काम मेरी सौतेली माँ का है,’ उस लड़की ने कुछ सोचते हुए कहा। उसने पॉयरो की तरफ़ सवालिया निगाहों से देखा।
उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखायी।
‘लेकिन मुझे समझ में नहीं आता है कि यह कैसे मुमकिन है।’
‘आपका आपकी सौतेली माँ के बारे में क्या ख़याल है?’
‘असल में मैं उनको ज़्यादा जानती नहीं हूँ। जब मेरे पिता ने उनसे शादी की थी उस समय मैं पेरिस के स्कूल में पढ़ रही थी। जब मैं यहाँ आयी, तो वह बहुत अच्छी लगी। मेरा मतलब यह है कि उन्होंने इसके ऊपर अधिक ध्यान नहीं दिया कि मैं यहाँ आ गयी थी। मुझे वह दिमाग़ से पैदल और क्रूर लगी।’
पॉयरो ने सर हिलाया।
‘आपने मेर्तन की डचेज़ के बारे में कहा। क्या आप उनको अधिक जानती हैं?’
‘हाँ। वह मुझे बहुत मानती हैं। पिछले पन्द्रह दिनों से मैं उनके साथ काफ़ी रही हूँ। वह भयानक रहा, तरह-तरह की बातें, रिपोर्टर्स, रोनाल्ड का जेल जाना।’ वह काँप उठी। ‘मुझे लगता है कि मेरा कोई वास्तव में दोस्त नहीं है। लेकिन डचेज़ बहुत अच्छी हैं, और उनका बेटा भी बहुत अच्छा है।’
‘आप उसको पसन्द करती हैं?’
‘मुझे लगता है कि वह शर्मीला है, थोड़ा सख़्त और उसके साथ निबाह करना मुश्किल है। लेकिन उनकी माँ उनके बारे में काफ़ी बातें करती हैं, इसलिए मुझे लगता है कि मैं उनको उससे कहीं बेहतर तरीके से जानती हूँ, जैसा कि मुझे लगता है।’
‘अच्छा, मैडम मुझे यह बताइये कि क्या आप अपने चचेरे भाई को पसन्द करती हैं?’
‘रोनाल्ड को? बिलकुल। पिछले दो सालों में मैं उससे तो ज़्यादा नहीं मिली मगर उससे पहले वह हमारे घर में ही रहता था। मुझे—मुझे हमेशा यह लगता था कि वह बहुत अच्छा था। हमेशा हँसी मज़ाक करने वाला और अजीब-अजीब तरह के काम करने वाला। ओह! हमारे घर में जहाँ हर समय मुर्दनी छायी रहती थी उसके आने से बड़ा फ़र्क पड़ गया था।’
पॉयरो ने सहानुभूति से सर तो हिलाया, लेकिन आगे जा कर उसने जो टिप्पणी की उसकी क्रूरता से मुझे बड़ा सदमा पहुँचा।
‘आप यह नहीं चाहती हैं कि उसको फाँसी हो जाये?’
‘नहीं, नहीं,’ वह लड़की ग़ुस्से में काँपने लगी।’ नहीं, ऐसा नहीं है। यह काम मेरी सौतेली माँ का ही हो सकता है। उसी का है। डचेज़ का कहना है कि यह काम उसी का है।’
‘हाँ! अगर कैप्टेन मार्श टैक्सी में ही रहे होते—तब?’
‘आप क्या कहना चाहते हैं मुझे समझ में नहीं आ रहा है।’ उसकी भौंहें तन गयीं।
‘अगर उसने घर में आये आदमी का पीछा नहीं किया होता। क्या आपने किसी को वहाँ आते हुए सुना था?’
‘नहीं, मैंने कुछ सुना नहीं था।’
‘जब आप घर में आयीं तो आपने क्या किया?’
‘मैं सीधा ऊपर गयी, मोतियों को लाने।’
‘जाहिर है। इसमें आपको कुछ समय तो लगा होगा।’
‘हाँ, मुझे अपने गहनों के बक्से की चाबी तत्काल नहीं मिल रही थी।’
‘ऐसे मामलों में अक्सर ऐसा हो जाता है। जल्दबाज़ी के कारण। आपको नीचे आने में कुछ समय लगा—तब आपने पाया कि आपके भाई नीचे हॉल में खड़े थे?’
‘हाँ, वह लाइब्रेरी से निकल कर आ रहा था,’ उसने थूक निगलते हुए कहा।
‘मुझे लगता है कि आप इससे चकरा गयी होंगी।’
‘हाँ, ऐसा ही हुआ।’ इस तरह के सहानुभूतिपूर्ण शब्दों को सुन कर उसे अच्छा लगा। ‘मैं तो इससे चकरा गयी थी।’
‘बिलकुल, बिलकुल।’
‘रौनी ने पीछे से कहा : हेलो डिना, मिल गये? और मैं कूद पड़ी।’
‘हाँ,’ पॉयरो ने धीरे से कहा। ‘जैसा मैंने कहा कि यह अफ़सोस की बात है कि वह बाहर रुका नहीं। फिर वह टैक्सी ड्राइवर यह दावे के साथ कह सकता था कि वह कभी घर के अन्दर नहीं घुसा।’
उसने सर हिलाया। उसके आँसू बहने लगे। वह उठ खड़ी हुई। पॉयरो ने उसके हाथ थाम लिये।
‘तुम यह चाहती हो कि मैं उसे तुम्हारे लिए बचा लूँ—नहीं?’
‘हाँ, हाँ—प्लीज, हाँ। आपको नहीं पता...’
वह वहाँ ख़ुद के ऊपर काबू करने के लिए खड़ी रही, अपनी मुट्ठियों को भींचे।
‘ज़िन्दगी आपके लिए आसान नहीं रही है, मैडम,’ पॉयरो ने धीरे से कहा। ‘मैं इस बात की तारीफ़ करता हूँ। नहीं, यह आसान नहीं रहा है। हेस्टिंग्स, क्या तुम मैडम के लिए एक टैक्सी ले आओगे?’
मैं उस लड़की एक साथ नीचे गया और उसे एक टैक्सी में बिठा दिया। वह अब तक ख़ुद को सम्भाल चुकी थी और उसने मेरा शुक्रिया अदा किया।
मैंने पाया कि पॉयरो कमरे में इधर-से-उधर कर रहा था, चिन्ता में उसकी भौंहें चढ़ी हुई थीं। वह दुखी दिखायी दे रहा था।
मुझे तब ख़ुशी हुई जब टेलीफ़ोन की घण्टी बजी और उसका ध्यान भंग हुआ।
‘कौन है? अच्छा जैप। सुप्रभात, दोस्त।’
‘वह क्या कहना चाहता है?’ मैंने टेलीफ़ोन के पास आते हुए पूछा।
आख़िरकार, पॉयरो बोला।
‘हाँ, और इसके लिए किसने कहा था? क्या उनको पता है?’
जो भी जवाब रहा हो, वह उसकी उम्मीद के मुताबिक़ नहीं था। उसका चेहरा झुक गया।
‘पक्का?’
‘.........’
‘नहीं, यह बस थोड़े तकलीफ की बात है, बस।’
‘.........’
‘हाँ, मैं अपनी बातों के ऊपर फिर से विचार करूँगा।’
‘.........’
‘टिप्पणी?’
‘.........’
‘कुल मिला कर, मेरी बात सही थी। हाँ, विस्तार से, जैसा आपने कहा।’
‘.........’
‘नहीं, मेरा अब भी यही मानना है। मैं आपसे यह प्रार्थना करता हूँ कि आप रीजेंट गेट और यूस्टन, टोतेन्हेम कोर्ट रोड और हो सके तो ऑक्सफ़ोर्ड स्ट्रीट के रेस्तरां में पता करें।’
‘.........’
‘हाँ, एक औरत और एक आदमी। और स्टैंड के आसपास आधी रात से ऐन पहले। ठीक?’
‘.........’
‘यह कहना कि मुझे सूअर के सर का पता चल गया है अच्छी बात नहीं है। इस मामले में मेरी सेवा करें, मैं आपके लिए दुआ करता हूँ।’
‘.........’
उसने रिसीवर रख दिया।
‘क्या हुआ?’ मैंने बेसब्री के साथ पूछा।
‘क्या यह अच्छा है? मुझे हैरानी हो रही है। हेस्टिंग्स, सुनहरा बॉक्स पेरिस में खरीदा गया था। एक पत्र के माध्यम से उसके लिए ऑर्डर किया गया था और यह पेरिस के एक प्रमुख दूकान से ख़रीदा गया है जिसकी विशेषज्ञता ऐसी चीज़ों में है। वह पत्र किसी लेडी ऐकर्ली ने लिखा था—कांस्तेंस ऐकर्ली के नाम से हस्ताक्षर किया गया था। जाहिर है कि ऐसा कोई इन्सान नहीं है। वह चिट्ठी हत्या के दो दिन पहले प्राप्त की गयी थी। उस ऑर्डर में रूबी से शायद लेखक के नाम के पहले अक्षर को लिखने के लिए कहा गया था। यह ऑर्डर जल्दबाज़ी में किया गया था—उसकी माँग अगले ही दिन की गयी थी। वह दिन क़त्ल से एक दिन पहले का दिन था।’
‘और उसको मँगवाया गया था?’
‘हाँ। उसको मँगवाया गया था और उसके लिए नोट में भुगतान किया गया था।’
‘किसने मँगवाया था?’ मैंने जोश के साथ पूछा। मुझे लगा कि हम सच के करीब पहुँच रहे थे।
‘एक औरत ने उसे मँगवाया था, हेस्टिंग्स।’
‘एक औरत ने?’ मैंने हैरानी से कहा।
‘हाँ, एक औरत—ठिगनी, अधेड़, और चश्मा पहनने वाली।’
हम लोग अचम्भित से एक-दूसरे को देखने लगे।
अध्याय 25
लंच पार्टी
मेरे ख़याल से वह उस दिन के एक दिन बाद की बात थी जब हम विडबर्न की लंच पार्टी के लिए क्लैरिजेज गये थे।
न तो पॉयरो न ही मैं वहाँ जाने के लिए कुछ ख़ास उत्साहित थे। सच्चाई यह है कि वह छठा आमन्त्रण था जो हमें मिला था। मिस विडबर्न एक मिलनसार महिला थी और उनको मशहूर लोग पसन्द थे। बार-बार मना करने से अप्रभावित हुए उन्होंने ऐसी तारीखें बतायीं जिस दिन के लिए मनाही नहीं की जा सकती थी। ऐसे हालात में हम जितनी जल्दी गये उतनी जल्दी ख़त्म हो जाये वही अच्छा।
पॉयरो उस दिन से ख़ास बातचीत नहीं कर रहा था जिस दिन पेरिस से समाचार मिला था।
इस विषय पर टिप्पणी करने से हर बार उसका जवाब वही होता था।
‘यहाँ कुछ ऐसा है जिसके बारे में मैं कुछ कह नहीं सकता।’
और एक या दो बार वह ख़ुद से फुसफुसाया।
‘पेरिस में चश्मा। कार्लोता एडम्स के बैग में चश्मा।’
मुझे सच में इस बात की ख़ुशी थी कि इस लंच पार्टी से उसका ध्यान कुछ बँटेगा।
युवा डोनाल्ड रौस वहाँ था और उसने आकर चहकते हुए मेरा अभिवादन किया। वहाँ महिलाओं से अधिक पुरुष थे और वह मेरी बगल की टेबल पर बैठा था।
जेन विलकिंसन हमारे लगभग सामने बैठी थी, और उनकी बगल में, उसके और मिसेज विडबर्न के बीच मेर्तन के नौजवान ड्यूक बैठे थे।
मुझे ऐसा लगा और हो सकता है कि मुझे ही लगा कि वे वहाँ कुछ सहज महसूस नहीं कर रहे थे। जिस तरह के लोगों के बीच वे बैठे थे वह उनके ख़ास पसन्द की नहीं थी। वह बहुत दकियानूसी और कुछ हद तक प्रतिक्रियावादी नौजवान थे। उस तरह का आदमी जो गलती से सीधे मध्यकाल से निकल कर आ गया हो। आधुनिका जेन विलकिंसन के प्रति उसका लगाव वैसा ही था जैसे उलटे मज़ाक प्रकृति किया करती है।
जेन की सुन्दरता और उसकी आवाज़ के जादू को देखते हुए यह कोई आश्चर्य नहीं लगता था कि उसने उसके लिए दिल से क्यों चाहा था। किसी को भी सुन्दरता और मदहोश कर देने वाली आवाज़ की आदत पड़ जाती है। मेरे दिमाग़ में यह बात आयी कि मदहोश कर देने वाला प्यार के लिए सामान्य बुद्धि बेकार होती है। जेन ने एक ऐसी टिप्पणी की कि जिसकी वजह से मुझे ऐसा लगा।
किसी ने—मुझे याद नहीं है कि किस ने—यह मुहावरा कहा था—पेरिस का न्याय, और सीधे जेन की आवाज़ ऊँची हो गयी थी।
‘पेरिस?’ उसने कहा। क्यों, आजकल पेरिस का कोई जलवा नहीं है। आजकल लन्दन और न्यूयॉर्क का ज़माना है।’
जैसा कभी-कभी होता है, इस तरह की बातचीत में शब्द कम पड़ जाते हैं। वह अजीब मौका था। अपनी दायीं तरफ़ मैंने देखा कि डोनाल्ड रौस तेज़-तेज़ साँसें ले रहा था। मिसेज विडबर्न ने बड़ी ज़ोर-ज़ोर से रूसी ओपेरा के बारे में बात करना शुरू कर दिया। सभी ने किसी और से कुछ और कहा। जेन अकेली थी जो टेबल पर इधर-उधर देख रही थी बिना इस बात की फ़िक्र किये कि उसने कुछ ऐसा कहा
था जो गलत रहा हो।
तब मेरा ध्यान ड्यूक की तरफ़ गया। उसके होंठ सख़्ती से भींचे हुए थे, वह शर्म से लाल हो रहा था, और मुझे ऐसा लगा कि वह जेन से थोड़ा दूर हो गया। उसे इस बात का अन्दाज़ा हो गया था कि उसके जैसे ऊँचे कुल के आदमी के जेन विलकिंसन से शादी करने से कभी-कभी इस तरह की अजीब स्थिति का सामना करना पड़ सकता था।
जैसा कि अक्सर होता है, मैंने अपनी बायीं तरफ़ बैठे आदमी से वह पहली टिप्पणी की जो तब मेरे दिमाग़ में आयी, एक मोटी औरत जो बच्चों को दोपहर में सम्भालती है। मुझे याद है कि जो टिप्पणी सवालों के घेरे में थी : बैगनी रंग के कपड़ों में यह बहुत सुन्दर औरत कौन है जो टेबल के दूसरी तरफ़ बैठी है?’ वह जाहिर है, उस औरत की बहन थी! हकलाते हुए माफ़ी माँगकर मैं रौस की तरफ़ मुड़ कर उससे बातें करने लगा, जिसने हाँ ना में जवाब दिया।
दोनों तरफ़ से उपेक्षित होकर मैंने देखा कि ब्रायन मार्टिन सामने था। वह देर से आया होगा क्योंकि मैंने उसे पहले नहीं देखा था।
वह मेरी टेबल पर ज़रा दूसरी तरफ़ बैठा हुआ था और आगे की तरफ़ झुक कर बड़े ध्यान से एक सुन्दर महिला से बातें किये जा रहा था।
मैंने उसे बहुत समय के बाद नजदीक से देखा था और मेरा ध्यान इस बात की ओर गया कि वह पहले से अधिक सुन्दर हो गया था। उसकी झुर्रियाँ करीब-करीब गायब हो चुकी थी़। वह नौजवान दिख रहा था और पहले से अधिक फिट भी। वह ख़ूब हँस बोल रहा था और भरपूर जोश में लग रहा था।
मेरे पास आगे उसे देखते रहने का समय नहीं था, उस समय तक मेरी मोटी पड़ोसन ने मुझे माफ़ कर दिया था और मुझे अपना एकालाप सुनने की अनुमति बड़ी उदारता से दे दी थी, जिसका विषय था बच्चों के लिए दोपहर में आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम कितने अच्छे होते थे। जिनका आयोजन वही किया करती थी।
पॉयरो को जल्दी जाना था क्योंकि उसने किसी से मिलने का समय ले रखा था। वह इस बात की जाँच में लगा हुआ था कि किस तरह अजीब ढंग से एक राजदूत के जूते गायब हो गये थे और मिलने का वक़्त ढाई बजे का रखा गया था। उसने मुझे बुलाया और कहा कि मैं मिसेज विडबर्न से विदा ले लूँ। जब मैं ऐसा करने के लिए इन्तज़ार कर रहा था—जो कोई आसान काम नहीं था, क्योंकि उस समय वह वहाँ से विदा लेने वाले दोस्तों से घिरी हुई थी और सबको जल्दी-जल्दी डार्लिंग डार्लिंग कहे जा रही थी—तभी किसी ने मुझे कन्धे से छुआ।
वह नौजवान रौस था।
‘क्या मि. पॉयरो यहाँ हैं? मैं उनसे बातचीत करना चाहता हूँ।’
मैंने उसे बताया कि पॉयरो अभी-अभी यहाँ से चले गये हैं।
रौस को जैसे झटका-सा लगा। मुझे लगा कि उसे कोई बात बुरी लग गयी थी। वह सफ़ेद और तनाव में दिख रहा था और उसकी आँखों में अजीब-सी रहस्यमयी चमक थी।
‘क्या तुम उससे ख़ास तौर पर मिलना चाहते हो?’ मैंने पूछा।
उसने धीरे से जवाब दिया।
‘पता नहीं।’
यह ऐसा अजीब जवाब था कि मैंने उसकी तरफ़ हैरानी से देखा। वह शरमा गया।
‘यह अजीब तो है, मुझे पता है। लेकिन सचाई यह है कि कुछ अजीब-सी बात हुई है। कुछ ऐसा जो मुझे समझ में नहीं आ रहा है। उसके बारे में मैं मि. पॉयरो से सलाह लेना चाहता हूँ। क्योंकि देखो मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है, मैं उनको परेशान तो नहीं करना चाहता हूँ मगर—’
वह इतना दुखी इतना खोया-सा दिखने लगा कि मैं जल्दी से आगे बढ़ कर उसे दिलासा देने लगा।
‘पॉयरो किसी से मिलने गया है,’ मैंने कहा। ‘लेकिन मुझे पता है कि उसे पाँच बजे तक वापस आना है। आप उसे फ़ोन करके क्यों नहीं आ जाते हैं?’
‘ठीक है, मुझे लग रहा है कि मैं आ पाऊँगा। पाँच बजे?’
‘बेहतर होगा कि तुम पहले फ़ोन कर लो,’ मैंने कहा। ‘और आने से पहले पक्का कर लो।’
‘ठीक है। मैं यही करूँगा। शुक्रिया, हेस्टिंग्स। देखो, मुझे लगता है कि यह बेहद बेहद ज़रूरी है।’
मैंने सर हिलाया और एक बार फिर वहीं आ गया जहाँ मिसेज विडबर्न शहद में डूबे शब्द बोल रही थीं और हाथ मिल रहे थे।
मेरा काम पूरा हुआ, और जब मैं वापस मुड़ रहा था कि मेरी बाँहों पर एक हाथ आया।
‘मुझे अनदेखा मत करो,’ एक प्यारी आवाज़ ने कहा।
वह जेनी ड्राइवर थी—ख़ूब मज़ाकिया मूड में थी।
‘हेलो,’ मैंने कहा। ‘तुम अचानक कहाँ से आ गयीं?’
‘मैं तुम्हारे बगल वाली टेबल पर खा रही थी।’
‘मैंने तुमको देखा नहीं। कैसा काम चल रहा है?’
‘ख़ूब अच्छा।’
‘सूप प्लेटें बढ़िया चल रही हैं?’
‘सूप प्लेट, जैसा कि तुम मज़ाक उड़ाते हुए कहते हो, बहुत बढ़िया चल रहे हैं। जब हर किसी के पास अच्छी तरह से हो जायेगा तो गलत काम होने ही होते हैं। अगर कोढ़ में खाज हो जाये उसका भाग्य ख़राब होना ही है।’
‘अनैतिक,’ मैंने कहा।
‘बिलकुल नहीं। इन शुतुरमुर्गों के बचाव के लिए किसी को आगे आना चाहिए। वे अभी खैरात पर ही हैं।’
वह हँसी और आगे बढ़ गयी।
‘अच्छा बाय। मैं दोपहर के अपने काम से छुट्टी ले रही हूँ और गाँवों का चक्कर लगाने जा रही हूँ।’
‘और यह बहुत अच्छी बात है, आज लन्दन में बहुत भीड़-भाड़ है।’
मैं ख़ुद पार्क में आराम से टहलता रहा। घर करीब चार बजे पहुँचा। पॉयरो तब तक नहीं आया था। पाँच बजने में बीस मिनट बाक़ी थे कि वह आया। वह चहक रहा था और अच्छे मूड में था।
‘मुझे लगता है होल्म्स कि तुमने राजदूत के जूते ढूँढ लिए,’ मैंने कहा।
‘वह मामला कोकीन तस्करी के मामले से जुड़ा था। बहुत कमाल का। मैं पिछले एक घण्टे से एक लेडिज ब्यूटी पार्लर में था। वहाँ एक लड़की थी जिसके घुँघराले बाल थे। तुम्हारे भावुक दिल को वह तुरन्त भा जाती।’
पॉयरो को हमेशा यही लगता था कि मुझे घुँघराले बाल बहुत पसन्द थे। मैंने इस बारे में बात करने की कोई ज़रूरत नहीं समझी।
टेलीफ़ोन बज उठा।
‘यह शायद डोनाल्ड रौस का फ़ोन है,’ मैंने फ़ोन की तरफ़ बढ़ते हुए कहा।
‘डोनाल्ड रौस?’
‘हाँ, यह लड़का मुझे चिसवीक में मिला था। वह किसी बात के कारण तुमसे मिलना चाहता है।
मैंने फ़ोन उठा लिया।
‘हेलो। कैप्टेन हेस्टिंग्स बोल रहा हूँ।’
वह रौस था।
‘ओह तो तुम हो हेस्टिंग्स? क्या मि. पॉयरो आये?’
‘हाँ, अब वे आ गये हैं। तुम उनसे बात करना चाहते हो या आ रहे हो?’
‘नहीं कुछ ऐसा नहीं है। मैं उनको फ़ोन पर ही बता दूँगा।’
‘ठीक है। होल्ड करो।’
पॉयरो ने आगे आते हुए रिसीवर थाम लिया। मैं इतने नजदीक खड़ा था कि मुझे भी रौस की हल्की आवाज़ सुनायी दे रही थी।
‘क्या आप मि. पॉयरो?’ आवाज़ में जोश था, बेचैनी थी।
‘हाँ, मैं बोल रहा हूँ।’
‘देखिये। मैं आपको परेशान नहीं करना चाहता हूँ लेकिन कुछ बात है जो मुझे अजीब लग रही है। इसका सम्बन्ध लार्ड एजवेयर की मौत से है।
पॉयरो तन कर खड़ा हो गया।
‘हाँ बताओ, बताओ।
‘हो सकता है कि यह बात बकवास लगे आपको—’
‘नहीं, नहीं मुझे बताइये।’
‘देखिये, मुझे पेरिस में यह बात सूझी। देखिये—’ मुझे बहुत धीरे से एक घण्टी की आवाज़ आयी।
‘आधा सेकेण्ड,’ रौस ने कहा।
रिसीवर नीचे रखने की आवाज़ आयी।
हम इन्तजार कर रहे थे। पॉयरो रिसीवर पर, मैं पीछे।
मैंने कहा—हमने इन्तज़ार किया...
दो मिनट गुजर गये... तीन मिनट—चार मिनट—पाँच मिनट।
पॉयरो बेचैनी में पैरों पर इधर-उधर कर रहा था। उसने घड़ी की तरफ़ देखा। फिर उसने फ़ोन को रखने से पहले एक्सचेंज से बात करने लगा। वह फिर मेरी तरफ़ मुड़ा।
उस तरफ़ का रिसीवर अब भी बन्द था, लेकिन कोई जवाब नहीं दे रहा था। उनको किसी तरह कोई जवाब नहीं मिल रहा था। हेस्टिंग्स जल्दी से रौस का पता फ़ोन बुक में देखो। हमें तत्काल वहाँ जाना है।’
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