मैंने ओडेट से सीधे ही बात की ।

“आज मंगलवार है । हम शनिवार तक अपनी तैयारी कर सकते हैं । मैं चाहता हूँ कि तुम अपनी सहेली के साथ शनिवार रात को मूवी देखने जाने का प्रोग्राम बनाओ । क्या तुम ऐसा कर सकती हो ?”

उसने सहमति में सिर हिलाया लेकिन उसके आँखों में हैरानी के भाव थे ।

“मैं चाहता हूँ कि उस रात तुम डिनर अपने घर पर ही करो और अपने पिता को बताओ कि तुम कहाँ जा रही हो । मैं चाहता हूँ कि तुम उस दिन कुछ खास तरह के कपड़े पहनो ताकि जब तुम बाहर जाओ तो लोग तुम्हें आसानी से पहचान सकें । तुम अपनी सहेली से आठ बजे मिलने का समय रखोगी लेकिन उससे मिलने नहीं जाओगी । तुम गाड़ी चलाती हुई पाइरेटस कैबिन तक जाओगी । यह यहाँ से कुछ मील दूर एक छोटा सा बार और रेस्टोरेन्ट है । शायद तुम इसे जानती हो ?”

उसने फिर एक बार अपनी गर्दन हिलाई ।

“तुम वहाँ पार्किंग तक ड्राइव करते हुए जाओगी और तुम उस बार में ड्रिंक के लिये जाओगी । उस समय उस जगह पर बहुत भीड़ होगी । मेरे ख्याल से वहाँ पर तुम्हारे किसी दोस्त से मिलने की कोई उम्मीद नहीं है । इस बारे में तुम्हारा क्या ख्याल है ?”

“कोई उम्मीद नहीं है ।” उसने कहा, “वह ऐसी जगह नहीं है जहाँ पर मेरे दोस्त जाएँगे ।”

“मैंने कुछ इस तरह से इसे सोचा है । मैं चाहता हूँ कि तुम्हें पहचाना जाए । तुम चाहे अपने ड्रिंक से नाखुश होने का या कुछ और बहाना करके अचानक लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करोगी । तुम पाँच मिनट में वहाँ से चली जाओगी । ये ध्यान रहे कि तुम वहाँ पर किसी से नहीं उलझोगी । मैं वहाँ पार्किंग में अपनी कार लगा दूँगा । यह तसल्ली करने के बाद कि तुम्हें कोई नहीं देख रहा है, तुम मेरी कार में चली जाना ।

“वहाँ पर तुम्हारे बदलने के लिये कपड़े और लाल विग होगी । तुम वह कपड़े और विग पहन लोगी । जब तुम कपड़े बदल रही होगी, मैं तुम्हारी कार को लोन-बे पार्किंग में ले जाऊँगा । तुम मेरे पीछे-पीछे आओगी । मैं तुम्हारी कार पार्किंग में छोड़ दूँगा । इस बात की संभावना है कि तुम्हारी कार वहाँ पर किसी को नहीं मिलेगी, जब तक हमें इसकी दोबारा जरूरत नहीं होगी ।

“उसके बाद तुम मुझे पिक करोगी और मैं तुम्हें एयरपोर्ट पर छोड़ दूँगा । मैं तुम्हारे लिये लॉस एंजल्स की बुकिंग पहले से करवा कर रखूँगा । तुम वहाँ पर एक होटल में चली जाओगी, जहाँ पर तुम्हारे नाम की बुकिंग होगी । तुम वहाँ क्लर्क को बताओगी कि तुम बीमार हो । तुम अपने कमरे में ही रहोगी और तुम्हारा सब खाना-पीना कमरे में ही भेजा जाएगा, जब तक मैं तुम्हें वापस आने को न कहूँ । मैं टेलीफोन से तुम्हारे संपर्क में रहूँगा । क्या तुम्हें यह सब समझ में आ गया ?”

उसने हामी भरी । अब उसने अपने अंगूठे के नाखूनों को चबाना बंद कर दिया था । वह मेरी बात से सहमत नजर आ रही थी ।

“यह सब पूरी तरह से गैर जरूरी है ।” रिया ने कहा, “अगर वह करमेल में किसी होटल में चली जाए तो ?”

“तुम्हें यह पैसा हासिल करना है या नहीं ?” मैंने बीच में उसे टोकते हुए कहा । 

“क्या मुझे वह सब कुछ तुम्हारे सामने फिर से दोहराना पड़ेगा जो मैं तुमसे कह चुकी हूँ ?” उसने गुस्से में कहा । “मैंने कितनी बार कहा है कि मुझे यह चाहिए ।”

“तब तुम इसे मेरे तरीके से करो । नहीं तो तुम्हें कुछ नहीं मिलेगा !”

“मेरे ख्याल से वह नादान है ।” ओडेट ने कहा, “जो भी तुम कहोगे मैं वैसा ही करूंगी, हैरी... । क्या मैं तुम्हें हैरी कह कर बुला सकती हूँ ?”

“जब तक तुम वैसा करती हो जैसा मैं कहता हूँ, तुम मुझे जो कहना चाहती हो वह कहो ।” फिर मैंने रिया को बताना शुरू किया ।

“जब मैं ओडेट को प्लेन में चढ़ा चुका होऊँगा, तब मैं तुम्हारे पति को फोन करूँगा । वह करोड़पति आदमी है । मेरा उससे बात करने का कितना चान्स है ?”

“उसका सेक्रेटरी जवाब देगा ।” रिया ने कहा, “तुम उसे बताना कि तुम मेरे पति से उसकी बेटी के बारे में बात करना चाहते हो । उसका सेक्रेटरी उससे पूछेगा कि वह तुमसे बात करना चाहता है या नहीं । मैं वहाँ पर मौजूद रहूँगी । मैं कोशिश करूंगी कि मेरा पति तुमसे बात करे ।”

“इससे तो देरी हो जाएगी । मैं उम्मीद कर रहा हूँ कि उसकी सहेली तब तक फोन कर चुकी होगी यह पूछने के लिये कि वह कहाँ तक पहुंची ।” मैंने ओडेट की तरफ देखा । “तुम्हें क्या लगता है, वह फोन करेगी ?”

“बेशक, वह फोन करेगी ।”

“मैं चाहता हूँ  कि वह फोन करे । यह हमारे लिये सही माहौल तैयार करेगा । मेरे फोन करने से पहले तुम्हें लापता हो जाना चाहिए ।”

“वह फोन करेगी ।” ओडेट ने दृढ़ स्वर में कहा ।

“ठीक है । मैं तुम्हारे पिता को दो दिन में पैसा तैयार करने के लिये कहूँगा और आगे के लिये इंतजार करने के लिये कहूँगा ।” मैंने कहा और फिर रिया की तरफ देखा । “तुम्हें उसे कोई भी चालबाजी की कोशिश करने से रोकने के लिये मनाना होगा । तुम्हें इस बात के लिये सावधान रहना होगा कि वह बैंक को नोटों का नंबर लिखने या फेडरल एजेंट्स को नोटों पर निशान लगाने के लिये न कहे । तुम यह कैसे करोगी, मुझे नहीं पता लेकिन अगर तुम ऐसा नहीं कर सकी तो जिंदगी भर न तो वह पैसा तुम खर्च पाओगी, न ही मैं ।”

“मैं इस बात का इंतजाम करूंगी ।” रिया ने रुखाई से कहा ।

“मुझे उम्मीद है कि तुम करोगी! मेरे पहले टेलीफोन करने के दो दिन बाद मैं दोबारा फोन करूंगा । क्या तुम्हारा पति इस हालत में है कि वह खुद फिरौती की रकम ले कर आ सके ?”

रिया ने स्वीकृति में अपना सिर हिलाया ।

“वह इस काम में अपने सिवा किसी दूसरे पर विश्वास नहीं करेगा ।” 

मैंने उस पर अपनी नजरें टिकाई ।

“तुम पर भी नहीं ?”

ओडेट अपने मुंह पर हाथ रखकर खिलखिलाई, जबकि रिया की नजरें सिकुड़ गईं और उसका चेहरा सख्त हो गया ।

“बेशक वह मुझ पर भरोसा करता है!” उसने गुस्से में कहा, “लेकिन वह इसे मेरे लिये खतरनाक समझेगा । वह मुझे अपने साथ आने की इजाजत नहीं देगा ।”

“फिर ठीक है ।”  मैंने एक और सिगरेट जला ली । “मैं उसे सुबह दो बजे घर से चलने के लिये कहूँगा और पूर्वी बीच रोड पर ड्राइव करने के लिये कहूँगा । वह अपनी रोल्स कार में निकलेगा । उस वक्त उस रोड पर कोई ट्रेफिक नहीं होगा । सारा पैसा उसके ब्रीफकेस में होगा । सड़क पर ही किसी जगह उसे एक फ्लैशलाइट दिखाई देगी । जैसे ही वह उस फ्लैशलाइट के पास से निकलेगा, वह नोटों से भरा ब्रीफकेस कार से बाहर गिरा देगा और आगे निकल जाएगा । उसे वहाँ पर रुकना नहीं है । उस वक्त तक, ओडेट वापस आ चुकी होगी । वह यहाँ इस कैबिन में आ जाएगी और मेरा इंतजार करेगी । मैं अपना हिस्से का पैसा ले लूँगा और बाकी उसे दे दूँगा । उसके बाद तुम दोनों उस पैसे का क्या करती हो, उससे मुझे कोई मतलब नहीं है । लेकिन तुम लोगों को बहुत सावधान रहना पड़ेगा ।” 

“अरे नहीं!” रिया ने तल्खी से कहा, “मैं इस बात के लिये तैयार नहीं हूँ । तुम उसे सारा पैसा नहीं दोगे । तुम वह पैसा मुझे दोगे!”

ओडेट उठकर बैठ गई और अपनी टाँगे फर्श पर हिलाने लगी । उसका पीला चेहरा तमतमाया हुआ था ।

“उसे वह पैसा मुझे क्यों नहीं देना चाहिए ?” उसने चीखते हुए पूछा ।

“मुझे तुम पर रत्ती भर भी विश्वास नहीं है!” रिया ने अपनी चमकती हुई आँखें दिखाते हुए कहा, “वह वो सारा पैसा मुझे देगा!”

“और तुम सोचती हो कि मुझे तुम पर विश्वास है!” ओडेट ने कहा, उसकी आवाज कठोर और तीखी थी । “एक बार वह पैसा तुम्हारे चंगुल में आ गया... ।”

“ठीक है, ठीक है, इस बात को यहीं खत्म करो ।” मैं बीच में बोला, “हम वक्त बर्बाद कर रहे हैं । इसका एक आसान रास्ता है । मैं ओडेट की तरफ से उसके पिता को एक लेटर लिख दूँगा । यह ज्यादा बेहतर तरीका होगा और मैं तीसरा फोन करने से भी बच जाऊंगा । वह उसे बताएगी कि फिरौती की रकम किस तरह से अदा करनी है । वह उसे बताएगी कि उसके पैसे दे देने के बाद मारलौक्स गाड़ी चलाता हुआ लोन-बे पार्किंग में पहुँच जाएगा, जहाँ पर ओडेट उसका इंतजार कर रही होगी । यह सिर्फ आधे घंटे का रास्ता है । इससे तुम दोनों को यहाँ समय मिल जाएगा और तुम लोग यहाँ से पैसे ले लेना । यह कैसा रहेगा ?”

“लेकिन अगर मैं डैडी को पार्किंग में नहीं मिलती हूँ तो वे पुलिस को बुला सकते हैं ।”

यह पहली समझदारी की बात थी जो उन लोगों के इस कैबिन में आने बाद से उनमें से किसी के मुँह से निकली थी ।

“यह भी सही है । तब उस खत में, उसे बताया जाएगा कि लोन-बे पार्किंग में एक लिखा हुआ नोट उसे मिलेगा जिसमें यह बताया जाएगा कि तुम उसे कहाँ मिलोगी । मैं तुम्हारी कार में एक नोट लिखकर छोड़ दूँगा । जब वह उसे मिलेगा तो उस नोट की मदद से उसे यह बता दिया जाएगा कि तुम घर पहुँच चुकी हो । उससे यह मामला ठीक हो जाएगा ?”

रिया मुझे घूर रही थी ।

“हमें उस पैसे के लिये तुम्हारा विश्वास करना ही पड़ेगा, मिस्टर बार्बर ।”

मैं उसकी तरफ देखकर मुस्कुराया ।

“अगर तुम्हें इस बात की चिंता हो रही है तो तुम्हें मुझे नहीं बुलाना चाहिए था । अगर तुम्हारे पास कोई इससे अच्छी योजना है तो अभी भी इसे बताने का वक्त है ।”

उन दोनों औरतों ने एक दूसरे की तरफ देखा । फिर रिया ने एक पल झिझकते हुए कहा, “जब तुम पैसा हमें दोगे, उस वक्त अगर मैं यहाँ पर मौजूद रहूँगी, फिर तो मेरे पास कोई और ज्यादा बढ़िया सुझाव नहीं है ।”

“यह इस बात को कहने का दूसरा तरीका है कि उसे तुम पर विश्वास है, मुझ पर नहीं!” ओडेट ने कहा, “मेरी सौतेली माँ कितनी अच्छी है! हैं ना ?” 

“उसे मुझ पर तो विश्वास करना पड़ेगा ।” मैंने कहा, “अब तुम मुझे कुछ बताओ । तुम्हें क्या हुआ था ? तुम अपनी सहेली को मूवी देखने के लिये क्यों नहीं मिली ? तुम पाइरेट्स केबिन में क्यों गई ? तुम्हारा किडनैप किसने किया ?”

वह हैरानी से मुँह बाए मुझे देखने लगी ।

“मुझे क्या पता ? मुझसे ये सब क्यों पूछ रहे हो ? यह तुम्हारा बनाया हुआ प्लान है ।”

“क्या तुम्हें नहीं लगता कि तुम्हें पता होना चाहिए ? तुम्हारे पिता तुमसे यह सब पूछेंगे । तुम शर्त लगा सकती हो कि जब वह तुम्हें वापस पा लेंगे तो वे पुलिस को बुलाएंगे और फिर वो तुमसे पूछताछ करेंगे । वो लोग शातिर लोग होते हैं । अगर उन्हें एक बार यह शक हो गया कि तुम झूठ बोल रही हो तो वो तुम्हारे बखिए उधेड़ देंगे, जब तक वो तुम्हारे बारे में पूरी सच्चाई का पता नहीं लगा लेते ।”

ओडेट एक दम से हड़बड़ाई और असहज भाव से रिया की तरफ देखने लगी ।

“क्या पुलिस मुझसे पूछताछ करने जा रही है! रिया कहती थी कि मुझसे कोई पूछताछ नहीं होगी!”

“बिल्कुल, उससे कोई सवाल-जवाब नहीं होंगे!” रिया बीच में बोली ।

“तुम दोनों को इस बारे में पूरा विश्वास है ।” मैंने कहा, “मैं इस बारे में आश्वस्त नहीं हूँ ।”

“मेरे पति को पब्लिसिटी से बहुत डर लगता है ।” रिया ने कहा, “वह अखबार के रिपोर्टर्स को पता लग जाने की बजाय वह उन रुपयों का नुकसान बर्दाश्त कर लेगा ।”

“माफ करना, मैं अब भी संतुष्ट नहीं हूँ ।” मैंने कहा, “मुझे वह पैसा नहीं मिलेगा जो तुम मुझे अदा करने जा रही हो, अगर मैं इस मामले में पुलिस के दखल को ध्यान में न रखूँ । उसके पास कोई कहानी तैयार रहनी चाहिए अगर पुलिस बीच में आती है । मैं उसके लिये एक कहानी तैयार कर दूँगा ।” मैंने ओडेट की को देखते हुए कहना जारी रखा, “क्या कल रात को तुम यहाँ आ सकती हो ताकि मैं तुम्हें कुछ बातें सिखा सकूँ ? तुम्हें बहुत सी बातों का पता होना जरूरी है, अगर तुम यह दौलत पाना चाहती हो ।”

“इसकी कोई जरूरत नहीं है ।” रिया ने कहा, “मुझे तुम्हें कितनी बार तुम्हें बताना पड़ेगा कि मेरे पति पुलिस को नहीं बुलाएंगे!”

“मैंने तुम्हें बताया था कि मैं इस काम को अपनी शर्तों पर करूंगा । या तो तुम वह करो जो मैं तुमसे कहता हूँ और मैं इस काम को यहीं पर छोड़ता हूँ ।”

“मैं कल रात को नौ बजे यहाँ पर आ जाऊँगी ।” ओडेट ने कहा और मुझे देखकर मुस्कुराई ।

“तो फिर ठीक है ।” मैं वहाँ से उठ गया । “एक बात और...” मैं रिया को कह रहा था, “...कि तुम उसके लिये एक ड्रेस लाकर दोगी । उसे किसी सस्ती सी दुकान से खरीदना, कुछ ऐसा जैसे कोई कॉलेज की लड़की पहनती है और तुम उसे एक लाल बालों की विग भी लाकर दोगी । उसे किसी लोकल शॉप से मत खरीदना । अच्छा होगा यदि तुम उसके लिये डेटन चली जाओ । इसका संबंध तुम से नहीं मिलना चाहिए । उसे पाइरेट्स कैबिन में पूरी तरह से गुम हो जाना है । उसे वहाँ पर पहुँचते और निकलते हुए देखा जाएगा, उसके बाद उसका कोई निशान नहीं मिलेगा, जब तक वह घर वापस नहीं आ जाती ।”

रिया ने अनिच्छा से अपने कंधे उचकाए ।

“अगर तुम सोचते हो यह सच में जरूरी है तो मैं इसे जरूर करूंगी ।”

“कल अपने साथ वह ड्रेस और विग लेकर आना ।” मैंने ओडेट से कहा, “तब तक मेरे पास तुम्हारे लिये एक कहानी और लेटर तैयार होगा ।”

मैं  दरवाजे तक गया और उसे खोल कर बाहर झाँका । बीच सुनसान पड़ा था  ।

“तो फिर कल मिलते हैं ।”

पहले, रिया मुझे बिना देखे चली गई । ओडेट ने उसका अनुसरण किया । जब वह मेरे पास से गुजरी तो वह मेरी तरफ देख कर थोड़ा मुस्कुराई और फिर उसने अपनी पलकें शरारती अंदाज में झपकाई ।

मैं उन्हें अंधेरे में दूर जाते हुए देखता रहा । फिर मैं बेडरूम में गया और टेप रिकॉर्डर बंद कर दिया ।