लाइब्रेरी में घुसते ही मिस्टर विमबोर्न की चालाक आँखें हल्की-सी झपकीं और उन्होंने इंस्पेक्टर बेकन के पास खड़े एक सुन्दर आदमी की तरफ़ देखा।

इंस्पेक्टर बेकन ने उन दोनों को मिलवाया।

‘ये जासूस इंस्पेक्टर क्रैडौक हैं न्यू स्कॉटलैंड यार्ड से,’ उसने कहा।

‘न्यू स्कॉटलैंड यार्ड,’ सुनकर मिस्टर विमबोर्न की भौंहें तन गयी।

डेरमोट क्रैडौक ने बड़े आराम से बोलना शुरू किया।

‘हम लोग इस केस से जुड़ गये हैं मिस्टर विमबोर्न। आप चूँकि क्राइकेनथोर्प परिवार से हैं, इसलिए मुझे लगता है कि आपको यह गुप्त सूचना दे देनी चाहिए।’

इंस्पेक्टर क्रैडोक से अधिक इस बात का कोई प्रदर्शन नहीं कर सकता कि ज़रा-सी बात बताकर यह जताने का प्रयास करें कि हमने सारा सच बता दिया है।

‘इस्पेक्टर बेकन इस बात से सहमत होंगे, मुझे पक्का विश्वास है,’ उसने अपने सहकर्मी की तरफ़ देखते हुए आगे कहा।

इंस्पेक्टर बेकन ने सहमति जतायी। हालाँकि सब कुछ पहले से तय किया गया था।

‘हमारे पास जो सूचनाएँ आयी हैं उससे यह लगता है कि यह औरत यहाँ की नहीं है, यहाँ लन्दन से सफ़र करके आयी थी, और यह शायद फ्रांस से ताल्लुक रखती थी,’ क्रैडोक ने कहा।

मिस्टर विमबोर्न ने एक बार फिर से अपनी भौंहें चढ़ायीं।

‘सच में,’ उसने कहा। ‘सच में?’

‘इस मामले की गम्भीरता को देखते हुए हमारे अफ़सर ने यह सोचा कि स्कॉटलैंड यार्ड इसकी बेहतर तहक़ीक़ात कर सकती है,’ इंस्पेक्टर बेकन ने कहा।

‘मैं तो यही उम्मीद कर सकता हूँ कि यह मामला जल्दी सुलझ जाये। इस सारे मामले से परिवार को बहुत परेशानी हुई है। हालाँकि इससे परिवार का कोई लेना देना नहीं है,’ मिस्टर विमबोर्न ने कहा।

इंस्पेक्टर क्रैडोक ने तत्काल कहा।

‘यह कोई अच्छी बात तो नहीं है कि आपके परिसर में औरत की लाश मिले? मैं आपसे सहमत नहीं हो सकता। अब मैं परिवार के बाकी लोगों से थोड़ी बातचीत करना चाहूँगा—’

‘मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा—’

‘वे जो भी मुझे बतायेंगे? हो सकता है वह मेरे किसी मतलब का न हो—लेकिन क्या पता। मैं यह कह सकता हूँ कि मुझे जितनी भी जानकारी चाहिए मैं आपसे ले सकता हूँ, सर। इस घर और परिवार के बारे में जानकारी।’

‘और उसका इस बात से क्या सम्‍बन्‍ध हो सकता है कि एक औरत विदेश से आकर यहाँ मर गयी?’

‘हाँ यह मसला हो सकता है,’ क्रैडौक ने कहा। ‘वह यहाँ आयी क्यों? क्या उसका कभी इस घर के साथ कोई सम्‍बन्‍ध था? उदाहरण के लिए क्या वह कभी यहाँ नौकरानी थी? किसी औरत की आया, शायद। या वह यहाँ रदरफोर्ड हॉल के पुराने मालिक से मिलने आयी थी?’

मिस्टर विमबोर्न ने बड़ी रुखाई के साथ कहा कि यह घर 1884 से उनकी मिल्क़ि‍यत है जब जोसेफ क्राइकेनथोर्प ने इसे बनवाया था।

‘यह अपने आप में मज़ेदार है। क्या आप मुझे परिवार के इतिहास के बारे में कुछ बतायेंगे—’

मिस्टर विमबोर्न ने कंधे उचकाये।

‘बताने के लिए कुछ ख़ास नहीं है। जोसेफ क्राइकेनथोर्प मिठाई और बिस्कुट बनाने का काम करते थे। उन्होंने काफ़ी पैसे कमाये। उन्होंने यह घर बनवाया। लूथर क्राइकेनथोर्प, जो उनके बड़े लड़के हैं, इस घर में फिलहाल रहते हैं।’

‘और अन्य लड़के?’

‘एक और लड़के हेनरी 1911 में एक कार दुर्घटना में मारे गये।’

‘और इस समय जो क्राइकेनथोर्प हैं उन्होंने कभी इस घर को बेचने के बारे में नहीं सोचा?’

‘अपने पिता की वसीयत के कारण वे ऐसा नहीं कर सकते,’ वकील ने रूखेपन के साथ कहा।

‘शायद आप मुझे वसीयत के बारे में कुछ बतायें?’

‘क्यों?’

इंस्पेक्टर क्रैडोक मुस्कुराए।

‘ताकि ज़रूरत पड़ने पर उसे मैं भी देख सकूँ।’

विमबोर्न भी ज़बर्दस्ती मुस्कुराने लगे।

‘ठीक है, इंस्पेक्टर। मैं तो सिर्फ़ यही कह रहा था कि आप जो सूचना माँग रहे हैं वह बेहद गैर ज़रूरी है। जहाँ तक जोसेफ क्राइकेनथोर्प के वसीयत का सवाल है तो उसमें किसी तरह का रहस्य नहीं है। उन्होंने एक ट्रस्ट बनाकर काफ़ी सारा पैसा छोड़ रखा है। उससे होने वाली आय उनके बेटे लूथर को दी जायेगी, और लूथर की मौत के बाद उनकी सम्पत्ति को लूथर के बच्चों एडमण्ड, सेडरिक, हेरल्ड, अल्फ्रेड, एम्मा और एडिथ में बराबर बाँट दी जायेगी। एडमण्ड की युद्ध में मौत हो गयी, और एडिथ की मौत चार साल पहले हो गयी, इसलिए लूथर क्राइकेनथोर्प यह चाहते हैं कि सम्पत्ति को सेडरिक, हेराल्ड, अल्फ्रेड, एम्मा और एडिथ के बच्चे अलेक्ज़ेंडर ईस्टली में बाँट दिया जाये।’

‘और यह घर?’

‘घर लूथर क्राइकेनथोर्प के सबसे बड़े लड़के या उनके परिवार को जायेगा।’

‘क्या एडमण्ड क्राइकेनथोर्प शादीशुदा हैं?’

‘नहीं।’

‘तो यह सम्पत्ति असल में किसके पास जायेगी?’

‘अगले बेटे सेडरिक को।’

‘मिस्टर लूथर क्राइकेनथोर्प इसे खुद नहीं बेच सकते हैं?’

‘नहीं।’

‘और उनका सम्पत्ति के ऊपर कोई इख्तियार नहीं है।’

‘नहीं।’

‘यह अजीब नहीं लगता? ऐसा लगता है जैसे उनके पिता उनको पसन्द नहीं करते थे,’ इंस्पेक्टर क्रैडोक ने चालाकी से कहा।

‘आप सही फ़रमा रहे हैं,’ मिस्टर विमबोर्न ने कहा। ‘जोसेफ क्राइकेनथोर्प को इस बात का दुख था कि उनके बड़े लड़के ने घर के व्यवसाय में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई—या किसी भी तरह के काम धंधे में। लूथर विदेश जाकर वहाँ से कलाकृति खरीदने में अपना समय बिताते थे। जोसेफ साहब को इससे कोई ख़ास खुशी नहीं थी। इसलिए उन्होंने अगली पीढ़ी के लिए पैसा ट्रस्ट बनाकर छोड़ दिया।’

‘लेकिन इस दरम्यान अगली पीढ़ी के लिए आय का कोई साधन नहीं था सिवाय इसके कि उनके पिता जिसकी अनुमति दें, और उनके पिता की आय तो अच्छी है लेकिन सम्पत्ति को बेचने की शक्ति नहीं है।’

‘बिलकुल। और इस सबका एक अंजान महिला की हत्या से क्या सम्‍बन्‍ध है, मुझे समझ में नहीं आ रहा है!’

‘ऐसा नहीं लगता कि इसका इससे कोई लेना-देना है,’ इंस्पेक्टर क्रैडोक ने तुरन्त कहा, ‘मैं तो केवल जानकारी के लिए पूछ रहा था।’

मिस्टर विमबोर्न ने उनको तीखी नज़र से देखा, फिर उनकी जाँच पड़ताल से सन्तुष्ट होकर अपने पैरों पर खड़े हो गये।

‘मैं लन्दन वापस लौट जाना चाहता हूँ। आप कुछ और तो नहीं पूछना चाहते?’ उन्होंने कहा।

उन्होंने दोनों की तरफ़ एक-एक करके देखा।

‘शुक्रिया सर।’

बाहर से संगीत की आवाज़ आने लगी।

‘मेरा बेटा लगता है बजा रहा है,’ मिस्टर विमबोर्न ने कहा।

इंस्पेक्टर क्रैडोक ने उस शोर शराबे के बीच अपनी आवाज़ को ऊँची करते हुए कहा :

‘अब हम लोग जा रहे हैं ताकि आप लोग आराम से दिन का खाना कर सकें। लेकिन मैं इंस्पेक्टर बेकन के साथ सवा दो बजे फिर से आऊँगा—घर के सभी लोगों से एक-एक करके बात करने के लिए।’

‘आपको क्या लगता है कि यह ज़रूरी है?’

‘हो सकता है किसी को कुछ याद आ जाये जिससे उस औरत का कोई सुराग मिल जाये,’ इंस्पेक्टर क्रैडोक ने कहा।

‘मुझे शक़ है इंस्पेक्टर। मुझे नहीं लगता। लेकिन मैं आपको शुभकामनाएँ देता हूँ। जैसा कि मैंने अभी कहा, जितनी जल्दी यह पूरा हो जाये, सबके लिए उतना ही अच्छा होगा।’

अपनी गर्दन को हिलाता हुआ वह कमरे से बाहर निकल गया।


II


पूछताछ से निपटकर लूसी सीधा रसोई में गयी और खाना बनाने में लग गयी कि तभी ब्रायन ईस्टली आया।

‘क्या घर देखने में आप मेरी मदद करेंगी?’ उसने पूछा।

लूसी ने उसकी तरफ़ अजीब निगाहों से देखा। ब्रायन अपनी एम.जी. कार में सीधा पूछताछ के लिए आया था और लूसी को उसे समझ पाने का ज़्यादा मौका नहीं मिल पाया था।

जो उसने देखा, उसे अच्छा लगा। एस्टली तीसेक साल का नौजवान था, भूरे बालों और नीली आँखों वाला और उसकी मूछें सफ़ेद थीं।

‘बच्चे अभी तक नहीं आये हैं,’ उसने कहा। कहते हुए वह रसोई में आया और मेज़ पर बैठ गया। ‘अभी अपनी बाइक से आने में उनको 20 मिनट और लग जायेंगे।’

लूसी मुस्कुराने लगी।

‘वे मुतमइन थे कि कुछ भी नहीं छूटना चाहिए।’

‘उनको इल्‍ज़ाम भी नहीं दिया जा सकता। मेरे कहने का मतलब है—यह उनके जीवन की पहली जाँच पड़ताल है, वो भी परिवार में।’

‘आप कृपया मेज़ से उठेंगे मिस्टर एस्टली। मुझे खाना पकाने का सामान रखना है वहाँ।’

ब्रायन उठ गया।

‘यह तो बहुत गरम लग रहा है। यहाँ क्या रखने वाली हैं आप?’

‘यॉर्कशायर पुडिंग।’

‘पुराने इंग्लैंड का रोस्ट बीफ। क्या आज खाने में यही है?’

‘हाँ।’

‘क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूँ?’

‘अगर आप मदद करने आये हैं तो इस पैन में सारे आलू डाल दीजिये जिससे कि वे दूसरी तरफ़ से भूरे हो जायें—’

ब्रायन ने वैसा ही किया।

‘जब जाँच चल रही थी तब क्या यहाँ यह सब फैला हुआ था? जल तो नहीं जाते।’

‘नहीं उसकी कोई सम्भावना नहीं थी। ओवेन में नम्‍बर लगाकर गरम किया जाता है।’

‘एक तरह का बिजली वाला दिमाग़ है, है न?’

लूसी ने एक नज़र तेज़ी से उसकी तरफ़ देखा।

‘बिलकुल सही। अब पैन को ओवन में डाल दो। यहाँ, अब कपड़ा लो। दूसरे खाने में—ऊपरी वाला खाना मैं चाहती हूँ कि यॉर्कशायर पुडिंग के लिए रखा जाये।’

ब्रायन ने उसकी बात मान ली, लेकिन उसके मुँह से सिसकारी निकल गयी।

‘क्या हुआ? हाथ जल गया?’

‘बस थोड़ा-सा। इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता। खाना पकाना भी कितना ख़तरनाक काम है!’

‘मेरे ख़याल से आप अपना खाना कभी नहीं बनाते?’

‘वैसे मैं कभी-कभी तो बनाता हूँ। लेकिन इस तरह की चीज़ें नहीं। मैं अण्डे उबाल सकता हूँ—अगर मैं घड़ी की तरफ़ देखना भूल न जाऊँ। मैं अण्डे के साथ बेकन बना सकता हूँ। मैं सूप का टीन भी खोल सकता हूँ। मेरे घर में बिजली का चूल्हा है।’

‘आप लन्दन में रहते हैं।’

‘अगर आप इसे रहना कहें—तो हाँ।’

वह लूसी को खाना तैयार करते हुए देखता रहा।

‘यह तो बहुत अच्छा है,’ उसने कहा और उबासी ली।

उसका काम पूरा हो गया, लूसी ने उसे अधिक ध्यान से देखा।

‘यह रसोई कैसी है?’

‘मुझे इससे घर की अपनी रसोई की याद आती है—जब मैं छोटा था।’

लूसी को अचानक यह सूझा कि कुछ था जो ब्रायन एस्टली के बारे में अजीब था। उसको जब उसने नज़दीक से देखा तो उसे महसूस हुआ कि उसकी उम्र उससे कहीं अधिक थी जितनी समझ रही थी। उसकी उम्र चालीस के क़रीब रही होगी। अलेक्ज़ेंडर के पिता के रूप में उसको सोच पाना मुश्किल लग रहा था। उसे वे बहुत सारे नौजवान पाइलट याद आये जो उसने विश्व युद्ध के दौरान देखे थे। उस समय उसकी उम्र 14 साल की थी। वो तो विश्व युद्ध के बाद बड़ी हो गयी थी—लेकिन उसे लगा जैसे ब्रायन बड़ा नहीं हुआ, बल्कि वह उम्र के गलियारे से जैसे गुज़र गया। उसकी आगे की बातचीत से यह साफ़ हो गया। वह फिर से रसोई की मेज़ पर बैठ गया।

‘यह बड़ी मुश्किल किस्म की दुनिया है,’ उसने कहा।

लूसी को याद आया कि एम्मा से उसने क्या सुना था।

‘आप तो एक लड़ाकू जहाज़ उड़ाते थे न? आपको तो मेडल भी मिला था न।’

‘ये सब इस तरह की चीज़ें हैं जो आपको ख़ुशफहमी में रखती हैं। आपको कोई पुरस्कार मिला हो तो लोग आपके लिए सहूलियत बना देते हैं। आपको नौकरी वगैरह देकर वे आपकी मदद करते हैं। वे उनकी तरफ़ से बहुत अच्छे होते हैं। लेकिन वे सारे प्रशासनिक किस्म के काम होते हैं, और कोई उन कामों में ऐसे ही अच्छा नहीं होता है। मेज़ कुर्सी लगाकर हिसाब-किताब में उलझे रहना। मेरे पास अच्छे-अच्छे आइडिया हैं, लेकिन कोई उनमें पैसे नहीं लगाता। इन सबमें पैसा लगता है।’

उसने अपना दुखड़ा सुनाया।

‘तुम एडी के बारे में नहीं जानती न? मेरी पत्नी। तुम जान भी कैसे सकती हो? वह सबसे बहुत हटकर है। वह डब्‍ल्‍यू.ए.ए.एफ़. में थी। हमेशा कहती थी कि वह बूढ़ा बड़ा खब्ती है। यह तो तुम जानती ही हो, बहुत कंजूस है। और ऐसा भी नहीं है कि वे सब कुछ मरने पर अपने साथ लेकर जायेंगे। उनके मरने के बाद इसका बँटवारा होना है। एडी का हिस्सा अलेक्ज़ेंडर को जायेगा। हालाँकि जब तक वह 21 साल का नहीं हो जायेगा तब तक वह उन पैसों को हाथ भी नहीं लगा पायेगा।’

‘माफ़ कीजियेगा, लेकिन आपको फिर से टेबल से उठना पड़ेगा। मुझे थोड़ा खाने का काम करना है।'

उसी समय अलेक्ज़ेंडर और वेस्ट चेहरा लाल बनाये हुए वहाँ घुसे और दोनों की साँसें बुरी तरह से फूल रही थीं।

‘हैलो ब्रायन,’ अलेक्ज़ेंडर ने अपने पिता से कहा।

‘ओह तो आज आप मेरा पसन्दीदा खाना बना रही हैं?’

‘हाँ पुडिंग भी है।’

‘हम स्कूल में यॉर्कशायर पुडिंग ख़ूब खाते हैं। वहाँ बहुत अच्छा बनता है।’

‘अच्छा यहाँ से जाओ, मुझे उसका रस तैयार करना है,’ लूसी ने कहा।

‘ख़ूब सारा रस बनाना। क्या हमें दो बड़े कटोरों में भर कर मिल सकता है?’

‘अरे वाह!’ वेस्ट ने कहा।

‘मुझे इसका पीला रंग पसन्द नहीं आता,’ अलेक्ज़ेंडर ने कहा।

‘यह पीला नहीं होगा।’

‘यह बहुत अच्छा खाना बनाती है,’ अलेक्ज़ेंडर ने अपने पिता से कहा। लूसी को महसूस हुआ जैसे दोनों की भूमिकाएँ उलट गयी हों। अलेक्ज़ेंडर ऐसे बोलता था जैसे कोई पिता अपने बच्चे से बात करता है।

‘क्या हम आपकी मदद कर सकते हैं मिस आईलेसबरो?’ स्टोडार्ट वेस्ट ने बड़ी विनम्रता से पूछा।

‘हाँ हाँ अलेक्ज़ेंडर क्यों नहीं? जेम्स तुम ज़रा इस ट्रे को लेकर चलो। मिस्टर एस्टली आप ज़रा ये उठा लें। मैं आलू और पुडिंग लेकर आ रही हूँ।’

‘स्कॉटलैंड का एक आदमी यहाँ है,’ अलेक्ज़ेंडर ने कहा। ‘क्या वह भी हमारे साथ खाना खायेंगे?’

‘यह इस बात के ऊपर निर्भर करता है कि आपकी बुआ ने क्या इन्‍तज़ाम किया है।’

‘मुझे नहीं लगता कि एम्मा को बुरा लगेगा—उनको मेज़बानी करना पसन्द है। लेकिन मुझे लगता है कि हेराल्ड को अच्छा नहीं लगेगा। वे इस हत्या को लेकर थोड़े परेशान हैं। अलेक्ज़ेंडर ट्रे लेकर बाहर चला गया। जाते-जाते वह यह भी बताता गया कि ‘मिस्टर विमबोर्न उस पुलिसवाले के साथ लाइब्रेरी में बैठे हुए हैं। लेकिन वे लंच तक नहीं रुकने वाले।

उनको लन्दन वापस जाना है। ओहो, स्टोडर्स तुम तो घण्टे तक पहुँच भी गये।’

उसी समय घण्टा बज गया। वेस्ट एक कलाकार था। उसने सब कुछ किया और आगे की बातचीत रुक गयी।

वे एक-एक करके खाना जुटाने लगे।

मिस्टर विमबोर्न हॉल में दस्ताने पहने खड़े थे और एम्मा सीढ़ियाँ उतर रही थी।

‘आप खाने के लिए पक्का नहीं रुकेंगे मिस्टर विमबोर्न? सब तैयार है।’

‘नहीं मुझे लन्दन में एक ज़रूरी काम है, ट्रेन में रेस्तरां है।’

‘आप आये बहुत अच्छा लगा,’ एम्मा ने शुक्रिया अदा किया।

लाइब्रेरी से दो पुलिस वाले निकले।

मिस्टर विमबोर्न ने एम्मा का हाथ अपने हाथ में ले लिया।

‘इसमें परेशान होने वाली कोई बात नहीं,’ उसने कहा।

‘ये स्कॉटलैंड यार्ड से आये जासूस पुलिसवाले हैं जो इस मामले की जाँच का काम करेंगे। ये आप लोगों से जानकारी लेने सवा दो बजे आयेंगे ताकि वे इस मामले को सुलझा सकें। लेकिन आप लोगों को कोई परेशानी नहीं होगी,’ उसने क्रैडोक की तरफ़ देखा। ‘क्या मैं वह बात मिस क्राइकेनथोर्प से कह सकता हूँ जो आपने मुझे कहा?’

‘बिलकुल सर।’

‘इंस्पेक्टर क्रैडोक ने मुझे अभी यह बताया कि यह कोई स्थानीय अपराध नहीं है। जिस औरत की हत्या हुई वह लन्दन से आयी थी और शायद विदेशी मूल की भी थी।’

एम्मा क्राइकेनथोर्प ने जल्दी से कहा, ‘विदेशी? क्या फ्रेंच थी?’

मिस्टर विमबोर्न को झटका-सा लगा। क्रैडोक की नज़र एम्मा की तरफ़ घूम गयी।

उनको आश्चर्य हुआ कि वह इस नतीजे पर कैसे पहुँची कि यह औरत एक फ्रेंच थी, और क्यों इस बात से वह इतनी परेशान हो गयी?