कुछ मिनट बाद, कुछ पीली-सी हुई लूसी उस बाड़े से बाहर आ गयी, दरवाज़ा बन्द किया और चाबी वापस अपनी जगह पर रख दी।

वह जल्दी से अस्तबल तक गयी, वहाँ से उसने कार निकाली और उसे पीछे की तरफ़ चलाती हुई सड़क के आखिर में वहाँ जाकर रुकी जहाँ पोस्ट ऑफिस था। वह सीधा टेलीफ़ोन के पास गयी, सिक्का डाला और फ़ोन मिलाने लगी।

‘मैं मिस मार्पल से बात कर सकती हूँ?’

‘वह आराम कर रही हैं। आप मिस आईलेसबरो बोल रही हैं न?’

‘हाँ।’

‘मैं उनको परेशान नहीं करना चाहती। वह बूढ़ी महिला हैं और उनको आराम की ज़रूरत है।’

‘आपको उनको परेशान करना पड़ेगा। ज़रा जल्दी है।’

‘नहीं, मैं नहीं कर सकती—’

‘प्लीज़ जैसा मैंने कहा वैसा कीजिये।’

जब लूसी की सख़्त आवाज़ फ्लोरेन्स ने सुनी तो वह समझ गयी।

मिस मार्पल की आवाज़ आयी।

‘हाँ। लूसी।’

लूसी ने एक गहरी साँस ली।

‘आप सही थी,’ उसने कहा। ‘मैंने खोज लिया है।’

‘एक औरत की लाश?’

‘जी, फर कोट पहने एक औरत। उस मकान के निकट एक बाड़ा है। आप क्या चाहती हैं मैं क्या करूँ? मुझे लगता है पुलिस को बता देना चाहिए?’

‘बिलकुल तुम्हें अभी के अभी पुलिस को बता देना चाहिए।’

‘लेकिन बाकी के बारे में क्या होगा? आपका? सबसे पहली बात वे यह जानना चाहेंगे कि मैं बिना किसी कारण के इस क़दर परेशान क्यों हो रही हूँ। क्या आप चाहती हैं कि मैं कोई कारण बनाऊँ?’

‘नहीं, मुझे लगता है कि,’ मिस मार्पल ने अपनी गम्भीर आवाज़ में कहा, ‘एक ही चीज़ की जा सकती है कि सब कुछ सच-सच बता दें।’

‘आपके बारे में?’

‘सब कुछ के बारे में।’

लूसी के चेहरे पर अचानक त्योरी चढ़ गयी।

‘यह मेरे लिए बहुत आसान होगा। लेकिन मुझे नहीं लगता कि इस बात के ऊपर वे विश्वास करेंगे,’ उसने कहा।

उसने फ़ोन रख दिया। कुछ देर इन्‍तज़ार किया और फिर उसने पुलिस स्टेशन का नम्‍बर मिला दिया।

‘मैंने अभी रदरफोर्ड हॉल के बाड़े में एक लाश देखी है।’

‘क्या देखा?’

लूसी ने अपना वाक्य दोहराया और अगले सवाल का पहले से ही अन्‍दाज़ लगाते हुए अपना नाम भी बता दिया।

कार चलाते हुए वह वापस आयी, कार को वापस रखकर घर के अन्‍दर आयी।

वह हॉल में कुछ सोचते हुए एक मिनट रुकी।

उसने फिर अपने आप में गर्दन हिलाई और सीधा पुस्तकालय में गयी जहाँ मिस क्राइकेनथोर्प टाइम्स क्रॉसवर्ड सुलझाने में अपने पिता की मदद कर रही थी।

‘क्या मैं आपसे एक मिनट के लिए बात कर सकती हूँ मिस क्राइकेनथोर्प?’

एम्मा ने सवालिया निगाहों से ऊपर देखा। जब घर में काम करने वाला या वाली इस तरह से कहता है तो उसका मतलब होता वह जाने वाला है। शायद यही सवाल उसकी निगाहों में रहा हो।

‘हाँ, बोलो लड़की, बोलो,’ मिस्टर क्राइकेनथोर्प ने कुछ चिढ़ते हुए कहा।

लूसी ने एम्मा से कहा :

‘मैं आपसे अकेले में बात करना चाहती हूँ।’

‘बकवास। जो कहना है यहीं कहो,’ मिस्टर क्राइकेनथोर्प ने कहा।

‘एक मिनट पापा,’ कहते हुए एम्मा वहाँ से उठकर दरवाज़े तक गयी।

‘बकवास। इसके लिए रुका जा सकता है,’ उस बूढ़े आदमी ने ग़ुस्से में कहा।

एम्मा बाहर हॉल में आ गयी। लूसी उसके पीछे-पीछे गयी और उसने पीछे दरवाज़ा बन्द कर दिया।

‘हाँ, बोलो। अगर इन बच्चों के कारण तुमको यहाँ काम बहुत करना पड़ रहा है तो मैं उसमें तुम्हारी मदद कर सकती हूँ,’ एम्मा ने कहा।

‘ऐसी कोई बात नहीं है’ लूसी ने कहा। ‘मैं आपके पिता के सामने नहीं बोलना चाहती थी क्योंकि वे बीमार आदमी हैं और यह सुनकर उनको हो सकता है झटका लग जाये। मैंने पीछे के बाड़े में एक ताबूत में एक औरत की लाश देखी है।’

एम्मा क्राइकेनथोर्प उसे घूरने लगी।

‘ताबूत में किसी औरत की लाश? हो ही नहीं सकता!’

‘लेकिन यह सच है। मैंने पुलिस को फ़ोन कर दिया है और वे कुछ ही देर में यहाँ आ जायेंगे।’

एम्मा के गालों पर सुर्खी आ गयी।

‘पुलिस को बताने से पहले तुम्हें मुझे बताना चाहिए था।’

‘मुझे अफ़सोस है,’ लूसी ने कहा।

‘मैंने तुमको फ़ोन करते हुए देखा नहीं,’ एम्मा ने हॉल में टेबल पर पड़े फ़ोन की तरफ़ देखते हुए कहा।

‘मैंने सड़क की दूसरी तरफ़ के पोस्ट ऑफिस से फ़ोन किया था।’

‘लेकिन यहाँ से क्यों नहीं किया?’

लूसी ने तुरन्त सोचते हुए कहा।

‘मुझे लगा कहीं लड़के न सुन लें इसलिए मैंने यहाँ से फ़ोन नहीं किया।’

‘अच्छा तो पुलि‍स यहाँ आ रही है?’

‘वे यहाँ आ चुके हैं,’ लूसी ने कहा, और घर के दरवाज़े के पास एक गाड़ी के रुकने की आवाज़ आयी और घर की घण्टी बजने लगी।


II


‘मुझे माफ़ कीजिये—जो मैंने आपसे यह पूछा,’ इंस्पेक्टर बेकन ने पूछा।

उसने अपने दोनों हाथ मोड़ रखे थे, वह एम्मा को बाड़े से बाहर ले गया। एम्मा का चेहरा पीला पड़ गया था, वह बीमार लग रही थी, लेकिन तनकर चल रही थी।

‘मैं पक्के तौर पर यह कह सकती हूँ कि मैंने इस औरत को अपने जीवन में कभी नहीं देखा।’

‘हम आपके बड़े आभारी हैं मिस क्राइकेनथोर्प, मैं बस यही जानना चाहता हूँ। शायद आप कुछ देर आराम करना चाहें?’

‘मुझे अपने पापा के पास जाना है। जैसे ही मैंने इसके बारे में सुना मैंने अपने पिता को फ़ोन किया और डॉक्टर इस समय उनके पास हैं।’

डॉ. क्विम्‍पर लाइब्रेरी से निकल कर आये। वे लम्बे थे, अजीब तरह के लगते थे।

उन्होंने और इंस्पेक्टर ने एक-दूसरे को देखकर सिर हिलाया।

‘मिस क्राइकेनथोर्प ने बहुत बहादुरी के साथ सामना किया,’ बेकन ने कहा।

‘बहुत अच्छे एम्मा,’ एम्मा के कंधे को थपथपाते हुए डॉक्टर ने कहा। ‘तुम इस तरह की चीज़ों का सामना कर सकती हो। मैं हमेशा से इस बात को जानता हूँ। तुम्हारे पिता बिलकुल ठीक हैं। अन्‍दर जाओ और उनसे बातें करो, और फिर डाइनिंग रूम में जाकर एक गिलास ब्रांडी पी लो। यह दवाई है।’

‘यह औरत इस धरती पर एक दुखियारी है,’ डॉक्टर ने उसकी ओर देखते हुए कहा। ‘बेचारी, इसने कभी शादी नहीं की क्योंकि यह घर मे अकेली लड़की थी, बाकी सभी पुरुष। दूसरी बहन की सत्रह साल की उम्र में शादी हो गयी। यह काफ़ी सुन्दर रही है। पत्नी और माँ के तौर पर सफल हुई होती।’

‘मुझे लगता है यह अपने पिता के प्रति काफ़ी समर्पित है,’ इंस्पेक्टर बेकन ने कहा।

‘यह कोई उतनी समर्पित नहीं है—लेकिन इसके अन्‍दर अपने घर के पुरुषों को खुश करने का भाव होता है। यह देखती है कि उसका पिता कोई काम धाम नहीं करता, तो उसने इस तरह से घर सम्भाला कि वह बिना काम किये पड़ा रहा। अपने भाइयों को लेकर भी उसका यही हाल है। सेडरिक को यह लगता है कि वह एक अच्छा पेंटर है, क्या नाम है उसका—हैरोल्ड—वही जानता है वह किस क़दर उसके फैसले के ऊपर यकीन करती है—वह अल्फ्रेड को इसके मौके देती है कि वह कितनी चालाकी से मोल-तोल कर लेता है। अच्छा, आप चाहते हैं कि मैं आपके लिए कुछ करूँ? जॉनस्टोन ने जो लाश अभी देखी है क्या आप चाहते हैं कि वह मैं भी देख लूँ, ताकि यह देख सकूँ कि कहीं इसका इलाज मैंने तो नहीं किया है?’

‘मैं उसे एक बार देखना चाहूँगा, डॉक्टर। हम चाहते हैं कि उसकी पहचान हो जाये। मुझे लगता है बूढ़े मिस्टर क्राइकेनथोर्प के लिए उसकी पहचान कर पाना मुश्किल है? उनको कुछ अधिक परेशान करना होगा?’

‘परेशानी? अगर आपने उनको एक झलक नहीं देखने दी तो वे इसके लिए आपको कभी माफ़ नहीं करेंगे। वे पूरी तरह से बेचैन हैं। पिछले पन्द्रह सालों में उनके साथ कुछ ऐसा पहली बार हुआ है जिसके लिए उन्‍हें पैसे भी नहीं देने पड़ रहे!’

‘फिर उनके साथ कुछ ऐसा वैसा नहीं होगा?’

‘वे बहत्तर साल के हैं,’ डॉक्टर ने कहा। ‘बस यही है। उनके बदन में दर्द होता है, किसको नहीं होता?’ खाने के बाद उनको पसीने आते हैं—जिसको वे दिल से जोड़ लेते हैं। उनको जिस समय जो करना होता है कर लेते हैं! उनके जैसे मेरे पास कई मरीज हैं। जो मरीज़ बीमार होते हैं वे ज़ोर देकर यह कहते रहते हैं कि वे पूरी तरह से ठीक हैं। चलिये लाश देखते हैं। वैसे देखना तो अच्छा नहीं ही लगेगा?’

‘जॉनस्टोन ने अनुमान लगाया कि उसकी मौत पन्द्रह दिन से तीन सप्ताह पहले हुई होगी।’

‘तब तो काफ़ी बुरी हालत होगी।’

डॉक्टर ताबूत के पास खड़ा होकर देखता रहा। पूरी तरह बिना परेशान हुए।

‘नहीं इसे पहले कभी नहीं देखा। यह मेरी मरीज नहीं है। मुझे याद नहीं आता है कि मैंने इसे ब्रैखेम्प्टन में कहीं देखा भी हो। पहले बहुत सुन्दर भी रही होगी—उसका यह हाल पता नहीं किसने किया है।’

वे फिर से बाहर निकल गये। डॉक्टर क्विम्‍पर ने एक बार इमारत की तरफ़ ऊपर देखा।

‘कहाँ मिला—तो एक बड़े से बाड़े में—एक ताबूत में! बहुत ख़ूब! किसने देखा इसे?’

‘मिस लूसी आईलेसबरो ने।’

‘ओह, वह नई काम वाली? वह वहाँ क्या कर रही थी, वहाँ ताबूत में क्यों झाँक रही थी?’

‘यही तो मैं उससे पूछने वाला हूँ,’ इंस्पेक्टर बेकन ने कहा। ‘और मिस्टर क्राइकेनथोर्प के बारे में क्या आप—?’

‘मैं उनको अपने साथ लेकर आ जाऊँगा।’

मिस्टर क्राइकेनथोर्प गले में मफ़लर बाँधे धीमे-धीमे चलते हुए आये, उनके पीछे-पीछे डॉक्टर थे।

‘शर्मनाक है। बिलकुल शर्मनाक। मैं इसे फ्लोरेन्स से 1908 या 1909 में लाया था शायद। इस ताबूत को,’ उन्होंने कहा।

‘आप ठीक से खड़े रहिये। अच्छा नहीं लगेगा शायद।’

‘चाहे मैं कितना भी बीमार हूँ लेकिन अपना कर्तव्य पूरा करने में पीछे नहीं हटने वाला।’

वे थोड़ी देर के लिए बाड़े में गये और वहाँ कुछ देर ठहरकर तेज़ी से बाहर निकल आये।

‘मैंने इसे कभी नहीं देखा!’ उन्होंने कहा। ‘इसका क्या मतलब है? बेहद शर्मनाक है। यह फ्लोरेन्स की बात नहीं है—अब याद आया—नेपल्स की बात है। बहुत अच्छा था। और कोई बेवकूफ़ औरत आयी और इसके अन्‍दर मर गयी!’

उन्होंने अपने ओवरकोट को बाईं तरफ़ दबाया।

‘यह तो मेरे लिए बहुत अधिक है—मेरे दिल के लिए—एम्मा कहाँ है? डॉक्टर—’

डॉक्टर क्विम्‍पर ने उनके हाथ थाम लिए।

‘आप ठीक हो जायेंगे। मैं कहूँगा कि थोड़ी-सी ब्रैंडी ले लें।’

वे वापस घर की तरफ़ चले गये।

‘सर। प्‍लीज़ सर।’

इंस्पेक्टर बेकन पीछे मुड़े। दोनों लड़के आ गये थे, हाँफते हुए, अपनी साइकिल पर। उनके चेहरे पर सवाल था।’

'सर, क्या हम लाश को देख सकते हैं?’

‘नहीं, आप नहीं देख सकते,’ इंस्पेक्टर बेकन ने कहा।

‘सर प्‍लीज़ हमें देखने दीजिये। क्या पता हम ही पहचान लें। हमारे ही बाड़े में ख़ून हुआ है। जो शायद फिर कभी न हो। प्‍लीज़ सर, हमें देखने दीजिये।’

‘आप दोनों कौन हैं?’

‘मैं अलेक्ज़ेंडर ईस्टली हूँ, और यह मेरा दोस्त जेम्स वेस्ट है।’

‘क्या तुम लोगों ने कभी गिलहरी जैसे फर वाले ओवरकोट पहने किसी सुन्दर औरत को यहाँ कहीं देखा था?’

‘अच्छा, मुझे ठीक से याद नहीं आ रहा,’ अलेक्ज़ेंडर ने कहा। ‘अगर आप मुझे एक नज़र झाँक लेने दें—’

‘दोनों को ले जाकर दिखा दो एक बार।’

‘आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सर,’ दोनों लड़कों ने कहा।

बेकन घर की तरफ़ मुड़कर चलने लगा।

‘और अब मिस लूसी आईलेसबरो की बारी है,’ उसने अपने आप से सख़्ती के साथ कहा।


III

पुलिस को उस बाड़े तक ले जाकर उसे वहाँ के बारे में बताकर लूसी वहाँ से जा चुकी थी, लेकिन उसे इस बात का कोई भ्रम नहीं था कि पुलिस उससे पूछताछ नहीं करेगी।

उस समय वह शाम के चिप्स के लिए आलू तैयार कर रही थी जब उसके पास खबर आयी कि इंस्पेक्टर बेकन उससे मिलना चाहते हैं। उसने काम छोड़ा और पुलिस वाले के पीछे-पीछे वहाँ चली गयी और बैठकर इंस्पेक्टर के सवाल का इन्‍तज़ार करने लगी।

उसने अपना नाम लिखा और लन्दन का अपना पता और अपनी बात कहने लगी :

‘अगर आप मेरे बारे में जानना चाहते हैं तो मैं आपको कुछ लोगों के नाम और पते दूँगी।’

वे नाम बहुत अच्छे थे। उनमें एक एडमिरल था, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का एक प्रोफेसर, और ब्रिटिश साम्राज्य की एक हसीना भी। जिसे देखकर इंस्पेक्टर बेकन प्रभावित हुए।

‘अब मिस आईलेसबरो आप उस बड़े बाड़े में पेंट की तलाश में गयी थीं। सही है न? जब आपको पेंट मिल गया तो आप इस ताबूत को देखने चली गयीं। आपको इस ताबूत की तरफ़ क्या खींच कर ले गया?’

‘मैं एक लाश ढूँढ रही थी,’ लूसी ने कहा।

‘आप एक लाश ढूँढ रही थीं—और आपको एक मिल भी गयी! यह सुनकर कुछ असाधारण नहीं लगता है?’

‘ओह, बिलकुल असाधारण है। शायद मैं आपको कुछ समझा सकूँ।’

‘मुझे लगता है आप ज़रूर इसके ऊपर रोशनी डाल पायेंगी।’

लूसी ने संक्षेप में उनको पूरी कहानी सुना दी।

अन्त में इंस्पेक्टर कुछ ज़ोर से बोला।

‘आपको एक बूढ़ी औरत ने यह कहा कि आप यहाँ काम करने लगें और यहाँ आसपास लाश की खोज करें? सही है?’

‘हाँ।’

‘वह बुजुर्ग महिला कौन हैं?’

‘मिस जेन मार्पल। इस समय वह 4 मेडिसन रोड में रह रही हैं।’

इंस्पेक्टर ने लिख लिया।

‘आप यह चाहती हैं कि मैं इस कहानी पर यकीन कर लूँ?’

लूसी ने आहिस्ता से कहा :

‘नहीं, तब तक नहीं जब तक कि आप मिस मार्पल से बात नहीं कर लेते, और वह इस बात की पुष्टि नहीं कर देतीं।’

‘मैं उनसे ज़रूर बात करूँगा। उनसे बात करना बेहद ज़रूरी है।’

लूसी ने कहा :

‘आप मिस क्राइकेनथोर्प को मेरे बारे में क्या बताने वाले हैं?’

‘आपने यह क्यों पूछा?’

‘जहाँ तक मिस मार्पल का ताल्लुक है, मैंने अपना काम कर दिया है, वह चाहती थी कि लाश को खोज लिया जाये, मैंने खोज लिया। लेकिन मैं अभी भी मिस क्राइकेनथोर्प के लिए काम कर रही हूँ, और उनके घर में दो बच्चे भूखे बैठे हैं और हो सकता है कि यह सब सुनकर उनके कुछ और रिश्तेदार भी आयें। उनको घर में काम करने वाली की ज़रूरत है। अगर आप उनको जाकर यह बतायेंगे कि मैंने यह काम इसलिए सम्भाला था क्योंकि मुझे लाश की खोज करनी थी तो शायद वह मुझे काम से निकाल दें। नहीं तो मैं अपना काम करती रहूँगी और उनके काम आसान करती रहूँगी।’

इंस्पेक्टर ने उसको सख़्ती से देखा।

‘मैं इस समय किसी से कुछ भी नहीं कहने वाला हूँ,’ उसने कहा। ‘मैंने अभी आपकी बातों की पुष्टि नहीं की है। जहाँ तक मैं समझ पा रहा हूँ आप ये सारी बातें बना रही हैं।’

लूसी उठ खड़ी हुई।

‘शुक्रिया। अब मैं रसोई में जा रही हूँ अपना काम करने।’