‘जिस तरह की बातें लोग कर रहे हैं वो भयानक हैं,’ मिसेज़ किडर ने कहा। ‘लेकिन मैं सुनती नहीं हूँ। लेकिन तुम शायद इस बात के ऊपर ज़्यादा भरोसा नहीं करोगी,’ उसने उम्मीद के साथ इन्‍तज़ार किया।

‘हाँ। मैं समझ सकती हूँ,’ लूसी ने कहा।

‘जिसकी बाड़े में लाश मिली थी,’ मिसेज़ किडर ने कहना जारी रखा, और रसोई की फ़र्श को बुहारने में भी लगी रही, ‘उसके बारे में सभी कह रहे हैं कि लड़ाई के दिनों में वह एडमण्ड को बहुत पसन्द थी, वह यहाँ आयी तो पीछे-पीछे उसका ईर्ष्यालु पति भी आ गया, और उसने उस औरत का क़त्‍ल कर दिया। कोई विदेशी यह कर तो सकता है, लेकिन इतने सालों के बाद इस बात की कोई सम्भावना नहीं लगती, नहीं?’

‘मुझे ऐसा लगता तो नहीं है।’

‘लेकिन वे तो इससे भी बुरी बात कहते हैं,’ मिसेज़ किडर ने कहा। ‘लोगों का क्या है। वे तो कुछ भी कह देते हैं। उन दिनों मिस्टर हेराल्ड ने कहीं विदेश में शादी की थी और वह आयी तो उसने पाया कि वह एक और औरत शादीशुदा है, और वह उसको अदालत में ले जाने वाली थी और यह कि वह उससे यहाँ मिला और उसका क़त्‍ल करके लाश को ताबूत में छिपा दिया। तुमने कभी सुना था!’

‘बड़े सदमे वाली बात है,’ लूसी ने कहा, जबकि उसका दिमाग़ कहीं और था।

‘हाँ, मैं भी ऐसे किस्सों को नहीं सुनती हूँ,’ मिसेज़ किडर ने कहा।

‘मैं ऐसे किस्सों में कोई दिलचस्पी नहीं लेती। मुझे यह बात परेशान करती है कि लोग किस तरह ऐसी बातें सोचते हैं, कहना तो दूर की बात है। मैं तो बस यही दुआ करती हूँ कि ये किस्से मिस एम्मा तक न पहुँचे। वह बहुत अच्छी लड़की है। उसको बुरा लगेगा और मैं यह नहीं चाहती हूँ। मैंने उनके ख़िलाफ़ एक शब्द भी नहीं सुना है। और हाँ, मिस्टर अल्फ्रेड अब नहीं रहे लेकिन उनके बारे में भी कोई कुछ नहीं कहता है। अच्छा नहीं लगता जब किसी के बारे में इस तरह की बातें की जाती हैं।’

मिसेज़ किडर ने ख़ूब मन के साथ कहा।

‘आपके लिए यह सुनना बहुत दर्दनाक रहता होगा,’ लूसी ने कहा।

'अरे हाँ,’ मिसेज़ किडर ने कहा। ‘यह तो बुरी बात है। मैंने अपने पति से कहा भी। उनका जो जी आये वे कहते रहते हैं।’

घण्टी बजी।

‘बाहर डॉक्टर आये हैं, मिस। आप उनको अन्‍दर लेकर जायेंगी या मैं ले जाऊँ?’

‘मैं जाऊँगी,’ लूसी ने कहा।

लेकिन बाहर कोई डॉक्टर नहीं था। दरवाज़े पर एक लम्बी, सुन्दर-सी महिला खड़ी थी जिसने मिंक कोट पहन रखा था। वह बाहर खड़ी रोल्स में चढ़कर आयी थी जिसे एक ड्राइवर चला रहा था।

‘क्या मैं मिस क्राइकेनथोर्प से मिल सकती हूँ?’

आवाज़ बहुत अच्छी थी। महिला भी सुन्दर थी। क़रीब 35 साल की, उसने अच्छी तरह से मेकअप किया हुआ था।

‘माफी चाहूँगी,’ लूसी ने कहा। ‘मिस क्राइकेनथोर्प बीमार हैं और फिलहाल वह किसी से नहीं मिल सकती हैं।’

‘मुझे पता है कि वह बीमार हैं, लेकिन यह बहुत ज़रूरी है, मुझे उनसे मिलना है।’

‘मुझे नहीं लगता,’ लूसी ने कहना शुरू किया।

मेहमान ने लूसी को टोकते हुए कहा, ‘मुझे लगता है तुम मिस आईलेसबरो हो, नहीं?’ उसकी मुस्कुराहट बहुत आकर्षक है। ‘मेरे बेटे ने तुम्हारे बारे में बताया था। मैं वेस्ट की माँ हूँ और अलेक्ज़ेंडर मेरे साथ रह रहा है।’

‘अच्छा,’ लूसी ने कहा।

‘और यह सचमुच ज़रूरी है कि मैं मिस क्राइकेनथोर्प से मिलूँ,’ दूसरे ने कहा। ‘मुझे उनकी बीमारी के बारे में सब कुछ पता है और मैं तुमको यह बताना ज़रूरी समझती हूँ कि मैं यूँ ही मिलने के ख़याल से नहीं आयी हूँ। मैं इसलिए आयी हूँ क्योंकि उन लड़कों ने मुझे कोई ऐसी बात बतायी है। मुझे लगता है कि यह बात बड़ी ज़रूरी है और मैं इसके बारे में मिस क्राइकेनथोर्प से बात करना चाहती हूँ। तुम उनको बता दोगी?’

‘आइये,’ लूसी ने मेहमान को अन्‍दर बुलाया और ड्राइंग रूम में बैठा दिया। फिर उनसे कहा, ‘अब मैं ऊपर जाकर मिस क्राइकेनथोर्प से बताती हूँ।’

वह ऊपर गयी और उसने एम्मा का दरवाज़ा खटखटाया और अन्‍दर चली गयी।

‘लेडी स्टोडार्ट वेस्ट आयी हैं।’ उसने कहा। ‘वह आपसे मिलना चाहती हैं।’

‘लेडी स्टोडार्ट वेस्ट?’ एम्मा को हैरत हुई। उसके चेहरे पर चेतावनी का भाव आ गया। ‘वहाँ अलेक्ज़ेंडर को कुछ हुआ तो नहीं?’

‘नहीं नहीं। ऐसा लगता है कि लड़के वहाँ एकदम बढ़िया हैं। ऐसा लगता है कि उन लड़कों ने उनको कुछ बताया है।’

‘अच्छा—’ एम्मा ने झिझकते हुए कहा। ‘फिर तो मुझे मिल लेना चाहिए। मैं ठीक तो लग रही हूँ न लूसी?’

‘आप बहुत अच्छी लग रही हैं,’ लूसी ने कहा।

एम्मा अपने बिस्तर पर बैठी हुई थी, कंधे पर हल्का गुलाबी रंग का शाल लपेटे और चेहरे पर हल्की मुस्कान लिए। उनके गहरे बालों को नर्स ने अच्छी तरह से कंघी की हुई थी। लूसी ने एक दिन पहले टेबल पर पतझड़ के पत्तों को रखा था। उनका कमरा बहुत अच्छा लग रहा था और ऐसा लग ही नहीं रहा था जैसे किसी बीमार का कमरा हो।

‘मैं अब बिलकुल ठीक हो गयी हूँ और खड़ी हो सकती हूँ,’ एम्मा ने कहा। ‘डॉ. क्विम्‍पर ने कहा है कि मैं कल तक खड़ी हो सकती हूँ।’

‘आप बिलकुल पहले की तरह लग रही हैं,’ लूसी ने कहा। क्या मैं लेडी स्टोडार्ट वेस्ट को कमरे में लेकर आऊँ?’

‘हाँ, ज़रूर।’

लूसी ने नीचे जाकर कहा, ‘क्या आप मिस क्राइकेनथोर्प के कमरे में आ जायेंगी?’

वह मेहमान को लेकर ऊपर गयी, दरवाज़ा खोलकर उनको अन्‍दर जाने दिया और फिर उसे बन्द कर दिया। लेडी स्टोडार्ट वेस्ट हाथ बढ़ाकर बिस्तर की तरफ़ बढ़ी।

‘मिस क्राइकेनथोर्प मैं इस तरह से आने के लिए माफ़ी चाहती हूँ। मुझे लगता है कि मैंने आपको स्कूल में खेलकूद के मौके पर देखा है।’

‘हाँ, मुझे अच्छी तरह से याद है। आप बैठ जाइये,’ उन्होंने जवाब दिया। बिस्तर के पास लगी कुरसी पर बैठते हुए उन्होंने फुसफुसाते हुए कहा :

‘आपको ज़रूर लग रहा होगा कि मैं इस तरह से यहाँ क्यों आयी, लेकिन मेरे आने का कारण है। मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण कारण है। दोनों लड़के मुझे बातें बता रहे थे। आप समझ सकती हैं कि दोनों यहाँ हुए ख़ून को लेकर बड़े जोश में थे। मैं यह कहना चाहती हूँ कि सुनकर मैं बहुत डर गयी थी। मैं तो जेम्स को उसी समय वापस लाना चाहती थी। लेकिन मेरे पति ने बात को हँसी में उड़ा दिया। उन्होंने कहा कि यह ख़ून हुआ तो है लेकिन इसका कोई ताल्लुक उस घर या परिवार से नहीं है, और उन्होंने कहा कि अपने बचपन के दिनों से, और बच्चों के पत्र से ऐसा लगता है कि दोनों को वह जगह इतनी पसन्द है कि उनको वहाँ से लाना एक तरह का अत्याचार होगा। इसलिए मैं इस बात के लिए मान गयी कि वे दोनों अपने नियत समय पर ही यहाँ आयें।’

एम्मा ने कहा, ‘आपको लगता है कि हमें आपके बेटे को समय से पहले घर भेज देना चाहिए था?’

‘नहीं नहीं, मेरा यह मतलब बिलकुल नहीं है। ओह, मेरे लिए यह बहुत मुश्किल है! लेकिन जो मैं कहना चाहती हूँ ज़रूर कहा जाना चाहिए। देखिये, इन लड़कों ने मुझे बताया था कि यहाँ जिस औरत का ख़ून हुआ—उसके बारे में पुलिस को लगता है कि वह फ्रेंच है और उसे आपका बड़ा भाई—जो लड़ाई में मारा गया—फ्रांस में जानता था। ऐसा है क्या?’

‘ऐसा हो सकता है,’ एम्मा ने कहा, उसकी आवाज़ थोड़ी टूट रही थी। ‘हम लोगों को मज़बूर होकर ऐसा सोचना पड़ा। ऐसा रहा हो शायद।’

‘क्या ऐसा कोई कारण है जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि यह लाश उस लड़की मार्टिन की है?’

‘मैंने आपसे कहा न कि ऐसी सम्भावना है।’

‘लेकिन क्यों—उनको ऐसा क्यों लगा कि वह मार्टिन थी? क्या उनको कोई काग़ज़ ऐसा मिला था?’

‘नहीं। ऐसा कुछ भी नहीं है। लेकिन मेरे पास मार्टिन की एक चिट्ठी थी।’

‘आपके पास मार्टिन की चिट्ठी थी?’

‘हाँ। एक चिट्ठी थी जिसमें उसने लिखा था कि वह इंग्लैंड आयी थी और मुझसे आकर मिलना चाहती थी। मैंने उसे यहाँ आने के लिए कहा था, लेकिन मुझे एक टेलीग्राम मिला जिसमें लिखा था कि वह फ्रांस वापस चली गयी थी। शायद वह फ्रांस चली गयी थी। हमें इस बात का पता नहीं है। लेकिन उसके बाद यहाँ एक लिफ़ाफ़ा मिला था जिसके ऊपर उसका पता लिखा था। जिससे यह लगता है कि वह यहाँ आयी थी। लेकिन मुझे पता नहीं—’ वह रोने लगी।

लेडी स्टोडार्ट वेस्ट ने धीरे-धीरे कहना शुरू किया :

‘आपको यह बात समझ में नहीं आ रही होगी कि इससे मेरा क्या लेना देना? यह सही भी है। मुझे आपके पास नहीं आना चाहिए था। लेकिन जब मैंने यह सुना—या जब मुझे इस बारे में पता चला—तो मुझे आना पड़ा, क्योंकि—’

‘हाँ?’

‘मुझे आपको यह बता देना चाहिए जो मैं आपको कभी बताना नहीं चाहती थी। मैं ही मार्टिन डुबोईस हूँ।’

एम्मा ने मेहमान की तरफ़ देखा लेकिन उसे उसकी बातों का कोई मतलब समझ में नहीं आ रहा था।

‘आप!’ उन्होंने कहा। ‘आप मार्टिन हैं?’

उसने सिर हिलाते हुए कहा, ‘हाँ, आपको हैरत होगी, लेकिन मैं ही हूँ। मैं आपके भाई एडमण्ड से मिली थी, लड़ाई के शुरुआती दिनों में। वह हमारे घर में रुका भी था। और उसके बाद की बात तो आप जानती ही हैं। हमें प्यार हो गया। हम शादी करने वाले थे कि डुंकिर्क की लड़ाई में एडमण्ड गायब हो गया। बाद में बताया गया कि उसकी मौत हो गयी। मैंने उस समय आपसे बात नहीं की थी। यह बहुत समय पहले की बात है और यह सब हो गया। लेकिन मैं आपसे कहूँगी कि मैंने आपके भाई को बहुत प्यार किया था—’

‘फिर लड़ाई की सचाइयाँ सामने आयी। जर्मन ने फ्रांस के ऊपर कब्‍ज़ा कर लिया। मैं विरोध के लिए काम करने लगी। मुझे अंग्रेज़ों को फ्रांस से इंग्लैंड जाने में मदद करने का काम सौंपा गया था। उसी दौरान मैं अपने पति से मिली। वह एयरफोर्स ऑफ़िसर थे, उनको फ्रांस में पैराशूट से गिराया गया था, ख़ास तरह के काम करने के लिए। जब लड़ाई ख़त्‍म हुई तो हमने शादी कर ली। मैंने एकाध बार यह सोचा भी कि आपसे मिलूँ या आपको चिट्ठी लिखूँ, लेकिन मैंने ऐसा न करने का फ़ैसला किया। मुझे लगा कि पुरानी यादों को ताज़ा करने से कोई फ़ायदा नहीं होने वाला है। मेरा नया जीवन था और पुराने जीवन को याद करने का मेरा कोई इरादा नहीं था।’ उसने कुछ रुकते हुए फिर कहा, ‘लेकिन तब मुझे अजीब-सी खुशी हुई जब मुझे यह पता चला कि मेरे बेटे जेम्स का स्कूल में सबसे अच्छा दोस्त जो लड़का था वह एडमण्ड की बहन का बेटा था। अलेक्ज़ेंडर, मुझे बहुत कुछ एडमण्ड की तरह लगता है, यह तो आप भी मानेंगी। यह जानकर मुझे अच्छा लगा कि जेम्स और अलेक्ज़ेंडर अच्छे दोस्त हैं।’

उसने आगे झुकते एम्मा की बाँह पर अपने हाथ रख दिये। ‘लेकिन मुझे जब यह पता चला कि जिस औरत का ख़ून हुआ है उसके बारे में यह बताया जा रहा है कि वह मार्टिन थी, जिस मार्टिन को एडमण्ड जानता था, तो मुझे लगा कि आपको सच बता देना चाहिए। या तो आपको या मुझे पुलिस को बता देना चाहिए। वह मरी हुई औरत और चाहे जो भी हो मार्टिन नहीं है।’

‘मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है,’ एम्मा ने कहा ‘कि आप वह लड़की हैं जिसके बारे में मुझे एडमण्ड ने लिखा था।’ उसने तेज़ साँस ली, अपनी गर्दन हिलाई, और फिर उसने उलझन में भौंहें चढ़ाईं, ‘लेकिन मुझे यह बात समझ में नहीं आ रही है क्या आपने मुझे चिट्ठी लिखी थी?’

लेडी स्टोडार्ट वेस्ट ने सिर हिलाते हुए कहा, ‘बिलकुल नहीं, मैंने आपको कोई चिट्ठी नहीं लिखी थी।’

‘फिर—’ एम्मा कहते-कहते चुप हो गयी।

‘फिर कोई ऐसी औरत थी जो मार्टिन बनकर आपसे पैसे लेना चाहती थी? यह हो सकता है। लेकिन वह हो कौन सकती है?’

एम्मा ने धीरे से कहा, ‘मेरे ख़याल से उस समय कुछ लोग थे जो इस बात के बारे में जानते थे?’

दूसरी औरत ने कंधे उचकाये। ‘शायद, हाँ। लेकिन कोई ऐसा नहीं था जो मेरे क़रीब हो। जब से मैं इंग्लैंड आयी हूँ इस बारे में मैंने किसी को नहीं बताया। और मैं इतने समय तक इन्‍तज़ार क्यों करती? यह अजीब है, बहुत अजीब।’

एम्मा ने कहा, ‘मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा। हमें यह देखना होगा कि इंस्पेक्टर क्रैडोक क्या कहते हैं।’ उसने अपनी मेहमान की ओर देखते हुए थोड़ा प्यार से कहा। ‘मुझे बहुत खुशी हुई कि आख़िरकार तुमसे मुलाक़ात हुई।’

‘और आप—आपके बारे में एडमण्ड बातें करता था। वह आपको बहुत प्यार करता था। मैं अपने नये जीवन में खुश हूँ, लेकिन यह भी है कि मैं भूल नहीं सकती।’

एम्मा ने पीछे होते हुए राहत की साँस ली। ‘यह बहुत राहत की बात है,’ उसने कहा। ‘जब से हमें इस बात का डर था कि वह औरत मार्टिन हो सकती थी—तब से यह परिवार के साथ बँध गया। लेकिन अब—मेरे ऊपर से बड़ा भार उतार गया है। मुझे पता नहीं कि वह कौन थी लेकिन उसका हम लोगों से कोई लेना-देना नहीं था!’