‘ऐ लड़की इधर आओ।’

लूसी ने पीछे मुड़कर आश्चर्य में देखा। बूढ़े क्राइकेनथोर्प उसे दरवाज़े के पीछे से ग़ुस्से में बुला रहे थे।

‘आप मुझे बुला रहे हैं मिस्‍टर क्राइकेनथोर्प?’

‘ज़्यादा बात मत करो। अन्‍दर आओ।’

लूसी ने उनकी बात का पालन किया। बूढ़े क्राइकेनथोर्प ने उसका हाथ पकड़ा और दरवाज़े के अन्‍दर करके दरवाज़े को बन्द कर दिया।

‘मैं तुमको कुछ दिखाना चाहता हूँ,’ उन्होंने कहा।

लूसी ने अन्‍दर देखा। वे एक छोटे-से कमरे में थे जो बनाया तो गया था स्टडी के लिहाज से, लेकिन साफ़ दिखाई दे रहा था कि बहुत दिनों से उसका उपयोग नहीं किया गया था। चारों तरफ़ धूल-जाले थे। हवा में भी धूल और सीलन की गंध भरी हुई थी।

‘आप चाहते हैं कि मैं यह कमरा साफ़ कर दूँ?’ उसने पूछा।

मिस्टर क्राइकेनथोर्प ने ग़ुस्से में सिर हिलाया।

‘नहीं मैं नहीं चाहता! मैं इस कमरे को बन्द रखता हूँ। एम्मा इस कमरे में ताक-झाँक करना चाहती है, लेकिन मैं उसे अन्‍दर नहीं आने देता। यह मेरा कमरा है। इन पत्थरों को देखो? ये ज़मीन के भीतर से निकले नायाब नमूने हैं।’

लूसी ने देखा कि वहाँ 12 से 14 पत्थरों के टुकड़े पड़े थे, कुछ चमकीले थे तो कुछ रूखे।

‘बहुत अच्छे। ये तो बढ़िया हैं,’ लूसी ने कहा।

‘तुम सही कह रही हो। ये अच्छे हैं। तुम एक होशियार लड़की हो। मैं हर किसी को यह नहीं दिखाता। मैं तुम्हें कुछ और चीज़ें दिखाऊँगा।’

‘यह तो आपकी मेहरबानी है, लेकिन मुझे लगता है कि मैं जो काम कर रही हूँ मुझे वह कर लेना चाहिए। घर में छह लोग हैं—’

‘वो मुझे घर के बाहर भी खाते हैं, घर के अन्‍दर भी—जब भी ये यहाँ आते हैं यही तो करते हैं! खाना। वे जो खाते हैं उसके लिए कुछ देने की बात नहीं करते। सब जोंक की तरह हैं! सब इन्‍तज़ार कर रहे हैं कि मैं मर जाऊँ। लेकिन मैं अभी नहीं मरने वाला—मैं उनको खुश करने के लिए नहीं मरने वाला हूँ। मैं बहुत मज़बूत हूँ, यह तो एम्मा भी जानती है।’

‘मुझे पक्का यकीन है कि आप हैं।’

‘मैं कोई उतना बूढ़ा भी नहीं हूँ। वह समझती है कि मैं बूढ़ा आदमी हूँ, वह मेरी देखभाल भी उसी तरह से करती है। क्या तुमको लगता है कि मैं बूढ़ा हूँ?’

‘बिलकुल नहीं,’ लूसी ने कहा।

‘होशियार लड़की! ज़रा इसकी ओर देखो।’

उसने एक बड़े से धुँधले चार्ट की तरफ़ इशारा किया जो दीवार पर टँगा हुआ था। उस चार्ट में वंशावली लिखी हुई थी। कुछ तो इतने महीन ढंग से लिखे गये थे कि उनको पढ़ने के लिए लेंस की ज़रूरत होती। पूर्वजों के नाम बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हुआ था और उनके नामों के ऊपर ताज का निशान बना हुआ था।

‘राजाओं के वंशज हैं,’ क्राइकेनथोर्प ने कहा। ‘यह मेरी माँ के वंशजों के नाम हैं, मेरे पिता के नहीं। वह तो बकवास थे! आम तौर पर जैसे बूढ़े होते हैं! वे मुझे पसन्द नहीं करते थे। मैं हमेशा से उनके मुक़ाबले बढ़िया शौक़ वाला आदमी था। अपने माँ के परिवार वालों जैसा था। मुझे स्वाभाविक रूप से कला और शास्त्रीय मूर्तिकला में दिलचस्पी थी—उनको यह सब बेकार लगता था—बेवकूफ़ बूढ़ा। मुझे अपनी माँ की याद नहीं है—जब मैं दो साल का था तब उनकी मौत हो गयी थी। उनके परिवार का आखिरी सदस्य था। वे बर्बाद हो गये थे और मेरी माँ की शादी मेरे पिता के साथ हुई। लेकिन वहाँ देखो कितने बड़े-बड़े ओहदे वाले थे उस परिवार में। और ये सब तब थे जब तक नॉर्मन नहीं आये थे। नॉर्मनों के आने से पहले—इसका मतलब कुछ होता है कि नहीं?’

‘सच में।’

‘अब मैं तुमको कुछ और दिखाऊँगा।’ वे उसको बगल के कमरे में लेकर गये जहाँ गहरे रंग का ओक का फर्नीचर पड़ा हुआ था। उन्‍होंने जितनी ज़ोर से लूसी के हाथ को पकड़ रखा था उससे उसे कुछ परेशानी भी हो रही थी। आज सच में ऐसा नहीं लग रहा था कि मिस्टर क्राइकेनथोर्प अधिक कमज़ोर नहीं थे। ‘यह देखो? यह लुशिंग्टन से आया था—जहाँ की मेरी माँ थी। यह एलिज़ाबेथ के समय का है। इसको उठाने के लिए चार आदमी चाहिए। तुमको यह नहीं पता कि मैंने इसके अन्‍दर क्या रखता हूँ? चाहती हो कि मैं दिखाऊँ?’

‘ज़रूर दिखाइये,’ लूसी ने बड़ी विनम्रता के साथ कहा।

‘जानने की बेचैनी हो रही है न? सभी औरतों को होती है।’ उसने जेब से एक चाबी निकाली और एक अलमारी का ताला खोला और फिर उसने एक कैश बॉक्स निकाला जो नया-सा लग रहा था। फिर उन्‍होंने उसे भी खोला।

‘ज़रा एक नज़र यहाँ देख लो। जान लो ये क्या चीज़ें हैं?’

उन्‍होंने एक थैली में लिपटी काग़ज़ की एक बड़ी पुड़िया निकाली और उसके अन्‍दर से सोने के सिक्के निकालकर उन्‍होंने अपनी हथेली पर रख लिए।

‘इनको देखो लड़की, इनको छूकर देखो, हाथ में रखकर देखो। जान लो ये हैं क्या? लेकिन तुम नहीं समझ सकती हो, अभी तुम्हारी उम्र कम है। ये सोने की मुहरें हैं। जब ये गन्दे काग़ज़ के नोट चलन में नहीं आये थे तब ये चला करते थे। काग़ज़ के एक टुकड़े से यह कहीं बढ़कर हैं। बहुत पहले मैंने इनको जमा किया था। मेरे पास बक्सों में और चीज़ें भी हैं। यहाँ पर बहुत सारी चीज़ें रखी हुई हैं। ये सभी भविष्य के लिहाज से हैं। एम्मा को इसके बारे में नहीं पता है, किसी को भी नहीं पता है। यह हमारा रहस्य है, लड़की, हमारा? तुमको पता है मैं यह सब क्यों दिखा रहा हूँ?’

‘क्यों?’

‘क्योंकि मैं तुमको यह बताना चाहता हूँ कि तुम यह मत सोचना कि मैं एक गया गुज़रा बूढ़ा आदमी हूँ। इस बूढ़े कुत्ते में अभी भी बहुत जान बाकी है। मेरी बीवी अरसा पहले मर गयी। वह हर बात में रोक-टोक करती रहती थी। उसको तो बच्चों को दिये मेरे नाम भी पसन्द नहीं थे—मैंने जबकि अंग्रेज़ों जैसे नाम दिये—उसकी वंशावली में कोई दिलचस्पी नहीं थी। हालाँकि मैंने उसके ऊपर कोई ध्यान नहीं दिया कि वह क्या कहना चाहती थी। वह बुरे ख़यालों वाली औरत थी। तुम अन्‍दर से अच्छी हो, बहुत अच्छी। मैं तुमको कुछ सलाह दूँगा। अपने आपको किसी नौजवान के सामने मत फेंक देना। नौजवान तो बेवकूफ़ होते हैं। तुमको अपने भविष्य का भी ध्यान रखना है। तुम इन्‍तज़ार करो—’ लूसी की बाँह पर उसकी उँगलियों का दबाव बढ़ गया। वह उसके कानों के पास झुक गया। ‘मैं इससे ज़्यादा कुछ नहीं कह सकता। इन्‍तज़ार करो। वे बेवकूफ़ यह सोचते हैं कि मैं जल्दी मरने वाला हूँ। मैं नहीं मरने वाला। इस बात पर तुम हैरत में मत पड़ जाना अगर मैं इनमें से कइयों से ज़्यादा जी गया। और तब हम देखेंगे। हाँ, तब हम देखेंगे। हेराल्ड के तो कोई बच्चा ही नहीं है। सेडरिक और अल्फ्रेड ने शादी ही नहीं की। एम्मा—एम्मा अब कभी शादी नहीं करेगी। क्विम्‍पर को लेकर उसके मन में कुछ है—लेकिन क्विम्‍पर कभी एम्मा से शादी करने के बारे में नहीं सोच सकता। और हाँ, अलेक्ज़ेंडर है। हाँ वह तो है—मैं बताऊँ तो मुझे अलेक्ज़ेंडर पसन्द है—लेकिन, पता है मुझे अलेक्ज़ेंडर पसन्द है—अजीब बात है। लेकिन मुझे अलेक्ज़ेंडर पसन्द है।’

वह कुछ देर साँस लेने के लिए रुका, फिर बोला :

‘हाँ लड़की तुम्हारा क्या ख़याल है? इसके बारे में?’

‘मिस आईलेसबरो—’

स्टडी के बन्द दरवाज़ों से एम्मा की मद्धिम आवाज़ आयी। लूसी ने इस मौके का फ़ायदा उठाया।

‘मिस क्राइकेनथोर्प मुझे बुला रही हैं। मुझे चलना चाहिए। आपने जो कुछ भी मुझे दिखाया उसके लिए आपका शुक्रिया—’

‘हमारे बीच जो राज़ है—उसको मत भूलना—’

‘मैं नहीं भूलूँगी,’ लूसी ने कहा और जल्दी से हॉल में चली गयी क्योंकि उसे यह समझ में नहीं आ रहा था कि उसे उस आदमी ने शादी का प्रस्ताव दिया था या नहीं।


II


डेरमोट क्रैडोक स्कॉटलैंड यार्ड के अपने कमरे में अपनी मेज़ के सामने बैठा था। किनारे की तरफ़ झुककर वह फ़ोन पर बातें कर रहा था। वह फ्रेंच भाषा में बात कर रह था और उस भाषा में भी वह माहिर लग रहा था।

‘यह महज़ एक विचार है, समझे,’ उसने कहा।

‘लेकिन निश्चित तौर पर यह एक विचार है,’ फ़ोन पर दूसरी तरफ़ की आवाज़ ने कहा, वह आवाज़ पेरिस से आ रही थी। ‘मैंने उस इलाके में जाँच बैठा दी है। मेरे एजेंट ने इस जाँच के बारे में कुछ बातें कही हैं। जब तक कि कोई परिवार न हो या कोई प्रेमी—तब तक इन औरतों के गायब हो जाने के बारे में कोई सोचता भी नहीं है। वे बाहर गयी हैं या उनके जीवन में कोई मर्द आ गया, इन सबके बारे में कोई पूछना भी नहीं चाहता। दुख की बात है कि जो तस्वीर तुमने मुझे भेजी है उसको पहचानना इतना मुश्किल है। गला घोंटने से चेहरे पर कोई ख़ास फ़र्क नहीं पड़ता लेकिन पहचानना मुश्किल है। मैं अपने एजेंट्स की रिपोर्ट को एक बार फिर से पढ़ूँगा। कुछ-न-कुछ निकल कर आयेगा ही।’

उधर क्रैडोक ने फ़ोन पर अलविदा कहा और इधर उसकी मेज़ पर काग़ज़ का एक टुकड़ा आ गया। उसके ऊपर लिखा था :

मिस एम्मा क्राइकेनथोर्प

इंस्पेक्टर क्रैडोक से मिलना है

रदरफोर्ड हॉल केस

उसने फ़ोन का रिसीवर रखा और सिपाही से कहा, ‘मिस क्राइकेनथोर्प को अन्‍दर लेकर आओ।’

वह अपनी कुर्सी से लगकर कुछ सोचते हुए इन्‍तज़ार करने लगा।

तो इसका मतलब था कि वह ग़लत नहीं था—कुछ था जो एम्मा क्राइकेनथोर्प जानती थी—अधिक नहीं, शायद, मगर थोड़ा-बहुत। और उसने उस बात को बताने का फ़ैसला कर लिया।

उसे अन्‍दर आते देखकर वह खड़ा हो गया, उससे हाथ मिलाया, उसे बैठने के लिए कहकर उसने उसे सिगरेट देने की पेशक़श की जिसे उसने मना कर दिया। फिर वहाँ कुछ देर की शान्ति छायी रही।

‘आप मुझे कुछ कहने आयी है मिस क्राइकेनथोर्प? क्या मैं इसमें आपकी मदद कर सकता हूँ? आप किसी बात को लेकर परेशान थीं, नहीं? कोई छोटी-सी बात जिसका आपके ख़याल से इस केस से कोई लेना-देना नहीं था, लेकिन दूसरी तरफ़ यह भी हो सकता है कि उसका कोई ताल्लुक इस मामले से हो। आप मुझे वह बात बताने के लिए यहाँ आयी हैं, है कि नहीं? इसका कोई सम्‍बन्‍ध उस मृत महिला की पहचान से है। आपको लगता है कि आपको यह पता है कि वह कौन थी?’

‘नहीं, नहीं, ऐसा नहीं है। मुझे लगता है कि ऐसा नहीं भी हो। लेकिन—’

‘लेकिन कोई सम्भावना है जो आपको परेशान किए हुए है। बेहतर हो आप मुझे बता दें—क्योंकि इससे आपके दिमाग़ को सुकून मिलेगा।’

एम्मा दो-एक मिनट के लिए रुकी और फिर उसने कहना शुरू किया :

‘आपने मेरे तीन भाइयों को देखा है। मेरा एक और भाई था, एडमण्ड, जो लड़ाई में मारा गया। अपने मरने से कुछ ही दिन पहले उसने मुझे फ्रांस से चिट्ठी लिखी थी।’

उसने अपना हैंडबैग खोला और उसके अन्‍दर से एक मुड़ा-तुड़ा पत्र निकाल लिया। उसने उस पत्र को पढ़ना शुरू किया : ‘मुझे उम्मीद है कि तुम्हें इस बात से बुरा नहीं लगेगा, एम्मी, लेकिन मैं शादी कर रहा हूँ—एक फ्रेंच लड़की से। यह सब अचानक हुआ—लेकिन मुझे पक्का यकीन है कि तुमको मार्टिन अच्छी लगेगी—और अगर मुझे कुछ हो गया तो उसका ध्यान रखना। मैं अगली चिट्ठी में तुमको विस्तार से लिखूँगा कि कब तक मेरी शादी हो जायेगी। ये बात उस बूढ़े से कभी प्यार से बताना। सुनकर तो वह आगबबूला हो जायेगा, नहीं?’

इंस्पेक्टर क्रैडोक ने अपना हाथ आगे कर दिया। एम्मा ने हिचकते हुए उसके हाथ में चिट्ठी रख दी। फिर वह जल्दी जल्दी बोलने लगी :

‘इस चिट्ठी के मिलने के दो दिनों के बाद हमारे पास एक तार आया जिसमें लिखा हुआ था कि एडमण्ड का कोई सुराग नहीं मिल रहा, शायद उसकी मौत हो गयी है। बाद में उसकी मौत की पुष्टि कर दी गयी। वह डनकिर्क की लड़ाई से ठीक पहले की बात है—चारों तरह भ्रम फैला हुआ था। ऐसा कोई सुराग मुझे फौज का नहीं मिला जिसमें यह लिखा गया हो कि उसकी शादी हो चुकी थी, लेकिन मैंने जैसा कहा कि वह बड़े पैमाने पर भ्रम का समय था। मुझे उस लड़की से भी कुछ सुनने को नहीं मिला। लड़ाई ख़त्म होने के बाद मैंने उसके बारे में पता करने की कोशिश की, लेकिन मुझे सिर्फ़ उसके नाम के बारे में पता चला, और उस समय फ्रांस के कुछ हिस्से पर जर्मन सेना का कब्‍ज़ा था जिसकी वजह से कुछ भी पता लगा पाना मुश्किल था, वो भी बिना उस लड़की के सरनेम का पता लगाये या उसके बारे में अधिक कुछ भी जाने। आख़िरकार मैंने यह मान लिया कि वह शादी कभी हुई ही नहीं थी, और शायद उस लड़की ने लड़ाई के ख़त्‍म होने से पहले ही किसी और से शादी कर ली थी, या शायद वह भी मारी गयी हो।’

इंस्पेक्टर क्रैडोक ने सिर हिलाया। एम्मा का कहना जारी रहा :

‘मुझे तब बेहद हैरत हुई जब क़रीब एक महीने पहले मुझे एक चिट्ठी मिली, जिसके नीचे मार्टिन क्राइकेनथोर्प लिखा हुआ था।’

‘आपके पास वह है?’

एम्मा ने अपने बैग से वह चिट्ठी निकाली और उसके हाथों में दे दी। क्रैडोक ने उस चिट्ठी को बहुत रुचि के साथ पढ़ा। वह एक शिक्षित फ्रेंच द्वारा लिखी गयी थी।

प्यारी मादाम,

मैं उम्मीद करती हूँ कि इस चिट्ठी के मिलने से आपको किसी तरह का सदमा नहीं पहुँचेगा। मुझे तो यह भी नहीं पता कि आपके भाई एडमण्ड ने आपको बताया था या नहीं कि हमारी शादी हो चुकी थी। उसने कहा था कि वह बताने वाला है। हमारी शादी के कुछ दिनों के बाद ही वह मारा गया और हमारे गाँव पर जर्मन सेना ने कब्ज़ा कर लिया। जब लड़ाई ख़त्म हुई तो मैंने यह तय किया कि मैं आप लोगों को कुछ भी नहीं बताऊँगी, हालाँकि एडमण्ड ने मुझे ऐसा करने के लिए कहा था। लेकिन तब तक मैं एक नया जीवन अपना चुकी थी, और यह ज़रूरी नहीं था। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। मैं अपने बेटे के लिए यह ख़त लिख रही हूँ। वह आपके भाई का लड़का है, और मैं उसे वह सब कुछ नहीं दे सकती हूँ वो जिसके लायक है। मैं अगले हफ़्ते इंग्लैंड आ रही हूँ।

आप मुझे बताइयेगा कि क्या मैं आपसे मिलने आ सकती हूँ? चिट्ठी लिखने का मेरा पता है 126 एल्वर्स क्रेसेंट, नम्बर 10। मैं फिर से इस बात की उम्मीद करती हूँ कि आपको अधिक परेशानी नहीं होगी।

मेरी पूरी भावनाएँ आपके साथ हैं।

मार्टिन क्राइकेनथोर्प

क्रैडोक कुछ देर के लिए खामोश रहा। लौटाने से पहले उसने एक बार और उस चिट्ठी को ध्यान से पढ़ा।

‘इस चिट्ठी को मिलने के बाद आपने क्या किया मिस क्राइकेनथोर्प?’

‘मेरी बहन के पति ब्रायन ईस्टली उन दिनों मेरे पास ही रह रहे थे और मैंने उनसे इस बारे में बातचीत की थी। फिर मैंने लन्दन में अपने भाई हेराल्ड को फ़ोन किया और उससे भी इसके बारे में चर्चा की। हेराल्ड इन सारी बातों को लेकर थोड़ा सन्देह में था और उसने इस औरत से अच्छी तरह से सावधान रहने के लिए कहा।’

एम्मा कुछ देर के लिए रुकी और फिर उसने आगे कहना जारी रखा :

‘मैं उससे सहमत थी। लेकिन अगर यह लड़की वही मार्टिन थी जिसके बारे में मेरे भाई एडमण्ड ने लिखा था, तो मुझे लगा कि इस लड़की का ज़रूर स्वागत करना चाहिए। जो पता दिया गया था मैंने उस पर चिट्ठी लिखी, और उसे रदरफोर्ड हॉल आकर हम लोगों से मिलने के लिए कहा।

कुछ दिनों के बाद मुझे लन्दन से एक तार मिला : ‘अफ़सोस के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे अचानक फ्रांस लौट जाना पड़ा। मार्टिन।’ उसके आगे न कोई चिट्ठी ही आयी न ही उसकी कोई खबर आयी।’

‘यह सब कब हुआ?’

एम्मा कुछ देर साँस लेने के लिए रुकी।

‘यह क्रिसमस से ऐन पहले की बात थी। मुझे याद है, क्योंकि मैं उससे कहने वाली थी कि यहाँ आकर हमारे साथ क्रिसमस बिताये—लेकिन मेरे पिता को उसके बारे में पता नहीं था—इसलिए मैंने उसे सुझाव दिया कि वह क्रिसमस के बाद के वीकेंड में आकर हमारे साथ रहे। तब हमारा परिवार भी यहीं रहेगा। मुझे लगता है कि उसका यह तार कि उसे अचानक फ्रांस वापस लौट जाना पड़ा है असल में क्रिसमस से कुछ पहले आया था।’

‘और आपको ऐसा लगता है कि जिस औरत की लाश ताबूत में मिली है वह मार्टिन की हो सकती है?’

‘नहीं, ऐसा नहीं है। लेकिन जब आपने कहा कि वह औरत विदेशी हो सकती है तो मुझे लगा कि शायद—’

उसकी आवाज़ मद्धिम पड़ गयी।

क्रैडोक ने तुरन्त उसे भरोसा दिलाते हुए कहा।

‘आपने मुझे इसके बारे में बताकर बहुत अच्छा किया। हम इस मामले को भी देखेंगे। मुझे यह कहना चाहिए कि इसमें कोई शक़ नहीं होना चाहिए कि जिस औरत ने तार किया था वह फ्रांस में हो और बेहतर हो। दूसरी तरफ़, जो तारीख़ है उसको लेकर अजीब संयोग है, आप खुद होशियार हैं, इस बात को बेहतर समझ सकती हैं। जैसा कि जाँच के दौरान आपने सुना होगा कि उस औरत की मौत तीन से चार सप्ताह पहले हुई थी। अब आप फ़ि‍क्र‍ मत कीजिये मिस क्राइकेनथोर्प, हमारे ऊपर छोड़ दीजिये,’ उसने कह दिया। ‘आपने मिस्टर हेराल्ड से तो सम्पर्क किया। लेकिन अपने पिता और परिवार के बाकी लोगों को भी इसके बारे में बताया आपने?’

‘बिलकुल, मुझे अपने पिता को बताना ही था। सुनकर वे बहुत सशंकित हो गये,’ उसने हल्की मुस्कुराहट के साथ कहा। ‘उनको यही लग रहा था कि कोई हमसे पैसे लेने के लिए यह चाल चल रहा है। मेरे पिता पैसों को लेकर बहुत शंका में रहते हैं। वे यह मानने में यकीन रखते हैं कि वे बहुत गरीब आदमी हैं और उनको एक-एक पैसा बचाकर रखना चाहिए। मुझे लगता है कि बूढ़े लोगों को कभी-कभी ऐसा हो जाता है। उनकी कमाई बहुत अधिक है और वे उसका एक चौथाई भी खर्च नहीं करते हैं—खर्च करना भी नहीं चाहते लेकिन आजकल उनको इन्कम टैक्स देना पड़ता है। लेकिन उनके पास बहुत जमा पूंजी है।’ थोड़ा रुककर उसने कहना शुरू किया, ‘मैंने अपने दो भाइयों को भी इसके बारे में बताया। अल्फ्रेड को तो लगा जैसे यह कोई चुटकुला हो, लेकिन उसे भी यही लगा कि यह किसी जालसाज़ का काम है। सेडरिक ने इस बात पर ज़्यादा ध्यान नहीं दिया, वह अपने-आप में ही रहने में विश्वास करता है। हमारा विचार यह था कि हमारा परिवार मार्टिन को स्वीकार कर ले, हमारे वकील मिस्टर विमबोर्न भी इस मौके पर मौजूद रहे।’

‘उस चिट्ठी के बारे में मिस्टर विमबोर्न का क्या कहना था?’

‘हमने उनसे इस बारे में बात नहीं की। हम उनसे इस बात को लेकर चर्चा करने ही वाले थे कि मार्टिन का तार आया।’

‘आपने आगे कोई कदम नहीं उठाया?’

‘मैंने लन्दन के उस पते पर चिट्ठी लिखी, यह लिखते हुए कि वे इसे आगे बढ़ा दें, लेकिन उसका किसी तरह का जवाब नहीं आया।’

‘बड़ी अजीब बात है—हूँ—’

उसने उसकी तरफ़ घूरते हुए देखा।

‘आप खुद उसके बारे में क्या सोचती हैं?’

‘मुझे समझ में नहीं आता कि क्या सोचना चाहिए।’

‘उस समय आपकी प्रतिक्रिया क्या थी? आपको यह लगा कि वह चिट्ठी असली में लिखी गयी थी—या आपको भी अपने पिता और भाइयों की तरह लगा? आपके बहनोई ने वैसे इस बारे में क्या सोचा?’

‘ओह, ब्रायन को भी लगा कि चिट्ठी असली थी।’

‘और आपको?’

‘मैं पक्के तौर पर कुछ भी नहीं कह सकती।’

‘और इसके बारे में आपकी भावना क्या है—यह सोचकर कि वह औरत आपके भाई एडमण्ड की विधवा थी?’

एम्मा का चेहरा मुलायम हो गया।

‘मुझे एडमण्ड बहुत पसन्द था। वह मेरा सबसे प्यारा भाई था। यह चिट्ठी मुझे लगता है कि मार्टिन ही लिख सकती थी, जो उस हालात में लिख सकती थी। उसमें जो घटनाएँ बताई गयी हैं वह स्वाभाविक लगती हैं। मुझे लगता था कि लड़ाई ख़त्‍म होने के बाद उसने फिर से शादी कर ली थी या किसी ऐसे आदमी के साथ थी जो उसे और उसके बच्चों को सुरक्षा दे रहा था। तब शायद वह आदमी भी मर गया, या उसने इसे छोड़ दिया, और तब उसने सोचा कि एडमण्ड के परिवार से सम्पर्क किया जाये—जो एडमण्ड खुद भी करना चाहता था। यह चिट्ठी मुझे असली और स्वाभाविक लगती है—लेकिन हेराल्ड ने यह कहा था कि हो सकता था कि यह चिट्ठी किसी ऐसी औरत ने भी लिखा हो जो मार्टिन को जानती हो, उसके सारे हालात को जानती हो और उसने चिट्ठी लिखी हो, मुझे उसकी यह बात भी सही लगती है लेकिन फिर भी लगता है—’

वह रुक गयी।

‘आप चाहती थीं कि यह सच हो?’ क्रैडोक ने बड़े आराम से कहा।

उसने उनको आभार की नज़र से देखा।

‘हाँ। मैं यह चाहती थी कि यह सच हो जाये। यह कितने खुशी की बात होती कि एडमण्ड को एक लड़का होता।’

क्रैडोक ने सिर हिलाया।

‘जैसा कि आपने कहा कि यह चिट्ठी असली लगती है। जो हैरत की बात है वह यह है जो इसके बाद हुआ—मार्टिन क्राइकेनथोर्प का अचानक पेरिस चले जाना और उसके बाद आपने उसके बारे में कुछ भी नहीं सुना। आपने बड़े प्यार से उसको जवाब दिया था, और उसका स्वागत करने के लिए तैयार थीं। फिर पेरिस चले जाने के बावजूद उसने आपको लिखा क्यों नहीं? इससे लगता है कि वह सही थी। अगर वह नकली होती तो वह ऐसा नहीं करती। मुझे लगा कि शायद आपने मिस्टर विमबोर्न से सम्पर्क किया हो, और उन्‍होंने जाँच पड़ताल शुरू कर दी हो और जिससे वह चौकन्नी हो गयी हो। लेकिन आपने बताया कि आपने ऐसा नहीं किया था। लेकिन यह अब भी सम्भव है कि आपके किसी भाई ने इस तरह का कुछ किया हो। यह भी सम्भव है कि इस मार्टिन का ताल्लुक किसी ऐसे माहौल से रहा हो जो जाँच से बचना चाहता हो। उसने शायद यह सोचा हो कि वह तो सिर्फ़ एडमण्ड की प्यारी बहन से निपट रही है, न कि किसी शंकालु व्यवसायी से। उसे शायद यह उम्मीद रही हो कि वह बच्चे के नाम पर आपसे काफ़ी पैसे ले पायेगी, और आप अधिक सवाल भी नहीं करेंगी। लेकिन उसे पता चला कि वह किसी और तरह के हालात के सामने थी। आख़िरकार, मैं समझ सकता हूँ कि गम्भीर कानूनी मसले खड़े हो जाते। अगर एडमण्ड क्राइकेनथोर्प की शादी से कोई बेटा पैदा हुआ हो तो वह आपके दादा जी की सम्पत्ति का एक वारिस हुआ?’

एम्मा ने सहमति जतायी।

‘सबसे बढ़कर, मुझे जो पता है उसके मुताबिक आने वाले समय में वह रदरफोर्ड हॉल और उसके आसपास की ज़मीन का वारिस होता—जो अब तक काफ़ी कीमती हो गया होगा।’

एम्मा ने कुछ हैरत के साथ कहा : ‘हाँ, मैंने इस बारे में नहीं सोचा था।’

‘अच्छा मुझे चिन्ता करने की ज़रूरत नहीं है,’ इंस्पेक्टर क्रैडोक ने कहा। ‘आपने अच्छा किया जो मुझे आकर बता दिया। मैं उसके बारे में पता करूँगा, लेकिन मुझे लगता है कि जिस लड़की ने चिट्ठी लिखी और जिस लड़की की लाश ताबूत में मिली उनका कोई ताल्‍लुक नहीं है।’

एम्मा ने राहत की साँस ली।

‘मैंने कहा न कि मैं कितनी खुश हूँ। आप बहुत अच्छे हैं।’

क्रैडोक उसे छोड़ने के लिए दरवाज़े तक गया।

फिर उसने जासूस सार्जेंट वेदरआल को फ़ोन किया।

‘बॉब, मुझे तुमसे एक काम है। 126 एल्वर्स क्रेसेंट, नम्‍बर 10 जाओ। अपने साथ रदरफोर्ड वाली औरत की तस्वीर भी लेते जाओ। जाकर ज़रा पता करो कि क्या वहाँ मिसेज़ क्राइकेनथोर्प जैसी कोई औरत रहती है—मिसेज़ मार्टिन क्राइकेनथोर्प, जो या तो वहाँ रहती थी या जिसकी चिट्ठियाँ उस पर आती थीं, 15 दिसम्बर से लेकर महीने के आखिर के बीच।’

‘जी सर।’

क्रैडोक फिर कई दूसरे कामों में उलझ गया जो उसकी मेज़ पर उसकी प्रतीक्षा कर रहे थे। दोपहर में वह एक थियेटर के एजेंट से पूछताछ करने गया। पूछताछ बेनतीजा रही।

बाद में जब वह अपने दफ़्तर लौटा तो उसने पाया कि उसकी मेज़ पर पेरिस से आया एक तार पड़ा हुआ था।

‘तुमने जो बताया था उस पहचान की एक औरत वहाँ अन्ना स्ट्राविंस्का है जो बैले माइरिसकी के लिए काम करती है। बेहतर हो कि तुम आ जाओ।’

क्रैडोक ने राहत की साँस ली और उसका दिमाग़ साफ़ हो गया।

आख़िरकार! इतना उसने सोचा, मार्टिन क्राइकेनथोर्प के बारे में—उसने रात में फेरी से पेरिस जाने का फ़ैसला किया।