“आपसे मिलकर बड़ी खुशी हुई।” मैंने सौम्यता से उत्तर देते हुये कहा।
“किसी ऐसी जगह पर बैठते हैं कि आराम से बात कर सकें और किसी को कोई शक भी न हो।”
मैं चुपचाप उसके पीछे चला आया और एक एकान्त कोने में सजी मेज के पास पहुंचकर उसके सामने बैठ गया। जहां पर हम बैठे थे वहां सामने एक छोटी-सी झील थी। झील के आस-पास हरे भरे पौधे थे। वह बहुत ही आरामदेह जगह थी।
“तुम दक्षिण अफ्रीकियों को सही मानो में सुखद जीवन व्यतीत करना आता है।” मेकिनटॉश ने मुझसे कहा।
“यदि आप मुझे जानते हैं‒जैसा कि आपने अभी कहा‒तो आपको यह भी ज्ञात होगा कि मैं दक्षिण अफ्रीकी नहीं हूं।”
“मुझे भली भांति मालूम है कि आप कौन हैं।” यह कहकर वह अपनी जेब से एक नोट बुक निकालते हुये बोला, “आपका नाम ओवन ऐडवर्ड स्टैन्नर्ड है। आप 1934 में हांगकांग में पैदा हुये थे‒आस्ट्रेलिया में आपकी तालीम हुई। स्कूल पास करने के पश्चात आपने विश्वविद्यालय में एशियाई भाषाओं का विशेष अध्ययन किया। आप विश्वविद्यालय में ही थे कि आपको एक ऐसे विभाग में भरती कर लिया गया जिसका कोई उल्लेख न करना ही उचित है। फिर आप भिन्न-भिन्न नामों और बहानों से कंबोडिया, वियतनाम और इंडोनेशिया के क्षेत्रों में काम करते रहे। तत्पश्चात जब इंडोनेशिया में सुकार्तो की सरकार का तख्ता पलटा गया, तो उस समय आपको हिरासत में ले लिया गया था। मैंने सुना है कि वहां पर आपकी काफी दुर्दशा की गई थी।” यह कहकर उसने वह नोट बुक अपनी जेब में रख ली, और अपनी बात पूरी करते हुये बोला, “चूंकि सुदूर पूर्वी देशों में कोई योजना कार्यान्वित करने के लिये आप बेकार हो चुके थे, अतः आपको एक निष्क्रिय एजेन्ट के रूप में यहां दक्षिण अफ्रीका भेज दिया गया। इस बात को कोई सात वर्ष होने को आये हैं। यह उस समय की बात है जब दक्षिण अफ्रीका भी राष्ट्रमण्डल का एक सदस्य था।”
“आप बिलकुल ठीक कह रहे हैं।”
मुझे गुप्तचरी विभागों में तनिक भी भरोसा नहीं, वे कहते कुछ हैं, और करते कुछ और हैं।”
तभी वेटर नाश्ते की ट्रे लेकर हमारी मेज के पास पहुंच गया, और हमें अपनी वार्ता स्थगित करनी पड़ी। जब वेटर नाश्ता मेज पर लगाकर वापस चला गया, तो मैकिनटॉश ने मुझसे कहा, “मैं किसी अन्य विषय पर आपसे बात करना चाहता हूं।”
“फरमाईये।”
“पहले आप मुझे यह बताईये कि क्या यहां का पुलिस विभाग या गुप्तचर विभाग आपकी विगत गतिविधियों से परिचित हैं?”
“नहीं।”
“क्या आपका कोई पुलिस रिकार्ड है?”
“नहीं।”
“कोई दीवानी मुकदमा आदि?”
“नहीं, अलबत्ता दो-तीन बार गलत पार्किंग करने के अपराध में मेरे चालान जरूर हुये हैं।”
मैकिनटॉश ने मुस्कराते हुये कहा, “मुझे यह सब ज्ञात है‒मैं तो केवल आपकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश कर रहा था। सारांश में यह कि जहां तक पुलिस का संबंध है आपका रिकार्ड बिलकुल स्वच्छ है।”
“हां।”
“अब आप मुझे यह बताईये कि आप कभी इंग्लैंड गये हैं?”
“नहीं।”
“मैं जो काम आपको सौंपना चाहता हूं वह आपको इंग्लैंड जाकर करना होगा।”
“मैं वहां जाकर कर दूंगा।” मैंने मैकिनटॉश को उत्तर देते हुये कहा।
“किन्तु वह काम इस प्रकार का है कि शायद आप उसे करना पसंद न करें।”
“आप मुझे काम तो बताइये।” मैंने मैकिनटॉश से पूछा।
“पहले आप मुझे यह बताइये कि आप ब्रिटिश जेल की प्रणाली के बारे में कितना जानते हैं?”
“बिलकुल कुछ भी नहीं।”
“मैं इस संबंध में आपको माउंटबैटन रिपोर्ट दूंगा‒आप उसे पढ़ना। ब्रिटिश जेल प्रणाली इतनी त्रुटिपूर्ण है कि आप अनुमान नहीं लगा सकते। माउंटबैटन ने इस रिपोर्ट में आकड़ों का हवाला देते हुये कहा है कि अगर औसत ली जाये, तो कोई दिन ऐसा नहीं होता जब हमारी मुख्य जेलों से एक आदमी भाग न निकलता हो। और यह स्थिति दिन प्रतिदिन गंभीर रूप धारण करती जा रही है।” कहकर मैकिनटॉश चुप कर गया।
तनिक चुप रहने के पश्चात मैकिनटॉश ने विचारमग्न भाव से पुनः कहा, “जेल से हर रोज कितने हत्यारे, कितने बलात्कारी, कितने ढकैत भाग निकलते हैं, मुझे उससे तनिक भी संबंध नहीं‒मेरी ओर से चाहे सारे के सारे भाग जायें। वह जेल अधिकारियों की सरदर्दी है। मेरा संबंध देश की सुरक्षा से है, तथा यह दिन ब दिन हाथ से निकलती जा रही है। प्रधान मंत्री भी इस विषय में बहुत चिंतित हैं। उन्होंने मुझे इसका कोई उपाय करने को कहा है।”
“मैं कुछ समझ नहीं पाया।”
“मैं तुम्हें कोई विशेष उदाहरण देने की स्थिति में तो नहीं हूं‒अलबत्ता मैं तुम्हें एक परिकल्पित उदाहरण देता हूं‒तुम यों समझो कि हम किसी जासूस को‒मान लो उसका नाम ब्लैक है‒बयालीस वर्ष का कारावास देते हैं। उसको सजा देने के उद्देश्य से नहीं बल्कि इस अभिप्राय से उसे कैद में रखा जाता है कि रूसी उसके साथ किसी प्रकार का संपर्क स्थापित न कर सकें। फिर वह पांच वर्ष के पश्चात जेल से गायब होकर मास्को में प्रकट हो जाता है। मास्को वाले इसका इतना प्रचार करेंगे और हमारी वह धज्जियां उड़ायेंगे कि हम कहीं मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहेंगे। अब तुम तसवीर के दूसरे रूप पर गौर करो। मान लो कि जेल से पलायन करने के एक महीने पश्चात ब्लैक पकड़ा जाता है। जेल वाले और पुलिस वाले उसके पकड़े जाने पर ऐसा हर्षोल्लास मनायेंगे, मानो उन्होंने कोई बड़ा मैदान मार लिया हो‒पर मेरे लिये यह एक अति चिंता का विषय होगा कि वह इस एक महीने के दौरान कहां रहा, क्या करता रहा, किससे मिला, क्या योजनायें बनाता रहा आदि। तुुुम मेरा मतलब समझ गये हो ना?”
“हां।” मैंने मैकिनटॉश को उत्तर देते हुये कहा‒“पर मेरा इससे क्या संबंध हो सकता है‒मैं इसमें आपकी क्या सहायता कर सकता हूं‒मुझे तो यही समझ नहीं लग रही कि आप मुझसे चाहते क्या हैं?”
“शनैः शनैः आपको हर चीज समझ लग जायेगी। आप मुझे यह बताइये कि आपने रिअरडन नामी व्यक्ति का नाम सुना है? उसका पूरा नाम जोजफ ऐलॉयसियस रिअरडन है।”
“नहीं।” मैंने मैकिनटॉश को उत्तर देते हुये कहा।
“रिअरडन एक अपराधी था‒चतुर, बुद्धिमान, और साधन संपन्न।”
“हां, अब मुझे याद आया, किन्तु वह तो मर चुका है।”
“वह स्वाभाविक मौत नहीं मरा था बल्कि एक कार दुर्घटना घटा कर उसे मारा गया था, पर इस बारे में कोई भी नहीं जानता कि वह मर चुका है। सो जब प्रधान मंत्री ने बाहरी सुरक्षा संबंधित जिम्मेदारी मुझे सौंपी, तो मैं रिअरडन से मिलते जुलते ऐसे व्यक्तियों को ढूंढ़ने लगा जो कैनेडा, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड जैसे देश में रहता हो, और इंग्लैंड से अपरिचित हो। ऐसा करने के लिये मैंने रिअरडन की कंप्यूटर फोटो एवं उससे संबंधित विस्तृत सामग्री कंप्यूटर में संभरण कर दी। कंप्यूटर से मुझे यह उत्तर मिला।” यह कहकर मैकिनटॉश ने अपनी जेब से कुछ कागज निकालकर मेरे सामने रख दिये। उनमें से सबसे ऊपर वाले कागज पर मेरी कंप्यूटर फोटो थी, और उसके नीचे मेरा नाम व पता लिखा था। अन्य कागजों पर मेरे अब तक के जीवन का ब्यौरा दिया हुआ था।
“यानी आप मुझे रिअरडन के रूप में प्रस्तुत करना चाहते हैं,” मैंने मैकिनटॉश से कहा।
“बिलकुल।”
“मैं ऐसे कामों से परिचित हूं, पर अगर मैं पहचान लिया गया तो‒मेरा आशय है कि अगर किसी को यह मालूम हो गया कि रिअरडन मर चुका है, और मैं उसका बहुरूप भर रहा हूं, तो उस स्थिति में क्या होगा?”
“ऐसा नामुमकिन है,” मैकिनटॉश ने विश्वास के साथ कहा, “आपको जो काम करना है, वह इंग्लैंड में करना है‒और रिअरडन कभी इंग्लैंड गया ही नहीं था। अतः आपके पहचाने जाने का प्रश्न ही नहीं उठता।”
मैंने तनिक संकोच से मैकिनटॉश से पूछा, “रिअरडन के शव का क्या हुआ था?”
“अब मैं समझ गया कि आपको किस बात से डर लग रहा है‒कि कहीं रिअरडन के मृत्यु के रिकार्ड से आपकी पोल न खुल जाये कि आप रिअरडन का बहुरूप भर रहे हैं। यही न?”
“हां।”
“मैंने आपको बताया तो है कि रिअरडन की मृत्यु घटाई गई थी। उसकी मृत्यु के पश्चात मैंने अपना रसूख इस्तेमाल करके उसे एक अन्य नाम से दफनवा दिया था।”
“उसके परिवार वालों को कोई पता नहीं चला था?” मैंने मैकिनटॉश से पूछा।
“वह अविवाहित था‒जहां तक उसके माता पिता का संबंध है, उन्होंने उसकी कभी कोई खबर नहीं ली।”
मैकिनटॉश के इस प्रस्ताव ने मुझे बहुत मुश्किल में डाल दिया था। हां करने में जोखिम था‒तथा न मैं कर नहीं सकता था क्योंकि वास्तव में मैं एक गुप्तचर ऐजेन्ट था, और मेरा संबंध ऐसी गुप्तचर संस्था से था जो ब्रिटिश गुप्तचर विभाग की एक शाखा थी एवं दक्षिण अफ्रीका में ब्रिटिश सरकार के लिये काम करती थी। सात वर्ष पूर्व जब मैं इंडोनेशिया से अपनी जान बचाकर भाग निकलने में सफल रहा था और मेरी हालत एकदम खसता थी, तो इसी संस्था ने मुझे किसी पूर्वी देश में नियुक्त करने की बजाय मुझे यहां जोहन्सबर्ग में आराम की नौकरी दी थी। अब सात वर्ष पश्चात जब इन्हें मेरी आवश्यकता पड़ी थी, तो मेरे न करने का प्रश्न ही नहीं होता था।
“तो इसका आशय है कि अब से मैं रिअरडन हूं।” मैंने मैकिनटॉश से कहा।
“हां।”
“और इंग्लैंड में मुझे क्या काम करना होगा?”
“धीरज करो। इतने अधीर मत होओ‒समय आने पर वह भी बता दिया जायेगा। तुम मुझे यह बताओ कि यहां की जेलों के बारे में कुछ जानते हों?”
“नहीं।”
“तो कुछ जानकारी प्राप्त कर लो। वह काम आयेगी।” यह कहकर मैकिनटॉश अपनी जगह से उठता हुआ बोला, “अब यहां भीड़ होने लगी है‒आओ चलें।”
जब हम जू लेक रेस्तरां से बाहर पहुंचे, तो मैकिनटॉश ने मुझसे कहा, “देखो स्टैनर्ड, जो काम तुम्हें सौंपा जायेगा वह बहुत ही जोखिम भरा है। अतः कोई निर्णय करने से पहले अच्छी तरह से सोच समझ लो। अगर तुमसे तनिक सी भी चूक हो गई, तो तुम्हारी जान जोखिम में पड़ जायेगी‒हम तुम्हारी तनिक भी सहायता नहीं करेंगे। तुम किसी पर यह प्रकट नहीं करोगे कि तुम्हें यह काम करने के लिये कहा गया था। और यदि तुम्हारे मुंह से कोई ऐसी बात निकल गई या तुमने किसी पर अपनी वास्तविकता व्यक्त कर दी, तो हम तुम्हें मौत के घाट उतारने में भी संकोच नहीं करेंगे। सच बात तो यह है कि यदि मैं तुम्हारी जगह होता, तो मैं यह काम करने की हामी न भरता। अतः तुम अच्छी तरह से सोच समझ लो।”
“मैं यह काम करूंगा।” मैंने दृढ़ स्वर में कहा, “आप मुझे केवल इतना बता दीजिये कि मुझे क्या भूमिका निभानी होगी? तथा इंग्लैंड में कौन से देश की गुप्तचर संस्था में घुसपैठ करनी होगी?”
“तुम्हें किसी भी देश की गुप्तचर संस्था में नहीं घुसना होगा।”
“तो फिर मुझे क्या करना होगा?”
“तुम्हें एक ‘स्कारपिर’ संस्था के बारे में मालूम करना होगा।”
“मैंने तो इस संस्था का नाम तक नहीं सुना।”
“मैं तुम्हें बताता हूं‒यह एक पेशेवर संस्था है। इनका बिजनेस लंबी अवधि के कैदियों को जेल से फरार करवाना है। वे कैदी से पैसे तय कर लेते हैं, और तत्पश्चात उसको जेल से भगाकर देश से बाहर पहुंचा देते हैं। लेकिन उनमें अनोखी बात यह है कि वह हर ऐसे लंबी अवधि वाले कैदी से जो पैसे का बन्दोबस्त कर सकता हो, और जेल से भागना चाहता हो, उससे संपर्क स्थापित नहीं करते। वह अपनी इच्छानुसार ऐसे कैदी का चयन करके उसके साथ संपर्क स्थापित करते हैं। हमने कई बार नकली कैदी जेल भेजे हैं‒इस आशा के साथ कि वे उनके साथ संपर्क स्थापित करेंगे, और अपने आप हमारे जाल में फंस जायेंगे, किन्तु उन्होंने इन नकली कैदियों में से किसी एक के साथ भी संपर्क स्थापित नहीं किया। अब तुम ही बताओ इससे क्या साबित होता है?”
“इससे तो यह साफ जाहिर होता है कि उनकी अपनी एक प्राईवेट गुप्तचर संस्था है, जिसके द्वारा वह पता लग लेते हैं कि किसके साथ संपर्क स्थापित करना चाहिये, तथा किसके साथ नहीं।”
“तुम बिलकुल ठीक समझे हो। अतः तुम्हें उनकी कसौटी पर खरा उतरना होगा‒अर्थात उन लोगों को तुम्हें जेल से भगाने में कोई संकोच नहीं होना चाहिये।”
“आपके कहने का आशय है कि मुझे लंबी अवधि के लिये जेल जाना होगा?”
“बिलकुल।”
“वह कैसे?”
“वह इस तरह कि मैं एक योजना बनाऊंगा‒और तुम उसे कार्यान्वित करोगे।”
“वह योजना क्या होगी?”
“इसका ब्यौरा मैं तुम्हें योजना को कार्यान्वित करने से दो तीन दिन पहले बताऊंगा। बहरहाल तुम्हें किसी सरकारी ड्यूटी पर नियुक्त मुलाजिम से सरकारी संपत्ति छीननी होगी। वह संपत्ति काफी तगड़ी रकम की होगी। फिर तुम पकड़े जाओगे। और तुम पर केस चलाया जायेगा। तुम अपना अपराध बिलकुल स्वीकार नहीं करोगे। उधर हम अपना रसूख लगाकर यह कोशिश करेंगे कि तुम्हें लंबे अरसे तक की जेल हो। जब तुम जेल पहुंच जाओगे तो ‘स्कारपिर सस्था’ तुम्हारी जांच पड़ताल शुरू कर देगी। यह संस्था हर लंबी अवधि वाले कैदी के जीवन का बड़ी बारीकी से अध्ययन करती है। कई बार तो इसमें उन्हें दो-दो साल तक लग जाते हैं। अगर तुम उनकी कसौटी पर पूरे उतर आये, तो वे खुद ही तुमसे संपर्क स्थापित करेंगे।”
“और यदि उन्होंने मुझसे संपर्क स्थापित न किया तो?” मैंने मैकिनटॉश से पूछा। “तो इसका आशय होगा कि तुम उनकी कसौटी पर पूरे नहीं उतरे तथा उस सूरत में तुम्हें पूरी जेल काटनी होगी। मैंने तुम्हें पहले ही बताया था कि यह काम जोखिम भरा है।”
“और यदि उन्होंने मुझसे संपर्क स्थापित किया, तो मैं उनके दाम कैसे चुकाऊंगा?” “वह हमारी जिम्मेदारी है। योजना कार्यन्वित करने से पहले तुम्हें बता दिया जायेगा कि तुम्हारे पास कितना पैसा और कहां पर होगा। उस बारे में तुम्हें चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं। तुम जो अपराध करोगे वह कोई अभिनय नहीं होगा। वह एक प्रामाणिक अपराध होगा‒तथा लोग हा-हा कार करने लगेंगे‒समाचार पत्र वर्ग सरकार की धज्जियां उड़ायेगा कि देखो यह वर्तमान सरकार कितनी निकम्मी है‒दिन दिहाड़े डाके पड़ते हैं। और न जाने क्या क्या। तुम जो करोगे, वह सही मानी में एक अपराध होगा।”
“अभी-अभी तुमने कहा कि यदि स्कारपिर संस्था ने मुझसे संपर्क स्थापित न किया, तो मुझे पूरी जेल काटनी पड़ेगी‒तुम तो मानते हो कि मैं एक पेशेवर गुप्तचर हूं और दुश्मन की जेल से भागने का मुझे पूरा प्रशिक्षण दिया गया था। मैं तो कभी भी जेल से फरार हो सकता हूं।”
“तुम ऐसा कोई कदम नहीं उठाओगे। तुम जेल ही में रहोगे। जब हमें निश्चय हो जायेगा कि तुम उन लोगों की कसौटी पर पूरे नहीं उतरे तो उसके उपाय हम सोचेंगे। तब तक तुम्हें जेल ही में रहना होगा।”
मैंने मैकिनटॉश से कहा, “आपकी बातों से स्पष्टतया विदित होता है कि आप स्कारपिर संस्था के बारे में कुछ भी नहीं जानते, फिर आपको यह कैसे ज्ञात होगा कि मैं उनकी कसौटी पर पूरा उतरा हूं या नहीं।”
“तुमने बहुत समझदारी का सवाल किया है। बात यूं है कि हमने हाल ही में एक रूसी जासूस को पकड़ा है। उनका नाम स्लेड है‒उसे जिंदा पकड़ने के लिये हमें उसे गोलियां मारकर जख्मी करना पड़ा था। उसको जेल होने ही वाली है। हमें निश्चय है कि यह स्कारपिर संस्था उसे जेल से भगाने के लिये हर संभव प्रयास करेगी। स्लेड की शारीरिक अवस्था ऐसी है कि जेल से फरार कराने के लिये उसे सहायता की जरूरत पड़ेगी। उधर चूंकि तुम्हारा अपराध असली होगा, और तुम्हें लंबी अवधि की सजा हुई होगी, मैं समझता हूं कि स्कारपिर संस्था वाले निश्चित ही तुम्हारे सामने यह प्रस्ताव रखेंगे कि यदि तुम जेल से भागना चाहो, तो वह तुम्हारी सहायता कर सकते हैं अलबत्ता इस शर्त के साथ कि तुम्हें स्लेड को भी साथ ले जाना होगा। यह मेरा अनुमान है‒बाकी तो तुम्हें जेल जाने के पश्चात ही मालूम होगा।”
मैंने मैकिनटॉश से कहा, “यदि यह संस्था एक रूसी जासूस को जेल से भागने के लिये मेरी सहायता करने पर तैयार होगी तो इसका एक ही अर्थ है कि इस संस्था को रूस की पुश्तपनाह हासिल है।”
“लेकिन हमारे पास इसका सबूत क्या है?”
“यह स्लेड पकड़ा कैसे गया था?”
“बिलकुल संयोग से। वह इतना चतुर जासूस है कि तुम अनुमान नहीं लगा सकते। वह इधर-उधर से सूचनायें एकत्र नहीं करता था‒वह गत बीस वर्षों से ब्रिटिश गुप्तचर विभाग में नौकरी करता रहा था, और उन्नति करते-करते डेप्यूट डायरेक्टर के पद पर पहुंच गया था। तथा जिस आदमी ने स्लेड को रंगे हाथों पकड़ा था, उसे हमारी सरकार ने कार्य कुुशलता के आरोप में उसकी सीट से हटाकर उसे रिवर्ट (पदावन्नुति) कर दी थी।”
इस बातचीत के पश्चात मैकिनटॉश ने जोहन्सबर्ग की पुलिस से रिअरडन का पुलिस रिकार्ड प्राप्त किया, और मुझे अध्ययन करने के लिये दे दिया। तत्पश्चात मुझे हर रोज प्रशिक्षण दिया जाने लगा कि रिअरडन किस तरह से अपराध करता था। कोई पंद्रह दिन के इस प्रशिक्षण के पश्चात जब मैकिनटॉश को यह निश्चय हो गया कि मैं रिअरडन की भूमिका निभा सकता हूं, तो लंदन रवाना होने से पहले उसने मुझे अपने कमरे में बुलाया और मुझे इस विषय में अन्य बातें समझाने लगा।
“देखो स्टैन्नर्ड, यह बात केवल तीन व्यक्तियों को मालूम है‒मुझे, तुम्हें, और मिसेज स्मिथ को। मिसेज स्मिथ मेरी सेक्रेटरी है, तथा बहुत ही योग्य है।” मैंने मैकिंटॉश से पूछा, “मान लो कि मैं जेल से भाग निकलने में सफल रहा, और स्लेड वहां से फरार न हो सका तो?”
“तो भी काफी हद तक हमारा मतलब हल हो जायेगा‒हमें स्कारपिर संस्था का पता चल जायेगा कि वे कौन लोग हैं।”
“और मान लो कि स्लेड तो फरार हो गया, और मैं न हो पाया?”
“तो उसमें तुम्हारा कोई दोष नहीं‒वह तो भाग्य की बात है।”
“और अगर हम दोनों कामयाब रहे तो?”
“तो तुम्हें स्लेड पर कड़ी निगरानी रखनी होगी। वह तुम्हारी आंखों से दूर नहीं होना चाहिये। अगर वह मर-मरा जाये, तो कोई बात नहीं‒लेकिन जेल से भागने के पश्चात इंग्लैंड से फरार न होने पाये‒और न ही किसी तीसरी पार्टी से संपर्क स्थापित कर सके। उसके साथ तुम कैसे निबटो इसके लिये तुम्हें खुली छुट्टी है।”
“आपके कहने का आशय है कि अगर उसकी हत्या भी करनी पड़े तो मैं उससे भी कोई संकोच न करूं?”
“बिलकुल।”
और उसके बाद हमारी मीटिंग समाप्त हो गई थी। और उसके बाद मैं किस-किस तरह जेल में पहुंचा और स्कारपिर के ऐजेंटों से क्या-क्या बातें हुई‒ये आप पढ़ ही चुके हैं।
छः
फैटफेस को कमरे से गये काफी समय हो चुका था। मेरे सामने व्हिस्की से भरा हुआ गिलास ज्यों का त्यों रखा था। मैंने उसे हाथ तक नहीं लगाया था। मैं सोचे जा रहा था, पर कुछ समझ नहीं पड़ रही थी।
हर चीज योजनानुसार कार्यान्वित हुई थी‒पहले डाकिये से पार्सल छीनना, फिर मेरा पकड़ा जाना, उसके पश्चात मेरा जुर्म साबित होना, मुझे जेल की सजा होना, जेल में स्कारपिर संस्था का मुझसे संपर्क स्थापित करना, तत्पश्चात स्लेड के साथ जेल से भाग निकलना‒सारांश में हर घटना टाईम टेबल के अनुसार घटी थी। लेकिन अब ठीक अंत में मैं फंस गया था। यही नहीं स्लेड भी मेरे हाथ से खिसक गया था, जबकि मैकिनटॉश ने स्पष्ट शब्दों में मुझ पर यह स्पष्ट कर दिया था कि स्लेड को आंखों से ओझल तक न होने दूं, तथा अगर जरूरत पड़े तो उसकी हत्या करने से भी कोई संकोच न करूं। स्लेड की हत्या तो दरकिनार, अब तो मुझे अपनी जान के लाले पड़ गये थे।
मैं बिस्तरे पर लेटकर अपनी परिस्थिति पर गौर करने लगा। फैटफेस ने मुझसे यह कहा था कि उन्होंने रिअरडन के उंगलियों के निशान जोहन्सबर्ग से मंगवाये हैं, जो मेरी उंगली छाप से बिलकुल मेल नहीं खाते, अतः मैं रिअरडन नहीं हूं।
मुझे निश्चय था कि उसने मुझसे झूठ बोला है, क्योंकि रिअरडन की मृत्यु के पश्चात उसका समूचा पुलिस रिकार्ड गायब कर दिया गया था। उसके अंगुलि छाप प्राप्त होने का कोई सवाल ही नहीं था। इससे एक ही परिणाम निकलता था कि फैटफेस को मेरे बारे में शक हो गया था, और कोई सबूत न होने के कारण वह मेरे मुंह से स्वीकार करवाना चाहता है कि मैं रिअरडन नहीं हूं। किन्तु प्रश्न यह होता था कि उसे मेरे बारे में शक कैसे हुआ। मैं सोचने लगा कि मुझसे कहां गलती हुई हैं?‒पर अपनी समझ में तो मैंने कोई गलती नहीं की थी।
जब मैं किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाया, तो मैंने अपना ध्यान इस ओर से हटा दिया, और यह सोचने लगा कि फैटफेस के चंगुल से कैसे मुक्त हुआ जा सकता है। मैं कमरे को हर चीज की समीक्षा करने लगा, किन्तु यहां पर कोई ऐसी चीज नहीं थी जिसको हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता था। मैं सारा दिन यही सोचता रहा और इसी सोच में मेरी आंख लग गई।
अगले दिन सुबह मुझे कोई नाश्ता भी नहीं दिया गया। टैफि, जो हर रोज सुबह मेरे लिये नाश्ते से भरी ट्रॉली लाया करता था, खाली हाथ मेरे कमरे में आया और मुझे नीचे चलने के लिये कहने लगा। मैंने कपड़े पहने और तैयार होकर उसके पीछे-पीछे चला आया। मेरे कमरे के बाहर लान में एक सोफे पर एक वृद्ध दंपत्ति बैठा था। मैंने उन पर एक दृष्टि डाली और टैफि के पीछे-पीछे नीचे चला आया। वहां पर फैटफेस अपने ऑफिस में अपने डेस्क के पीछे बैठा था।
“मैंने तुम्हें रात भर का समय दिया था। अब तुम मुझे ठीक-ठीक बताओ कि तुम्हारी वास्तविकता क्या है‒तुम कौन हो?”
“मैं रिअरडन हूं।”
“तुम बिलकुल झूठ बकते हो। और मैंने अभी-अभी दूसरी बार साबित कर दिया है कि तुम रिअरडन नहीं हो।”
मुझे कुछ समझ नहीं लगी।
“तुमने दूसरी बार कैसे साबित कर दिया है कि मैं रिअरडन नहीं हूं?”
“तुम्हारे कमरे के बाहर जो वृद्ध दम्पति सोफे पर बैठा है, वह रिअरडन के माता-पिता हैं। यदि तुम रिअरडन होते, तो उन्होंने तुम्हें पहचान लिया होता, और तुम भी अपने मां बाप को पहचान गये होते। खैर अब तुम मुझे यह बताओ कि तुम्हारा नाम क्या है, और यह मैकिनटॉश कौन है?”
फैटफेस के इस आकस्मिक प्रश्न ने मुझे झकझोर कर रख दिया। मैंने किसी तरह अपने आप पर अधिकार पाते हुये कहा, “कौन मैकिनटॉश‒मैं तो किसी मैकिनटॉश को नहीं जानता। मैंने तो आज पहली बार ही तुम्हारे मुंह से यह नाम सुना है।”
“तुमने यह नाम पहली बार सुना है या कई बार, इसके लिये मैं तुम्हें दो घंटे का और समय देता हूं। दो घंटे पश्चात यदि तुमने मेरे प्रश्नों का सही-सही उत्तर नहीं दिया, तो हमें तुम्हारे साथ सख्ती बरतनी पड़ेगी।” यह कहकर फैटफेस ने टैफि के साथ मुझे मेरे कमरे में वापस भेज दिया। मैं कमरे में एक आरामकुर्सी पर बैठकर अपनी इस ताजा परिस्थिति पर गौर करने लगा‒मेरे पास अब यहां से भाग निकलने के अलावा और कोई चारा नहीं था।
लेकिन कैसे?
मैं इस बात पर गौर करने लगा कि फैटफेस जब मेरे कमरे में आता है, तो अन्दर आकर कहां पर बैठता है। वह जब भी कमरे में आता था, तो जब तक बाहर से कमरे का दरवाजा बन्द नहीं कर दिया जाता था, वह वहीं दहलीज पर ही खड़ा रहता था। जब दरवाजा बन्द हो जाता था, तो वह आगे आकर मेरे सामने बैठ जाता था। मुझे कोई ऐसा चांस ही नहीं दिखाई देता था कि मैं अचानक उस पर हमला कर सकूं। अनायास मुझे एक उपाय सुझाई दिया। मैं अपनी जगह से उठा, और अलमारी खोलकर अपने मोजे टटोलने लगा। अलमारी से मोजे निकाल कर मैं खिड़की के पास चला आया, और खिड़की खोलकर बाहर पड़े गमलों से मिट्टी खोद-खोद कर उन मोजों में भरने लगा। तत्पश्चात मैं वह मिट्टी भरे मोजे अपने साथ लेकर वापस अपनी जगह पर आकर बैठ गया।
जब दो घंटे बीतने को कुछ ही समय बाकी रह गया, तो मैं आरामकुर्सी से उठकर बाथरूम में चला आया। तनिक पश्चात जब मुझे दरवाजा खुलने और किसी के अन्दर आने की आवाज सुनाई दी, तो मैंने कमौड की टंकी की चैन खींच दी, और अपने कान बाहर की ओर लगाये रखे। जैसे ही मुझे कमरे का दरवाजा बाहर से बन्द होने की आवाज सुनाई दी, मैं बाथरूम के दरवाजे के पास चला आया।
फैटफेस कमरे के मध्य की तरफ आ रहा था। उसके हाथ में बंदूक थी। उसी क्षण मैंने वे मिट्टी से भरे मोजे उसकी आंखों पर फेंक दिये। मिट्टी आंखों में पड़ते ही वह अपने हाथों से आंखें मलने लगा। इस चेष्टा में उसकी बंदूक उसके हाथ से गिर गई थी। उसी क्षण मैं उस पर पिल पड़ा और यथा-शक्ति दो घूंसे उसकी पसलियों में जड़ दिये। वह नीचे गिरना ही चाहता था कि मैंने उसे संभाल कर बिस्तरे पर लिटा दिया।
वह बेहोश हो चुका था। मैंने उसकी बंदूक अपने अधिकार में की और उसकी तलाशी लेने लगा। उसकी जेबों में बटुए के अलावा और जो कुछ भी मिला, वह मैंने निकाल कर अपनी जेबों में डाल लिया। उसकी सांस कुछ बराबर होने लगी थी। तभी मैं अलमारी के पास आया, और व्हिस्की की एक पूरी बोतल निकाल कर उसके पास पहुंचा। मैंने उसका मुंह खोला, और पूरी की पूरी बोतल उसके हलक में उंड़ेल दी। वह जोर-जोर से खांसने लगा। मुझे यह भय होने लगा कि उसकी खांसने की आवाज से दरवाजे के बाहर खड़ा गार्ड सतर्क न हो जाये।
मैंने एक तकिया फैटफेस के मुंह पर रखा और अपने गाउन की डोरी से उसके गले के साथ बांध दिया। मैंने बंदूक उठाई और दरवाजे के पास आकर फैसफेस की तरह दो बार दरवाजे पर दस्तक दी। ज्यों ही दरवाजा खुला, मैंने बन्दूक का कुंदा गार्ड के सिर पर दे मारा। गार्ड लड़खड़ाता हुआ घुटनों के बल फर्श पर गिर गया। मैं उसके पास से गुजरता हुआ नीचे उतरने की बजाये ऊपर चढ़ गया, और बत्ती की ओट में होकर नीचे देखने लगा। वहां फाटक के पास एक और गार्ड खड़ा था।
गुप्तचरी के प्रारंभिक प्रशिक्षण में हमें यह शिक्षा दी गई थी, कि अगर तुम दूसरी या तीसरी मंजिल पर कैद होओ, तो नीचे आने की बजाये हमेशा ऊपर जाओ क्योंकि ऐसी जगहों पर नीचे हमेशा सशस्त्र गार्ड होते हैं, और उनसे बच निकलना असंभव होता है। साथ ही प्रशिक्षण के दौरान इस बात पर बल दिया जाता था कि किसी ऐसी जगह से भागने के समय किसी की हत्या नहीं करनी चाहिये क्योंकि ऐसा करने से आस पास के लोगों या उस बिल्डिंग में रहने वालों का ध्यान घटना स्थल की ओर केन्द्रित हो जाता है, और ऐसी स्थिति में बचकर भाग निकलना असंभव हो जाता हैं। इस समय यह शिक्षा मेरे लिये बहुत ही उपयोगी साबित हो रही थी।
मैंने आसपास नजर दौड़ाई‒वहां पर और कोई इमारत नहीं थी। उधर नीचे शायद फैटफेस होश में आ गया था, और अपने लोगों को नीचे जाने के आदेश दे रहा था। तभी मुझे वहां पर दो भारी-भारी पत्थर दिखाई दिये। मैंने भारी वाला पत्थर उठाया, और नीचे फाटक के पास खड़े गार्ड के सिर पर फेंक दिया। पत्थर ठीक उसके सर पर जा लगा। उसका सिर फट गया और उससे खून की अविराल धारायें बहने लगी थीं। इतनी देर में उसके साथी पहुंच गये थे, और उसकी देखभाल में लग गये थे। मैं बत्ती की ओट में खड़ा यह सब देख रहा था। तभी फैटफेस वहां पहुंचा था, और उसने कुछ आदमियों को ऊपर जाने को कहा। मैं अपनी जगह से हटा और वहां से भागने का रास्ता ढूंढ़ने लगा।
नीचे जाने का प्रश्न ही नहीं होता था। सीढ़ियों पर कदमों की तेज-तेज आवाज सुनाई दे रही थी। वे लोग ऊपर पहुंचना ही चाहते थे। मैं ऊपर छत पर खुलने वाले दरवाजे की ओट में होकर खड़ा हो गया। दरवाजे के ऐन पीछे गंदी हवा निकलने वाला पाईप लगा हुआ था। मैं उस पाईप के पास सरक आया। वे लोग ऊपर पहुंचे ही थे कि मैं पाईप के साथ लटक कर उस बिल्डिंग के पिछवाड़े में उतर आया। पिछवाड़े से कुछ ही फासले पर खेत ही खेत थे। मैं दौड़कर खेतों में घुस गया और दुबककर नीचे बैठ गया।
सौभाग्यवश उसी समय मूसलाधार वर्षा शुरू हो गई। मैं खेतों के बीचोंबीच आगे सरकने लगा। थोड़ी दूर आगे जाकर मुझे एक सड़क दिखाई दी। मैं उस सड़क के किनारे पहुंच गया। वहां से कुछ फासले पर तीन चार आदमी खड़े थे। मुझे भय होने लगा कि कहीं वे फैटफेस के आदमी न हों। किन्तु उनके हाथों में कोई शस्त्र नहीं था। साथ ही उनके हाथ अपनी जेबों से बाहर थे। मैं निसंकोच उनकी ओर आगे बढ़ गया। तभी मेरी दृष्टि उस खंबे पर चली गई जिसके पास वे लोग खड़े थे।
खंबे के ऊपर बस रुकने का बोर्ड लगा हुआ था। वह एक बस स्टाप था। मैं भी उनके पास आकर खड़ा हो गया। थोड़ी देर बाद जब बस आई, तो इसके बोर्ड पर जो गंतव्य स्थान का नाम लिखा हुआ था, वह मैं बिलकुल समझ नहीं पाया। अक्षर अंग्रेजी के थे पर शब्द न जाने कौन-सी भाषा के थे। किसी से यह पूछना यह कौन-सी जगह और कौन-सा देश है अपने लिये मुश्किल मोल लेने के समान था। अकारण दूसरों को शक होने लगता।
दूसरी चीज जिससे मुझे बहुत हैरानी हुई थी वह यह थी कि बस सड़क के बायीं ओर चल रही थी। इससे मुझे बिलकुल ही समझ नहीं लगी कि मैं कहां पर हूं। बस के बोर्ड पर लिखे हुये शब्द अंग्रेजी भाषा में नहीं थे, और बस सड़क की दायीं ओर आगे बढ़ रही थी। जब कि मुझे अच्छी तरह से मालूम था कि इंग्लैंड को छोड़कर हर देश में यातायात सड़क की बांये ओर को आगे बढ़ता है।
बहरहाल मैं चुपचाप बस में बैठ गया, और बस का किसया देने के लिये अपनी जेब से वह बटुआ निकाल लिया, जो मैंने फैटफेस की जेब से चुराया था। उसी समय बटुये से कुछ सिक्के बस के फर्श पर गिर गये। मैं सिक्कों को अपने हाथ से ऊपर उठा रहा था कि मेरी निगाह सिक्के की पुश्त पर पड़ गई। उस पर आयर लिखा हुआ था। मेरे चेहरे पर आश्चर्य झलक आया। हे भगवान...तो क्या मैं आयरलैंड में हूं?
सात
मैं आयरलैंड से बिलकुल अपरिचित था। मुझे कोई ज्ञान नहीं था कि बस किधर जा रही है। सो मैं चुपचाप बस की सीट पर बैठा रहा।
“आपको कहां तक जाना हैं?” कंडक्टर ने मेरी सीट के पास आकर मुझसे पूछा।
“आखिर तक।”
“एक पाऊंड दस पैंस।”
मैंने पांच पाऊंड का नोट कंडक्टर के हाथ में थमा दिया। उसने टिकट के साथ जो बाकी पैसे मुझे दिये उनमें कुछ मुद्रा आयरलैंड की थी, और कुछ इंग्लैंड की। मैंने बाकी पैसों को चुपचाप वापस बटुए में रख लिया। इससे मुझे यह मालूम हो गया कि यहां पर इंग्लैंड की मुद्रा भी चलती है।
बस न जाने कौन-कौन से रास्तों से गुजरती हुई किधर जा रही थी, मुझे कुछ मालूम नहीं था। मैं खिड़की से बाहर का नजारा देखने लगा। थोड़ी देर पश्चात मुझे आकाश पर एक हवाई जहाज मंडराता हुआ दिखाई दिया। उसकी बत्तियां जल बुझ रही थीं, जिससे यह विदित होता था कि वह कंट्रोल टावर से नीचे उतरने की अनुमति मांग रहा है। इससे मैंने यह अनुमान लगा लिया कि पास ही में कोई हवाई अड्डा है। इसी क्षण मुझे शैनन एयरपोर्ट का स्मरण हुआ कि वह आयरलैंड का एक मात्र अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट है। पर मुझे तो यही नहीं मालूम था कि आयरलैंड है कहां पर।
फिर मैं अपने मस्तिष्क में उन चीजों की सूची को क्रम देने लगा जिनकी मुझे तत्काल आवश्यकता थी। बस रास्ते में मुसाफिर उतार चढ़ाकर आगे बढ़ती जाती थी। आगे जाकर मुझे कुछ मकान दिखाई दिये, अर्थात बस अब किसी शहर के निकट पहुंच रही थी। तभी थोड़ी देर बाद मुझे एक जगह पर उस शहर का नाम लिखा दिखाई दिया। इस शहर का नाम लाई मैरिक था। और आगे जाकर जब मुझे बड़े बड़े कोठीनुमा मकान दिखाई दिये, तो मेरे मन में शांति-सी होने लगी। इसका मतलब था कि लाईमैरिक एक बड़ा शहर है, और मैं अपने आपको वहां की भीड़-भाड़ में गुम कर सकता हूं।
तनिक पश्चात जब बस लाइमैरिक के मुख्य बाजार से गुजर रही थी, तो मुझे किताबों की एक दुकान दिखाई दी। अगले स्टाप पर मैं बस से उतर गया और उस दुकान की ओर चला आया। वहां से मैंने शहर का नक्शा और कुछ स्टेशनरी खरीदी और पास में एक चाय की दुकान पर बैठ गया। सबसे पहले मैंने शहर के नक्शे का अध्ययन किया। नक्शे से मुझे विदित हुआ कि लाईमैरिक शहर शैनन एयरपोर्ट से उत्तर की दिशा में है और वह जगह जहां पर मैं फैटफेस की कैद में था, वह जगह यहां से लगभग पंद्रह मील दूर है।
तत्पश्चात् मैं फैटफेस वाला बटुला खोलकर देखने लगा कि मेरे पास कितने एक पैसे हैं। बटुए में कुल मिलाकर 78 पाउंड थे। पैसों के अलावा रिचर्ड ऐलन जीनज के नाम का मोटर डाइविंग लाइसेन्स और एक छोटी-सी डायरी थी। डायरी में कुछ ऐड्रेस लिखे हुये थे। वह आयरलैंड और इंग्लैंड के कुछ ऐड्रेस थे। अंत में ऐन्गलो स्कॉटिश होल्डिरज का पता दर्ज था। यह मैकिनटॉश का ऐड्रेस था। इससे साफ जाहिर होता था कि मैकिनटॉश का भेद इन लोगों पर खुल गया है।
मैंने अपनी चीजें समेटी, चाय का भुगतान किया, और वहां से बाहर आकर टेलीफोन बूथ खोजने लगा। वहां से थोड़े फासले पर तीन चार टेलीफोन बूथ थे। मैं वहां पहुंच गया। वहां पर मैंने एक टेलीफोन बूथ का नंबर नोट किया और दूसरे टेलीफोन बूथ में घुसकर अन्दर से चटखनी लगा दी। उस बूथ से मैंने लंदन में एन्गलो स्कॉटिश होल्डिग्ज का फोन नंबर मिलाया। दूसरी ओर से मिसेज स्मिथ ने फोन रिसीव किया। इससे पहले कि वह मुझसे मेरा नाम पता पूछती, मैंने उससे कहा, “हो सकता है तुम्हारा फोन किसी ने टैप कर रखा हो, अतः तुम किसी और फोन से इस नंबर पर फोन करो।” यह कहने के साथ मैंने मिसेज स्मिथ को पहले वाले फोन बूथ का नंबर दे दिया, और उस बूथ में आकर मिसेज स्मिथ के फोन की प्रतीक्षा करने लगा। तनिक देर पश्चात उस बूथ के फोन की घंटी बजने लगी। यह मिसेज स्मिथ ही का फोन था।
“मैं स्टैनर्ड बोल रहा हूं।” मैंने मिसेज स्मिथ से फोन पर कहा।
“तुम वहां लाईमैरिक में क्या कर रहे हो?”
“मै मैकिनटॉश से बात करना चाहता हूं।”
“वह यहां पर नहीं है।”
“तो उसे कहीं से भी वहां पर लाओ।”
तनिक देर के लिये मिसेज स्मिथ ने कोई उत्तर नहीं दिया।
“वह तो अस्पताल में है। उसकी कार का एक्सीडेंट हो गया था।”
“उसे बहुत चोट आई है क्या?”
“डाक्टरों को उसके बचने की कोई आशा नहीं है।” मिसेज स्मिथ ने सपाट लहजे में कहा।
“यह तो बहुत बुरा हुआ। यह कब की बात है?”
“परसों की। यह एक हिट ऐड रन केस था।”
मुझे कुछ-कुछ समझ आने लगी क्योंकि परसों ही फैटफेस ने मेरे सामने यह सवाल उठाया था कि मैं रिअरडन नहीं हूं‒और अभी थोड़ी देर पहले मैंने उसकी डायरी में मैकिनटॉश का पता लिखा हुआ देखा था।
“यह कोई साधारण दुर्घटना नहीं है, मिसेज स्मिथ। यह दुर्घटना घटाई गई है।”
“असंभव।”
“इसमें असंभव की क्या बात है?”
“क्योंकि हम तीनों के अतिरिक्त इस योजना का किसी और को मालूम ही नहीं है।”
“तुम भ्रम में हो। मैं अभी-अभी स्कारपिर संस्था के नर्गे से निकलकर आया हूं, और उनकी डायरी में मैकिनटॉश का ऐड्रेस लिखा हुआ है। तभी मैंने तुमसे कहा था कि हो सकता है तुम्हारे फोन को किसी ने टैप कर रखा हो। बहरहाल अब तुम अपने लिये पूरी सावधानी बरतना।”
मुझे मन ही मन में यह हौल उठने लगा कि मैकिनटॉश का भेद स्कापिर संस्था वालों पर खुल चुका है। और अब यह स्कारपिर संस्था वाले मेरा पीछा करके मुझे पुलिस के हवाले करके ही दम लेंगे, और मुझे जीवनपर्यन्त जेल में सड़ना पड़ेगा। मैं टेलीफोन वापस चोगे में रखना ही चाहता था कि मुझे मिसेज स्मिथ की आवाज सुनाई दी‒
“उनका हमारा ऐड्रेस कहां से मालूम हो गया?”
“इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिये बहुत देर हो चुकी है। इस समय तो प्रश्न यह है कि हमारा भेद उनको मालूम हो चुका है, और हम बहुत भारी मुश्किल में है।”
“वह स्लेड कहां है?” मिसेज स्मिथ ने तीव्र स्वर में पूछा।
“वह गायब है।”
“कहां गायब है?”
“मुझे कोई ज्ञान नहीं।”
“तुम जरा लाईन होल्ड करो।”
तनिक देर पश्चात फिर मिसेज स्मिथ की आवाज सुनाई दी‒
“मैं तीन घंटे के अन्दर-अन्दर शैनन एयरपोर्ट पहुंच रही हूं। तुम्हें किसी चीज की आवश्यकता है?”
“मेरी जेब में केवल 78 पांड है। मुझे पैसा चाहिये, और साथ ही एक नया व्यक्तित्व चाहिये।”
“तुम अपनी असली शिनाख्त में हो जाओ। तुम्हारा असली पासपोर्ट, कपड़े, सूटकेस आदि सब कुछ मेरे पास हैं। वह मैं अपने साथ ला रही हूं।”
“तुम एंग्लो स्कॉटिश ऑफिस से दूर रहना।” मैं मिसेज सिमथ को सावधान करते हुये कहा, ‘हो सकता है कोई तुम्हारा पीछा करने लगे। पीछा करने वाले को जुल देना तो तुम्हें आता ही होगा।
मिसेज स्मिथ ने ठंडे स्वर में उत्तर देते हुये कहा, “मेरे दूध के दांत निकले मुद्दत हो चुकी है। मैं तीन घंटे पश्चात तुम्हें शैनन एयरपोर्ट पर मिलूंगी।”
“तुम मुझे एयरपोर्ट पर मिलने की बजाय सेट जार्ज होटल चली आना। मेरे जैसे भगौड़े के लिये एयरपोर्ट बहुत ही असुरक्षित जगह साबित हो सकती है।”
“तो ठीक है‒मैं सीधी सेंट जार्ज होटल पहुंचूंगी।” कहकर मिसेज स्मिथ ने फोन बन्द कर दिया।
मिसेज स्मिथ के साथ फोन पर बातचीत करने के पश्चात मैं टेलीफोन बूथ से बाहर निकल आया। मैंने एक कार किराये पर ली, और सेंट जार्ज होटल के बाहर कार रोककर उसकी प्रतीक्षा करने लगा।
सवा तीन घंटे पश्चात मिसेज स्मिथ एक टैक्सी से वहां पहुंची, और टैक्सी का भुगतान करके जब तक वह टैक्सी आंखों से ओझल नहीं हो गई, वहीं पर खड़ी रही। उसके पास दो सूट केस थे। उसने अभी तक मुझे नहीं देखा था। कुछ देर वहीं इंतजार करने के पश्चात् उसने वे दोनों सूटकेस उठायें, और होटल के अन्दर प्रवेश करने लगी। तभी मैंने अपनी कार स्टार्ट की और उसके पास लाकर खड़ी कर दी। मुझे देखते ही मिसेज स्मिथ ने वे दोनों सूटकेस पिछली सीट पर रख दिये और कार का अगला दरवाजा खोलकर मेरे बराबर बैठ गई। मैंने कार स्टार्ट की और उस दिशा में रवाना हो गया, जहां पर फैटफेस ने एक बिल्डिंग में मुझे अपनी हिरासत में रखा था। मिसेज स्मिथ लगातार विंड स्क्रीन से सामने देखे जा रही थी।
“तुम्हें यहां की उड़ान समय पर मिल गई थी?” मैंने मिसेज स्मिथ से पूछा।
“मैं अपने विमान से आई हूं। तुम मुझे यह बताओ कि तुमने स्लेड को अपने हाथ में क्यों निकल जाने दिया?”
“मैंने उसे कहां निकल जाने दिया था। वही लोग उसे ले गये थे।”
“तुम्हें कुछ करना चाहिये था।”
“मैं क्या कर सकता था। वे लोग कोई साधारण अपराधी नहीं है। वह जो काम भी करते हैं बहुत सोच समझकर करते है। स्लेड के विचार में रूसी उस संस्था को आर्थिक सहायता देते हैं‒और तुम तो जानती ही होगी कि रूसी अपने काम को किस कुशलता से अन्जाम देते हैं।”
“पहले तुम मुझे यह बताओ कि हम जा किधर रहे है?” मिसेज स्मिथ ने मुझसे पूछा।
“मैं तुम्हें वह जगह दिखाने ले जा रहा हूं, जहां उन लोगों ने मुझे नजरबन्द कर रखा था। हो सकता है वहां से उनकी अगली कार्रवाई का कोई संकेत मिल जाए।”
थोड़ी देर बाद जब हम वहां पहुंचे, तो वह बिल्डिंग पूरी तरह से जल चुकी थी।
“इस जगह को आग कैसे लगी?” मिसेज स्मिथ ने मुझसे पूछा।
“मेरे विचार में उन लोगों ने ही लगवाई होगी कि उनके यहां आकर रुकने का कोई सबूत ही बाकी न रहे। अब तुम मुझे यह बताओ कि मैकिनटॉश का क्या हाल है?”
“मैंने यहां आने से पहले अस्पताल फोन किया था। उसकी हालत ज्यों की त्यों है‒उसमें कोई सुधार नहीं हुआ।”
“उसका ऐक्सीडेन्ट हुआ कैसे था?” मैंने मिसेज स्मिथ से पूछा।
“वह सड़क पार कर रहा था। तब उसे जख्मी हालत में सड़क के किनारे पाया गया। वह जिस कार से टकराया था, वह वहां पर रुकी नहीं‒वहां से भाग गई थी। तुमने फोन पर यह कैसे कहा था कि यह दुर्घटना घटाई गई है।”
“क्योंकि परसों ही, जब मैकिनटॉश का यह ऐक्सीडेन्ट हुआ था, लगभग उसी समय फैटफेस ने मुझसे यह कहा था कि मैं रिअरडन नहीं हूं।”
“उसको यह कहां से पता चला कि तुम वास्तव में रिअरडन नहीं हो?” मिसेज स्मिथ ने प्रश्नसूचक दृष्टि से मुझे देखते हुये पूछा।
“मैं तो उसे बताने से रहा। तुमने उसे बताया होगा या मैकिनटॉश ने।”
“मेरे बताने का तो प्रश्न ही नहीं होता, और जहां तक मैकिनटॉस का संबंध है, वह ऐसा कभी नहीं कर सकता।”
“बाकी तो मैं ही रह जाता हूं।”
“हो सकता है, तुम ही ने बताया हो।”
“मैं क्यों बताता?”
“यह जानने के लिये कि उस लूट में तुम्हारा हिस्सा स्विस बैंक के नंबर अकाउंट में जमा कराया गया है कि नहीं।”
मैंने अपनी जेब से फैटफेस वाली बन्दूक निकालकर मिसेज स्मिथ के सामने रखते हुये कहा, “यदि तुम्हें निश्चय है कि मैंने तुम लोगों के साथ विश्वासघात किया है, तो तुम मुझे गोली मार दो। इससे बढ़कर मैं अपनी निष्कपटता का और क्या प्रमाण दे सकता हूं।”
मिसेज स्मिथ ने मेरे चेहरे की ओर देखते हुये कहा, “अगर तुम्हें मेरी बात बुरी लगी है, तो मैं तुमसे माफी मांगे लेती हूं। मैंने वही कहा था, जो मेरे दिल में था। किन्तु तुम्हारे उत्तर से मुझे तुम्हारी निर्दोषता पर विश्वास हो गया है।”
“तुमने अच्छा किया जो अपना उद्गार निकाल दिया, नहीं तो यह शक तुम्हारे हृदय में पनपता ही रहता, और तुम्हें मेरी किसी भी बात पर विश्वास न होता। अब इससे एक ही परिणाम निकलता है‒तुम्हें मुझ पर विश्वास है कि मैंने यह भेद किसी के आगे नहीं खोला और मुझे यह यकीन है कि तुम्हारे मुंह से भी ऐसी कोई बात नहीं निकली‒इसका एक ही आशय है कि मैकिनटॉश ने ही यह रहस्योद्घाटन किया है।”
“मैं यह बात बिलकुल नहीं मान सकती।”
“खैर! अब यह बताओ कि कार दुर्घटना से पहले मैकिनटॉश किससे मिला था?”
“वह प्रधान मंत्री और विपक्षी नेता से मिलने गया था।”
“और किससे मिला था?”
“टैगार्ट से और चार्लस व्हीलर से। व्हीलर एक सांसद है।”
“टैगार्ट के नाम से तो मैं परिचित हूं‒वह ब्रिटिश गुप्तचर विभाग का एक प्रवर अधिकारी है। इस व्हीलर से मैकिनटॉश की क्या बातचीत हुई थी?”
“मुझे कोई ज्ञान नहीं।”
“इसका आशय है कि मैकिनटॉश इस योजना की उन्नति के बारे में तुम्हें भी अंधेरे में रखता था।
“वह मुझे हर बात बताता था, पर जब वह व्हीलर से भेंट करके वापस लौट रहा था, तो रास्ते में उसका ऐक्सीडेन्ट हो गया। वह मेरे पास पहुंच ही नहीं पाया।”
मैं काफी समय तक इस विषय में सोचता रहा, किन्तु किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाया।
“अच्छा अब तुम मुझे अपना असली नाम तो बताओ।” मैंने मिसेज ल्यूसी स्मिथ से कहा।
“तुम बहुत ही जिद्दी हो‒मेरा नाम ऐलिसन है।”
“तुम्हारी क्या सलाह है‒अब हमें क्या करना चाहिये?”
ऐलिसन निर्णयात्मक स्वर में बोली, सबसे पहले हम उन ऐड्रेसों की छानबीन करेंगे, जो तुम्हें फैटफेस यानी रिचर्ड ऐलन जोनज की डायरी से मिले हैं।
“वह तो बहुत मुश्किल होगा‒एक ऐड्रेस तो कलोनगलास का है और दूसरा बैलफास्ट का।”
“कालीनालास तो पास ही में है। तुम जरा वह डायरी मुझे दिखाओ।”
मैंने बटुए से वह डायरी निकालकर ऐलिसन को दे दी। डायरी के अंतिम पृष्ठ पर लिखा था‒“टैफि को कलोनगलास इस ऐड्रेस पर भेजो।”
ऐलिसन ने मुझे कहा, “कार को कलोनगलास की तरफ मोड़ लो।”
“मुझे पता ही नहीं कि कलोनगलास किधर है।”
“तुम मुझे व्हील के पीछे बैठने दो।” कहकर ऐलिसन व्हील के पीदे सरक आई, और मैं दरवाजा खोलकर उसकी जगह पर जाकर बैठ गया।
उसके बाद हमने पास के गालवे नामी कस्बे में एक होटल में रात व्यतीत करने के लिये कमरा रिजर्व करवाया, और फिर कालोनगलास की ओर रवाना हो गये। कालोनगलास वहां से पच्चीस मील की दूरी पर स्थित था। वहां की आबादी छितरी हुई थी। मकानों की छतें छप्पर की थी। ऐलिसन ने एक जगह पर ले जाकर कार रोक दी।
“अब क्या करना है?” मैंने ऐलिसन से पूछा।
“तुम चिंता मत करो‒जो मैं कहती जाऊं, करते जाओ।” यह कहकर वह कार से उतर गई और राह चलती एक औरत को रोककर उससे आयरिश भाषा में कुछ पूछताछ करने लगी। मेरे कुछ भी पल्ले नहीं पड़ा। तब वह फिर से कार में आकर बैठ गई, और कार आगे बढ़ा दी।
“अब कहां?”
“अब हम यहां के एक रेस्टोरेंट में चल रहे हैं। इस औरत ने मुझे बताया है कि वहां पर ना ना प्रकार की अफवाहें सुनने को मिलती हैं, और वहां पर हमें यहां के हर रहने वाले के विषय में पता चल सकता है।”
थोड़ी देर पश्चात हम उस चाय खाने के बाहर पहुंच गये। कार को एक तरफ पार्क करके हम दी हाउस के अन्दर चले आये। टी हाउस लोगों से भरा हुआ था, और लोग गप्पे हांकने में व्यस्त थे। मैं और ऐलिसन एक बेंच पर जाकर बैठ गये। वहां पर एक और आदमी भी बैठा हुआ था। उस टी हाउस की एक विशेषता यह थी कि वहां पर व्हिस्की भी उपलब्ध थी। वहां पर मर्द और औरतें दोनों इधर-उधर की बातें करने में लगे हुये थे। ऐलिसन उस आदमी से आयरिंग भाषा में बाते करने लगी।
मैं चुपचाप उनका मुंह देंखता रहा। तनिक देर पश्चात ऐलिसन ने उस आदमी से मेरा परिचय कराते हुये कहा, “तुम मिस्टर सीन ओ डोनोवान से बातें करो‒मैं उधर औरतों के बीच आकर बैठती हूं।”
“मुझे उनकी बात समझ नहीं लगेगी, और इन्हें मेरी बात पल्ले नहीं पड़ेगी।”
“मिस्टर डोनोवान अच्छी तरह से अंगरेजी में बातचीत कर सकते हैं, तुम दोनों व्हिस्की पियो। मैं उधर औरतों में चलती हूं।” यह कहकर ऐलिसन वहां से उठकर चली गई और मैं डोनोवोन से बातें करने लगा।
“आप लोग यहां पर छुट्टियां मनाने आये हैं?” डोनोवोन ने मुझसे पूछा।
“हां।”
“इधर कैसे?”
“इंग्लैंड में एक आदमी से मेरी आकस्मिक भेंट हुई थी। उसने मुझे यहां का पता दिया था। और उसका पता मैं वहीं इंग्लैंड में भूल आया हूं। मैंने सोचा शायद यहां से उसका पता मालूम हो जाये।”
“उसका नाम क्या है?”
“जोन्ज।”
डोनोवोन ने अपने मस्तिष्क पर जोर डालते हुये कहा, “यह नाम तो मैंने कभी सुना नहीं। हो सकता है यहां की हवेली में रहता हो। वे हवेली वाले अपने आपको लाट साहब समझते हैं। स्थानीय लोगों से उनका कोई मेल-जोल नहीं है। वे अपने रोजमर्रा का सौदा तक लंदन से खरीदते हैं। शायद हवेली में इस नाम का कोई आदमी हो।”
“तुम्हारे कहने का आशय है कि हवेली वाले बहुत ही घमंडी व्यक्ति है।”
“हवेली का मालिक तो घमंडी नहीं है पर वह खुद भी यहां यदा-कदा ही आता है।”
“वह भी आयरिश है?”
“नहीं! वह इंग्लैंड का रहने वाला है तथा वह काफी मशहूर आदमी है। उसकी अक्सर समाचारपत्रों में चर्चा होती रहती है।”
“समाचारपत्रों में चर्चा होती रहती है?”
“हां! वह एक सांसद है।”
“तो यहां कैसे रहता है?” मैंने डोनोवान से पूछा।
“उसने यहां हवेली बनवा रखी है‒नाम की हवेली है (वास्तव में वह एक महल है। उसका अपना याट है। जब लंदन में उसका मन ऊबने लगता है, तो यहां आ जाता है। उसके पास तो आनासिस से भी अधिक धन है।”
“उसका नाम क्या है?”
“व्हीलर।”
“व्हीलर!”
“हां।”
मेरा माथा ठनकने लगा‒यह तो उसी सांसद का नाम था, जिससे मैकिनटॉश भेंट करने गया था, और जब उसके यहां से वापस लौट रहा था, तो रास्ते में उसका एक्सीडेंट हो गया था।
मैंने कुछ कहने के लिये मुंह खोला ही था कि डोनोवान ने मुझसे कहा, “तुम्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं। मैं समझ गया हूं कि तुम किसी समाचारपत्र से हो। व्हीलर के बारे में जानने के लिये कई इंगलिश और अमरीकन संवाददाता यहां आ चुके हैं, पर किसी में इतनी अक्ल नहीं थी कि अपने साथ किसी आयरिश को लाये होते हैं तुमने वह आयरिश लड़की अपने साथ लाकर बहुत अक्लमंदी का सबूत दिया है। यहां के लोग भाषा के मामले में बहुत ही कट्टर है।”
“मैं वाकई इसीलिये उसे साथ लाया हूं।” मैंने डोनोवान की हां में हां मिलाते हुये कहा।
डोनोवान ने व्हिस्की का गिलास उठाकर मेरे पीछे दरवाजे की ओर देखते हुये कहा, “सीमांस लिच आ रहा है‒वह हवेली में रहता है। मैं उसे ये नहीं बताऊंगा कि तुम कौन हो।”
मैं सीमांस लिच की ओर देखने लगा‒उसका कद लंबा, शरीर हृष्ट-पुष्ट और रंग सांवला था।
“आओ सीमांस इधर आओ।” डोनोवान ने उसे हाथ लगाते हुए अपने पास आने को कहा।
सीमांस बारटेन्डर से व्हिस्की का गिलास लेकर डोनोवान के पास आकर बैठ गया।
“सुनाओ,” डोनोवान ने सीमांस से पूछा, “तुम्हारे तथाकथित हाईनेस, अपने याट में कब रवाना हो रहे हैं?”
“जब उनका मूड होगा।”
तब डोनोवान ने मेरी ओर इशारा करते हुये सीमांस लिंच से कहा, “यह मेरे एक परिचित हैं‒यह आयरलैंड की सैर करने आये हुये हैं।”
“तो तुम्हें आयरलैंड कैसा लगा है?”सीमांस ने मुझसे पूछा। उसने मुझे संबोधित किया था, मानो उसे मेरी उपस्थिति अखर रही हो।
“मुझे तो अच्छा लगा है।”
“अब आप यहां से कहां जाईयेगा?” डोनोवान ने मुझसे पूछा।
मेरे लिये यह बिलकुल अप्रत्याशित प्रश्न था। मैंने सच का सहारा लेते हुये कहा, “मेरे नाना यहीं के रहने वाले थे। वह स्लिगो बंदरगाह पर एक प्रवर अधिकारी थे। मैं यहां से स्लिगी जाऊंगा। हो सकता है वहां पर ननिहाल के किसी रिश्तेदार से भेंट हो जाए।”
सीमांस लिंच ने घृणायुक्त स्वर में कहा, “जिस अंग्रेज से भी मिलो वह अपने आयरिश वंशक्रम की बात करता है। यह तो आजकल कुछ रिवाज सा हो गया है। अंग्रेज अपने ननिहाल को ढूंढ़ने यहां चला आता है।”
मुझे लिंच की बात पर बहुत गुस्सा आ गया। मैंने शांत स्वर में कहा, “जिस तरह अंग्रेज अपने ननिहाल को ढूंढ़ने वहां आते हैं, उसी भांति तुम लोग भी तो अपने रिश्तेदारों को ढूंढ़ने के लिये इंग्लैंड जाते हो।”
“मेरा आशय यह है कि तुम लोग अपनी औरतों को नहीं संभाल सकते, अतः ये अंग्रेजों को आयरिश लोगों पर तरजीह देकर उसके साथ विवाह करना पसंद करती है, और इसी कारण तुम्हें अपनी वंशावली इंग्लैंड में ढूंढ़नी पड़ती है।”
मेरा यह उत्तर सुनकर सीमांस लिच गुस्से से सुलगने लगा। वह अपनी जगह से उठकर मुझ पर आक्रमण करना ही चाहता था कि डोनोवान की चेतावनी भरी आवाज सुनकर वहीं का वहीं रुक गया।
“खबरदार जो तुमने हाथ उठाया तो। तुमने जैसा कहा था, उसका उत्तर तुमने सुन लिया। चुपचाप अपनी जगह पर बैठ जाओ।”
उसी समय मेरी दृष्टि ऐलिसन पर पड़ गई। वह इशारे से मुझे अपनी तरफ बुला रही थी।
“मैं अभी आया,” यह कहकर मैं डोनोवान के पास से उठा और ऐलिसन की ओर चला आया। ऐलिसन अपनी जगह से उठी और टी-हाउस से बाहर निकलने वाले दरवाजे की ओर चल पड़ी। मैं भी उसके पीछे-पीछे चल पड़ा। मैं दरवाजे से बाहर निकलना ही चाहता था कि मुझे एक तरफ को हटकर रुकना पड़ा। दरवाजे से एक भारी भरकम शरीर का आदमी टी हाउस के अन्दर प्रविष्ट हो रहा था।
यह अन्दर आने वाला व्यक्ति टैफि था।
उसे देखते ही मेरी जान निकलने लगी। टैफि ने मुझे पहचान लिया था। इससे पूर्व की वह कुछ कार्यवाई करता, मैं तेजी से दौड़ता हुआ ऐलिसन के पीछे दौड़ लिया।
भागो यहां से‒मैं बोला‒“उसका एक आदमी अभी-अभी टी हाउस से पहुंचा है, और उसने मुझे पहचान लिया है।”
एलिसन ने कोई प्रश्नोत्तर नहीं किया, और कार की ओर दौड़ने लगी। वह इतनी तेज दौड़ रही थी कि मैं उसके बराबर नहीं पहुंच पा रहा था। मेरे पीछे से मुझे किसी के भागते हुये कदमों की आवाज सुनाई दे रही थी। ऊपर से अंधेरा हो रहा था‒मुझे कुछ भी साफ दिखाई नहीं दे रहा था। मैं अंधाधुंध दौड़े जा रहा था। अचानक मेरा पैर किसी तार में उलझ गया और मैं वहीं पर गिर पड़ा।
उसी क्षण टैफि मेरे पास पहुंच गया। और उसने अपने बूट से मेरे सिर पर कसकर ठोकर मार दी। मैंने उसका पैर अपने हाथों से पकड़कर उसे गिराना चाहा, पर उसने अपना पैर मेरे हाथों की जकड़ से मुक्त कर लिया। उधर ऐलिसन ने कार का इंजन स्टार्ट कर दिया था। टैफि मेरे सिर पर दूसरी ठोकर मारना ही चाहता था कि कार को हैडलाइट्स की चौंधियाती हुई रोशनी उसकी आंखों में पड़ने लगी। मैंने विद्युतगति से अपना सिर घुमा लिया।
टैफि का पैर मेरे सिर में लगने की बजाय हवा में ऊपर उठ गया, जिससे उसका संतुलन बिगड़ गया, और वह जमीन पर गिर गया। किन्तु ऐसा प्रतीत होता था, मानो उस पर कोई भूत सवार हो। वह उसी क्षण जमीन से उठकर मेरे ऊपर खड़ा हो गया। उसके हाथ में एक ईंट थी। वह अपना हाथ ऊपर उठाकर ईंट मेरे सर पर मारना ही चाहता था कि मुझे एक पटाखा सा छूटने की आवाज सुनाई दी। दूसरे क्षण टैफि मेरे ऊपर गिर पड़ा। वह दर्द से कराह रहा था। मैंने उसके शरीर को अपने ऊपर से परे धकेला और वहां से उठकर कार की तरफ भाग लिया। ऐलिसन ने कार का दरवाजा पहले से ही खोल रखा था। जब मैं कार के अन्दर बैठ रहा था तो ऐलिसन एक रिवाल्वर कार के सामने वाले खाने में रख रही थी।
“तुमने उसे गोली कहां मारी थी?” मैंने ऐलिसन से पूछा।
“उसके घुटने में।” कहकर ऐलिसन ने पूरी रफ्तार पर कार आगे बढ़ा दी। ऐलिसन ने ऐसे साधारण स्वर में उत्तर दिया था, मानो मौसम के विषय में कुछ कह रही हो।
मैंने कार की खिड़की से सिर बाहर निकालकर जमीन पर पड़े हुये टैफि की ओर देखा। उस पर एक आदमी झुका हुआ था।
वह आदमी सीमांस लिंच था।
तत्पश्चात हम होटल आये, और खाना खाकर सो गये।
अगले दिन सुबह हमने डाईनिंग हाल में जाने की बजाय अपने कमरे में ही नाश्ता मंगवा लिया क्योंकि पिछले दिन के हो हल्ले के कारण मैं किसी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित नहीं करना चाहता था।
“वह व्हीलर कौन है? तुम इसके बारे में क्या जानती हो?” मैंने ऐलिसन से पूछा।
ऐलिसन ने टोस्ट पर मक्खन लगाते हुये कहा, “वह हारलिंगस्डन ईस्ट निर्वाचन क्षेत्र का सांसद है। और बहुत पैसे वाला है, किन्तु वह अपने साथी सांसदों में जरा भी लोकप्रिय नहीं है।”
“जहां तक मुझे ज्ञान है व्हीलर तो एक विदेशी है।”
“है तो विदेशी, पर उसे इंग्लैंड आये काफी समय हो चुका है। उसने यहां की नागरिकता प्राप्त कर ली है।”
“इसका आशय है कि इंग्लैंड में एक विदेशी सांसद बन सकता है?”
“कई बन चुके है।” ऐलिसन ने टोस्ट प्लेट में रखते हुये कहा।
“यहां की राजनीति में उसका क्या महत्व है? मेरा मतलब है कि वह कोई मंत्री है या किसी मंत्रालय से संबंध किसी सलाहकार समिति का सदस्य आदि है?”
“वह बस चिल्लाकर बोलना जानता है‒और कुछ नहीं।”
“है तो वाकई हुल्डबाज। मेरे और स्लेड के जेल से फरार होने के पश्चात उसने काफी शोरगुल मचाया था कि इंग्लैंड के हर गली मोहल्ले में बदमाश गुंडे बसते हैं, और सरकार उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करती। उसने मंत्री पर भी आरोप लगाया था।”
“मुझे याद है,” ऐलिसन ने कहा, “पर प्रधानमंत्री ने उसका मुंह बन्द कर दिया था।”
“मुझे तो यह संदिग्ध व्यक्ति प्रतीत होता है‒तुम जरा इस बात पर गौर करो‒मैकिनटॉश इस व्हीलर से मिलने गया और वहां के वापसी पर उसका हिट एंड रन ऐक्सीडेन्ट हो गया। लगभग उसी समय मुझ पर यह प्रकट किया गया कि मैं रिअरडन नहीं हूं। तत्पश्चात जब मैंने फैटफेस यानी रिचर्ड ऐलन जोनज को मार-पीटकर उसका बटुआ छीना, तो बटुए के अन्दर डायरी में कलोनगलास का पता लिखा हुआ था‒और यह दर्ज था‒टैफि को कलोनगलास इस पते पर भेजो। यहां कलोनगलास आने पर हम पर इस पते का राज खुला कि यह पता व्हीलर का है। साथ ही टैफि वहां पर मौजूद था। इन सब बातों को मात्र संशय नहीं कहा जा सकता। इससे साफ विदित होता है कि रिचर्ड ऐलम जोनज और टैफि एवं व्हीलर एक ऐसे ही श्रृंखला की कड़ियां है। दूसरे शब्दों में यह कि व्हीलर का स्कारप्रिर संस्था (कैदियों को भगाने वाली संस्था) से गहरा संबंध है‒और जैसा कि तुम जानती हो स्कारपिर संस्था के प्रायोजक रूसी है। मतलब यह कि व्हीलर की रूसियों के साथ साठ गांठ है।”
“उसकी रूसियों के साथ सांठ-गांठ तो नहीं, पर वह एक उबल एजेन्ट हो सकता है।” ऐलिसन ने मक्खन टोस्ट बाते हुये शांत स्वर कहा, “मुझे अचरज इस बात का है कि जब मैंने टैफि के घुटने पर गोली मारी थी, तो वह चिल्लाया क्यों नहीं था?”
“मेरे ख्याल में तो चिल्ला नहीं सकता था, जहां तक मैं समझता हूं, वह गूंगा है। मैंने उसे कभी बोलते नहीं देखा। तुम मुझे यह बताओ कि तुमने सोच-समझकर उसके घुटने का निशाना बांधा था या संयोगवश ही गोली उसके घुटने में जा लगी थी? मैंने ऐलिसन से पूछा।
एलिसन ने अपना रिवाल्वर मेरे सामने रखते हुए कहा, “यह बहुत हल्का सा हथियार है। मैंने उसके घुटने का ही निशाना बांधा था, क्योंकि वह इतना लंबा तगड़ा है कि मैं अगर उसके शरीर में कहीं और गोली मारती, तो जमीन पर ही न गिरता तथा तुम उससे बच न पाते। और यदि मैं उसकी खोपड़ी का निशाना बांधती, तो वह मर जाता। अतएव उसकी हत्या किये बिना तुम्हें उसकी गिरफ्त से आजाद कराने के लिये उसके घुटने का निशाना बांधने के अतिरिक्त मेरे पास और कोई चारा ही नहीं था।”
मैं मन ही मन ऐलिसन की सूझ-बूझ की प्रशंसा करने लगा।
“इसका मतलब है कि तुमने जान-बूझकर ऐसा किया था।”
“बिलकुल।”
“खैर, तुम मुझे व्हीलर के बारे में बताओ कि वह किस वेश में जाकर इंग्लैंड बसा था।”
“मैंने कभी उससे इतनी दिलचस्पी नहीं ली। अलबत्ता हूं ‘हू इज हू’ पुस्तक में तुम्हें व्हीलर का सब ब्यौरा मिल जायेगा।”
ऐलिसन, मुझे एक और ख्याल आ रहा है।
“क्या?”
“चार दिन पहले स्लेड को वहां लाईमैरिक के उपनगर से गायब किया गया था। अगर व्हीलर का याट चार दिन पहले भी यहीं पर था, तो हो सकता है कि स्लेड इस समय उस याट के अन्दर मौजूद हो।”
“ऐसा हो सकता है।”
“तुम एक और बात पर गौर करो‒मान लो एक आदमी है जिसका नाम ‘क’ है, जो रूसी है अथवा रूसी सिद्धान्तों में विश्वास रखता है तथा उसका मिशन रूसी जासूसों को ब्रिटिश जेलों से फरार करवाना है। ऐसे आदमी को कदम कदम पर हर प्रकार की सहायता की आवश्यकता महसूस होती होगी। और मैंने यह देखा कि यहां आयरलैंड में विशेषतः उत्तरी आयरलैंड में अधिकांश लोगों की भावनायें ब्रिटिश विरोधी है। मैंने कल यह चीज बहुत अच्छी तरह से नोट की थी।”
“तुम्हारा संकेत उस आदमी की ओर है जिसके साथ तुम बहस में उलझे हुये थे?”
“हां। उसका नाम सीमांस लिंच है, और मेरी खरी-खरी बात उसे बहुत बुरी लगी थी। वह व्हीलर के लिये काम करता है, क्योंकि जब मैंने कार में सवार होने के पश्चात खिड़की से पीछे देखा था तो उस समय वह टैफि पर झुका हुआ, उसकी सहायता करने में लगा हुआ था। अब मैं जरा बात की गहराई में जाता हूं‒मान लो यह आदमी ‘क’ ब्रिटिश विरोधी तत्वों द्वारा अपनी स्कारपिर संस्था चलाता हो। ऐसा इसलिये संभव है क्योंकि इस आदमी के पास ढेरों पैसा है और आयरलैंड के ब्रिटिश विरोधी तत्वों को हिंसा करने के लिये हर समय पैसे की आवश्यकता होती है। अतएव यह संभव है कि यह ब्रिटिश विरोधी तत्व उत्पात करने के लिये बैंकों आदि पर डाका डालने की बजाय इस आदमी ‘क’ एक साम्यवादी है तथा सब उपद्रवों की अड़ वही है।”
ऐलिसन ने अपनी भौंहें ऊपर की ओर करते हुये कहा, “क से तुम्हारा इशारा अगर व्हीलर की ओर है, तो तुम बिलकुल गलत हो क्योंकि स्वनिर्मित करोड़पति कभी साम्यवादी नहीं होते।”
“उसने इतना पैसा कहां से बनाया?” मैंने ऐलिसन से पूछा।
“उसका भाग्य 1950-60 में भू संपति की गर्मबाजारी में उदित हुआ था। तत्पश्चात वह अमरीका में भू संपति का बिजनेस करने लगा‒वहां भी भाग्य ने उसका साथ दिया और उसने लाखों बनाये। उसके बाद वह कई प्रकार से पैसा उगलने वाले धंधे करता रहा।”
“अपनी इस व्यस्तता के बावजूद भी वह संसद में आकर अपना समय नष्ट करता है।”
ऐलिसन ने विचारमग्न भाव से कहा, “वह कुछ भी हो सकता है, किन्तु एक रूसी जासूस नहीं हो सकता।”
“मैं तुमसे सहमत नहीं हूं।” मैंने ऐलिसन से कहा, “खैर, अब तुम फोन करके मैकिनटॉश का हाल तो मालूम करो।”
“मैं भी यही सोच रही थी। अब तुम इस कार को वापस करने की सोचो । इस कार को यहां के काफी लोगों ने देख लिया होगा, और इससे उन्हें हमारा सुराग मिल सकता है कि हम अभी यहीं है। तुम्हारा बाहर निकलना उचित नहीं, अतः तुम यहीं रुको।”
“तो फिर यह कार वापस कैसे होगी?”
“मैं वापस कर आऊंगी। हम दोनों को बहुत लोगों ने तो इकट्ठे देखा नहीं था, जो मुझे कोई पहचान ले‒अलबत्ता तुम्हारा अकेले जाना अथवा मेरे साथ जाना तुम्हारे लिये खतरनाक साबित हो सकता है। अच्छा अब मैं टेलीफोन कर लूं।” यह कहकर ऐलिसन फोन के पास जाकर लंदन का नंबर घुमाने लगी। जब उसे अस्पताल का नंबर मिल गया, तो भावशून्य चेहरे से फोन सुनती रही। जब वह टेलीफोन पर बात कर चुकी, तो उसने मुझे बताया, “उनकी हालत अभी तक ज्यों की त्यों बनी हुई हैं। डाक्टरों के अनुसार वह काफी संघर्ष कर रहे हैं पर अभी निश्चिंत रूप से कुछ भी नहीं कहा जा सकता।”
“तुम मैकिनटॉश को कब से जानती हो?” मैंने ऐलिसन से पूछा।
“अपने जन्मकाल से ही”‒ऐलिसन ने उत्तर दिया‒“वे मेरे पिता हैं।”
मेरा मुंह खुला का खुला रह गया।
मेरे और ऐलिसन के बीच वाद-विवाद होने लगा‒मैं उससे आग्रह कर रहा था कि वह लंदन वापस चली जाये, और मैं अपनी देखभाल खुद कर लूंगा। ऐलिसन इस बात पर अड़ी हुई थी कि वह यहां से वापस नहीं जायेगी।
“ऐलिसन, तुम समझने की कोशिश क्यों नहीं करती‒ईश्वर न करे तुम्हारी अनुपस्थिति में तुम्हारे पिता को कुछ हो गया तो तुम जीवनपर्यन्त अपने आपको इस गलती के लिये माफ नहीं कर सकोगी।”
“और अगर स्लेड हमारे हाथों से निकल गया तो मेरे डैडी अगले जन्म में भी मुझे माफ नहीं करेंगे। तुम मेरे डैडी से वाकिफ नहीं हो, ओवन‒वह एक बहुत ही दृढ़ इरादे के आदमी हैं।”
“और तुम उनसे भी बढ़कर हो।” मैंने तनिक गुस्से से कहा।
“मैं जो भी हूं‒मैं यहां से वापस नहीं जा रही। मुझे यहां पर दो काम अंजाम देने हैं‒एक तो स्लेड को खोजने में तुम्हारी सहायता करती है‒तुम अकेले इस गिरोह का मुकाबला नहीं कर सकते। तुम समझते क्यों नहीं हो।”
“और दूसरा क्या काम अंजाम देना है?” मैंने ऐलिसन से पूछा।
“तुम्हें मरने से बचाना है‒तुम बिलकुल मूर्ख हो।” यह कहकर वह अपना सूटकेस खोलने लगी। सूटकेस की तह में नोट ही नोट रखे हुये थे। मैंने इतने नोट जीवन में कभी नहीं देखे थे।
“हे ईश्वर! यह तुम्हारे पास कितना धन हैं?”
“पांच हजार पाऊंड।” यह कहने के साथ ऐलिसन सौ सौ के पांच नोट मेरी ओर उछालते हुये बोली, “यह पूरे पांच सौ हैं‒हो सकता हैं हम अलग-अलग हो जायें। उस समय अपने पास रखना।”
“इसकी रसीद भी देनी पड़ेगी?” मैंने हंसते हुये कहा।
“मजाक छोड़ो और ध्यान से मेरी बात सुनो। मैं व्हीलर के बारे में मालूमात हासिल करने बाहर जा रही हूं। तुम कमरे में रहना, और बिलकुल बाहर मत निकलना।” कहकर ऐलिसन कमरे से बाहर निकल गई और मैं उसके बारे में सोचने लगा था।
ऐलिसन मुझे बहुत अच्छी लगी थी। रूपवान और संरक्षण होने के साथ-साथ वह बिलकुल निष्कपट थी। जो उसके दिल में होता, वह कह डालती। इसके अलावा आज उसने पहली बार मुझे पहले नाम से पुकारा था। पहले वह मुझे मिस्टर सटैनर्ड कहकर संबोधित करती थी और अब उसने मुझे ओवन कहकर संबोधित किया था।
वह दो घंटे पश्चात वापस आई‒और मुझे यह बताया कि व्हीलर का याट दक्षिण दिशा में रवाना हुआ है, पर यह पता नहीं लग सका कि व्हीलर याट में था या नहीं।
फिर उसने अपनी जेब से एक पृष्ठ निकालते हुये कहा, “मैंने तुम्हारे लिये वह ‘हू इज हू’ वाली किताब खरीदनी चाही थी, पर वह बहुत भारी और मोटी थी‒तो मैं उसमें से यह तुम्हारे मतलब का पृष्ठ फाड़ लाई हूं। इसमें व्हीलर का संक्षिप्त ब्योरा दिया हुआ है।”
मैं वह पृष्ठ पढ़ने लगा‒उसमें लिखा था‒चार्लस जार्ज व्हीलर, आयु छियालीस वर्ष; जन्मस्थान‒अरगीरोकास्ट्रो‒अलबानिया। सांसद होने के साथ-साथ उसे तीन विश्वविद्यालयों ने डाक्टरेट आफ ला की उपाधियों से सम्मानित किया था। इसके अतिरिक्त वह न जाने कौन-कौन सी संस्थाओं का सदस्य था। लंदन में एक फ्लैट का मालिक होने के अलावा हेयरफोर्ड-शायद में उसकी एक बहुत बड़ी हवेली थी। पृष्ठ के अंत में दर्ज था कि मिस्टर व्हीलर को दण्ड विधि के सुधार में बहुत गहरी दिलचस्पी है।
मैंने ऐलिसन से कहा, “इसका नाम चार्ल्स जार्ज व्हीलर कैसे हैं। अलबानिया के लोगों के नाम तो और प्रकार के होते हैं।”
“उसने चुनाव लड़ने की खातिर अपना नाम बदल लिया होगा।”
“तुम्हें कुछ ज्ञात है कि व्हीलर अलबानियां से इंग्लैंड कब आया था?” मैंने ऐलिसन से पूछा।
“मैं इस आदमी के बारे में कुछ भी नहीं जानती। मुझे उसका अध्ययन करने का अवसर ही नहीं मिला।”
“और अब उसका याट दक्षिण दिशा में रवाना हो गया है। मेरा विचार था वह उत्तर दिशा में बालटिक की ओर जलयात्रा करेगा।”
“अब भी तुम्हारा यही ख्याल है कि स्लेड उसी याट में होगा।”
“मेरा तो यही अनुमान है।”
ऐलिसन ने भौंहें संकुचित करते हुये कहा, “हो सकता है कि उसका याट भूमध्यसागर की ओर जा रहा हो। यदि ऐसा है तो उसे कार्क द्वीप पर ईधन लेने के लिये रुकना पड़ेगा। वहां पर कार्क द्वीप में एक स्त्री से बहुत अच्छा परिचय है। मैं उसकी मुंह बोली भांजी हूं। यदि तुम चाहो, तो हम शैनन एयरपोर्ट से मेरे विमान से कार्क पहुंच सकते हैं।”
“असंभव।”
“वह क्यों।”
“तुम तो जानती हो कि मैं जेल से फरार हूं‒और हर सार्वजनिक स्थान पर मेरी तसवीरें चिपकी हुई है। शैनन एअरपोर्ट पर पर्यटकों से अधिक तो पुलिस वाले होंगे‒मैं तुरन्त पहचाना जाऊंगा।”
“एयरपोर्ट बहुत लंबी-चौड़ी जगह होती है‒मैं तुम्हें वहां पर से निकाल ले जाऊंगी।” ऐलिसन ने विश्वास भरे स्वर में कहा।
“और अपनी मुंह बोली मौसी को मेरे बारे में क्या बताओगी?”
“वह मेरा काम है।”
ऐलिसन लोगों की नजरों से बचाकर मुझे शेनन एयरपोर्ट के अन्दर ले आई। वहां एक ओर को उसका विमान खड़ा था। ऐलिसन ने मुझे अपने साथ कॉकपिट में बिठाया, और दो मिनट के अन्दर उड़ान भर ली।
ऐलिसन मेरे लिये एक पहेली बन गई थी‒रूपवान होने के बावजूद उसमें तनिक भी घमंड नहीं था। गोली का निशाना बांधती थी, तो यूं मानो कोई कमांडो हो; और इस समय विमान को इस आसानी से चला रही थी, मानो कोई पेशेवर एयरलाईनर विमान चालक हो। सारांश में उसकी हर बात निराली थी।
कार्क द्वीप में ऐलिसन की मुंहबोली मौसी, “मीव-ओ-सल्लीवन” का बंगला शहर से बाहर था। “मीव-ओ-सल्लीवन” वृद्ध होने के बावजूद बहुत ही चुस्त और हाजिरवाब थी।
ऐलिसन ने उससे मेरा परिचय कराते हुये कहा, “आंटी इनका नाम ओवन स्टैनर्ड है, और यह डैडी के साथ काम करते हैं।”
“तुम्हारे कहने का मतलब है कि चोर का भाई गिरहकट।” मीव-ओ-सल्लीवन ने हंसते हुये ऐलिसन से कहा, और हमारे लिये नाश्ते का प्रबंध करने चली गई।
तनिक देर पश्चात जब हम तीनों नाश्ता कर रहे थे, तो ऐलिसन ने अपनी मौसी से कहा, “आंटी, बात, यह है कि पुलिस वाले ओवन की तलाश में हैं‒अतः किसी को यह मालूम नहीं होना चाहिये कि ओवन यहां पर है।”
“यह कोई आयरिश आतंकवादी है?” आंटी ने संदेहात्मक स्वर में मेरे चेहरे की समीक्षा करते हुये ऐलिसन से पूछा।
“नहीं आंटी, ओवन कोई आतंकवादी नहीं है। डैडी ने इसे कुछ इस प्रकार का काम सौंपा था कि पुलिस उसकी तलाश में रहे। ब्यौरा मैं तुम्हें फिर कभी बताऊंगी।”
“यदि यह कोई आयरिश आतंकवादी नहीं, तो मुझे कोई आपत्ति नहीं। मैं तुम दोनों के लिये कमरा तैयार करवा देती हूं।”
“पहले तुम मुझे यह बताओ कि फोन कहां है?” ऐलिसन ने आंटी से पूछा।
“फोन मेरे कमरे में है। तुमने कहां फोन करना है?”
“मुझे लंदन फोन करना है।”
“यदि अपने डैडी को फोन करो, तो उससे कहना कि मुझसे मिलने आये।” ऐलिसन ने अभी तक आंटी को यह नहीं बताया था कि मैकिनटॉश गंभीर हालत में अस्पताल में है।
“मैं कह दूंगी।” यह कहकर ऐलिसन मुझे कमरे में ले आई, और कार्क बन्दरगाह के हारबर मास्टर का नम्बर मिलाया।
ऐलिसन के बात करने के ढंग से ज्ञात होता था कि वह पहले से ही उसे जानती है। ऐलिसन ने इशारे से मुझे अपने पास बुलाया, तथा मेरा कान रिसीवर के साथ लगा दिया। बन्दरगाह के हारबर मास्टर की बात साफ सुनाई दे रही थी।
“यस मैडम, मिस्टर व्हीलर का याट ईंधन लेने के लिये रुकेगा।”
“उन्होंने तुमसे कुछ और भी कहा था?” ऐलिसन ने हारबर मास्टर से पूछा।
“और तो उन्होंने कुछ नहीं कहा था, पर जब कभी भी उनका याट यहां कार्क द्वीप आता है, तो तीन चार दिन के लिये यहां रुकता है।”
जब ऐलिसन हारबर मास्टर से बात कर चुकी, तो मैंने उससे कहा, “मुझे किसी तरह छिपकर याट के अन्दर घुसना ही होगा। अगर याट का नक्शा मेरे पास होता, तो कितना अच्छा होता।”
“इसकी तुम कोई चिंता मत करो। तुम्हें जो भी चाहिये, उसका प्रबन्ध मैं करूंगी।” ऐलिसन उत्तर देते हुये बोली, “पर पहले मैं अस्पताल से डैडी का हाल मालूम कर लूं।” यह कहकर ऐलिसन लंदन में अस्पताल का नंबर मिलाकर बात करने लगी।
ऐलिसन की मुखाकृति से प्रतीत होने लगा कि मैकिनटॉश की हालत काफी हद तक सुधर चुकी है।
“डैडी की हालत आगे से बहुत बेहतर है। डाक्टर कह रहा था कि अब उनके बच जाने की पूरी आशा है।” ऐलिसन ने उल्लसित स्वर में कहा। तत्पश्चात ऐलिसन न जाने कहां-कहां टेलीफोन करने लगी। बीतते क्षणों के साथ मेरा यह विश्वास और दृढ़ होता जाता था कि व्हीलर एक बहुत ही खतरनाक आदमी हैं। मैं उसे एक सुरक्षा जोखिम समझने लगा था।
ऐलिसन हर फोन करने के साथ-साथ शार्टहेंड में विवरण लिखे जाती थी। जब वह टेलीफोन समाप्त कर चुकी, तो मेरे पास आकर बैठ गई।
“तुम उस याट का ब्यौरा मांग रहे थे ना‒वह इस प्रकार है‒उस याट का नाम आरटिना है‒उसकी लम्बाई 999 फुट और बीच की चौड़ाई 22 फुट है। उसकी अधिकतम गति सीमा 92 नॉट प्रति घंटा है। और याट के अन्दर 350 हार्स पावर के दो रोल्ज रॉइस इन्जन लगे हुये हैं। जब व्हीलर ने यह याट खरीदा था, तो उस समय यह याट केवल दो साल पुराना था।”
“उस याट का परिसर कितना बड़ा है, और टंकी का पूरा ईधन होने पर वह कितनी दूर तक जा सकता है?”
“इसके बारे में कल सुबह पता चलेगा,” ऐलिसन ने उत्तर देते हुये कहा, “अलबत्ता याट की आवास क्षमता काफी बड़ी है इसमें सात सहायकों, एक इंजीनियर, और तीन नाविकों के अलावा साठ व्यक्तियों के सफर करने के लिये पूरी व्यवस्था है।”
“याट में मुसाफिरों को किस तरह से ठहराया जाता है‒मेरा मतलब है कि उसमें कोई गुप्त कमरा आदि भी है?”
“इसके विषय में भी कल पता चलेगा।”
“यह सब सूचनायें तुम्हें कहां से मिली हैं?”
“यह सूचनायें मुझे याट निर्माता से प्राप्त हुई हैं। वह किसी और व्यक्ति के लिये भी एक वैसा ही याट निर्माण कर रहा है, और उसके चित्र लेकर यहां कार्क के एक समाचार पत्र के ऐड्रैस पर भेज देगा। हम यह तस्वीरें वहां से इकट्ठी कर लेंगे।”
मैं श्रद्धा की दृष्टि से ऐलिसन के चेहरे की ओर देखने लगा। उसकी सूझबूझ बहुत ही गहरी थी।
“इस समाचार पत्र वालों से, जिसका तुमने अभी-अभी उल्लेख किया है, क्या इनसे व्हीलर के जीवन का विस्तृत ब्यौरा मिल सकता है?”
“मैंने उनसे पूछा था‒उनके पास व्हीलर का विस्तृत ब्यौरा तो नहीं है, पर उन्होंने जो मुझे बताया है, वह इस प्रकार से है‒महायुद्ध से पहले जब इटली ने अलबानिया पर आक्रमण किया था, तो व्हीलर ने उस युद्ध में भाग लिया था। उस समय उसकी आयु कोई चौदह वर्ष के करीब रही होगी। तत्पश्चात वह अपने परिवार के साथ यूगोस्लाविया भाग आया था, और फिर महायुद्ध के दौरान जर्मनी के विरुद्ध लड़ा था। 1946 में व्हीलर इंग्लैंड चला आया था। उस समय उसकी आयु बीस के आसपास थी। 1950 में उसने इंग्लैंड की नागरिकता प्राप्त कर ली थी। तत्पश्चात उसने भूसंपत्ति खरीदने-बेचने का धंधा शुरू किया था, और उसमें व्हीलर ने लाखों बनाये थे।”
“व्हीलर ने किस प्रकार की भूसंपत्ति का धंधा शुरू किया था?” मैंने ऐलिसन से पूछा।
“उस समय बड़े-बड़े दुकानदारों को व्यापारिक क्षेत्र बनाने की धुन सवार हुई थी। लोगों ने दोगुणे चौगुणे दामों पर अपनी जगह बेचनी शुरू कर दी। और व्हीलर ने दलाली का धंधा आरंभ कर दिया। इस समाचार पत्र के वित्तीय संपादक ने मुझे फोन पर बताया था कि व्हीलर ने कई सौदों में बहुत हेराफेरी की थी, किन्तु किसी को पता नहीं चल पाया था।”
“यदि उसने हेराफेरी करके अवैध रूप से पैसा बनाया था, तो उसने अपने टैक्स कैसे अदा किये थे?”
“इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकती।”
“अच्छा मुझे यह बताओ कि युद्धों में व्हीलर किसके खिलाफ लड़ा था‒राष्ट्रवादियों के विरुद्ध या साम्यवादियों के विरुद्ध?”
“इसका भी कल सुबह पता चलेगा।”
“व्हीलर राजनीति में कब प्रविष्ट हुआ था?” मैंने ऐलिसन से पूछा।
ऐलिसन अपने नोट्स के पृष्ठ पलटते हुये बोली, “व्हीलर ने 1962 में एक उप-चुनाव लड़ा था, और हार गया था। तत्पश्चात वह 1964 के आम चुनाव में लड़ा था। और काफी बड़े बहुमत से जीता था।”
“उसका अलबानिया से अब भी कोई संबंध है?”
“इस विषय में कोई भी नहीं जानता।”
“रूस या किसी अन्य देश की साम्यवादी पार्टी से कोई संबंध?”
“ओवन तुम्हें वहम हो गया है कि व्हीलर एक साम्यवादी है। वह एक पूंजीपति है, और एक पूंजीपति कभी साम्यवादी नहीं होता। इसके अतिरिक्त व्हीलर का हर भाषण साम्यवाद के खिलाफ होता है।”
“वह तो जेल सुधार के बारे में भी काफी बोलता है, और जब कभी जेल से कोई फरार हो जाता है, तो वह सरकार की कड़ी आलोचना करता है। उसे जेल-सुधारों में दिलचस्पी कब से पैदा हुई?”
“वह किसी समय जेल की विजिटर हुआ करता था। तब से वह जेल संबंधी विषयों में गहरी दिलचस्पी लेता है। वह संसद की जेल सुधार सलाहकार समिति का सदस्य भी है, और जेल सुधार संस्थाओं में भी काफी चंदा देता रहता है।”
“यह तो तुमने बहुत पते की बात बताई है। जब व्हीलर विजिटर की हैसियत से जेलों का निरीक्षण करने जाया करता था, तो उन्हीं दिनों उसने जेल अधिकारियों से संपर्क बनाये होंगे।”
“यह तुम्हारे दिमाग की सनक हैं।” ऐलिसन ने चिड़चिड़ेपन से कहा, “तुम अक्ल की बात करो‒तुम अमरीकनों की तरह क्यों सोचते हो कि जो व्यक्ति अपने अनुकूल न हो, वह साम्यवादी है। जरा अक्ल से काम लो।”
मैंने ऐलिसन से कहा, “इस बात पर तुम मुझसे सहमत हो कि व्हीलर एक अविश्वसनीय व्यक्ति है, और उसने अवैध रूप से लाखों बनाये हैं। और इस बात से भी सब परिचित हैं कि वह जेल सुधार संस्थाओं को काफी चंदा देता है। तुम जरा ध्यान से सोचो कि आजकल लोग वहीं देते हैं जहां पर उनको अपना स्वार्थ नजर आता हो। इसके अलावा तुम एक और बात पर गौर करो‒इस समय व्हीलर की आयु केवल छियालीस वर्ष की है और उसके रिटायर होने में काफी समय पड़ा है। अगर व्हीलर जैसा आदमी‒जिसके बारे में मुझे यकीन है कि वह एक साम्यवादी है, और तुम मुझसे सहमत नहीं हो‒अगले या उससे अगले चुनाव में इंग्लैंड का प्रधानमंत्री बन जाये, तो रूस के तो पौबारह हो जायेंगे।”
आठ
उस रात मैं अच्छी तरह से सो नहीं पाया। मैं बहुत दुविधा में था। ऐलिसन का यह तर्क सर्वथा‒न्यायसंगत था कि एक स्वनिर्मित करोड़पति कभी साम्यवादी नहीं होता। उधर व्हीलर की विगत एवं वर्तमान गतिविधियों से स्पष्टतया यह विदित होता था कि वह एक रूसी एजेंट है।
अगली सुबह जब ऐलिसन ने बंदरगाह पर हारवर मास्टर को फोन किया, तो उसने यह समाचार सुनाया कि व्हीलर का याट, आरटिना ईधन लेने के लिये रुका था, और ईधन भरवाते ही जिबरालटर की ओर रवाना हो गया था। यह समाचार सुनकर मैं और उदासीन हो गया। ऐलिसन ने मुझे काफी सांत्वना दी थी। कि जिबराटलर यहां से चार दिन की जलयात्रा है, और उनके वहां पहुंचने से पहले हम कोई न कोई समाधान निकालने की कोशिश करेंगे किन्तु मुझे यह चिंता थी कि वे कहीं रास्ते ही स्लेड को किसी रूसी जहाज पर न बिठा दें।
नाश्ते के पश्चात ऐलिसन याट एवं व्हीलर का ब्यौरा‒हासिल करने के लिये समाचार पत्र के ऑफिस चली गई, और मैं चिंताग्रस्त कमरे में बैठा रहा।
जब वह वापस आई, तो मैंने उसने कहा, “क्यों न व्हीलर के पीछे जिबरालटर जाया जाये?”
“मुझे भी यही ख्याल आया था। ऐसा करते हैं कि मैं दो दिन के लिये लंदन जाकर डैडी को देख आऊं। तत्पश्चात हम यहां से अपने विमान से जिबरालटर के लिये रवाना हो जायेंगे‒हमें वहां पहुंचने में मुश्किल से घंटा सवा घंटा लगेगा।”
अगले दिन ऐलिसन लंदन के लिये रवाना हो गई। मैं एक प्रकार से अकेला रह गया। घर से बाहर निकलना मेरे लिये खतरे से भरपूर था क्योंकि समाचार पत्रों में अभी भी मेरे फरार होने का चर्चा चल रहा था। दोपहर लंच के समय मीव ने मेरी बोरियत को भांप लिया, और बातों का एक सिलसिला छेड़ दिया।
“मैं तुम्हारी हालत को अच्छी तरह समझती हूं, ओवन‒1918 में मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ था। जब आदमी चारों तरफ से घिर जाये, तो उसका यही हाल होता है।”
“तो इसका मतलब है कि आपने भी मेरी जैसी मुश्किलें देखी हैं।” मैंने मीव से कहा।
“बहुत ओवन‒तुम अनुमान भी नहीं लगा सकते। जैसा तुम्हें अब अनुभव हो रहा है, मुझे भी ऐसा ही होता था। और फिर ओवन, मुश्किलें तो आती ही रहती हैं‒कभी यहां कभी वहां‒कभी मेरे साथ कभी किसी और के साथ। मुश्किलों में तो हमेशा ही ऐसा होता है कि एक भाग रहा होता है, और दूसरे उसको खोजने या उसका पीछा करने में लगे होते हैं, जैसा कि तुम्हारे साथ आजकल हो रहा है।” तनिक चुप रहने के पश्चात मीव ने विचारमग्न भाव से कहा, “खास कर जब किसी का मैकिनटॉश जैसे आदमी से संबंध हो, तो उसके रास्ते में तो कांटे ही कांटे होंगे।”
“आपको मैकिनटॉश के रास्ते पसंद नहीं?” मैंने मुस्कराते हुये मीव से पूछा।
“मैं पसंद या न पसंद करने वाली कौन होती हूं। मुझे तो यही मालूम नहीं कि कि वह क्या करता है। मुझे तो केवल इतना पता है कि उसका काम बहुत सख्त और खतरनाक है‒और यह कि उसके साथ काम करने वाले आदमियों का जीवन हमेशा खतरे में रहता है।”
“और जो स्त्रियां मैकिनटॉश के साथ काम करती हैं उनके जीवन के बारे में आपकी क्या राय है?”
“मैं समझ गई हूं‒तुम्हारा संकेत ऐलिसन की ओर है‒अब मैं क्या कहूं‒मैकिनटॉश को एक बेटे की चाहना थी, और जब बेटा नहीं हुआ, तो उसने अपनी बेटी को बेटा समझ लिया और अपने नक्शे कदम पर ले गया।”
“मैकिनटॉश तो बहुत सख्त आदमी है‒ऐलिसन की मां कैसी थी?”
“वह मूर्ख थी।” मीव ने मुंह संकुचित करते हुये कहा, “एकदम सीधी सादी और भोली भाली। वह जीवन पर्यन्त मैकिनटॉश को नहीं समझ पाई। उनकी आपस में कभी बनी ही नहीं। ऐलिसन के पैदा होने से पहले वह मैकिनटॉश को वहीं छोड़कर यहां आयरलैंड रहने चली आई थी। ऐलिसन जब दस साल की थी, तो उसकी मृत्यु हो गई थी।”
“तो इसका आशय है कि ऐलिसन की मां की मृत्यु के पश्चात मैकिनटॉश ने अपनी बेटी का संरक्षण अपने हाथ में लिया था?”
“हां।”
“आप मुझे यह बताईये कि यह स्मिथ के पीछे क्या किस्सा है। ऐलिसन अपने आपको मिसेज स्मिथ क्यों कहती है?”
“ऐलिसन ने तुम्हें अभी तक नहीं बताया?”
“नहीं।”
“तो मैं भी नहीं बताऊंगी। मैंने पहले ही तुम्हें बहुत कुछ बता दिया है। इस बारे में यदि ऐलिसन ने तुम्हें कुछ बताना होगा, तो समय आने पर अपने आप तुम्हें बता देगी।” कहकर मीव अपनी जगह से उठकर अपने कमरे में जाने लगी। तभी रुककर मेरी ओर देखती हुई बोली, “तुम भी मुझे मैकिनटॉश की तरह के आदमी प्रतीत होते हो, और ऐलिसन के लिये...।”
बाकी उसने मेरे अनुमान के लिये छोड़ दिया।
मीव से बाते करते-करते शाम हो गई थी। मैं अपने कमरे में आकर बैठ गया, और आज के समाचार पत्र पढ़ने लगा। डिन्नर के पश्चात मैं अपने कमरे में लौटा ही था कि टेलीफोन की घंटी बजने लगी। यह टेलीफोन ऐलिसन का था।
“ओवन, जब मैंने कार्क से उड़ान भरी थी, तो मैंने लंबा रास्ता अखित्यार किया था और रास्ते में व्हीलर के याट को समुद्र में देखा था‒वह वाकई जिबरालटर की ओर जा रहा है।”
“तुमने इतनी ऊपर से याट को कैसे पहचान लिया?”
“मैं विमान को नीचे पांच हजार फुट की ऊंचाई पर ले आई थी, और फिर अपनी दूरबीन द्वारा याट को अच्छी तरह से देख लिया था।”
“मैकिनटॉश का क्या हाल है?”
“पहले से तो डैडी का हाल काफी बेहतर है, किन्तु वह अभी तक होश में नहीं आये। डाक्टर ने मुझे केवल दो मिनट के लिये उनके कमरे में जाने दिया था।”
मैं मन ही मन में सोचने लगा कि यदि मैकिनटॉश होश में आ गया होता, तो मुझे यह पता चल जाता कि उसके और व्हीलर के बीच क्या वार्ता हुई थी।
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