“आरम्भ के कुछ महीनों में उन्होंने मेरी खूब खोज-खबर ली थी, लेकिन अब उन्होंने ये सिलसिला बन्द कर दिया है।"
" और पुलिस ?"
" पुलिस अब भी मेरे हर एक्शन पर नजर रखती है। अगर मैं कहीं कोई सामान खरीदती हूं तो मेरे स्टोर में से निकलने के फौरन बाद ही कोई पुलिस का जासूस मेरे द्वारा भुगतान में दिए हुए नोट चैक करने पहुंच जाता है कि मैं कहीं चोरी गए धन को तो खर्च नहीं कर रही हूं।"
"ठीक है मिस रमा" - सुनील ने उठते हुए कहा"कल नौ बजे, अपने फ्लैट पर मैं आपकी प्रतीक्षा करूंगा। आप कम से कम पांच सौ रुपये लेकर आयेंगी ।"
रमा ने सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया ।
"लेकिन अगर मुझे केस की किसी भी स्टेज पर मालूम हो गया कि तुम्हारे डैडी ने बैंक के लगभग चार लाख रुपए चुराए हैं तो मैं तुम्हारा साथ नहीं दे सकूंगा।"
"मैं तुम्हें पुलिस के हवाले कर दूंगा।" - सुनील ने कुछ क्षण रुककर कहा- " और ब्लास्ट उस समाचार को तुम्हारी केबिनेट साइज फोटो के साथ प्रथम पृष्ठ पर छापेगा ।"
"मुझे मंजूर है।" - रमा ने मुस्कराते हुए कहा ।
सुनील ने हाथ मिलाने के लिये अपना हाथ बढाया ही था कि प्रमिला ने पहले ही रमा का हाथ थाम लिया और सुनील को बांह पकड़कर बाहर ले चली ।
***
घर आते ही सुनील ने सबसे पहले रमाकान्त को फोन किया ।
रमाकान्त स्थानीय यूथ क्लब का मालिक था । जासूसी का उसे बहुत शौक था। साधारणतया सुनील के भाग-दौड़ के काम वही करता था या करवाया करता था ।
रमाकान्त के फोन पर आते ही सुनील ने कहा" रमाकान्त, मुझे के वाई जैड 4235 नम्बर की चोरी गई शेवरलेट की तलाश है। यह गाड़ी अब से लगभग अस्सी मिनट पहले लेक होटल के कम्पाउन्ड से चुराई गई है। तुम्हें जितने आदमी भी मिलें, गाड़ी की तलाश में लगा दो। मुझे जल्दी से जल्दी उसकी रिपोर्ट चाहिए।"
"लेकिन सुनील, यह सब इतनी जल्दी कैसे हो सकता है ?" - रमाकान्त का परेशान स्वर सुनाई दिया- "तुम जानते हो एक चुराई हुई गाड़ी को खोज निकालना कितना असम्भव होता है ?"
"असम्भव कुछ नहीं। जैसे मैं बताता हूं, वैसे करो । अब से केवल अस्सी मिनट पहले गाड़ी चुराई गई है, चोर या तो उसे ड्राइव करके शहर से बाहर ले गया होगा, ऐसी सूरत में तुम कुछ आदमी नगर से बाहर जाने वाली सड़क पर लगा दो । शेवरलेट का नया मोडल है, किसी न किसी की नजर उस पर जरूर पड़ी होगी, यदि यह सम्भावना ठीक होगी तो तलाश वाकई असम्भव हो जाएगी। दूसरी सम्भावना गाड़ी के किसी गैराज में बन्द पड़ी होने की है। तब भी तुम उसे तलाश नहीं कर सकोगे। तुम शहर के सारे सर्विस स्टेशनों, सड़कों और पुरानी कारें बेचने वाली कम्पनियों पर अपने आदमी लगा दो। फौरन, इस पर जो खर्चा आए उसका बिल मुझे भेज देना । "
"ओके ।”
"मैं अपने फ्लैट पर तुम्हारी रिपोर्ट की प्रतीक्षा करूंगा
लगभग दो घन्टे बाद रमाकान्त उसके फ्लैट पर था । "कुछ पता लगा ?" - सुनील ने उत्सुकता से पूछा।
"हां।" - रमाकान्त ने धम्म से एक कुर्सी पर बैठते हुए कहा- "तुम्हारी इच्छित कार ओरियन्ट मोटर कम्पनी के कम्पाउन्ड में बिकने के लिये खड़ी है। बांके बिहारी नाम के कोई सज्जन उसे वहां बिकने के लिये छोड़ गए हैं। कम्पनी का मालिक बिक्री पर पांच प्रतिशत कमीशन लेगा।"
"बांके बिहारी का पता तो कंपनी के मालिक के पास होगा ही ?"
"बांकेबिहारी ने जो पता कम्पनी के मालिक को दिया था, वह गलत है, हमने चैक किया है। बांकेबिहारी ओरियन्ट कम्पनी से जिस टैक्सी पर गया था उसके ड्राइवर को हमने खोज निकाला है। वह उसे मेहता रोड की बारह नम्बर कोठी पर छोड़कर आया था। मेहता रोड की उस कोठी में बाकेबिहारी की शक्ल-सूरत का एक आदमी रहता तो है,
लेकिन उसका नाम राजप्रकाश है ।"
"उसने पते की तरह नाम भी गलत बताया होगा।"
"मेरा भी यही विचार है। मैं अपने दो आदमी कार पर नजर रखने के लिये ओरियंट कंपनी के सामने छोड़ आया हूं. |"
"बहुत अच्छा किया है।" - सुनील ने सन्तुष्ट स्वर में कहा ।
सुनील ने टेलीफोन डायरेक्ट्री उठाई और उसमें लेक होटल का नम्बर खोजने लगा। नंबर उसे शीघ्र ही मिल गया ।
"हल्लो।" - कनैक्शन मिल जाने के बाद उसने कहा"कृपया रूम नम्बर चालीस की रमा खोसला से कनैक्ट कर दीजिए।" -
"क्या आपका नाम सुनील कुमार चक्रवर्ती है ?" - दूसरी ओर से मैनेजर की आवाज सुनाई दी।
"आपसे मतलब ?”
"देखिये रमा खोसला इस समय होटल में मौजूद नहीं हैं, यदि आप ही कथित व्यक्ति हैं तो आपको उन तक पहुंचने का तरीका बताने की आज्ञा हमें है।"
"मेरा ही नाम सुनील है।" - सुनील ने मैनेजर की मूर्खता पर मन ही मन ताव खाते हुए कहा । जिस ढंग से उसने सुनील के विषय में पूछा था, वैसे तो कोई भी अपने आपको सुनील बता सकता था ।
"तो आप डाक्टर बी एन स्वामी द्वारा रमा खोसला से सम्बन्ध स्थापित कर सकते हैं। उनका फोन नंबर है 43321"
"थैंक यू।" - सुनील ने लाइन काटते हुए कहा । सुनील ने डाक्टर स्वामी का नम्बर डायल कर दिया ।
“मिस्टर स्वामी, मेरा नाम सुनील कुमार चक्रवर्ती है, मुझे बताया गया है कि रमा खोसला नाम की युवती से आपके द्वारा संपर्क स्थापित किया जा सकता है।"
"क्या आप ब्लास्ट के रिपोर्टर सुनील कुमार हैं ?"
"जी हां ।”
"आप रमा से किस विषय में बात करना चाहते हैं ?"
"देखिए मिस्टर, एक केस के सिलसिले में मैं उनकी ओर से काम कर रहा हूं, मुझे किसी सीमा तक सफलता प्राप्त हुई है जिसकी सूचना मैं उन्हें देना चाहता हूं।"
"क्या आपने रमा का चोरी गया सामान तलाश कर लिया है ?"
"सब नहीं, केवल कार। आप मुझे रमा का पता दे दीजिए ताकि मैं उनसे मिल सकूं ।"
"मुझे अफसोस है मिस्टर सुनील, मैं रमा का पता आपको नहीं दे सकता यदि आप चाहें तो आपका सन्देश उस तक पहुंचाया जा सकता है।"
"तो ऐसा ही कीजिए। रमा से कहिए कि वह आधे घण्टे के अन्दर मुझे मेरे फ्लैट पर फोन कर ले।"
"बहुत अच्छा ।"
"थैंक यू ।" कहकर सुनील ने रिसीवर क्रेडिल पर रख दिया।
सुनील ने रमाकांत को डाक्टर से हुई बातचीत को संक्षेप में सुनाकर कहा- "डाक्टर अक्लमन्द आदमी है । उसने मुझे रमा के बारे में कुछ भी नहीं बताया है। यह ठीक भी है। उसने न तो कभी मुझे देखा है और न मेरी आवाज ही पहचानता है, यानि कि उसके पास यह जानने का कोई साधन नहीं है कि वह सत्य ही सुनील कुमार से बात कर रहा है, किसी फ्रॉड से नहीं । अब वह शायद मेरा फोन नम्बर चैक करेगा और फिर रमा को सूचना देगा।"
उसी समय फोन की घन्टी बज उठी ।
"हल्लो।" - उसने रिसीवर कान से लगाकर कहा । "मिस्टर सुनील, मैं रमा हूं।" - दूसरी ओर से आवाज आई।
"ओह, मिस रमा, हमने आपकी कार तो खोज निकाली है।"
"कार इस समय कहां है ?"
"ओरियन्ट मोटर कम्पनी के कम्पाउन्ड में खड़ी है । "
"ओरियन्ट मोटर कम्पनी ?"
"हां"
"कमाल है।"
"क्यों ? क्या कोई विशेष बात है ?"
"हां, इसी कम्पनी से तो मैंने कार खरीदी थी।" "कब ?"
"लगभग दो मास पहले ।"
"अब वो उसी गाड़ी को कमीशन बेसिस पर बेचने वाले हैं।"
"मिस्टर सुनील, कार की हालत कैसी है ?"
"हालत ! क्या मतलब ?"
"मेरा मतलब है कि कार का आयल क्लाथ, या फर्श वगैरा छेड़ा तो नहीं गया है। मुझे अपनी डायरी की चिन्ता है |"
"नहीं, कार सही सलामत है लेकिन एकदम खाली है। क्या आपके पास कार खरीद की रसीद रजिस्ट्रेशन कार्ड या कोई ऐसे कागजात हैं जो कि यह सिद्ध कर सकें कि कार आपकी है ?"
जा चुकी है ।" "नहीं, मैंने बताया तो था कि मेरी एक एक चीज चोरी
"आपने ओरियन्ट कम्पनी से कार खरीदी थी, वहां का
कोई आदमी आपकी पहचानता होगा ?"
"सम्भव है।"
"आप वहां पहुंचें, मैं आपको वहीं मिलूंगा।"
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