अध्याय 11
अहंकारी
मुझे नहीं लगता कि पॉयरो ने अपने सवालों का किसी अन्य जवाब के बारे में सोचा हो। बस उसने दुखी होकर अपना सर हिला दिया। वह ख़यालों में खोया रहा। जेनी ड्राइवर आगे झुकी, उसकी कोहनी मेज़ पर थी।
‘और अब,’ उसने कहा। ‘क्या मैं कुछ बताने वाली हूँ?’
‘मैडम,’ पॉयरो ने कहा, ‘सबसे पहले मुझे आपकी तारीफ़ करने दीजिये। आपने मेरे सवालों के जो जवाब दिये थे वे बहुत होशियारी से भरे हैं। साफ़ है कि आपके पास दिमाग़ है, मैडम। आप पूछती हैं कि मैं आपको कुछ बताने वाला हूँ। मेरा जवाब है—बहुत कुछ नहीं। मैं आपको कुछ सच्चाई बताऊँगा मैडम।’
वह कुछ देर रुका और फिर उसने आगे कहा :
‘कल रात लार्ड एजवेयर की उनके लाइब्रेरी में हत्या हो गयी। कल रात दस बजे के करीब एक औरत जो कि मुझे लगता है कि आपकी दोस्त मिस एडम्स हैं उस घर में गयी थीं, उसने कहा कि वह लार्ड एजवेयर से मिलना चाहती है, और उसने ख़ुद को लेडी एजवेयर बताया। उसने सुनहरे रंग की विग पहनी हुई थी और इस तरह से मेक अप किया हुआ था कि असली लेडी एजवेयर की तरह लग रही थीं, जो कि आपको शायद पता हो कि अभिनेत्री जेन विलकिंसन हैं। अगर वह मिस एडम्स थीं तो वह वहाँ कुछ देर के लिए ही रुकीं। वह उस घर से दस बज कर पाँच मिनट में निकल गयीं लेकिन वह आधीरात से बाद ही अपने घर पहुँचीं। वेरोनल का ओवरडोज लेकर वह सोने के लिए चली गयीं। अब मैडम आपको समझ में आ गया होगा कि मैंने कुछ सवाल आपसे पूछे क्यों थे।
जेनी ने गहरी साँस ली।
‘हाँ,’ उसने कहा। ‘अब समझी मैं। मुझे लगता है कि तुम सही हो, मि. पॉयरो। मेरा मतलब है कि जहाँ तक उस औरत के कार्लोता होने का मतलब है। एक बात है, उसने मुझसे कल एक हैट खरीदा था।’
‘एक नया हैट?’
‘हाँ, उसने कहा था कि उसे इसलिए चाहिए था ताकि वह अपने चेहरे के बाएँ हिस्से को ढक सके।’
यहाँ मैं समझाने के लिए कुछ शब्द रख देना चाहता हूँ क्योंकि मुझे यह नहीं पता है कि इन शब्दों को कब पढ़ा जायेगा। मैंने अपने जीवन में कई तरह के हैट फैशन में देखे हैं—ऐसा हैट जो पूरे चेहरे को ढक देता था, इस कदर कि उसके दोस्तों को भी पहचानने में मुश्किल हो। आगे की तरफ़ झुका हुआ हैट, कई और तरह के हैट। ख़ासकर इस जून में सूप प्लेट की तरह के आकार वाला हैट जो कान के एक तरफ़ इस तरह झुका हो कि चेहरे की दूसरी तरफ़ का चेहरा और बाल देखने के लिए खुला रहे।
‘इस तरह के हैट आम तौर पर सर की दायीं तरफ़ पहने जाते हैं?’ पॉयरो ने पूछा।
उस छोटी टोपी बनाने वाली ने सर हिला दिया।
‘लेकिन कुछ हम ऐसी बनाते हैं जिसे दूसरी तरफ़ से भी पहना जा सकता है,’ उसने समझाते हुए कहा। ‘क्योंकि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो यह चाहते हैं कि उनके चेहरे का दायाँ भाग खुला रखा जाये या ऐसे जिनकी आदत होती है बालों को एक तरफ़ से ही काढ़ने की। अब, यह सवाल है कि इस बात का कोई ख़ास कारण था कि कार्लोता यह चाहती थी कि उसके चेहरे का वह हिस्सा ढका रहे?’
मुझे याद आया कि रीजेंट गेट के घर का दरवाज़ा बायीं तरफ़ खुलता था, इसलिए अन्दर आने वाले का चेहरा उस तरफ़ से ख़ानसामे की नज़र में पूरी तरह रहता। मुझे यह भी याद आया कि जेन विलकिंसन की बायीं आँख के नीचे एक तिल था।
मैंने बड़े जोश के साथ कहा। पॉयरो मान गया, ज़ोर ज़ोर से सर हिलाते हुए।
‘हाँ यही बात है हेस्टिंग्स। हाँ, इससे हैट खरीदने का कारण समझ में आ जाता है।’
‘मि. पॉयरो?’ जेनी अचानक तन कर बैठ गयी। ‘आपको एक पल के लिए भी यह नहीं लगा कि कार्लोता ने किया? उसे मार दिया, मेरे कहने का मतलब यह है। आप यह नहीं सोच सकते? यह सब सिर्फ़ इस वजह से नहीं कि उसने उसके बारे में बड़ी कड़वाहट के साथ बात की।’
‘मैं ऐसा नहीं सोचता हूँ। लेकिन यह दिलचस्पी लेने वाली बात है, कुल मिला कर—कि उसने ऐसा बोला था, मेरा मतलब है। मैं इस बात का कारण जानना चाहता हूँ। उसने ऐसा क्या किया था—वह उसके बारे में ऐसा क्या जानती थी कि उसने उसके बारे में ऐसा कहा था?’
‘मैं नहीं जानती—लेकिन उसने उसको नहीं मारा। वह तो—वह तो बहुत ही अच्छे विचारों वाली थी।’
पॉयरो ने सहमति में सर हिलाया।
‘हाँ, हाँ। आपने यह बड़ी अच्छी बात कही है। यह मनोविज्ञान का सवाल है। मैं मानता हूँ। वह एक वैज्ञानिक हत्या थी—लेकिन किसी भी तरह से वह पवित्र विचारों वाला नहीं था।’
‘वैज्ञानिक?’
‘मारने वाले को इस बात का अच्छी तरह से पता था कि कहाँ मारना है जिससे खोपड़ी के उस हिस्से तक पहुँचा जाये जहाँ उसकी नस होती है।’
‘लगता है जैसे कोई डॉक्टर हो,’ जेनी ने सोचते हुए कहा।
‘क्या मिस एडम्स किसी डॉक्टर को जानती थीं? मेरा मतलब है, कि कोई ऐसा ख़ास डॉक्टर था जो उसका दोस्त रहा हो?’
जेनी ने अपना सर हिलाया।
‘किसी के बारे में सुना नहीं। कम-से-कम यहाँ तो नहीं ही।’
एक और सवाल। क्या मिस एडम्स चश्मा लगाती थीं?’
‘चश्मा? कभी नहीं।’
‘आह! पॉयरो ने ज़ोर से साँस ली।
मेरे दिमाग़ में एक तस्वीर कौंधी। एक डॉक्टर, जिससे कार्बोलिक की गन्ध आ रही हो, जिसकी नज़दीक की नज़र ख़राब हो और जिसने मोटे पावर का चश्मा लगा रखा हो। अजीब बात!
‘वैसे, क्या मिस एडम्स ब्रायन मार्टिन को जानती थीं, वही जो फ़िल्मों में काम करता है?’
‘क्यों? हाँ। वह तो उसे बचपन से जानती थी, उसने मुझे बताया था। मुझे नहीं लगता है कि वह उससे अधिक मिलती थी। यूँ ही कभी कभार। उसने मुझे कहा था कि उसका सर बहुत चढ़ गया था।’
उसने अपनी घड़ी की और देखा और हैरान रह गयी।
‘उफ़, अब मुझे भागना चाहिए। मैंने आपकी कोई मदद की मि. पॉयरो?’
‘आपने की। मैं आपसे समय-समय में मदद के लिए आता रहूँगा।’
‘आपका जब जी चाहे। किसी ने यह दानवों जैसा काम किया है। हमें यह पता करना है कि कौन है वह।’
उसने हमसे हाथ मिलाया, अपने दाँत चमकाते हुए जल्दी से मुस्कुराई और अचानक हमें छोड़ कर चल पड़ी।
‘मज़ेदार इनसान है,’ पॉयरो ने बिल चुकाते हुए कहा।
‘मुझे यह अच्छी लगी,’ मैंने कहा।
‘तेज़ दिमाग़ वालों से मिलकर हमेशा बहुत अच्छा लगता है।’
‘कुछ मुश्किल है, शायद,’ मैंने अपनी राय जतायी। ‘अपनी सहेली की मौत के बारे में सुनकर वह उतनी दुखी नहीं लग रही थी जितना कि मैंने सोचा था।’
‘वह उस तरह की औरतों में नहीं है जो रोने-धोने वाली हो,’ पॉयरो ने सहमति जताते हुए कहा।
‘बातचीत से तुमको जो उम्मीद थी वह मिला?’
उसने सर हिलाया।
‘नहीं—मुझे उम्मीद थी—काफ़ी हद तक उम्मीद थी कि हमें डी. के बारे में कोई सुराग मिलेगा, उस आदमी के बारे में जिसने उसे सुनहरा बॉक्स दिया था। यहाँ मैं सफल नहीं हो पाया। दुर्भाग्य से कार्लोता एडम्स अपने आप में रहने वाली लड़की थी। वह ऐसी लड़कियों में नहीं थी जो अपने दोस्तों से अपने होने वाले प्रेम सम्बन्धों के बारे में चर्चा करे। दूसरी तरफ़, लगता है कि जिस आदमी ने यह सब सुझाया था वह हो सकता है उसका दोस्त रहा भी न हो। हो सकता है कि वह उसका जानने वाला रहा हो जिसने यूँ ही या पैसों के लिए उसे ऐसा करने का सुझाव दिया हो। उस आदमी ने यह देखा हो कि वह अपने साथ सुनहरा बॉक्स लेकर चलती थी और कभी मौका लगने पर उसने यह भी देख लिया हो कि उसके भीतर क्या था।’
‘लेकिन उन्होंने कब उसको वह दिया? और कब?’
‘हाँ, यह समय वह था जब फ़्लैट का दरवाज़ा खुला हुआ था—जब कामवाली चिट्ठी गिराने के लिए गयी हुई थी। यह बात मुझे हजम नहीं होती। यह सन्देह का बड़ा कारण है। लेकिन अभी उसके ऊपर काम करना है। अभी हमारे सामने दो सम्भव सुराग़ हैं।’
‘कौन से?’
पहला विक्टोरिया नम्बर को किया गया फ़ोन था। इस बात की सम्भावना लगती है कि कार्लोता एडम्स ने वह फ़ोन किया था लौटकर अपनी सफलता की घोषणा के रूप में। दूसरी तरफ़, वह दस बजकर पाँच मिनट से लेकर आधी रात के दौरान कहाँ थी? हो सकता है उसकी मुलाकात उस दौरान उस आदमी के साथ रही हो जिसने सारी योजना बनायी हो। ऐसे में हो सकता है कि वह फ़ोन उस दोस्त को ही किया गया हो।’
‘दूसरा सुराग़?’
‘ये सब वे हैं जिनको लेकर उम्मीदें हैं। वह चिट्ठी, हेस्टिंग्स। वह चिट्ठी जो उसने अपनी बहन को लिखी थी। यह सम्भव है—मैं इसे केवल सम्भावना ही कह सकता हूँ—कि उसमें उसने सारी बातों का जिक्र किया हो। वह उसे विश्वासघात के रूप में नहीं देखती, क्योंकि वह चिट्ठी एक हफ़्ते से पहले नहीं पढ़ी जाने वाली थी और सो भी किसी दूसरे देश में।’
‘अगर ऐसा हुआ तो आश्चर्य होगा!’
‘हमें इसके बारे में बहुत ज़्यादा नहीं सोचना चाहिए, हेस्टिंग्स। इस बात की सम्भावना हो सकती है। नहीं, हमें दूसरे सिरे से इसके ऊपर काम करना चाहिए।’
‘दूसरा सिरा तुम किसको कह रहे हो?’
‘उन लोगों का ध्यानपूर्वक परीक्षण जिनको लार्ड एजवेयर की मौत का ज़रा भी फ़ायदा होने वाला था।’
मैंने अपने कन्धे उचका दिये।
‘उसके भतीजे और उसकी बीवी के अलावा—’
‘और उस आदमी का भी जिससे उसकी पत्नी शादी करना चाहती थी,’ पॉयरो ने आगे कहा।
‘ड्यूक? वे पेरिस में हैं।’
‘हो सकता है। लेकिन तुम इस बात से इनकार नहीं कर सकते हो कि उसकी दिलचस्पी भी इसमें थी। घर में और भी लोग हैं—ख़ानसामा, नौकर चाकर। कुआँ जानता है कि उनके अन्दर किस दिन का ग़ुस्सा भरा हो? लेकिन मुझे लगता है कि सबसे पहले मैडम जेन विलकिंसन से बात करनी चाहिए। वह चालाक हैं। वह शायद कुछ बता पायें।’
एक बार फिर हम सेवॉय गये। हमने पाया कि वह महिला बक्सों और टिश्यू पेपर से घिरी हुई थी, हर कुर्सी पर काले रंग का कपडा टंगा हुआ था। जेन गम्भीर दिखायी दे रही थी और शीशे के सामने एक और छोटी काली टोपी लगाकर अपने आप को देख रही थी।
‘क्या हुआ, मि. पॉयरो। बैठ जाइये। क्या कोई बात हुई है जिसके ऊपर बैठ कर विचार करना है। एलिस यह सब साफ़ करोगी?’
‘मैडम आप अच्छी लग रही हैं।’
जेन गम्भीर दिखायी दे रही थी।
‘मैं कोई आत्ममुग्ध नहीं होना चाहती, मि. पॉयरो। लेकिन किसी को यह देखते रहना चाहिए कि वह कैसा लग रहा है, नहीं? मेरा मतलब कि इनसान को सावधान रहना चाहिए। ओह! एक बात बताऊँ, मुझे ड्यूक की तरफ़ से बहुत प्यारा टेलीग्राम मिला है।’
‘पेरिस से?’
‘हाँ, पेरिस से। बहुत सावधानी से संवेदना सन्देश ही है, लेकिन इस तरह से लिखा है कि मैं पंक्तियों के बीच पढ़ सकूँ।’
‘मेरी शुभकामनाएँ, मैडम।’
‘मि. पॉयरो’ उसने अपने हाथ जोड़े, उसकी भारी आवाज़ ठहर गयी। वह किसी देवदूत की तरह लग रही थी जो परमपिता का सन्देश देने वाली हो। ‘मैं इसके बारे में सोचती रही हूँ। यह सब इतना चमत्कारी लगता है, काश आप समझ पाते कि मेरा मतलब क्या है। यह मैं हूँ—मेरी सारी मुश्किलें दूर हो गयी हैं। तलाक लेने की मुश्किल नहीं उठानी है। कोई परेशानी नहीं। मेरा रास्ता साफ़ हो गया और सब कुछ राह पर आ गया है। इसकी वजह से मैं धार्मिक महसूस कर रही हूँ—अगर आप समझ सकें कि मेरा मतलब क्या है।’
मैंने अपनी साँसें रोक लीं। पॉयरो ने उसकी तरफ़ देखा, उसका सर एक तरफ़ झुका हुआ था। वह बहुत गम्भीर लग रही थी।
‘यह सब आपको ऐसा लग रहा है मैडम, न?’
‘मेरे लिए सब सही हुआ,’ जेन ने लगभग फुसफुसाते हुए कहा। ‘मैंने पहले सोचा था कि काश एजवेयर मर जाये। और यहाँ वह मर गया! यह—यह एक तरह से मानो मेरी प्रार्थनाओं का उत्तर है।’
पॉयरो ने अपना गला साफ़ किया।
‘मैं यह नहीं कह सकता हूँ कि आप जिस तरह से इस सब को देख रही हैं मैं भी उसी तरह से देख रहा हूँ, मैडम। किसी ने आपके पति का कत्ल कर दिया।’
उसने सर हिलाया।
‘क्यों, जाहिर है।’
‘आपको कभी यह नहीं लगा कि आप इसके ऊपर सोचें कि वह था कौन?’
उसने उसकी तरफ़ घूर कर देखा। ‘इससे कोई फ़र्क पड़ता है? मेरा मतलब है—इसका उससे क्या लेना-देना है? चार-पाँच महीने में मैं और ड्यूक शादी कर सकते हैं...’
बड़ी मुश्किल से पॉयरो ने अपने ऊपर काबू किया।
‘हाँ, मैडम, मुझे पता है। लेकिन इसके अलावा आपको कभी यह नहीं सूझा कि आप अपने आपसे पूछें कि आपके पति का क़त्ल किसने किया?’
‘नहीं।’ ऐसा लग रहा था कि इस विचार से वह काफ़ी हैरान थे। हम उसे सोचते हुए देख रहे थे।
‘क्या आपकी जानने में रुचि है?’ पॉयरो ने पूछा।
‘मेरे ख़याल से बहुत अधिक नहीं,’ उसने स्वीकार किया। ‘मेरे ख़याल से पुलिस को पता लग जायेगा। वे बहुत चालाक हैं, नहीं?’
‘कहा जाता है कि मैं भी हूँ, मैं भी उसका पता लगाने की कोशिश करूँगा।’
‘आप? कितना अजीब है न?’
‘अजीब क्यों?’
‘पता नहीं।’ उसकी आँखें फिर से कपड़े पर वापस आ गयीं। उसने साटिन का कोट पहन रखा था और ख़ुद को आईने में देखे जा रही थी।
‘आपको कोई आपत्ति नहीं है, न?’ पॉयरो ने आँखें नचाते हुए कहा।
‘क्यों, बिलकुल नहीं, मि. पॉयरो। मुझे तो उल्टा आपसे प्यार जताना चाहिए कि आप इस सबको लेकर इतने होशियार रहे हैं। मैं आपकी सफलता की कामना करती हूँ।’
‘मैडम—मुझे आपकी दुआओं से अधिक चाहिए। मुझे आपकी राय चाहिए।’
‘राय?’ जेन ने खोई हुई-सी आवाज़ में कहा, और अपने कन्धे पर अपना सर हिलाया। ‘किस बात पर?’
‘आपको क्या लगता है कि लार्ड एजवेयर का क़त्ल किसने किया होगा?’
जेन ने अपनी गर्दन हिलाते हुए कहा, ‘मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा!’
उसने अपनी गरदन को नचाया और अपने दास्ताने उठा लिए।
‘मैडम!’ इस बार पॉयरो ने तेज़ और फैसलाकुन आवाज़ में कहा। ‘आपको क्या लगता है कि आपके पति का क़त्ल किसने किया?’
इस बात का असर हुआ। जेन ने घूरकर देखा। ‘गेराल्दीन, मुझे तो वही लगता है,’ उसने कहा।
‘गेराल्दीन कौन है?’
जेन का ध्यान फिर से हट चुका था।
‘एलिस दाएँ कन्धे पर इसे थोड़ा और उठाओ। हाँ। क्या कहा, मि. पॉयरो? गेराल्दीन उसकी बेटी है। नहीं एलिस, दायाँ कन्धा। अब ठीक है। ओह! अब आप जाइए मि. पॉयरो? मैं हर बात के लिए आपकी शुक्रगुजार हूँ। मेरा मतलब है तलाक के लिए, हालाँकि अब उसकी कोई ज़रूरत नहीं है। मैं हमेशा यही सोचूँगी कि आप बहुत अच्छे थे।’
मैंने जेन विलकिंसन को दो बार और देखा। एक बार स्टेज पर, एक बार तब जब एक लंच पार्टी में मैं उसके सामने बैठा था। मैं हमेशा उसको उसी रूप में देखता हूँ, अपने कपड़ों में दिलोजान से डूबी हुई, उसके होंठों से चुनिन्दा शब्द निकल रहे थे जो पॉयरो के आगे के काम को प्रभावित कर सकें, उसका दिमाग़ पूरी तरह अपने ऊपर ही एकाग्र था।
‘बेचैन,’ जब हम किनारे पर आये तो पॉयरो ने आदर से कहा।
अध्याय 12
बेटी
जब हम अपने कमरे में लौटे तो हाथ से लिखी एक चिट्ठी मेज़ पर रखी हुई थी। पॉयरो ने उसे उठाया, बड़ी सफ़ाई से खोला और फिर हँसने लगा।
‘तुम क्या कहते हो—बदमाश के बारे में सोचो? ये देखो हेस्टिंग्स।’
मैंने उसके हाथ से नोट लिया।
उस कागज़ पर 17 रीजेंट गेट की मुहर लगी हुई थी और उस पर बहुत साफ़ लिखावट में लिखा हुआ था, देखकर लगता था कि पढ़ने में आसान रहे, लेकिन मज़ेदार बात थी कि नहीं थी।
‘प्रिय महोदय,
मुझे पता चला कि आप आज सुबह इन्स्पेक्टर के साथ घर आये थे। मुझे इसके लिए माफ़ कीजियेगा कि मुझे आपसे बात करने का मौका नहीं मिल पाया। अगर आपको सुविधाजनक लगे तो आज दोपहर में कुछ समय निकाल कर आयें।
आपकी विश्वासी,
गेराल्दीन मार्श’
‘बड़ी अजीब बात है’ मैंने कहा। ‘मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि वह तुमसे मिलना क्यों चाहती है?’
पॉयरो की बड़ी चिढ़ पैदा करने वाली आदत यह थी कि वह हमेशा गलत समय पर मज़ाक किया करता था।
‘हमें अभी तुरन्त चलना होगा, मेरे दोस्त,’ उसने कहा, और बड़े प्यार से अपने हैट से काल्पनिक धूल को झाड़ा और उसे अपने सर पर रख लिया।
जेन विलकिंसन ने बड़ी लापरवाही से जो यह सुझाव दिया था कि गेराल्दीन ने हो सकता है कि अपने पिता का क़त्ल किया हो, मुझे उसकी यह बात बेतुकी लगी थी। कोई बिना दिमाग़ वाला इनसान ही इस तरह की बात कर सकता था। मैंने यह बात पॉयरो से कही थी।
‘दिमाग़। दिमाग़। इस शब्द से तुम्हारा मतलब क्या है? तुम्हारे मुहावरे में तुम यह कहाँ चाहोगे कि जेन विलकिंसन के पास खरगोश का दिमाग़ है। यह ऐसा शब्द है जो असहमति पैदा करता है लेकिन एक पल के लिए खरगोश के बारे में सोचो। वह होता है और अपनी संख्या को बढ़ाता भी है, है कि नहीं? यह प्रकृति में दिमाग़ी श्रेष्ठता का प्रतीक है। प्यारी लेडी एजवेयर इतिहास के बारे में नहीं जानती, या भूगोल के बारे में, न ही उसको क्लासिक के बारे में पता है। लाओत्से का नाम उसके सामने लिया जाये तो वह उसे पीकिंग के किसी कुत्ते का नाम लगेगा, मोलियर का नाम उसे ऐसे लगेगा जैसे कि वह फैशन की कोई जगह हो। लेकिन जहाँ तक कपड़ों के चुनाव की बात है, अमीर लोगों से शादी की बात है तथा अपने तरीके से काम करवा ले जाने की बात है तो उसकी सफलता के ऊपर कोई उँगली नहीं उठाई जा सकती है। लार्ड एजवेयर का क़त्ल किसने किया इसको लेकर किसी दार्शनिक का दृष्टिकोण मेरे लिए किसी काम का नहीं—किसी दार्शनिक के नजरिये से हत्या का उद्देश्य बड़ी तादाद में लोगों की बड़ा हित करना था, और चूँकि इसका फैसला करना मुश्किल है, क्योंकि बहुत कम दार्शनिक हत्यारे होते हैं। लेकिन लेडी एजवेयर ने जिस लापरवाही से सुझाव दिया है वह मेरे लिए काम का हो सकता है क्योंकि उसका दृष्टिकोण भौतिकवादी है और इंसानी प्रकृति के बुरे पक्ष के ज्ञान पर आधारित है।’
‘शायद इस बात में कुछ है,’ मैंने कहा।
‘हम आ गये,’ पॉयरो ने कहा। ‘मुझे यह जानने की बेचैनी है कि क्यों वह लड़की मुझसे इतनी जल्दी मिलना चाहती है।’
‘यह स्वाभाविक इच्छा है,’ मैंने अपनी बात कही। ‘तुमने यह बात 15 मिनट पहले कही थी। किसी अलग तरह की चीज़ को नजदीक से देख पाने की स्वाभाविक इच्छा।’
मुझे उस लड़की का भयभीत चेहरा याद आया जो गलियारे में खड़ी थी। मुझे उसके गोरे चेहरे पर जलती हुई दो लाल आँखें अब भी दिखायी दे रही थीं। उस हल्की-सी झलक का मेरे ऊपर गहरा असर पड़ा था।
हमें ऊपर ले जाकर एक बड़े ड्राइंग रूम में बिठाया गया और एकाध मिनट में ही गेराल्दीन मार्श वहाँ आ गयी।
पहले जो तीखापन मैंने उसको देखकर महसूस किया था उसकी छवि उसे देखकर और बढ़ गयी। यह लम्बी, पतली, गोरे रंग वाली लड़की जिसकी आँखें डरावनी थीं देखने में ध्यान खींचने वाली थी।
अपनी उम्र को देखते हुए वह बहुत शान्त स्वभाव की लगती थी।
‘यह बहुत अच्छी बात है कि आप इतनी जल्दी आ गये मि. पॉयरो,’ उसने कहा। ‘मुझे माफ़ कीजियेगा कि मैं सुबह में आपसे नहीं मिल पायी।’
‘आप लेटी हुई थीं?’
‘हाँ। मिस कैरोल हैं न, मेरे पिता की सचिव, उन्होंने जोर देकर कहा था। वह बहुत अच्छी रही हैं।’
उस लड़की की आवाज़ में अनिच्छा का एक भाव दिखा जिसने मुझे उलझन में डाल दिया।
‘मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूँ, मैडम?’ पॉयरो ने कहा।
वह एक पल के लिए झिझकी और फिर उसने कहा :
‘जिस दिन मेरे पिता का क़त्ल हुआ था उसके एक दिन पहले आप उनसे मिलने आये थे?’
‘जी, मैडम।’
‘क्यों? क्या उसने भेजा था आपको?’
पॉयरो ने एक पल को जवाब नहीं दिया। ऐसा लग रहा था जैसे कि वह कुछ सोच रहा हो। मेरे ख़याल से, अब वह बड़ी चालाकी से अपने कदम बढ़ाने के बारे में सोच रहा था। वह उसे आगे बातचीत में उलझाना चाहता था। वह कुछ उतावली किस्म की थी। वह चाहती कि सब जल्दी-जल्दी हो जाये।
‘क्या वह किसी बात से डरा हुआ था? बताइये मुझे। बताइये मुझे। मैं जानना चाहती हूँ। उसको किससे डर था? क्यों? उन्होंने आपसे क्या कहा था? अरे! आप बोल क्यों नहीं रहे?’
मैंने इस बात के ऊपर ध्यान दिया कि उसने जो जान-बूझ कर चुप्पी ओढ़ रखी थी वह स्वाभाविक नहीं थी। उसे जल्दी टूट जाना चाहिए था। वह आगे झुक गयी थी, उसकी गोद में उँगलियाँ काँप रही थीं।
‘मेरे और लार्ड एजवेयर के बीच जो बातचीत हुई वह गोपनीय थी,’ पॉयरो ने आहिस्ता से कहा।
उसकी आँखें उसके चेहरे से कभी नहीं हटीं।
‘इसका मतलब था—मेरा मतलब है कि उसका कुछ-न-कुछ सम्बन्ध परिवार से है। अच्छा! आप वहाँ बैठ कर मुझे तड़पा रहे हैं। आप मुझे बताते क्यों नहीं? मेरे लिए इस बात को जानना ज़रूरी है। यह ज़रूरी है। मैं कहती हूँ।’
एक बार फिर, पॉयरो ने बहुत धीरे से अपना सर हिलाया, जो इस बात का सूचक था कि वह बड़ी उलझन में था।
‘मि. पॉयरो?’ उसने आगे बढ़ते हुए कहा, ‘मैं उनकी बेटी हूँ। मुझे यह जानने का हक़ है कि मेरे पिता अपनी मौत से एक दिन पहले किस बात को लेकर परेशान थे। मुझे इस तरह अँधेरे में छोड़ देना अच्छा नहीं है। यह उनके लिए भी अच्छा नहीं होगा—कि आप मुझे नहीं बतायें।’
‘क्या आपका अपने पिता से बहुत लगाव था, मैडम?’ पॉयरो ने बड़ी विनम्रता से पूछा।
वह पीछे हो गयी मानो उसको कोई झटका लगा हो।
‘वे मुझे पसन्द करते थे?’ वह फुसफुसाई। ‘मैं उनको चाहती थी। मैं—मैं—’
और अचानक उसका संयम टूट गया। अचानक उसकी हँसी फूट गयी। अपनी कुर्सी में धँसकर वह हँसने लगी।
‘यह पूछना कितने मज़ाक की बात है। कितने मज़ाक की बात,’ वह हाँफते हुए कह रही थी।
उसकी ज़ोर-ज़ोर से हँसने की आवाज़ बाहर तक सुनायी दे गयी। दरवाज़ा खुला और मिस कैरोल अन्दर आयी। वह सख़्त थी और तत्पर भी।
‘अब, देखो, गेराल्दीन, मेरी प्यारी बच्ची, यह नहीं चलेगा। मैं कह रही हूँ। रुक जाओ। मेरी बात मानो। अब बन्द करो ये सब।’
उसकी सख़्ती का प्रभाव पड़ा। गेराल्दीन की हँसी मद्धिम पड़ गयी। उसने अपनी आँखें पोंछी और बैठ गयी।
‘मुझे माफ़ करना’ उसने आहिस्ता से कहा। ‘मैंने ऐसा पहले कभी नहीं किया।’
मिस कैरोल अब भी उसको चिन्तित होकर देख रही थी।
‘मैं अब ठीक हूँ मिस कैरोल। यह बेवकूफ़ी थी।’
वह अचानक मुस्कुरा उठी। उसके चेहरे पर एक कड़वी-सी मुस्कान फैल गयी। वह कुर्सी में तन कर बैठ गयी और शून्य में देखने लगी।
‘इन्होंने मुझसे पूछा था,’ उसने बहुत साफ़ ठण्डी आवाज़ में कहा, ‘क्या मुझे अपने पिता से बहुत लगाव था।’
मिस कैरोल के चेहरे पर किसी तरह का भाव नहीं था। गेराल्दीन बोलती जा रही थी, उसकी आवाज़ ऊँची और नफ़रत से भरी लग रही थी।
‘मैं यह सोच रही थी कि सच बताना सही रहेगा या झूठ? मेरे ख़याल से सच। मुझे अपने पिता से कोई लगाव नहीं था। मुझे उनसे नफ़रत थी।!’
‘प्यारी गेराल्दीन।’
‘नाटक क्यों करना? आप उनसे नफ़रत नहीं करती थीं क्योंकि वह आपको छू नहीं पाया! आप दुनिया के उन कुछ लोगों में थीं जिन तक वह कभी पहुँच नहीं पाया। आप उनको एक ऐसे मालिक के रूप में देखती थीं जो आपको साल में बहुत सारा पैसा देता था। आपको उसके ग़ुस्से और उसके झक्कीपन से कोई फ़र्क नहीं पड़ता था—आपने उसके ऊपर ध्यान नहीं दिया। मुझे याद है कि आप क्या कहती थीं, ‘हर आदमी को किसी-न-किसी के साथ निभाना पड़ता है। आप ख़ुशमिजाज और ज़्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाने वाली हैं। आप बहुत मजबूत किस्म की औरत हैं। आप असल में मानवीय नहीं हैं। लेकिन तब आप घर से किसी भी पल निकल कर जा सकती थी। मैं नहीं जा सकती थी। मैं यहीं की थी न।’
‘सच में, गेराल्दीन, मुझे नहीं लगता है कि यह कोई ज़रूरी नहीं है कि इन सब बातों की तफ़सील में जाया जाये। अक्सर बाप और बेटी में बनती नहीं है। लेकिन जीवन में जितना ही कम कहा जाये उतना ही अच्छा रहता है। मैंने यही पाया है।’
गेराल्दीन ने उसकी तरफ़ अपनी पीठ घुमा ली। उसने अपना मुँह पॉयरो की तरफ़ कर लिया।
‘मि. पॉयरो मुझे अपने पिता से नफ़रत थी। मुझे ख़ुशी है कि उनकी मौत हो गयी। मुझे अपने लिए आज़ादी चाहिए। मुझे इसमें ज़रा भी दिलचस्पी नहीं है कि उनके हत्यारे को खोजूँ। जहाँ तक हम जानते हैं जिस आदमी ने उनका क़त्ल किया उसके पास इसका कारण रहा होगा—पर्याप्त कारण—अपनी गतिविधि को सही ठहराने का।’
पॉयरो ने उसकी तरफ़ कुछ सोचते हुए देखा।
‘मानने के लिहाज से यह एक यह एक ख़तरनाक सिद्धान्त है, मैडम।’
‘क्या किसी और को फाँसी पर चढ़ा देने से मेरे पिता को जिन्दगी मिल जायेगी?’
‘नहीं,’ पॉयरो ने रुखाई से कहा। ‘लेकिन इससे बाकी निर्दोष लोग हत्या से बच जायेंगे।’
‘मैं समझी नहीं।’
‘कोई आदमी जो एक बार क़त्ल कर देता है, मैडम, वह हमेशा दूसरी बार क़त्ल करता है—कई बार तो बार-बार करता है।’
‘मैं यह नहीं मान सकती। नहीं—कोई सचमुच का इनसान तो ऐसा नहीं कर सकता है।’
‘आपका मतलब है कि वह हत्यारा नहीं हो सकता? लेकिन हाँ, यह सही है। हत्यारा जब एक बार अपनी अन्तरात्मा के साथ संघर्ष करने के बाद। जब ख़तरा आता है तो दूसरी बार क़त्ल करना नैतिक तौर पर ज़रा आसान होता है। तीसरी बार तो ज़रा-सा ख़तरा महसूस होते ही वह हत्या कर सकता है। धीरे-धीरे इससे गर्व का भाव बढ़ता जाता है, हत्या करने की इच्छा बढ़ती जाती है। आख़िर में तो यह महज मज़े के लिए की जाने लगती है।’
लड़की ने अपना चेहरा अपने हाथों में छिपा रखा था।
‘भयानक। भयानक। यह सही नहीं हो सकता है।’
‘मैं आपको बताना चाहता हूँ कि यह तो पहले से ही हो चुका था? हत्यारे ने ख़ुद को बचाने के लिए दूसरा क़त्ल कर दिया था?’
‘क्या कह रहे हैं मि. पॉयरो?’ मिस कैरोल ने चीख़ते हुए कहा। ‘एक और हत्या? कहाँ? कौन?’
पॉयरो ने बड़ी आहिस्ता से अपना सर हिलाया।
‘आप ने तो महज एक मिसाल ही दी है न।’
‘आह! सच में। एक मिनट के लिए तो मुझे लगा कि सच में—अब गेराल्दीन तुम्हारी बकवास बन्द हो गयी हो तो।’
‘मुझे लगता है कि आप मेरी तरफ़ हैं,’ पॉयरो ने जरा-सा झुकते हुए कहा।
‘फाँसी की सज़ा में मेरा विश्वास नहीं है,’ मिस कैरोल ने सख़्ती से कहा। ‘नहीं तो मैं आपकी तरफ़ होती। समाज को बचाया जाना चाहिए।’
गेराल्दीन उठ खड़ी हुई। उसने अपने बालों को पीछे की तरफ़ सँवारा।
‘मुझे माफ़ कीजिए,’ उसने कहा। ‘मुझे लगता है कि मैं अपने आपको बुद्धू बना रही हूँ। आप अब भी मुझे यह नहीं बता रहे हैं कि मेरे पिता ने आपको क्यों बुलाया था?’
‘बुलाया था?’ मिस कैरोल ने चौंकते हुए कहा।
‘आप गलत समझ रही हैं मिस मार्श। मैंने आपको बताने से मना नहीं किया है।’
पॉयरो को मजबूर होकर खुलना पड़ा।
‘मैं यही सोच रहा था कि उस बातचीत को किस हद तक गोपनीय कहा जा सकता था। आपके पिता ने मुझे यहाँ बुलाया नहीं था। मैं उनसे अपने एक मुवक्किल की तरफ़ से बात करने आया था। मेरी मुवक्किल का नाम है लेडी एजवेयर।’
‘अच्छा! अब समझी।’
लड़की के चेहरे पर बड़ा अजीब-सा भाव आया। पहले तो मुझे लगा कि वह निराशा का भाव था। फिर मुझे महसूस हुआ कि वह राहत का भाव था।
‘मैं ही बेवकूफ़ हूँ,’ उसने आहिस्ता से कहा। ‘मुझे यह लग रहा था कि मेरे पिता को लग रहा था कि उनके ऊपर किसी तरह का ख़तरा है। अजीब बेवकूफ़ी।’
‘आपको पता है, मि. पॉयरो, आपने अभी मुझे घुमा ही दिया,’ मिस कैरोल ने कहा। ‘जब आपने कहा कि उस औरत ने दूसरा क़त्ल कर दिया।’
पॉयरो ने उसकी बात का जवाब नहीं दिया। उसने लड़की से बात की।
‘आपको लगता है कि लेडी एजवेयर ने क़त्ल किया होगा, मैडम?’
उसने अपना सर हिला दिया।
‘नहीं, मुझे नहीं लगता है। मुझे नहीं लगता है कि वह इस तरह का काम कर सकती है। वह बहुत अधिक बनावटी है।’
‘मुझे समझ में नहीं आता है और कौन है जो यह कर सकता है,’ मिस कैरोल ने कहा। ‘और मुझे यह नहीं लगता है कि इस तरह की औरतों में किसी तरह की नैतिकता भी होती है।’
‘कोई ज़रूरी नहीं है कि यह वह हो,’ गेराल्दीन ने कहा। ‘हो सकता है कि वह यहाँ आयी हो और उसने उनसे बस बातचीत की हो और फिर चली गयी हो, असली हत्यारा कोई पागल रहा होगा जो उसके जाने के बाद घर में घुसा हो।’
‘सभी हत्यारे दिमाग़ी रूप से खिसके हुए होते हैं—इस बात के लिए तो मैं आश्वस्त कर सकती हूँ,’ मिस कैरोल ने कहा। ‘उनके अन्दर से कुछ गड़बड़ होती है।’
उसी समय दरवाज़ा खुला और एक आदमी अन्दर आया—और फिर वह अचानक रुक गया।
‘माफ़ी चाहूँगा,’ उसने कहा। ‘मुझे पता नहीं था कि यहाँ कोई है।’
गेराल्दीन ने बड़े मशीनी ढंग से उसका परिचय करवाया।
‘ये मेरे रिश्ते के भाई हैं लार्ड एजवेयर। मि. पॉयरो। ठीक है रोनाल्ड, तुम हमें परेशान नहीं कर रहे।’
‘ठीक है, डीना? आप कैसे हैं, मि. पॉयरो? क्या हमारे परिवार के किसी रहस्य को लेकर आपके दिमाग़ में कुछ चल रहा है?’
मैं अपन दिमाग़ में पिछली बात को याद करने की कोशिश करता हूँ। वह गोल, ख़ुशमिजाज, भावहीन चेहरा, आँखें जिसके नीचे जरा-सा फूला हुआ चेहरा, और छोटी-सी मूँछ जैसे चेहरे के विस्तार के बीच में एक द्वीप हो।
एकदम! कार्लोता एडम्स के साथ जेन विलकिंसन के सुइट में यही आदमी था।
कैप्टेन रोनाल्ड मार्श। अब लार्ड एजवेयर हो चुका है।
अध्याय 13
भतीजा
नये लार्ड एजवेयर की आँखें तेज़ थीं। मैंने जो उनकी तरफ़ देखा था उसके ऊपर उनका ध्यान गया था।
‘आह! आपने सही समझा,’ उसने बड़े दोस्ताना अन्दाज़ में कहा। ‘आंट जेन की डिनर पार्टी। मैं उस दिन जरा अलग तरह का था, नहीं? लेकिन किसी ने उसके ऊपर ध्यान नहीं दिया।’
पॉयरो गेराल्दीन मार्श और मिस कैरोल से अलविदा कह रहा था।
‘मैं आपके साथ नीचे तक आता हूँ,’ रोनाल्ड ने बड़े ख़ुशमिजाज अन्दाज़ में कहा। वह सीढ़ियों से साथ-साथ नीचे उतरता हुआ बातचीत करता रहा।
‘ज़िन्दगी भी अजीब चीज़ है। एक दिन ठोकर से गिरा देता है, अगले दिन बादशाह बना देता है। मेरे निर्दयी चाचा ने एक दिन मुझे निकाल दिया था, तीन साल पहले। लेकिन मुझे लगता है कि आपको इस सबके बारे में पता है, मि. पॉयरो?’
‘हाँ मैंने इसके बारे में सुना है,’ पॉयरो ने बड़ी शान्ति के साथ जवाब दिया।
‘स्वाभाविक है। इस तरह की बातें ज़रूर सामने आ जाती हैं। अच्छे जासूस इस तरह की बातों का पता लगा ही लेते हैं।’
वह मुस्कुराया।
उसने फिर डाइनिंग रूम का दरवाज़ा खोल दिया।
‘आइये जाने से पहले कुछ ले लीजिये।’
पॉयरो ने मना कर दिया। मैंने भी मना कर दिया। लेकिन उस नौजवान ने अपने लिए एक ड्रिंक बनाया और बातें करता रहा।
‘इस हत्या की वजह से,’ उसने खुश होते हुए कहा। ‘एक रात में ही मैं कर्ज़ देने वालों के लिए बुरे ख़्वाब से एक व्यापारियों के लिए उम्मीद भरे आदमी में बदल चुका था। कल मेरे चेहरे पर बर्बादी छायी हुई थी, आज सम्पन्नता है। आंट जेन को भगवान का आशीर्वाद मिले।’
उसने गिलास खाली किया। फिर, उसने अपने लहजे को थोड़ा-सा बदलते हुए पॉयरो से कहा।
‘वैसे गम्भीरता से बताइये मि. पॉयरो, आप यहाँ क्या कर रहे हैं? चार दिन पहले आंट जेन बड़े नाटकीय अन्दाज़ में यह कह रही थीं, ‘मुझे इस आतातायी से कौन मुक्त करवायेगा?’ और वह मुक्त हो गयीं। ‘आपके द्वारा नहीं, मुझे उम्मीद है? भूतपूर्व जासूस हरक्यूल पॉयरो द्वारा किया गया एकदम पक्का अपराध।’
पॉयरो मुस्कुराने लगा।
‘आज दोपहर मैं यहाँ आया था मिस गेराल्दीन के नोट के जवाब में उनसे मिलने।’
‘बड़ा अजीब जवाब है, नहीं? नहीं, मि. पॉयरो आप सच में यहाँ क्या कर रहे हैं? किसी-न-किसी वजह से आप मेरे चाचा की मौत में दिलचस्पी दिखा रहे हैं...’
‘लार्ड एजवेयर, क़त्ल में हमेशा मेरी दिलचस्पी रहती है।’
‘लेकिन यह आपने नहीं किया है। बहुत सावधानी से। आपको आंट जेन को सिखाना चाहिए कि सावधानी बरतें। सावधानी और थोड़ा-सा छिपाव। आप मुझे माफ़ करेंगे कि मैं उसे आंट जेन कह रहा हूँ। यह मुझे हैरान करता है। आपको याद है जब उस रात मैंने उससे कहा था तो उसका चेहरा कैसा भावहीन था? उसे इस बात का ज़रा भी अन्दाज़ा नहीं था कि मैं कौन था।’
‘सच में?’
‘नहीं। उसके आने से तीन महीने पहले मुझे यहाँ से निकाल फेंका गया था।’
उसके चेहरे पर उसके अच्छे स्वभाव का जो अनर्गल-सा भाव था वह एक पल के लिए गायब हो गया। फिर उसने बड़े हलके अन्दाज़ में कहा :
‘ख़ूबसूरत है। लेकिन दिमाग़ से पैदल है। उसके तरीके तो थोड़े असभ्य से हैं, नहीं?’
पॉयरो ने अपने कन्धे उचका दिये।
‘यह सम्भव है।’
रोनाल्ड उसकी तरफ़ उत्सुकता से देखने लगा।
‘मुझे लगता है कि आपको लगता है कि आपने यह नहीं किया है। तो उसने आपको भी जाल में फँसा लिया, नहीं?’
‘ख़ूबसूरती को लेकर मेरे मन में बड़ी प्रशंसा है,’ पॉयरो ने बड़ी सहजता के साथ कहा। ‘लेकिन सबूत के प्रति भी है।’
उसने आख़िरी शब्द बड़ी ख़ामोशी के साथ कहा।
‘सबूत?’ दूसरे ने झट से कहा।
‘शायद आपको पता नहीं है, लार्ड एजवेयर, लेडी एजवेयर को जिस समय यहाँ देखा गया था उस समय उस रात चीसवीक में पार्टी में थी।’
रोनाल्ड ने गाली दी।
‘तो आख़िरकार वह गयी थी! कैसी औरत है! छह बजे वह यह कह रही थी कि इस धरती पर ऐसा कोई नहीं है जो उसे वहाँ ले जा सके, और मेरे ख़याल से उसके करीब दस मिनट के बाद उसने अपना दिमाग़ बदल दिया! जब हत्या करने की योजना बनाओ तो किसी औरत के ऊपर भरोसा नहीं करना कि वह जो कहेगी वही करेगी। इस कारण बड़ी-बड़ी योजनायें भी बिगड़ जाती हैं। नहीं, मि. पॉयरो मैं अपने ऊपर आरोप नहीं लगा रहा। ओह, हाँ, मुझे नहीं लगता है कि आपके दिमाग़ में जो चल रहा है उसको मैं पढ़ नहीं सकता हूँ। स्वाभाविक रूप से किसके ऊपर शक है? जाना माना बदमाश भतीजा।’
वह अपनी कुर्सी में बैठकर हँसने लगा।
‘मैं आपके दिमाग़ पर पड़ने वाले ज़ोर को थोड़ा कम कर रहा हूँ, मि. पॉयरो। आपको इसके लिए किसी गवाह हो खोजने की कोई ज़रूरत नहीं है जिसने मुझे तब देखा था जब आंट जेन ज़ोर-ज़ोर से यह घोषणा कर रही थी कि वह उस रात कभी कहीं नहीं जायेंगी। मैं वहाँ था। इसलिए अपने आप से पूछिये कि असल में वह बदमाश भतीजा कल रात यहाँ भेष बदलकर आया था?’
ऐसा लग रहा था कि वह उस मौके का मज़ा उठा रहा था, और उसने हम दोनों की तरफ़ देखा, पॉयरो गर्दन एक तरफ़ झुकाये उसकी हरकतों को बारीकी से देख रहा था। मुझे ज़रा-सा असहज लग रहा था।
‘मेरा एक उद्देश्य था—हाँ, उद्देश्य, मैं इस बात को मानता हूँ। और मैं आपको एक बहुत मूल्यवान और महत्वपूर्ण सूचना देने वाला हूँ। मैं कल सुबह अपने चाचा से मिलने गया था। क्यों? पैसे माँगने। और खाली हाथ लौट गया। और उसी शाम—ठीक उसी शाम लार्ड एजवेयर की मौत हो गयी। बड़ा अच्छा शीर्षक था—लार्ड एजवेयर की मौत हो गयी। एक बुकस्टाल पर देखा था।’
वह रुका। फिर भी पॉयरो ने कुछ भी नहीं कहा।
‘आपने जिस तरह से मेरी बातों के ऊपर ध्यान दिया है मि. पॉयरो उससे मैं सच में बहुत प्रभावित हुआ। कैप्टेन हेस्टिंग्स के चेहरे पर ऐसे भाव था जैसे कि उसने किसी भूत को देख लिया था—या किसी भी वक़्त देखने वाला था। मेरे दोस्त इतना सदमे में मत दिखो। एंटी क्लाइमेक्स का इन्तज़ार करो। अच्छा, तो हम कहाँ थे? हाँ, बदमाश भतीजे के ख़िलाफ़ मामले पर। शादी के बाद आंट जेन के ऊपर ग्लानि का भाव डाल दिया गया था। भतीजा, जो कि एक जमाने में औरतों की भूमिका का बड़ी ख़ूबी से अदायगी किया करता था। उसने लड़की की आवाज़ में यह घोषणा की कि वह लेडी एजवेयर है और वह ख़ानसामे को दिखा देकर आगे बढ़ गया। कोई शक नहीं हुआ। मेरे प्यारे चाचा ने कहा ‘जेन’। मैंने कहा जॉर्ज। उनके गले के इर्द गिर्द बाहें डालीं और बड़ी ख़ूबी से चाकू घोंप दिया, उसके बाद की जानकारी मेडिकल रिपोर्ट से पायी जा सकती है। वह झूठी औरत वहाँ से गयी।
वह हँसते हुए उठा, उसने अपने गिलास में और व्हिस्की और सोडा डाला और फिर वह धीरे से अपनी कुर्सी पर आ गया।
‘सब कुछ ठीक ही जा रहा है न? लेकिन देखिये अब असल बात आती है। निराशा! अब मि. पॉयरो हम बहाने पर आते हैं!’
उसने अपना गिलास ख़त्म किया।
‘मुझे हमेशा से बहाने बड़े मज़ेदार लगते रहे हैं,’ उसने टिप्पणी की। ‘मैं जब भी कोई जासूसी उपन्यास पढ़ता हूँ तो बैठ कर इस बात का ध्यान रखता हूँ कि कब वह बहाना आता है। यह बहुत शानदार बहाना है। तीन मजबूत और यहूदी। आम जुबान में कहूँ, मिस्टर, मिसेज और मिस दोर्थिमार। बहुत अमीर और बहुत मधुर। कॉवेन्ट गार्डन में उनका एक छोटा-सा ठिकाना है। इस ठिकाने में वे उन नौजवानों को बुलाते हैं जिनमें सम्भावना होती है। मैं, मि. पॉयरो नौजवान हूँ और सम्भावनाओं से भरपूर—बिलकुल वैसा ही जैसा कि हम उम्मीद में होते हैं कि हम मिल जायें। क्या मुझे ओपेरा पसन्द है। साफ़ कहूँ तो नहीं। लेकिन मैंने ग्रौस्वेनोर में शानदार डिनर का ख़ूब लुत्फ़ उठाया था, और उसके बाद कहीं और भी शानदार डिनर का मज़ा उठाया था, यहाँ तक कि मैंने राचेल दोर्थिमार के साथ डांस भी किया था। और तीन दिन तक मेरे हाथों में खिंचाव हो गया था। तो देखिये, मि. पॉयरो आप यहाँ हैं। जब चाचा के जान में जान थी तब मैं कोवेंट गार्डन में राचेल के हीरे जड़े कान में फुसफुसा रहा था। उसकी लम्बी नाक भावना से काँप रही थी। और देखिये मि. पॉयरो कि मैं क्यों इतना खुलकर बातचीत कर सकता हूँ।’
वह अपनी कुर्सी में पीछे उठंग कर बैठ गया।
‘उम्मीद करता हूँ कि मैंने आपको बोर नहीं किया। कोई सवाल पूछना है?’
‘इस बात का मैं आपको यक़ीन दिला सकता हूँ कि आपने मुझे बोर नहीं किया,’ पॉयरो ने कहा। ‘अब चूँकि आप इतने उदार हैं तो मैं आपसे एक छोटा-सा सवाल पूछना चाहता हूँ।’
‘ख़ुशी होगी।’
‘आप कार्लोता एडम्स को कबसे जानते थे?’
उस नौजवान ने जो भी उम्मीद की हो इस बात की उम्मीद तो नहीं ही की थी। वह तनकर बैठ गया और उसके चहरे का भाव बदल गया।
‘आप यह जानना क्यों चाहते हैं? हम जो बात कर रहे थे उसका इससे क्या लेना देना है?’
‘मुझे उत्सुकता थी, बस। बाकी बातों को आपने इतनी अच्छी तरह से समझा दिया है कि उनके बारे में मुझे सवाल पूछने की कोई ज़रूरत नहीं है।’
रोनाल्ड ने उनकी तरफ़ एक नज़र देखा। ऐसा लग रहा था कि वह पॉयरो के दोस्ताना अन्दाज़ से ख़ास प्रभावित नहीं हो रहा था। मुझे लगा कि उसने यही तय किया कि वह उसे और अधिक सन्देह में पड़ने दे।
‘कार्लोता एडम्स? बताता हूँ। करीब एक साल पहले। थोड़ा और अधिक हो सकता है। उससे मेरी मुलाकात पिछले साल तब हुई थी जब उसने अपना पहला शो किया था।’
‘आप उसको अच्छी तरह से जानते हैं?’
‘बहुत अच्छी तरह। वह ऐसी लड़की नहीं है कि जिसको कोई अच्छी तरह से जान ले। वह अपने आप में रहने वाली है।’
‘लेकिन आप उसको पसन्द करते थे?’
रोनाल्ड ने उसकी तरफ़ घूर कर देखा।
‘काश मैं इस बात को जान पाता कि आप उस लड़की में इतनी दिलचस्पी क्यों दिखा रहे हैं। क्या इसलिए क्योंकि मैं उस रात उसके साथ था? हाँ, मैं उसे बहुत अधिक पसन्द करता हूँ। वह सहानुभूति रखने वाली है—वह हर आदमी को बड़े ध्यान से सुनती है और उसको यह महसूस करवा देती है कि वह उसके लिए ख़ास है।’
पॉयरो ने सर हिलाया।
‘मैं समझता हूँ। लेकिन आपको दुःख होगा।’
‘दुःख? किस बात का?’
‘कि उसकी मौत हो चुकी है!’
‘क्या?’ रोनाल्ड हैरानी के मारे उठ खड़ा हुआ। ‘कार्लोता मर गयी?’
यह सुनकर वह जैसे अवाक् रह गया।
‘आप मेरी खिंचाई कर रहे हैं मि. पॉयरो पिछली दफ़ा जब मैंने कार्लोता को देखा था तब वह बिलकुल अच्छी थी।’
‘कब की बात है?’ पॉयरो ने झट से पूछा।
‘मेरे ख़याल से परसों। मुझे याद नहीं आ रहा है।’
‘ख़ैर, अब वह मर चुकी है।’
‘यह सब कुछ बड़े डरावने ढंग से तुरन्त फुरन्त हुआ होगा। क्या हुआ था? क्या कोई सडक दुर्घटना?’
पॉयरो ने छत की ओर देखा।
‘नहीं। उसने वेरोनल का ओवरडोज ले लिया था।’
‘ओह! बेचारी। कितने दुःख की बात है।’
‘सही में?’
‘मुझे दुःख है। और वह इतना अच्छा कर रही थी। वह अपनी छोटी बहन को लाने जा रही थी और इसी तरह की उसकी योजनाएँ थीं। रहने दीजिए। मुझे उससे अधिक दुःख है जितना कि मैं कह सकता हूँ।’
‘हाँ,’ पॉयरो ने कहा। ‘जब आप जवान होते हैं तो मौत दुखद होती है—जब आप मरना नहीं चाहते हैं—जब आपके सामने सारा जीवन खुला होता है और आप सारा का सारा जीना चाहते हैं।’
रोनाल्ड ने उसकी तरह उत्सुकता से देखा।
‘मैं आपकी बात समझा नहीं मि. पॉयरो?’
‘नहीं?’
पॉयरो ने खड़े होकर उसके हाथ थाम लिए।
‘मैंने अपनी बात लगता है अधिक सख़्ती से कह दी, शायद। मैं यह नहीं चाहता लार्ड एजवेयर को जवानी को जीने के अधिकार से वंचित किया जाये। इस बात को मैं बड़ी शिद्दत से महसूस करता हूँ। मैं आपके दिन के शुभ होने की कामना करता हूँ।’
‘ओह—अच्छा—अलविदा।’
देखने में ऐसा लग रहा था जैसे कि उसे इस बात से झटका लगा हो।
जब मैंने दरवाज़ा खोला तो मैं मिस कैरोल से लगभग टकराने वाला था।
‘आह! मि. पॉयरो, मुझे बताया गया कि आप अभी गये नहीं थे। अगर आप चाहें तो मैं आपसे कुछ कहना चाहती हूँ। शायद आप मेरे कमरे तक आने में बुरा न मानें?’
‘जी, मैडम?’
‘उसने आज दोपहर काफ़ी उलजुलूल बातें की। अब इसका विरोध मत कीजिए। मैं इस सबको उलजुलूल कहती हूँ और यह थी भी वही। वह अफ़सोस जता रही है।’
‘मैं यह देख सकता हूँ कि वह बहुत अधिक तनाव में हैं,’ पॉयरो ने बड़ी आहिस्ता से कहा।
‘सच कहूँ तो उसका जीवन बहुत खुशियों भरा नहीं रहा है। नहीं, कोई यह नहीं जान सकता कि उसका जीवन ऐसा रहा है। सच बताऊँ, मि. पॉयरो तो लार्ड एजवेयर अलग तरह के इनसान थे—इस तरह के आदमी नहीं थे कि जिनका अपने बच्चों के लालन-पालन से कोई वास्ता रहा हो। साफ़ कहूँ, तो उन्होंने गेराल्दीन को डरा कर रखा हुआ था।’
पॉयरो ने सर हिलाया।
‘हाँ, मुझे इस तरह के किसी बात की सम्भावना लग रही थी।’
‘वह बड़े अजीब किस्म का आदमी थे। उनको यह अच्छा लगता था कि जब वह इस बात को देखते थे कि कोई आदमी उनसे डरता था... ऐसा लगता था कि इस बात से बड़ी बीमार-सी ख़ुशी मिलती थी।’
‘सही है।’
‘वे काफ़ी पढ़े लिखे इनसान थे, एक ऐसे इनसान जो काफ़ी हद तक विद्वान् थे। लेकिन कुछ हद तक—हालाँकि उनका यह रूप मेरे सामने कभी नहीं आया, लेकिन यह था। मुझे इस बात के ऊपर कोई हैरानी नहीं हुई जब उनकी बीवी ने उनको छोड़ दिया। यह बीवी, मेरा मतलब है। हालाँकि मैं उसको सही नहीं ठहराती। उस नौजवान महिला को लेकर मेरी कोई अपनी धारणा नहीं है। लेकिन लार्ड एजवेयर से शादी करके उसे उससे अधिक मिला जिसकी कि वह हकदार थी। ख़ैर, उसने उसे छोड़ दिया और इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ा। लेकिन गेराल्दीन उसे छोड़ नहीं सकती थी। काफ़ी समय तक उसने उसे भुला रखा था, और फिर, अचानक उसे उसकी याद आ गयी। कई बार मैं यह सोचती हूँ—हालाँकि मुझे यह कहना नहीं चाहिए—’
‘हाँ, हाँ कहिये मैडम।’
‘हाँ, मुझे कई बार लगता है कि इस तरह से वह उससे उसकी माँ का बदला लेता था। वह मेरे ख़याल से बहुत प्यारी औरत थी, जिसके नैन नक्श अच्छे थे। मुझे हमेशा उसका दुःख होता रहा है। मैं आपको यह सब नहीं बता रही होती मि. पॉयरो अगर गेराल्दीन ने बेवकूफ़ी में यह सब न कहा होता। उसने अपने पिता के लिए जिस तरह से नफ़रत भरी बातें कीं उसको सुनकर किसी को भी अजीब लग सकता है, जिसको उसके बारे में जानकारी न हो।’
‘आपका बहुत शुक्रिया मैडम। लार्ड एजवेयर मेरे ख़याल से ऐसे इनसान थे जिन्होंने अगर शादी नहीं की होती तो ज़्यादा अच्छा हुआ होता।’
‘हाँ बेहतर।’
‘उन्होंने तीसरी बार शादी करने के बारे में नहीं सोचा था?’
‘कैसे सोच सकते थे? उनकी पत्नी जिन्दा थी।’
‘उसे आज़ादी देकर वे ख़ुद भी आज़ाद हो सकते थे।’
‘मुझे यह कहना चाहिए कि दो बीवियों के साथ वे बहुत मुश्किल उठा चुके थे,’ कैरोल ने सख़्ती से कहा।
‘इसलिए आपको यह लगता है कि तीसरी शादी का कोई सवाल नहीं था। कोई थी नहीं? सोचिये, मैडम। कोई नहीं थी?’
मिस कैरोल का चेहरा लाल हो गया।
‘मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है कि आप इस सवाल के ऊपर क्यों इतना ज़ोर दे रहे हैं। साफ़ है कि कोई नहीं था।’
अध्याय 14
पाँच सवाल
‘तुमने मिस कैरोल से यह क्यों पूछा कि लार्ड एजवेयर फिर से शादी करना चाहते थे या नहीं?’ जब हम घर की ओर जा रहे थे तब मैंने यह सवाल उत्सुकता से पूछा।
‘मुझे ऐसा लगा कि इस बात की भी सम्भावना हो सकती थी, मेरे दोस्त।’
‘क्यों?’
‘मैं अपने दिमाग़ में इस बात का कारण समझने का प्रयास कर रहा हूँ कि आख़िर में ऐसी क्या बात थी कि लार्ड एजवेयर ने तलाक के मामले में अचानक अपना रुख क्यों बदल लिया था। इस बात में कुछ तो ऐसा है जो अजीब है।’
‘तुमने देखा हेस्टिंग्स, लार्ड एजवेयर ने इस बात की पुष्टि की थी जो कि मैडम ने हमसे कहा था। उसने हर तरह के वकील लगा रहे थे, लेकिन वह एक इंच नहीं डिगा था। नहीं, वह तलाक के लिए तैयार नहीं था। और अचानक उसने अपना रुख बदल लिया।’
‘या जैसा कि उसने कहा,’ मैंने उसे याद दिलाया।
‘सच बात है हेस्टिंग्स। यह बहुत सही है, तुमने जो वहाँ देखा था, महसूस किया था। जैसा कि उसने कहा। हमारे पास इस बात का कोई सबूत नहीं है इस बात का कि उसने कोई चिट्ठी लिखी थी। वैसे मुझे लग रहा है कि वे झूठ बोल रहे थे। इसलिए मुझे लगता है कि उसने हमें बाहरी बाहरी बातें बतायी हैं। ऐसा नहीं है? क्यों, पता नहीं। लेकिन इस बात के ऊपर विचार करें कि उसने चिट्ठी लिखी थी या नहीं, तो लिखने के लिए कोई-न-कोई कारण ज़रूर होना चाहिए। इसका स्वाभाविक रूप से एक कारण यह समझ में आता है कि अचानक उनको कोई ऐसी मिल गयी हो जिनसे शादी करने की उनकी इच्छा होने लगी हो। इससे उनका अचानक से बदल जाना समझ में आता है। और इसी वजह से मैंने इस बारे में पूछताछ की।’
‘मिस कैरोल ने इस बात को तो सिरे से ख़ारिज कर दिया,’ मैंने कहा।
‘हाँ। मिस कैरोल...’ पॉयरो ने कुछ सोचते हुए कहा।
‘अब तुम क्या कर रहे हो?’ मैंने कुछ हैरत के साथ पूछा।
पॉयरो की आवाज़ से लगा कि वह किसी बात के ऊपर सन्देह में था।
‘वह इस बात को लेकर झूठ क्यों बोल रही थी?’ मैंने पूछा।
‘नहीं—नहीं।’
‘लेकिन देखो हेस्टिंग्स उसकी बात के ऊपर विश्वास करना मुश्किल है।’
‘तुमको लगता है कि वह झूठ बोल रही है? लेकिन क्यों? वह तो बहुत ख़री किस्म की इनसान लगती है।’
‘यही तो है। जानबूझकर बोले गये झूठ और लापरवाह ढंग से गलत बोलने में अन्तर कर पाना कई बार मुश्किल होता है।’
‘तुम कहना क्या चाहते हो?’
‘जान-बूझ कर छिपाना एक बात है। लेकिन अपने तथ्यों को लेकर इतना पक्का होना, अपने विचारों और उनके ज़रूरी सच को लेकर कि उनके लिए विस्तार में जाने का कोई मतलब ही न हो—मेरे दोस्त, यह एक ऐसा गुण है जो ईमानदार लोगों का ख़ास गुण होता है। मैं तुम्हारा ध्यान दिलाना चाहता हूँ कि अभी तक वह एक झूठ बोल चुकी है। उसने कहा था कि उसने जेन विलकिंसन का चेहरा देखा था जो कि शायद उसने नहीं देखा था। अब यह बात आयी कैसे? इसे इस तरह से देख लो। वह नीचे देखती है और पाती है कि जेन विलकिंसन नीचे हॉल में खड़ी है। इसमें कोई शक नहीं कि उसके दिमाग़ में आता है कि वह जेन विलकिंसन है। वह इस बात को जानती है। वह कहती है कि उसने उसका चेहरा इतनी साफ़ तौर पर देखा था क्योंकि वह अपनी इस बात को लेकर इतनी पक्की थी कि उसके लिए इस बात को अधिक विस्तार में देखने की ज़रूरत नहीं महसूस हुई। इस बात की तरफ़ उसका ध्यान दिलाया गया था कि उसने हो सकता है कि उसका चेहरा न देखा हो। ऐसा है? समझी, इस बात से क्या फ़र्क पड़ता है कि उसने जेन विलकिंसन का चेहरा देखा या नहीं—वह जेन विलकिंसन थी। और यही बात दूसरे सवाल के बारे में। वह जानती है। और इसलिए वह सवालों के जवाब अपनी जानकारी की रौशनी में देती है, न कि इसलिए कि उसे सभी तथ्य याद हैं। जो गवाह सकारात्मक हो उसको हमेशा सन्देह से देखना चाहिए, मेरे दोस्त। अनिश्चित गवाह वह होता है जिसे याद नहीं होता है, जो अपनी बात को लेकर निश्चित नहीं होता है, वह एक मिनट सोचेगा—उसके ऊपर ज़रूर ज़्यादा भरोसा करना चाहिए!’
‘मेरे प्यारे पॉयरो,’ मैंने कहा। ‘तुमने क़त्ल को लेकर मेरे सारे विचारों को गड्डमगड्ड कर दिया।’
‘जब मैंने उससे यह सवाल पूछा कि लार्ड एजवेयर दुबारा शादी करना चाहते थे या नहीं तो जवाब में उसने इस विचार को ही हवा में उड़ा दिया—सिर्फ़ इसलिए कि यह बात उसके दिमाग़ में कभी नहीं आयी थी। वह इस बात को याद भी नहीं रखना चाहेगी अगर उस तरफ़ इशारा करने वाली कुछ बातें उसे दिखायी भी दी हों। इसलिए हम अब भी वहीं हैं जहाँ हम पहले थे।’
‘लेकिन जब तुमने उससे यह पूछा कि उसने जेन विलकिंसन का चेहरा नहीं देखा था तब इस बात से उसे एकदम झटका नहीं लगा था,’ मैंने कुछ सोचते हुए टिप्पणी की।
‘नहीं। इसलिए तो मैंने यह तय पाया कि वह उन लोगों में है जो ईमानदारी से गलत होते हैं, न कि जान-बूझ कर झूठ बोलने वाले। मुझे जान-बूझ कर झूठ बोलने का कोई उद्द्देश्य नहीं दिखायी देता है—सच में यह एक विचार भर है।’
‘क्या?’ मैंने बेचैनी से पूछा।
लेकिन पॉयरो ने बस सर हिला दिया।
‘आह यह विचार मेरे दिमाग़ में अपने आप आया। लेकिन यह असम्भव है—बहुत असम्भव है।’
और उसने कुछ आगे कहने से मना कर दिया।
‘लगता है वह उस लड़की को बहुत चाहती है,’ मैंने कहा।
‘हाँ। वह यह तय कर चुकी थी कि वह उस बातचीत में हमारी मदद करेगी। तुम्हारा गेराल्दीन मार्श के बारे में क्या ख़याल है, हेस्टिंग्स?’
‘मुझे उसके लिए अफ़सोस होता है—गहरा अफ़सोस होता है।’
‘तुम्हारा दिल बड़ी जल्दी पसीज जाता है, हेस्टिंग्स। जब भी कोई औरत मुश्किल में होती है तुमको दुःख होता है।’
‘क्या तुमको नहीं होता?’
उसने धीरे से सर हिला दिया।
‘हाँ—उसका जीवन सुखी नहीं रहा है। यह उसके चेहरे पर साफ़ लिखा हुआ है।’
‘ख़ैर कुछ भी हो,’ मैंने गर्मजोशी के साथ कहा, ‘तुमको यह बात समझ में आ जायेगी कि जेन विलकिंसन का सुझाव कितना बेतुका था—कि उस लड़की का इस अपराध से कुछ लेना-देना है...’
‘इसमें कोई सन्देह नहीं है कि उसका बहाना सन्तोषजनक है, लेकिन जैप ने अभी मुझे यह बात बतायी नहीं है।’
‘मेरे प्यारे पॉयरो—तुम यह कहना चाहते हो कि उससे मिलने के बाद, उसे बातें करने के बाद भी तुमको उसकी बातों से पूरा सन्तोष नहीं हुआ इसलिए तुम उसको बहाना कह रहे हो?’
‘उससे मिलने और बात करने से क्या फ़र्क पड़ता है? हम यह समझ पाये कि उसको बहुत सारी तकलीफ़ों से गुजरना पड़ा है, उसने इस बात को मान लिया कि वह अपने पिता से नफ़रत करती थी, कि उसकी मौत से उसे ख़ुशी हुई। और वह इस बात को लेकर बहुत असहज थी कि उसने हमसे कल सुबह क्या कहा होगा। और इसके बाद भी तुम यह कहते हो कि किसी तरह के बहाने की कोई ज़रूरत नहीं।’
‘उसने जिस तरह से खुल कर बातें कीं उसी से उसकी निर्दोषिता साबित हो जाती है। ‘खुल कर बातें करना उसके परिवार का स्वभाव है नये लार्ड एजवेयर ने किस तरह से अपन पत्ते खोले थे।’
‘हाँ उसने किया था,’ याद करके मुस्कुराते हुए मैंने कहा। ‘बहुत मौलिक तरीका।’
पॉयरो ने सर हिलाया।
‘उसने—क्या कहते हैं—कि हमारे सामने की जमीन काट दी।’
‘नीचे से,’ मैंने सही करते हुए कहा। ‘हाँ—उसकी वजह से लग रहा था जैसे हम बेवकूफ़ बन गये।’
‘क्या अजीब बात है। तुमको हो सकता है लगा हो कि हम बेवकूफ़ बन गये। मुझे तो बिलकुल बेवकूफ़ बनने जैसा नहीं लगा। इसके विपरीत, मैंने उसकी बातों के ऊपर ध्यान ही नहीं दिया।’
‘सच में?’ मैंने सन्देह के साथ कहा, क्योंकि मैंने उसके चेहरे पर तब ऐसा कोई भाव देखा हो ऐसा मुझे याद नहीं आ रहा था।
‘मैं सुनता रहा—सुनता रहा, और आख़िर में मैंने उससे कुछ ऐसा सवाल पूछा था जिसका उसकी बातों से कोई लेना-देना नहीं था लेकिन जिसे सुन कर वह हमारे बहादुर महाशय असहज हो गये थे। तुमने नहीं देखा, हेस्टिंग्स।’
‘मुझे लगता है कि कार्लोता एडम्स के मरने की ख़बर को सुनकर उसके चेहरे पर जो डर था या जो हैरानी थी वह सही थी,’ मैंने कहा। ‘मुझे लगता है कि तुम कहोगे कि उसने बहुत अच्छी एक्टिंग की थी।’
‘कहना असम्भव है। लेकिन लग रहा था कि सही है।’
‘तुमको क्या लगता है कि उसने हम लोगों के सामने सारी बातें यूँ ही पागलपन में कह दी थीं? महज मज़े के लिए?’
‘यह सम्भव है। तुम अंग्रेजों का मज़ाक करने का अन्दाज़ भी बहुत अलग-सा होता है। लेकिन यह उसकी नीति भी हो सकती है। जिन बातों को छिपाया जाता है उनके ऊपर सन्देह होना लाज़िमी है। सच्चाई यह है कि जो बातें इस तरह से खुलकर बतायी जाती हैं उनको ज़्यादा तरजीह नहीं दी जाती है जितनी के वे लायक होती हैं।’
‘चाचा के साथ उसका आज की सुबह का झगड़ा, उदाहरण के लिए?’
‘साफ़ है। वह जानता है कि इन बातों का खुल जाना लाज़िमी होता है। इसलिए वह उनको ख़ुद सामने ले आये।’
‘वह उतना बेवकूफ़ नहीं जितना कि लग रहा था।’
‘अरे नहीं, वह बेवकूफ़ तो बिलकुल नहीं है। जब उसे ज़रूरत होती है तो उसके पास अधिक दिमाग़ हो जाता है। वह तुरन्त भाँप लेता है कि वह कहाँ खड़ा है और वह उसी के मुताबिक़ अपने पत्ते मेज़ पर रखता है। तुम तो ब्रिज खेलते हो हेस्टिंग्स। बताओ कि कोई ऐसा कब करता है?’
‘तुम भी तो ब्रिज खेलते हो,’ मैंने हँसते हुए कहा। ‘तुम अच्छी तरह से जानते हो कि जब ट्रिक तुम्हारे ही चुके होते हैं और तुम समय बचाना चाहते हो और चाहते हो कि नया खेल शुरू किया जाये।’
‘हाँ, दोस्त यह सब बहुत सही है। लेकिन कभी-कभी कोई और कारण भी होता है। जब मैं अंगरेज महिलाओं के साथ खेल रहा होता हूँ तब मैंने भी एकाध बार ऐसा किया है। इसमें जरा-सा सन्देह है। कई बार वे कार्ड फेंकते हुए कहती हैं कि अच्छा अब सारा का सारा मेरा है। और कार्ड इकठ्ठा करके नया खेल बनाती हैं। और सम्भव है कि बाकी खिलाड़ी भी मान जायें, अगर उनमें अनुभव कम हो तो। यह सहज नहीं होता है, तुमको याद रखना चाहिए। इसके लिए ठीक से देखते रहने की ज़रूरत होती है। अगर खेल के बीच में ही दूसरे खेल के लिए पत्ते सजाने में कोई खिलाड़ी यह भी सोच सकता है कि अगर खेल और आगे चलता तो ऐसा हो सकता था, वैसा हो सकता था।’
‘तुम ऐसा सोचते हो?’
‘मुझे लगता है हेस्टिंग्स कि बहुत अधिक बहादुरी मज़ेदार होती है। और अब मुझे लगता है कि कुछ खा लेना चाहिए। और उसके बाद, करीब 9 बजे मैं एक जगह और जाना चाहता हूँ।’
‘कहाँ?’
‘पहले हम खाना खायेंगे, हेस्टिंग्स। और जब तक हम अपनी कॉफ़ी नहीं पीने लगते हैं तब तक हम इस मामले को लेकर चर्चा नहीं करेंगे। जब खाना खा रहे हों तो दिमाग़ को पेट की गुलामी में रहना चाहिए।’
पॉयरो अपने शब्दों की ही तरह से अच्छा था। हम सोहो में एक छोटे से रेस्तरां में गये, जहाँ उसको सब जानते थे, जहाँ हमने ऑमलेट, चिकेन खाया।
उसके बाद जब हम कॉफ़ी पी रहे थे तब टेबल की दूसरी तरफ़ से वह मुझे देख कर प्यार से मुस्कुराया।
‘मेरे प्यारे दोस्त,’ उसने कहा। ‘मैं तुम्हारे ऊपर उससे कहीं अधिक निर्भर करता हूँ जितना कि तुम सोचते हो।’
मैं उसकी इस बात को सुनकर खुश भी हुआ और उलझन में भी पड़ गया। उसने इससे पहले मुझे इस तरह का कुछ नहीं कहा था। कभी-कभी अन्दर-ही-अन्दर मुझे बुरा भी लगता था। ऐसा लगता था कि मेरी बुद्धि को गलत साबित करने के लिए वह कुछ भी करता था।
हालाँकि मुझे यह तो नहीं लगता था कि उसकी अपनी समझ कमजोर पड़ रही थी, लेकिन मुझे यह लगने लगा था कि वह मेरे ऊपर पहले से अधिक भरोसा करने लगा था।
‘हाँ,’ उसने सपनीले अन्दाज़ में कहा। ‘हो सकता है कि तुम हमेशा चीज़ों को उसी रूप में समझ नहीं पाते हो लेकिन अकसर तुम उस तरफ़ इशारा कर देते हो।’
मेरा अपने कानों के ऊपर विश्वास नहीं हो रहा था।
‘सच में पॉयरो,’ मैं हकला गया। ‘मैं बहुत खुश हूँ, कि मुझे किसी-न-किसी तरह तुमसे बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है—’
उसने गर्दन हिला दी।
‘तुमने कुछ नहीं सीखा है।’
‘ओह!’ मुझे जैसे झटक-सा लगा।
‘यही बात है। कोई भी इनसान दूसरे इनसान से नहीं सीख सकता है। हर इनसान को कोशिश यह करनी चाहिए कि वह अपनी क्षमता का विकास करे, बजाय इसके कि वह दूसरों की नक़ल करे। मैं यह नहीं चाहता कि तुम दूसरे पॉयरो बनो या उससे कमतर रहो। मैं यह चाहता हो कि तुम सर्वश्रेष्ठ हेस्टिंग्स बनो। तुम्हारे अन्दर मुझे एक समान्य दिमाग़ दिखायी देता है जो भरपूर समझ की क्षमता रखता है।’
‘मैं असामान्य तो नहीं हूँ न,’ मैंने कहा।
‘नहीं। नहीं। तुम बहुत हद तक सन्तुलित हो। तुम्हारी बुद्धि अलग से दिखायी देती है। तुमको समझ में आता भी है कि मेरे लिए इन सबका मतलब क्या है? जब कोई अपराधी अपराध करने जाता है तो उसकी पहली कोशिश धोखा देने की होती है। वह किसको धोखा देना चाहता है? उसके दिमाग़ में छवि सामान्य आदमी की होती है। ऐसी कोई चीज़ नहीं होती है—यह गणित के अमूर्तन की तरह है। लेकिन तुम इस बात के बहुत करीब आ चुके हो कि यह सम्भव लगे। कई बार ऐसे पल आते हैं जब तुम अपने सामान्य से ऊपर उठ जाते हो, कभी-कभी, कहने के लिए माफ़ करना, तुम दिमाग़ी तौर पर काफ़ी सुस्त हो जाते हो, लेकिन कुल मिला कर, तुम बहुत साफ़ तौर पर सामान्य हो। इसका मुझे फ़ायदा कैसे होता है? सामान्य है कि इस रूप में। जैसे कोई आईने में देखता है उसी तरह मैं तुम्हारे दिमाग़ में वह पढ़ लेता हूँ जो कि कोई अपराधी समझता है कि मैं विश्वास करूँ। इससे मुझे बहुत फ़ायदा होता है और सुझाव भी मिलता है।’
मैं इस बात को समझ नहीं पाया। मुझे ऐसा लगा कि पॉयरो जैसे बात कर रहा था वह शायद ही तारीफ़ कहलाये। हालाँकि, उसने मुझे इस भ्रम से जल्दी ही मुक्त कर दिया।
‘मैंने ठीक तरह से अपनी बात नहीं कही,’ उसने जल्दी से कहा। ‘अपराधियों के दिमाग़ को समझने की तुम्हारे अन्दर गहरी सूझ है जो मेरे अन्दर नहीं है। तुम मुझे वह दिखा देते हो जो कि कोई अपराधी चाहता है कि मैं देखूँ। यह बहुत बड़ा तोहफ़ा है।’
‘सूझ,’ मैंने सोचते हुए कहा, ‘हाँ, शायद मेरे अन्दर सूझ है।’
मैंने मेज़ की दूसरी तरफ़ उसकी तरफ़ देखा। वह अपनी छोटी सिगरेट पी रहा था और मुझे बहुत आदर के साथ देख रहा था।
‘सच में, हेस्टिंग्स, मैं तुमको बहुत चाहता हूँ’ वह फुसफुसाया।
मुझे ख़ुशी तो हुई लेकिन झेंप भी आयी और मैंने जल्दी से विषय बदल देना चाहा।
‘आओ’ मैंने व्यावसायिक अन्दाज़ में कहा। ‘अब इस मामले में बात करते हैं।’
‘ठीक है’ उसने सिगरेट का कश लिया और अपने सर को पीछे झटका दिया।
‘पहले मुझे यह सवाल पूछने दो,’ उसने कहा।
‘हाँ,’ मैंने बेचैनी के साथ पूछा।
‘तुमको भी कोई सन्देह नहीं है?’
‘बिलकुल,’ मैंने कहा। और पीछे झुकते हुए अपनी आँखों को सिकोड़ते हुए मैंने पूछा :
‘लार्ड एजवेयर को किसने मारा था?’
पॉयरो झट से तनकर बैठ गया और ज़ोर-ज़ोर से अपना सर हिलाने लगा।
‘नहीं, नहीं। एकदम नहीं। यह एक सवाल है? तुम किसी ऐसे इनसान की तरह हो जो जासूसी कहानियाँ पढ़ता हो और जो बिना किसी तुक के ही हर पात्र के बारे में अनुमान लगाने लगता है। एक बार, मैं मानता हूँ कि, मुझे ख़ुद भी यही करना पड़ा था। वह बहुत असाधारण मामला था। मैं तुमको जल्दी ही उसके बारे में बताऊँगा। यह मेरे टोपी में एक कलगी की तरह है। लेकिन हम किसके बारे में बातचीत कर रहे थे?’
‘उस सवाल के बारे में जो तुम अपने आप से पूछ रहे थे,’ मैंने बड़ी रुखाई से जवाब दिया। मेरे मन में तो था कि उससे यह कहूँ कि पॉयरो का असली उपयोग यह है कि उसे एक सहयोगी दे दें जिसके ऊपर वह रोब गाँठ सके, लेकिन मैंने अपने आपको रोक लिया। अगर वह यह चाहता था कि उनको आजमाये तो उसको आजमाने देते हैं।
‘आओ,’ मैंने कहा। ‘आओ उनको सुनते हैं।’
आदमी के घमण्ड को यही तो चाहिए था। वह फिर से उठंग कर बैठ गया और अपने पहले वाले अकड़ में आ गया।
‘पहले सवाल के ऊपर हम पहले ही चर्चा कर चुके हैं। लार्ड एजवेयर ने तलाक के सवाल पर अपना दिमाग़ क्यों बदल लिया था? इस विषय में मेरी दो तरह की राय है। एक के बारे में तुमको पता है।
दूसरा सवाल मैं ख़ुद से पूछता हूँ वह यह कि उस चिट्ठी का क्या हुआ? यह बात किसके हित में थी कि लार्ड एजवेयर और उसकी पत्नी साथ-साथ बने रहें?
‘तीन, कल जब लाइब्रेरी से निकलते समय तुमने पीछे मुड़कर उसे देखा था उस समय उसके चेहरे पर किस तरह का भाव था? तुम्हारे पास इसका कोई जवाब है हेस्टिंग्स?’
मैंने अपना सर हिलाया।
‘मैं नहीं समझ सकता।’
‘तुमको पक्का यह लगता है कि तुम इस बात के बारे में नहीं सोच पाये? कभी कभी, हेस्टिंग्स, तुम्हारी कल्पना बहुत आगे तक सोचती है।’
‘नहीं, नहीं,’ मैंने अपना सर ज़ोर ज़ोर से हिलाया। ‘मुझे पक्का लगता है कि मुझसे कोई गलती नहीं हुई थी।’
‘फिर यह एक ऐसी बात है जो विस्तार की माँग करती है। मेरा चौथा सवाल चश्मे को ले कर है। न तो जेन विलकिंसन न ही कार्लोता एडम्स चश्मा पहनती हैं। फिर कार्लोता एडम्स के बैग में चश्मा क्या कर रहा था?’
‘और मेरा पाँचवाँ सवाल है। किसी ने फ़ोन करके यह क्यों पता किया कि चीस्वीक में जेन विलकिंसन हैं या नहीं और वह कौन था?’
‘मेरे दोस्त ये ऐसे सवाल हैं जो जिनसे मैं जूझ रहा हूँ। अगर मैं इन सवालों का जवाब दे पाऊँ तो मुझे दिमाग़ में अच्छा महसूस होगा। अगर मैं कोई ऐसा तर्क ही इजाद कर पाया जो इस बात को सन्तोषजनक ढंग से सही ठहरा पाया तो मेरे दिल को उतनी तकलीफ़ नहीं होगी।’
‘ये कुछ और सवाल हैं,’ मैंने कहा।
‘जैसे?’
‘कार्लोता एडम्स को यह काण्ड करने के लिए किसने उकसाया? उस शाम दस बजे से पहले और उसके बाद कहाँ थी? वह डी. कौन है जिसने उसे सुनहरा बॉक्स दिया?’
‘ये सवाल अपने आप में मौजूद हैं,’ पॉयरो ने कहा। ‘इनमें कोई बड़ी बात नहीं है। ये कुछ ऐसी बातें हैं जिनके बारे में हम नहीं जानते हैं। ये तथ्य के सवाल हैं। हम इनके बारे में कभी भी जान सकते हैं। मेरा सवाल जरा मनोवैज्ञानिक है। जो दिमाग़ लगाने की माँग करता है—’
‘पॉयरो,’ मैंने बेचैनी से कहा। मुझे लगा कि मुझे उसे हर हाल में रोकना चाहिए। मैं उन्हीं बातों को फिर से सुनना नहीं चाहता था। ‘तुम कह रहे थे कि आज रात तुम कहीं जाना चाहते थे?’
पॉयरो ने अपनी घड़ी की तरफ़ देखा।
‘सच,’ उसने कहा। ‘मैं फ़ोन करके यह पूछ लूँगा कि अभी आना ठीक रहेगा।’
वह बाहर गया और कुछ मिनट में लौटकर आ गया।
‘आओ,’ उसने कहा। ‘सब ठीक है।’
‘हम जा कहाँ रहे हैं?’ मैंने पूछा।
‘सर मौन्तेग्यु कॉर्नर के घर, चीसवीक में। मुझे उस टेलीफ़ोन कॉल के बारे में और अधिक जानकारी चाहिए।’
अध्याय 15
सर मौन्तेग्यु कॉर्नर
जब हम चीसवीक नदी के किनारे सर मौन्तेग्यु कॉर्नर के घर पहुँचे तब तक करीब दस बज चुके थे। वह एक बहुत बड़ा घर था। हमें एक बहुत ही ख़ूबसूरत से हॉल में ले जाया गया। हमारी दायीं तरफ़ एक खुला दरवाज़ा था जिससे हमें डाइनिंग रूम दिखायी दे रहा था, जिसमें बड़ी-सी मेज़ थी जिसके ऊपर मोमबत्तियाँ जल रही थीं।
‘आप इस तरफ़ आयेंगे, प्लीज़?’
ख़ानसामा उनको चौड़ी सीढ़ियों से लेकर पहले माले पर एक कमरे में गया जिससे नदी दिखायी दे रही थी।
‘मि. हरक्यूल पॉयरो,’ ख़ानसामे ने कहा।
वह बहुत अच्छी तरह से बनाया हुआ कमरा था, और उस कमरे की हलकी रौशनी में पुराने जमाने जैसा माहौल लग रहा था। उस कमरे में एक तरफ़ ब्रिज का टेबल था, खुली खिड़की के पास, और उसके चारों तरफ़ चार लोग बैठे हुए थे। जब हम कमरे में गये तो उनमें से एक हमारी तरफ़ उठकर आया।
‘आपसे मिलकर बहुत ख़ुशी हुई मि. पॉयरो।’
मैंने सर मौन्तेग्यु कॉर्नर की तरफ़ कुछ दिलचस्पी से देखा। वह देखने से ही यहूदी लगता था, बहुत छोटी-छोटी चमकती आँखें और सर पर अच्छी तरह से सँवारे गये नकली बाल। वह एक छोटे कद के आदमी थे—अधिक से अधिक पाँच फीट 8 इंच के, मुझे कहना चाहिए। उनका बर्ताव काफ़ी हद तक प्रभावित लग रहा था।
‘मैं आपका परिचय मिस्टर और मिसेज विडबर्न से करवाता हूँ।’
‘हम पहले भी मिल चुके हैं,’ मिसेज विडबर्न ने कहा।
‘और मिस्टर रोज़।’
रोज़ करीब 22 साल का नौजवान था और जिसका चेहरा खुशनुमा था और बाल चमकीले।
‘मैंने आपके खेल में खलल डाला, इसके लिए बहुत माफ़ी चाहता हूँ,’ पॉयरो ने कहा।
‘बिलकुल नहीं। हमने अभी खेल शुरू नहीं किया था। हम खेल शुरू करने के बारे में सोच रहे थे, कॉफ़ी पियेंगे मि. पॉयरो।’
पॉयरो ने मना कर दिया लेकिन पुरानी ब्रांडी के लिए पूछे जाने पर उसने ले लिया। वह बहुत ही बढ़िया जाम में लाया गया।
हम पीते रहे और सर मौन्तेग्यु बातें करते रहे।
उन्होंने जापानी छापे, चीनी रोगन, फारस की कालीन, फ्रांस के आधुनिक संगीत और आइन्स्टाइन के दर्शन के बारे में बातें कीं।
फिर वे पीछे आकर बैठ गये और हमें देखकर मुस्कुराने लगे। उनको बहुत मज़ा आ रहा था। हलकी रौशनी में वे किसी मध्यकालीन जिन्न की तरह लग रहे थे। कमरे में हर तरफ़ कला और संस्कृति के निशान बिखरे हुए थे।
‘और अब, सर मौन्तेग्यु,’ पॉयरो ने कहा, अब मैं आपकी भलमनसाहत का अधिक फ़ायदा नहीं उठाऊँगा बल्कि अब मैं आपको अपने आने का कारण बताऊँगा।’
सर मौन्तेग्यु ने अपने हाथ हिलाकर कहा।
‘कोई जल्दी नहीं है। समय बहुत है अभी।’
‘इस घर में किसी को हमेशा यही लगता है,’ मिसेज विडबर्न ने कहा। ‘बहुत अच्छा।’
‘मुझे कोई दस लाख पौंड दे तो भी मैं लन्दन में नहीं रहूँगा,’ सर मौन्तेग्यु ने कहा। ‘यहाँ पुराने जमाने का माहौल और उसकी शान्ति है—आह—हमने इस शोर शराबे के जमाने में अपने आपको इसके पीछे छिपा रखा है।’
अचानक एक शरारती ख़याल मेरे अन्दर कौंधा कि मानो कोई सच में मौन्तेग्यु को दस लाख पौंड दे दे तो शायद यह पुराने जमाने की शान्ति दीवार के पीछे चली जाये, लेकिन मैंने इस तरह के बेसिरपैर के ख़याल को पीछे छोड़ दिया।
‘पैसा आख़िर होता ही क्या है?’ मिसेज विडबर्न ने फुसफुसाते हुए कहा।
‘आह!’ मिस्टर विडबर्न ने कुछ सोचते हुए कहा, और ख़यालों में अपने जेब में सिक्कों को बजाने लगे।
‘चार्ल्स,’ मिसेज विडबर्न ने शिकायती अन्दाज़ में कहा।
‘सॉरी,’ मिस्टर विडबर्न ने कहा और रुक गये।
‘ऐसे माहौल में अपराध की बात करना मुझे लगता है क्षमा करने लायक नहीं है,’ पॉयरो ने माफ़ी माँगने के अन्दाज़ में कहा।
‘बिलकुल नहीं,’ सर मौन्तेग्यु ने उदारता से हाथ हिलाकर कहा। ‘अपराध कला हो सकती है। जासूस कलाकार। मैं पुलिस की बात नहीं कर रहा। आज एक इन्स्पेक्टर आया था। बड़ा बेचैन किस्म का इनसान था। उदाहरण के लिए, उसे बेनवेनुतो सेलिनी के बारे में भी नहीं पता था।’
‘वह जेन विलकिंसन के बारे में पूछताछ कर रहा था, मेरे ख़याल से,’ मिसेज विडबर्न ने उत्सुकता जताते हुए कहा।
‘उस औरत के लिए यह किस्मत की बात थी कि कल रात आपके घर में थी,’ पॉयरो ने कहा।
‘तो ये बात है,’ सर मौन्तेग्यु ने कहा। ‘मैंने उसे यहाँ इसलिए बुलाया था क्योंकि वह सुन्दर है, हुनरमन्द है और शायद मैं उसका कुछ बेहतर उपयोग कर पाऊँ। वह प्रबन्धन में जाने के बारे में सोच रही थी। लेकिन ऐसा लगता था कि मैं उसका किसी और तरह से इस्तेमाल करने के लिए अभिशप्त था।’
‘जेन की किस्मत अच्छी थी,’ मिसेज विडबर्न ने कहा। ‘वह एजवेयर से पीछा छुड़ाने के लिए जी जान से लगी हुई थी और कोई आया और उसने उसकी मुश्किल हल कर दी। वह अब मेर्तन के युवा ड्यूक से शादी कर लेगी। सब यही कह रहे हैं। ड्यूक की माँ तो इस बात से पगलाई हुई है।’
‘मैं उससे बहुत प्रभावित हुआ,’ सर मौन्तेग्यु ने कहा। ‘उसने ग्रीक कला के बारे में कई बुद्धिमत्तापूर्ण टिप्पणी कीं।’
मैं जेन के हाँ और ना कहने के अन्दाज़ को याद करके अपने आप में मुस्कुरा रहा था। सच में उसकी जादुई भारी आवाज़ में कितना अच्छा लगता है। सर मौन्तेग्यु उस तरह के आदमी थे जिनको अपनी टिप्पणी भी पूरे ध्यान से सुनना अच्छा लगता है।
‘एजवेयर अजीब आदमी थे, हर तरह से,’ विडबर्न ने कहा। ‘मैं यह कहना चाहता हूँ कि उनके कई दुश्मन भी थे।’
‘यह सही है मि. पॉयरो,’ मिसेज विडबर्न ने पूछा, ‘कि किसी ने उनके दिमाग़ के पिछले हिस्से में चाकू घुसा दिया।’
‘एकदम सही मैडम। यह बहुत करीने से किया गया था—बहुत वैज्ञानिक तरीके से भी।’
‘मैंने ध्यान दिया मि. पॉयरो कि आपको यह बताने में कलात्मक ख़ुशी मिल रही थी,’ सर मौन्तेग्यु ने कहा।
‘और अब,’ पॉयरो ने कहा। ‘मुझे यहाँ आने के असल उद्देश्य पर आने दीजिये। लेडी एजवेयर जब यहाँ डिनर के लिए आयी थीं तब उनके लिए एक फ़ोन आया था। मैं उसी फ़ोन कॉल के बारे में जानकारी हासिल करने आया हूँ। शायद आपने अपने यहाँ काम करने वालों से मुझे इस मसले में पूछताछ करने दें?’
‘बिलकुल। बिलकुल। रोज़ जरा घण्टी दबा दो।’
घण्टी की आवाज़ सुनकर ख़ानसामा दौड़ कर आया। वह एक लम्बा अधेड़ किस्म का इनसान था जो देखने में पादरी जैसा लग रहा था।
सर मौन्तेग्यु ने इस बात का ख़ुलासा किया कि किस बात की ज़रूरत थी। वह ख़ानसामा पॉयरो की तरफ़ विनम्र मुद्रा में मुड़ गया।
‘जब फ़ोन आया था तब उसे किसने उठाया था?’ पॉयरो ने शुरुआत की।
‘मैंने ख़ुद उठाया था, सर, टेलीफ़ोन हॉल के बाहर था।’
‘जिस आदमी ने फ़ोन किया था उसने यह पूछा था कि लेडी एजवेयर से बात करनी है या यह कि मिस जेन विलकिंसन से?
‘लेडी एजवेयर से सर।’
‘उसने सही सही क्या कहा था?’
ख़ानसामे ने कुछ देर सोचा।
‘जहाँ तक मुझे याद आता है सर, मैंने हेलो कहा। दूसरी तरफ़ से एक आवाज़ ने पूछा कि यह चीसवीक 43434 है। मैंने जवाब दिया कि हाँ। तब उसने मुझे कहा कि मैं लाइन होल्ड पर रखूँ। फिर एक और आवाज़ ने पूछा कि क्या यह चीसवीक 43434 था और जब मैंने हाँ कहा तो उस आवाज़ ने पूछा कि क्या लेडी एजवेयर वहाँ खाना खा रही थीं?’ मैंने जवाब दिया कि हाँ मैडम वहाँ खा रही थीं। तब उस आवाज़ ने कहा, मेरी उनसे बात करवा दीजिये प्लीज, मैंने जाकर मैडम को बताया जो उस समय डिनर टेबल पर बैठी हुई थीं। वह उठीं और मैंने उनको जाकर बताया कि फ़ोन कहाँ पर था।’
‘और फिर?’
‘मैडम ने फ़ोन उठाया और कहा—हेलो! कौन बोल रहा है? और फिर उन्होंने कहा : ‘जी हाँ, मैं लेडी एजवेयर बोल रही हूँ। मैं मैडम को वहाँ छोड़कर जाने ही वाला था कि उन्होंने मुझे बुलाकर कहा कि फ़ोन कट गया। उन्होंने बताया कि किसी ने हँसते हुए फ़ोन रख दिया था। उन्होंने मुझसे पूछा कि जिस आदमी ने फ़ोन किया था क्या उसने अपना नाम बताया था। उन्होंने नहीं बताया था। बस यही हुआ था सर।’
पॉयरो अपने आप पर झुँझला गया।
‘आपको सच में लगता है कि उस फ़ोन कॉल का हत्या से कोई लेना-देना था, मि. पॉयरो?’ मिसेज विडबर्न ने कहा।
‘कह पाना असम्भव है, मैडम। लेकिन यह एक अजीब संयोग है।’
‘कई बार लोग मज़ाक के लिए भी फ़ोन करते हैं। यह मेरे साथ हो चुका है।’
‘सम्भव हो सकता है मैडम।’
उसने ख़ानसामे से एक बार फिर बात की।
‘जिसने फ़ोन किया था वह आवाज़ मर्द की थी या औरत की?’
‘किस तरह की आवाज़ थी, हल्की या भारी?’
‘धीमी सर। सतर्क और काफ़ी अलग तरह की,’ कहते हुए वह रुका। ‘हो सकता है सर यह महज मेरी कल्पना हो लेकिन आवाज़ विदेशी लग रही थी। उसकी आवाज़ में आर का उच्चारण बहुत ख़ास था।’
‘जहाँ तक लगता है वह आवाज़ स्कॉट आवाज़ रही होगी, डोनाल्ड।’ मिसेज विडबर्न ने रोज़ के ऊपर मुस्कुराते हुए कहा।
रोज़ हँसने लगे।
‘मैं दोषी नहीं हूँ,’ उसने कहा। ‘मैं तो डिनर टेबल पर था।’
पॉयरो ने एक बार फिर से ख़ानसामे से बात की।
‘क्या तुमको लगता है कि उस आवाज़ को फिर कहीं सुनने पर तुम पहचान लोगे?’
ख़ानसामा झिझका।
‘मैं ठीक से कह नहीं सकता हूँ सर। हो सकता है मैं कर लूँ। मुझे लगता है कि शायद मैं उसे पहचान लूँ।’
‘शुक्रिया, मेरे दोस्त।’
‘शुक्रिया सर।’
ख़ानसामे ने झुककर अभिवादन किया और सीधा हो गया।
सर मौन्तेग्यु कॉर्नर बहुत दोस्ताना ढंग से पुराने जमाने का माहौल बनाये हुए थे। उन्होंने हमें इसके लिए तैयार किया कि हम वहीं रुकें और ब्रिज खेलें। मैंने ख़ुद को माफ़ किया—वहाँ दाँव उससे कहीं अधिक था जितना कि मैं लगा सकता था। नौजवान रोज़ ने भी राहत की साँस ली कि उसका दाँव कोई और लेने वाला था। वह और मैं बैठे हुए देख रहे थे जबकि बाक़ी चार खेलने लगे। उस शाम जब खेल ख़त्म हुआ तो सर मौन्तेग्यु और पॉयरो बहुत अधिक पैसे बना चुके थे।
फिर हमने अपने मेज़बान का शुक्रिया अदा किया और वहाँ से विदा ली। रोज़ हमारे साथ आया।
‘बहुत अजीब आदमी है यह छोटा आदमी,’ पॉयरो ने बाहर आकर कहा।
रात अच्छी थी। और हमने यही तय किया कि बजाय टैक्सी के लिए फ़ोन करने के तब तक पैदल चला जाये जब तक कि कोई टैक्सी न मिल जाये।
‘हाँ, अजीब आदमी था यह नाटा आदमी,’ पॉयरो ने एक बार फिर कहा।
‘एक बहुत अमीर छोटा आदमी,’ रोज़ ने कहा।
‘मेरे ख़याल से।’
‘ऐसा लगता है कि उसने मुझे बहुत प्रभावित किया है,’ रोज़ ने कहा। उम्मीद करता हूँ कि यह कायम रहे। आपके पीछे उसके जैसा आदमी काफ़ी मायने रखता है।’
‘क्या आप एक्टर हैं मिस्टर रोज़?’
रोज़ ने बताया कि हाँ वह था। उसे इस बात से उदासी हुई कि उसका नाम सुनते ही इस बात की तरफ़ ध्यान क्यों नहीं गया। हाल में रूसी भाषा से अनूदित नाटकों में उसकी ख़ूब तारीफ़ें हुई थीं।
बाद में जब पॉयरो और मेरे बीच वह कुछ सामान्य हुआ तो पॉयरो ने उससे यूँ ही पूछ लिया :
‘क्या तुम कार्लोता एडम्स को जानते हो?’
‘नहीं। मैंने आज रात अख़बार में देखा कि उनकी मौत की ख़बर छपी थी। किसी ड्रग का ओवरडोज ले लिया था। ये लड़कियाँ जिस तरह से नशा करती हैं वह बेवकूफ़ाना ही है।’
‘हाँ, यह दुःख की बात है। वह चालाक भी थी।’
‘मेरे ख़याल से।’
उसमें यह आदत नहीं थी कि वह अपने अलावा किसी और की एक्टिंग के ऊपर ध्यान ही न दे।
‘तुमने उसका कोई शो देखा था?’ मैंने पूछा।
‘नहीं। इस तरह की चीज़ें हमारी लाइन में अधिक नहीं हैं। इस समय उसके लिए एक तरह का क्रेज़ है। लेकिन मुझे लगता नहीं है कि यह टिकने वाला है।’
‘आह!’ पॉयरो ने कहा। ‘टैक्सी आ गयी।’
उसने अपनी छड़ी हिलायी।
‘मुझे लगता है मुझे चल कर जाना चाहिए,’ रोज़ ने कहा। ‘मुझे हैमरस्मिथ से सीधा घर तक का ट्यूब मिल जायेगा।’
अचानक उसकी मुस्कराहट से लगा कि वह घबराया हुआ था।
‘अजीब बात है,’ उसने कहा। ‘कल रात का वह डिनर।’
‘हाँ?’
‘हम तेरह थे। कुछ लोग आख़िरी वक़्त में नहीं आ पाये। हमें डिनर के आख़िर तक समझ में नहीं आया।’
‘और सबसे पहले वहाँ से कौन गया था?’
उसने कुछ घबराहट भरी हँसी के साथ कहा :
‘मैं?’
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