जब तुम्हें एक ऐसा सदमा लगता है जो तुम्हारा खून निचोड़ ले, दिमाग सुन्न कर दे ओर शरीर को ठंडा कर दे, तब कहीं न कहीं तुममें कुछ खत्म हो जाता है ।

मैं बूथ की दीवार पर लगे हुए दर्पण में अपने आप को देखता हुआ खड़ा था । वह हैंडबैग मेरे हाथों में जकड़ा हुआ था । उन दो शीशे के चमकते हुए हरे टुकड़ों को देखते हुए, जिससे उस औरत का धूप का चश्मा बना हुआ था, उस वक्त जैसे मैं अपनी नजरों में गिर गया था ।

अचानक मैं सचेत हो गया । शराब का जो सुरूर मेरे दिमाग पर हावी हो गया था, वो खत्म हो गया । यह सब कुछ इस तरह से हुआ था, जैसे कोई तेज हथियार किसी महीन जाली को काट रहा था ।

‘अब वह बारमैन को बुलाएगी और वह नोटों का बंडल मेरी जेब से ढूंढ निकालेगा, फिर वह एक पुलिसवाले को बुलाएगा । एक बार अगर पुलिस आ गई तो वो मुझे किसी नाजुक से सामान की तरह अपनी सुरक्षा में लेकर वापस जेल में पहुँचा देगी, लेकिन अब की बार चार सालों के लिये नहीं । अब की बार यह सजा बड़ी, बहुत बड़ी होगी ।’

उसकी नाजुक सी उँगलियों ने बूथ के दरवाजे का शीशा धीरे से खटखटाया । मैंने हैंडबैग वापस शेल्फ में रख दिया और  पीछे घूमा । फिर मैंने दरवाजा खोल दिया ।

वह औरत मुझे बाहर आने के लिये जगह देने के लिये थोड़ा सा एक तरफ हट गई ।

“मेरे ख्याल से मैं अपना हैंडबैग यहाँ पर भूल गई हूँ ।” वह बोली ।

“जी, आपने सही कहा ।” मैंने कहा, “मैं इसे बारमैन को ही देने जा रहा था ।”

शायद सबसे अच्छी चीज जो मैं इस वक्त कर सकता था, वह यह थी कि मैं उस औरत को धक्का मार कर आगे बढ़ जाता और उसके बैग को खोलने से पहले और उसको यह पता लगने से पहले कि बैग से रुपये गायब थे, मैं बाहर गली में पहुँच जाता । एक बार गली में पहुँचने पर मैं वह नोटों का बंडल फेंक सकता था । तब उसकी मेरे बारे में की गई शिकायत झूठी साबित होती ।

मैंने बाहर की तरफ चलना शुरू किया, लेकिन  बीच में रुक गया । बारमैन काउंटर के पीछे से निकलकर सामने आ गया था और उसने बाहर जाने का रास्ता रोक दिया था । वो इस वक्त दुविधा में दिखाई दे रहा था । वह और आगे आ गया । उसका भारी भरकम शरीर अब मेरे और दरवाजे के बीच में अड़ा हुआ था ।

“क्या यह आदमी आपको परेशान कर रहा है, मैडम ?” उसने उस औरत से पूछा ।

उस औरत ने अपना सिर धीरे से इनकार में हिलाया । न जाने क्यों मुझे यह एहसास हो रहा था कि चाहे कितनी भी दिक्कत हो, यह औरत हमेशा अपना संतुलन और गरिमा बनाए रख सकती थी । 

“अरे, नहीं, मैं गलती से अपना बैग बूथ में भूल गई थी । ये भला आदमी इसे तुम्हें मेरे लिये संभाल कर रखने के लिये देने जा रहा था ।”

बारमैन ने मुझे संदेह की दृष्टि से देखा ।

“क्या यह सच है ?” वह बोला, “चलो, अगर यह आदमी ऐसा कहता है तो फिर ठीक है ।”

मैं किसी निर्जीव पुतले की तरह वहाँ पर खड़ा था । मेरा मुँह इतना सूख गया था कि अगर मैं चाहता तो भी कुछ नहीं बोल पाता ।

“मैडम, बैग में कोई कीमती चीज तो नहीं थी ?” बारमैन ने पूछा ।

“हाँ, मैं भी कितनी मूर्ख हूँ कि इसे यहाँ पर भूल गई थी ।”

उसकी आवाज बिल्कुल स्पष्ट और तेज थी । मैं सोच रहा था कि धूप के चश्मे के पीछे छुपी उसकी आँखें भी क्या इतनी ही तेज थीं ।

“कहीं कुछ गुम तो नहीं है ? क्या ये अच्छा नहीं रहेगा कि आप अपना बैग चेक कर लें ? मेरे ख्याल से यह बेहतर रहेगा ।”

मैं सोच रहा था कि उस बारमैन का एक तेज घूंसा मुझे वहाँ पर ढेर करने के लिये काफी था । मैंने निश्चय किया कि ऐसा नहीं होगा । ऐसा लग रहा था कि बारमैन अपने गुजरे दिनों में काफी मार-पिटाई का काम कर चुका था और उसकी खुराक का अंदाजा उसके बड़े डील-डौल से लग ही रहा था ।

वह मेरे बगल से गुजरते हुए बूथ के अंदर गई और उसने अपना बैग उठा लिया ।

उसे देखकर मेरा दिल जोर से धड़कने लगा । फिर उसने बूथ से बाहर कदम रखे, बैग खोला और उसके अंदर झाँक कर देखा । उसने अपनी नाजुक उंगलियों से, जिसके नाखूनों पर सिल्वर रंग की नेल पॉलिश लगी हुई थी, बैग का सामान बाहर निकाला । उसका चेहरा भावहीन था ।

बारमैन ने गहरी सांस ली । वह लगातार मुझे देखता रहा और फिर उसने महिला की तरफ देखा ।

उस औरत ने अपना सिर ऊपर उठाया ।

गया वो वक्त, मैंने मन ही मन सोचा अब से आधे घंटे बाद, मैं दोबारा जेल में होऊंगा 

“नहीं, कोई भी चीज गुम नहीं है ।” उसने कहा । उसने अपनी गर्दन मेरी तरफ घुमाई और बोली, “मेरे पर्स को सुरक्षित रखने के लिये बहुत-बहुत शुक्रिया । मैं अपनी चीजों के प्रति सच में बहुत-बहुत लापरवाह हूँ ।”

मैं खामोश रहा ।

बारमैन ने भी राहत की सांस ली और बोला, “फिर तो सब खैरियत है, मैडम ।”

“हाँ, थैंक्यू । मेरे ख्याल से इसके लिये पार्टी होनी चाहिए ।” उसने मेरी तरफ देखा । उसके हरे रंग के गॉगल्स के शीशों के पीछे उसकी आँखों में क्या था, मुझे कुछ पता नहीं चला । “क्या तुम मेरे साथ एक ड्रिंक लेना पसंद करोगे, मिस्टर बार्बर ।”

इसका मतलब वह जानती थी कि मैं कौन था! यह इतना परेशानी का सबब नहीं था । जिस दिन मैं जेल से रिहा हुआ, हेराल्ड में मेरी फोटो छपी थी और साथ में छपा था कि हत्या के आरोप में चार साल की सजा काटने के बाद मुझे रिहा कर दिया गया था । वे लोग साथ में यह लिखना भी नहीं भूले थे कि उस समय मैं शराब के नशे में धुत था । यह एक बड़ा सा फोटो था और फ्रंट पेज पर था, जहाँ किसी भी हेराल्ड के पढ़ने वाले की निगाहों से यह खबर बच नहीं सकती थी । यह एक ऐसी चाल थी, जिसे उसका मालिक क्यूबिट ही अपने शातिर दिमाग में सोच सकता था ।

उसकी आवाज के सख्त अंदाज ने ही मुझे यह एहसास करवा दिया कि उसके निमंत्रण को स्वीकार करने में ही मेरी भलाई थी । फिर भी मैं बोला “खैर, इसकी कोई आवश्यकता नहीं है, फिर भी थैंक्स ।”

वह बारमैन की तरफ मुड़ी ।

“दो हाईबाल ड्रिंक, खूब सारी बर्फ के साथ ।”

फिर वह बारमैन के पास से उठकर उस जगह पहुँची जहाँ मैं पहले बैठा था और वहाँ पर बैठ गई । मुझे उसके सामने बैठना पड़ा ।

उसने अपना बैग खोला । अपना गोल्ड का सिगरेट केस निकाला, उसे खोलकर उसने मुझे भी सिगरेट ऑफर की ।

मैंने एक सिगरेट ले ली । एक सिगरेट उसने भी ली । उसने अपने सोने के लाइटर से पहले मेरी सिगरेट सुलगाई और फिर अपनी । तब तक बारमैन ड्रिंक्स लेकर आ गया । उसने ड्रिंक्स टेबल पर रखे और चला गया ।

“कैसा लगता है, मिस्टर बार्बर, जेल से बाहर आकर ?” उसने अपने नथुनों से सिगरेट का धुआं छोड़ते हुए पूछा ।

“अच्छा लग रहा है ।”

“जहाँ तक मेरा ख्याल है कि अब तुम अखबार में काम नहीं करते ।”

“ये बात तो सही है ।”

उसने अपना जाम उठाया और बर्फ के टुकड़ों को हिलाया । उसने गिलास को इस तरह से तवज्जो दी, जैसे वह उसके लिये मुझ से ज्यादा महत्वपूर्ण था ।

“मैंने तुम्हें यहाँ पर आते हुए कई बार देखा है । मेरा बीच पर एक कैबिन है, उस तरफ ।” उसने अपनी उंगली से खिड़की की तरफ इशारा करते हुए कहा । 

“तब तो वह तुम्हारे लिये शानदार होगा ।”

उसने अपना ड्रिंक उठाया और एक घूंट अपने जाम में से पिया ।     

“इस बार में लगातार आने का मतलब यह है कि शायद तुम्हें अब तक नौकरी नहीं मिली है ।”

“यह सच है ।”

“क्या तुम्हें उम्मीद है कि जल्दी ही तुम्हें नौकरी मिल जाएगी ?”

“उम्मीद तो है ।”

“शायद, ये इतना आसान न हो ।”

“हाँ, ये तो है ।”

“अगर तुम्हें कोई नौकरी दी जाए तो क्या तुम्हें कबूल होगा ?”

मैंने उसकी तरफ असमंजस में देखा ।

“मैं समझा नहीं ! क्या तुम मुझे नौकरी का ऑफर दे रही हो ?”

“यह संभव हो सकता है । क्या तुम कोई काम करना चाहोगे ?”

मैंने अपना हाथ ड्रिंक की तरफ बढ़ाया, लेकिन मैंने अपना इरादा बदल दिया । मैं पहले ही काफी शराब पी चुका था ।

“मुझे क्या करना होगा ?”

“यह अच्छा-खासा पैसों वाला, बहुत ही गोपनीय और मामूली से खतरे वाला काम है । तुम्हें यह करते हुए डर तो नहीं लगेगा ?”

“तुम्हारा मतलब यह काम गैरकानूनी होगा ?”

“अरे नहीं ! यह गैरकानूनी नहीं होगा, इसमें ऐसा कुछ भी नहीं है ।”

“लेकिन तुम्हारी बात से तो मुझे कुछ भी स्पष्ट नहीं हुआ । फिर इसमें खतरे की बात कहाँ से आ गई ? मैं कोई भी काम करने को तैयार हूँ लेकिन तब, जब मुझे पता हो कि मैं क्या कर रहा हूँ ।”

“मैं समझती हूँ ।” उसने ड्रिंक का एक और घूंट पिया । “तुम ड्रिंक नहीं ले रहे हो, मिस्टर बार्बर ।”

“मुझे पता है तुम मुझसे कौन सा काम करवाना चाहती हो ?”

“मेरे पास अभी थोड़ा समय की कमी है, इसके अलावा ऐसी सीक्रेट बातों के लिये यह जगह ठीक भी नहीं है । क्या मैं तुम्हें फोन कर सकती हूँ ? हम किसी और जगह मिल सकते हैं, जहाँ हमें ज्यादा आसानी हो ?”

“ठीक है । मेरा फोन नंबर डायरेक्टरी में है ।”

“तब तो ठीक है, मैं ढूँढ लूंगी । शायद कल । क्या तुम मेरे काम के लिये तैयार हो ?”

“मैं इस बारे में बता दूंगा ।”

“बिल मैं अदा कर देती हूँ ।” उसने अपना पर्स खोला, फिर एकाएक वो झेंपती हुई रुकी, “ओह, मैं तो भूल ही गई थी...”

“पर मैं नहीं भूला ।”

मैंने अपनी जेब से नोटों की गड्डी निकाली और उसकी गोद में डाल दी ।

“शुक्रिया ।” उसने कुछ नोट निकाले और उसमें से पाँच डॉलर निकाल कर मेज पर रख दिये और फिर नोटों की गड्डी अपने बैग में रख कर खड़ी हो गई ।

मैं भी अपनी सीट से उठ गया ।

“तो फिर कल मिलते हैं, मिस्टर बार्बर ।”

वह मुड़ी और बार से बाहर निकल गई । मैं उसकी बल खाती कमर को तब तक देखता रहा, जब तक उसने गली को पार नहीं कर लिया । मैं दरवाजे तक गया और उसे मस्ती में झूमते हुए, मैंने कार पार्क तक जाते हुए देखा । वह सिल्वर-ग्रे रंग की रोल्स रॉयस में सवार हुई और अपने पीछे मुझे घूरता हुआ छोड़ कर वहाँ से रवाना हो गई । मैं उसमें इतना भी नहीं खो गया था कि उसकी कार का नम्बर याद करना भूल जाता ।

मैं वापस अपनी मेज पर गया और बैठ गया । मेरे घुटने जैसे एकदम जवाब दे गए । मैंने अपना ड्रिंक लिया और फिर एक सिगरेट सुलगा ली ।

बारमैन ने आकर पांच डॉलर  का नोट उठा लिया ।

“तुम्हारे लिये कुछ खाने को लाऊं ?” उसने पूछा, “वह दौलत से मालामाल लगती थी । तुमने उससे कैसे पिंड छुड़ाया ? क्या उसने तुम्हें भी कुछ इनाम दिया है ।”

मैंने लम्बे समय तक उसे तीखी निगाहों से देखा । फिर मैं उठा और वहाँ बाहर चला आया । यह आखिरी दफा था कि मैं वहाँ पर गया था । अगर मुझे भविष्य में उसके सामने से भी गुजरना पड़ता तो उसका दृश्य मुझे एक निराशा भरे वक्त का अहसास करवाता ।

सड़क के दूसरी तरफ ए. ए. ए. का ब्रांच ऑफिस था । वहाँ के इंचार्ज के रूप में काम करने वाले क्लर्क को मैं तब से अच्छी तरह जानता था जब मैं हेराल्ड में काम किया करता था । उसका नाम एड मार्शल था । मैंने सड़क पार की और उसके ऑफिस में चला गया ।

मार्शल डेस्क पर बैठा था और एक मैगजीन पढ़ रहा था ।

“अरे! हे भगवान ।” वह खुशी के मारे अपने पैरों पर उछल पड़ा ।

“कैसे हो तुम, हैरी ?”   

मैंने उसे बताया कि मैं भला-चंगा था और उससे हाथ मिलाया । ऐसा स्वागत देखकर मैं बहुत खुश हुआ, जबकि मेरे तथाकथित दोस्त आजकल मुझसे पिंड छुड़ाने की फिराक में रहते थे, जब भी मैं उनसे मिलने के लिये गया । लेकिन मार्शल एक भला आदमी था । हमारी हमेशा अच्छी खासी निभती थी ।

मैं उसकी मेज के किनारे पर बैठ गया और उसे एक सिगरेट ऑफर की ।

“मैंने यह सब छोड़ दिया है ।” उसने अपना सिर हिलाते हुए कहा । “फेफड़ों के कैंसर ने मुझे डरा दिया है । बाहर आकर कैसा लग रहा है ?”

“बस ठीक है ।” मैंने कहा । “तुम्हें किसी भी चीज की आदत हो जाती है, चाहे वह जेल से बाहर रहना ही हो ।” हम दस मिनट तक इधर-उधर की बातें करते रहे और फिर मैं असली मुद्दे पर आया और उसे बताया कि किस कारण से मैं उसके पास आया था ।

“मुझे बताओ, मार्शल । इस ग्रे और ब्लैक रोल्स रॉयस का मालिक कौन है, जिसका नम्बर SAXI है ?”

“तुम्हारा मतलब है मिस्टर मारलौक्स की कार ?”

“क्या सच में ? यह उसकी कार का नम्बर है ।”

“बिल्कुल सही, बेहद शानदार कार ।”

तभी मेरे दिमाग में एक धमाका सा हुआ ।

“तुम्हारा मतलब कहीं फेलिक्स मरलौक्स तो नहीं है ?” मैंने उसे घूरते हुए कहा ।

“हाँ, वही ।”

“तुम्हारा मतलब वह पाम-बे में रहता है ? मेरे ख्याल से तो वह पेरिस में रहता था ।”

“उसने दो साल पहले यहाँ पर एक जगह खरीदी है । वो अपनी बिगड़ती सेहत के चलते यहाँ पर आया है ।”

मुझे अब एहसास हो रहा था कि मेरा दिल बड़ी जोर से धड़क रहा था और मुझे खुद को शांत रखने और दिखने के लिये बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही थी ।

“क्या हम एक ही आदमी की बात कर रहे है ? मारलौक्स ! ज़िंक और तांबे का करोड़पति व्यापारी ? वह तो दुनिया के सबसे अमीर आदमियों में एक होगा ।”

मार्शल ने हामी भरी ।

“वो तो है । जहाँ तक मैंने सुना है कि वह बहुत बीमार है । मैं तो उसकी सारी दौलत के बदले भी उसकी जगह न लूं ।”

“उसके साथ क्या दिक्कत है ?”

“वह फेफड़ों के कैंसर का मरीज है । उसके लिये कोई कुछ भी नहीं कर सकता ।” मार्शल ने गंभीर होते हुए कहा ।

मैंने अपनी सिगरेट की तरफ देखा, फिर उसे बाहर फेंक दिया ।

“यह तो बहुत बुरा है । शायद इसलिए उसने यहाँ पर जगह खरीदी है ।”

“हाँ, उसने पूर्वी किनारे पर, ईरा क्रैनले की प्रॉपर्टी खरीदी है । एक तरह से उसने इसको दोबारा से बनवाया है । बड़ी शानदार जगह है । खुद का हार्बर, अपना बीच, बाथिंग पूल, सब कुछ अपना ।”

मुझे ईरा क्रेनले का घर अच्छी तरह से याद था । वह तेल का बहुत बड़ा व्यापारी था और उसने खाड़ी के दूर किनारे पर अपना घर बनाया था । वो एक बार बहुत बड़े घाटे में फँस गया था और उसे अपना सब कुछ बेचना पड़ा था । वह सौदा मेरे मुक़द्दमे की सुनवाई के दौरान हुआ था लेकिन मैं यह कभी नहीं जान पाया कि उसे किसने खरीदा है ।

मैंने एक सिगरेट और सुलगा ली । मेरा दिमाग बड़ी तेजी से दौड़ने लगा था ।

“तो वह रोल्स रॉयस कार उसकी है ।”

“उसकी मिल्कियत की दसियों कारों में से एक ।”

“यह बहुत महंगा मॉडल है । मैं भी इसे अपने लिये खरीदना पसंद करूंगा ।”

मार्शल ने अपने गंजे होते सिर को सहमति में हिलाया ।

“मैं भी ।”

“उस कार को चलाने वाली औरत कौन हो सकती है ? मैं उसे अच्छी तरह से देख नहीं पाया । उसके बाल सुनहरे थे और उसने बड़े-बड़े धूप के गॉगल्स लगाए हुए थे ।”

“वह मिसेज मारलौक्स होनी चाहिए ।”

“उसकी पत्नी! लेकिन वह तो बूढ़ी दिखाई नहीं दे रही थी! मेरे कहने का मतलब है कि वह बत्तीस या तैंतीस के आसपास की उम्र की थी, जबकि मारलोक्स तो बूढ़ा रहा होगा । मैं उसके बारे में तब से सुन रहा हूँ जब मैं बच्चा था । वह सत्तर साल के आसपास या शायद इससे ज्यादा उम्र का होगा ।”

“उसके आसपास ही है । उसने दोबारा शादी की है । वह पैरिस में किसी औरत के चक्कर में पड़ गया था । मैं भूल गया कि वह औरत कौन थी, कोई मूवी स्टार या शायद ऐसा ही कुछ थी । उसके बारे में हेराल्ड में बहुत कुछ लिखा गया था ।”             

“उसकी पहली बीवी का क्या हुआ ?”

“उसका तीन साल पहले कार एक्सीडेंट हो गया था ।”

“तो मारलौक्स अपनी सेहत के कारण यहाँ पर है ?”

“बिल्कुल, हालांकि उसकी बीवी और बेटी कैलिर्फोनिया में रहना पसंद करती है लेकिन यहाँ की आबोहवा उसकी सेहत के लिये फायदेमंद है । ऐसा लोग उसके बारे में बोलते है, जैसा मैंने सुना है । अब इस हालत में उसके लिये कुछ भी अच्छा नहीं है ।”

“तो उसकी एक बेटी भी है ?”

मार्शल ने अपना अँगूठा हवा में लहराया ।

“उसकी बेटी है, पहली शादी से । वही उसकी इकलौती औलाद है । अठारह साल की है पर पूरी बिगड़ैल ।” उसने मेरी तरफ आँख मारते हुए कहा । “मैं रोल्स  की बजाय उसे लेना ज्यादा पसंद करूंगा ।”

“हे! हे! मैंने सोचा कि तुम शादीशुदा और जिम्मेदार आदमी हो ।”

“वो तो मैं हूँ, लेकिन तुमने ओडेट मारलौक्स को शायद देखा नहीं है । वह तो मुर्दे में भी शैतानी ख्याल जगा दे ।”

“अच्छा ख्याल है, लेकिन तुम इसे सिर्फ ख्वाबों में ही रहने दो ।” मैंने कहा और वहाँ से उठ खड़ा हुआ । “मुझे अब चलना चाहिए । मुझे देरी हो रही है ।”

“तुम्हें मारलौक्स में इतनी दिलचस्पी क्यों है हैरी ?”

“तुम तो मुझे जानते ही हो । मैंने उस कार और उस औरत को देखा । मैं बस उनके बारे में जानना चाहता था ।”

मैं देख सकता था कि मेरा जवाब उसे आश्वस्त नहीं कर सका था लेकिन उसने इस बात पर ज्यादा जोर नहीं दिया ।

“अगर तुम्हें किसी अस्थायी नौकरी की जरूरत है, हैरी...,” उसने झिझकते हुए कहा, “...हम ट्रैफिक काउन्ट के लिये कुछ लड़कों को भर्ती कर रहे हैं, जो कल से शुरू हो रही है । इस काम में हर हफ्ते पचास डॉलर मिलेंगे और यह सिर्फ दस दिन के लिये है । अगर तुम्हारे लिये यह खबर किसी काम की हो तो ?”

“इसके लिये तुम्हारा बहुत-बहुत शुक्रिया एड लेकिन मैं कुछ और काम करना चाह रहा हूँ ।” मैं उसकी तरफ देख कर मुस्कुराते हुए बोला, “फिर भी तुम्हारा बहुत-बहुत शुक्रिया ।”

बस में वापस घर जाते हुए, मैंने अपना दिमाग मार्शल से मिली जानकारी की तरफ लगाया । इस जानकारी ने मुझे हैरान कर दिया था ।

संसार में सबसे अमीर आदमी की पत्नी के पास मेरे लायक एक काम था । मुझे इसके बारे में कोई शक नहीं था कि वह  कल फोन अवश्य करेगी । उसने कहा था कि एक खतरे का काम था । ठीक है, मैं जोखिम उठाने को तैयार था, अगर इसमें अच्छा खासा पैसा मिलता हो तो । और वो काम ऐसा ही होगा ।

जैसे ही बस मुझे बीच रोड पर ले गई, मैं अपने आप ही सीटी बजाने लगा । जेल से बाहर निकलने के बाद, यह पहला मौका था कि जब मेरा सीटी बजाने का मन हुआ ।

जिंदगी फिर दोबारा करवट ले रही थी ।

(II)

अगली सुबह नौ बजे के बाद, मैं हेराल्ड के दफ्तर में गया ।

नीना ने मुझे बताया था कि उसे कुछ मिट्टी के बर्तन कहीं पहुंचाने थे और वह दोपहर से पहले वापस नहीं आने वाली थी । यह मेरे लिये बहुत ही मुफीद था । अगर मारलौक्स की बीवी मुझे फोन करती तो मेरे लिये घर में पूरी तरह से एकांत था । मैं नीना को इस बातचीत के बारे में निश्चित तौर पर नहीं बताने वाला था, जब तक मुझे खुद यह नहीं पता लग जाता कि मुझे क्या काम मिलने वाला था ।

मैं हेराल्ड के रेफ्रेंस रूम में गया । वहाँ पर दो लड़कियां इंचार्ज थी । मैंने उन्हें पहले कभी नहीं देखा था और वे भी मुझे नहीं जानती थीं । मैंने उनमें से एक लड़की से, जनवरी से दो साल पहले की पुरानी फाइलों के बारे में पूछा ।

मुझे वह सूचना खोजने में ज्यादा समय नहीं लगा, जिसकी मुझे तलाश थी । मुझे पता चला कि फैलिक्स मारलौक्स ने अपनी पहली पत्नी के मरने के पाँच महीने के बाद रिया पासारी नाम की एक औरत से शादी कर ली थी । रिया, पेरिस में एक होटल ‘लीडो’ में  डांस करने वाली रही थी । उनके बीच हुए एक जोरदार अफेयर, जो मुश्किल से एक हफ्ता चला होगा, के बाद मारलौक्स ने रिया से शादी का प्रस्ताव रखा और जिसे उसने स्वीकार कर लिया । यह बात जगजाहिर थी कि उसने मारलौक्स को नहीं, उसकी दौलत को स्वीकार किया था ।

मैं वापस घर आ गया और फोन के इंतजार में बैठ गया । ठीक ग्यारह बजे फोन की घंटी बजी । मैं रिसीवर उठाने से पहले ही जानता था कि फोन पर वह ही थी । मेरा दिल जोरों से धड़क रहा था और मैं जब रिसीवर तक पहुँचा तो मेरा हाथ कांप रहा था ।

“मिस्टर बार्बर ?”

उस साफ और कठोर आवाज को पहचानने में मुझसे कोई गलती नहीं हुई ।

“हाँ!” मैंने कहा ।

“हम कल मिले थे ।”

तब मैंने निश्चय किया कि यही बात को तेजी से बढ़ाने का एक मौका था ।

“बिल्कुल याद है, मिसेज मारलौक्स, हम जो के बार में मिले थे ।”

मेरा निशाना एकदम सही था । फोन पर खामोशी छा गई । मैं निश्चित तो नहीं था लेकिन मेरे ख्याल से मैंने दूसरी तरफ उसकी तेजी से चलती साँसों की आवाज को सुना । लेकिन ये मेरा वहम भी हो सकता था ।

“क्या तुम ईस्ट बीच के बारे में जानते हो, जहां बाथिंग कैबिन बने हुए हैं ?” उसने पूछा ।

“हाँ ।”

“मैं चाहती हूँ कि तुम वहाँ पर एक कैबिन किराये पर लो । बायीं तरफ का आखिर वाला कैबिन । मैं वहाँ तुम्हें आज रात नौ बजे मिलूंगी ।”

“ठीक है । मैं कैबिन किराये पर ले लूंगा और मैं वहाँ पर मौजूद रहूँगा ।” मैंने कहा ।

फिर खामोशी छा गई । जबकि मैं उसकी सांसों की आवाज को साफ सुन रहा था । मैं उत्तेजित हो गया था । परिस्थितियों ने मुझे अपने वश में कर लिया था । जोखिम का काम!  यह जानना दिलचस्प रहेगा कि वह औरत  मुझसे क्या चाहती थी । शायद वह किसी बड़ी मुसीबत में पड़ी हुई थी । शायद ब्लैकमेल!

शायद वह मुझसे अपने किसी सिरफिरे प्रेमी से छुटकारा पाने में मेरी सहायता चाहती हो । मैंने अपने कंधे झटके । इस तरह अंदाजा लगाने में कोई फायदा नहीं था ।

मैंने अपनी घड़ी की तरफ देखा । ग्यारह बजकर दस मिनट हुए थे । मेरे पास नीना के आने के पहले ईस्ट बीच के लिये बस पकड़ने और कैबिन बुक करने और वापस आने के लिये काफी समय था ।

मैं वहाँ पर गया । कैबिन का इंचार्ज जो आदमी था, उसका नाम बिल होल्डन था । वह एक हट्टा-कट्टा विशालकाय आदमी था, जो वहाँ पर लाइफ सेवर के साथ कैबिन अटेंडेन्ट भी था ।

ईस्ट बीच के कैबिन लक्जरी किस्म के थे । तुम वहाँ पर आराम कर सकते थे, अगर तुम चाहते थे । उनकी सागर की तरफ खुलते हुए एक लंबी कतार थी और मैं इस वक्त देख सकता था कि सभी कैबिन भरे हुए थे । होल्डन मुझे जानता था और जब उसने मुझे देखा तो वह मेरी तरफ देखकर मुस्कुराया ।

“हैलो, मिस्टर बार्बर, तुम्हें एक बार फिर यहाँ देखकर अच्छा लगा ।”

“थैंक्स ।” मैंने उससे हाथ मिलाया । “मैं एक कैबिन किराये पर लेना चाहता हूँ । लेफ्ट साइड में, सबसे आखिरी । मुझे यह आज रात नौ बजे चाहिए । क्या तुम इसे मेरे लिये बुक कर सकते हो ?”

“हम यहाँ आठ बजे सब कुछ बंद कर देते हैं, मिस्टर बार्बर ।” उसने कहा, “उस वक्त यहाँ कोई नहीं होगा । लेकिन तुम इसे ले सकते हो । आजकल मेरे पास सारी रात रुकने वाले ग्राहक नहीं हैं, इसलिए मैं इधर रुक नहीं रहा हूँ । ठीक है ।”

“फिर तो ठीक है । चाबी को मैट के नीचे छोड़ देना । मैं तुम्हारे साथ कल हिसाब कर लूंगा ।”

“जैसा तुम कहो, मिस्टर बार्बर ।”

मैंने भीड़ से लबालब बीच को देखा । समुद्र की रेत, लगभग नग्न शरीरों से अटी पड़ी थी ।

“लगता है, तुम्हारा काम बढ़िया चल रहा है ।” मैंने कहा ।

“बस मैं काम चला रहा हूँ । हालांकि अब की बार सीजन वैसा नहीं है, जैसा होना चाहिए । सारी रात का प्रोग्राम फ्लॉप है । अगर इसमें जल्दी कोई सुधार नहीं हुआ तो मुझे यह धंधा छोड़ना पड़ेगा । अगर मेरे पास कोई कस्टमर नहीं है तो सारी रात यहाँ लटके रहने का कोई फायदा भी नहीं है । तुम्हारा काम ठीक चल रहा है, मिस्टर बार्बर ?”

“मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है । ठीक है, मैं रात को यहाँ पर रहूँगा । तुमसे कल सुबह मिलता हूँ ।”

रास्ते में, घर लौटते हुए, मैंने अपना दिमाग यह सोचने में लगाया कि नीना को मैं क्या बताऊंगा । मुझे कोई तो कारण उसे बताना पड़ेगा कि मैं आज रात घर से बाहर क्यों रहूँगा । आखिरकार, मैंने उसे बताने का निर्णय किया कि मैं एड मार्शल के लिये रात को ट्रैफिक काउण्ट का काम कर रहा हूँ ।

जब मैंने उसे यह बताया, मुझे यह देखकर कुछ राहत मिली कि वह कितनी खुश थी ।

“मुझे घर बैठे कुछ न करने की बजाय, हर हफ्ते पचास डॉलर मिल सकते है ।” मैंने ।

उस शाम साढ़े आठ बजने के बाद, मैंने अपना घर छोड़ दिया और मैं अपने गैराज की तरफ गया । हमारे पास पुरानी पैकर्ड कार थी जो, अपने आखिरी समय में भी, अच्छी खासी हालत में थी । जैसे ही मैंने इंजन को स्टार्ट किया, मैंने अपने आप से कहा, ‘अगर इस काम से अच्छे पैसे मिले तो सबसे पहला काम जो मैं करूंगा वो एक नयी कार लेने का करूंगा ।’

मैं ईस्ट बीच, नौ बजने में तीन मिनट पहले पहुँच गया । अब वह जगह सुनसान पड़ी थी । मुझे कैबिन की चाबी मैट के नीचे पड़ी मिली और मैंने कैबिन का दरवाजा खोला । वहाँ पर एक लांऊजिंग रूम, एक बेडरूम, एक शावर रूम और एक छोटी-सी रसोई थी । कैबिन पूरी तरह से वातानुकूलित था । इसमें एक टीवी, एक रेडियो सेट, एक टेलीफोन और एक बार था और यहां तक कि बार की एक अलमारी में व्हिस्की की बोतल भी रखी हुई थी । कुल मिलाकर यह बहुत ही सुंदर और आकर्षक था ।मैंने एयरकंडीशनर बंद कर दिया और खिड़कियाँ और दरवाजे खोल दिए । मैं बरामदे में बेंत की बनी हुई आराम कुर्सी पर बैठ गया ।

बीच पर इस वक्त तनहाई और शान्ति थी । सिर्फ सागर की लहरों की धीमी-धीमी आवाज आ रही थी । मैं काफी तनाव में था और यह सोच रहा था कि यह औरत आखिर मुझसे करवाना क्या चाहती थी! मैं यह भी सोच रहा था कि जो काम वह मुझसे करवाना चाह रही थी, उसके लिये वह मुझे कितना पैसा देने के लिये तैयार थी ।

मैंने पच्चीस मिनट इंतजार किया । जब मैंने यह सोचना शुरू कर दिया कि वह नहीं आने वाली है, वह अचानक अंधकार में से प्रकट हुई । मैंने उसे आते हुए नहीं देखा । मैं वहाँ बैठा हुआ था और अपनी तीसरी सिगरेट सुलगाने ही वाला था, तभी मुझे अपने सामने हलचल होती हुई दिखी । मैंने जब ऊपर देखा तो वह वहाँ पर मौजूद थी । वह मेरे बिलकुल पास खड़ी हुई थी ।

“गुड़ ईवनिंग, मिस्टर बार्बर ।” उसने कहा और इससे पहले कि मैं हिल पाता, वह मेरे पास रखी हुई एक आराम कुर्सी पर बैठ गई ।

मैं उसे बहुत कम देख पा रहा था । उसने अपने सिर पर रेशम का स्कार्फ ओढ़ा हुआ था जिसने उसके चेहरे को आधे से अधिक ढक रखा था, उसने सुर्ख लाल रंग की गर्मियों की पोशाक पहन रखी थी । उसकी दायीं कलाई पर एक भारी भरकम सोने का ब्रेसलेट था ।

“मैं तुम्हारे बारे में बहुत कुछ जानती हूँ ।”उसने कहा, “एक आदमी जो दस हजार डॉलर की रिश्वत नकार दे और गैंगस्टर्स के साथ काम करने से मना कर दे, उसमें कुछ तो दम होगा ? मैं ऐसे ही किसी आदमी की तलाश कर रही थी ।”

मैंने कोई जवाब नहीं दिया ।

उसने सिगरेट सुलगाई । मैं जानता था कि वह मुझे गौर से देख रही थी । वह अंधेरे में बैठी हुई थी । अगर मैं उसकी आँखों के भाव देखने में कामयाब हो पाता तो अच्छा होता ।

“तुम जोखिम उठाना पसंद करते हो । है ना, मिस्टर बार्बर ?”

“कौन, मैं ? हाँ, मैं करता हूँ ?”

“जब तुमने मेरे पैसे उठाए, तुमने उस वक्त छह साल के लिये जेल जाने का खतरा उठाया था ।”

“उस वक्त मैं नशे में था ।”

“क्या तुम आज भी जोखिम उठाने के इच्छुक हो ?”

“यह पैसे पर निर्भर करता है ।” मैंने कहा, “मुझे पैसा चाहिए । मुझे जोखिम उठाने में कोई समस्या नहीं है । मैं बस पैसा चाहता हूँ । मुझे इसकी जरूरत है और मैं इसे कमाना चाहता हूँ, लेकिन यह अच्छा खासा पैसा होना चाहिए, न कि मुर्गी का चुग्गे जितना ।”

“अगर तुम वह काम करोगे, जो मैं करवाना चाहती हूँ, मैं तुम्हें पचास हजार डॉलर्स दूंगी ।”

मेरे दिल को जोर का धक्का लगा ।

“पचास हजार, क्या तुमने पचास हजार डॉलर्स बोला ?”

“हाँ । यह बहुत बड़ी रकम है, है ना ? मैं तुम्हें दूंगी अगर तुम वह करोगे जो मैं तुमसे करवाना चाह रही हूँ ।”

मैंने एक लम्बी और गहरी साँस ली ।

पचास हजार डॉलर्स! मेरा दिल इतनी बड़ी रकम के ख्याल से ही जोर से धड़कने लगा ।

“और काम क्या है ?”

“लगता है, तुम्हें इसमें दिलचस्पी हो रही है, मिस्टर बार्बर । क्या तुम इतनी बड़ी रकम के लिये खतरा उठाने को तैयार हो ?”

“मैंने बहुत से जोखिम उठाए हैं ।”

मैं यह सोच रहा था कि मैं इतने धन से क्या कर सकता था । मैं और नीना, पाम सिटी छोड़ सकते थे । हम साथ में एक नया जीवन फिर से शुरू कर सकते थे ।

“इससे पहले हम आगे बात करें, मिस्टर बार्बर ।” उसने कहा, “तुम्हें यह बताना ठीक रहेगा कि मेरे पास इस समय कोई पैसा नहीं है, सिवाय उस गुजारे भत्ते के, जो मेरा पति मुझे हर महीने देता है । मेरे पति का मानना है कि मुझे और मेरी बेटी को उसी भत्ते में गुजारा करना चाहिए, जो वह हमें देता है । मैं मानती हूँ कि आम आदमी के लिहाज से वह रकम काफी है । लेकिन अब ऐसा है कि न तो मैं आम हूँ और न ही मेरी सौतेली बेटी ।”

“अगर तुम्हारे पास पैसा नहीं है तो तुम मुझे पचास हजार डॉलर की पेशकश क्यों कर रही हो ।” मैंने बेसब्री से पूछा ।

“मैं तुम्हें बताती हूँ कि हम इसे कैसे मुमकिन कर सकते हैं ।”

मैंने उसकी तरफ ध्यान से देखा और उसने मुझे ।

“ठीक है, बताओ मुझे । मैं यह काम कैसे कर सकता हूँ ?”

“मेरी सौतेली बेटी को और मुझे साढ़े चार लाख डॉलर्स चाहिए । हमारे पास यह पैसा दो हफ्ते के अंदर होना चाहिए । मुझे उम्मीद है कि तुम उसे हासिल करने में हमारी मदद करोगे और अगर तुम ऐसा करते हो तो तुम्हें पचास हजार डॉलर्स अदा कर दिए जाएंगे ।”

मैंने उसे परखा और इस नतीजे पर पहुँचा कि वह पागल नहीं थी । इसके विपरीत मैंने आज तक ऐसी औरत नहीं देखी, जो उस जैसी जलील हो ।

“लेकिन मैं यह सब करूँगा कैसे ?” मैंने पूछा ।

लेकिन उसे बताने की कोई जल्दी नहीं थी ।“मैंने बहुत से जोखिम उठाए हैं ।”

मैं यह सोच रहा था कि मैं इतने धन से क्या कर सकता था । मैं और नीना, पाम सिटी छोड़ सकते थे । हम साथ में एक नया जीवन फिर से शुरू कर सकते थे ।

“इससे पहले हम आगे बात करें, मिस्टर बार्बर ।” उसने कहा, “तुम्हें यह बताना ठीक रहेगा कि मेरे पास इस समय कोई पैसा नहीं है, सिवाय उस गुजारे भत्ते के, जो मेरा पति मुझे हर महीने देता है । मेरे पति का मानना है कि मुझे और मेरी बेटी को उसी भत्ते में गुजारा करना चाहिए, जो वह हमें देता है । मैं मानती हूँ कि आम आदमी के लिहाज से वह रकम काफी है । लेकिन अब ऐसा है कि न तो मैं आम हूँ और न ही मेरी सौतेली बेटी ।”

“अगर तुम्हारे पास पैसा नहीं है तो तुम मुझे पचास हजार डॉलर की पेशकश क्यों कर रही हो ।” मैंने बेसब्री से पूछा ।

“मैं तुम्हें बताती हूँ कि हम इसे कैसे मुमकिन कर सकते हैं ।”

मैंने उसकी तरफ ध्यान से देखा और उसने मुझे ।

“ठीक है, बताओ मुझे । मैं यह काम कैसे कर सकता हूँ ?”

“मेरी सौतेली बेटी को और मुझे साढ़े चार लाख डॉलर्स चाहिए । हमारे पास यह पैसा दो हफ्ते के अंदर होना चाहिए । मुझे उम्मीद है कि तुम उसे हासिल करने में हमारी मदद करोगे और अगर तुम ऐसा करते हो तो तुम्हें पचास हजार डॉलर्स अदा कर दिए जाएंगे ।”

मैंने उसे परखा और इस नतीजे पर पहुँचा कि वह पागल नहीं थी । इसके विपरीत मैंने आज तक ऐसी औरत नहीं देखी, जो उस जैसी जलील हो ।

“लेकिन मैं यह सब करूँगा कैसे ?” मैंने पूछा ।

लेकिन उसे बताने की कोई जल्दी नहीं थी ।

“मेरा पति बिना किसी दिक्कत से यह पैसा हमें दे सकता है ।” उसने कहा, “स्वाभाविक रूप से, वह जानना चाहेगा कि हमें इतनी बड़ी रकम क्यों चाहिए और यह वह बात है जिसे हममें से उसे कोई नहीं बताना चाहता ।” वह अपनी सिगरेट की राख झाड़ने के लिये रुकी । “लेकिन तुम्हारी मदद से हम इस बकवास सवाल का जवाब दिए बिना भी यह रकम हासिल कर सकते हैं ।”

मेरे उत्साह की लहर अब खत्म हो रही है । यह बात एक उलझी हुई पहेली जैसी लग रही थी । अब मैं पूरी तरह से सावधान हो गया था ।

“तुम्हें इतना पैसा किस लिये चाहिए ?” मैंने पूछा ।

“तुमने अपनी चालाकी से यह पता लगा ही लिया कि मैं कौन हूँ ।”

“एक मूर्ख बच्चा भी इसका पता लगा सकता है । अगर तुम गुमनाम रहना चाहती हो, तो तुम्हें रोल्स नहीं चलानी चाहिए । क्या कोई तुम्हें ब्लैकमेल कर रहा है ?”

“ इससे तुम्हें कोई मतलब नहीं होना चाहिए । मेरे पास इस रकम को हासिल करने के लिये एक योजना है । लेकिन मुझे तुम्हारी मदद की जरूरत है और इसके लिये मैं तुम्हें पचास हजार डॉलर्स  देने के लिये तैयार हूँ ।”

“जो तुम्हारे पास नहीं हैं ।”

“लेकिन तुम्हारी मदद से मैं इसे हासिल कर लूंगी ।”

मुझे अब यह काम कम, और बेहद कम पसंद आ रहा था ।

“अब हम असली मुद्दे पर आते हैं । तुम्हारी योजना क्या है ?”

“मेरी सौतेली बेटी का अपहरण होने वाला है ।” उसने मुझे बड़े आराम से बताया, “फिरौती की रकम पाँच लाख डॉलर होगी । तुम्हें इसका दस प्रतिशत मिलेगा । जो बाकी बचेगा, उसे मैं और मेरी सौतेली बेटी आपस में आधा-आधा बांट लेंगे ।”

“लेकिन किडनैप कौन कर रहा है ?”

“कोई नहीं! ओडेट अपने आप कहीं भी चली जाएगी और तुम मेरे पति से फिरौती की रकम की मांग करोगे । इसी बात के लिये मुझे तुम्हारी मदद चाहिए । तुम टेलीफोन पर मेरे पति को धमकी दोगे । यह बहुत आसान है लेकिन इसे ध्यान से करना होगा । टेलीफोन पर कॉल करने और फिरौती की रकम वसूल करने के लिये मैं तुम्हें पचास हजार डॉलर की पेशकश कर रही हूँ ।”

खैर, सारा मामला अब मेरे सामने खुल गया था । मुझे अपना मुँह सूखता हुआ सा महसूस हुआ ।

अपहरण एक बेहद संगीन जुर्म था । अगर मैं इस काम को हाथ लगाता तो मुझे बहुत सावधान रहने की जरूरत थी । अगर अपहरण करने वाला पकड़ा जाए तो उसके लिये इसकी सजा मौत थी ।

उस औरत की योजना कत्ल करने जितनी खतरनाक थी ।

इस काम का अंजाम मौत की सजा थी ।