ची पेई अपने फ्लैट की खिड़की में बैठा हुआ था । उसने एक कोयलों की जलती हुई अंगीठी अपने सामने रखी हुई थी और वह अपने घायल हाथ को अपनी गोद में रखे आग ताप रहा था ।
वह मार्क हैरिसन के पासपोर्ट के प्रति चिन्तित था । मार्क हैरिसन उसका मित्र था और वह वाकेई उसकी सहायता करना चाहता था । उसने मन ही मन अगले दिन डाक्टर के पास जाने का फैसला कर लिया । जितनी जल्दी उसका हाथ ठीक होगा, उतनी ही जल्दी वह मार्क हैरिसन का काम कर पायेगा ।
उसी क्षण उसकी दृष्टि नीचे सड़क पर पड़ी ।
एक काले रंग की कार उसकी इमारत के सामने आकर रुकी । कार में से पांच आदमी निकले और तेजी से इमारत के मुख्य द्वार की ओर बढे । उनमें सबसे आगे कामरेड क्वांग चू मिंग था ।
ची पेई बिजली की तेजी से अपने स्थान से उठ खड़ा हुआ । वह कामरेड क्वांग चू मिंग को खूब पहचानता था । कामरेड क्वांग चू मिंग सिक्योरिटी पुलिस का अधिकारी था और ची पेई उसके अपने दलबल के साथ वहां आगमन का अर्थ अच्छी तरह समझता था ।
ची पेई पिछली कई साल से किसी भी क्षण सिक्योरिटी पुलिस के किसी ऐसे ही आगमन की अपेक्षा कर रहा था और वह इसके लिये पूरी तरह तैयार था ।
कमरे में एक बड़ा सा सकड़ी का तख्त पड़ा था । उसके पीछे ही दो लम्बे-लम्बे कील और एक हथौड़ा पड़ा था । ची पेई ने फुर्ती से तीनों चीजें उठाई और द्वार के समीप पहुंचा । उसके तख्ते को द्वार की चौखट के साथ लगाया और फिर अपने बायें हाथ से ही हथौड़ा चलाते हुए आनन फानन दोनों लम्बी कीलों की सहायता से तख्ते को चौखट में फिट कर दिया ।
अब बाहर से दरवाजा तब तक नहीं खुल सकता था जब तक कि तख्ता न टूटे ।
उसने हथौड़ा फेंक दिया । बिस्तर के नीचे से उसने एक लोहे का सन्दूक निकाला । उसने सन्दूक का ताला खोला और फिर उसमें से चुन-चुनकर कुछ कागजात निकाल कर बाहर रखने लगा ।
उसी क्षण किसी ने बाहर से द्वार खटखटाया ।
ऐसी किसी घटना की अपेक्षा होने के बावजूद भी ची पेई के शरीर में झूरझुरी दौड़ गई । सन्दूक से कागज निकाल चुकने के बाद उसने सन्दूक खुला छोड़ दिया । उसने खिड़की के पास से अंगीठी उठाई और उसे लाकर कमरे के बीच में रख दिया ।
बाहर से द्वार जोर-जोर से भड़भड़ाया जाने लगा था और लोगों के ऊंचे स्वरों से बोलने की आवाजें आने लगी थीं ।
एक कोने से ची पेई ने मिट्टी के तेल से भरी एक बोतल उठाई । उसने तेल को एक चौड़े मुंह वाले बर्तन में उड़ेला और और बर्तन को अंगीठी के पास ले आया ।
बाहर से द्वार को तोड़ने की कोशिश की जाने लगी थी । द्वार पर किसी भारी चीज की भरपूर चोटें पड़ रही थीं लेकिन ची पेई निश्चिन्त था । उसे मालूम था कि कामरेड क्वांग चू मिंग को दरवाजा तुड़वाकर भीतर घुसने में कम से कम पन्द्रह मिनट जरूर लग जायेंगे । सन्दूक से निकाले कागजात को उसने एक-एक करके मिट्टी के तेल में डुबोकर अंगीठी में रखना आरम्भ कर दिया । अंगीठी में लगभग तत्काल ही आग की लपटें भड़कने लगीं । आग की भेंट होने वाले कागजात में कई कोरे पासपोर्ट कुछ तस्वीरें और ऐसे कागजात थे जिन में किसी व्यक्ति विशेष के लिये जाली पासपोर्ट बनाने के लिये आवश्यक जानकारी निहित थी । ची पेई ने अपने कई जानकारों को जाली पासपोर्ट तैयार कर देने का वादा किया हुआ था । उन्हीं कागजात में मार्क हैरिसन का पासपोर्ट और उसके बदले चेहरे की तस्वीरों वाली फिल्म भी थी ।
दरवाजे की चूलें हिलने लगी थी । उस पर बाहर से लगातार चोटें पड़ रही थीं ।
सारे कागजात अंगीठी के हवाले कर चुकने के बाद ची पेई अपने स्थान से उठा । बर्तन का बचा हुआ मिट्टी का तेल उसने अंगोठी में जलते हुए कागजों के ऊपर डाल दिया ।
आग की लपटे छत को छूने लगी ।
ची पेई ने कोने में पड़ी मेज के दराज में से एक छीटी-सी डिबिया निकाली । उसने सावधानी से डिबिया को खोला । डिबिया में एक छोटा-सा शीशे का कैपसूल था । ची पेई ने कैपसूल उठाकर अपनी जुबान के नीचे रख लिया ।
कामरेड क्वांग चू मिंग के हाथ में पड़ने से मौत लाख दर्जे बेहतर है - ची पेई मन ही मन बड़बड़ाया ।
दरवाजे के कसबल ढीले पड़ने लगे थे और अब वह किसी भी क्षण टूटने वाला था ।
ची पेई ने एक लम्बी सी लोहे की छड़ उठाई और उसकी सहायता से अंगीठी में जलते हुए कागजों को कुरेदने लगा ताकि कागज अच्छी तरह स्वाह हो जायें । वह नहीं चाहता था कि उन कागजों का एक पुर्जा भी सिक्योरिटी पुलिस के हाथ में लगे ।
दरवाजे के एक भाग में एक जोर की चोट पड़ी और एक तख्ता उखड़ गया ।
ची पेई ने उदासीन भाव से एक बार किसी भी क्षण टूटने को तैयार दरवाजे की ओर देखा । उसने लोहे की छड़ अपने हाथ से फेंक दी और शान्ति से चलता हुआ अपने बिस्तर के समीप पहुंचा । वह आराम से सीधा बिस्तर पर लेट गया । उसने एक बार खिड़की से बाहर झांका फिर एक गहरी सांस ली और फिर नेत्र बन्द कर लिये ।
दरवाजा उखड़ कर कमरे के भीतर आ गिरा । क्वांग चू मिंग ने रिवाल्वर हाथ में लिये कमरे में कदम रखा ।
चीपेई ने कैप्सूल को दांतों के बीच में दबाकर तोड़ दिया ।
***
“ची पेई मर गया है ।”
मार्क हैरिसन मुंह बाये अजरा गमाल को देखने लगा । वह एक कुर्सी पर बैठ गयी थी और गहरी-गहरी सांसें लेने लगी थी ।
“क्या कह रही हो !” - वह हैरानी से बोला ।
“मैं ठीक कह रही हूं” - अजरा गमाल बोली - “ची पेई मर गया है । मैं सीधी वहीं से आ रही हूं ।”
“ल.. लेकिन... लेकिन कैसे ?”
“यह मुझे नहीं मालूम । लेकिन उसके फ्लैट पर सिक्योरिटी पुलिस पहुंची हुई थी । वे लोग उसे स्ट्रेचर पर डाल कर ले जा रहे थे । स्ट्रेचर पर जिस कम्बल से ढका हुआ वह पड़ा था, वह थोड़ा सरक गया था और मुझे उसकी सूरत दिखाई दे गई थी । वह मर चुका है ।”
“ओह माई गाड !” - मार्क हैरिसन बोला और उसने अपने हाथों में अपना सिर थाम लिया ।
ची पेई की मौत के बाद चीन से सुरक्षित निकल पाने की उसकी आखिरी उम्मीद भी टूट गई थी । बेबसी और निराशा ने उसे घेर लिया । अपने भंयकर भविष्य की कल्पना मात्र से ही उसका शरीर कांपने लगा । उसकी आंखों में आंसू भर आये ।
न जाने क्यों अजरा गमाल को एकाएक वह एक बेहद निरीह प्राणी लगने लगा । उसको मार्क हैरिसन पर दया आने लगी ।
“तुम ची पेई जैसी किसी और आदमी को नहीं जानते ?” - अजरा गमला ने पूछा ।
मार्क हैरिसन ने सिर उठा कर अजरा गमाल की ओर देखा और फिर नकारात्मक ढंग से सिर हिला दिया ।
“मार्क ।” - अजरा गमाल उसकी आंसुओं से भीगी आंखें देखकर बोली - “धीरज रखो । मर्द होकर आंसू बहाते हो । अपने आंसू पोंछ लो और ठण्डे दिमाग से कोई रास्ता सोचो ।”
“कोई रास्ता नहीं है ।” - मार्क हैरिसन टूटी हुई आवाज से बोला - “मेरी निगाह में कोई रास्ता नहीं है ।”
अजरा सोचने लगी ।
“अजरा ।” - मार्क हैरिसन आशापूर्ण स्वर से बोला - “इस विकट स्थिति में तुम मेरी कोई मदद कर सकती हो ?”
अजरा गमाल ने हाथ उठाकर उसे चुप रहने का संकेत किया ।
मार्क हैरिसन नेत्रों में गहरी आशा का भाव लिये चुपचाप उसका मुंह देखता रहा ।
अजरा गमाल बड़ी गम्भीरता से चेन पियाओ के बारे मे सोच रही थी ।
“मार्क ।” - अन्त में वह बोली - “मेरी निगाह में एक आदमी है जो तुम्हारी सहायता कर सकता है । उसका नाम चेन पियाओ है । उसके पिता मेरे पिता के बड़े गहरे मित्र थे । हम दोनों के ही पिता चीनी बर्बरता के शिकार हो गया थे । दोनों एक एंटी-कम्यूनिस्ट रेली के साथ पकड़ लिये गये थे और फिर गोली से उड़ा दिये गये थे । चेन पियाओ पीकिंग से सौ मील दूर तिंग फू में रहता है । वहां उसका छोटा सा फार्म है और वह खेती करता है । मुझे आशा है कि चेन पियाओ जरूर किसी ऐसे आदमी को जानता होगा जो तुम्हारे लिये जाली पासपोर्ट तैयार कर सकता हो । मैं उससे इस बारे में बात करूंगी ।”
“वह भरोसे का आदमी है न ?”
“वह एकदम भरोसे का आदमी है । मैं उसे खूब जानती हूं । अगर वह तुम्हारी मदद कर सकेगा तो जरूर करेगा ।”
“अपने फार्म के उत्पादन लेकर वह हर सप्ताह पीकिंग में आता है । कल उसके पीकिंग आने का दिन है । मैं कल उससे बात करूंगी । ओके ।”
“ओके ।” - मार्क हैरिसन कृतज्ञतापूर्ण स्वर से बोला ।
“अब मैं जाती हूं ।” - अजरा गमाल अपने स्थान से उठती हुई बोली - “मेरा क्लब पहुंचने का वक्त हो गया है ।”
मार्क हैरिसन चुप रहा ।
***
च्यांग लू ने सामने वाली इमारत से अजरा गमाल को इमारत से बाहर निकलते देखा । अजरा गमाल वांग स्ट्रींग में एक ओर चलने लगी ।
च्यांग लू ने घड़ी देखी । रात के आठ बजने को थे । वह जानता था कि रात के आठ बजे से लेकर आधी रात से भी बाद तक अजरा गमाल लोटस क्लब में होती थी । उस समय वह जरूर लोटस क्लब जा रही थी । फिर भी उसने यह सोचकर थोड़ी देर इन्तजार करने का फैसला कर लिया कि कहीं वह वापिस न लौट आये ।
ठीक साढे आठ बजे वह अपने स्थान से उठ खड़ा हुआ और अपने साथियों से बोला - “मैं अजरा गमाल के फ्लैट में माइक्रोफोन फिट करने जा रहा हूं । तुम लोग सावधान रहना ।”
उसके साथियों ने सहमति सूचक ढंग से सिर हिला दिया ।
च्यांन लू ने एक प्लास्टिक का बड़ा सा थैला उठाया और कमरे से बाहर निकल गया ।
नीचे सड़क पर आकर वह सावधानी से अजरा गमाल के फ्लैट वाली इमारत की ओर बढा । इमारत में प्रविष्ट होने से पहले उसने सावधानी से दाएं-बांए देखा और फिर भीतर घुस गया । सीढियां तय करके वह अजरा गमाल के फ्लैट के मुख्य द्वार के सामने पहुंचा ।
उसने अपने प्लास्टिक के थैले में से नकली चाबियों का एक गुच्छा निकाला और थैला जमीन पर रख दिया । वह नकली चाबियों की सहायता से ताला खोलने का प्रयास करने लगा । उसकी निगाह में अजरा गमाल के चले जाने के बाद फ्लैट खाली था । उसे फ्लैट के भीतर छुपे मार्क हैरिसन की जानकारी होने का सवाल ही नहीं पैदा होता ।
फ्लैट के भीतर छुपे मार्क हैरिसन ने ताले में चाबी लगाई जाने की आवाज सुनी । उसने समझा कि अजरा गमाल वापस लौट आई है । वह द्वार की ओर बढा ।
द्वार के समीप पहुंचकर एकएक उसे अनुभव हुआ कि दरवाजा खुलने में बहुत देर लग रही है । ताले के छेद में चाबी लड़खड़ाने की आवाज उसके कानों में पड़ रही थी लेकिन दरवाजा नहीं खुल रहा था । वह संदिग्ध हो उठा । वह कान लगाकर बाहर की आवाज सुनने लगा ।
शीघ्र ही वास्तविकता उसकी समझ में आगई ।
कोई बाहर से जबरदस्ती ताला खोलने की कोशिश कर रहा था और बार बार कई चाबियां ट्राई कर रहा था ।
मार्क हैरिसन घबरा गया । जबरदस्ती ताला खोलकर फ्लैट में घुसने वाला आदमी अजरा गमाल का मित्र नहीं हो सकता था । उसे एक ही बात सूझी कि बाहर कोई चोर है और चोरी के इरादे से ही वह ताला जबरदस्ती खोलकर फ्लैट में घुसने का प्रयास कर रहा है ।
कमरे से बाहर एक छोटी सी बालकनी थी जहां लोहे के बड़े बड़े दो ड्रमों में पाम लगा हुआ था । मार्क हैरिसन बालकनी में पहुंचा और उन ड्रमों के पीछे छुपकर बैठ गया । पाम के फैले हुये पत्तों ने अच्छी तरह ढक लिया । उसने रिवाल्वर निकालकर हाथ में ले ली और सांस रोके प्रतीक्षा करने लगा ।
थोड़ी ही देर बाद च्यांग लू दरवाजे का ताला खोलने में सफल हो गया । उसने अपना प्लास्टिक का थैला उठाया और फ्लैट में प्रविष्ट हो गया । उसने द्वार भीतर से बन्द कर लिया । और थैले में से एक छोटी सी टार्च निकाली और उसके प्रकाश में कमरे का निरीक्षण करने लगा । वह कमरे में कोई ऐसा मुनासिब स्थान तलाश कर रहा था जहां माइक्रोफोन छुपाया जा सके ।
पाम के पीछे छुपा मार्क हैरिसन च्यांग लू की हर गतिविधि को नोट कर रहा था । वह पूरी तरह सावधान था । चोर अगर बाल्कनी की ओर बढा तो वह उसे शूट कर देगा ।
अन्त में च्यांग लू ने माइक्रोफोन को कमरे के कोने में पड़ी उस लकड़ी की भारी अलमारी के पीछे छुपाने का निश्चय कर लिया । उसने थैले में से माइक्रोफोन निकाला और दो पेचों की सहायता से उसे अलमारी के पीछे फिट कर दिया माक्रोफोन से सम्बन्धित लम्बी तार को वह फर्श पर बिछे गलीचे के नीचे से गुजारता हुआ दरवाजे तक ले आया एक इलैक्ट्रिक ड्रिल की सहायता से उसने दरवाजे की चौखट में एकदम फर्श के पास एक बहुत छोटा सा छेद कर दिया । तार उसने छेद में से निकाल दी ।
तार को फ्लैट से बाहर लाकर उसने उसे बिजली के तारों का क्लिप खोलकर उनके साथ ही उसी फट्टी पर फिट कर दिया । तार का दूसरा सिरा वह बिजली की फिटिंग के साथ साथ छत पर ले आया ।
अब तार के दूसरे सिरे पर केवल टेपरिकार्डर फिट करना बाकी रह गया था जो बाद में एक अन्य आदमी करने वाला था उसी क्षण सुनील ने इमारत में कदम रखा ।
च्यांग लू ने अजरा गमाल के फ्लैट को बाहर से ताला लगाया । उसने अपना प्लास्टिक का थैला संभाला और वापिस घूम पड़ा ।
सीढियों के पहले ही मोड़ पर वह सीधा ऊपर आते हुए सुनील की छाती से जा टकराया ।
एक क्षण के लिए दोनों स्तब्ध खड़े रहे । दोनों ही एक दूसरे को इस प्रकार अपने सामने पाकर बुरी तरह बौखला चुके थे ।
फिर दोनों एक साथ ही स्तब्धता की उस स्थिति से मुक्त हुए ।
सुनील का हाथ फुर्ती से पतलून की बैल्ट में खुंसी रिवाल्वर की ओर बढा । वह जानता था कि चीन में च्यांग लू जैसे किसी आदमी द्वारा पहचान लिये जाने का क्या अन्जाम हो सकता था । च्यांग लू जानता था सुनील भारतीय एजेन्ट है । यह बात च्यांग लू के माध्यम से अधिकारियों तक पहुंचने की देर थी कि फिर कमाल के नकली पासपोर्ट की सहायता से या किसी भी दूसरे तरीके से चीन में से निकल भागना असम्भव हो जाता ।
लेकिन अपनी रिवाल्वर की मूठ सुनील की पकड़ में आई ही थी कि च्यांग लू के हाथ में थमा प्लास्टिक का थैला घूमा और भड़ाक से सुनील के चेहरे से आकर टकराया । भारी थैले की चोट से सुनील पीछे को लड़खड़ा गया और उसकी पीठ पिछली दीवार से जा टकराई ।
च्यांग लू उसकी बगल में होता हुआ नीचे भागा ।
सुनील ने जल्दी से अपने आप को संभाला और रिवाल्वर निकालकर फायर किया ।
गोली च्यांग लू के सिर पर से होती हुई गुजर गई और उसी क्षण वह मोड़ काट गया ।
सुनील उसके पीछे भागा ।
उसने दुबारा फायर किया ।
निशाना फिर चूक गया ।
च्यांग लू एकाएक सीढियां वापिस घूमा । उसने प्लास्टिक का थैला जोर से सुनील की ओर फेंक मारा । वह जानता था कि वह चीन में सुनील के लिए बहुत बड़ा खतरा था इसलिये सुनील उसकी हत्या करने में एक क्षण के लिये भी नहीं हिचकिचायेगा ।
थैला सुनील की छाती से आकर टकराया । उसके मुंह से एक दबी सी कराह निकली और वह एकदम दोहरा हो गया लेकिन उसने फौरन ही फायर भी कर दिया ।
गोली च्यांग लू के कंधे को फाड़ती हुई गुजर गई । च्यांग लू के मुंह से एक चीख निकली । वह एक क्षण के लिए लड़खड़ाया और फिर संभल गया । वह बिना दुबारा सुनील की ओर दृष्टिपात किये तीन तीन सीढियां फलांगता हुआ नीचे भागा ।
सुनील ने स्वयं को संभाला और फिर फायर किया लेकिन तब तक च्यांग लू सीढियों को मोड़ काट गया था ।
सुनील भी तेजी से सीढियां फलांगता हुआ उसके पीछे भागा ।
च्यांग लू तेजी से इमारत से बाहर निकला और सामने की इमारत की ओर भागने के स्थान पर वांग स्ट्रीट में बाईं ओर भागा ।
सुनील भी इमारत से बाहर भागा ।
च्यांग लू के साथी सामने की इमारत की खिड़की में बैठे वह दृश्य देख रहे थे । उनके कानों में च्यांग लू की चीख भी पड़ चुकी थी । सुनील के इमारत से बाहर कदम रखते ही उनमें से एक ने रिवाल्वर निकाल कर सुनील पर फायर किया ।
गोली सनसनाती हुई आई और सुनील के सिर से एक फुट दूर दरवाजे की चौखट में घुस गई ।
सुनील छलांग मार कर वापिस इमारत में प्रविष्ट हो गया । वह एक क्षण दरवाजे की ओट में छुपा रहा फिर उसने सावधानी से सिर निकालकर बाहर झांका ।
एक साथ दो फायर हुए । गोलियां सनसनाती हुई सुनील के समीप से गुजर गई । पीछे की दीवार से ढेर सारा प्लास्टर उखड़ कर सुनील के कदमों में आ गिरा ।
सुनील को मालूम हो गया था कि फायर सामने की इमारत की ऊपरली मंजिल की खिड़की से हो रहे थे । उसने बड़ी सावधानी से अपना रिवाल्वर वाला हाथ दरवाजे की ओट से बाहर निकाला और उस खिड़की की दिशा में लगातार तीन फायर झोंक दिये ।
वातावरण में एक हृदयविदारक चीख गूंजी और साथ ही उस खिड़की में से एक मानव शरीर पके फल की तरह नीचे सड़क पर आ गिरा ।
सुनील तेजी से इमारत से बाहर निकल आया और उस ओर भागा जिधर च्यांग लू गया था ।
च्यांग लू का कहीं नामोनिशान भी नहीं था ।
गड़बड़ हो गई थी ।
वह जानता था कि च्यांग लू को जाकर अपने अधिकारियों को रिपोर्ट करने की देर है कि दस मिनट में चीन से बाहर निकलने वाले सारे रास्ते सुनील के लिये ब्लाक कर दिये जायेंगे ऐसी हालत में एयरोड्राम की ओर तो रुख भी करना अपने आप को मौत के मुंह में झोंकना था ।
वह तेजी से सोचने लगा ।
अब अजरा गमाल ही उसकी कोई सहायता कर सकती थी । कर्नल मुखर्जी ने ग्रिफिथ नाम के एक वैस्ट इन्डियन कमर्शियल पायलेट का जिक्र किया था । शायद ग्रिफिथ उसे किसी प्रकार अपने हवाई जहाज में पीकिंग से हांगकांग ले जाने में सफल हो जाये ।
उसने एक टैक्सी पकड़ी और एक बार फिर अजरा गमाल की तलाश में लोटस क्लब की ओर चल दिया ।
***
घायल च्यांग लू सिक्योरिटी पुलिस के हैड क्वार्टर में चीफ तांग फान सी के सामने खड़ा था । कमरे में क्यांग चू मिंग भी मौजूद था ।
“च्यांग लू” - सारी कहानी सुन चुक लेने के बाद ली बोला ।” - तुम गधे हो ।”
च्यांग लू कसमसाया ।
“तुम्हें एक आदमी इमारत के बाहर पहरे पर खड़ा करना चाहिये था ताकि अगर कोई आदमी एकाएक इमारत में घुस आये तो वह तुम्हें संकेत दे दे ।”
“गलती हो गई, कामरेड ली ।” - च्यांग लू दबे स्वर से बोला ।
“तुम सुनील से जान बचाकर भाग आये हो । अब वह भी जानता है कि शीघ्र ही सिक्योरिटी पुलिस द्वारा उसकी तलाश आरम्भ हो जायेगी । तलाश पहले भी हो रही थी लेकिन पहले सुनील को इस तथ्य की जानकारी नहीं थी । अब सुनील फौरन पीकिंग से निकल भागने की कोशिश करेगा । कामरेड तांग फान सी ।”
“यस, चीफ ।” - तांग फान सी तत्परता से बोला ।
“नैशनल हाइवेज और रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर पहरा बढा दो । सुनील या मार्क हैरिसन किसी भी सूरत में चीन से निकलने में सफल न होने पाएं ।”
“यस चीफ ।”
“और अजरा गमाल को फौरन गिरफ्तार कर लो । अब हमें उसकी केवल निगरानी करने से कोई विशेष लाभ पहुंचने वाला नहीं है । मुझे लगता है कि मार्क हैरिसन का पीकिंग में कोई और भी सम्पर्क है । वह शायद अजरा गमाल से सम्पर्क स्थापित नहीं करेगा वैसे भी अगर अजरा गमाल उसके बारे में अगर कुछ जानती होगी तो हम जबरदस्ती भी उसकी जुबान खुलवा लेंगे ।”
“यस चीफ ।” - क्वांग चू मिंग बोला ।
चीफ चुप हो गया । उसने च्यांग लू और क्वांग चू मिंग की ओर से दृष्टि फिरा ली ।
***
सुनील लोटस क्लब पहुंचा ।
क्लब में बहुत भीड़ थी । क्लब में मौजूद लोगों में लगभग सभी चीनी थे ।
सुनील भीड़ में रास्ता बनाता हुआ आगे बढने लगा । वह सारे क्लब में घूम गया । अजरा गमाल उसे कहीं दिखाई नहीं दी ।
सुनील ने एक वेटर को रोका और उससे अंग्रेजी में पूछा - “अजरा गमाल क्लब में है ?”
चीनी वेटर पलकें झपकाता हुआ सुनील की सूरत देखने लगा । प्रत्यक्ष था वह अंग्रेजी नहीं जानता था ।
सुनील ने अपनी जेब से पांच युआन का एक नोट निकालकर उसकी मुट्ठी में ठूंस दिया । फिर उसने पहले अजरा गमाल का नाम लिया और थोड़ी कमर लचकाई और फिर वेटर को संकेत से समझाया कि वह उससे मिलना चाहता है ।
वेटर मुस्कराया । सुनील को उसके हाव भाव से यूं लगा जैसे वह उसकी बात समझ गया हो । उसने सुनील को अपने पीछे आने का संकेत किया ।
सुनील तत्काल उसके पीछे हो लिया ।
वह सुनील को एक छोटे से केबिन में ले आया । उसने सुनील को केबिन के भीतर बैठने का संकेत किया । सुनील भीतर प्रविष्ट हो गया और केबिन में पड़ी तीन चार कुर्सियों में से एक पर बैठ गया ।
वेटर दरवाजा बन्द करके चला गया ।
सुनील ने एक सिगरेट सुलगा लिया और प्रतीक्षा करने लगा ।
थोड़ी देर बाद वेटर वापिस आया । उसके साथ अरब जैसी डान्सर का परिधान पहने हुये एक खूबसूरत लड़की थी ।
“अजरा गमाल ?” - सुनील ने पूछा ।
लड़की ने सहमति सूचक ढंग से सिर हिला दिया ।
“प्लीज सिट डाउन फार ए मिनट । आई वान्ट टु टाक टु यू ।” - सुनील बोला ।
अजरा गमाल हिचकिचाई ।
सुनील ने अपनी टाई की गांठ को छुआ । फिर अपनी कलाई की घड़ी को कलाई से उतारा और एक क्षण बाद फिर पहन लिया । फिर उसने अपने दायें हाथ की पहली उंगली से अपने बायें हाथ की खुली हथेली पर चार बार ठकठकाया और फिर आशापूर्ण नेत्रों से अजरा गमाल की ओर देखा ।
अजर गमाल के चेहरे पर फौरन भाव परिवर्तन हुआ । उसने वेटर को चीनी में कुछ कहा । वेटर फौरन वहां से विदा हो गया ।
कर्नल मुखर्जी से अजरा गमाल को अपनी शिनाख्त करवाने के लिये सुनील को यही सिगनल बताए थे । अजरा गमाल वे सिगनल फौरन पहचान गई थी । उसके सामने बैठा युवक भारतीय एजेन्ट था । इस बात पर उसे कतई संदेह नहीं रहा था ।
अजरा गमाल ने दरवाजा भीतर से बन्द कर लिया और सुनील के सामने एक कुर्सी पर बैठ गई ।
“यस ।” - वह धीमे स्वर से बोली ।
“मेरा नाम सुनील है ।” - सुनील बोला - “मैं अपने इनफार्मर मार्क हैरिसन को ठिकाने लगाने के लिये यहां भेजा गया था । लेकिन अभी तक मुझे उसके दर्शन नहीं हुए हैं । वह अपने फ्लैट से भागने में सफल हो गया है । तुम्हें उसके बारे में की जानकारी है ?”
“तुम यही पूछने के लिये मेरे पास आये हो ?” - अजरा गमाल ने पूछा ।
“सिर्फ यही नहीं ।” - सुनील बोला ।
“तो फिर पहले पूरी बात करो ।”
“थोड़ी देर पहले मैं तुम्हारे फ्लैट पर गया था । तुम्हारे फ्लैट के एकदम पास सीढियों में ही मैं एक मोटे चीनी से टकरा गया था ।”
“मोटा चीनी ! वह मेरे फ्लैट में क्या कर रहा था ?” - अजरा हैरानी से बोली । वह मन ही मन सोच रही थी कि कहीं चीनियों को इस बात की भनक तो नहीं पड़ गई थी कि मार्क हैरिसन उसके फ्लैट में छुपा हुआ है ।
“यह मुझे नहीं मालूम । शायद वह तुमसे मिलने गया हो और दरवाजा बन्द देखकर वापिस लौट रहा हो ।”
“खैर फिर ?”
“मैं उस मोटे चीनी को पहचानता हूं । वह चीनी सीक्रेट एजेन्ट है । हांगकांग में दो बार मेरा उससे वास्ता पड़ चुका है । मेरे दुर्भाग्यवश वह चीन एजेन्ट भी मुझे जानता है । चीन में मेरा एक भारतीय एजेन्ट के रूप में पहचान लिया जान मेरी मौत का कारण सिद्ध हो सकता है और केवल मोटा चीनी ही इस बात को जानता है कि मैं भारतीय एजेन्ट हूं अपनी हकीकत पर पर्दा पड़ा रहने की खातिर मैंने उसका कत्ल कर देना चाहा था लेकिन मेरे दुर्भाग्यवश या उसके सौभाग्यवश वह मेरी गोली खाकर भी मरा नहीं और भाग निकलने में सफल हो गया अब स्थिति यह है कि मैं चीन में फंस गया हूं । मोटे चीनी की रिपोर्ट पर मेरी बुरी तरह तलाशी हो रही होगी । मैं तुमसे यह पूछने आया हूं कि क्या चीन से बाहर निकलने में तुम मेरी कोई मदद कर सकती हो ।”
अजरा गमाल ने उत्तर नहीं दिया । वह सोच रही थी पहले एक आदमी चीन से भागने के मामले में उसकी मदद चाहता था अब एक से दो हो गये थे ।
“मेरे बॉस ने मुझे बताया था कि तुम ग्रिफिथ नाम के किसी वैस्ट इण्डियन पायलेट के सम्पर्क में हो जो पीकिंग से हांगकांग तक अक्सर प्लेन लेकर आता जाता रहता है । क्या ग्रिफिथ इस मामले में कोई मदद कर सकता है ?”
“नहीं कर सकता ।”
“क्यों ?”
“पहले तो मुझे इस बात का विश्वास ही नहीं कि वह तुम्हें अपने प्लेन में स्मगल करके चुपचाप पीकिंग से निकाल कर हांगकांग ले जा सकता है । अगर चीनियों को सचमुच तुम्हारी खबर हो गई है तो ऐसी किसी सम्भावना के बारे में उन्होंने भी सोचा होगा और वे बहुत सावधान होंगे । और दूसरी बात यह है कि मैं ग्रिफिथ को जानती हूं । वह इतना बड़ा रिस्क लेने के लिये हरगिज भी तैयार नहीं होगा ।”
“आई सी ।”
अजरा गमाल चुप रही ।
“और कोई रास्ता ?”
अजरा गमाल हिचकिचाई ।
“तुम्हारी सूरत से लग रहा है कि तुम्हारे दिमाग में कोई दूसरा रास्ता है ।”
“मेरे दिमाग में कोई दूसरा रास्ता नहीं है ।” - अजरा गमाल जल्दी से बोला - “लेकिन मैं एक ऐसे आदमी को जानती हूं जो तुम्हें सुरक्षित रूप से छुपा कर अपने पास रख सकता है और तुम्हारी तलाश का मामला ठंडा हो जाने के बाद शायद वह तुम्हें चीन से बाहर निकलने की कोई तरकीब भी सोच ले ।”
“कौन है वह ?”
“उसका नाम चेन पियाओ है । वह पीकिंग से सौ मील दूर एक देहाती इलाके में रहता है ।”
“वह भरोसे का आदमी है न ?”
“बिल्कुल भरोसे का आदमी है और मार्क हैरिसन के लिये भी...” - अजरा गमाल एकाएक चुप हो गई ।
“मार्क हैरिसन क्या ?” - सुनील ने तीव्र स्वर से पूछा ।
“मिस्टर... क्या नाम है तुम्हारा ?”
“सुनील ।”
“देखो मिस्टर सुनील, तुम चीन में मार्क हैरिसन की हत्या करने आये हो ताकि वह चीनियों के चुंगल में पड़कर अपनी जबान न खोल सके । लेकिन अगर वह बिना चीनियों के हाथ में न आये चीन से फरार हो जाने में सफल हो जाये तो तुम्हें उसको जीवित रहने देने में क्या ऐतराज है ?”
“अगर ऐसा सम्भव है तो कोई ऐतराज नहीं ।” - सुनील धीरे से बोला ।
“मेरे ख्याल में ऐसा सम्भव है । अगर चेन पियाओ तुम्हारे लिये कुछ कर सकता है तो वह मार्क हैरिसन के लिये भी कर सकता है ।”
“लेकिन वह है कहां ?”
अजरा गमाल कुछ क्षण चुप रही और फिर धीरे से बोली - “मेरे फ्लैट में ।”
“क्या ?” - सुनील हैरानी से बोला ।
“वह जब से अपने घर से फरार हुआ है तभी से वह मेरे फ्लैट में छुपा हुआ है । मैं...”
उसी समय किसी ने केबिन का द्वार खटखटाया ।
सुनील ने प्रश्नसूचक नेत्रों से अजरा गमाल की ओर देखा । उसका हाथ अपने आप ही रिवाल्वर की मूठ पर रेंग गया ।
अजरा अपने स्थान से उठी । उसने आगे बढ कर दरवाजा खोल दिया ।
केबिन के बाहर हाथ में एक सूटकेस थामे मार्क हैरिसन खड़ा था । सुनील को देखकर वह चौंका ।
“भीतर आओ ।” - अजरा गमाल तीव्र स्वर में बोली ।
मार्क हैरिसन भीतर आ गया । अजरा गमाल ने दुबारा दरवाजा बन्द कर दिया । मार्क हैरिसन एक कुर्सी पर बैठ गया और नर्वस ढंग से सुनील की ओर देखने लगा ।
“तुम मार्क हैरिसन हो” - सुनील उसे देखता हुआ निश्चयात्मक स्वर में बोला - “तुमने अपने बाल रंग लिये हैं, मूंछे साफ कर दी हैं और चश्मा उतार दिया है ।”
मार्क हैरिसन घबरा गया । उसका हाथ कोट की जेब में रखी रिवाल्वर की ओर रेंग गया ।
“घबराओ नहीं” - अजरा गमाल बोली - “यह दोस्त है ।”
“मेरा नाम सुनील है ।” - सुनील बोला ।
मार्क हैरिसन ने नर्वस भाव से सिर हिलाया ।
“मैं उन लोगों का प्रतिनिधि हूं जिनकी वजह से बैंक आफ इंगलैंड में तुम्हारे नाम डेढ लाख पाउण्ड जमा है ।”
मार्क हैरिसन चुप रहा ।
सुनील ने दुबारा बोलने के लिए मुंह खोला लेकिन अजरा गमाल ने उसे रोक दिया । वह मार्क हैरिसन की ओर घूम कर बोली - “तुम यहां कैसे आ गये ?”
“अजरा” - मार्क हैरिसन भयभीत स्वर से बोला - “सिक्योरिटी पुलिस तुम्हें भी चैक कर रही है ।”
“क्या ?” - अजरा गमाल चौंक कर बोली ।
“एक आदमी तुम्हारे फ्लैट पर आया जो तुम्हारे कमरे की अलमारी के पीछे एक माइक्रोफोन छुपा गया है । इसका एक ही मतलब हो सकता है । वे लोग तुम्हारे बारे जानते हैं लेकिन किसी वजह से अभी तुम पर हाथ नहीं डाल रहे ।”
“वह वजह तुम हो” - अजरा गमाल तीव्र स्वर में बोली - “शायद वे इस बात की अपेक्षा कर रहे हैं कि तुम मुझे से सम्पर्क स्थापित करोगे ।”
“हां । शायद ।”
“फिर ?”
“जिस आदमी ने तुम्हारे कमरे में माइक्रोफोन छुपाया था, उसके तुम्हारे फ्लैट से निकलते ही फायरिंग शुरू हो गई । मुझे वहां रहना बड़ा असुरक्षित लग रहा था । इसलिये शान्ति होते ही मैं वहां से खिसक आया । एक आदमी ठीक फ्लैट के सामने सड़क पर गोली का शिकार होकर मरा पड़ा था । किसी भी क्षण वहां पुलिस पहुंचने वाली थी । बाद में बहुत बखेड़ा हो सकता था । इसलिये मैं फौरन वहां से निकल आया । और अजरा, अब तुम्हारा भी वहां रहना खतरे से खाली नहीं है । मैं इस सूटकेस में कुछ तुम्हारे भी कपड़े वगैरह भर लाया हूं । मेरी राय में हमें फौरन यहां से खिसक चलना चाहिये । वे लोग तुम्हारी तलाश में वहां भी आ सकते हैं ।”
“लेकिन हम जायेंगे कहां ?”
“क्या तुम्हारा दोस्त चेन पियाओ हमें शरणा दे सकता है ?”
“वह हमें शरण तो दे सकता है लेकिन सवाल यह है कि हम तीनों को अपने फार्म में छुपा कर रखने की चक्कर में वह खुद किसी मुसीबत में न पड़ जाये ।”
अजरा गमाल ने सुनील ओर संकेत कर दिया ।
“मार्क” - वह बोली - “मेरे फ्लैट पर फायरिंग इसी की वजह से हुई थी । अब वह लोग इसकी भी तलाश कर रहे हैं ।”
मार्क हैरिसन चुप रहा । उसने सुनील की ओर देखा । उस की सूरत से ऐसा लग रहा था जैसे उसे सुनील का अपने और अजरा में शामिल होना अच्छा न लग रहा हो ।
“लेकिन इतनी रात गये तिंग-फू पहुंचना भी कोई आसान बात थोड़े ही है” - अजरा गमाल चिन्तित स्वर में बोली - “हमें हर हाल में कल सुबह तक यहीं कहीं छुपा रहना पड़ेगा ।”
“क्या हम कार द्वारा रात को ही तिंग-फू नहीं जा सकते ?” - सुनील बोला ।
“जा क्यों नहीं सकते । लेकिन कोई सवारी तो नहीं है ।”
“कार को सवारी नहीं मानती तुम ?”
“कार किसके पास है ?”
“क्लब के कम्पाउण्ड में दो कारें खड़ी हैं । उनमें से एक कार चुराई जा सकती है ।”
“लेकिन इसमें खतरा है ।”
“रात भर यहां ठहने में ज्यादा खतरा है । वह छोटा खतरा उठाना ही पड़ेगा ।”
“तुम कार का ताला कैसे खोलोगे और फिर बिना चाबी के इग्नीशन कैसे ऑन करोगे ?”
“कर लूंगा ?” - सुनील निश्चयात्मक स्वर से बोला ।
“तो करो फिर ।”
“ओके ।” - सुनील अपने स्थान से उठता हुआ बोला - “पांच मिनट बाद तुम लोग बाहर कम्पाउण्ड में आ जाना ।”
अजरा ने स्वीकृति सूचक ढंग से सिर हिला दिया । मार्क हैरिसन बिना हिले-जुले चुपचाप बैठा रहा ।
सुनील उठ कर केबिन से बाहर निकल आया ।
वह बाहर कम्पाउण्ड में पहुंचा । कम्पाउण्ड के एक कोने में काले रंग की पुरानी सी कार खड़ी थी । सुनील टहलता हुआ कार की ड्राइविंग सीट की ओर वाले दरवाजे के समीप पहुंचा । उसने चुपचाप जेब से साइलेंसर लगी रिवाल्वर निकाली और दरवाजे के ताले के साथ लगाकर फायर किया ।
हल्की सी खड़ाक की आवाज हुई ।
सुनील ने रिवाल्वर फिर पतलून की बैल्ट में घोंस ली । उसने हैंडल घुमाकर दरवाजा अपनी ओर खींचा । दरवाजा खुल गया ।
सुनील जल्दी से कार के भीतर घुस गया ।
अगले तीन मिनटों में उसने बिना इग्नीशन के ताले को छेड़े इग्नीशन के सर्कट को शार्ट करके कार स्टार्ट कर ली ।
उसी क्षण अजरा गमाल और मार्क हैरिसन क्लब की इमारत से बाहर निकले । अजरा गमाल ने अपना अरब बैली डांसर वाला कास्ट्यूम उतार दिया था । अब वह एक टाइट पतलून और एक बड़े कालर वाला लम्बा कोट पहने हुए थे ।
सुनील ने कार की खिड़की में से हाथ निकाल कर उन्हें संकेत किया ।
दोनों तत्काल कार के समीप पहुंचे ।
“तुम हटो” -अजरा गमाल सुनील से बोली - “मैं ड्राइव करती हूं ।”
सुनील फौरन बगल की सीट पर सरक गया ।
अजरा गमाल ड्राइविंग सीट पर आ बैठी । मार्क हैरिसन सूटकेस सम्भाले कार की पिछली सीट पर जा बैठा ।
अजरा गमाल ने गाड़ी को फौरन गीयर में डाल दिया । गाड़ी कम्पाउन्ड के फाटक से गुजर कर बाहर मेन रोड पर आ गई ।
उसी क्षण पुलिस की दो गाड़ियां तेजी से क्लब के कम्पाउन्ड में प्रविष्ट हुई ।
“बच गये ।” - अजरा गमाल छुटकारे की गहरी सांस लेती बोली । उसने कार को ट्रैफिक में डाल दिया ।
“क्लब में ये लोग तुम्हारे ही लिये आये होंगे ।”
अजरा गमाल ने सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया । वह सोच रही थी कि अगर मार्क हैरिसन ने ऐन मौके पर आकर चेतावनी न दी होती तो इस समय वह सिक्योरिटी पुलिस के चंगुल में होती ।
“उन लोगों ने सड़कों पर चैकिंग का भी इन्तजाम जरूर किया होगा ।” - सुनील बोला ।
“मुझे ध्यान है उसका ।” - अजरा गमाल बोली - “लेकिन जिन सड़कों पर कार ड्राइवर करती हुई मैं तिंग फू तक पहुंचूंगी उसके रास्ते में, मुझे विश्वास है कोई चैकिंग पोस्ट नहीं आयेगी ।
अजरा गमाल बड़ी दक्षता से गाड़ी चलाती रही । गाड़ी पीकिंग की घनी आबादी से बाहर आ गई और एक ऐसी सड़क पर दौड़ने लगी जिस पर अंधेरा था और ट्रैफिक नहीं के बराबर था ।
“इस रास्ते से हमें बीस पच्चीस मील का चक्कर तो फालतू करना पड़ेगा ।” - अजरा गमाल बोली - “लेकिन यह रास्ता बहुत सुरक्षित है ।”
“मुझे तुम अपने दोस्त चेन पियाओ के बारे में और बताओ ।” - सुनील बोला ।
“और क्या बताऊं ?”
“क्या तुन चेन पियाओ के साथ अक्सर मिलती रहती हो ?”
“क्यों ?”
“क्योंकि तुम्हारे फरार हो जाने के बाद वे लोग तुम्हारे दोस्तों को भी चैक करेंगे । तफ्तीश के दौरान में अगर चेन पियाओ का भी नाम आ गया तो वे चेन पियाओ से तुम्हारे बारे में जरूर पूछेंगे ।”
“उन्हें चेन पियाओ का ख्याल नहीं आयेगा” - अजरा गमाल निश्चयात्मक स्वर में बोली - “मुझे उससे मिले दो साल से ज्यादा हो गये हैं और मैंने आज तक कभी उसका जिक्र अपने जानकार के सामने नहीं किया है ।”
“तुम कभी तिंग फू में उसके फार्म पर गई हो ?”
“चार साल पहले एक बार गई थी ।”
“वह जगह कैसी है ?”
“एकदम तनहा ।”
“वहां वह अकेला रहता है ?”
“नहीं उसकी बीवी भी है ।”
“तुम्हें विश्वास है कि वह हमारी सहायता करेगा !”
“हां । पूरा विश्वास है ।”
सुनील चुप हो गया ।
उसके बाद तिंग फू पहूंच जाने तक कोई कुछ नहीं बोला । सौभाग्यवश रास्ते में उन्हें किसी प्रकार की बाधा का सामना नहीं करना पड़ा ।
अजरा गमाल ने कार को एक कच्ची सड़क पर मोड़ दिया । थोड़ी देर बाद कार को उसने एक लड़की के फाटक के सामने रोक दिया । फाटक एक बड़े से फार्म को घेरे एक कान्टेदार बाड़ में लगा हुआ था । बाड़ द्वारा घिरे फार्म के बीच में एक छोटा सा घर और घर की बगल में एक खलियान दिखाई दे रहा था ।
“तुम दोनों कार में ही ठहरो” - अजरा गमाल बोली - “मैं चेन पियाओ से बात करके आती हूं ।”
सुनील और मार्क हैरिसन दोनों ने सहमति सूचक ढंग से सिर हिला दिया ।
अजरा गमाल कार से उतर गई और फाटक ठेलकर फाटक के भीतर घुस गई ।
खलियान के पास कहीं कोई कुत्ता भौंकने लगा ।
***
सिक्योरिटी पुलिस के हैडक्वार्टर में चीफ के कमरे में क्वांग चू मिंग चीफ को रिपोर्ट कर रहा था
“अजरा गमाल के साथ दो आदमी और भी थे ।” - क्वांग चू मिंग बता रहा था - “एक वेटर ने उन दोनों को देखा था । वेटर द्वारा बयान किये हुलिये के अनुसार एक आदमी निश्चय ही सुनील था और दूसरा मार्क हैरिसन हो सकता है ।”
“हो सकता है, क्या मतलब ?” - चीफ ने तीव्र स्वर से पूछा ।
“अगर मार्क हैरिसन ने अपना चश्मा उतार दिया हो, मूछें साफ कर दी हों और बाल रंग लिये हों तो वह तीसरा आदमी जरूर मार्क हैरिसन था । मैंने वेटर को मार्क हैरिसन का हुलिया बयान किया था । उसके बयान किया था । उसके बयान के अनुसार तीसरा आदमी मार्क मार्क हैरिसन हो सकता है ।”
“वह जरूर मार्क हैरिसन ही होगा ।”
“क्लब में से एक कार चोरी चली गई थी । सम्भावना इसी बात की दिखाई देती है कि कार उन्हीं लोगों ने निकल भागने के लिये चुराई है । कार का नम्बर हर चैक पोस्ट पर सर्कुलेट कर दिया गया है और निर्देश भेज दिये गये हैं कि इस नम्बर की कार जहां भी दिखाई दे रोक ली जाये और उसके भीतर मौजूद तमाम आदमियों को गिरफ्तार कर लिया जाये ।”
“अजरा गमाल के फ्लैट की तलाशी ली गई है ?”
“जी हां । हमें अजरा गमाल के फ्लैट में कई स्थानों पर मार्क हैरिसन की उंगलियों के निशान मिले हैं । प्रत्यक्ष है कि हैरिसन मुझे घायल करके अपने फ्लैट में से भागने के बाद से ही अजरा गमाल के फ्लैट में घुसा हुआ था ।”
“और ?”
“अजरा गमाल के फ्लैट की तलाशी में वहां उसकी तसवीरों की एक एलबम बरामद की गई थी । उस एलबम में एक तसवीर वह भी थी ।”
और क्वांग चू मिंग ने एक पोस्ट कार्ड साइज की तसवीर चीफ की ओर बढा दी ।
चीफ ने तसवीर देखी । तसवीर में अजरा गमाल के साथ एक भारी बदन का चीनी खड़ा था । तसवीर की बैकग्राउण्ड में एक फार्म हाउस और फार्म हाउस की बगल में एक खलियान दिखाई दे रहा था ।
“इस तसवीर में खास क्या है ?” - चीफ ने तसवीर क्वांग चू मिंग को वापिस लौटाते हुये पूछा ।
“इस तस्वीर में अजरा गमाल के साथ मौजूद आदमी को मैं पहचानता हूं ।”
“कौन है यह ?”
“इसका नाम चेन पियाओ है । चेन पियाओ का बाप मेई पियाओ और अजरा गमाल का बाप चांग तेलियांग दोनों बड़े गहरे मित्र थे । दोनों ही एक एण्टी-कम्यूनिस्ट रैली में पकड़े गये थे और एक साथ गोली से उड़ा दिये गये थे । पिताओं की मित्रता की वजह से औलाद में भी मित्रता होने की काफी सम्भावना है । चेन पियाओ और अजरा गमाल में काफी घनिष्टता है इसका एक प्रमाण यह तस्वीर ही है ।”
“अच्छा फिर तुम कहना क्या चाहते हो ?”
“मैं यह कहना चाहता हूं कि चेन पियाओ का तिंग फू में फार्म है और अगर मैं भूल नहीं कर रहा हूं तो इस तस्वीर की बैकग्राउण्ड में दिखाई देने वाला फार्म हाउस और खलियान उसी फार्म का हिस्सा है । तस्वीर सिद्ध करती है कि अजरा गमाल उस फार्म पर जाती भी है । तिंग फू थोड़ी सी आबादी वाला एक तनहा सा देहाती इलाका है । चेन पियाओ का फार्म हाउस गद्दारों के छुपने के लिये बड़ी सुविधाजनक जगह हो सकता है । चेन पियाओ का बाप गद्दार था इसलिये अगर वह भी गद्दार हो तो इसमें कोई भारी हैरानी की बात नहीं है । मुझे अजरा गमाल की अपने साथियों को लेकर चेन पियाओ के फार्म पर जाने की काफी सम्भावना दिखाई देती है ।”
“चैक करो ।” - चीफ उतावले स्वर से बोला - “फौरन चैक करो । तुम अपने साथ ढेर सारे आदमी लेकर अभी रवाना हो जाओ ।”
“बेहतर ।”
“च्यांग लू का क्या हाल है ?”
“वह अच्छा है । उसके कन्धे में जो गोली लगी थी वह केवल गोश्त में से गुजर गई है । हड्डी को कोई चोट नहीं पहुंची है । वह जल्दी ही ठीक हो जायेगा ।”
“उसे अपने साथ ले जाओ ।”
“जी ?”
“हां च्यांग लू को अपने साथ ले जाओ । वह इतना घायल नहीं है कुछ कर न सके उसे आराम मत करने दो । फिलहाल उसकी लापरवाही की उसे यही सजा है ।”
“बहुत अच्छा जी ।” - क्वांग चू मिंग गहरी सांस लेकर बोला । उसने चीफ का अभिवादन किया और कमरे से बाहर निकल आया ।
***
चेन पियाओ को अजरा गमाल ने सोते से जगाया था । उसने उन लोगों को शरण देने में एक मिनट की भी हिचकिचाहट नहीं दिखाई थी । चेन पियाओ के निर्देश पर कार को खलियान में बन्द कर दिया गया था ।
“हूं ।” - सारी स्थिति समझ चुकने के बाद केवल यही एक शब्द चेन पियाओ के मुंह से निकला ।
सुनील, अजरा गमाल और मार्क हैरिसन आशा पूर्ण नेत्रों से चेन पियाओ का मुंह ताक रहे थे ।
चेन पियाओ की पत्नी जो अपने पति की बगल में बैठी थी । वह एकदम चुप थी ।
“बहुत कठिन काम है” - चेन पियाओ बोला - “मैं जाली पासपोर्ट का इन्तजाम कर सकता हूं । लेकिन जाली पासपोर्ट की सहायता से इस देश से बाहर निकलने का विचार भी करना वर्तमान स्थिति में भारी मूर्खता होगी । फ्रन्टियर के चप्पे-चप्पे की निगरानी हो रही होगी । इसलिये आप चुपचाप बार्डर क्रास करके भी चीन से नहीं खिसक सकते ।”
“फिर ?” - मार्क हैरिसन निराश स्वर से बोला ।
“मुझे नेफा बार्डर पर एक ऐसी टुकड़े का ज्ञान है जहां से बार्डर क्रास किया जा सकता है लेकिन इसके लिये बहुत खतरा उठाना पड़ेगा और भारी मेहनत करनी पडेगी । बार्डर तक पहुंचने के लिये भी तकलीफ उठानी पड़ेंगी । बार्डर के सौ ली पास तक हम कार पर जा सकते हैं । उसके बाद बार्डर तक पहुंचने के लिये पैदल चलना पड़ेगा क्योंकि उस इलाके में कार पर सफर करने का मतलब है सीधे फौज के हाथों में पड़ना । वहां पहुंचने के बाद आप लोगों की यही करना पड़ेगा कि दिन में आप कहीं छुपे रहें और रात में पैदल बार्डर की ओर बढें । इस प्रकार पैदल बार्डर तक पहुंचने में आपको चार दिन लग जायेंगे ।”
मार्क हैरिसन के चेहरे पर हताशा के भाव छा गये । प्रत्यक्ष था कि पैदल चलने का प्रोग्राम उसे रुचिकर नहीं लग रहा था ।
“और कोई तरकीब नहीं ?” - उसने पूछा ।
“नहीं” - चेन पियाओ बोला - “अगर है तो उसकी जानकारी कम से कम मुझे नहीं है । जिस रास्ते का मैंने जिक्र किया है, उस रास्ते से फ्रन्टियर क्रास करने में मैं तुम लोगों की पूर्ण सहायता कर सकता हूं और आप लोगों की जानकारी के लिये वह रास्ता मेरा आजमाया हुआ है । लगभग एक साल पहले मैंने इसी रास्ते से अपने एक दोस्त को चीन से निकल जाने में सहायता की थी और वह सफल रहा था ।”
उसी क्षण एकाएक सुनील की दृष्टि कमरे के कोने पड़ी एक मेज की ओर उठ गई । मेज पर फ्रेम में जड़ी एक तस्वीर रखी थी । तस्वीर में चेन पियाओ के साथ अजरा गमाल खड़ी थी । तस्वीर की बैकग्राउण्ड में एक फार्म हाउस और फार्म हाउस को बगल में खलियान दिखाई दे रहा था । सुनील बैकग्राउण्ड को फौरन पहचान गया । वह चेन पियाओ के ही फार्म की तस्वीर थी ।
सुनील अपने स्थान से उठा और तेजी से मेज के पास पहुंचा उसने मेज पर से तस्वीर उठा ली ।
कमरे में मौजूद सब लोग उसका मुंह देखने लगे ।
सुनील तस्वीर हाथ में लिये अजरा गमाल के पास पहुंचा ।
“इस तस्वीर की कापी तुम्हारे पास भी है ?” - सुनील ने पूछा ।
“हां, है” - अजरा गमाल बोली - “क्यों ?”
“तुमने अपनी तस्वीर कहां रखी हुई है ?”
“अपनी ऐलबम में ।”
“और ऐलबम तुम्हारे फ्लैट में है ।”
“हां । क्यों ?”
“हो गया काम ।” - सुनील निराश स्वर में बोला ।
“क्या हो गया ?” - चेन पियाओ बोला ।
“इस तस्वीर की कापी अजरा के फ्लैट में है । तलाशी में यह तस्वीर जरूर बरामद होगी । कोई न कोई तुम्हें और तुम्हारे फार्म को जरूर पहचान लेगा और फिर वे लोग चैकिंग के लिये यहां जरूर आयेंगे ।”
मार्क हैरिसन और अजरा गमाल के चेहरे पर घबराहट के भाव उभर आये लेकिन चेन पियाओ शान्त था ।
“सिक्योरिटी पुलिस किसी भी क्षण यहां पहुंच सकती है” - सुनील बोला - “हमें यहां से फौरन निकल चलना चाहिये ।”
“लेकिन यहां से निकल कर हम जायेंगे कहां ?”
सुनील ने प्रश्नसूचक नेत्रों से चेन पियाओ की ओर देखा ।
“सारी ।” - चेन पियाओ बोला - “अब मैं तुम लोगों को कोई मदद नहीं कर सकता ।”
“क्यों ?” - सुनील हैरानी से बोला ।
“क्योंकि मैं खुद यहां से फौरन भाग रहा हूं” - चेन पियाओ बोला - “सिक्योरिटी पुलिस की जानकारी में आना मेरे लिये खतरनाक है । सरकार ने मेरे बाप को गद्दार की संज्ञा देकर गोली से उड़ा दिया था । एक कथित गद्दार की औलाद के साथ वे नर्मी से पेश नहीं आयेंगे और एक बार चायनीज सिक्योरिटी पुलिस के चुंगल में फंस जाने के बाद आपकी क्या दुर्गति हो सकती है इसका अन्दाजा आपको नहीं हो सकता । इससे पहले कि सिक्योरिटी पुलिस का साया भी मुझ पर पड़े मैं मर जाना ज्यादा पसंद करूंगा । मैं अपनी बीवी के साथ यहां वह फौरन भाग रहा हूं ।”
उसने अपनी पत्नी को चीनी में कुछ कहा । वह फौरन उठ कर दूसरे कमरे में चली गई ।
“लेकिन भाग तो हम भी यहां से रहे हैं । क्या तुम हमारे साथ नहीं चलोगे ?” - सुनील ने पूछा ।
“मैं तुम्हारे साथ नहीं चलूंगा” - चेन पियाओ बोला - “मैं तुम्हें वह स्थान बताऊंगा जहां से नेफा बार्डर क्रास किया जा सकता है ।”
“लेकिन तुम क्या करोगे ?”
“मैं अपनी पत्नी और अजरा गमाल के साथ एक दूसरे रास्ते से चीन से निकल जाऊंगा ।”
“यानी कि कोई दूसरा रास्ता भी है ?”
“है लेकिन वह रास्ता तुम्हारे काम का नहीं है ।”
“क्यों ?”
“क्योंकि तुम दोनों चीनी नहीं हों और जो रास्ता मेरे दिमाग में है उसमें केवल चीनी के ही चीन से निकल पाने की सम्भावना है ।”
“लेकिन वह रास्ता है कौन सा ? मुझे भी तो मालूम हो !”
चेन पियाओ एक क्षण हिचकिचाया और फिर बोला - “चीन की गरीबी से तंग आकर यहां से लोग अक्सर बाहर भागते रहते हैं । वे लोग बजरों की (एक प्रकार की नाव) सहायता से पानी के रास्ते लुक छिप कर मकाड पहुंच जाते हैं मकाड पर पुर्तगाल का अधिकार है । पुर्तगाली इन जबरदस्ती छुप आने वाले रिफ्यूजियों को न रोक पाते हैं और न रोकने में विशेष दिलचस्पी दिखाते हैं । मकाड से ये लोग अपने बजरों को तैराते हुये समुद्र के रास्ते हांगकांग पहुंच जाते हैं । हांगकांग की अंग्रेजी पुलिस इन बजरों पर बड़ी तेज नजर रखती है लेकिन फिर भी रिफ्यूजी हांगकांग में पहुंच ही जाते हैं । पुलिस को धोखा देना इसलिये आसान है क्योंकि हांगकांग में पहले से ही मौजूद चीनी रिफ्यूजी नये आने वालों की मदद करते हैं ।”
“कैसे ?”
“हांगकांग की आधे से ज्यादा आबादी पानी में रहती है । पानी मे तैरते हुये बजरे ही उनके घरबार है । अबरदीन हार्बर पर तुम्हें ऐसे हजारों बजरे तैरते हुये मिलेंगे जिन पर लोग बरसों से रह रहे हैं । समुद्र बहुत विशाल है । उसमें सबके लिये जगह है लेकिन किसी गरीबी चीनी परिवार के लिये हांगकांग द्वीप या कोलून प्रायद्वीप की धरती पर जगह नहीं है । पानी में रहने वाले ये चीनी अपने सैकड़ों बजरे तैराते हुये दूर समुद्र में ले जाते हैं । वहां पर नये आये चीनी रिफ्यूजी अपने बजरों को इनके बजरों के झुण्ड में मिला लेते हैं । सारे बजरे देखने में एक से लगते है इसीलिये पुलिस को यह नहीं मालूम होता कि उन में घुसपेठिये कौन हैं ? एक बार रिफ्यूजियों का बजरा जब हांगकांग के पानियों में पहुंच जाता है तो फिर पुलिस भी उन्हें तंग नहीं करती । अंग्रेजी पुलिस को वास्तव में चीनी रिफ्यूजियों से सहानूभूति है । पुलिस सोचती है कि जब ये लोग इतनी मुसीबतें उठाने के बाद चीन के चंगुल से निकल कर यहां पहुंच ही गये हैं तो अब उन्हें वापिस भेजना ठीक नहीं । परिणामस्वरूप उन रिफ्यूजियों को मान्यता के सरकारी कागज मिल जाते हैं और वे हांगकांग के ही होकर रह जाते हैं । मिस्टर, मैं, मेरी बीवी और अजरा गमाल चीनी रिफ्यूजियों के झुंड में शामिल होकर मकाड के रास्ते हांगकांग पहुंच सकते हैं लेकिन तुम और मार्क हैरिसन ऐसा नहीं कर सकते ।”
“हांगकांग पहुंचकर धन के मामले में तुम्हारी क्या स्थिति होगी ?” - सुनील ने पूछा ।
“बहुत बुरी । भूखे मरने की नौबत भी आ सकती है लेकिन सिक्योरिटी पुलिस के चंगुल में फंस कर जान देने से भूखे मर जाना ज्यादा अच्छा है और वैसे यहां भी मेरी स्थिति कोई विशेष अच्छी नहीं है ।”
“क्यों ? इतना बड़ा फार्म है तुम्हारा ।”
“हां है” - चेन पियाओ विष भरे स्वर में बोला - “लेकिन इसमें जो कुछ मैं उगाता हूं, उसमें से उतना ही मेरे पल्ले पड़ता है । जितने से मैं अपने और अपनी बीवी के लिये दो वक्त का खाना जुटा सकूं । उत्पादन का नब्बे प्रतिशत भाग सरकार जबरदस्ती छीनकर ले जाती है ।”
“चेन पियाओ” - सुनील गम्भीर स्वर से बोला - “मुझे विश्वास है कि तुम्हारी सहायता के बिना हम नेफा बार्डर क्रास नहीं कर सकते । या तो तुम भी हमारे साथ चलो या हमें अपने साथ ले चलो ।”
“मैं तुम्हें अपने साथ नहीं ले जा सकता” - चेन पियाओ दृढ स्वर में बोला - “वजह मैं तुम्हें पहले ही बता चुका हूं ।”
“तो फिर तुम हमारे साथ चलो ।”
चेन पियाओ ने नाकारात्मक ढंग से सिर हिला दिया ।
“चेन पियाओ, देखो । मैं भारत सरकार का प्रतिनिधि हूं । तुम मेरे साथ चलो । मैं भारत में तुम्हारे लिये हर प्रकार कर सुख सुविधा जुटाने का वादा करता हूं । मैं तुम्हें विश्वास दिलाता हूं कि तुम्हें मेरे साथ भारत चलने में अफसोस नहीं होगा । वहां तुम बहुत सुख से रहोगे ।”
“लेकिन मैं भारत में नहीं रहना चाहता । मैं किसी ऐसे देश में नहीं रहना चाहता जहां चीनियों को सन्देह और घृणा की निगाह से देखा जाता है ।”
“तो तुम भारत में मत रहना । मैं तुम्हें भारत से जहां तुम जाना चाहोगे वहां भेजने का इन्तजाम कर दूंगा ।”
“लेकिन...”
“चेन पियाओ” - एकाएक मार्क हैरिसन बोला - “मेरी बात सुनो ।”
चेन पियाओ मार्क हैरिसन की ओर देखने लगा ।
“मैं यहां एक असहाय और विफल आदमी हूं” - मार्क हैरिसन बोला - “लेकिन यहां से बाहर निकलने के बाद मैं बहुत पैसे वाला आदमी हो जाऊंगा । बैंक आफ इंगलैंड में मेरे नाम डेढ लाख पाउन्ड जमा है । तुम चीन से निकलने में मेरी सहायता करो । मैं तुम्हें अपने साथ इंगलैंड ले जाऊंगा और तुम्हें डेढ लाख पाउन्ड में से आधी रकम सौंप दूंगा ।”
सुनील को चेन पियाओ की आंखों में लालच की चमक दिखाई दी ।
“पिचहत्तर हजार पाउन्ड से तुम इंगलैंड में बादशाह की तरह रह सकते हो और इंगलैंड में तुम सुरक्षित भी रहोगे ।”
“लेकिन अगर इंगलैंड पहुंचने पर तुमने मुझे पिचहत्तर हजार पाउन्ड न दिये तो ?”
“जरूर दूंगा । मैं भगवान की सौगन्ध खाकर कहता हूं” - मार्क हैरिसन अपने गले में लटके क्रास को छूता हुआ बोला - “कि मैं अपना वादा पूरा करूंगा ।”
“आल राइट ।” - चेन पियाओ बोला ।
सुनील और मार्क हैरिसन के चेहरों पर हर्ष की लहर दौड़ गई ।
चेन पियाओ ने जोर से अपनी पत्नी को आवाज दी और चीनी में कुछ कहा । फिर वह मार्क हैरिसन की ओर घूमा और बोला - “सुनो मार्क हैरिसन, जिस आदमी के पीछे चीन की सिक्योरिटी पुलिस पड़ जाती है उसका जीवित रहना बहुत कठिन रह जाता है और साधारणतया ऐेसे आदमी को अपने जीवन का मोह नहीं रह जाता । मैं तो वैसे ही मरा हुआ आदमी हूं । अगर हम बार्डर क्रास करने में सफल हो गये और उसके बाद तुमने मुझे धोखा देने की कोशिश की तो मैं तुम्हारे टुकड़े-टुकड़े कर दूंगा । उसके बाद मुझ पर जो बीतेगी मुझे उसकी परवाह नहीं लेकिन इस बात को गांठ बांध लो । मुझे धोखा देने के बाद तुम हरगिज भी जीवित नहीं रह पाओगे ।”
“मैं तुम्हें धोखा नहीं दूंगा ।” - मार्क हैरिसन बोला । उसके स्वर में इमानदारी का पुट था ।
“गुड । यह मत भूलना कि मैं केवल पिचहत्तर हजार पाउन्ड के लालच में तुम्हारा साथ दे रहा हूं वर्ना मकाड के रास्ते हांगकांग भागना मेरे लिये ज्यादा सहूलियत का काम है ।”
“नहीं भूलूंगा ।”
उसी क्षण सो कमरे में लौटी । उससे चेन पियाओ को संकेत किया ।
“आप लोग मेरे साथ आइये ।” - चेन पियाओ बोला ।
सब उठ खड़े हुये । चेन पियाओ उन्हें पिछले कमरे में ले आया । पिछले कमरे में दीवार के सहारे कैनवस के दो बड़े बड़े थैले पड़े थे ।
“मेरी पत्नी ने जरूरत की सारी चीजें इन थैलों में भर दी हैं । इन डिब्बों में बन्द खाना, मोमबत्ती, एक छोटा सा स्टोव, काफी बनाने का सामान और सबके लिये एक एक कम्बल है । यहां से हो हसेन तक हम लोग मेरे उस ट्रक में जा सकते हैं जो मैं मार्केट तक सब्जियां ढोने के काम में लाता हूं । ट्रक पुराना है, कमजोर है लेकिन मुझे विश्वास है कि हम लोग उस पर हो हसेन तक पहुंचने में सुफल हो जायेंगे । उससे आगे का बार्डर तक का सौ मील का फासला हमें पैदल तय करना पड़ेगा मुझे विश्वास है अपने सब्जियों वाले ट्रक पर हम हो हसेन तक सुरक्षित पहुंच जायेंगे ।
“उसके बाद ?” - मार्क हैरिसन ने पूछा ।
“उसके बाद की बात बाद में होगी” - चेन पियाओ बोला - “फिलहाल हमें यहां से फौरन निकलना है । मैं ट्रक निकाल कर लाता हूं आप लोग थैले बाहर लाइये ।”
वे लोग चेन पियाओ के ट्रक में सवार हो गये । थैले ट्रक पर लाद लिये गये थे । सुनील, अजरा गमाल और मार्क हैरिसन ट्रक के पृष्ठ भाग में छुपे हुये थे । चेन पियाओ आगे ड्राइविंग सीट पर बैठा हुआ था । उसकी बगल में उसकी पत्नी सो बैठी हुई थी ।
ट्रक चल पड़ा ।
मेन रोड से बचता हुआ चेन पियाओ कच्चे-पक्के, ऊबड़ खाबड़ रास्तों पर ट्रक चलाता रहा ।
हो हसेन तक वे लोग सुरक्षित पहुंच गये । वहां पहुंचने तक अगली रात हो चुकी थी ।
हो हसेन एक पहाड़ी इलाका था । उन्होंने ट्रक इलाके से दूर ही छोड़ दिया और पहाड़ी पगडण्डी पर छुपते हुये आगे बढने लगा । चेन पियाओ के नेतृत्व में वे लोग एक पहाड़ी पर बढ रहे थे ।
“हम कहां जा रहे हैं ?” - सुनील ने पूछा ।
“अभी मालूम हो जायेगा ।” - चेन पियाओ बोला ।
एक घन्टे के परिश्रम के बाद वे लोग पहाड़ी पर पहुंचे । ऊपर घने पेड़ों से घिरा हुआ एक लकड़ी का केबिन था ।
“यह केबिन हमारा है” - चेन पियाओ बोला - “किसी जमाने में मेरा बाप यहां रहा करता था । अपने बाप की मृत्यु के बाद से मैं यहां पहली बार आया हूं ।”
चेन पियाओ ने ताला खोला । सब लोग भीतर प्रविष्ट हो गये ।
सो ने थैले में से निकाल कर दो मोमबत्तियां जला दी और फिर भोजन के प्रबन्ध में जुट गई ।
चेन पियाओ ने अपनी जेब में से एक नक्शा निकाला और उसे जमीन पर फैला दिया ।
“यह वह स्थान है” - चेन पियाओ नक्शे को एक स्थान पर छूता हुआ बोला - “जहां से हम बार्डर क्रास कर सकते हैं । अब सुनिये कि फ्रन्टियर पर सुरक्षा का क्या इन्तजाम है ।”
चेन पियाओ एक क्षण के लिये रुका और फिर बोला - “फ्रंटियर पर वाच टावर बने हुये हैं जिन पर फौजी तैनात रहते हैं । हर वाच टावर पर सर्च लाइट लगी हुई है और उनमें कहीं भी सम्पर्क स्थापित करने के लिये रेडियो टेलीफोन हैं । वाच टावर से फौजी आस पास के सारे इलाके की निगरानी कर सकते हैं । बार्डर के पास पहले एक कटीले तारों की बाड़ है जिसमें से हर क्षण बिजली का करेंट दौड़ता रहता है । उस बाड़ के आगे के जमीन के टुकड़े पर बारूद की सुरंगें बिछाई हुई हैं । और उसके बाद कटीले तारों की दूसरी बाड़ है । और उसमें भी बिजली का करेंट दौड़ता है ।”
“इतने इन्तजाम के बावजूद भी तुम समझते हो कि हम बार्डर क्रास कर सकते हैं ?” - सुनील निराश स्वर से बोला ।
“कर सकते हैं ।” - चेन पियाओ विश्वास पूर्ण स्वर से बोला ।
“कैसे ?”
“एकदम बार्डर के पास एक बहुत पुरानी खान है । वह खान वहां पर किसी जमाने में यूरेनियम की तलाश में खोदी गई थी । यूरेनियम तो वहां नहीं मिला था इस लिये वह खुदी हुई खान लोगों को भूल चुकी है । हम बार्डर क्रास करने में उस खान का इस्तेमाल कर सकते हैं ।”
“कैसे ? क्या उसका कोई मुंह बार्डर की दूसरी ओर जाकर खुलता है ?”
“यही समझ लो । इस सिलसिले में विस्तार से सब कुछ मैं तुम्हें समय आने पर बताऊंगा ।”
सुनील चुप हो गया ।
“यह केबिन बहुत सुरक्षित है” - चेन पियाओ बोला - “कम से कम चार दिन हम यहीं छुपे रहेंगे । बार्डर पर हमारे बारे में सूचना पहुंच चुकी होगी इसलिये हमारा तत्काल बार्डर क्रास करने का प्रयत्न खतरनाक सिद्ध हो सकता है । चार दिन बाद निगरानी करने वाले भी बोर हो कर ढीले पड़ जायेंगे । तब हम बार्डर की ओर रवाना होंगे ।”
कोई कुछ नहीं बोला ।
“हालांकि यह केबिन बिल्कुल सुरक्षित है लेकिन फिर भी रात को पहरे का प्रबन्ध करना होगा । रात को मैं तुम और मार्क हैरिसन बारी बारी तीन शिफ्टों में पहरा देंये । ओके ?”
सुनील ने सहमति सूचक ढंग से सिर हिला दिया ।
***
हो हसेन का इलाका मिलिट्री की छावनी लगने लगा था । हो हसेन के बाद एक मैदान में कई मिलिट्री के ट्रक और जीपें खड़ी थी और वहां कम से कम तीन सौ सशसत्र वर्दीधारी सैनिक दिखाई दे रहे थे ।
क्वांग चू मिंग अस्थायी छावनी तक आने वाली कच्ची सड़क के किनारे खड़ा था ।
उसी क्षण ट्रक सड़क पर एक धूल उड़ाती हुई जीप आती दिखाई दी ।
क्वांग चू मिंग सतर्क हो गया । उससे तीन कदम पीछे च्यांग लू सावधान की मुद्रा में खड़ा था । वहां सिक्योरिटी पुलिस का चीफ तांग फान सी आने वाला था और च्यांग लू उस समय अपने घायल कन्धे के दर्द को भूल कर बहुत तत्पर दिखाई देने का प्रयत्न कर रहा था ।
जीप क्वांग चू मिंग की बगल में आकर रुकी । जीप में से तांग फान सी निकला ।
क्वांग चू मिंग और च्यांग लू ने बड़ी तत्परता से उसकी अभिवादन किया ।
“रिपोर्ट !” - चीफ बोला ।
“हमारे चेन पियाओ के फार्म में पहुंचने से पहले ही वे लोग वहां से निकल चुके थे” - क्वांग चू मिंग बोला - “उन लोगों द्वारा क्लब में से चुराई गई गाड़ी फार्म के खलियान में बन्द मिली थी । चेन पियाओ के पास पुराना सब्जी ढोने वाला ट्रक है जो फार्म में मौजूद नहीं था । बाद में तफतीश करने पर मालूम हुआ था कि चेन पियाओ और उसकी पत्नी सो अपना सब्जी ढोने वाला ट्रक कच्चे रास्तों पर चलाते हुये हो हसेन की ओर बढते देखे गये थे । किसी ने सुनील मार्क हैरिसन या अजरा गमाल को नहीं देखा ।”
“वे जरूर ट्रक के पिछले भाग में छुपे होंगे ।” - चीफ बोला ।”
“मेरा भी यहीं ख्याल है । चैन पियाओ का ट्रक हमें यहीं खड़ा मिला था । चेन पियाओ का हो हसेन तक आना यही सिद्ध करता है कि वे लोग जंगलों में छुपते हुये पगडण्डी के रास्ते नेफा बार्डर की ओर बढ रहे होंगे ताकि वे वहां से बार्डर क्रास करके भारत के प्रविष्ट हो सकें ।”
“तुम्हारी राय में वे लोग बार्डर क्रास करने में सफल हो सकते हैं ?”
“नहीं हो सकते ।” - क्वांग चू मिंग निश्चयात्मक स्वर से बोला - “बार्डर पर सुरक्षा का बड़ा तगड़ा इन्तजाम है और वहां पर तैनात फोर्स को सतर्क भी कर दिया गया है ।”
“कामरेड क्वांग चू मिंग” - चीफ तीव्र स्वर से बोला - “कहीं तुम इस बात की प्रतीक्षा तो नहीं कर रहे कि वे लोग बार्डर पर ही पहुंचे तो हम उन्हें गिरफ्तार करो ?”
“नो सर ।” - क्वांग चू मिंग हड़बड़ाकर बोला - “मैं इस धारणा के अन्तर्गत काम कर रहा हूं कि वे लोग हो हसेन और नेफा बार्डर के बीच में ही कहीं हैं । मैंने इस सौ ली के इलाके में सशस्त्र सैनिकों का बहुत बड़ा घेरा डलवा दिया है । सैनिक बड़े तरीके से घेरा छोटा करते जायेंगे और अन्त में वे पांचों आदमी चूहों की तरह हमारे सैनिकों के घेरे में फंसकर रह जायेंगे ।”
“लेकिन अगर वे बार्डर की ओर बढने के स्थान पर कहीं छुपे हुए हुवे तो ?”
“अगर वे कहीं छुपे भी होंगे तो भी वे सैनिकों के घेरे में भीतर ही होंगे और देर सवेर जरूर पकड़े जायेंगे । इस सिलसिले मैं मैंने दूसरा इन्तजाम भी किया है ।”
“क्या ?”
“कल सुबह होते ही एयरफोर्स के तीन हैलीकाप्टर इस इलाके को छानने लगेंगे । अगर वे लोग खुले में कहीं होगे तो जरूर दिखाई दे जायेंगे । वैसे सैनिक हो हसेन के एक एक घर की तलाशी ले रहे हैं । इस बात की सम्भावना तो नहीं कि चीन की देशभक्त जनता शत्रुओं को अपने यहां शरण दे लेकिन फिर भी सावधानीवश एक एक घर चैक किया जा रहा है ।”
“यह पहाड़ी इलाका है । यहां ऐसे केबिन वगैरह भी हो सकते हैं जिनकी जानकारी किसी को न हो और जो पेड़ों से घिरे होने की वजह से आसानी से दिखाई न देते हों ।”
“ऐसे ठिकाने हैलीकाप्टर द्वारा देखे जा सकते हैं । चीफ विश्वास रखिये, उन लोगों को गिरफ्तार करने के प्रयत्नों में कोई कसर छोड़ी नहीं जायेगी ।”
“इसी में तुम्हारी भलाई है ।”
क्वांग चू मिंग कसमसाया ।
“अगर जरूरत समझो तो और सैनिक मंगा लो ।” - चीफ बोला ।
“सैनिक काफी हैं ।” - क्वांग चू मिंग बोला - “दो हजार सैनिक हो हसेन से बार्डर तक के इलाके में घेरा डाले हुये हैं और तीन सौ सैनिक यहां रिजर्व में मौजूद हैं ।”
“गुड ।” - चीफ बोला और वापिस जीप में जा बैठा ।
***
पहरे की आखरी शिफ्ट मार्क हैरिसन के हिस्से में आई थी । चार बजे से उसकी शिफ्ट आरम्भ हुई थी और उसने दिन चढने तक पहरा देना था । वह रिवाल्वर हाथ में लिये केबिन से बाहर एक पेड़ के नीचे बैठा हुआ था ।
और उजाला फैलने लगा था ।
उसी क्षण उसको कानों में हल्की सी घूं घूं की आवाज पड़ी । आवाज पूर्व की ओर से आ रही थी । वह अपने स्थान से उठा और उस दिशा में आंख फाड़-फाड़ कर देखने लगा ।
आवाज समीप आती जा रही थी और तेज होती जा रही थी ।
उसी क्षण नीचे घाटी में पेड़ों के ऊपर उसे एक हैलीकाप्टर उड़ता दिखाई दिया । हैलीकाप्टर उसी दिशा में बढा आ रहा था ।
मार्क हैरिसन स्तब्ध सा खड़ा हैलीकाप्टर को देख रहा था ।
हैलीकाप्टर केबिन के ऊपर के पेड़ों पर से उड़ाने भरता हुआ आगे बढ गया ।
फिर पश्चिम में उसे दूसरा हैलीकाप्टर दिखाई दिया ।
मार्क हैरिसन घबरा गया । वह तेजी से केबिन ओर भागा । केबिन में पहुंचकर उसने सुनील और चेन पियाओ को झिंझोड़ कर जगा दिया ।
“बाहर ।” - वह बोला ।
सुनील और चेन पियाओ हड़बड़ाकर उठे और आंखें मलते हुये मार्क हैरिसन के साथ बाहर निकल आये ।
मार्क हैरिसन ने आसमान पर मंडराते हैलीकाप्टरों की ओर संकेत कर दिया ।
“पेड़ों का झुरमुट बहुत घना है” - चेन पियाओ शान्ति से बोला - “ऊपर से वे हमें या केबिन को नहीं देख सकते ।”
तब तक अजरा गमाल और सो भी जाग गई थी और केबिन के दरवाजे पर आ खड़ी थी ।
सब आसमान की ओर देख रहे थे ।
“एक हैलिकाप्टर और आ गया” - एकाएक मार्क हैरिसन बोला - “उन्होंने जरूर हमें देख लिया है ।”
“पागल मत बनो” - चेन पियाओ बोला - “वे हमें नहीं देख सकते । पेड़ बहुत घने हैं । वे केवल सावधानीवश इलाके को चैक कर रहे हैं ।”
“वे बहुत नीचे उड़ रहे हैं ।” - सुनील चिन्तित स्वर से बोला - “अगर वे इतने नीचे उड़ते हुये हमारे ऊपर से गुजरे तो उन्हें केबिन का आभास जरूर हो जायेगा ।”
उसी क्षण एक हैलीकाप्टर उनके ऊपर से इतना नीचा उड़ता हुआ गुजरा कि हैलीकाप्टर की गति से आन्दोलित हवा को उन्होंने अपने शरीर पर महसूस किया ।
“उसने हमें देख लिया है ।” - मार्क हैरिसन भयभीत स्वर में बोला ।
“नहीं” - चेन पियाओ शान्ति से बोला - “हैलीकाप्टर की रफ्तार बहुत तेज थी । इस रफ्तार पर घने पेड़ों के नीचे कुछ देखा जा पाना सम्भव नहीं दिखाई देता ।”
“और फिर हैलीकाप्टर अभी भी इसी इलाके में उड़ रहे हैं ।” - सुनील बोला - “अगर उन्होंने हमें देख लिया होता तो हैलीकाप्टर हमारे बारे में सूचना पहुंचाने के लिये अभी तक वापस बेस की ओर उड़ गये होते ।”
मार्क हैरिसन चुप रहा लेकिन वह बेहद भयभीत था ।
सूरज निकल आया था और वातावरण प्रकाशित हो उठा था ।
“अगर यहां हैलीकाप्टर हैं तो फौजी टुकड़ियां भी होंगी ।” - मार्क हैरिसन बोला ।
“जाहिर है ।” - सुनील बोला ।
“आओ देखते हैं ।” - चेन पियाओ बोला ।
सुनील और मार्क हैरिसन चेन पियाओ के साथ हो लिये ।
वे पेड़ों से बाहर पहाड़ी के किनारे पर पहुंचे और उन्होंने नीचे हो हसेन की ओर झांका । नीचे मैदान में मिलिट्री के ट्रकों जीपों और सैनिकों को देखकर उनके शरीर में सिहरन दौड़ गई ।
“अब नहीं बच सकते ।” - मार्क हैरिसन निराश स्वर से बोला ।
“अपना थोबड़ा बन्द रक्खो ।” - सुनील नाराजगी भरे स्वर से बोला ।
उसी क्षण दूर से एक हैलीकाप्टर फिर उनकी ओर उड़ता हुआ आता दिखाई दिया । वे लोग लपककर पेड़ों की ओट में हो गये ।
सुनील ने रिवाल्वर अपने हाथ में ले ली । उसने रिवाल्वर की नाल से साइलेंसर उतारा और उसे अपनी जेब में डाल लिया । उसने समीप आते हैलीकाप्टर पर दृष्टि जमा दी ।
समीप आकर एकाएक हैलीकाप्टर ने एक गहरी झोंक खाई । सुनील को एकदम यूं लगा जैसे हैलीकाप्टर सीधा पेड़ों से आ टकरायेगा । नीचे झुकता हुआ हैलीकाप्टर सीधा हुआ । पेड़ों की ऊपरी शाखायें उसके निचले भाग से छू गईं ।
सुनील को पायलेट की बगल में बैठा हुआ च्यांग लू साफ दिखाई दिया । वह आंखों पर दूरबीन लगाये उन्हीं की दिशा में झांक रहा था ।
हैलीकाप्टर शोर मचाते हुये आगे बढ गया ।
“हम देख लिये गये हैं ।” - चेन पियाओ बोला ।
सुनील ने सहमतिसूचक ढंग से सिर हिलाया ।
“हैलीकाप्टर वापिस लौट रहा है ।” - मार्क हैरिसन आतंकित स्वर से बोला ।
सुनील ने देखा, हैलीकाप्टर काफी आगे जाकर मुड़ा और फिर उसी ओर बढा ।
ज्यों ही हैलीकाप्टर उनके ऊपर से गुजरा सुनील ने लगातार दो फायर किये ।
एक गोली हैलीकाप्टर पायलेट के कन्धे में घुस गई ।
हैलीकाप्टर बुरी तरह डगमगाया लेकिन शीघ्र ही संभल गया । फिर हैलीकाप्टर सीधा नीचे की ओर उड़ने लगा ।
उन्होंने हैलीकाप्टर को नीचे मैदान में ट्रकों से थोड़ी दूर उतरते देखा ।
“अब यहां से निकल भागना ही श्रेयस्कर है” - चेन पियाओ बोला - “हैलीकाप्टर हमारे बारे में सैनिक अधिकारियो को सूचना देगा और फिर या तो सैनिक चीटियों की तरह पहाड़ी पर चढ दौड़ेंगे और या फिर वे लोग बाकी दो हैलीकाप्टर की सहायता से हम पर हथगोले बरसाने लगेंगे ।”
“लेकिन हम भागेंगे किधर ?” - सुनील बोला ।
“सैनिक पहाड़ी की ओर बढ रहे हैं ।” - मार्क हैरिसन बोला ।
“इधर से तो सैनिक आ रहे हैं ।” - चेन पियाओ बोला - “हम लोग पहाड़ी पर और ऊपर चढ कर दूसरी ओर उतर सकते हैं ।”
“और अगर उधर भी सैनिक हुए तो ?” - सुनील बोला ।
“तो हमारी किस्मत ।”
“चलो ।” - सुनील बोला ।
वे लोग केबिन में पहुंचे और । लोगों ने जरूरत का सामान समेटा और बाकी कुछ वहीं छोड़ कर केबिन से बाहर निकल आये । चेन पियाओ ने नेतृत्व सम्भाल लिया सब लोग उसके पीछे पहाड़ी पर चढने लगे । सुनील सबसे पीछे चल रहा था । वह रह-रह कर अपने पीछे और आसमान पर दृष्टि फिरा लेता था ।
पहाड़ी के ऊपर पहुंचकर वे लोग नीचे उतरने लगे ।
उन्हें उस ओर सैनिक नहीं दिखाई दिये ।
वे लोग तेजी से पहाड़ी से नीचे उतरने लगे ।
एक स्थान पर आकर वे रुक गये ।
नीचे एक सड़क थी । सड़क पर एक मिलिट्री का ट्रक खड़ा था । ट्रक के सामने तीन फौजी और लैफ्टिनेन्ट खड़ा था । फौजी मशीनगनों से लैस थे ।
“इधर भी फौजी हैं ।” - एकाएक मार्क हैरिसन बोला ।
सुनील ने निचली सड़क पर निगाह डाली । पहाड़ी की जड़ के समीप कई फौजी गाड़ियां और सैकड़ों सैनिक खड़े थे । शायद वे लोग आदेश को प्रतीक्षा कर रहे थे ।
“फौजी इधर भी मौजूद हैं” - सुनील बोला - “हम हर तरफ से फौज से घिरे हुये हैं ।”
“अब बचाव का एक ही तरीका है ।” - चेन पियाओ शान्ति से बोला ।
“कौन सा ?” - सुनील बोला ।
“निचली सड़क पर खड़ा ट्रक हथिया लिया जाये । ऐसा मौका दुबारा नहीं मिलेगा ।”
सुनील ने सहमति सूचक ढंग से सिर हिला दिया ।
“अपनी रिवाल्वर मुझे दो ।” - चेन पियाओ मार्क हैरिसन से बोला ।
मार्क हैरिसन ने हिचकिचाते हुये रिवाल्वर उसे सौंप दी ।
चेन पियाओ ने सुनील को संकेत किया । दोनों सावधानी से आगे बढे । पेड़ों की ओट लेकर आगे बढते हुये वे एकदम सड़क के किनारे पहुंच गये ।
सामने ट्रक खड़ा था ।
चेन पियाओ ने सुनील को संकेत किया । दोनों छलांग भर कर सड़क पर आ गये । चेन पियाओ चिल्लाकर चीनी में कुछ बोला ।
ट्रक के पास खड़े फौजियों को जैसे सांप सूंघ गया ।
चेन पियाओ फिर चीनी में कुछ बोला ।
सैनिकों ने मशीनगनें जमीन पर गिरा दी ।
“इनकी यूनीफार्मं उतरवाओ ।” - सुनील बोला ।
चेन पिचाओ ने चीनी में आदेश दोहराया । फौजियों ने तत्काल अपनी यूनिफार्म उतार दी ।
उसी क्षण अजरा गमाल, सो और मार्क हैरिसन भी ढलान से उतर कर सड़क पर आ गये ।
सुनील को ट्रक में एक रस्सी मिल गई । रस्सी द्वारा चारों फौजियों के हाथ पांव बांध कर उन्हें पेड़ों के झुरमुट के पीछे डाल दिया गया ।
दस मिनट बाद चेन पियाओ और सुनील भी चीनी सैनिकों की यूनिफार्म पहने ट्रक के अग्र भाग में बैठे थे । सुनील फौजी की यूनिफार्म पहने ड्राइविंग सीट पर बैठा था । उसने अपनी लोहे का टोप माथे पर बहुत आगे तक झुका लिया था और यूनिफार्म के कालर ऊंचे कर लिये थे ।
चेन पियाओ लैफ्टीनेन्ट की यूनिफार्म पहने उसकी बगल में बैठा था ।
ट्रक के कैनवस से ढके पिछले भाग में मार्क हैरिसन, अजरा गमाल और सो छुपे बैठे थे । सबने एक एक मशीन गन सम्भाली हुई थी ।
“सीधे चलो ।” - चेन पियाओ ने सुनील को आदेश दिया ।
सुनील ने ट्रक आगे बढा दिया । वह चेन पियाओ के निर्देशानुसार ट्रक चलाता रहा ।
एक स्थान पर सुनील ने ट्रक को दाईं ओर मोड़ा । उसी क्षण विपरीत दिखा से एक जीप उन्हें अपनी ओर बढती दिखाई दी ।
“घबराओ मत” - चेन पियाओ तीव्र स्वर से बोला - “इसी रफ्तार पर ट्रक आगे बढाते रहो ।”
सुनील ने वैसा ही किया । दोनों गाड़ियों के बीच में फासला कम होता गया । फिर किसी ने जीप में से हाथ निकालकर ट्रक को रुकने का संकेत किया ।
सुनील ने ट्रक को जीप के समीप लाकर रोक दिया । उसने अपना सिर और नीचे झुका लिया ।
जीप में से एक मेजर ने सिर बाहर निकाल निकाला ।
“तुम लोग विपरीत दिशा में कहां जा रहे हो ?” - मेजर ने क्रोधित स्वर से पूछा ।
“कामरेड मेजर” - चेन पियाओ आदर्शपूर्ण स्वर से बोला - “डिविजनल कामन्डर ने हमें हैडक्वार्टर लौट जाने लिये कहा है ।”
मेजर जीप में से बाहर निकल आया ।
सुनील का हाथ यूनिफार्म की जेब में रखी रिवाल्वर की ओर सरक गया ।
“तुम्हारा डिविजनल कमान्डर कौन है ?” - मेजर ने समीप आ कर पूछा ।
“कर्नल चेन चाओ माओ ।” - चेन पियाओ बोला ।
मेजर जल्दी से पीछे हट गया ।
“तो फिर बक्त क्यों बरबाद कर रहे हो ?” - वह चिल्ला कर बोला - “जल्दी हैडक्वार्टर पहुंचो ।”
चेन पियाओ के होंठों के कोरों पर एक हल्की मुस्कराहट उभरी जिसे मेजर ने नहीं देखा ।
“यस, कामरेड मेजर ।”” - वह तत्पर स्वर से बोला । उसने सुनील को टहोका और जोर से चीनी में कुछ बोला । सुनील को उसकी बात का अर्थ तो समझ में नहीं आया लेकिन जीप की ओर वापिस लौटते मेजर को देख कर उसे इतना जरूर अनुभव हुआ कि संकट टल गया है । उसे तत्काल ट्रक आगे बढा दिया ।
“मेजर क्या कह रहा था ?” - सुनील ने थोड़ी देर बाद पूछा ।
चेन पियाओ ने अपने और मेजर के बीच में हुये चीनी के वार्तालाप को इंगलिश में अनुवाद करके सुना दिया ।
“तुम कर्नल चेन चाओ माओ को कैसे जानते हो ?” - सुनील ने पूछा ।
“मैं कहां जानता हूं । मैंने तो दी तीन बार अखबार में उसकी तसवीर देखी थी और यह पढा था कि वह इस इलाके का डिवीजन का कमान्डर है । मैंने तो तुक्के के तौर पर उसका नाम इस्तेमाल किया था । तुक्का चल गया ।”
“अब इरादा क्या है ?”
“अब इरादा सीधे बार्डर पर पहुंचने का है । चार दिन तक मामला शान्त हो जाने की प्रतीक्षा करने की स्कीम तो पहाड़ी के केबिन से निकलते ही फेल हो गई थी । भगवान से प्रार्थना करो कि इस ट्रक द्वारा हम सुरक्षित बार्डर के पास तक पहुंच जायें । उसके बाद हम खान के रास्ते को इस्तेमाल करके बार्डर पार करने की कोशिश करेंगे ।”
“तुम भगवान को मानते हो ?”
“क्यों पूछा तुमने ?”
“इसलिये क्योंकि मैंने सुना है कि कम्युनिस्ट भगवान के अस्तित्व को नहीं मानते ।”
“तुम कम्युनिस्ट हो ?”
“नहीं ।”
“मैंने तुमसे भगवान से प्रार्थना करने के लिये कहा था ।”
“ओह !” - सुनील बोला और चुप हो गया ।
चेन पियाओ के निर्देशानुसार ट्रक चलाता हुआ सुनील ट्रक को बार्डर की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर ले आया ।
थोड़ी ही देर बाद उन्हें हो हसेन की ओर बढते हुये ट्रकों की एक कतार मिली । केवल उन्हीं का ट्रक विपरीत दिशा में जा रहा था । सुनील धड़कते दिल से ट्रक को ड्राइव करता रहा । वह किसी भी क्षण टोके जाने की अपेक्षा कर रहा था । लेकिन सौभाग्य वहां ट्रकों के उस काफले में मौजूद किसी भी फौजी अधिकारी ने उन्हें नहीं टोका । किसी ने उनसे यह नहीं पूछा कि वे विपरीत दिशा में क्यों जा रहे हैं ?
ट्रकों का काफला आगे बढ गया । वे फिर बार्डर रोड पर अकेले रह गये ।
लगभग साठ मील का फासला वे सुरक्षित रूप से तय कर आये ।
“रोड ब्लाक ।”” - एकाएक सुनील बोला और उसने ट्रक की रफ्तार कम कर दी ।
सामने सड़क पर एक लकड़ी का बैरियर लगा हुआ था । बैरियर के समीप दो जीपें खड़ी थीं और बैरियर के सामने चार मशीनगन धारी फौजी खड़े थे ।
चेन पियाओ ने ट्रक के पृष्ठ भाग में छुपी अपनी पत्नी को आवाज दी और चीनी में कुछ कहा । उत्तर में सो ने भी चीनी के कुछ शब्द कहे ।
सुनील ने ट्रक को ब्रैरियर के समीप जाकर रोक दिया । उसने पूर्ववत अपना सिर अपनी छाती पर झुका दिया । यूनिफार्म के उठे हुए कालरों और आंखों की ऊपर तक झुकी हुई स्टील हैलमेट की वजह से सामने से उसकी सूरत नहीं देखी जा सकती थी ।
“आप लोग किधर जा रहे हैं ?” - एक लैफ्टीनेन्ट ने ट्रक की खिड़की के समीप आकर चेन पियाओ से पूछा ।
“डिविजनल कमांडर कर्नल चेन चाओ यु आन के आदेश पर हम हैडक्वार्टर वापिस लौट रहे हैं ।” - चेन पियाओ आश्वासन पूर्ण स्वर से बोला ।
“लेकिन डिविजनल हैडक्वार्टर तो इधर नहीं है ।”” - लैफ्टिनेंट कठोर स्वर में बोला ।
“हमसे रास्ता पहचानने में गलती हो गई होगी ।”
“और इस आपरेशन को कर्नल चेन चाओ युआन डायरेक्ट नहीं कर रहा है । इस आपरेशन का इन्चार्ज सिक्योरिटी पुलिस का अधिकारी क्वांग चू मिंग है ।”
“यह सब मुझे नहीं मालूम कामरेड लैफ्टिनेन्ट । हैडक्वार्टर का मुझसे रास्ता पहचानने में गलती हो सकती है लेकिन मुझे चेन चाओ यूआन के लिखित आर्डर मिले हैं कि मैं हैडक्वार्टर रिपोर्ट करूं । मैं आपको आदेश पत्र दिखा सकता हूं ।”
चेन पियाओ ने जेब में हाथ डाला । आदेश पत्र के स्थान पर उसने जेब से रिवाल्वर निकाल ली । रिवाल्वर पर निगाह पड़ते ही लेफ्टिनेंट आतंकित होकर पीछे हटा ।
चेन पियाओ ने फायर किया और साथ ही सुनील को पांव से ठोकर मारी और उसे भाग निकलने का आदेश दिया ।
चेन पियाओ की गोली लैफ्टिनेन्ट के माथे में घुस गई । वह कटे वृक्ष की तरह जमीन पर आ गिरा ।
उसी क्षण सुनील ने गाड़ी आगे बढा दी । उसका पांव पूरी शक्ति से एक्सीलेटर पर जमा हुआ था । ट्रक के सामने खड़े चार सशस्त्र सैनिक चीख मारकर अलग हटे । तीन ट्रक के रास्ते से हटने में सफल हो गये लेकिन चौथा ट्रक की चपेट आ गया । वह ट्रक के पहियों में उलझा हुआ कई गज तक ट्रक के साथ घिसटता चला गया ।
ट्रक की सैनिकों पर पीठ होते ही ट्रक के पृष्ठ भाग की तिरपाल हटाकर मार्क हैरिसन, अजरा गमाल और सो ने मशीन गन की गोलियां पीछे मौजूद सैनिक पर बरसानी आरम्भ कर दीं ।
आक्रमण इतना अप्रत्याशित था कि रोड ब्लाक पर मौजूद सभी सैनिक मशीन गन की गोलियों के शिकार हो गये । किसी को बैरियर के समीप खड़ी जीपों की ओट ले लेने तक का अवसर नहीं दिया ।
उनका ट्रक लकड़ी के बैरियर से टकराया और उसे तोड़ता हुआ दूसरी ओर सड़क पर निकल गया ।
मशीन गन की गोलियों का शिकार बने फौजियों में से एक फौजी मरने से बच गया था । उसके पैर और जांघों में मशीन की कई गोलियां लगी थी लेकिन वह अभी मरा नहीं था । वह घिसटता हुआ एक जीप तक पहुंचा । जीप में ट्रांसमिशन सैट फिट था । उसने रिसीवर उठा कर कान से लगा लिया । फिर हैंडिल घुमाकर सिग्नल किया । रेडियो पर बत्ती जलते ही वह बोला - “मैं डिविजन सैवन से बोल रहा हूं । एक ट्रक डिविजन सैवन के रोड ब्लाक से निकलने में सफल हो गया है । ट्रक में मशीनगन से लैस कई लोग मौजूद थे । मैंने केवल एक आदमी की सूरत देखी थी । वह एक चीनी लैफ्टिनेन्ट था हमारे सारे आदमी मारे गये हैं ।”
यह समाचार जब क्वांग चू मिंग तक पहुंचा तो क्रोध और बेबसी में उसने सिर पीट लिया । उसे विश्वास नहीं हो रहा था कि उसके इतने तगड़े इन्तजाम के बावजूद भी सुनील वगैरह फौज का घेरा तोड़ कर निकलने में सफल हो गये ।
वह फौरन हो हसेन से बाहर एक तम्बू में अस्थायी रूप से बनाये रेडियो कन्ट्रोल रूम में पहुंचा । उसने रिसीवर अपने हाथ में ले लिया और अपने सामने उसने डिविजन का एक बड़ा सा नक्शा फैला लिया । उसने एक हैलीकाप्टर के पायलट से सम्पर्क स्थापित किया ।
“हैलो, हैलो ! हैलीकाप्टर नम्बर दो” - क्वांग चू किंग व्यग्र स्वर से बोला - “एक अकेला मिलिट्री ट्रक सातवीं डिविजन के बैरियर को तोड़कर बार्डर की ओर बढ रहा है । उस ट्रक पर निगाह रखो लेकिन हैलीकाप्टर को ट्रक के ज्यादा पास मत लाना । ट्रक में मौजूद लोगों के पास मशीन गनें हैं ।”
फिर उसने एक अन्य स्विच दबाया और ट्रक के बारे में बार्डर पर मौजूद सैनिक टुकड़ी के इन्चार्ज को चेतावनी भेज दी ।
उसने तीसरा स्विच दबाया । सम्पर्क स्थापित हो जाने के बाद वह बोला - “हैलो, हैलो ! मेजर, एक ट्रक डिविजन सात का बैरियत तोड़कर बार्डर की ओर बढ रहा है । उसके पीछे जाओ और उस ट्रक में मौजूद आदमियों को जिन्दा या मुर्दा अपने अधिकार में कर लो । ओवर ।”
क्वांग चू किंग ने रिसीवर फेंक दिया और अपना माथा थाम लिया ।
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