' भाई क्रांति!' राहुल ने संजय के कान में चिलाकर कहा।

'चिल्ला काहे रहे हो बे?, वही तो हमने कहा क्रांति लाएंगे 'संजय ने कान में उंगली फंसाते हुए कहा।

'अरे भाई रिक्शा में देख क्या क्रांति बैठी हुई हैं' राहुल का इशारा पास वाले रिक्शा से था।

'इसका फिर से शुरू हो गया ।भाई हमको तेरी तरह हर लड़की पसंद नहीं आती 'संजय ने आगे मुंह करके राहुल से कहा

'अबे चूतिये देख तो सही, अगर यह तुझे पसंद नहीं आई तो साला तू उस राम रहीम को ही पटा लियो' राहुल ने संजय की गर्दन घुमाते हुए कहा।

' अबे नहीं देखनी हमको कोई हम तो......'संजय ने जैसे ही उसकी एक झलक देखी उसका मुंह खुला का खुला रह गया क्योंकि जैसे राहुल कह रहा था यह सच में क्रांति थी। वो भी छोटी मोटी नहीं पूरे ' 1857' की क्रांति।

' क्यों बोल... बोल ना है ना क्रांति'राहुल ने शरारती ढंग से पूछा।

' भाई यह तो सच में क्रांति है यार कौन है बे ?हमारी कॉलेज में पढ़ती है क्या?' संजय ने राहुल से पूछा

' कॉलेज यूनिफॉर्म से तो अपनी ही कॉलेज की लग रही है' अंकुश ने गर्दन घुमा कर देख कर कहा।

' राहुल पता लगा बे यार इसका, कौन से स्ट्रीम में है? कौन से क्लास में हैं? मुझे सारी डिटेल चाहिए इसकी ' संजय ने वापस बाइक स्टार्ट करते हुए कहा क्योंकि  सिग्नल ग्रीन हो गया था।

'क्यों बे तुम काहे इंटरेस्ट ले रहे हो इसमें ,लड़की वाला काम तो हमारा है ना' राहुल ने संजय से पूछा।

' अब तुमको क्या कहे राहुल लगता है.... भाई उसको देखकर  हमको भी उ 'लव एट फर्स्ट नाइट' हो गया है' संजय ने जोर से मुस्कुराते हुए एक्सलेटर खींचा।

' उ लव एट फर्स्ट नाइट नहीं' लव एट फर्स्ट साइट' होता है, फर्स्ट नाइट पर तो कुछ और होता है बे और थोड़ा धीरे चलाओ  हमारी फट रही है' अंकुश की आवाज पीछे से आई।

' उ जो भी हो ....हमको हो गया है गुरु....' संजय ने एक्साइटमेंट में और रेस खींच दी।

'बताओ  अभी तो ये मुझे ज्ञान दे रहा था कि तू बावरा हो रहा है लड़कियों के पीछे और खुद ऐसी अजीब हरकते कर रहा है... और धीरे करो साले इसे हमारी भी फटने लगी है ' राहुल ने संजय की लेते हुए कहा।

'तुम दोनों कुछ भी कहो पर हमको तो उससे सच्चा वाला लव हो गया लगता हैं ।' ये कहकर संजय ने रफ्तार और बढ़ा दी,राहुल और अंकुश पीछे से चिलाए।

' अभी उसको देखे 2 मिनट तो हुए नहीं , ना उसका नाम पता हैं और ना ही उसके बारे में कुछ जानता है और इस साले को इश्क भी हो गया है। ' अंकुश ने पीछे से आंखे मिचे हुए कहा।

राहुल और अंकुश ने और भी बहुत कुछ कहा पर संजय ने सुना नहीं वह तो अपनी ही दुनिया में मस्त था उसने सीधी बाइक कॉलेज के सामने ही रोकी।

संजय ने अभी बाइक रोकी ही थी कि इतने में सामने से रोहित भागते भागते हुए आया। अब रोहित का कोई खास परिचय तो नहीं है,बस अगर संजय भैया 'मुन्ना भाई ' है तो रोहित को उसका ' सर्किट 'मान लीजिए।

' क्या हुआ बे? ऐसे ' उसेन बोल्ट' बने क्यों घूम रहे हो? का हुआ ?' संजय ने रोहित को थामकर बात जाननी चाही।

' अरे उ B3 वाले हमको पैसे देने से मना कर रहे है, कह रहे की हम नहीं देंगे पैसे हम नहीं डरते किसी संजय भैया से ' रोहित ने हांफते हुए कहा।

' साला इन नए सपोलो में बहुत गर्मी आ गई है,इनको ठंडाई पिलानी पड़ेगी ....चलो बे हमारे साथ' संजय ने शर्ट कि बाजू फोल्ड करते हुए कहा।

' किस पैसे की बात कर रहे हो ?,संजय तुमने वसूली का धंधा कब चालू किया बे ' राहुल ने पूछा

' अरे! चुनाव आ रहे है तो पैसा तो चाहिए ना महाराज ,और वसूली नहीं कर रहे है,जब चुनाव जीत जाएंगे तो इन्हीं पर तो खर्च करेंगे ' संजय ने कमर पर हाथ रखते हुए कहा।

' जो भी कहो बात तो गलत हैं गुरु अगर ऐसे ही इन्हे डराओगे तो ये तुम्हें वोट कैसे देंगे ' राहुल ने वाजिद बात की।

' तुम लोग नहीं समझोगे रे,राजनीति ऐसे ही की जाती हैं,जनता का पैसा लेकर जनता को ही चुतिया बनाया जाता हैं और जनता हर बार चुतिया बनकर भी खुश हैं बताओ ' संजय ने अपना राजनीतिक ज्ञान साझा किया।' और वोट कैसे नहीं देंगे जब नेताजी का सपोर्ट होगा ना तो सामने कोई खड़ा ही नहीं होगा तो जीतूंगा तो में ही। ' संजय बोलते बोलते आगे निकल गया।

' अरे तुम चलो ,इनको करने दो  राजनीति अपना भविष्य तो भाई पढ़ाई लिखाई करके ही बनेगा ' अंकुश ने राहुल को खींचते हुए कहा।

' तुम चलो बे हम आते है' राहुल ने हाथ छुड़ाते हुए कहा ।

' क्यों बे अब तुमको क्या काम है?' अंकुश ने पूछा।

' अरे उ अौटो वाली की कुंडली भी तो पता करनी हैं' राहुल ने अंकुश की ओर आंख मारते हुए कहा ।

' जिओ मेरे लाल .....साला ई होती हैं दोस्ती' संजय ऑटो वाली का नाम सुनते ही भागकर वापस आ गया था और  राहुल को गले लगा लिया

' तुम काहे खुश हो रहे हो बे? हम अपने लिए ढूंढ रहे है,तुमसे तो घंटा पटेगी वो ' राहुल ने  खुद को छुड़ाते हुए कहा।

' हमको तो पहले से ही पता था कि ई साला घर का भेदी है हमारी लंका जरूर ढाएगा' संजय ने राहुल को धक्का देते हुए कहा ,और वापस B 3 की और चल दिया।

' मरो बे तुम दोनों ,हम तो जा रहे हैं हमारी क्लास  मिस हो रही है 'कहते हुए अंकुश अपनी क्लास की ओर निकल गया।

' सुनो बे हम दोनों की अटेंडेंस भी लगा देना नहीं तो इस साल पेपर नहीं दे पाएंगे ' संजय ने पीछे मुड़कर अंकुश से कहा,उतने में राहुल भी निकल गया था।

'चलो बे, देखते हैं कैसे नहीं देते पैसे 'संजय ने सिगरेट निकलते हुए कहा।

' यह क्लास b3 किधर है बे?' संजय ने गैलरी में चलते हुए केला खाते छात्र से पूछा।

' सर हमारा तो आज पहला ही दिन है हमको तो हमारा ही क्लास नहीं मिल रहा है ....आप जरा बताइए ना इ..'छात्र  केला खाते हुए कहने लगा , उसका आधा केला उसके मुंह में और आधा हाथ में था।

' तो पता होना चाहिए ना तुमको, जानते हो ना  किससे बात कर रहे हो संजय.... संजय भैया हमारे कॉलेज के भावी अध्यक्ष' रोहित ने उससे केला छीनते हुए कहा और एक रेप्ट्टा भी लगा दिया।

' अबे जाने दो बे उसको बच्चे के पहले दिन उसे रुलाओगे क्या, जाओ भाई जाओ तुम अपना केला खाओ ' संजय ने उसे जाने का इशारा किया।

' थैंक यू सर' लड़के ने इतना कहा और आंधी की तरह उड़ गया।

'लाओ हमको दो बे....साला सुबह से कुछ खाया नहीं ' संजय ने रोहित से केला छीनते हुए कहा।

' अबे हम  b 3 के आगे  ही तो खड़े थे, बताओ खामखां उस बेचारे का केला ले लिया' संजय ने  केले का छिलका फेंकते हुए कहा । जैसे ही संजय ने क्लास में देखा तो वहां दीपक सर पढ़ा रहे थे।

'  यहां तो सर ने पढ़ना चालू कर दिया अब बीच क्लास में कैसे घुसेंगे बे ?' संजय ने चिंता जाहिर की।

'क्लास खत्म होने का वेट कर लेते हैं फिर' रोहित ने संजय को एकमात्र ऑप्शन बता दिया।

'नहीं बे अध्यक्ष बनने वाले हैं थोड़े दिनों में इतनी इज्जत हमको भी रखनी होगी अपनी' संजय ने सिगरेट फेंकते हुए कहा।

'तो क्या करें फिर?'रोहित ने पूछा।

' हा...'संजय  चिल्लाया ' सुनो अब  यह तुम्हारा केला ही दीपक सर को क्लास से बाहर लेकर आएगा'

' कैसे?'

' बताते है ' संजय ने रोहित को  सारा प्लान बताया और रोहित वहां से चला गया और संजय ने क्लास में आकर सर से बोला।

'सर मनीषा मेम गिर गई है लगता है उनको बहुत चोट अाई है ,आप प्लीज़ जाइए ....वो आपको बुला रही हैं '

दीपक सर को इतना सुनना ही था कि वह क्लास छोड़कर भागे।संजय क्लास में ही रहा और इतने में पीछे से रोहित भी आ गया ,अब क्लास में संजय और रोहित ही थे । संजय ने सबको देखा फिर रोहित को इशारा किया तो उसने डंडे से क्लास के सीसीटीवी कैमरे को ऊपर की ओर कर दिया।

' हां भाई तो तुम में से किस किसने हमको  पैसे देने से मना किया है, वह खुद ब खुद खड़े हो जाएं।'संजय ने जोर से कहा और क्लास में खुसरूपुर शुरू होने लगी। पर कोई खड़ा नहीं हुआ।

' क्यों बे तुम थे क्या उ ?' संजय ने सबसे आगे की बेंच पर बैठे चस्मिस लड़के को कॉलर से उठाते हुए कहा।

' हम आपको पैसे क्यों दें ? यह तो सरासर गुंडागर्दी है'  आगे की बेंच पर बैठे एक दूसरे मरियल से लड़के ने कहा।

' अरे इ गुंडागर्दी कैसे हुई भला !हम सब तो आपकी सेवा कर रहे हैं यार और आप जो हमें दे रहे हैं ऊ कोई हफ्ता थोड़ी है , यह तो आपकी प्रोटेक्शन मनी है'संजय ने मुस्कुराकर उस लड़के से कहा।

'कैसी प्रोटेक्शन और किससे प्रोटेक्शन?'उसके पास में बैठी एक लड़की ने कहा।

'प्रोटेक्शन.... खुद हमसे , यह पैसे देने के बाद हम आपको कभी परेशान नहीं करेंगे और ना ही किसी और को करने देंगे ,साथ में कोई भी सीनियर  आपकी रैगिंग नहीं लेगा, प्लस इसके साथ अगर आपका किसी के साथ झगड़ा होगा तो उसमें भी हम आपकी मदद करेंगे और तो और कॉलेज से रिलेटेड किसी भी समस्या निवारण हम ही करेंगे, अब बताइए ₹1000 देकर इतना सब कुछ कही मिलता है क्या भई' रोहित ने संजय की बात में हामी भरी।

संजय की यह बात सुनकर पूरी क्लास शांत हो गई।

' हमारी प्रोटेक्शन तो छोड़िए अगर हम सब मिलकर आपको मारने लगे तो आपकी प्रोटेक्शन कौन करेगा' पीछे बैठी एक आवाज ने कहा और क्लास में सभी हंसने लगे।

संजय हलका सा हंसा और कहा  ' ये करेगा ' और उसने जेब में से रामपुरी निकालकर उस लड़के की बेंच पर रख दिया।

चाकू देखते ही  पूरी क्लास के तोते उड़ गए और वह लड़का तो बेहोश होते होते बचा।

' तो बोलिए अभी भी आपको हमारी प्रोटेक्शन पर शक है और अगर  है तो आपका यह शक हम अभी दूर कर देते हैं' संजय ने रामपुरी उठाकर वापस पेंट में धंसा लिया।

सब लोग हाथों हाथ पैसे निकालने लगे और रोहित को देने लगे।

' भैया, यह मना कर रही है' रोहित ने पीछे से आवाज दी।

' अबे कितनी बार समझाना पड़ेगा तुम लोगों को, तुम ऐसे नहीं मानोगे तुम्हें तो....'संजय भागकर पीछे की तरफ आया और जैसे ही उस लड़की का चेहरा देखा चुप हो गया। 

'यह तो वही ऑटो वाली लड़की है ' संजय मन में बोला।

' हम नहीं देंगे पैसे जो करना है कर लो हमारा भी चाचा जी बहुत बड़े नेता हैं, देख लेंगे आपको भी, अगर मेरे भाई को पता चला ना तो वो ....'लड़की ने संजय को घूर कर कहने लगी।

'छोड़ो बे,चलो यहां से .... वैसे भी सबसे ले लिए ना चलो अब ' संजय ने कहा और क्लास से बाहर जाने लगा।

' पर भैया ...'रोहित कुछ कहता उससे पहले संजय ने कहा

' चलो भी बहुत पैसे इकट्ठा कर लिए वैसे वह सर भी आता होगा'और दोनों क्लास से बाहर आ गए जहां राहुल और अंकुश खड़े थे।

'भाई मुझे पता चल गया उ लड़की कौन से क्लास में है  आज पूरा दिन उसी को ढूंढ रहा था तुम्हें पता है वो...b 3'राहुल को बीच में टोकते हुए संजय बोला' हां पता है b3 में है अभी-अभी मिलकर आ रहा हूं उससे' और मुस्कुरा दिया।

' बताओ हम तुमको सरप्राइस देने वाले थे और तुम हमको ही सरप्राइस दे दिये 'राहुल हंसते हुए बोला।

'काहे का मिलकर आ रहे हैं ,बेइज्जती करवा के आ रहे हैं'रोहित ने नाराजगी से पैसे गिनते हुए कहा'सबके सामने तो शेर बने रहते है,उसे देखते ही थरथरा गए'

'काहे बे बेईजती कैसे हो गई?'राहुल ने रोहित से पूछा और रोहित ने पूरी घटना बता दी।

'कहा था ना गुरु इ लड़की पटाना बहुत ही मुश्किल काम है बताओ करा ली ना बेइज्जती' राहुल ने संजय की लेते हुए कहा।

'अरे उससे तो हम हजार दफा बेइज्जती कराने के लिए तैयार हैं, साला सोच रहा हूं इज्जत भी इसीलिए कमाओ ताकि उससे बेइज्जती करा सकूं'संजय ने आसमान की ओर देखते हुए शायराना होकर कहा।

'यह तो साला उसके प्यार में पगला  चुका है , कैसी बहकी बहकी बातें कर रहा है'इतनी देर से शांत अंकुश ने कहा।

' यह तो खुश है पर तुम सुबह से उदास काहे लग रहे हो'राहुल ने अंकुश  से पूछा

'अरे कुछ नहीं यार हमको लगता था कि  इस साल हम टॉप मारेंगे पर आज अपनी क्लास में उ नया लड़का आया है ना क्या नाम है उसका हां 'आदित्य 'वह साला बहुत होशियार है टीचर से ऐसे ऐसे सवाल पूछे कि वो भी शरमा गए, इस साल का मेंरा फर्स्ट पोजीशन तो गया लगता हैं।'अंकुश ने भी आसमान की तरफ देखते हुए कहा।

'हम आजकल क्लास क्या नहीं जा रहे क्लास में नया नया लड़का आने लगा  है लगता है एक दो चक्कर उधर भी लगाना  पड़ेगा' संजय ने कहा..' उ लड़की का भाई भी इसी कॉलेज में है शायद'

'यह सब छोड़ पहले तू बता कि तुमने उस दीपक सर को क्लास से बाहर कैसे निकाला? यह तुम्हारा केला - पुराण है क्या?'राहुल ने नई बात छेड़ते हुए कहा।

'अच्छा सुनो हमको पता था कि दीपक सर और मनीषा मैम पति पत्नी है और कुछ दिनों से उनमें झगड़ा भी है उन्हें कभी भी कॉलेज में आपस में बात करते हुए नहीं देखते और ना ही वह स्टाफ रूम में साथ में बैठते हैं और जूनियर्स ने हमें बताया था की उनको छुट्टियां चाहिए पर कॉलेज से उन्हें मिल नहीं रही है इसलिए वह आजकल उदास उदास सी रहती हैं और सर से भी उनकी लड़ाई चल रही है। '

'तो इसमें केला कहां से आया बीच में'राहुल ने बीच में कूदते हुए पूछा।

'अबे बता रहा हूं बीच में मत टोको हमें' संजय बोला 'मैंने रोहित को कहा कि  जैसे ही इसे मनीषा मैम दिखे उनके आगे धीरे से केले का छिलका डाल देना और रोहित ने वैसा ही किया उसको मैंम आती हुई दिखी मैंम छिलके पर फिसली और गिर गई, जिससे उनको पैर में हल्की सी चोट लगी ,मैंने  सर को यह बताया तो वह क्लास छोड़कर उनको संभालने चले गए और हमको क्लास खाली मिल गई।'

'पर यार  मैम के साथ तो गलत हुआ ना' अंकुश ने उदासी से कहा।

'कुछ गलत नहीं हुआ। कॉलेज मेंटेनेंस और साफ सफाई की लापरवाही के कारण उनको चोट लगी है तो कॉलेज अपनी गलती मानेगा और उन्हें  छुट्टी भी देगा और उनकी मेडिकल का खर्चा भी उठाएगा और दीपक सर को भी छुट्टियां मिलेगी उनका ध्यान रखने के लिए ताकि वो हंगामा ना करे। उनको जो चाहिए था वो मिल गया और इस चोट लगने के कारण दोनों पति-पत्नी का झगड़ा भी सुलझ जाएगा ,तो बताओ एक तीर से कितने शिकार किए हमने। 'संजय ने हंसते हुए कहा।

' तुम तो सच में गुरु घंटाल आदमी हो भाई 'राहुल भी हंसने लगा, और अंकुश भी।

' भाई ,सिस्टम की कमियों को ठीक न करके , सिस्टम के खिलाफ यूज करना ही तो राजनीति है।' संजय ने अपना राजनीतिक ज्ञान साझा किया

'पर भैया अगर उन्हें ज्यादा चोट तो नहीं आई होगी ना,क्योंकि सीढ़ियां बहुत थी' रोहित ने अचानक कहा।

' सीढ़ियां ' तीनों ने एक साथ चोंककर कहा।

' हां तो आपने ही तो कहा था कि मैम जहां दिखें उनके सामने छिलका डाल देना तो जब वो सीढ़ियों से उतर रही थी मैंने उनके आगे छिलका डाल दिया और भाग गया उसके बाद तो हमने उन्हें मुड़के देखा भी नहीं 'रोहित ने एक सांस में कह दिया।

' वैसे अच्छा ही है दोनों पति पत्नी थोडे ज्यादा दिनों तक साथ में रहेंगे' संजय ने कहा और सब हंसने लगे।