चार देवता
अगले दिन। उत्साह के कारण कल्प पूरी रात ठीक से सो नहीं पाया था। वह अपने कमरे से बाहर हॉल में आता है। वह देखता है कि उसके भाई स्कंद का और उसका कमरा पहली मंजिल पर है। पिता लियाम का कमरा, खुला किचन और हॉल भू-तल पर है। हॉल में छ: कुर्सियों और एक बड़ी दीवार घड़ी के साथ एक आयत के आकार का और लकड़ी का डाइनिंग टेबल है। बाईं ओर सीढ़ियों और डाइनिंग टेबल के पास एक बिना दरवाजे वाली रसोई है और रसोई में एक मोटी औरत काम कर रही हैं। उन्होनें काले रंग की फ्रॉक और एप्रन पहनी है। वह 35 साल की हैं और उनका नाम लिली है। वह हमेशा मुस्कुराती रहती हैं और स्कंद और कल्प को अपने बेटों की तरह मानती हैं। अचानक, भाई स्कंद अपने कमरे से बाहर आता है।
'गुड मॉर्निंग भाई।' -कल्प ने कहा।
'गुड मॉर्निंग कल्प, तुम्हारा सिर कैसा है अभी?' -स्कंद ने पूछा।
'मेरा सिर ठीक है, पिताजी के किसी तरह के जादू का उपयोग करने के बाद अब दर्द पूरी तरह से चला गया है।' -कल्प ने कहा।
'तो, तुम दोनों जाग गये?' -बाहर से आते हुए किसी ने कहा।
‘अरे! ये तो पिताजी हैं, गुड मॉर्निंग पिताजी।' -कल्प ने कहा।
'गुड मॉर्निंग पिताजी।' –स्कंद ने कहा।
'गुड मॉर्निंग, गुड मॉर्निंग।' -लियाम ने जवाब दिया, 'जल्दी नीचे आओ, आंटी लिली ने तुम्हारे लिए नाश्ता बनाया है।'
सब डाइनिंग टेबल पर बैठ कर खाना शुरू करते हैं।
'पिताजी, मैं वो जादू सीखना चाहता हूँ, जो आपने पिछली रात किया था।' -कल्प ने कहा।
'ठीक है बेटा, मैं तुम्हें जरूर सिखाऊँगा।' -लियाम ने कहा।
'भाई स्कंद, क्या तुम जादू करना जानते हो?' -कल्प ने पूछा।
'हाँ कल्प, मैं तुम्हें नाश्ते के बाद दिखाऊँगा।' -स्कंद ने कहा।
नाश्ते के बाद स्कंद, कल्प और लियाम तीनों बगीचे में जाते हैं। बगीचे में एक पेड़ है, आग की कुछ लकड़ियाँ कोने में रखी हैं और दूसरी तरफ एक लकड़ी का लक्ष्य, लक्ष्य के अभ्यास के लिए रखा है, बिल्कुल वैसा ही जैसा तीरंदाजी में उपयोग किया जाता है।
घर, गाँव के बाहर बना हुआ है और घर के पास ही एक ओरेकल है। घर के आस-पास कुछ खाली खेती की जमीनें हैं और कुछ जमीनों में गेहूँ और चावल की फसलें है। हम यहाँ बहुत सारे लकड़ी के घरों का एक गाँव देख सकते हैं। हम लोगों को ओरेकल जाते और गाँव वापस आते हुए देख सकते हैं। खाली जमीनों में लोग खेती के लिए पानी और मिट्टी के जादू का इस्तेमाल कर रहे हैं। गाँव का नाम सैंक्टिटी है।
स्कंद अपना हाथ एक लकड़ी के लक्ष्य की ओर बढ़ाता है, अपनी हथेली खोलता है और जादुई मंत्र का जाप करता है- 'आग निकल आओ' और फिर उसकी हथेली के पास एक लाल रंग का जादुई घेरा दिखाई देता है। ठीक वैसा ही जैसा लियाम के कल्प का सिर ठीक करने में दिखा था। फिर, उस घेरे के अंदर से आग निकलती है और लकड़ी के लक्ष्य की ओर निशाना लगाती है।
'वाह! स्कंद भाई। आप कमाल हैं। पिताजी भाई के हाथ से यह जो घेरा प्रकट हुआ है यह क्या है? -कल्प ने कहा।
‘बेटा, यह मंत्र चक्र है।’ -लियाम ने उत्तर दिया।
'ठीक है पिताजी, मैं भी यह करना चाहता हूँ।' -कल्प ने कहा।
'ठीक है बेटा, मैं तुम्हें सिखाऊँगा।' -लियाम ने कहा।
'गुड मॉर्निंग सर लियाम।' -किसी ने कहा।
लियाम पीछे मुड़ते हैं और एक बूढ़े आदमी को एक पुजारी की तरह सफेद पोशाक में खड़ा देखते हैं। जिनकी छोटी सफेद दाढ़ी है, छोटे सफेद बाल हैं और वे पतले और दुरुस्त इंसान हैं। वे ओरेकल में एक प्रमुख पुजारी हैं और उनका नाम फादर डेविड क्लार्क है।
'अरे! फादर क्लार्क, गुड मॉर्निंग, आप कैसे हैं?' -लियाम ने कहा।
'गुड मॉर्निंग फादर।' -स्कंद और कल्प ने कहा।
'भगवान आप पर कृपा बनाए रखे, सर लियाम। यह बच्चा कौन है?’ -फादर क्लार्क ने पूछा।
'फादर, ये मेरा दूसरा बेटा कल्प है। ये कल ही राजधानी से आया है।' -लियाम ने जवाब दिया।
‘ठीक है, नमस्ते नौजवान।’ -फादर क्लार्क ने मुस्कराते हुए कहा, ‘सर लियाम, क्या यह सच है कि काल्डेकोट गाँव पर राक्षस जानवरों ने हमला किया है?'
'जी हाँ फादर। मुझे भी यह खबर सुबह ही मिली है, इसलिए जॉन और मैं कल सुबह निकल रहे हैं।' -लियाम ने कहा।
'अरे! यह बहुत दु:खद है, भगवान उनकी रक्षा करे। सर लियाम मेरा एक दोस्त उस काल्डेकोट गाँव में काम करता है, उसका नाम एंड्रयू लेविस है। जब आप उस गाँव में जाएँगे तो क्या आप उनका हाल-चाल ले सकते हैं?' -फादर क्लार्क ने पूछा।
'बेशक फादर क्लार्क, आप चिंता न करें।' -लियाम ने कहा।
'आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, सर लियाम' -फादर क्लार्क ने कहा।
'कोई बात नहीं, फादर क्लार्क' -लियाम ने कहा।
उसके बाद, फादर क्लार्क ओरेकल में वापस चले जाते हैं।
'पिताजी, ये राक्षस जानवर कौन हैं?' -कल्प ने पूछा।
'बेटा, यह जानवरों की तरह ही होते हैं, इनके पास जादुई शक्तियाँ होती हैं और उनकी आँखों का रंग लाल होता है।' -लियाम ने कहा।
'पिताजी, क्या अंकल जॉन आज आ रहे हैं?' -स्कंद ने पूछा।
'हाँ बेटा, और उनके साथ नीना भी आ रही है।' -लियाम ने कहा, और स्कंद यह जानकर बहुत खुश होता है कि नीना भी आ रही है।
'भाई, अंकल जॉन और नीना कौन हैं?' -कल्प ने पूछा।
'अंकल जॉन पिताजी के दोस्त हैं और वे ज्यादातर एक साथ अभियान करते हैं। नीना अंकल जॉन की बेटी है।' -स्कंद ने कहा।
'ठीक है, मुझे अभी भी कुछ याद नहीं है।' -कल्प ने कहा।
'कोई बात नहीं। तुम चिंता मत करो! वैसे भी तुम नीना से पहले कभी नहीं मिले हो। तो जैसा मैं कहूँ तुम वैसा करना, ठीक है।' -लियाम ने कहा।
'ठीक है, पिताजी,' -कल्प ने कहा, ‘सोचा जाए तो, वाकई में मैं इस दुनिया के बारे में कुछ भी नहीं जानता, ये लोग किस तरह के भगवान की प्रार्थना करते हैं और इस दुनिया में कितने देश हैं। यदि यहाँ राक्षस जानवर हैं, तो यह भी संभव सी बात है कि यहाँ अन्य विभिन्न प्रजातियाँ भी होंगी। मुझे इस दुनिया के बारे में जितना जल्दी हो सके सब कुछ जानना है।' -कल्प ने सोचा।
'कल्प, कल्प।' -स्कंद ने कहा।
'ओह, हाँ भाई।' -कल्प ने कहा।
'क्या सोच रहे हो?' -स्कंद ने पूछा।
'कुछ नहीं भाई।' -कल्प ने कहा।
'ठीक है बेटा, यह मूल अग्नि मंत्र है। चाहे तुमने पहले कभी जादू ना किया हो, तो भी तुम इसे आसानी से कर सकते हो। तो पहले अपना हाथ फैलाओ, फिर अपनी हथेली को खोलो, जैसा कि तुम्हारे भाई ने किया था और कहो 'ओ शक्तिशाली अग्नि, मैं तुम्हें अपने पास अग्नि प्रहार के लिए बुलाता हूँ।' -लियाम ने कहा और उसने लक्ष्य को वैसे ही मारा जैसे स्कंद ने मारा था। 'ठीक है बेटा, अब तुम्हारी बारी है।
'ठीक है, पिताजी' -कल्प ने कहा और उसने वैसा ही किया, 'ओ शक्तिशाली अग्नि, मैं तुम्हें अपने पास अग्नि प्रहार के लिए बुलाता हूँ।' लेकिन कुछ नहीं हुआ। 'पिताजी, कुछ नहीं हुआ।'
'कोई बात नहीं बेटा, फिर से कोशिश करो।' -लियाम ने कहा।
कल्प बार-बार कोशिश करता है, लेकिन कुछ भी नहीं होता है, लियाम भी यह देखकर चौंक जाते हैं कि कल्प कोई गलती नहीं कर रहा है फिर भी कुछ नहीं हो रहा है।
'कोई बात नहीं बेटा, मुझे लगता है कि तुम्हारी अलौकिक शक्तियाँ अभी तक नहीं जागी हैं।' -लियाम ने कहा।
वे घर के अंदर जाकर बैठ जाते हैं।
'पिताजी, अलौकिक शक्ति क्या है?' -कल्प ने पूछा।
अलौकिक शक्ति, ऊर्जा का एक रूप है जो प्रकृति में हर जीवित जीव के भीतर मौजूद होती है। यह सभी जादूओं का स्रोत है और अलौकिक शक्ति के बिना हम जादू नहीं कर सकते। हम अलौकिक शक्तियों के साथ पैदा हुए हैं।' -लियाम ने बताया।
'ठीक है पिताजी, तो हमारे शरीर में कितनी अलौकिक शक्तियाँ हो सकती हैं?' -कल्प ने पूछा।
'हमारे शरीर में, अलौकिक शक्तियों के सात चरण होते हैं, और प्रत्येक अलौकिक शक्ति चरण के दस प्राथमिक चरण होते हैं। हम छोटे अलौकिक शक्ति के साथ पैदा होते हैं, लेकिन साधना के माध्यम से, हम प्रकृति से अलौकिक शक्तियाँ एकत्र कर सकते हैं और हर चरण में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।' -लियाम ने कहा।
'तो, ज्यादातर यह वैसा ही है जैसा मैंने पिछले जन्म में किताबों में पढ़ा था।' -कल्प ने सोचा।
'तो पिताजी, आप किस चरण पर हैं?' -कल्प ने पूछा।
'मैं चौथे चरण और नौवें प्राथमिक चरण पर हूँ।' -लियाम ने कहा।
'मैं चौथे प्राथमिक चरण पर हूँ।' -स्कंद ने कहा।
'तो, मैं किस चरण में हूँ यह कैसे पता चलेगा?' -कल्प ने पूछा।
'आज हम ओरेकल जाएँगे और वहाँ तुम्हे पता चल जाएगा।' -लियाम ने कहा।
'ठीक है पिताजी।' -कल्प ने कहा।
कुछ घंटों बाद कल्प, स्कंद और लियाम ओरेकल जाते हैं। वे एक संकरे रास्ते पर चल रहे हैं, जिसकी चौड़ाई लगभग चार मीटर है। सड़क रेत से बनी है। सड़क के बायीं ओर गेहूँ की फसलें हैं और दायीं ओर छोटी-छोटी घासों वाली खाली जमीनें है।
'पिताजी, हमारी माँ कहाँ हैं?' -कल्प ने पूछा।
'बेटा, तुम्हारी माँ भगवान के पास है।' -लियाम ने उदास स्वर में कहा।
'लेकिन, अ...?' -कल्प आगे पूछने ही वाला था कि, अचानक स्कंद उसका हाथ पकड़कर उसे यह सवाल न पूछने का संकेत देता है। फिर कल्प अचानक अपना विषय बदल देता है।
'पिताजी, वे मेरे अलौकिक शक्ति को कैसे मापेंगे?' -कल्प ने पूछा।
'बेटा, यह तुम्हें वहीं चल कर पता चलेगा।' -लियाम ने कहा।
वे ओरेकल पहुँचते हैं। वहाँ बहुत से लोग हैं, जिनमें कुछ लोग प्रार्थना के लिए आये हुए हैं और कुछ अपनी अलौकिक शक्तियों के चरण को मापने के लिए आये हुए हैं। ओरेकल में एक बड़ी सी मूर्ति है, जो नीली-सफेद रंग की है और एक इंसान की तरह दिखती है। लेकिन उसके तीन आँख है और उसका शरीर पूरी तरह से दुरुस्त है। उसने अपने ऊपरी शरीर पर कुछ भी नहीं पहना है, लेकिन निचले शरीर पर लाल रंग का पैंट पहना हुआ है। उसके एक हाथ में एक शस्त्र है जो एक छाया-भाला की तरह दिखाई देता है और दूसरे हाथ में एक सफेद गेंद है, जो आग, पानी, हवा और पृथ्वी के जादू, सभी को एक साथ दर्शाता है। मूर्ति के पीछे, एक लाल रंग का मंत्र चक्र है है।
मूर्ति के सामने कुछ कुर्सियाँ रखी हैं। लोग उन पर बैठे हैं और यहाँ एक जादुई पत्थर है। लोग एक-एक करके जाते हैं और जादुई पत्थर को छूते हैं। उनके चरण के आधार पर जादुई पत्थर चमकता है। मुख्य पुजारी ने लियाम को ओरेकल में आते हुए देखा और वे जाकर उनसे मिलते हैं।
'नमस्कार फादर क्लार्क।' -लियाम ने कहा और उनके साथ ही साथ स्कंद और कल्प ने भी कहा।
'भगवान आप पर कृपा बनाए रखे।' -फादर क्लार्क ने कहा।
'फादर, हमें एक समस्या है। कल्प ने सबसे सरल जादुई मंत्र को करने की कोशिश की, लेकिन कुछ नहीं हुआ, इसलिए हम उसकी अलौकिक शक्तियों के चरण की जाँच करने के लिए आए हैं।' -लियाम ने कहा।
'ठीक है, कोई समस्या नहीं है। यहाँ केवल पाँच लोग बचे हैं, और उसके बाद आप जाँच कर सकते हैं। ' -फादर क्लार्क ने कहा।
'फादर क्लार्क, आप अलौकिक शक्तियों के चरण को कैसे मापते हैं?' -कल्प ने पूछा।
'बेटा, जब तुम उस जादुई पत्थर को छूओगे, तो वह चमक उठेगा, तुम्हें पता है कि अलौकिक शक्तियों की सात चरणें होती हैं?' -फादर क्लार्क ने कहा।
'हाँ,' -कल्प ने कहा।
'हर चरण का एक अलग रंग होता है, जैसे- पहले चरण में लाल, दूसरे में नारंगी, तीसरे में पीला, चौथे में हरा, पांचवें में आसमानी, छठे में नील और सातवें में बैंगनी रंग होता है। हर चरण में दस प्राथमिक चरण होते हैं और यह उससे तय होगा कि चरण के रंग कितने चमकेंगे।' -फादर क्लार्क ने बताया।
'ठीक है फादर।' -कल्प ने कहा और वह दाहिनी ओर देखता है कि यहाँ बहुत सारी किताबों वाला एक कमरा है, 'फादर, क्या यह पुस्तकालय है?'
'हाँ बेटा।' -फादर क्लार्क ने जवाब दिया।
'क्या मैं भी इन किताबों को पढ़ सकता हूँ?' -कल्प ने पूछा।
'बेशक बेटा, आप कभी भी पढ़ सकते हैं।' -फादर क्लार्क ने कहा।
'धन्यवाद फादर।' -कल्प ने कहा, मैं इस दुनिया के बारे में सब कुछ जानना चाहूँगा, मुझे यह सोचते हुए आश्चर्य हो रहा है कि यहाँ कौन-कौन सी पुस्तकें होंगी।' –कल्प सोचता है।
'कल्प, चलो अब तुम्हारी बारी है।' -लियाम ने कहा। कल्प बोहोत ही उत्साह के साथ जादुई पत्थर की ओर जाता है और जादुई पत्थर को छूता है। लेकिन जादुई पत्थर में कुछ नहीं होता है, थोड़ी सी भी प्रतिक्रिया नहीं होती है। फादर क्लार्क और लियाम यह देखकर चौंक जाते हैं।
'पिताजी, क्या हुआ? क्या यह जादुई पत्थर टूटा हुआ है या कुछ और? ' -कल्प ने पूछा।
'फादर, कुछ हुआ क्यों नहीं?' -लियाम ने पूछा।
'मुझे माफ करना, सर लियाम, ऐसा तो कभी नहीं होता है। ऐसा लगता है कि आपके बेटे के पास कोई अलौकिक शक्ति नहीं है।' -फादर क्लार्क ने कहा। ओरेकल में हर कोई यह सुनकर चौंक गया।
'क्या?' -कल्प निराश हो जाता है।
'फादर, क्या आपको यकीन है कि इस जादुई पत्थर में कोई खराबी नहीं है?' –स्कंद ने पूछा।
'नहीं बेटा, जादुई पत्थर में कोई खराबी नहीं है।' -फादर क्लार्क ने कहा।
'लेकिन यह कैसे संभव है?' -लियाम पूछते हैं।
'हाँ, यह मेरे लिए भी पहली बार है। मैं माफी चाहता हूँ, सर लियाम, लेकिन यकीनन, आपके बेटे के पास अलौकिक शक्ति की कोई मात्रा नहीं है।' -फादर क्लार्क ने कहा।
'फादर, इसमें आपकी कोई गलती नहीं है, मैं अलौकिक शक्तियों के बिना ही पैदा हुआ हूँ। कोई बात नहीं पिताजी, उदास मत हो।' -कल्प ने चेहरे पर नकली मुस्कान के साथ कहा, 'पिताजी, भाई, घर वापस चलते हैं, मुझे भूख लगी है।'
'ठीक है बेटा, चलते हैं।' -लियाम ने कहा।
'फादर, मैं कल किताबों के लिए आऊँगा।' -कल्प ने कहा।
'ठीक है बेटा।' –फादर क्लार्क ने कहा।
'कल्प, तुम्हें तो कुछ भी याद नहीं है, फिर तुम किताबें कैसे पढ़ोगे?' - स्कंद ने घर लौटते समय पूछा।
'मुझे नहीं पता भाई। ऐसा लगता है, कि पढ़ना कैसे है यह मुझे अभी भी याद है।' -कल्प ने कहा और वह विषय को बदलने की कोशिश करता है, 'वैसे, अंकल जॉन कब आएँगे?'
'वो शाम को आएँगे बेटा, क्या तुम ठीक हो?' -लियाम ने पूछा।
'हाँ पिताजी, मैं ठीक हूँ।' -कल्प ने कहा।
'बेटा, मैं तुमसे वादा करता हूँ कि, मैं तुम्हारी अलौकिक शक्ति को पाने का रास्ता जरूर खोजूँगा।' -लियाम ने कहा।
'कोई बात नहीं पिताजी। मैं जानता हूँ कि ऐसी बहुत सी चीज़ें हैं जो मैं बिना जादू के कर सकता हूँ।' -कल्प ने कहा।
'हाँ बेटा, तुम सकारात्मक रहो। अब तुम तलवार बाजी सीखने के बारे मे सोच सकते हैं।' -लियाम ने कहा।
'सही कहा आपने पिताजी। भाई, तुम अंकल जॉन से सीख सकते हो। वे एक शानदार तलवार बाज भी है।' –स्कंद ने कहा।
'पिताजी, मुझे लगता है कि तलवार बाजी बहुत कठिन है। क्या किताबें पढ़ने या नौकरी करने जैसा कुछ है?' -कल्प ने पूछा।
'हा-हा... भाई, तुम बहुत आलसी हो।’ -स्कंद ने कहा और फिर वे एक साथ हंसते हैं।
शाम में कल्प अपने कमरे में किताब पढ़ रहा है, यह किताब दुनिया के बारे में है और किताब में दुनिया का एक नक्शा बना हुआ है।
'तो, यह दुनिया पाँच अलग-अलग क्षेत्रों या राज्यों में विभाजित है, जिसका नाम है राक्षस साम्राज्य, मानव साम्राज्य, कल्पित साम्राज्य, अर्ध मानव साम्राज्य और निषिद्ध रेगिस्तान।' -कल्प ने पढ़ा। 'वाह! कभी यहाँ दानव, कल्पित, अर्ध मानव, बौने और ड्रेगन भी हुआ करते थे, लेकिन इनमें से किसी को भी पिछले 1000 वर्षों में नहीं देखा गया। ऐसा लगता है जैसे कि मैं किसी काल्पनिक दुनिया में हूँ।' -कल्प ने सोचा।
'इसके अनुसार, हम मानव राज्य में रहते हैं और इस राज्य में दो राक्षस जानवर क्षेत्र हैं, जिसमे से एक छोटा क्षेत्र मानव साम्राज्य के केंद्र में स्थित है और दूसरा बहुत बड़ा है जोकि राक्षस साम्राज्य की सीमा के पास स्थित है। जंगल के पास रहने वाले लोगों के लिए यह अवश्य ही खतरनाक होगा।' -कल्प ने सोचा।
'तो इस हिसाब से यह साल 1023 है और हर साल में 12 महीने- मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ और मीन होते हैं। तो अभी मेष का महीना चल रहा है और आज की तारीख 12 है।' -कल्प ने सोचा।
'ऐसा लगता है, इस पुस्तक के लेखक ने ज्योतिषीय नामों को ढूंढ़ने में निश्चित रूप से सुस्ती दिखाई है। ' -कल्प ने खुद से बात की।
अचानक, किसी ने कल्प की आँखें बंद की। यहाँ एक सुनहरे रंग के बालों वाली लड़की है, जिसने सफेद रंग की टॉप और नीले रंग की स्कर्ट पहनी है। यह बारह साल की है और इसका नाम नीना स्मिथ है।
'हम्म, यह स्पर्श एक महिला के हाथ के जैसा लगता है। शायद, यह नीना होगी।' -कल्प ने कहा।
‘रुको। यह स्कंद की आवाज नहीं लग रही है।’ -नीना ने कहा और वह कल्प को देखती है। 'अरे, माफ करना, मुझे लगा तुम स्कंद हो।'
'नहीं, कोई बात नहीं। भाई गाँव के बाजार में गए हुए हैं और वो अभी आते ही होंगे। मैं स्कंद का छोटा भाई कल्प हूँ।' -कल्प ने कहा।
'ओ हाँ, मुझे याद है, पिताजी ने मुझे तुम्हारे बारे में बताया था।' -नीना ने कहा। अचानक नीचे सीढ़ी से एक आवाज आती है।
'लगता है भाई वापस आ गया है।' -कल्प ने कहा।
नीना और कल्प दोनों हॉल में जाते हैं, जहाँ लियाम, स्कंद और अंकल जॉन तीनों साथ बैठे हैं। जॉन पैंतीस साल के दिखते हैं, उनके छोटे सफेद बाल हैं, वह 180 मीटर लंबे हैं, मजबूत शरीर है, हरे रंग की टी-शर्ट और काले रंग की पैंट पहने हुए हैं। वह हमेशा मुस्कुराते रहते हैं, पूरी ऊर्जा से भरे रहते हैं और हमेशा एक तलवार साथ लेकर घूमते हैं।
'नमस्ते अंकल जॉन।' -कल्प ने कहा।
'नमस्ते कल्प, मैंने सुना है तुम तलवार बाजी सीखना चाहते हो।' -जॉन ने खुशी से कहा।
'हाँ अंकल।' -कल्प ने कहा।
'बहुत अच्छा फैसला है। तलवार की लड़ाई में सबसे महत्वपूर्ण चीज मांसपेशियाँ और गति है, तो इसे कल से ही करना शुरू करो, ठीक है।' -जॉन ने पूरी ऊर्जा के साथ कहा और नीना को शर्मिंदगी महसूस होने लगती है।
'सुनो, अंकल और मैं किसी काम के लिए जा रहे हैं, तो तुम दोनों नीना का ख्याल रखना। ठीक है?' -लियाम ने कहा।
'ठीक है पिताजी।' -स्कंद और कल्प दोनों ने कहा।
लियाम और जॉन निकल जाते हैं।
अगले दिन, स्कंद और नीना एक साथ जादूई मंत्रों का अभ्यास कर रहे हैं और कल्प बोर हो रहा है।
'भाई, मैं कुछ किताबें पढ़ने के लिए ऑरेकल जा रहा हूँ।' -कल्प ने कहा।
'ठीक है भाई।' -स्कंद ने कहा।
कल्प ओरेकल जाता है और वहाँ फादर क्लार्क से मिलता है। ऑरेकल में सिर्फ दो या तीन लोग ही हैं।
'नमस्ते फादर क्लार्क।' -कल्प ने कहा।
'नमस्ते बेटा। तुम कैसे हो?' -फादर क्लार्क ने पूछा।
'मैं अच्छा हूँ फादर। मैं यहाँ पढ़ने आया हूँ और आपसे कुछ पूछना चाहता हूँ।' -कल्प ने कहा।
'क्या पूछना चाहते हो बेटा?' -फादर क्लार्क ने पूछा।
'फादर, यह देवता कौन हैं? और आप इनकी पूजा क्यों करते हैं?' -कल्प ने पूछा।
'बेटा, क्या तुम सच में इसके बारे में कुछ नहीं जानते हो?' -फादर क्लार्क ने पूछा। उसका सवाल सुनकर फादर चौंक जाते हैं।
'दरअसल, मेरा पहले एक्सीडेंट हुआ था और उसकी वजह से मेरी याददाश्त चली गई थी। इसलिए मुझे कुछ भी नहीं पता है।' -कल्प ने कहा।
'अरे, मुझे माफ करना बेटा। यह बड़ी लंबी कहानी है, आओ बैठो, इसमें समय लगेगा।' -फादर क्लार्क ने कहा। वे दोनों एक बेंच पर बैठ जाते हैं।
'बहुत समय पहले, लगभग 2000 साल पहले की बात है, एक जलती हुई चीज आसमान से आई थी और उससे चार देवताओं का जन्म हुआ था। उन्होंने हमें एक जादू दिया था। उसके बाद कुछ ही वर्षों में सब कुछ बदल गया था। कल्पित, अर्ध मानव, ड्रेगन, दानव, बौने और राक्षस प्राणी और जिन जानवरों ने अपनी अलौकिक शक्ति पर अपना नियंत्रण खो दिया था, वे सभी राक्षस जानवर बन गए थे। सभी देवताओं ने अपना-अपना राज्य चुन लिया था, जैसे हमारे देवता ने इस राज्य को चुना था। और यह मूर्ति हमारे देवता सिरिसो की है।' -फादर क्लार्क ने बताया।
'फादर, और अन्य तीन देवताओं के बारे में?' -कल्प ने कहा।
'एक देवता, जिनका नाम वनिर है, इन्होंने कल्पित राज्य का चयन किया था क्योंकि, इन्होंने कल्पितों को बनाया था और ये कल्पित की तरह दिखते थे। दूसरे देवता, जिनका नाम अनुबिस है, इन्होंने अर्ध मानव राज्य का चयन किया था क्योंकि, इन्होंने अर्ध मानव को बनाया था और ये अर्ध मानव की तरह दिखते थे। हमारे देवताओं ने मनुष्यों को बनाया था। हालाँकि मनुष्य पहले से ही यहाँ थे, लेकिन इन्होंने भी कुछ ऐसे मनुष्यों को बनाया था जिन्हें, मानव साम्राज्य में कुलीन वर्ग/महाराजा कहा जाता है। इन्होंने दानव को भी बनाया था। इसलिए हर राज्य अपने देवताओं की प्रार्थना करते हैं।' -फादर क्लार्क ने कहा।
'फादर, चौथे देवता के बारे में?' -कल्प ने कहा।
'उनका नाम नेफिलीम है, वे राक्षसों की तरह दिखते थे, उनकी त्वचा और पंख लाल रंग की थी। वास्तव में, वे राक्षस साम्राज्य के देवता थे। इन्होंने भी कुछ राक्षसों का निर्माण किया था। लेकिन कुछ दशकों के बाद, चारों देवताऐं वापस स्वर्ग में चले गए थे और चारों साम्राज्यों- राक्षस, कल्पित, अर्ध मानव और मानव साम्राज्य के बीच युद्ध शुरू हो गया था। लाखों मनुष्य, कल्पित, अर्ध मानव और राक्षस मारे गए थे। लेकिन फिर अचानक, नेफिलीम और अन्य तीन देवताओं के बीच युद्ध शुरू हो गया था। नेफिलीम के चेहरे की चमड़ी पूरी तरह जल गई थी और वह भाग कर कहीं छिप गया था। फिर अन्य तीनों देवताओं ने हमें बताया कि, चारों राज्यों के बीच हुए युद्ध के पीछे की साजिश में नेफिलीम ही मास्टरमाइंड था। वह सभी मनुष्यों, कल्पित और अर्ध मानव को बलि के रूप में इस्तेमाल कर रहा था, ताकि वह उनकी आत्माओं को खा सके और सभी देवताओं के बीच अधिक शक्तिशाली बन सके। यह सुनने के बाद मनुष्य, कल्पित और अर्ध मानव तीनों राज्य, नेफिलीम साम्राज्य के राक्षसों को मारने के लिए एकजुट हो गए। उसके बाद राक्षसों का नेफिलीम साम्राज्य के बाहर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। उस दिन से नेफिलीम अब देवता नहीं रहा बल्कि वह एक दैत्य बन गया था।' -फादर क्लार्क ने कहा।
'क्या उसके बाद नेफिलिम को किसी ने नहीं देखा?' -कल्प ने कहा।
'ऐसी अफवाह है कि कुछ लोगों ने उसे देखा है, लेकिन ये सब अफवाह ही है क्योंकि, अगर नेफिलीम किसी से मिलेगा तो देवता भी उसके बारे में पता लगा लेंगे और वे उसे मार डालेंगे।' -फादर क्लार्क ने कहा।
'ठीक है फादर, लोगों ने आखिरी बार अन्य देवताओं को कब देखा था?' -कल्प ने पूछा।
'स्वर्ग में जाने के बाद देवता सिर्फ तभी आते हैं जब, कुछ बड़ी घटना होती है और अगर कोई उनसे मिलना चाहता है तो उन्हें दिल से सच्ची प्रार्थना करनी पड़ती है। यही एक रास्ता है। इसलिए अगर तुम्हारे जीवन में कभी कुछ घटित हो, तो हमेशा ईश्वर पर विश्वास रखना, वह हमेशा तुम्हारी मदद करेंगे।’ -फादर क्लार्क ने कहा।
'जी फादर।' -कल्प ने नकली मुस्कान के साथ कहा।
'मैं कभी देवताओं में विश्वास नहीं करता। मेरा मानना है कि वे एक अन्य जीवन रूप हैं, लेकिन उनमें मनुष्यों की तुलना में अधिक क्षमताएँ होती हैं। अच्छी बात तो यह है कि ये सब करीब 1000 साल पहले हुआ था। अगर मैं भाग्यशाली रहा, तो मैं उनमें से कम से कम किसी एक से तो जरूर मिल सकता हूँ।' -कल्प सोचते हुए बाहर निकलता है।
'क्या तुम जानते हो, कि हमारे गाँव का नाम सैंक्टिटी क्यों है?' -फादर क्लार्क ने पूछा।
'नहीं, लेकिन मुझे लगता है कि सैंक्टिटी का मतलब पवित्रता है, है ना फादर?' -कल्प ने कहा।
'हाँ। जब भगवान लड़ रहे थे, तब भगवान सिरिसो का खून यहाँ गिरा था, इसलिए हमने यहाँ ओरेकल बना कर यह गाँव बसाया था।' -फादर क्लार्क ने कहा।
'उनका खून कैसा दिखता है?' -कल्प ने पूछा।
'मैनें तो नहीं देखा है, लेकिन पूर्व फादर ने मुझे बताया था कि वह नीले रंग और ठोस रूप में था, जो कि देखने में जिंदा खून से भरे हुए डिब्बे के आकर में था।' -फादर क्लार्क ने कहा।
'ठीक है।' -कल्प ने मुस्कराते हुए कहा।
'फादर, मैं पुस्तकालय जा रहा हूँ।' -कल्प ने कहा।
'ठीक है बेटा।' –फादर क्लार्क ने कहा।
कल्प पुस्तकालय में प्रवेश करता है और उसे चारों तरफ लगभग पाँच सौ पुस्तकें दिखाई देती हैं। पुस्तकालय के मध्य में छ: मेजें और एक छोटी सी मेज के साथ लगभग तीस कुर्सियाँ हैं, जहाँ मेज पर व्यक्ति और पुस्तक की प्रविष्टियों के लिए एक रजिस्टर है। किताबों की अलमारियाँ दीवारों से जुड़ी हुई हैं और यहाँ विभिन्न प्रकार की पुस्तकें हैं, जैसे- जादुई मंत्र की किताबें, शस्त्र युद्ध की शैलियों पर पुस्तकें, संस्कार पुस्तकें, खेती की किताबें, चिकित्सा मंत्र और जड़ी-बूटियों की पुस्तकें, इतिहास की पुस्तकें, ज्ञानकोश और भी अनेक प्रकार की पुस्तकें होती हैं।
'वाह! इसे कहते हैं स्वर्ग।' -कल्प ने खुशी से कहा। 'तो, मुझे कहाँ से शुरू करना चाहिए?
कुछ घंटों बाद, कल्प घर वापस चला जाता है। जैसे ही कल्प अपने घर में प्रवेश करता है, उसे नीना दर्द में दिखाई देती है। उसका टखना घायल हो गया है। नीना एक कुर्सी पर बैठी है और उसका घायल पैर दूसरी कुर्सी पर रखा हुआ है।
'भाई, क्या हुआ?' -कल्प ने पूछा।
'कल्प, सीढ़ियों पर नीना का पैर फिसल गया था, जिसकी वजह से इसके टखने में दर्द हो रहा है और आँटी लिली भी यहाँ नहीं हैं।' -स्कंद ने कहा।
'कोई बात नहीं भाई, क्या तुम बर्फ बना सकते हो?' -कल्प ने पूछा।
'हाँ, पर क्यों?' -स्कंद ने कहा।
'अच्छा है, तुम बर्फ का एक छोटा-सा टुकड़ा बनाओ, जिसे हाथ से आसानी से पकड़ा जा सके।' -कल्प ने कहा।
'ठीक है' -स्कंद ने कहा, 'बर्फ बाहर आओ' और उसकी हथेली के पास एक नीले रंग का मंत्र चक्र आ जाता है और उस घेरे से बर्फ उत्पन्न होने लगती है। कल्प उस बर्फ को लेकर नीना के टखने की मालिश करता है।
'नीना, अब तुम्हें कैसा लग रहा है?' -कल्प ने पूछा।
'पहले से बेहतर लग रहा है।' -नीना ने कहा।
स्कंद यह देखकर चौंक जाता है।
'कल्प, तुमने यह कहाँ से सीखा?' -स्कंद ने पूछा।
'मैं यह नहीं बता सकता। यह मेरी पिछली दुनिया में सामान्य था, इसलिए हर कोई इसके बारे में जानता था।' -कल्प ने सोचा और मुस्कुरा कर कहा, 'मैंने आज ओरेकल की पुस्तकालय में कुछ चिकित्सा की पुस्तक पढ़ी थी।'
'ठीक है भाई।' -स्कंद ने कहा।
दो-तीन दिनों में कल्प और नीना भी गहरे दोस्त बन गए हैं, इसलिए वे दो दिनों से साथ में खूब मस्ती कर रहे हैं। दो दिन बाद लियाम और जॉन घर वापस आते हैं।
'पिताजी, क्या आप ठीक हैं?' -नीना ने पूछा।
'हाँ मेरी राजकुमारी, तुम्हारे पिता बिल्कुल ठीक हैं। मैंने तुम्हें बहुत याद किया राजकुमारी, आओ अपने पिता को गले लगाओ।' -जॉन ने नीना की ओर दौड़ते हुए कहा।
'पिताजी, मैं अब एक छोटी बच्ची नहीं हूँ और मुझे शर्मिंदा महसूस मत कराइये।' -नीना ने गुस्से से कहा और जॉन को मुक्का मारती है। नीना का गुस्सा देखकर स्कंद और कल्प डर जाते हैं।
'मैं नीना को कभी गुस्सा नहीं दिलाऊँगा। अगर मैंने ऐसा किया, तो वो मेरे दाँत तोड़ देगी।' -कल्प और स्कंद ने सोचा। दोनों अपना मुँह पकड़ कर एक-दूसरे को देख रहे हैं।
अगले दिन जॉन, कल्प का प्रशिक्षण शुरू करते हैं। दौड़ने के बाद वह वापस आँगन में आता है और जमीन पर लेट जाता है। जॉन बाँस की दो तलवारों के साथ खड़े हुए हैं।
'कल्प, एक बात हमेशा याद रखना कि यह कोई हथियार नहीं है, यह आपके शरीर का एक हिस्सा है। जिस दिन से आप अपनी तलवार को अपने शरीर के अंग की तरह इस्तेमाल करना शुरू करोगे, उस दिन आप एक तलवार बाज बन जाओगे, ठीक है?’ -जॉन ने कहा।
'ठीक है अंकल।' -कल्प ने सामान्य रूप से कहा।
'जोर से कहो और मैं तुम्हारा अंकल नहीं हूँ, मैं तुम्हारा गुरु हूँ।' -जॉन ने कहा।
'जी, गुरु जी।' -कल्प ने जोर से कहा।
'अच्छा है, तो, अपनी तलवार उठाओ और उस मानव के पुतले को मारना शुरू करो।' -जॉन ने कहा।
यहाँ एक मानव का पुतला है, जो लकड़ी और ठूंठ घास से बना हुआ है। पहले जॉन दिखाते है कि कैसे मारना है और फिर कल्प मारना शुरू करता है। अगले चार दिन तक जॉन, कल्प को तलवार बाजी सीखाते हैं, और लियाम, स्कंद और नीना को जादू और साधना सिखाते है। पाँचवें दिन जॉन और नीना वापस घर जा रहे हैं।
'अलविदा, स्कंद और कल्प।' -नीना ने कहा।
'अलविदा, नीना।' -कल्प और स्कंद ने कहा।
'कल्प, तुम हर दिन अभ्यास करते रहना, ठीक है, इसे कभी मत छोड़ना।' -जॉन ने कहा।
'ठीक है अंकल।' -कल्प ने जोश से कहा, 'आखिरकार, मुझे इस यातना से राहत मिल गई, अब मैं किताबें पढ़ सकता हूँ।' -कल्प ने सोचा।
'मुझे यह सुनकर अच्छा लगा। अब तुम एक तलवार बाज की तरह दिख रहे हो। अगली बार मैं तुम्हारे साथ युद्ध करूँगा और देखूँगा कि तुम कितना सुधार लाते हो।' -जॉन ने गर्व महसूस करते हुए कहा।
'मुझे लगता है, मैं बहुत जल्दी जश्न मना लेता हूँ।' – कल्प ने नकली मुस्कान देते हुए सोचा।
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