डैफ़ोडिल का किस्सा

ह मार्च का कुहरे वाला दिन था जब मैं बेकर स्ट्रीट पर भटक रहा था, अपनी बरसाती की ज़ेबों में हाथ डाले, एक सूती स्कार्फ़ को अपने गले में बाँधे, और अपने पैरों में दो जोड़ी मोज़े डाले। बी.बी.सी. ने मुझे उत्तर भारत के ग्रामीण जीवन पर एक वक्तव्य देने के लिए अधिकृत किया था और बेकर स्ट्रीट पर कुहरे में भटकते, वक्तव्य के बारे में सोचते, मुझे यह महसूस हुआ कि मैं भारत या किसी भी जगह के ग्राम्य जीवन के बारे में नहीं जानता।

सच है कि मैं गोबर के उपले के धुएँ की गंध और चमेली की खुशबू और मिट्टी के घर की दीवारों पर चढ़ता बाढ़ का पानी याद कर सकता था, लेकिन मैं गाँव की चुनाव प्रक्रिया या फसल चक्र या गन्नों की कीमतों के बारे में अधिक नहीं जानता था। मैं पीछे मुड़कर और इंडिया हाउस जाकर सारे तथ्य और आँकड़े प्राप्त करने के बारे में सोच ही रहा था जब मैंने यह महसूस किया कि मैं बेकर स्ट्रीट से कहीं आगे निकल गया था।

अपने खयालों में खोया मैं रीजेंट पार्क में भटक रहा था और मुझे बाहर जाने का रास्ता नहीं मिल रहा था?

एक लम्बा भद्र पुरुष, लम्बा स्याह लबादा पहने फूलों की क्यारी पर झुका हुआ था। उसके पास जाकर मैंने पूछा, “कृपया ज़रा ध्यान देंगे, सर—क्या आप मुझे बता सकते हैं कि यहाँ से कैसे निकलूँ?”

“तुम अन्दर कैसे आये थे?” उसने अधीर आवाज़ में पूछा, और जब वह घूमा और मेरी तरफ़ चेहरा घुमाया, मुझे एक झटका लगा। उसने एक नुकीली शिकारी की टोपी पहन रखी थी और दूसरे हाथ में एक आवर्धक शीशा (मैग्नीफाइंग ग्लास) था। एक लम्बा, घुमावदार पाइप उसके मादक होंठों पर अटका था। उसके जबड़े स्टील जैसे थे और उसकी आँखों में आक्रामक भाव था—वे किसी दवा के नशीले प्रभाव से चमक रहे थे।

“ओह ईश्वर!” मैंने आश्चर्य से कहा, “आप शरलॉक होम्स हैं!”

“और आप सर,” उन्होंने उत्तर दिया, अपने लबादे की सरसराहट के साथ, “आप अभी भारत से आये हैं, बेरोज़गार, और रेडियो में एक भाषण देने वाले हैं।”

“आप यह सब कैसे जानते हैं?” मैं हकलाया, “आपने पहले मुझे कभी नहीं देखा। मुझे लगता है कि आपको मेरा नाम भी पता है?”

“स्पष्ट है, मेरे प्रिय बॉन्ड। बी.बी.सी. का जो समाचार पत्र तुम्हारे हाथ में है, जिस पर तुमने लिखा है, तुम्हारे इरादों को दिखाता है। तुम अपने बारे में अनिश्चित हो, इसलिए तुम टीवी के व्यक्तित्व नहीं हो सकते। लेकिन तुम्हारे स्वर में दमखम है। निश्चित ही रेडियो। तुम्हारा नाम लिफ़ाफ़े पर है जिसके ऊपरी आवरण को तुमने पलट रखा है। यह बॉन्ड है, लेकिन आप निश्चित ही जेम्स नहीं हैं—आप उस किस्म के नहीं हैं! तुम बेरोज़गार ही होगे नहीं तो तुम बाग में क्या कर रहे होते, जबकि बाकी लोग कार्यालय, खेत, और कारखानों में खट रहे हैं?”

“और तुम्हें कैसे पता चला कि मैं भारत से हूँ?” मैंने थोड़ा नाराज़गी से कहा।

“तुम्हारे उच्चारण ने तुम्हें धोखा दे दिया,” होम्स ने एक मुस्कान के साथ कहा।

मैं घूमकर जाने ही वाला था, जब उसका रोकता हुआ हाथ मेरे कन्धे पर पड़ा।

“एक पल रुकिये,” उन्होंने कहा, “शायद तुम सहायता कर सकते हो। मैं वाटसन पर चकित हूँ। उसने वादा किया था कि वह पन्द्रह मिनट पहले ही यहाँ मौज़ूद होगा। उसकी पत्नी ने उसको घर पर रोक लिया होगा। शादी मत करना बॉन्ड। औरत बुद्धि को चूस लेती है।”

“मैं किस तरह से तुम्हारी सहायता कर सकता हूँ?” मैंने पूछा, इस बात पर खुश होते हुए कि उस महान आदमी ने मुझे स्वीकार करते हुए विश्वास में लिया था।

“इस पर एक नज़र डालो,” होम्स ने फूलों की क्यारी की बगल में घुटनों के बल बैठते हुए कहा, “क्या तुमने किसी विचित्र चीज़ पर ध्यान दिया?”

“कोई डैफ़ोडिल के फूल नोच रहा है,” मैंने कहा।

“बहुत अच्छा, बॉन्ड! तुम्हारी परखने की शक्ति वाटसन से अच्छी है। अब मुझे बताओ, तुम्हें और क्या दिख रहा है?”

“ज़मीन थोड़ी रौंदी हुई है, बस यही।”

“किस तरह से?”

“एक इन्सान का पैर। ऊँची एड़ी के जूते में। और…एक कुत्ता भी था यहाँ, वह कंद को खोदने में मदद कर रहा था।”

“तुमने तो मुझे चकित कर दिया, बॉन्ड। तुम उससे तेज़ निकले जितना मैंने सोचा था कि तुम होगे। अब क्या मैं तुम्हें समझाऊँ कि यह सब किस बारे में है? तुम समझ सकते हो, पिछले एक हफ़्ते से कोई इस बाग से डैफ़ोडिल के फूल चुरा रहा है और अधिकारियों ने मुझे इस मामले से निबटने के लिए कहा है। मुझे लगा था कि हम अपने अपराधी को आज पकड़ लेंगे।”

मैं थोड़ा निराश था, “तो फिर यह कोई खतरनाक काम नहीं?”

“आह, मेरे प्रिय बॉन्ड, वे दिन बीत गये जब राज्य की राजकुमारियाँ हीरा खो देती थीं और महारानियाँ माणिक। वहाँ अब कोई राज्य की राजकुमारियाँ नहीं और महारानी माणिक नहीं खरीद सकतीं—अगर वह फास्ट फूड के व्यापार में नहीं चली गयी हों। सबसे सफल अपराधी अब शेयर बाज़ार में काम करते हैं। और स्कॉटलैंड यार्ड, लंदन की पुलिस मेरे अस्तित्व में अब विश्वास ही नहीं करती!”

“मैं यह सुनकर बहुत दुःखी हूँ,” मैंने कहा, “लेकिन आपको क्या लगता है कि डैफ़ोडिल कौन चुरा रहा है?”

“ज़ाहिर है कि यह कोई ऐसा है जिसके पास एक कुत्ता है। कोई ऐसा जो कुत्ते को रोज़ सुबह की सैर पर ले जाता है। वह एक औरत की ओर इशारा करता है। यह माना जा सकता है कि लंदन की एक औरत अक्सर एक छोटा कुत्ता रखती है—और, जानवर के पैरों के निशान जाँचने पर, यह नन्हे पेकिंस या छोटे पौमेरियन की जाति लगती है। अगर तुम उस लैम्प पोस्ट पर गीले धब्बे को देखो तो तुम्हें यह अन्दाज़ा होगा कि वह बहुत लम्बा नहीं हो सकता है। इसलिये मैं यह प्रस्ताव रखता हूँ, बॉन्ड कि हम खुद को इस झाड़ीदार किनारे के पीछे छुपा लेते हैं और अपराधी के अपराध स्थल पर आने का इन्तज़ार करते हैं। यह निश्चित है कि वह आज सुबह फिर आयेगी। वह पिछले हफ़्ते से डैफ़ोडिल चुरा रही है और अफ़ीम पीने की तरह डैफ़ोडिल चुराना भी एक आदत बन जाती है।”

होम्स और मैं झाड़ी के पीछे छुपे हुए थे और एक लम्बी प्रतीक्षा के लिए तैयार थे। आधे घंटे के बाद, हमारे धीरज का फल मिला। एक वृद्ध लेकिन स्वस्थ औरत स्मार्ट हरा टोप लगाये, जो मारग्रेट थैचर जैसी दिख रही थी, घास पर होते हुए हमारी ओर आ रही थी, उसके पीछे एक छोटा उजला पौमेरियन जाति का कुत्ता चला आ रहा था। होम्स सही था! मैंने पहले से भी ज़्यादा उसकी प्रतिभा को सराहा। हम इन्तज़ार करते रहे जब तक वह कुत्ता और औरत डैफ़ोडिल के कंद को ढीली मिट्टी से खोदने नहीं लगे, फिर होम्स झाड़ी में से लपका।

“आह! हमने तुम्हें पा लिया,” उसने उसकी ओर उछलते हुए इतनी तेज़ी से कहा कि वह चीखी और डैफ़ोडिल के फूल हाथ से गिर गये। मैं प्रमाण जुटाने के लिए झुका, लेकिन मेरे प्रयत्न का फल मुझे उग्र पौमेरियन द्वारा पिछवाड़े में काट कर मिला।

होम्स उस स्त्री को रोकने के लिए सिर्फ़ उसके हाँफते सीने का आवर्धक शीशे से निरीक्षण कर रहा था। मुझे नहीं पता कि उसे किस चीज़ ने ज़्यादा डराया—पकड़े जाने ने, या फिर गम्भीर दिखती मुखाकृति द्वारा अपने पाइप, लबादे और शिकारी की टोपी के साथ उसका अवलोकन करने ने।

“अब कहें, मैडम,” उसने दृढ़ता से कहा, “आप क्यों हमारे महामहिम के डैफ़ोडिल चुरा रही थीं?”

उसने रोना शुरू कर दिया—हमेशा एक स्त्री का सबसे बड़ा बचाव—और मुझे लगा होम्स नरम पड़ जायेगा। ऐसा वह हमेशा करता था, जब किसी रोती हुई स्त्री से सामना होता था। और यह मिसेज थैचर नहीं थीं; वह आक्रामक हो गयी होतीं।

“मैं उपकार मानूँगा, बॉन्ड, अगर तुम बाग के सहायक को बुलाओगे,” उसने कहा।

मैं दूर स्थित एक ग्रीन हाउस तक भागा और थोड़ी देर खोजने के बाद मुझे माली मिला। “डैफ़ोडिल चुरा रही थी, क्या वास्तव में?” उसने पूछा, दोगुनी तेज़ी से दौड़ते हुए, एक हाथ में खतरनाक दिखता हुआ पाँचा लिये हुए।

लेकिन जब वह डैफ़ोडिल की क्यारी के पास पहुँचा, हमें चोर कहीं नहीं मिला। होम्स भी कहीं दिख नहीं रहा था। स्पष्ट था कि वे साथ गये हैं, मुझे उलझन में डालते हुए। मैं सन्देह और शर्म से घिर गया, लेकिन फिर मैंने देखा कि डैफ़ोडिल के कंद घास पर बिखरे हुए हैं।

“होम्स ज़रूर उसे पुलिस के पास ले गये होंगे,” मैंने कहा।

“होम्स,” माली ने दोहराया, “और होम्स कौन है?”

“शरलॉक होम्स, बेशक। वह प्रसिद्ध जासूस। तुमने उनके बारे में सुना नहीं है?”

माली ने मुझ पर एक सन्देह-भरी दृष्टि डाली।

“शरलॉक होम्स, इह? और तुम डॉक्टर वाटसन होगे, मेरा खयाल है?”

“बेशक, नहीं,” मैंने क्षमा माँगने के अन्दाज़ में कहा, “मेरा नाम बॉन्ड है।”

यह माली के लिए पर्याप्त था। उसने बाग में पहले भी पागल देखे थे। वह घूमा और ग्रीन हाउस की दिशा में गुम हो गया।

अन्ततः मैंने पार्क के बाहर का रास्ता खोज लिया, यह महसूस करते हुए कि होम्स ने मुझे थोड़ा नीचा दिखाया। फिर, जैसे ही मैं बेकर स्ट्रीट पार कर रहा था, मुझे लगा मैंने उन्हें सामने के फुटपाथ पर देखा है। वह अकेले थे, एक रोशनी वाले कमरे को ताकते हुए और उनकी बाँहें उठी हुई थीं जैसे वह किसी को हाथ हिला रहे हों। मुझे लगा, मैंने उन्हें चिल्लाते हुए सुना, “वाटसन!” लेकिन मैं तय नहीं कर सका। मैंने सड़क पार करना शुरू किया लेकिन एक बड़ी लाल बस कुहरे से निकलकर मेरे सामने आ गयी और मुझे उसके गुज़र जाने की प्रतीक्षा करनी पड़ी। जब सड़क साफ़ हुई, तो मैं तेज़ी से भागा। लेकिन उस समय तक मिस्टर होम्स जा चुके थे, और ऊपर के कमरे अँधेरे थे।