अध्याय 1

एक थियेटर में पार्टी

लोगों की याददाश्त बहुत छोटी होती है। जॉर्ज अल्फ्रेड सेंट विन्सेंट मार्श, जो एजवेयर के चौथे तालुकदार थे, की हत्या के बाद जो सरगर्मी हुई थी और लोगों में जिस तरह की उत्तेजना फैली थी, वह अब बीते दिनों की भूली हुई बात हो चुकी है। नयी-नयी सनसनीखेज़ चीज़ें उसकी जगह आ चुकी हैं।

मेरे दोस्त हरक्यूल पॉयरो की इस केस के मामले में कभी खुलकर चर्चा नहीं हुई। जो, मैं यह कह सकता हूँ, पूरी तरह से उसकी इच्छाओं के मुताबिक़ ही था। उसने उसमें सामने आने का फैसला नहीं लिया। उसका श्रेय कहीं और गया—और यही वह चाहता भी था। सबसे बढ़कर, पॉयरो की अपनी अजीब-सी निजी राय में यह केस एक तरह से उसकी असफलता थी। वह हमेशा इस बात की कसम खाता था कि संयोग से सड़क पर एक अजनबी ने ऐसी टिप्पणी की कि उसकी वजह से वह इस केस में सही रास्ते पर आ गया।

हो सकता है ऐसा हुआ हो, लेकिन यह उसकी बुद्धि ही थी जिसने उस मामले का सच सामने ला दिया था। लेकिन हरक्यूल पॉयरो के लिए मुझे लगता है मानो अपराध ने ही अपराधी का पता बता दिया होगा।

इसलिए मुझे यह लगता है कि अब वक़्त आ गया है कि इस मामले में मैं जो कुछ भी जानता हूँ उसको साफ़-साफ़ रख दूँ। मैं इस मामले को अन्दर और बाहर से अच्छी तरह जानता हूँ और मैं यह भी कहना चाहता हूँ कि ऐसा करके मैं एक बहुत ही दिलकश औरत की इच्छा को पूरा कर रहा हूँ।

मुझे अक्सर उस दिन की याद आयी जब पॉयरो के छोटे से साफ़-सुथरे कमरे में जब कालीन की ख़ास धारी पर लम्बे-लम्बे डग भरते हुए मेरे छोटे-से दोस्त ने हमारे सामने इस मामले का बड़ा कुशल और हैरत भरा ख़ाका खींचा था। मैं अपनी कहानी वहाँ से शुरू कर रहा हूँ जहाँ उसने पिछली बार सुनाया था—पिछले साल जून में लन्दन के एक यियेटर में।

कार्लोता एडम्स का उस समय लन्दन में ख़ासा जलवा था। एक साल पहले उसने दोपहर के कुछ शो किये थे जो आश्चर्यजनक रूप से सफल रहे थे। इस साल उसने तीन सप्ताह का सीजन शो रखा था जिसकी वह आख़िरी से पहले की रात थी।

कार्लोता एडम्स एक अमेरिकी लड़की थी और उसमें यह असाधारण क्षमता थी कि वह बिना किसी मेकअप या किसी तरह की दृश्यावली के बहुत अच्छी तरह अभिनय कर सकती थी। उसे मानो हर भाषा बहुत सहजता से आती थी। विदेशी होटल में एक शाम उसने जो अभिनय किया था वह कमाल का था। जिसकी वजह से, अमेरिकी मुसाफ़िर, जर्मन यात्री, अंग्रेज़ी परिवार, संदिग्ध औरतें, कुपोषित रूसी रईस और उदास एकाकी वेटर सभी वहाँ आसपास मँडराते रहते थे।

उसके अभिनय उदासी से ख़ुशी की तरफ़ जाते थे और फिर अपने विषय पर लौट आते थे। उसने अस्पताल में मरती हुई चेक-स्लोवाक महिला का जो अभिनय किया था उसे देखकर गला भर आया था। एक मिनट बाद ही यह देखकर हमारे ऊपर हँसी का दौरा पड़ गया जब हमने यह देखा कि दाँतों का एक डॉक्टर अपना व्यवसाय कर रहा था और जिसमें वह अपने शिकारों से बड़े दोस्ताना अन्दाज़ में बातें कर रहा था।

उसका कार्यक्रम तब समाप्त हो गया जब उसने यह घोषणा की, ‘कुछ नकलें थीं।’

यहाँ, एक बार फिर, वह आश्चर्यजनक रूप से चालाक थी। बिना किसी भी तरह के मेकअप के ऐसा लगता था जैसे उसके नैन नक्श अचानक धुँधला जाते थे और वह किसी जाने-माने राजनेता, या किसी मशहूर अभिनेत्री, या समाज की किसी सुन्दर महिला के रूप में बदल जाती थी। हर किरदार में वह एक छोटा-सा ख़ास किस्म का भाषण भी देती थी। वैसे ये भाषण उल्लेखनीय रूप से चालाकी से भरे थे। उनमें चुने गये व्यक्ति की हर कमजोरी दिखायी दे जाती थी।

उसके आख़िरी अभिनयों में एक जेन विलकिंसन का था—जो कि एक प्रतिभाशाली अमेरिकी अभिनेत्री थी। लन्दन में जिसका नाम जाना-माना था। यह सच में बहुत चालाकी भरा था। निरर्थक ढंग से उसकी जुबान से भावनात्मक ढंग से शब्द ऐसे झरते थे कि आपको लगने लगता कि हर बात का कोई ख़ास मतलब है। उसकी आवाज़, जो हल्की-सी भारी थी, मदहोश कर देने वाली लगती थी। नियन्त्रित हाव-भाव, जिनके अपने अलग-अलग मायने थे, हल्के-से लहराते शरीर के साथ, जिसमें शारीरिक सुन्दरता की भी झलक दिखायी दे जाती थी—उसने ये सब कैसे किया, मैं तो सोच भी नहीं सकता हूँ!

मैं हमेशा से ख़ूबसूरत जेन विलकिंसन का प्रशंसक था। उसने मुझे उस भावनात्मक रूप में बहुत खुश कर दिया था, लेकिन मैंने हमेशा उन लोगों की बातों की क़द्र की जो यह मानते थे कि वह ख़ूबसूरत थी लेकिन अच्छी अभिनेत्री नहीं थी, बल्कि उसमें काफ़ी हद तक नाटकीयता थी।

यह सुनना कुछ अजीब लगता था कि उसकी जानी-पहचानी भारी आवाज़, उसकी अदाओं, और अचानक अपनी गर्दन पीछे कर के वह जिस तरह अपने चेहरे से बालों को हटा रही थी उससे मुझे समझ में आया कि वह अपने नाटकीय अभिनय के आख़िर में ऐसे ही किया करती थी।

जेन विलकिंसन ऐसी अभिनेत्रियों में थी जिसने अपनी शादी के बाद नाटकों में काम करना छोड़ दिया था और करीब दो-एक साल बाद अभिनय के क्षेत्र में लौटी थी।

तीन साल पहले उसने अमीर लेकिन थोड़े से सनकी लॉर्ड एजवेयर से शादी की थी। अफ़वाह यह उड़ी हुई थी कि उसने कुछ ही दिनों में उसे छोड़ दिया था। बहरहाल, अपनी शादी के 18 महीनों के बाद वह अमेरिका में फ़िल्मों में काम कर रही थी, और इस साल लन्दन में एक सफ़ल नाटक में प्रकट हुई थी।

कार्लोना एडम्स के चतुर लेकिन थोड़ी-सी दुर्भावना से भरी नक़लों को देखकर मुझे हैरानी यह होती थी कि वह जिन लोगों की नक़लें किया करती थी उनको कैसा लगता था। क्या उनको अपनी बदनामी देखकर अच्छा लगता था—जिस तरह का विज्ञापन होता था? या उनको इस बात से चिढ़ होती थी कि जानबूझकर उनकी चालबाज़ियों का ख़ुलासा किया जा रहा था। क्या कार्लोता एडम्स उस प्रतिद्वन्द्वी जादूगर की स्थिति में आ गयी थी जो यह कहता है : ‘ओह! यह तो पुरानी चालबाज़ी है! बहुत साधारण। मैं आपको दिखाऊँगा कि यह किस तरह से किया जाता है!’

मैंने यह फैसला किया कि अगर उसकी जगह मैं होता तो मुझे बहुत अधिक चिढ़ जाना चाहिए था। जाहिर है, मुझे अपनी खीज को छिपा लेना चाहिए, लेकिन निश्चित तौर पर मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए। ऐसे क्रूर ख़ुलासों की तारीफ़ करने के लिए इनसान को बहुत उदार मन का होना चाहिए और उसके अन्दर ख़ास तरह का मज़ाकिया भाव भी होना चाहिए।

मैं इस नतीजे पर तब पहुँचा जब मंच की उल्लास भरी भारी हँसी की आवाज़ मेरे पीछे से गूँजने लगी।

मैंने तेज़ी से अपनी गर्दन घुमाई। मेरी सीट के ठीक पीछे अपने होठों को हल्का-सा खोले, आगे की तरह झुकी उसकी वर्तमान नक़ल की विषय मौजूद थी—लेडी एजवेयर, जिनको जेन विलकिंसन के नाम से जाना जाता है।

मुझे तत्काल समझ में आ गया कि मेरी सारी निन्दा गलत थी। वह आगे की तरफ़ झुकी हुई थी, उसके होंठ खुले हुए थे, ख़ुशी के भाव के साथ और आँखों में उत्तेजना का भाव लिए।

जैसे ही ‘नक़ल’ समाप्त हुई, उसने ज़ोर से ताली बजायी, हँसते हुए अपने साथ आये व्यक्ति की तरफ़ घूमी, जो एक लम्बा और बेहद ख़ूबसूरत आदमी था, एकदम यूनानी देवताओं जैसा, जिसके चेहरे से मैंने पहचाना कि स्टेज से ज़्यादा परदे का जाना-पहचाना चेहरा था। वह ब्रायन मार्टिन था, जो उस समय परदे का सबसे लोकप्रिय नायक था। वह और जेन विलकिंसन कई फ़िल्मों में साथ-साथ दिखे थे।

‘शानदार, नहीं?’ लेडी एजवेयर कह रही थी।

वह हँस रहा था।

‘जेन—तुम काफ़ी जोश में लग रही हो।’

‘हाँ, यह सच में बहुत अच्छी है! उससे कहीं अच्छी जैसा कि मैंने सोचा था।’

ब्रायन मार्टिन ने हैरानी से क्या कहा मुझे वह सुनाई नहीं दिया। कार्लोता एडम्स नये प्रदर्शन की तैयारी में लग गयी।

उसके बाद जो हुआ, मुझे हमेशा यही लगेगा, कि वह बहुत रोचक-सा संयोग था।

प्रदर्शन के बाद पॉयरो और मैं रात के खाने के लिए सैवॉय में गये।

हमारी मेज़ के ठीक बगल में लेडी एजवेयर, ब्रायन मार्टिन और दो अन्य लोग बैठे थे जिनको मैं जानता नहीं था। मैंने पॉयरो को उस तरफ़ देखने के लिए कहा, और जब मैं यह कर रहा था तभी एक और जोड़ा आया और उसके आगे की मेज़ पर आकर बैठ गया। महिला का चेहरा जाना पहचाना लग रहा था, लेकिन एक पल के लिए मुझे याद नहीं आया।

लेकिन तभी अचानक समझ में आया कि वह कार्लोता एडम्स थी जिसको मैं घूरे जा रहा था। उस आदमी को मैं नहीं जानता था। वह अच्छी तरह से बना सँवरा हुआ था, चेहरे पर ख़ुशी थी लेकिन वह भावशून्य था। उस तरह का नहीं जिसको मैं पसन्द करूँ।

कार्लोता एडम्स ने अजीब तरह के काले कपड़े पहन रखे थे। उसका चेहरा ऐसा नहीं था कि तत्काल उसकी ओर ध्यान चला जाये या कोई उसे झट से पहचान ले। उसका चेहरा उस तरह का जीवन्त और संवेदनशील था जिसने अपने आपको मानो नक़ल उतारने के काम के लिए ही दे रखा हो। वह बड़ी सहजता से अनजान चेहरे का रूप तो धर सकती थी, लेकिन उसकी कोई अपनी पहचान नहीं थी।

मैंने अपना यह ख़याल पॉयरो से साझा किया। उसने ध्यान से सुना, उसका अण्डाकार माथा धीरे-से एक तरफ़ झुक गया जबकि इस बीच उसकी आँखें सतर्कता से उन दोनों मेज़ों की तरफ़ घूरती रहीं।

‘तो यह लेडी एजवेयर है? हाँ, मुझे याद है—मैंने उसे अभिनय करते देखा है। वह सुन्दर है।’

‘और एक अच्छी अदाकारा भी है।’

‘शायद।’

‘लगता है तुमको इस बात का यक़ीन नहीं हो रहा।’

‘मेरे ख़याल से यह इस पर निर्भर करता है कि वह कहाँ मौजूद है, मेरे दोस्त, अगर वह नाटक के केन्द्र में है—अगर सभी कुछ उसके आसपास घूम रहा हो—हाँ, तब वह अपनी भूमिका निभा सकती है। मुझे इसमें शक है कि वह कोई छोटी भूमिका सही तरीके से कर सकती है, या जिसे चरित्र भूमिका कहते हैं, है न। नाटक उसके बारे में होना चाहिए और उसके लिए होना चाहिए। मुझे वह ऐसी औरत लगती है जिसकी दिलचस्पी सिर्फ़ अपने आप में होती है।’ वह कुछ देर के लिए रुका और फिर उसने अचानक उसमें जोड़ा : ‘ऐसे लोग जीवन में बड़े ख़तरे में पड़ जाते हैं।’

‘ख़तरा?’ मैंने हैरत के साथ कहा।

‘मैंने एक शब्द का इस्तेमाल किया है जिससे तुम्हें परेशानी हो रही है, मुझे लगता है मेरे दोस्त। हाँ, ख़तरा। क्योंकि देखो इस तरह की जो औरतें होती हैं वे केवल एक चीज़ देखती हैं—अपने आपको। इस तरह की औरतें अपने आसपास के ख़तरों को नहीं देख पाती हैं—जीवन के लाखों परस्पर विरोधी हितों और रिश्तों को। नहीं, उनको बस अपने आगे का रास्ता दिखायी देता है। और इसलिए—हाल में या बाद में यह भयानक हो जाता है।’

मेरी इसमें दिलचस्पी हुई। मैंने अपने-आप से कहा कि इस तरह का दृष्टिकोण मुझे सूझा ही नहीं था।

‘और दूसरी?’ मैंने पूछा।

‘मिस एडम्स?’

उसकी नज़रें उसकी मेज़ की तरफ़ गयीं।

‘अच्छा,’ उसने मुस्कुराते हुए कहा। ‘तुम क्या चाहते हो कि मैं उसके बारे में क्या कहूँ?’

‘सिर्फ़ यही कि उसको देखकर तुमको क्या लगता है।’

‘मेरे प्यारे दोस्त, क्या आज रात मैं कोई नजूमी हूँ जो हथेली को पढ़कर किरदार बता देता है?’

‘तुम यह काम बहुत लोगों से बेहतर तरीके से कर सकते हो,’ मैंने उसका जवाब दिया।

‘मुझमें तुमको बहुत विश्वास है, हेस्टिंग्स। मुझे अच्छा लगा। तुमको पता है मेरे दोस्त, हम सबका कोई-न-कोई रहस्य छिपा होता है, एक-दूसरे से टकराती जूनून या इच्छाओं या व्यवहार की पहेली। जिनके आधार पर कोई अपना छोटा-सा फैसला करता है—लेकिन दस में से 9 दफ़ा वह गलत हो सकता है।

‘नहीं हरक्यूल पॉयरो,’ मैंने मुस्कुराते हुए कहा।

‘यहाँ तक कि हरक्यूल पॉयरो! ओह! मैं अच्छी तरह से यह जानता हूँ कि तुमको हमेशा से यह लगता रहा है कि मैं कुछ घमण्डी किस्म का हूँ, लेकिन, सच में, मैं तुमको यह भरोसा दिलाना चाहता हूँ मैं काफ़ी विनम्र किस्म का इनसान हूँ।’

मैं हँस पड़ा।

‘हाँ ऐसा ही है। सिवाय—मैं यह कहना चाहता हूँ—मुझे अपनी मूँछों के ऊपर गर्व है। लन्दन में मैंने ऐसा कुछ भी नहीं देखा है जिससे इसकी तुलना कर सकूँ।’

‘तुम काफ़ी सुरक्षित हो,’ मैंने रुखाई से कहा। ‘तुम नहीं बताने वाले। क्योंकि तुम कार्लोता एडम्स के बारे में कुछ कहने का ख़तरा नहीं उठाना चाहते हो?’

‘एक अच्छी कलाकार है!’ पॉयरो ने सहजता से कहा। ‘इसमें सभी बातें आ जाती हैं, नहीं?’

‘बहरहाल, तुमको यह नहीं लगता है कि वह जीवन में ख़तरे से गुजर रही है?’

‘हम सब ऐसे हालात में होते हैं, मेरे दोस्त,’ पॉयरो ने गम्भीरता से कहा, ‘दुर्भाग्य हमेशा हमारी तरफ़ दौड़ लगाने की फ़िराक़ में होता हैं। लेकिन जहाँ तक तुम्हारा सवाल है, मुझे लगता है, मिस एडम्स सफ़ल साबित होंगी। वह चालाक़ हैं और उससे भी बढ़ कर कुछ हैं। तुमने बिला शक सही पहचाना कि वह यहूदी महिला है।’

मैंने उसे इस रूप में नहीं देखा था। लेकिन अब जबकि उसने इस बात का उल्लेख किया तो मुझे उसमें उसकी थोड़ी-सी झलक भी दिखायी देने लगी। पॉयरो ने सिर हिलाया।

‘यह सफलता के लिए है—उस सफलता के लिए। हालाँकि तब भी एक पहलू है ख़तरे का—क्योंकि हम ख़तरों की बात कर रहे हैं।’

‘तुम्हारा क्या मतलब है?’

‘पैसे के लिए प्यार। पैसे के लिए प्यार के कारण इस तरह की महिला सोच-समझकर सूझबूझ से कदम आगे बढ़ा सकती है।

‘यह तो हम लोगों के बारे में भी सही हो सकता है,’ मैंने कहा।

‘हाँ, सही है, लेकिन किसी भी तरह मैं या तुम उसमें छिपे ख़तरे की पहचान कर लेंगे। हम उसका अच्छा-बुरा पहलू भाँप लेंगे। अगर आप पैसे की बहुत अधिक परवाह करते हैं तो आपको सिर्फ़ पैसा ही दिखायी देगा, बाकी सब-कुछ उसके पीछे छिप जायेगा।

मैं उसकी तरफ़ देख कर गम्भीरता से मुस्कुराया।

‘एस्मेराल्दा, घुमन्तु जाति की वह रानी, का बेहतर रूप,’ मैंने छेड़ने के अन्दाज़ में कहा।

‘किरदार का मनोविज्ञान दिलचस्प है’ पॉयरो ने उससे बिना प्रभावित हुए कहा। ‘अपराध में किसी की तब तक दिलचस्पी नहीं हो सकती है जब तक कि मनोविज्ञान में उसकी दिलचस्पी न हो। सिर्फ़ मारने का अन्दाज़ ही नहीं, विशेषज्ञ को यह बात प्रभावित करती है कि उसके पीछे का उद्देश्य क्या है। समझ में आया, हेस्टिंग्स?’

मैंने कहा कि हाँ मुझे अच्छी तरह से समझ में आ रहा है।

‘मैंने ध्यान दिया है कि हम जब किसी केस के ऊपर काम कर रहे होते हैं तो तुम हमेशा मेरा ध्यान शरीर से हुई गतिविधियों की तरफ़ दिलाते हो। तुम यह चाहते हो कि मैं पैर के निशान का नाप ले लूँ, सिगरेट की राख का निरीक्षण करूँ। उसको गहराई से देखने के लिए मैं पेट के बल लेट जाऊँ। तुम यह बात नहीं समझ पाते हो कि आरामकुर्सी के ऊपर आँखें बन्द करके बैठने से कोई किसी समस्या के समाधान के करीब पहुँच सकता है। तब कोई अपने मन की आँखों से देखता है।’

‘मैं ऐसा नहीं करता,’ मैंने कहा। ‘जब मैं आराम कुर्सी पर आँखें बन्द करके बैठता हूँ तो मेरे साथ सिर्फ़ एक ही बात होती है सिर्फ़ एक बात!’

‘मैंने ध्यान दिया है!’ पॉयरो ने कहा। ‘यह अजीब बात है। ऐसे मौके पर दिमाग़ को अधिक उत्तेजनापूर्ण तरीके से काम करना करना चाहिये, आलस में नहीं डूब जाना चाहिए। दिमाग़ी गतिविधि, इतनी दिलचस्प होती है, इतनी उत्साह से भरने वाली। सोचने के काम में लगाने से दिमाग़ी सुकून मिलता है। धुँधलके में सच की तरफ़ बढ़ने में सिर्फ़ उसका ही भरोसा किया जा सकता है...’

जब भी पॉयरो दिमाग़ को काम में लगाने की बात करता तो मुझे लगता है कि मेरा ध्यान हट जाता था। मैंने पहले इसे इतनी दफ़ा सुन रखा था।

इस बार मेरा ध्यान उन चार लोगों के ऊपर लगा हुआ था जो बगल की मेज़ पर बैठे हुए थे। जब पॉयरो का बोलना थमा तो मैंने अपनी हँसी रोकते हुए जवाब दिया :

‘तुमने निशाना सही लगाया है पॉयरो। वह गोरी औरत एजवेयर तुमसे अपनी आँखें हटा नहीं पा रही है।’

‘इसमें कोई शक नहीं कि उसे मेरी पहचान के बारे में बताया गया है,’ पॉयरो ने कहा, सहज और ऐसा दिखने की कोशिश करते हुए जैसे उसे कुछ फ़र्क नहीं पड़ता हो।

‘मुझे लगता है कि यह इन मशहूर मूछों की वजह से है,’ मैंने कहा। ‘वह उसकी सुन्दरता के ऊपर मोहित हो गयी है।’

पॉयरो चोरी-चोरी उसे ऐंठने लगा।

‘यह सच है ये अनोखी हैं,’ उसने स्वीकार किया। ‘ओह, मेरे दोस्त, टूथ ब्रश की तरह, जैसा कि तुम कहते हो, यह भयानक है, कुदरत की दी हुई चीज़ का प्रदर्शन। इसे छोड़ दो मेरे दोस्त, मैं प्रार्थना करता हूँ।’

‘ऐसा नहीं है,’ मैंने पॉयरो की उस बात से असहमत होते हुए कहा। ‘वह औरत खड़ी हो रही है। मुझे लग रहा है कि वह हमसे बात करने के लिए आ रही है। ब्रायन मार्टिन इस बात का विरोध कर रहा है, लेकिन वह सुनेगी नहीं।’

निश्चित होकर, जेन विलकिंसन जल्दी से अपनी कुर्सी से उठी और हमारी मेज़ की तरफ़ आयी। पॉयरो झुकते हुए खड़ा हुआ और मैं भी।

‘मि. हरक्यूल पॉयरो, नहीं?’ उसने हल्की-सी भारी आवाज़ में कहा।

‘हाजिर है।’

‘मि. पॉयरो मुझे आपसे बात करनी है। मुझे आपसे ज़रूरी बात करनी है।’

‘निश्चित तौर पर मैम, क्या आप बैठेंगी नहीं?’

‘नहीं, नहीं यहाँ नहीं। मुझे आपसे अकेले में बात करनी है। हम सीधा ऊपर चलते हैं, मेरे कमरे में।’

ब्रायन मार्टिन भी उसके साथ शामिल हो गया, अब वह उपेक्षा भरी हँसी के साथ बोलने लगा।

‘जेन, तुमको थोडा इन्तज़ार करना चाहिए। हमारा खाना अभी ख़त्म नहीं हुआ है। न ही मि. पॉयरो का।’

लेकिन जेन विलकिंसन को अपने उद्देश्य से इतनी आसानी से नहीं टाला जा सकता था।

‘क्यों, ब्रायन, क्या बात है? हम लोग खाना कमरे में मँगवा लेंगे। उसके बारे में उनको बोल दो? और, ब्रायन—’

जब वह मुड़ रहा था तो वह उसके पीछे गयी और ऐसा लग रहा था जैसे वह उससे कुछ कहना चाह रही हो। वह उसके लिए खड़ा रहा, मुझे समझ में आया, अपनी गर्दन हिलाता और ग़ुस्से में फुँकारता हुआ। लेकिन उसने कुछ अधिक ज़ोर देते हुए कहा और आख़िरकार गर्दन उचकाकर उसने अपनी जिद छोड़ दी।

एक या दो बार बातचीत के दौरान उसने उस मेज़ की तरफ़ देखा जहाँ कार्लोता एडम्स बैठी हुई थी, और मुझे लगा कि वह जो कह रही थी उसका कुछ लेना-देना उस अमेरिकी लड़की से तो नहीं था।

उसकी बात चल गयी और जेन खुश होकर वापस आ गयी।

‘हम अब सीधे ऊपर जायेंगे,’ उसने कहा और मुझे अपनी चौंधियाती मुस्कान का हिस्सा बना लिया।

उससे सहमत या असहमत होने की योजना उसके दिमाग़ में लगता है आयी ही नहीं। उसने बिना किसी शर्मिन्दगी के भाव से हमें उठा दिया।

‘यह मेरे लिए बहुत किस्मत की बात है कि आपको आज शाम यहाँ देख पा रही हूँ, मि. पॉयरो,’ उसने मुझे लिफ़्ट की तरफ़ ले जाते हुए कहा। ‘यह बड़ी ख़ुशी की बात है कि मेरे लिए कैसे सब कुछ सही होता जा रहा है। मैं यही सोच रही थी अब मैं इस धरती पर क्या करने वाली थी और मैंने ऊपर देखा और वहाँ आप बगल की ही मेज़ पर थे, और मैंने ख़ुद से कहा : ‘मि. पॉयरो मुझे बतायेंगे कि मुझे क्या करना है।’

बीच में उसने लिफ़्ट वाले लड़के से कहा, ‘सेकेण्ड फ़्लोर!’

‘अगर मैं आपके किसी काम आ सका,’ पॉयरो ने कहना शुरू किया।

‘मेरे ख़याल से आप कर सकते हैं। मुझे यह बताया गया है कि आप सबसे शानदार इनसान हैं। किसी-न-किसी को मुझे इस उलझन से निकालना होगा जिसमें मैं फँसी हुई हूँ और मुझे लगता है कि आप ही इस काम को कर सकते हैं।’

हम सेकेण्ड फ़्लोर पर लिफ़्ट से निकल आये और वह मुझे गलियारे में रास्ता दिखाते हुए चलने लगी। वह एक दरवाज़े के सामने रुकी और हम सेवॉय के सबसे भव्य कमरों में से एक में दाखिल हुए।

उसने कुर्सी पर अपना फ़र वाला शाल लपेट दिया, और अपना रत्नों से जड़ा छोटा-सा बैग मेज़ पर रख दिया, फिर वह अभिनेत्री एक कुर्सी में धँस गयी और आश्चर्य से बोली :

‘मि. पॉयरो, किसी-न-किसी तरह मुझे अपने पति से छुटकारा पाना है!’

अध्याय 2

रात्रि भोज

एक पल की हैरानी के बाद पॉयरो ने ख़ुद को सँभाला!

‘लेकिन मैडम,’ उसने अपनी आँखों को नचाते हुए कहा, ‘पतियों से छुटकारा दिलवाना मेरी ख़ासियत नहीं है।’

‘हाँ, मुझे पता है।’

‘इसके लिए आपको किसी वकील की ज़रूरत है।’

‘यहीं पर आप गलत हैं। मैं वकीलों से परेशान आ चुकी हूँ। मैंने सीधे और चालाक दोनों तरह के वकीलों को देखा है, और उनमें से किसी ने भी मेरे लिए कुछ भी बेहतर नहीं किया है। वकील केवल कानून जानते हैं, ऐसा लगता है उनके अन्दर किसी तरह का स्वाभाविक भाव नहीं होता है।’

‘और आपको लगता है कि मेरे अन्दर है?’

वह हँसने लगी।

‘मैंने सुना है आप सबसे अच्छे हैं मि. पॉयरो।’

‘मैं इस बात का मतलब नहीं समझा।’

‘हाँ, आप हैं।’

‘मैडम, मेरे पास दिमाग़ हो सकता है या नहीं भी हो सकता है—वैसे मान लेता हूँ कि है—झूठ-मूठ में दिखावा क्यों करूँ? लेकिन आपका जो मामला है, वह मेरा पेशा नहीं है।’

‘मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है कि इसमें मुश्किल क्या है।’

‘ओह! मुश्किल!’

‘और यह मुश्किल है,’ जेन विलकिंसन का बोलना जारी रहा। ‘मैं यह कहना चाहती हूँ कि आप उस तरह के इनसान नहीं हैं जो मुश्किलों से मुँह चुराता है।’

‘आपकी इस अन्तर्दृष्टि की मैं कद्र करता हूँ, मैडम। लेकिन वहीं यह बात भी है कि मैं तलाक के लिए जाँच-पड़ताल नहीं करता हूँ। यह कोई इतना—यह मेरा पेशा नहीं है।’

‘भलेमानुस। मैं आपसे यह नहीं कह रही हूँ कि आप मेरे लिए जासूसी कीजिए। इससे कोई फ़ायदा नहीं होगा। लेकिन मुझे उस आदमी से पीछा छुड़ाना है, और मुझे पक्का यह लगता है कि आप मुझे बता सकते हैं कि यह करना कैसे है।’

जवाब देने से पहले पॉयरो एक पल के लिए रुका। जब वह बोला तो उसका लहजा बदला हुआ था।

‘पहले मुझे यह बताइये मैडम कि आप लार्ड एजवेयर से पीछा छुड़ाने के लिए इतनी बेचैन क्यों हैं?’

उसने बिना देरी किये झट से जवाब दिया।

‘क्यों, जाहिर है, मैं फिर से शादी करना चाहती हूँ। और क्या कारण हो सकता है?’

निष्कपटता से उसकी बड़ी नीली आँखें खुल गयीं।

‘लेकिन उसके लिए तलाक तो आसानी से मिल सकता है?’

‘आप मेरे पति को नहीं जानते हैं, मि. पॉयरो। वे... वे...’ वह काँप उठी। ‘मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि किस तरह से अपनी बात कहूँ। वे अजीब इनसान हैं—वे बाकी पुरुषों जैसे नहीं हैं।’

वह रुकी और फिर उसने आगे कहना शुरू किया।

‘उसको तो शादी ही नहीं करनी चाहिए थी—किसी से भी। मुझे पता है कि मैं क्या बात कर रही हूँ। मैंने उसके बारे में बता नहीं सकती, लेकिन वे अजीब हैं। उसकी पहली पत्नी, पता है, उसको छोड़ कर भाग गयी थी। अपने पीछे तीन महीने की एक लड़की को छोड़कर। उसने उसको कभी तलाक नहीं दिया और बड़ी गरीबी में उसकी मौत कहीं विदेश में हुई। फिर उसने मुझसे शादी की। हाँ—मैं उससे बच नहीं पायी। मैं डर गयी थी। मैंने उसे छोड़ दिया और अमेरिका चली गयी। मेरे पास तलाक का कोई आधार नहीं था, और अगर मैंने उसे कोई कारण दिया भी तो वह उसके ऊपर ध्यान नहीं देगा। वह... वह... पागल किस्म का है।’

‘कुछ अमेरिकी राज्यों में आप तलाक ले सकती हैं, मैडम।’

‘उसका मुझे फ़ायदा नहीं मिलने वाला—तब नहीं जब मैं इंग्लैण्ड में रहने वाली हूँ।’

‘आप इंग्लैंड में रहना चाहती हैं?’

‘हाँ।’

‘आप किससे शादी करना चाहती हैं?’

‘हाँ यही तो बात है। मेर्तन के राजकुमार से।’

मैंने तेजी से साँस ली। मेर्तन के राजकुमार तब तक जोड़ियाँ बनाने वाली माँओं के लिए निराशा का कारण ही रहे थे। वह एक नौजवान है जिसकी आदतें साधुओं जैसी हैं, एक हिंसक, ऐंग्लो-कैथोलिक, उसके बारे में यह कहा जाता है कि वह पूरी तरह से अपनी माँ के इशारे पर चलता है, डरावनी विधवा। वह अपने जीवन में बुरी तरह सादगी के लिए जाना जाता है। उसने चीन से चीनी मिट्टी जुटाई और उसके बारे में यह बात मशहूर है कि वह कलात्मक रुचि का है। उसके बारे में यह कहा जाता है कि वह औरतों की बिलकुल परवाह नहीं करता है।

‘उसके लिए मैं दीवानी हूँ,’ जेन ने कुछ भावुक होते हुए कहा। ‘अब तक मैं जितने भी लोगों से मिली हूँ वह उन सबसे अलग है, और मेर्तन का महल बहुत अच्छा है। यह सब अपने आप में बहुत रूमानी है जैसा कभी न हुआ हो। वह देखने में भी बहुत अच्छा है—एकदम सपनीला किस्म का साधू।’

वह रुकी।

‘शादी करके मैं अभिनय करना छोड़ देना चाहती हूँ। मुझे अब इसकी ख़ास परवाह नहीं रह गयी है।’

‘इस सबके बीच,’ पॉयरो ने कुछ रुखाई से कहा, ‘लार्ड एजवेयर इस रूमानी सपने के बीच आड़े आ रहे हैं।’

‘हाँ—और इसकी वजह से मेरा ध्यान भटकने लगा है।’ वह कुछ सोचते हुए पीछे टिककर बैठ गयी। ‘जाहिर है, अगर हम शिकागो में रहे होते तो मैं उसे काफ़ी आसानी से हटा देती, लेकिन यहाँ ऐसा नहीं लगता कि आप किसी बन्दूक वाले के पास जाकर ऐसा करने को कह सकते हैं।’

‘यहाँ,’ पॉयरो ने कहा, मुस्कुराते हुए, ‘हमें यह लगता है कि हर इनसान को जीने का अधिकार है।’

‘अच्छा, मुझे पता नहीं है इसके बारे में। वैसे मेरे ख़याल से आप अपने कुछ राजनेताओं के बिना रह सकते हैं और यह जानते हुए कि मैं एजवेयर के साथ क्या करने वाली हूँ मुझे लगता है कि उसके न रहने का कोई नुक्सान नहीं होगा—बल्कि इसका उल्टा ही होगा।’

दरवाज़े पर खटखट हुई, और वेटर रात के खाने के सामान के साथ आया। जेन विलकिंसन उसके आने की परवाह किये बगैर अपनी समस्याओं के बारे में बातचीत करती रही।

‘लेकिन मैं यह नहीं चाहती हूँ मि. पॉयरो आप मेरे लिए उसका क़त्ल कर दें।’

‘शुक्रिया मैडम’

‘मैंने यह सोचा है कि आप उसके साथ किसी चालाकी के साथ बातचीत कर सकते हैं। उससे बात करके उसे तलाक लेने के बारे में कह सकते हैं। मुझे पक्का लगता है कि आप यह कर सकते हैं।’

‘मुझे लगता है कि आप मेरे प्रभाव को कुछ ज़्यादा ही आँक रही हैं, मैडम।’

‘ओह! लेकिन आप कोई रास्ता निकाल सकते हैं मि. पॉयरो।’ वह आगे की तरफ़ झुकी। उसकी नीली आँखें फिर से फ़ैल गयीं। ‘आप चाहते हैं कि मैं खुश रहूँ, नहीं?’

उसकी आवाज़ नर्म, मुलायम और मादक हो गयी थी।

‘मैं तो चाहता हूँ कि सभी खुश रहें,’ पॉयरो ने सावधानी के साथ कहा।

‘हाँ, लेकिन मैं हर किसी के बारे में नहीं सोच रही थी। मैं सिर्फ़ अपने बारे में सोच रही हूँ।’

‘मुझे लगता है कि आप हमेशा यही करती हैं, मैडम।’

वह मुस्कुराया।

‘आपको लगता है कि मैं स्वार्थी हूँ।’

‘ओह! मैंने यह तो नहीं कहा मैडम।’

‘हाँ मैं यह कहना चाहती हूँ कि मैं हूँ। लेकिन देखिये, मुझे दुखी होने से नफ़रत है। इससे मेरी अदाकारी के ऊपर भी असर पड़ जाता है। और मैं तब तक उदास रहने वाली हूँ जब तक कि वह तलाक देने के लिए तैयार नहीं हो जाता—या मर नहीं जाता।’

‘कुल मिलाकर’ कुछ सोचते हुए उसने आगे कहना जारी रखा, ‘बेहतर तो यही रहेगा कि वह मर जाये, मेरा मतलब है, मुझे उससे पीछा छुड़ाकर ज़्यादा अच्छा लगेगा।’

उसने सहानुभूति के लिए पॉयरो की तरफ़ देखा।

‘आप मेरी मदद करेंगे न मि. पॉयरो?’ वह अपने सफ़ेद शाल उठाते हुए उठी, और उसकी तरफ़ मदद माँगती नज़रों से देखने लगी। मैंने बाहर गलियारे में आवाज़ सुनी। कमरे का दरवाज़ा खुला हुआ था। अगर आपने नहीं—’ उसने कहना जारी रखा।

‘नहीं कर सका तो क्या मैडम?’

वह हँसने लगी।

‘मुझे जाने के लिए टैक्सी मँगवानी पड़ेगी और मैं उसको ख़ुद ही उड़ा दूँगी।’

हँसते हुए वह एक दरवाज़े से बगल के कमरे में चली गयी और इसी बीच ब्रायन मार्टिन उस अमेरिकी लड़की कार्लोता एडम्स, और उसके साथ चलने वाले संगी के साथ आया, साथ में दो और लोग थे जो साथ में खाना खा रहे थे। उनका परिचय मुझसे श्री और श्रीमती विडबर्न के रूप में करवाया गया।

‘हेलो,’ ब्रायन ने कहा। ‘जेन कहाँ है? मैं उससे कहना चाहता हूँ कि उसने मुझे जो काम दिया था उसमें मैं सफल रहा।’

जेन बेडरूम के दरवाज़े पास आ गयी। उसके एक हाथ में लिपस्टिक थी।

‘उसको ले आये तुम? कितनी अच्छी बात है। मिस एडम्स, मुझे आपका अभिनय अच्छा लगता है। मुझे लगा कि मुझे आपको जानना चाहिए। अन्दर आ जाइए और मुझसे बातें कीजिए जब तक मैं अपना चेहरा ठीक करती हूँ। यह बड़ा भयानक लग रहा है।’

कार्लोता एडम्स ने उसका न्योता स्वीकार कर लिया। ब्रायन मार्टिन एक कुर्सी में धँस गया।

‘अच्छा, मि. पॉयरो,’ उसने कहा। ‘आपको अच्छी तरह से पकड़ लिया गया। क्या हमारी जेन ने आपको अपनी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार कर लिया? देर सबेर आप भी इसमें आ जायेंगे। उसे ‘न’ शब्द पसन्द नहीं।’

‘शायद उसने यह सुना नहीं है।’

‘जेन का किरदार बड़ा दिलचस्प है,’ ब्रायन मार्टिन ने कहा। वह अपना सर उठाये बेफिक्री से सिगरेट का धुआँ आकाश में छोड़ रहा था। ‘मनाहियों का उसके लिए कोई मतलब नहीं है। चाहे किसी भी तरह की नैतिकता हो। मेरा मतलब यह नहीं है कि वह अनैतिक है—वह नहीं है। वह शब्द नैतिकता से परे है। वह जीवन में बस एक चीज़ ही देखती है—जो जेन चाहती है।’

वह हँसने लगा।

‘मुझे लगता है कि वह किसी को खुशी ख़ुशी मार डालेगी—और अगर उन्होंने उसे पकड़ लिया और उसे फाँसी पर चढ़ाने के बारे में सोचा तो वह घायल महसूस करेगी। मुश्किल यह है कि वह पकड़ ली जायेगी। उसके पास दिमाग़ नहीं है। क़त्ल का उसका विचार यह होगा कि वह एक टैक्सी में जाये, अपने नाम से जाये और गोली मार दे।’

‘अब, मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि आप किस वजह से ऐसा कह रहे हैं?’ पॉयरो फुसफुसाया।

‘हाँ?’

‘आप इनको अच्छी तरह से जानते हैं, महोदय?’

‘मुझे कहना चाहिए कि हाँ।’

वह फिर से हँसने लगा और मैंने महसूस किया कि उसकी हँसी में अजीब तरह की कड़वाहट थी।

‘आप सहमत हैं कि नहीं?’ उसने दूसरों की तरफ़ देखते हुए कहा।

‘ओह! जेन अहंकारी है,’ मिसेज विडबर्न ने सहमति जतायी। ‘वैसे एक अभिनेत्री को ऐसा होना पड़ता है। ख़ासकर तब जब वह अपने व्यक्तित्व को अभिव्यक्त करना चाहती हो।’

पॉयरो ने कुछ नहीं कहा। उसकी आँखें ब्रायन मार्टिन के चेहरे पर टिकी हुई थीं, वह उत्सुकता से न जाने क्या देख रहा था, जो मैं समझ नहीं पाया।

इस बीच जेन दूसरे कमरे से आ गयी, उसके पीछे कार्लोता एडम्स भी थी। मेरे ख़याल से उसने अपना चेहरा सन्तोषजनक ढंग से ठीक कर लिया था, या इसके लिए जो भी शब्द कहा जाये। मुझे वह पहले जैसा ही लग रहा था और लग रहा था कि उसको किसी तौर पर बेहतर नहीं बनाया जा सकता था।

उसके बाद जो रात के खाने की पार्टी हुई, वह खुश करने वाली थी। मुझे कभी-कभी यह लगता है कि उसके पीछे-पीछे कुछ चल रहा था जिसे मैं पसन्द नहीं कर पा रहा था।

जेन विलकिंसन किसी भी तरह की बुद्धिमानी से मुक्त थी। जाहिर है वह एक ऐसी नौजवान महिला थी जो एक समय में एक ही चीज़ देखती थी। उसने पॉयरो से बातचीत करने की इच्छा जतायी थी, उसें अपनी बात रखी और बिना देर किये अपनी ख़्वाहिश पूरी कर ली। अब वह काफ़ी मज़ाकिया अन्दाज़ में दिखायी दे रही थी। कार्लोता एडम्स को पार्टी में शामिल करना मुझे लगा कि उसकी सनक भर थी। वह उसी तरह से इस बात से हैरान थी जैसे कोई बच्चा हैरान होता है कि इतनी अच्छी तरह से कोई उसकी नक़ल उतार सकता था।

नहीं, अन्दरख़ाने चल रही जिस बात का मुझे अनुभव हुआ था उसका कोई ताल्लुक जेन विलकिंसन से नहीं था। उन्होंने किस दिशा में झूठ बोला था?

मैंने एक-एक कर के मेहमानों का निरीक्षण किया। ब्रायन मार्टिन? निश्चित रूप से वह स्वाभाविक तौर पर व्यवहार नहीं कर रहा था। लेकिन मैंने ख़ुद से कहा कि हो सकता है कि फ़िल्म स्टार का यही तौर तरीका होता हो। एक अहंकारी आदमी की बढ़ा-चढ़कर जतायी गयी आत्मसजगता को अभिनय के लिहाज से एक तरफ़ सुविधा से रखा जा सकता है।

कार्लोता एडम्स किसी भी तरह से स्वाभाविक तौर से व्यवहार कर रही थी। वह एक शान्त रहने वाली लड़की थी जिसकी आवाज़ बड़ी प्यारी थी। मैंने बड़े ध्यान से उसका निरीक्षण किया क्योंकि मुझे नजदीक से ऐसा करने का मौका मिल गया था। मेरे ख़याल से उसके अन्दर एक ख़ास तरह का सौन्दर्य था, लेकिन वह कुछ नकारात्मक तरीके का था। उसमें किसी तरह का ख़रापन नहीं था। वह ऐसे लग रही थी जैसे उसने शालीनता ओढ़ रखी हो। वह देखने से ही नकरात्मक लग रही थी। मुलायम गहरे बाल, आँखें लगभग रंगहीन हल्का नीला, पीला चेहरा और ऐसा चेहरा जो बदलता रहता था। ऐसा चेहरा जिसे आपने पसन्द तो किया लेकिन अगली बार जब वह दूसरे कपड़ों में दुबारा मिले तो यह जानने में मुश्किल पेश आये कि आप उससे पहले कब मिले थे।

ऐसा लग रहा था कि जेन की उदारता और जिस तरह से वह उसकी तारीफ़ कर रही थी उससे उसे अच्छा लग रहा था। किसी भी लड़की को अच्छा लगता, मैंने सोचा—और तभी—उसी पल—कुछ ऐसा हुआ कि मुझे जल्दबाज़ी में बनायी गयी अपनी राय को बदल देना पड़ा।

कार्लोता एडम्स ने मेज़ की दूसरी तरफ़ अपनी मेज़बान की तरफ़ देखा जो कि उस समय अपना सर पॉयरो की तरफ़ घुमा रही थी। उस लड़की के देखने में एक ऐसा भाव था जैसे वह उत्सुकता से उसका निरीक्षण कर रही हो—यह देखकर मुझे लगा कि वह सोच समझकर ऐसा कर रही थी और तभी मुझे यह लगा कि उसकी हल्की नीली आँखों में एक तरह की नफ़रत का भाव था।

पसन्द का भाव, या शायद पेशेवर ईर्ष्या। जेन एक सफल अदाकारा थी जिसका दौर चल रहा था। कार्लोता अभी बस सीढ़ियाँ ही चढ़ रही थी।

मैंने वहाँ मौजूद तीन अन्य लोगों की तरफ़ देखा। श्री और श्रीमती विडबर्न, उनके बारे में? वह एक लम्बा और दुबला पतला आदमी था, वह मोटी, गोरी, भावुक किस्म की। वे धनी लोग लग रहे थे और ऐसा लग रहा था कि स्टेज से जुडी हर चीज़ को लेकर वे भावुक लगते थे। वे लोग एक तरह से किसी और विषय पर बातचीत नहीं करना चाह रहे थे। हाल में मैं इंग्लैण्ड में नहीं था जिसकी वजह से उनको मैं उतना जानकार नहीं लगा और आख़िरकार विडबर्न ने मुझसे मुँह फेर लिया और उनको तो वहाँ मेरा होना भी जैसे याद नहीं रह गया।

वहाँ मौजूद लोगों में आख़िरी आदमी था एक गहरे रंग का नौजवान और जिसका गोल चेहरा खिलखिलाता रहता था और वह कार्लोता एडम्स के साथ-साथ रहने वाला आदमी था। पहले तो मुझे उसे देखकर यह सन्देह हुआ कि वह आदमी उतना विनम्र नहीं था जितना कि वह दिखायी दे रहा था। आर जब उसने और शैम्पेन पी ली तो यह और साफ़ दिखायी देने लगा।

उसे देखने से यह लग रहा था कि वह एक तरह के जख़्मी जैसी भावमुद्रा में था। आधे खाने के दौरान वह बड़ी उदास-सी शान्ति के साथ बैठा रहा। खाने के दूसरे हिस्से के दौरान उसने मुझसे बातचीत करनी शुरू भी की तो इस ख़याल के साथ जैसे मैं उसका सबसे पुराना दोस्त हूँ।

‘जो मैं कहना चाहता हूँ,’ उसने कहा। ‘ऐसा नहीं है। मेरे पुराने दोस्त, यह ऐसा नहीं है...’

मैंने कुछ अस्पष्ट से शब्दों को हटा दिया।

‘मैं यह कहना चाहता हूँ,’ उसने आगे कहना जारी रखा, ‘मैं आपसे पूछूँ? मेरा मतलब है आप किसी लड़की को लीजिये—अच्छा, मेरा मतलब है—आप लेकर आते हैं। कुछ इधर-उधर की बातें होने लगती हैं। ऐसा नहीं है कि मैंने एक भी शब्द कहा है मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए। वह इस तरह की नहीं है। आपको बताऊँ उसका परिवार बहुत शुद्धतावादी किस्म का है, वगैरह। हटाइए इस बात को—लड़की सीधी है। मेरे कहने का मतलब यह है—मैं क्या कह रहा था?’

‘यह कि यह सब सख़्ती है,’ मैंने महीन आवाज़ में कहा।

‘ख़ैर, यह सब हटाइये, यह सब। हटाइये, मुझे इस खेल के लिए अपने दर्जी से पैसे उधार लेने होंगे। बहुत अच्छा इन्सान है, मेरा दर्जी। मैं बरसों से उसको पैसे देता रहा हूँ। हमारे बीच एक तरह का रिश्ता बन गया है। मेरे पुराने दोस्त, हमारे बीच कोई रिश्ता नहीं है। हम दोनों के बीच। वैसे आप हैं कौन?’

‘मेरा नाम हेस्टिंग्स है।’

‘आपने ऐसा कहा नहीं। अब मैं इस बात को लेकर कसम खा सकता हूँ कि आप स्पेंसर जोन्स हैं। पुराने स्पेंसर जोन्स। उनसे एटन और हैरो में मुलाकात हुई थी और जिससे मैंने पाँच पाउण्ड उधार लिये थे। जो मैं कहना चाहता हूँ कि एक चेहरा दूसरे से मिलता जुलता-सा हो सकता है। अगर हमारे बीच बहुत अधिक दूरियाँ हों तो हम एक दूसरे को एक सीमा से अधिक नहीं जान सकते हैं।’

उसने दुःख के साथ अपना सिर हिलाया, फिर अचानक खुश होकर उसने और शैम्पेन पी ली।

‘ख़ैर,’ उसने कहा। ‘मैं कोई बेचारा हब्शी नहीं हूँ।’

यह सोचकर वह वह इतना खुश हो गया कि उसने एक उम्मीद भरे इनसान-सी टिप्पणियाँ कर डालीं।

‘इसके बेहतर पहलू की तरफ़ देखो, मेरे बच्चे,’ उसने मुझे यह सलाह दी।

‘जो मैं कहना चाहता हूँ वह यह कि बेहतर पहलू की तरफ़ देखना चाहिए। आने वाले दिनों में जब मैं करीब 75 साल का हो जाऊँगा, मैं एक अमीर इनसान बनने वाला हूँ। जब मेरे चाचा की मौत हो जायेगी। तब मैं अपने दर्जी के पैसे भी चुका दूँगा।’

यह सोचकर वह मुस्कुराता रहा।

उस नौजवान में कुछ अजीब था जो अच्छा लग रहा था। उसका चेहरा गोल था और अजीब तरह की छोटी मूछें थीं जिसे देखकर ऐसा अहसास होता था जैसे बीच सहर में वे धूप से काली पड़ गयी हों।

मैंने इस बात के ऊपर ध्यान दिया कि कार्लोता एडम्स की नज़र उसके ऊपर थी, और उसकी तरफ़ एक नज़र डालकर उसने उठते हुए पार्टी को अलविदा कहा।

‘तुम यहाँ आयी इससे बहुत अच्छा लगा,’ जेन ने कहा। ‘मुझे अचानक से कुछ करना पसन्द है, तुम ऐसा नहीं करती हो?’

‘नहीं,’ मिस एडम्स ने कहा। ‘मेरे ख़याल से मैं हमेशा कुछ करने से पहले उसकी अच्छी तरह से योजना बना लेती हूँ। इससे दुखी होने से बच जाती हूँ।’

उसके इस अन्दाज़ में कुछ ऐसा था जिससे सहमत न होने का मन कर रहा था।

‘ख़ैर, कुछ भी हो नतीजे आपको सही ठहरा देते हैं,’ जेन ने हँसते हुए कहा। ‘मुझे याद नहीं आता कि जितना मुझे आज तुम्हारा शो पसन्द आया उतना कभी कुछ और पसन्द आया हो।’

अमेरिकी लड़की के चेहरे पर राहत का भाव आ गया।

‘हाँ, यह तुम्हारे लिए बहुत अच्छा रहेगा,’ उसने गर्मजोशी के साथ कहा। ‘और मेरे ख़याल से आपका ऐसा कहना मुझे अच्छा लगा। मुझे इस तरह की शाबासी की ज़रूरत है। हम सबको होती है।’

‘कार्लोता,’ उस काली मूँछ वाले नौजवान ने कहा। ‘जेन आँटी से हाथ मिलाओ, आज की पार्टी के लिए शुक्रिया कहो और आ जाओ।’

जिस तरह से वह दरवाज़े के बीच से सीधा जा रहा था वह एकाग्रता की पराकाष्ठा थी। कार्लोता भी उसके पीछे चल दी।

‘अच्छा, उसने मुझमें क्या देखा कि मुझे आँटी जेन कहा। मैंने उसके ऊपर पहले ध्यान नहीं दिया था।’

‘मेरी बच्ची,’ श्रीमती विडबर्न ने कहा, ‘उसके ऊपर तुमको ध्यान नहीं देना चाहिए। वह बचपन में नाटक में बहुत अच्छा था। तुम अब शायद ही ऐसा सोचो, नहीं? मुझे यह देखकर बहुत नफ़रत होती है जब मैं किसी ऐसे इनसान को देखती हूँ जिसने पहले बड़ी उम्मीद जगायी हो और बाद में कुछ भी नहीं किया। लेकिन अब चार्ल्स और मुझे चलना चाहिए।’

विडबर्न दम्पति ने विदा ली और उनके साथ ब्रायन मार्टिन ने भी।

‘हाँ, मि. पॉयरो?’

वह उसकी तरफ़ देखकर मुस्कुरा उठी।

‘जी, लेडी एजवेयर?’

‘भगवान के लिए, मुझे इस नाम से मत पुकारिये। मुझे यह नाम भूलने दीजिये! अगर आप यूरोप के सबसे सख़्त दिल इनसान नहीं हैं तो!’

‘नहीं नहीं, मैं सख़्त दिल नहीं हूँ।’

मुझे लगा कि पॉयरो ने काफ़ी मात्रा में शैम्पेन पी ली थी, शायद एक गिलास अधिक।

‘फिर आप जाइये और मेरे पति से मिलिये। और उनसे वह करवाइये जो कि मैं चाहती हूँ कि वह करें?’

‘मैं उनसे जाकर मिलूँगा,’ पॉयरो ने बड़ी सावधानी से यह वादा किया।

‘और अगर वे आपकी बात न मानें, जो कि वे नहीं मानेंगे, तो किसी और चालाक योजना के ऊपर विचार कीजिए। लोग कहते हैं कि आप सारे यूरोप के सबसे चालाक इनसान हैं, मि. पॉयरो।’

‘मैडम, जब आपने यह कहा कि मैं सख़्तदिल हूँ तो आपने पूरे यूरोप की बात की। लेकिन जब आपने चालाकी की बात की तो सिर्फ़ इंग्लैण्ड का नाम लिया।’

‘अगर आपने यह काम कर दिया तो मैं सारी दुनिया कहूँगी।’

पॉयरो ने ऐसे हाथ उठाया जैसे वह उस बात से ख़ास प्रभावित न हुआ हो।

‘मैडम, मैं किसी बात का वादा नहीं करता हूँ। मनोविज्ञान की वजह से मैं यह कोशिश करूँगा कि आपके पति से मिल पाऊँ।’

‘उसके दिमाग़ का विश्लेषण कीजिए, जितना आपको लगे। शायद इससे उसे फ़ायदा हो। लेकिन आपको यह काम करना होगा, मि. पॉयरो। मुझे अपना प्यार चाहिए।’

उसने सपनीले ढंग से कहा : ‘इससे मुझे कितनी ख़ुशी मिलेगी जरा यह सोचिये।’

अध्याय 3

सोने के दाँत वाला आदमी

कुछ दिन बाद की बात है, जब हम लोग नाश्ते पर बैठे थे, तभी पॉयरो ने मेरी तरफ़ एक चिट्ठी फेंक दी जो उसने तब खोली ही थी।

‘अच्छा, मेरे दोस्त,’ उसने कहा। ‘इसके बारे में तुम्हारा क्या ख़याल है?’

वह लार्ड एजवेयर का पत्र था और जो बहुत साफ़ औपचारिक भाषा में लिखा हुआ था और उसमें अगले दिन 11 बजे मिलने की बात लिखी गयी थी।

मुझे यह कहना चाहिए कि मैं आश्चर्यचकित हूँ। मैंने पॉयरो की बातों को हल्के में लिया था। मुझे यह लगा था उस खुशनुमा मौके पर उसने कह दिया था। मुझे इस बारे में कुछ भी नहीं पता था कि उसने उस दिशा में कुछ करना शुरू भी कर दिया था। पॉयरो बहुत हाज़िरजवाब था, उसने मेरा दिमाग़ पढ़ लिया और उसकी आँखें हलकी-सी चमक उठीं।

‘हाँ दोस्त वह सिर्फ़ शैम्पेन का असर नहीं था।’

‘मेरे कहने का मतलब यह नहीं था।’

‘लेकिन हाँ—हाँ—तुमने अपने आप में यह सोचा, कि यह बेचारा बूढा आदमी, उसने पार्टी के नशे में आकर ऐसे वादे कर दिये जो वह नहीं करेगा—उसका कुछ करने का इरादा ही नहीं था। लेकिन, मेरे दोस्त, हरक्यूल पॉयरो के वादे पवित्र होते हैं।’

जब उसने अपने आख़िरी शब्द कहे तो वह उठ खड़ा हुआ। ‘हाँ, हाँ मैं जानता था,’ मैंने जल्दी से कहा। ‘लेकिन मुझे लगा कि तुम्हारा यह फैसला किसी असर में था।’

‘यह मेरी आदत नहीं है हेस्टिंग्स, मैं अपने फैसले किसी तरह के प्रभाव में नहीं लेता। बेहतरीन शैम्पेन, सबसे सुनहरे बालों वाली मदहोश कर देने वाली लड़कियाँ—कुछ भी हरक्यूल पॉयरो के फैसले को प्रभावित नहीं कर सकते। नहीं, मेरे दोस्त, मेरी इसमें दिलचस्पी है, बस।’

‘यही बात नहीं है। उसके प्यार के सम्बन्ध में, अगर तुम कहना चाहो, तो बहुत आम बात है। यह एक बेहद सुन्दर औरत का सफलता की दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है। अगर मेर्तन के राजकुमार के पास न वह ओहदा होता और न ही दौलत तो शायद उस सपनीले साधू के लिए इसके अन्दर प्यार भी नहीं होता। नहीं, हेस्टिंग्स, मुझे जिस बात ने आकर्षित किया वह है इस सारे मामले का मनोविज्ञान। किरदारों का आपसी खेल। मैंने लार्ड एजवेयर को नज़दीक से जानने के मौके का स्वागत किया।’

‘तुम अपने इस संकल्प में सफलता की उम्मीद नहीं कर सकते?’

‘क्यों नहीं? हर आदमी की कोई-न-कोई कमजोरी होती है। यह मत सोचना हेस्टिंग्स कि चूँकि मैं इस सारे मामले को मनोवैज्ञानिक नज़रिये से देख रहा हूँ, इसलिए मुझे जो काम दिया गया है मैं उसमें सफल होने के लिए कोशिश नहीं करूँगा। मैं हमेशा काम होशियारी से करने का आनन्द उठाता हूँ।’

‘तो हम कल 11 बजे रीजेंट गेट पर जायेंगे?’ मैंने कहा।

‘हम?’ पॉयरो ने सवालिया निगाहें उठायीं।

‘पॉयरो,’ मैं चिल्ला पड़ा। ‘तुम मुझे पीछे नहीं छोड़ सकते। मैं हमेशा तुम्हारे साथ जाता रहा हूँ।’

‘अगर यह कोई अपराध होता, रहस्यमय ढंग से किसी को ज़हर दिया गया होता, या किसी का क़त्ल हुआ होता—आह! इन सब बातों में तुमको अन्दर से ख़ुशी मिलती है। लेकिन यह तो महज सामाजिक तौर पर मामला सुलझाने का मामला है?’

‘अब कोई और शब्द नहीं,’ मैंने फैसलाकुन अन्दाज़ में कहा। ‘मैं आ रहा हूँ।’

पॉयरो हल्के से मुस्कुराया, और उसी वक़्त हमें यह बताया गया कि कोई हम से मिलने आया है।

हमें तब बेहद हैरानी हुई कि वह आदमी और कोई नहीं बल्कि ब्रायन मार्टिन था।

दिन के उजाले में वह अदाकार कुछ अधिक उम्र का लग रहा था। वह सुन्दर तो अब भी था, लेकिन ढलती हुई सुन्दरता जैसी सुन्दरता थी। मेरे दिमाग़ में कौंधा कि हो सकता है वह ड्रग्स का आदी हो। उसको देखकर लगता था कि वह ख़ास तरह की घबराहट के अन्दाज़ में था और इससे इस बात की सम्भावना लगती थी।

‘शुभ प्रभात, मि. पॉयरो,’ उसने कुछ चहकते हुए कहा। ‘आप और कैप्टेन हेस्टिंग्स काफ़ी सही समय में नाश्ता कर रहे हैं, मुझे यह देखकर अच्छा लगा। ख़ैर, मुझे लगता है कि आप लोग इस समय काफ़ी व्यस्त हैं?’

पॉयरो उसकी तरफ़ देखकर प्यार से मुस्कुराया।

‘नहीं,’ उसने कहा। ‘इस समय असल में मेरे हाथ में कोई महत्वपूर्ण काम नहीं है।’

‘रहने दीजिए,’ ब्रायन ने हँसते हुए कहा। ‘आपको स्कॉटलैंड यार्ड ने नहीं बुलाया। राजदरबार के किसी गहन मसले की जाँच के लिए नहीं बुलाया गया? मुझे इस बात के ऊपर भरोसा नहीं हो रहा।’

‘आप कल्पना को यथार्थ के साथ बहुत अच्छी तरह से मिला देते हैं, मेरे दोस्त,’ पॉयरो ने मुस्कुराते हुए कहा। ‘मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूँ कि इस समय मेरे हाथ में सच में कोई काम नहीं है, हालाँकि अभी तक भीख माँगने की नौबत नहीं आयी है। भगवान की दया से।’

‘अच्छा, यह मेरे लिए किस्मत की बात है,’ ब्रायन ने हँसते हुए कहा। ‘हो सकता है आप मेरे लिए कोई काम कर दें।’

पॉयरो ने उस नौजवान को ध्यान से देखा।

‘आपके पास मेरे लिए कोई समस्या है—हाँ?’ उसने एक या दो मिनट में कहा।

‘हाँ—यह इस तरह से है। मेरे पास है भी और नहीं भी है।’

अब उस हँसी में थोड़ी घबराहट मिली हुई थी। तब भी उसकी तरफ़ ध्यान से देखते हुए पॉयरो ने एक कुर्सी कि तरफ़ इशारा किया। वह नौजवान उसके ऊपर बैठ गया। वह हम लोगों के सामने बैठ गया, क्योंकि मैं पॉयरो की बगल में बैठा हुआ था।

‘और अब,’ पॉयरो ने कहा। ‘आइये हम उसके बारे में सुनते हैं।’

ब्रायन मार्टिन को अब भी लग रहा था कि कहने में कुछ मुश्किल हो रही थी।

‘मुश्किल यह है कि मैं उतना नहीं बता सकता हूँ जितना कि मैं बताना चाहता हूँ।’ उसने झिझकते हुए कहा। ‘यह मुश्किल है। देखिये, यह सब अमेरिका में शुरू हुआ था।’

‘अमेरिका में?’

‘एक छोटी-सी घटना से उसकी तरफ़ मेरा ध्यान गया। असल बात यह है कि मैं ट्रेन से सफ़र कर रहा था और मैंने एक आदमी को देखा। बदसूरत-सा नाटा इनसान, बिना दाढ़ी-मूँछ वाला। चश्मा लगाये, और उसके दाँत सोने के थे।’

‘अच्छा! सोने के दाँत।’

‘हाँ। यही तो असल बात है।’

पॉयरो ने अपनी गर्दन कई दफ़ा हिलायी।

‘मैं समझना शुरू करता हूँ। आगे बताओ।’

‘हाँ, तो मैंने कहा कि मेरा ध्यान उस आदमी की तरफ़ गया। असल में, मैं तब न्यूयॉर्क जा रहा था जब मैंने उस आदमी को देखा था। छह महीने के बाद मैं लॉस एंजेल्स में था कि मैंने उस आदमी को फिर से देखा। पता नहीं क्यों—लेकिन मैंने देखा। तब भी, इसमें ऐसी कोई बात नहीं है।’

‘आगे।’

एक महीने बाद मुझे सिएटल जाने का मौका मिला, और जैसे ही मैं वहाँ उतरा मैंने उसे फिर देखा, इस बार उसने दाढ़ी बढ़ा रखी थी।’

‘बड़ी अजीब बात है।’

‘नहीं? जाहिर है, उस समय मुझे यह नहीं लगा कि इसका मुझसे कोई लेना देना है। लेकिन जब मैंने उस आदमी को एक बार फिर लॉस एंजेल्स में देखा, बिना दाढ़ी के, शिकागो में देखा मूँछों और अलग तरह के हिस्सों में और एक पहाड़ी गाँव में जब मैंने उसे एक मजदूर के रूप में देखा—तब मैं सोचने लगा।’

‘स्वाभाविक है।’

‘और आख़िर में—अच्छा, यह अजीब तो लगता है—लेकिन इसमें कोई सन्देह नहीं। मेरी जासूसी की जा रही है।’

‘बड़ी उल्लेखनीय बात है।’

‘ऐसा नहीं था क्या? उसके बाद मैंने इस बात का ध्यान रखा। मैं जहाँ कहीं भी जाता, आसपास वह अलग-अलग भेषभूषा में दिखायी दे जाता था। सौभाग्य से, उसके सोने के दाँतों के कारण मैं हर बार उसे पहचान लेता था।’

‘आह! वे सोने के दाँत, यह तो बहुत सौभाग्य का सूचक है।’

‘वह था।’

‘माफ़ कीजिए, मिस्टर मार्टिन, लेकिन आपने कभी उससे बात नहीं की। उसे सवाल करते कि वह आपका लगातार पीछा क्यों कर रहा था?’

‘नहीं, मैंने नहीं किया।’ उस अदाकार ने झिझकते हुए कहा। ‘मैंने एक या दो बार सोचा था कि उससे पूछा जाये, लेकिन हर बार मैंने इसके ख़िलाफ़ फैसला किया। मुझे लगा कि इससे वह आदमी चौकन्ना हो जायेगा और मुझे कुछ भी हासिल नहीं हासिल होगा। शायद अगर उनको यह पता चल जाता कि मैंने समझ लिया है तो वे किसी और आदमी को इस काम में लगा देते—किसी ऐसे आदमी को जिसको मैं नहीं पहचान पाता।’

‘हाँ, कोई ऐसा आदमी जिसके दाँत उतने उपयोगी न होते।’

‘सही। हो सकता है कि मैं गलत होऊँ—लेकिन मुझे यही समझ में आया।’

‘अब मिस्टर मार्टिन, आपने ‘वे’ शब्द का प्रयोग किया। यहाँ वे शब्द से किनकी तरफ़ इशारा है?’

‘वह तो बोलने में आ गया, मेरे ख़याल से, पता नहीं क्यों ‘वे’ पृष्ठभूमि में आ गया।’

‘ऐसा मानने के पीछे कोई कारण है क्या?’

‘नहीं।’

‘आपका मतलब यह है कि आपको इस बात का कोई अन्दाज़ा नहीं है कि कौन आपका पीछा करना चाहता था और किस उद्देश्य से?’

‘बस हल्का-सा अनुमान है। कम से कम—’

‘ठीक है बताइये,’ पॉयरो ने उसका उत्साह बढाते हुए कहा।

‘मुझे लगता है,’ ब्रायन मार्टिन ने कहा। ‘हो सकता है यह मेरा अनुमान ही हो।’

‘कोई बात नहीं, कई बार अनुमान भी सही साबित होते हैं, महोदय।’

‘इसका सम्बन्ध एक ख़ास घटना से है जो दो साल पहले लन्दन में घटी थी। वह एक छोटी-सी घटना थी लेकिन मुश्किल और न भूलने वाली घटना थी। मैं हमेशा उसके बारे में सोचता हूँ और उसको लेकर उलझन में पड़ जाता हूँ। केवल इसलिए क्योंकि इसका तब मुझे कोई कारण समझ में नहीं आया। मुझे सोचने पर यही लग रहा है कि मेरा जो पीछा किया जा रहा है उसका कुछ-न-कुछ सम्बन्ध इस बात से है—लेकिन मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है कि क्यों और कैसे।’

‘शायद मैं समझ सकता हूँ।’

‘हाँ, लेकिन आप समझ सकते हैं—’ ब्रायन मार्टिन की शर्म वापस आ गयी। ‘सबसे अजीब बात यह है कि मैं उसके बारे में आपको बता नहीं सकता हूँ—अभी तो नहीं ही। एकाध दिन में शायद मैं आपको उसके बारे में बता पाऊँ।’

जब पॉयरो ने उसको घूर कर देखा तो वह जल्दी-जल्दी बताने लगा।

‘देखिये—इससे एक लड़की का सम्बन्ध है।’

‘आह! ऐसी बात है! क्या कोई अंग्रेज़ लड़की?’

‘हाँ। सो तो है—क्यों?’

‘बहुत साधारण-सी बात है। आप मुझे अभी नहीं बता सकते, लेकिन आपको उम्मीद है कि आप दो-एक दिन में बता सकते हैं। इसका मतलब यह है कि आप उस लड़की की रज़ामन्दी लेना चाहते हैं। इसका मतलब यह है कि वह इंग्लैण्ड में है। साथ ही, जब आपका पीछा किया जा रहा था तब भी वह इंग्लैण्ड में ही रही होगी, क्योंकि अगर वह अमेरिका में रही होती तो आपने उससे वहीं इसके बारे में पूछ लिया होता। इसलिए चूँकि वह पिछले 18 महीनों से इंग्लैण्ड में है इसलिए शायद वह, यह बात मैं पक्के तौर पर नहीं कह सकता, कि वह अंग्रेज़ है। यह अच्छा तर्क है, नहीं?’

‘बल्कि। अब मुझे यह बताइये, मि. पॉयरो, अगर मैं उसकी अनुमति ले लूँ, तो क्या आप मेरे लिए इस मसले को देख देंगे?’

कुछ देर की चुप्पी रही। पॉयरो ऐसा लगता है कि इस बात के ऊपर दिमाग़ में वाद-विवाद कर रहा था। आख़िरकार उसने कहा :

‘अप उसके पास जाने से पहले मेरे पास क्यों आये?’

‘अच्छा, मैंने सोचा—’ उसने झिझकते हुए कहा। ‘मैं उसे इसके लिए तैयार करना चाहता था कि वह इन सब बातों को साफ़ करे—मेरा मतलब यह है कि वह आपको सारे मसले में सच्चाई का पता लगाने दे।’ मेरा मतलब यह है कि अगर आपने इस सारे मसले की जाँच की तो किसी भी बात को सार्वजनिक किये जाने की ज़रूरत नहीं रहेगी, नहीं?’

‘यह इस बात पर निर्भर करता है कि मसला क्या है,’ पॉयरो ने ठण्डेपन के साथ कहा।

‘आपका क्या मतलब है?’

‘अगर इसमें कोई अपराध हुआ तो—’

‘ओह, इसमें कोई अपराध जैसी बात नहीं है।’

‘आप नहीं जानते। कुछ हो सकता है।’

‘लेकिन उसके लिए और मेरे लिए सबसे बेहतर यही रहेगा?’

‘स्वाभाविक बात है।’

वह एक पल के लिए चुप रहा और फिर उसने कहा :

‘अच्छा मुझे यह बताइये—कि आपका जो यह पीछा करने वाला है—उसकी उम्र क्या है?’

‘ओह! नौजवान है। करीब 30 साल!’

‘आह!’ पॉयरो ने कहा। ‘यह काफ़ी गौरतलब बात है। हाँ, इससे यह सारी बात बहुत मज़ेदार बन जाती है।’

मैंने उसकी तरफ़ घूर कर देखा। ब्रायन मार्टिन ने भी घूर कर देखा, उसकी यह टिप्पणी हम दोनों को समझ में नहीं आयी। ब्रायन ने भौंहें चढ़ा कर मेरी तरफ़ सवालिया निगाहों से देखा। मैंने अपनी गर्दन हिलायी।

‘हाँ,’ पॉयरो फुसफुसाया। ‘इससे यह पूरी कहानी बड़ी मज़ेदार हो जाती है।’

‘हो सकता है कि उसकी उम्र अधिक रही हो,’ ब्रायन ने सन्देह के साथ कहा, ‘लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता।’

‘नहीं, नहीं, मुझे पक्का लगता है कि आपका यह आकलन काफ़ी हद तक सही है। मि. मार्टिन। काफ़ी मज़ेदार—काफ़ी हद तक मज़ेदार।’

पॉयरो के इन रहस्यमयी शब्दों से ऐसा लगा जैसे ब्रायन मार्टिन को समझ में नहीं आ रहा था कि क्या कहा जाये, इसलिए वह इधर-उधर की बातें करने लगा।

‘उस रात एक अजीब पार्टी थी,’ उसने कहा। ‘जेन विलकिंसन सबसे सरचढ़ी औरत है, जैसी कोई कभी न रही हो।’

‘उसकी तो बस एक ही दृष्टि होती है,’ पॉयरो ने मुस्कुराते हुए कहा। ‘एक समय में एक काम।’

‘वह करवा भी ले जाती है,’ मार्टिन ने कहा। ‘लोग कैसे कर देते हैं, मुझे यह नहीं पता!’

‘एक ख़ूबसूरत महिला से किसी को काफ़ी कुछ मिलेगा मेरे दोस्त,’ पॉयरो ने आँखें चमकाते हुए कहा। ‘अगर उसकी नाक चिपकी हुई हो, झुर्रियाँ पड़ गयी हों, उसके बाल पाक रहे हों, तब वह यह नहीं करवा सकती है, जैसा कि आपने कहा।’

‘मेरे ख़याल से नहीं,’ ब्रायन ने ख़ुलासा किया। ‘लेकिन इससे मैं कभी-कभी पागल हो जाता हूँ। हालाँकि मैं जेन के साथ पूरी तरह से समर्पित हूँ, हालाँकि, न जाने क्यों मुझे यह नहीं लगता है कि वह पूरी तरह से वही है।’

‘इसके विपरीत मुझे यह कहना चाहिए कि वह काफ़ी हद तक अपनी जगह ही मौजूद थी।’

‘मेरा मतलब यह नहीं है, एकदम से। वह अपने हितों को देख सकती है, अच्छी तरह से देख सकती है। उसके अन्दर व्यावसायिक रूप से काफ़ी चतुराई है। मेरा मतलब है कि नैतिक रूप से।’

‘अच्छा! नैतिक रूप से।’

‘वह पूरी तरह से नैतिक नहीं है। उसके लिए सही और गलत तो जैसे अस्तित्व में ही नहीं है।’

‘आह! मुझे याद आता है कि उस शाम आपने कुछ इसी तरह की बात कही थी।’

‘हम अभी अपराध की बात कर रहे थे—’

‘हाँ, मेरे दोस्त?’

‘हाँ, मुझे इस बात से किसी तरह की हैरानी नहीं होगी अगर जेन ने किसी तरह का अपराध किया हो।’

‘और आपको अच्छी तरह से उसे जानना चाहिए,’ पॉयरो कुछ सोचते हुए फुसफुसाया। ‘आपने उसके साथ काफ़ी दिन एक्टिंग की है, नहीं?’

‘हाँ। मैंने उसे अच्छी तरह से, हर तरफ़ से देखा है। और मुझे लगता है कि वह बड़ी आसानी से क़त्ल कर सकती है।’

‘अच्छा, क्या वह ग़ुस्सैल किस्म की है?’

‘नहीं, नहीं, एकदम नहीं। खीरे की तरह से ठण्डी है। मेरा मतलब है कि अगर कोई उसके रास्ते में आये तो वह उसको हटा देगी—बिना सोचे। और उसको नैतिक रूप से कोई जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता है—मेरा मतलब है कि नैतिक रूप से। उसका बस यही सोचना है कि जेन विलकिंसन के साथ जो कोई भी अगर हस्तक्षेप करेगा उसे जाना होगा।’

उसके आख़िरी शब्द में एक तरह की कटुता आ गयी थी जो पहले नहीं दिखायी दे रही थी। मैं सोच रहा था कि उसे किस बात की याद आ रही थी।

‘आपको क्या लगता है कि वह ख़ून कर सकती है?’

पॉयरो उसकी तरफ़ ध्यान से देखने लगा।

ब्रायन ने गहरी साँस ली।

‘हाँ मुझे दिल से ऐसा लगता है। शायद इन्हीं दिनों में, आप मेरे शब्दों को याद करेंगे... मैं उसको जानता हूँ, समझे। वह उतनी ही आसानी से क़त्ल कर सकती है जितनी आसानी से वह सुबह की चाय पीती है। मैं सोच समझकर यह बात कह रहा हूँ, मि. पॉयरो।’

वह उठक खड़ा हो गया।

‘हाँ,’ पॉयरो ने कहा। ‘मुझे समझ में आ रहा है कि आप सोच समझकर बोल रहे हैं।’

‘मैं उसे जानता हूँ,’ ब्रायन मार्टिन ने एक बार फिर कहा, ‘पूरी तरह से।’

वह कुछ देर तक भौंहें चढ़ाये रहा, फिर उसने लहजा बदलते हुए कहा :

‘जहाँ तक उस बात की बात है जिसके बारे में हम बात कर रहे थे, मैं आपको कुछ दिनों में बताऊँगा मि. पॉयरो। आप यह काम करेंगे न?’

पॉयरो ने बिना जवाब दिये उसकी तरफ़ एकाध मिनट तक देखा। ‘हाँ,’ उसने आख़िर में कहा। ‘मैं यह काम करूँगा, मुझे यह बड़ा मज़ेदार लग रहा है।’

जिस तरह से उसने आख़िरी शब्द कहे उसमें कुछ अजीब था। मैं ब्रायन मार्टिन के साथ नीचे तक गया। दरवाज़े पर उसने कहा :

‘क्या आपको वह बात समझ में आयी जो कि उसने उस आदमी की उम्र के बारे में कहा था? मेरा मतलब यह है कि यह मज़ेदार बात है कि उसे 30 साल का क्यों होना चाहिए? मुझे यह बात बिलकुल ही समझ में नहीं आयी।’

‘मुझे भी नहीं आयी,’ मैंने स्वीकार किया।

‘इस बात का कोई मतलब नहीं है। मुझे लगता है कि वह मेरे साथ यूँ ही मज़ाक कर रहा था।’

‘नहीं,’ मैंने कहा। ‘पॉयरो इस तरह का नहीं है। यक़ीन मानिए, पॉयरो ने जो भी कहा उसका कोई महत्वपूर्ण मतलब है।’

‘हाँ, ख़ुशी होगी अगर ऐसा कुछ समझ में आया। आपको भी इस बात से ख़ुशी होगी। मुझे यह सोचना अजीब लगता है कि मैं बेवकूफ़ हूँ।’

वह बाहर निकला गया। मैं अपने दोस्त के पास वापस आ गया।

‘पॉयरो,’ मैंने कहा। ‘उस पीछा करने वाले की उम्र का क्या मतलब है।’

‘तुमको समझ में नहीं आ रहा? हेस्टिंग्स!’ वह मुस्कुराया और उसने अपनी गर्दन हिला दी। फिर उसने पूछा : ‘तुमको कुल मिलाकर हमारी बातचीत कैसी लगी?’

‘इसमें समझ में आने लायक बात इतनी कम है। कुछ भी कहना मुश्किल है। अगर हमें और कुछ पता होता—’

‘यहाँ तक बिना अधिक जाने भी, कुछ विचार तुम्हारे दिमाग़ में आने लगते हैं?’

टेलीफ़ोन की घण्टी ने मुझे यह कहने से बचा लिया कि मुझे कोई ख़याल नहीं सूझ रहा था। मैंने फ़ोन का रिसीवर उठा लिया।

एक महिला की आवाज़ आयी, साफ़ और मुख़र आवाज़।

‘लार्ड एजवेयर की सेक्रेट्री बोल रही हूँ। लार्ड एजवेयर को इस बात का अफ़सोस है कि उनको मि. पॉयरो के साथ कल सुबह की मुलाकात कैंसिल करनी पड़ेगी। उनको कल अचानक पेरिस जाना पड़ रहा है। अगर सहूलियत हो तो वे आज सवा बारह बजे सुबह उनसे कुछ देर के लिए मिल सकते हैं।’

मैंने पॉयरो से पूछा।

‘ज़रूर, मेरे दोस्त, हम वहाँ आज सुबह ही जायेंगे।’

मैंने फ़ोन पर यही बात कह दी।

‘बहुत अच्छे,’ उस नपी-तुली व्यवसाय जैसी आवाज़ ने कहा। ‘आज सुबह सवा बारह बजे।’

उसने फ़ोन रख दिया।

अध्याय 4

एक बातचीत

मैं पॉयरो के साथ रीजेंट गेट लार्ड एजवेयर के घर बड़ी उम्मीदों भरी ख़ुशी के साथ आया। वैसे तो पॉयरो की तरह मैं मनोविज्ञान में वैसी आस्था नहीं रखता था लेकिन तो भी जिस तरह से कम शब्दों में ही लेडी एजवेयर ने अपने पति के बारे में बात की उसने मेरी उत्सुकता को बढ़ा दिया था। मैं यह देखने के लिए बेचैन था कि मेरा अपना फैसला क्या होगा।

वह घर बहुत बड़ा था—सुन्दर लेकिन हल्का अँधेरा-सा। वहाँ कोई खिड़की जैसा नहीं बना हुआ था।

दरवाज़ा तेजी से खुला, और वहाँ कोई काम करने वाला आदमी नहीं था जो घर के बाहरी हिस्से में काम करता हो। बल्कि उलटे, उसे एक बड़े ही ख़ूबसूरत इनसान ने खोला जैसा इनसान मैंने कहीं नहीं देखा था। लम्बा, गोरा, ऐसा लग रहा था जैसे अपोलो की मूर्ति हो। सुन्दरता के बावजूद जो बात मुझे अच्छी नहीं लगी वह थी उसकी आवाज़ में हल्का-सा औरतों वाला लहजा। साथ ही, मुझे उसे देखकर किसी की याद आ रही थी—किसी ऐसे आदमी की जिससे मैं काफ़ी पहले मिला था—लेकिन वह कौन था यह बात मुझे याद नहीं रह गयी थी।

हमने लार्ड एजवेयर के बारे में पूछा।

‘इस रास्ते से सर।’

वह हमें लेकर हॉल से आगे बढ़ा, उसने सीढ़ियाँ पार कीं, और घर के पीछे की तरफ़ एक दरवाज़े की तरफ़ बढ़ा।

उसे खोलने के लिए वह फिर से उसी जनाना आवाज़ में बोला जिसके ऊपर मुझे न जाने क्यों भरोसा नहीं हो रहा था।

हमें जिस कमरे में ले जाया गया वह एक तरह की लाइब्रेरी जैसी थी। दीवारों से किताबें लगी हुई थीं, उसमें साजो सामान का रंग गहरा था लेकिन सुन्दर था, कुर्सियाँ औपचारिक-सी थीं और अधिक आरामदेह नहीं थीं।

लार्ड एजवेयर हमारा स्वागत करने के लिए उठ खड़े हुए, वे करीब 50 साल के लम्बे इनसान थे। उनके सर पर खिचड़ी बाल थे, चेहरा पतला था और मुँह व्यंग्यात्मक ढंग का। देखने से वे ग़ुस्से वाले और कड़वे स्वभाव के थे। उनकी आँखों में अजीब-सी रहस्यात्मकता थी। उनकी आँखों में कुछ था जो अजीब था। उन आँखों में कुछ था जो बहुत साफ़ तौर पर अजीब लग रहा था।

उनका बर्ताव सख़्त और औपचारिक था।

‘मि. हरक्यूल पॉयरो? कैप्टेन हेस्टिंग्स? आप लोग कृपया बैठ जायें।’

हम बैठ गये। कमरे में ठण्ड लग रही थी। एक खिड़की से हल्की रौशनी आ रही थी और नीम अँधेरे के कारण माहौल में ठण्डक थी।

लार्ड एजवेयर के हाथ में एक चिट्ठी थी जो मुझे अपने दोस्त की लिखावट में लग रही थी।

‘मैं आपके नाम से वाकिफ हूँ, मि. पॉयरो। कौन नहीं जानता?’ पॉयरो ने झुककर अभिवादन किया। ‘लेकिन मुझे इस मामले में आपकी स्थिति समझ में नहीं आ रही है। आपने कहा कि आप मुझसे ... की तरफ़ से मिलना चाहते हैं—’ वह रुका—‘मेरी बीवी की तरफ़ से।’

उसने आख़िरी दो शब्द काफ़ी अलग अन्दाज़ में कहे—जैसे उनको निकालने में उनको मुश्किल हो रही हो।

‘ऐसा ही है,’ मेरे दोस्त ने कहा।

‘मुझे लगा था कि आप अपराध के मामलों में छानबीन करते थे मि. पॉयरो?’

‘परेशानियों में, लार्ड एजवेयर। अपराध में मुश्किल होती है। लेकिन परेशानियाँ और तरह की भी होती हैं।’

‘अच्छा। और वह चाहे किसी भी तरह की हो?’

उसकी आवाज़ में व्यंग्यात्मकता अब बढ़ गयी थी। लेकिन पॉयरो ने उसकी तरफ़ ध्यान नहीं दिया।

‘मुझे लेडी एजवेयर की तरफ़ से आपसे मिलने का सौभाग्य मिला,’ उसने कहा। ‘लेडी एजवेयर, जैसा कि आप जानते हैं, आपसे तलाक लेना चाहती हैं।’

‘मुझे यह बात अच्छी तरह से पता है,’ लार्ड एजवेयर ने ठण्डेपन के साथ कहा।

‘उनका सुझाव था कि आप और मैं इस मामले में बातचीत करें।’

‘इसमें बातचीत करने जैसा कुछ भी नहीं है।’

‘आप मना करते हैं, यानी?’

‘मना? बिलकुल नहीं।’

पॉयरो ने और जो भी उम्मीद की हो लेकिन उसने यह उम्मीद नहीं की थी। मैंने शायद ही कभी अपने दोस्त को इतने अचम्भे में देखा हो, लेकिन इस मौके पर मैंने देखा। वह देखने में हास्यास्पद लग रहा था। उसका मुँह खुल गया था, उसकी आँखें बाहर को निकल आयी थीं, भौंहें चढ़ गयी थीं। वह किसी अख़बार के कार्टून जैसा लग रहा था।

‘बताइये?’ वह ज़ोर से बोला। आप किस बात के बारे में मना नहीं करना चाहते हैं?’

‘मुझे आपकी हैरानी समझ में नहीं आ रही है, मि. पॉयरो।’

‘सुनिए, आप अपनी बीवी को तलाक देने के लिए तैयार हैं?’

‘निश्चित रूप से मैं तैयार हूँ। वह इस बात को बहुत अच्छी तरह से जानती है। मैंने इस बारे में उसे लिखा भी था और उसे बताया भी था।’

‘आपने उसे लिखा और बताया था?’

‘हाँ। करीब छह महीने पहले।’

‘लेकिन मुझे समझ में नहीं आ रहा है। मुझे एकदम समझ में नहीं आ रहा है।’

लार्ड एजवेयर ने कुछ भी नहीं कहा।

‘मुझे ऐसा लगा था कि आप तलाक के ख़िलाफ़ हैं।’

‘मुझे यह नहीं लगता है कि मेरे सिद्धान्तों से आपका कोई लेना-देना है, मि. पॉयरो। यह सही है कि मैंने अपनी पहली पत्नी को तलाक नहीं दिया था। मेरी अन्तरात्मा ने मुझे ऐसा करने की अनुमति नहीं दी। मेरी दूसरी शादी, मैं साफ़ तौर पर कहता हूँ कि एक गलती थी। जब मेरी बीवी ने इसके लिए मैंने साफ़ मना कर दिया। छह महीने पहले उसने मुझसे यह माँग करते हुए फिर से चिट्ठी लिखी। मुझे ऐसा लगता है कि वह फिर से शादी करना चाहती है—किसी फ़िल्म अभिनेता या उसी तरह के किसी दोस्त के साथ। तब तक मेरे विचार बदल चुके थे। मैंने यह बताते हुए उसे हॉलीवुड में चिट्ठी लिखी थी। उसने आपको क्यों भेजा है यह बात मुझे समझ में नहीं आयी। मेरे ख़याल से मामला पैसों का है।’

जब उसने आख़िरी दो शब्द कहे तब उसके होंठों पर व्यंग्यात्मकता खेल रही थी।

‘बहुत जिज्ञासा जगाने वाली बात है,’ पॉयरो फुसफुसाया। ‘बहुत जिज्ञासा जगाने वाली बात है। इसमें कुछ है जो मुझे समझ में नहीं आ रहा है।’

‘जहाँ तक पैसों का मामला है,’ लार्ड एजवेयर ने आगे कहा। ‘मेरी बीवी ने मुझे अपनी मर्ज़ी से छोड़ दिया। अगर वह किसी और आदमी से शादी करना चाहती है, तो मैं उसे मुक्त कर सकता हूँ, लेकिन इस बात का कोई कारण नहीं समझ में आता है कि उसे इसके लिए मेरी तरफ़ से एक भी पैसा क्यों मिलना चाहिए और वह ऐसा नहीं करेगी।’

‘इसमें पैसों के इन्तजाम की तो कोई बात ही नहीं है।’

लार्ड एजवेयर ने अपनी भौंहें उठायीं।

‘जेन ज़रूर किसी अमीर आदमी से शादी कर रही होगी,’ वह बड़बड़ाया।

‘इसमें कोई बात है जो मैं समझ नहीं पा रहा हूँ,’ पॉयरो ने कहा। उसक चेहरे पर चिन्ता की सिलवटें थीं। ‘मुझे मिसेज एजवेयर से यही पता चला था कि उन्होंने आपसे अपने वकील के माध्यम से लगातार सम्पर्क किया था?’

‘उसने किया था,’ लार्ड एजवेयर ने जवाब दिया। ‘अंगरेज़ वकील, अमेरिकी वकील, उसने सभी तरह के वकीलों के माध्यम से सम्पर्क किया था। आख़िरकार, उसने मुझे लिखा।’

‘आपने पहले मना कर दिया था?’

‘हाँ किया था।’

‘लेकिन उसका ख़त मिलने के बाद आपने अपना मन बदल दिया। आपने अपना मन बदला क्यों लार्ड एजवेयर?’

‘नहीं उस चिट्ठी में ऐसी कोई बात नहीं थी,’ उसने झट से कहा। ‘मेरा विचार बदल गया था, बस इतनी-सी ही बात है।’

‘यह बदलाव एक तरह से अचानक था।’

लार्ड एजवेयर ने कोई जवाब नहीं दिया।

‘ऐसा क्या ख़ास हुआ लार्ड एजवेयर कि आपने अपना मन बदल लिया?’

‘यह मेरा अपना मामला है मि. पॉयरो। मैं इस विषय के बारे कुछ कहना नहीं चाहता। क्या हम यह कहें कि धीरे-धीरे मुझे यह लगा कि उस रिश्ते को तोड़ लेने में ही फ़ायदा है—मेरी सादाबयानी के लिए लिए मुझे माफ़ करना—जो मेरे स्तर को नीचा गिराने वाला हो। मेरी दूसरी शादी एक भूल थी।’

‘आपकी बीवी भी यही कहती हैं,’ पॉयरो ने धीरे से कहा।

‘क्या वह ऐसा कहती है?’

उसकी आँखों में कुछ देर के लिए अजीब-सी चमक आयी, लेकिन वह एकबारगी चला गया।

वह मुलाकात ख़त्म करते हुए उठ गया और जब हमने उससे विदा ली तब उसके रुख में वह सख़्ती नहीं थी।

‘इस मुलाकात में तब्दीली के लिए मुझे माफ़ कीजियेगा। मुझे कल पेरिस जाना है।’

‘कोई बात नहीं—कोई बात नहीं।’

‘असल में वहाँ कलाकृतियों की सेल है। मेरी नज़र एक मूर्ति के ऊपर है—अपने तरह की ख़ास—एक अजीब तरीका, शायद। लेकिन मुझे इस तरह के जानवरी काम करने में मज़ा आता है। मेरी दिलचस्पी अलग तरह की है।’

एक बार फिर वही अजीब-सी मुस्कान। मैं पास में लगे ताक में लगी किताबों की तरफ़ देख रहा था। उसमें एक संस्मरण की किताब थी कैसानोवा की, कॉम्ते दे सादे के ऊपर किताबों के एक खण्ड, एक और किताब थी जो मध्यकालीन अत्याचारों के ऊपर थी।

मुझे याद आया कि जब जेन विलकिंसन अपने पति के बारे में बात कर रही थी तो वह हल्की-सी काँप उठी थी। उस समय वह अभिनय नहीं कर रही थी। वह सचमुच का था। मैं सोचने लगा था कि जॉर्ज अल्फ्रेड सेंट विन्सेंट मार्श, चौथे बारोन एजवेयर किस किस्म के इनसान थे।

उन्होंने हमें बड़ी विनम्रता के साथ विदा किया। हम दरवाज़े से बाहर आ गये। बाहर हॉल में उनका एक कर्मचारी हमारी प्रतीक्षा कर रहा था। जब मैंने अपने पीछे लाइब्रेरी का दरवाज़ा बन्द किया, मैंने वापस कमरे में देखा। मैं लगभग हैरानी से बोल पड़ता।

उनका विनम्र चेहरा बदल चुका था। दाँत भींचे हुए थे, आँखें चमक रही थीं और ग़ुस्से में वे आपे से बाहर लग रहे थे।

मुझे यह सोचने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगा कि दो दो बीवियों ने एजवेयर को क्यों छोड़ दिया था। जिस बात के ऊपर मुझे ईर्ष्या हो रही थी वह यह कि उस आदमी का अपने ऊपर काफ़ी नियन्त्रण था। पूरी बातचीत के दौरान वह कितने ठण्डे तरीके से आत्मनियन्त्रण दिखा रहा था, निर्लिप्त तरीके से विनम्रता दिखाते हुए!

जैसे ही हम सामने के दरवाज़े के पास पहुँचे, दाईं तरफ़ का एक दरवाज़ा खुला। कमरे के दरवाज़े के पास एक महिला खड़ी थी, जब उसने हमें देखा तो वह ज़रा पीछे की तरफ़ हटने लगी।

वह एक लम्बी, छरहरी-सी लड़की थी, जिसके बाल गहरे थे और चेहरा सफ़ेद। उसकी आँखें गहरी थीं, और तीखी, जिसने एक पल के लिए मेरी आँखों में देखा। फिर, एक परछाईं की मानिन्द वह फिर से कमरे में वापस चली गयी, दरवाज़े को बन्द करती हुई।

एक पल के बाद ही हम सड़क पर आ गये थे। पॉयरो ने एक टैक्सी रोकी। हम उसमें चढ़ गये और उसने ड्राइवर से सेवॉय चलने के लिए कहा।

‘अच्छा, हेस्टिंग्स,’ उसने आँखों में एक चमक लाते हुए कहा, ‘यह बातचीत वैसी एकदम नहीं रही जैसी कि मैंने इसके बारे में होने की सोची थी।’

‘नहीं, सच में। लार्ड एजवेयर कितने असाधारण किस्म के इनसान हैं।’

मैंने उसको यह बताया कि दरवाज़े को बन्द करने से पहले मैंने जब कमरे के भीतर झाँका था तब मुझे क्या दिखायी दिया था। उसने कुछ सोचते हुए अपनी गर्दन हिलायी।

‘मुझे लगता है कि वह लगभग पागलपन के करीब है, हेस्टिंग्स। मुझे यह सोचना चाहिए कि उसके अजीब-अजीब तरह के शौक हैं, ऊपर से वह बहुत ठण्डा दिखायी देता है लेकिन अन्दर से उसके भीतर क्रूरता भरी हुई है।’

‘इसीलिए इसमें हैरानी की कोई बात नहीं कि उसकी दोनों बीवियाँ छोड़ कर चली गयीं।’

‘जैसा तुम कहो।’

‘पॉयरो, तुमने उस लड़की को देखा था जो बाहर आते वक़्त दिखायी दी थी? एक साँवली लड़की जिसका चेहरा सफ़ेद था।’

‘हाँ, मैंने उसे देखा था। एक कम उम्र की लड़की जो डरी हुई-सी लग रही थी और एकदम खुश नहीं थी।’

उसकी आवाज़ गम्भीर हो गयी।

‘आपको क्या लगता है कि वह कौन थी?’

‘शायद उसकी बेटी। उसकी एक बेटी है।’

‘हाँ, सही में। आह! हम आ गये मैडम। अब हम उस औरत को अच्छी ख़बर सुनाते हैं।

जेन अन्दर थी, और टेलीफ़ोन पर बात करने के बाद क्लर्क ने हमें बताया कि हमें ऊपर जाना था। हमें एक लड़का वहाँ से लेकर ऊपर की तरफ़ चला।

दरवाज़ा एक अधवयस महिला ने खोला जिसने चश्मा पहना रखा था और खिचड़ी बालों को करीने से बाँध रखा था। बेडरूम से जेन की भारी आवाज़ ने उसे आवाज़ दी।

‘क्या मि. पॉयरो आये हैं, एलिस? उनको वहीं बिठाओ। मैं एक चादर डालकर आती हूँ।’

जेन विलकिंसन ने जिसे चादर कहा था वह असल में उनका गाउन था जो छिपाने से अधिक दिखा रहा था। वह बेचैनी के साथ आयी, कहते हुए : ‘सब कुछ ठीक?’

पॉयरो उठ कर खड़ा हुआ और उसने झुककर उनसे हाथ मिलाया।

‘एकदम सही शब्द मैम, सब कुछ ठीक है।’

‘क्यों—तुम्हें कैसे पता?’

‘लार्ड एजवेयर तलाक के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।’

‘क्या?’

या तो उसके चेहरे पर जो हैरानी छायी थी वह झूठ था या फिर वह कमाल की अभिनेत्री थी।

‘मि. पॉयरो! तुमने करवा ही लिया! एक ही बार में! तभी तो तुम महान हो। अब ये बताओ कि तुमने यह सब किया कैसे?’

‘मैडम मैं झूठी तारीफें नहीं ले सकता। छह महीने पहले आपके पति ने आपको लिखा था कि वे तलाक के मुद्दे पर अपना विरोध वापस ले रहे हैं।’

‘क्या कहा तुमने? लिखा था? कहाँ?’

‘मेरे खयाल से तब जब आप हॉलीवुड में थी।’

‘मुझे मिला नहीं। मेरे ख़याल से खो गया होगा। और या लगता है कि इस दौरान मैं इतनी सारी योजनाओं में, सफ़र में और इस सबसे लगभग पागल हो चुकी थी। मुझे कुछ होश नहीं था।’

‘लार्ड एजवेयर को ऐसा लगता है कि आप किसी अभिनेता से शादी करना चाहती हैं।’

‘स्वाभाविक है। मैंने उसे यही बताया था,’ उसने एक खुश बच्चे की तरह मुस्कान फेंकी। अचानक उसके चेहरे पर चौकन्नापन आ गया। ‘क्यों, मि. पॉयरो आपने उनको जाकर यह तो नहीं कह दिया, मेरे और राजकुमार के बारे में?’

‘नहीं, नहीं आप निश्चिन्त रहें। मैं सावधान रहता हूँ। कि यह नहीं किया जाना चाहिए।’

‘अच्छा, देखो उसका बड़ा अजीब-सा नीच किस्म का स्वभाव है। मेर्तन से शादी करना, उसे लगता है कि मेरे लिए एक कदम आगे बढ़ने जैसा होगा—इसलिए वह रास्ते में रोड़े अटकाता। लेकिन एक फ़िल्म कलाकार अलग बात है। हालाँकि, हैरानी मुझे भी हो रही है। मुझे हैरानी हो रही है। तुमको हैरानी नहीं हो रही एलिस?’

मैंने ध्यान दिया कि वह काम वाली कमरे से आ जा रही थी इधर-उधर फैले कपड़ों को समेटती हुई। मुझे ऐसा लग रहा था कि वह पूरी बातचीत को सुन रही थी। अब ऐसा लगता था कि वह पूरी तरह से जेन की विश्वासी थी।

‘हाँ। सच में, मैडम। लार्ड तब से काफ़ी बदल गये हैं जबसे हम उन्हें जानते हैं।’ उस आया ने कुछ बुरे ढंग से कहा।

‘हाँ, ज़रूर।’

‘आप उनके बदलाव को नहीं समझ पा रही हैं। यह बात आपको उलझन में डाले हुए है?’ पॉयरो ने सुझाव दिया।

‘अरे हाँ। लेकिन वैसे भी, हमें उसकी परवाह नहीं करनी चाहिए। आख़िर इतने दिनों बाद उसने किस बात के ऊपर अपना ख़याल बदल दिया?’

‘हो सकता है इससे आपको कोई परेशानी न हो, मगर मुझे परेशानी है मैडम।’

जेन ने उसकी तरफ़ कोई ध्यान नहीं दिया।

‘सबसे बड़ी बात यह है कि आख़िरकार मैं आज़ाद हो गयी।’

‘अभी नहीं, मैडम।’

उसने उसकी तरफ़ कुछ बेचैनी से देखा।

‘हाँ, आज़ाद होने वाली बात भी वही बात हुई न।’

पॉयरो ने ऐसे देखा जैसे कि वह यह नहीं सोचता हो कि बात एक ही हुई।

‘राजकुमार पेरिस में हैं,’ जेन ने कहा। मुझे उनको इसी वक़्त केबल कर देना चाहिए। मेरे—से उनकी माँ पागल नहीं हो जायेंगी!’

पॉयरो उठ खड़ा हुआ।

‘मुझे इस बात की ख़ुशी है कि सब कुछ वैसे ही हो रहा है जैसे कि आपने चाहा।’

‘अच्छा अलविदा मि. पॉयरो, और आपका बहुत-बहुत शुक्रिया।’

‘मैंने कुछ भी नहीं किया।’

‘वैसे भी मेरे लिए यह ख़ुशख़बरी आप ही लेकर आये, उसके लिए मैं आपकी बहुत आभारी हूँ। सच में।’

‘और यही बात है,’ पॉयरो ने मुझसे कहा, जब हम कमरे से निकल रहे थे उस वक़्त। ‘एक ही ख़याल—अपना! उसने इसके ऊपर कोई ध्यान नहीं दिया, कोई उत्सुकता नहीं जगायी कि आख़िर चिट्ठी उसके पास क्यों नहीं पहुँची। अगर तुमने देखा हो हेस्टिंग्स कि उसमें व्यवसायियों जैसी चतुराई है लेकिन दिमाग़ बिलकुल नहीं। हाँ वैसे भी भगवान सब कुछ नहीं देता है न।’

‘सिवाय हरक्यूल पॉयरो के,’ मैंने कुछ रुखाई से कहा।

‘तुम मेरा मज़ाक उड़ा सकते हो मेरे दोस्त,’ उसने बड़ी शिद्दत के साथ कहा। लेकिन आओ, मुझे बाँध के पास टहलने दो ताकि मैं अपने ख़यालों को रूप-आकार दे सकूँ, तरीका तय कर सकूँ।’

मैंने तब तक पूरी चुप्पी साधे रखी जब तक कि बोलने का उचित समय नहीं आया।

जब हम नदी की तरफ़ बढ़े जा रहे थे तब उसने कहना शुरू किया, ‘मुझे यह बात परेशान कर रही है, वह चिट्ठी। उस समस्या के चार समाधान हैं, मेरे दोस्त।’

‘चार?’

‘पहला, यह कि वह डाक में खो गयी। यह भी होता है, तुम जानते हो। लेकिन अक्सर नहीं होता है। अक्सर नहीं। अगर गलत पता जान बूझकर लिखा गया हो तो वह वापस एजवेयर के पास ही काफ़ी पहले आ गयी होती। नहीं, इसलिए मैं समाधान से इनकार करता हूँ—लेकिन हो सकता है कि यही बात सच हो।’

‘दूसरा, यह ख़ूबसूरत औरत जब यह कह रही है कि उसे यह चिट्ठी नहीं मिली तो वह ज़रूर झूठ बोल रही है। यह बात भी हो सकती है, पूरी सम्भावना है। यह ख़ूबसूरत लड़की बच्चों जैसी अल्हड़ता के साथ किसी भी तरह का झूठ बोल सकती है। लेकिन हेस्टिंग्स मैं इस बात को समझ नहीं पा रहा हूँ कि इससे उसका फ़ायदा क्या होने वाला है। अगर उसे इस बात का पता है कि वह उसे तलाक दे देगा तो फिर उसने मुझे यह पूछने के लिए क्यों भेजा? इस बात का कोई मतलब नहीं लगता है।’

‘समाधान नम्बर तीन। लार्ड एजवेयर झूठ बोल रहे हैं। और अगर इस मामले में कोई झूठ बोल रहा है तो वह अपनी पत्नी से अधिक वही हो सकता है। लेकिन मुझे इस झूठ का भी कोई ख़ास मतलब नहीं समझ में आता है। छह महीने पहले लिखे एक झूठे पत्र का हवाला क्यों दे रहा है? सीधे-सीधे मेरी बात क्यों नहीं मानी? नहीं, मुझे ऐसा लग रहा है कि उसने चिट्ठी नहीं लिखी थी—वैसे अचानक उसका रुख क्यों बदला है इसका कोई मतलब समझ में नहीं आ रहा है।’

‘इसलिए हम चौथे समाधान की तरफ़ आते हैं—कि किसी ने उस चिट्ठी को छिपा दिया। और फिर, हमें यह अनुमान लगाना है कि उस चिट्ठी को इंग्लैण्ड में दबाया गया या अमेरिका में।’

‘जहाँ भी इसे दबाया गया हो कोई ऐसा था जो यह नहीं चाहता था कि यह शादी टूटे। मैं इस बात को जानने की पूरी कोशिश करूँगा कि इस मामले के पीछे क्या है। कुछ तो है—कसम से, मुझे लगता है कि कुछ तो है।’

वह रुका और फिर उसने आगे कहा।

‘कुछ ऐसी बात जिसकी हमें अभी झलक भी नहीं दिखायी दी है।’

अध्याय 5

हत्या

अगला दिन 30 जून था।

साढ़े नौ बजे थे कि हमें यह बताया गया कि इन्स्पेक्टर जैप नीचे थे और हमसे मिलने के लिए बेचैन थे।

स्कॉट्लैंड यार्ड के किसी इन्स्पेक्टर को देखे कई साल हो गये थे।

‘अच्छा जैप आये हैं,’ पॉयरो ने कहा। ‘मुझे नहीं समझ में आ रहा है वे चाहते क्या हैं?’

‘मदद,’ मैंने जल्दी से कहा। ‘उसे किसी केस में कुछ समझ में नहीं आ रहा है। इसलिए वह तुम्हारे पास मदद के लिए आया है।’

जैप में मेरी वैसी दिलचस्पी नहीं थी जैसी कि पॉयरो को थी। मुझे यह बात अधिक पसन्द नहीं थी कि वह पॉयरो के दिमाग़ से मदद लेता था—आख़िरकार, पॉयरो को उसके तरीके में मज़ा आता था, सुलझाने के तरीके में, जो बड़ी नज़ाकत भरी चालाकी की माँग करती थी। जो बात मुझे चिढ़ाती थी जैप जान-बूझकर ऐसे जता रहा था जैसे कि उसने कुछ भी नहीं किया हो। मुझे साफ़ बात करने वाले लोग पसन्द थे। मैंने यह बात कही और पॉयरो हँसने लगा।

‘तुम्हारे अन्दर का कुत्ता बुलडॉग नस्ल का है, हेस्टिंग्स? लेकिन जरा जैप के बारे में सोचो कि उस बेचारे को भी अपना चेहरा बचाना है। इसलिए वह थोड़ा-सा दिखावा करता है। बड़ी स्वाभाविक-सी बात है।’

मुझे लगा कि यह बेवकूफ़ी की बात है और मैंने कह दिया। पॉयरो इस बात से सहमत नहीं हुआ।

‘बाहर का जो रूप होता है वह असली नहीं होता है—लेकिन लोगों का मतलब उसी से होता है न। यह उनको अपना स्थान बनाने में मदद करता है।’

जाती तौर पर मुझे लगा कि जैप को अगर थोड़ा कमतर होने का अहसास हो तो उसमें भी कोई बुराई नहीं है, लेकिन इस बात के ऊपर बहस करने का कोई मतलब नहीं था। इसके अलावा, मुझे यह जानने की बेचैनी थी कि जैप का इसके बारे में क्या कहना था।

उसने हम दोनों का स्वागत किया।

‘लगता है नाश्ता करने जा रहे थे। मि. पॉयरो, लगता है कि अभी तक तुमको वैसी मुर्गी नहीं मिली है जो कि चौकोर अण्डे दे सके?’

यह पॉयरो की इस बात की शिकायत को लेकर कही गयी बात थी कि अलग अलग अकार के अण्डों की वजह से उसके आकार के भाव को नुकसान होता था।

‘अभी तक तो नहीं,’ पॉयरो ने मुस्कुराते हुए कहा। ‘और ऐसी क्या बात है जो आज इतनी सुबह आपको यहाँ आना पड़ गया जैप?’

‘जहाँ तक मेरी बात है तो यह इतनी जल्दी भी नहीं है। मैं तो दो घण्टे से काम कर रहा हूँ और जहाँ तक आपके पास आने की बात है तो इसकी वजह है एक ख़ून।’

‘ख़ून?’

जैप ने सिर हिला दिया।

‘कल रात लार्ड एजवेयर का रीजेंट गेट में अपने घर में ख़ून हो गया है। उसकी पत्नी ने उसके गले में चाकू से वार किया था।’

‘उसकी पत्नी ने,’ मैं चीख़ पड़ा।

एक झटके में मुझे ब्रायन मार्टिन के अल्फाज़ याद आये जो उसके कल सुबह कहे थे। क्या उसे पहले से ही इस बात का अनुमान हो गया था कि क्या होने वाला था? मुझे याद है कि किस तरह से जेन ने बड़े आराम से यह कहा था कि वह उसे ठिकाने लगा देगी। ब्रायन मार्टिन ने उसके बारे में कहा था कि वह नैतिक रूप से पक्की नहीं थी। वह उस तरह की थी, हाँ। अहंकार से भरी और बेवकूफ़। वह अपने फैसले में कितनी सही थी।

जब तक जैप कह रहा था उस समय मेरे दिमाग़ में यही सब चल रहा था।

‘हाँ। अभिनेत्री, तुम जानते हो। जानी मानी है। जेन विलकिंसन। उसने उससे तीन साल पहले शादी की थी। उनके बीच निभी नहीं। उसने बाद में छोड़ दिया।’

पॉयरो उलझन में दिखायी दे रहा था और कुछ गम्भीर भी।

‘आपको यह कैसे लगता है कि उसकी हत्या उसकी बीवी ने की?’

‘नहीं ऐसा माना जा रहा है। उसकी पहचान हो गयी है। इसके बारे में कोई बहुत छिपी हुई बात भी नहीं थी। वह वहाँ एक टैक्सी में गयी थी—’

‘टैक्सी—’ मेरे मुँह से अचानक निकला, उसने उस रात सेवॉय में जो बात कही थी वह मेरे कानों में गूँजने लगी।

‘—घण्टी बजाई, लार्ड एजवेयर के बारे में पूछा। तब दस बज रहे थे। उनके यहाँ काम करने वाले ने कहा कि वह देखता है। ‘नहीं,’ उसने खीरे की तरह ठण्डक के साथ कहा। ‘तुमको इसकी ज़रूरत नहीं है। मैं श्रीमती एजवेयर हूँ। मेरे ख़याल से वे इस समय लाइब्रेरी में हैं। कहते हुए वह आगे बढ़ी उसने दरवाज़ा खोला और अन्दर जाकर उसे भीतर से बन्द कर लिया।

‘उस आदमी को यह बात अजीब लगी, लेकिन उसने कुछ कहा नहीं। वह फिर से नीचे चला गया। करीब दस मिनट के बाद उसे सामने के दरवाज़े के बन्द होने की आवाज़ सुनायी दी। ख़ैर, वैसे भी वह ज़्यादा देर तक वहाँ रुकी नहीं। उसने रात के करीब 11 बजे घर के दरवाज़े बन्द कर लिए। उसने लाइब्रेरी का दरवाज़ा खोला, लेकिन वहाँ अँधेरा था। इसलिए उसने सोचा कि उसका मालिक सोने चला गया है। आज सुबह उसकी लाश उसकी कामवाली ने देखी। गर्दन में पीछे से वहाँ चाकू मारा गया था जहाँ पर बाल ख़त्म होते हैं।’

‘कोई चीख़ चिल्लाहट नहीं। कुछ भी सुनाई नहीं दिया?’

‘उनका कहना है कि कुछ भी नहीं। उस लाइब्रेरी के दरवाज़े साउण्ड प्रूफ़ हैं न। पास से ट्रैफ़िक भी गुजर रहा था। चाकू इस तरह से मारा गया था कि मौत तत्काल हो गयी, डॉक्टर का ऐसा ही कहना था। अगर आप सही जगह पर चाकू मारें तो मौत तत्काल हो जाती है।’

‘इसका मतलब यह है कि ठीक कहाँ मारा जाये इसके लिए मेडिकल की जानकारी का होना ज़रूरी है।’

‘हाँ—यह सही है। जहाँ तक यह बात है तो यह उसके पक्ष में जाती है। लेकिन दस में से एक में यह संयोग से हो सकता था। वह किस्मतवाली निकली। कुछ लोगों की किस्मत बहुत अच्छी होती है, पता है न।’

‘इतनी भी किस्मत वाली नहीं कि अगर उसे फाँसी पर चढ़ जाना पड़े,’ पॉयरो ने कहा।

‘नहीं। जाहिर है कि वह बेवकूफ़ थी। उस तरह से चली आयी और अपना नाम दे दिया।’

‘बड़ी अजीब बात है।’

‘शायद उसने जानबूझकर नहीं किया हो। उनकी लड़ाई हुई और उसने अपनी जेब से छोटा चाकू निकाला और उनके ऊपर चला दिया।’

‘छोटा चाकू (पेन नाइफ़) क्या होता है?’

‘कुछ इसी तरह की बात डॉक्टर ने भी कही। जो भी रहा हो वह अपने साथ ले गयी। वह घाव में लगा हुआ नहीं मिला।’

पॉयरो ने ऐसे सर हिलाया जैसे वह इस बात से सन्तुष्ट न लग रहा हो।

‘नहीं, नहीं मेरे दोस्त, यह बात ऐसी नहीं थी। मैं उस महिला को जानता हूँ। वह इस तरह एक क्रूर क़त्ल करने के लिहाज से काफ़ी हद तक असमर्थ लगती है। साथ ही, इस बात की सम्भावना भी कम ही लगती है वह अपने साथ पेन नाइफ लेकर गयी हों। कुछ महिलाएँ रखती हैं—लेकिन मेरे ख़याल से जेन विलकिंसन नहीं रखती हैं।’

‘आपने कहा मि. पॉयरो कि आप उसे जानते हैं?’

‘हाँ मैं उसे जानता हूँ।’

जैप ने उस वक़्त कुछ भी नहीं कहा। वह उसकी तरफ़ सवालिया निगाहों से देख रहा था।

‘आपको कुछ समझ में आया मि. पॉयरो,’ उसने आख़िरकार कहा।

‘आह!’ पॉयरो ने कहा। ‘इससे मुझे याद आया। कि आप यहाँ क्यों आये हैं? ऐसा नहीं है कि आप यहाँ अपने एक पुराने दोस्त के साथ वक़्त बिताने आये हैं? साफ़ तौर पर नहीं। यह साफ़ तौर किया गया एक ख़ून है। आपके पास अपराधी है। आपके पास मारने का कारण है—वैसे कारण है क्या?’

‘किसी और आदमी से शादी करना चाहती थी। एक सप्ताह पहले उसे यह कहते हुए सुना गया था। यह भी सुना गया था कि उसने धमकियाँ दी थीं। उसने कहा था कि वह टैक्सी बुलायेगी और जाकर उसे मार डालेगी।’

‘आह!’ पॉयरो ने कहा। ‘आपको काफ़ी अच्छी तरह से सब-कुछ पता है। कोई है जो आपकी काफ़ी अच्छी तरह से मदद कर रहा है।’

मुझे लगा कि उसकी आँखों में सवाल था, लेकिन ऐसा रहा भी हो तो जैप ने कोई जवाब नहीं दिया।

‘हमें बातें सुननी पड़ती हैं, मि. पॉयरो,’ उसने कहा।

पॉयरो ने सर हिलाया। उसने आगे बढ़कर अख़बार उठाया। उसे जैप ने खोला था, जाहिर है कि जब वह इन्तज़ार कर रहा था। और हमारे आते ही उसे एक तरफ़ रख दिया था। यान्त्रिक ढंग से, पॉयरो ने उसके बीच के पन्ने को मोड़कर रख दिया। हालाँकि उसकी आँखें अख़बार पर थीं, उसके दिमाग़ में कोई उलझन चल रही थी।

‘आपने जवाब नहीं दिया,’ उसने एक बार फिर पूछा। ‘अगर सब कुछ इसी तरह से हुआ तो मेरे पास क्यों आये?’

‘क्योंकि मुझे यह पता चला कि आप कल सुबह रीजेंट गेट गये थे।’

‘अच्छा।’

‘अब जैसे ही मैंने इसके बारे में सोचा तो मैंने अपने आप से कहा, ‘इस बात में कुछ है। लार्ड मि. पॉयरो से किस बात के लिए मिले थे? उनको किस बात का सन्देह था? बिना किसी बात पर निश्चित हुए, मुझे जाकर उससे बात करनी चाहिए।’

‘आपका किसी निश्चित बात से क्या मतलब है? मेरे ख़याल से उस औरत की गिरफ़्तारी?’

‘बिलकुल।’

‘आप उससे अभी तक मिले नहीं हैं?’

‘अरे! हाँ, मैं उससे मिला हूँ। सबसे पहले सेवॉय में ही गया था। उसे निकल जाने का ख़तरा मोल नहीं ले सकता था।’

‘अच्छा, तो यह बात है,’ पॉयरो ने कहा।

वह रुका। उसकी आँखें, जो चिन्ता में डूबी थीं और अब तक वह असहज तरीके से उसके सामने के अख़बार में देख रहा था, अब उसके चेहरे का भाव बदल गया। उसने अपनी गर्दन उठायी और अपनी आवाज़ का लहजा बदल लिया।

‘और उसने क्या कहा मेरे दोस्त, उसने क्या कहा?’

‘मैंने उसे अस्वाभाविक बात बतायी, जाहिर है, यह कहा कि मैं उसका बयान चाहता हूँ और इस बात के लिए चेतवानी दी कि आप यह नहीं कह सकती हैं कि इंग्लैंड की पुलिस न्याय नहीं करती है।’

‘मेरे विचार में यह बेवकूफ़ी है। लेकिन आगे बताइये। उस औरत ने क्या कहा?’

‘वह जैसे पागलों की तरह से व्यवहार करने लगी—उसने यही किया। लुढ़कने लगी, हाथ पाँव फेंकने लगी और आख़िरकार जमीन पर बैठ गयी। ओह! मैं कहूँगा यह एक्टिंग उसने अच्छी तरह से की।’

‘आह!’ पॉयरो ने जल्दी से पूछा। ‘आपने यह अनुमान लगा लिया कि उसका उस तरह का व्यवहार असली नहीं था?’

जैप ने अजीब तरह से आँखें झपकायीं।

‘आपको क्या लगता है कि मुझे इस तरह का तमाशा समझ में नहीं आया होगा। वह बेहोश नहीं हुई—नहीं! वह बस कोशिश कर रही थी, और कसम से कहता हूँ कि वह इस बात का मज़ा ले रही थी।’

‘हाँ,’ पॉयरो ने कुछ सोचते हुए कहा। ‘मुझे कहना चाहिए कि यह पूरी तरह से सम्भव था। फिर क्या हुआ?’

‘ओह! अच्छा, मुझे लगा कि वह नाटक कर रही थी—चीखने-चिलाने लगी, उसकी कामवाली ने उसे फिर नमक चटाया तब जाकर उसे कुछ होश आया और उसने अपने वकील के बारे में पूछताछ की। वकील के बिना कुछ भी कहने के लिए वह तैयार नहीं थी। एक पल को पागलों जसा व्यवहार करने लगती थी, अगले पल वकील के बारे में पूछती, मैं आपसे पूछना चाहता हूँ कि क्या यह उसका स्वाभाविक व्यवहार था?’

‘इस मामले में यह स्वाभाविक है, मुझे यही कहना चाहिए,’ पॉयरो ने बड़ी शान्ति के साथ कहा।

‘आपका मतलब यह है कि वह अपराधी है और वह इस बात को जानती है।’

‘नहीं बिलकुल नहीं। मेरा ख़याल से उसका स्वभाव ही ऐसा है। पहले तो आपको वह अपनी उस भूमिका के बारे में बताती है कि एक पत्नी को अपने पति की मौत की अचानक जानकारी हो जाये तो उसे कैसे करना चाहिए। फिर अपने नाटक से सन्तुष्ट होकर, उसकी चालाकी उसे वकील को बुलाने के लिए भेज देता है। इससे वह ऐसा माहौल बना देती है जैसे उसका कोई अपराध ही न हो। इससे यही लगता है कि वह जन्मजात अभिनेत्री है।’

‘हाँ, वह निर्दोष तो नहीं हो सकती है, इतना पक्का है।’

‘आप तो बहुत सकारात्मक हैं,’ पॉयरो ने कहा। ‘मेरे ख़याल से ऐसा हो सकता है। उसने कोई बयान नहीं दिया है? कोई भी बयान नहीं?’

जैप मुस्कुराने लगा।

‘वह अपने वकील के बिना एक भी शब्द नहीं कहेगी। उसकी नौकरानी ने उसे फ़ोन किया था। मैं अपने दो आदमी वहाँ छोड़कर आपके पास यहाँ आया हूँ। मैंने सोचा कि यह भी पता कर लूँ कि पहले क्या चल रहा था ताकि मैं इस मामले में आगे बढ़ूँ।’

‘और अब भी आपको पक्का यही लगता है।’

‘हाँ, मुझे पक्के तौर पर यह लगता है। लेकिन जितना सम्भव हो सके मैं उतने तथ्य जुटा लेना चाहता हूँ। देखिये, इसके बारे में ख़ूब चर्चा होने वाली है। हर अख़बार इसकी चर्चा से भरा रहेगा। और आप तो जानते ही हैं इन अख़बारों को।’

‘अख़बार की बात करें तो,’ पॉयरो ने कहा। ‘आप इसका जवाब कैसे देंगे मेरे दोस्त। आपने आज सुबह का अख़बार बहुत ध्यान से नहीं पढ़ा है।’

वह मेज़ पर आगे की तरफ़ झुका, उनकी उँगलियाँ सामाजिक समाचार वाले पैराग्राफ़ पर थी। जैप ने इस ख़बर को ज़ोर से पढ़ा।

‘सर मौन्तेग्यु कॉर्नर ने चीसवीक नदी के किनारे अपने घर में बड़ी शानदार पार्टी दी। वहाँ जो लोग मौजूद थे उनमें सर जॉर्ज और लेडी डू फिस्से, श्री जेम्स ब्लंट, जानेमाने नाटक आलोचक, ओवेरटोन फ़िल्म स्टूडियो के सर ऑस्कर, मिस जेन विलकिंसन तथा अन्य।’

एक पल के लिए तो जैप को झटका-सा लगा। फिर उसने कहा।

‘उसका इससे क्या ताल्लुक है? यह ख़बर उससे पहले प्रेस में जारी की गयी थी। आप अगर देखेंगे तो आप पायेंगे कि हमारी महिला जो हैं वह वहाँ नहीं थीं, या वह वहाँ देर से आयी थीं—11 बजे या उसी तरह। आपका भगवान् भला करे, अख़बार में जो छपा होता है उसको अन्तिम सत्य की तरह से नहीं देखना चाहिए। सभी लोगों में आप इस बात को बेहतर ढंग से जानते हैं।’

‘हाँ, मैं समझता हूँ। मुझे बस उत्सुकता हुई थी पढ़ कर।’

‘इस तरह के संयोग हो जाते हैं। अब, मि. पॉयरो, उस ख़राब अनुभव से आपने अपने आपको सीप की तरह बन्द कर लिया है। लेकिन आपको कुछ पता था, नहीं? आपको बताना होगा कि लार्ड एजवेयर ने आपको मिलने के लिए क्यों बुलवाया था?’

पॉयरो ने अपना सर हिलाया।

‘लार्ड एजवेयर ने मुझे नहीं बुलवाया था। मैंने ही उनसे मिलने की इच्छा जताई थी।’

‘सच में? और भला क्यों?’

एक पल के लिए पॉयरो झिझका।

‘मैं आपके सवाल का जवाब दूँगा,’ उसने धीरे से कहा। ‘लेकिन मुझे अपने तरीके से इस बात का जवाब देने का प्रयास करना चाहिए।’

जैप गुर्राया। मुझे उसके साथ थोड़ी सहानुभूति हुई, पॉयरो कई बार बहुत चिढ़ जाता है।

‘मैं आपसे यह आग्रह करूँगा,’ पॉयरो ने कहा। ‘आप मुझे इस बात की अनुमति देंगे कि मैं एक आदमी को फ़ोन कर लूँ और उसे यहाँ आने के लिए कहूँ।’

‘कौन है वह आदमी?’

‘ब्रायन मार्टिन।’

‘वह फ़िल्म कलाकार? उसका इससे क्या लेना-देना है?’

‘मेरे ख़याल से,’ पॉयरो ने कहा। ‘आपको यह पता चलेगा वह जो कहने वाला है वह मज़ेदार है और शायद उससे कुछ मदद भी मिले। हेस्टिंग्स, क्या मेरी मदद करोगे?’

मैंने टेलीफ़ोन बुक उठाया। उस कलाकार का फ़्लैट सेंट जोन्स पार्क के पास था।

‘विक्टोरिया 49499’

कुछ देर बाद ब्रायन मार्टिन की उनींदी आवाज़ आयी। ‘हेलो—कौन बोल रहा है?’

‘मुझे यह कहना है?’ मैंने हाथ से माउथपीस को ढकते हुए कहा।

‘उससे कहो,’ पॉयरो ने कहा, ‘कि लार्ड एजवेयर की हत्या हो गयी है, और अगर वह यहाँ तत्काल आकर मुझसे मिले तो अच्छा लगेगा।’

मैंने यह बात सावधानी से कही। दूसरी तरफ़ से हैरानी का भाव आया।

‘हे भगवान,’ मार्टिन ने कहा। ‘तो उसने यह किया है। मैं अभी आया।’

‘क्या कहा उसने?’ पॉयरो ने पूछा। मैंने उसे बता दिया।

‘आह!’ पॉयरो ने कहा। वह खुश लग रहा था, ‘तो उसने कर दिया। उसने यह कहा? फिर तो यह वही बात है जिस तरह से मैंने सोचा था।’

जैप उसकी तरफ़ उत्सुकता से देखने लगा।

‘मैं आपको समझ नहीं पा रहा हूँ मि. पॉयरो। सबसे पहले आप ऐसे लग रहा था कि यह सोच रहे थे कि उसने ऐसा किया ही नहीं था। अब आप यह कह रहे हैं कि आप यह सब जानते थे।’

पॉयरो मुस्कुराने लगा।