“हे भगवान! क्या औरत थी!” मिडोज ने कहा और अपनी मेज के पीछे बैठ गया । “तुम क्या सोचते हो, जॉन ? मुझे तो कैरी की बात पर यकीन है ।”
“हाँ, बिल्कुल,” रेनिक ने कहा, “इसके अलावा, हमारे पास एक दूसरा गवाह भी है । कर्बी ने भी कहा है कि वह आदमी लंबा और तगड़ा था । ठीक है, हम धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे है । अब हमें पता है कि जिस आदमी को हम ढूंढ रहे हैं, वह छह फुट के करीब लंबा, एक सौ अस्सी पाऊंड के वजन का, बड़ी-बड़ी जेबों वाला स्पोर्ट्स सूट पहने हुए, बिना किसी हैट के है, ‘लक्की’ की सिगरेट पीता है और एक पुरानी कार का मालिक है । हम उस आदमी की कम्पोजिट फोटो बनवा सकते हैं ।” फिर वह अचानक मेरी तरफ मुड़ा और मुझसे पूछा, “तुम्हारा कितना वजन है, हैरी ?”
“मेरे ख्याल से एक सौ नब्बे पाउण्ड के आसपास ।” मैंने धीमे से कहा । “मेरे वजन का इस मामले से क्या लेना देना है ?”
“मेरे पास एक आइडिया है । कैरी कहता है कि तुम्हारी कद काठी उस आदमी जैसी है । हम तुम्हारा एक फोटोग्राफ बनवाते हैं और उसमें तुम्हारा चेहरा छुपा देते है और उसे अखबारों में छपने के लिए भेज देते है । हम पब्लिक से पूछेंगे कि क्या किसी ने फोटोग्राफ से मिलते-जुलते आदमी को लोन-बे पार्किंग या पाइरेट्स कैबिन के आस-पास देखा है ?” फिर उसने मिडोज की तरफ देखा । “आप क्या सोचते हैं, सर ?”
“यह तो कमाल का आइडिया है ।” मिडोज ने उत्साह से भरते हुए कहा । उसने तुरंत अपनी सेक्रेटरी को बुलाया । “मिस लेहम, मैं चाहता हूँ कि तुम अभी बाजार जाओ और मिस्टर बार्बर के लिये एक स्पोर्ट्स सूट खरीद कर लाओ । यह गहरे भूरे रंग का होना चाहिए और उसकी बड़ी-बड़ी पॉकेट्स होनी चाहिए । मैं चाहता हूँ कि तुम जितना जल्दी से जल्दी हो सके इसे लेकर आओ ।”
मिस लेहम ने मेरी तरफ देखा और गर्दन हिलाती हुई बाहर की तरफ चली गई ।
“जब तक हम इस बात का इंतजार करें, जॉन, तुम मुझे यात्रियों की फेहरिस्त लाकर दो । मैं उन सबके नाम जानना चाहता हूँ जिन्होंने साढ़े दस बजे से लेकर आधी रात तक एयरपोर्ट से यात्रा की है ।” और मुझे देखते हुए वह बोला, “मेरे बारे में एक छोटा सा बढ़िया आर्टिकल लिखना कैसा रहेगा, जिसमे मेरी व्यक्तिगत बातों, मेरे शौक, मेरी घरेलू जिंदगी, मेरी बीवी और बच्चों का जिक्र हो । मुझे तुम्हें इस बारे में बताने की शायद जरूरत नहीं पड़ेगी । तुम इस बारे में फाइलों से जानकारी ले सकते हो । कोशिश करना कि यह ‘टाईम’ या ‘न्यूज वीक’ में छपे ।”
अपने ऑफिस में वापस आकर मैं दरवाजा बंद करके अपने डेस्क के पीछे बैठ गया । मैं एक जाल में फंसता जा रहा था । रेनिक का फोटोग्राफ का विचार मेरे लिये बहुत खतरनाक साबित हो सकता था । हालांकि मुझे इस बात का पूरा यकीन था कि मुझे पाइरेट्स कैबिन में किसी ने नहीं देखा था लेकिन मैं अखबार में काम करने के मेरे अनुभव के कारण जानता था कि किसी आदमी के द्वारा, जिसे मैंने ना देखा हो, मुझे देख लिये जाने का पूरा मौका हो सकता था । यही बात लोन-बे पार्किंग की जगह पर भी लागू होती थी । हवाई अड्डे पर मैं अपनी मूर्खता की वजह से ओडेट का सूटकेस खुद उठाकर उसे डिपार्चर हॉल तक छोड़ कर आया था । वैसे तो उस जगह पर बहुत भीड़ थी पर किसी खाली बैठे आदमी को मेरी फोटो देखकर मेरी याद आ सकती थी ।
लेकिन जो असली बात मुझे खाए जा रही थी कि मैं ओडेट की लाश से कैसे छुटकारा पाऊंगा! मुझे आज रात को ही यह काम करना पड़ेगा । मैं उसे आज रात से ज्यादा कार की डिक्की में नहीं रख सकता था । मुझे एक कार लेनी पड़ेगी । मुझ पर तनाव हावी होने लगा जैसे ही मुझे याद आया कि मेरे पास पैसों की कितनी कमी थी और मुझे यह भी पता नहीं था कि नीना के पास कितने पैसे बचे हुए थे । इस सप्ताह के आखिर तक मुझे अपने नए काम से भी पैसे नहीं मिलने वाले थे ।
फिर जब मेरे पास कार होगी, मुझे ओडेट की लाश मेरी कार से दूसरी कार में ट्रांसफर करनी पड़ेगी । मैं कैसे इस काम को अंजाम दूँगा, इस बात की तसल्ली किए बिना कि नीना मुझे अचानक आकर चौंका नहीं देगी ? मुझे यह काम तब करना पड़ेगा, जब वह बिस्तर पर जा चुकी होगी । मुझे उसे यह समझाना पड़ेगा कि मुझे देर तक काम करना है और जब वह सो जाएगी तब मैं यह काम करूँगा ।
जब मैं यह काम करूँगा तब अगर किसी तलाशी लेने वाले पुलिसिए ने मुझे देख लिया तो ?
मेरा दिमाग उस खतरे को सोचकर ही भन्ना गया जिसका सामना मुझे अभी करना था ।
मुझे इस बारे में ज्यादा सोचने का मौका नहीं मिला क्योंकि टेलीफोन की घंटी लगातार बजनी शुरू हो गई थी । मुझे मिडोज के ऊपर एक आर्टिकल भी लिखना था । जब मैं यह आर्टिकल लिखकर ख़त्म करने ही वाला था, मिस लेहम स्पोर्ट्स सूट को लेकर अन्दर दाखिल हुई और उसके पीछे रेनिक था ।
मुझे जोर का झटका लगा जब मैंने उस सूट को देखा । यह बिल्कुल उस सूट की नकल था जो मेरे पास मौजूद था । मैंने वह सूट जेल से छूटने के बाद खरीदा था क्योंकि मुझे पहनने के लिये कुछ नया चाहिए था ।
जब मिस लेहम चली गई तो रेनिक ने कहा, “इसे बदल लो, हैरी । फोटोग्राफर तुम्हारा इंतजार कर रहा है । हम चाहते है कि यह फोटो आज ही के आखिरी एडिशन में अखबारों में छप जाए ।”
मैंने सूट पहना और रेनिक के पीछे-पीछे पुलिस फोटोग्राफर के पास गया । आधे घंटे में हमारे पास अखबारों में भेजने के लिये दर्जन भर प्रिंट तैयार थे । मुझे ऐसा भयानक ख्याल आया जैसे मैं आत्महत्या करने जा रहा हूँ, जब मैंने अपना ही हुलिया लिख कर फोटोग्राफ के पीछे चिपकाया । मैं उन फोटोग्राफ को लेकर मिडोज के ऑफिस में गया और उन्हें उसके हवाले कर दिया ।
उन फोटोग्राफ में मेरा चेहरा छुपा दिया गया था लेकिन उसके बावजूद भी मैं अपने आप को आसानी से पहचान पा रहा था ।
मिडोज ने फोटोज को ध्यान से देखा, फिर उसने मिस लेहम को बुलाया और उसे सभी लोकल अखबारों में भेजने के लिये कहा ।
जब वह बाहर जा रही थी, तभी रेनिक अन्दर दाखिल हुआ ।
“मेरे पास तुम्हारे लिये यात्रियों की लिस्ट है ।” वह बोला । “इससे कोई मदद नहीं मिली । साढ़े दस से लेकर आधी रात तक केवल दो जहाज गए थे । एक जापान के लिये और दूसरा सेन-फ्रांसिस्को के लिये । जापान वाले प्लेन को मैंने लिस्ट में से हटा दिया है । सेन-फ्रासिंस्को वाले प्लेन में पंद्रह यात्री सवार थे । उनमें से चौदह व्यापारी आदमी और उनकी बीवियाँ थी । वे एक नियमित ट्रिप पर थे और एयरहोस्टेस उन सबको व्यक्तिगत तौर पर जानती है । एक बचा हुआ यात्री एक लड़की थी, जो अकेले सफर कर रही थी । उसका नाम एन्न हारकोर्ट के नाम से दर्ज है ।” रेनिक ने कहा । “एयरहोस्टेस ने उस पर खासतौर पर ध्यान दिया । वह लाल बालों वाली लड़की थी । वह यकीनन तौर पर ओडेट मारलौक्स नहीं थी ।”
मेरे पेट में जो ठंडी हवा का गोला बन गया था, उससे मुझे कुछ आराम मिला । अचानक मेरी टाँगो में इतनी कमजोरी आ गई कि मुझे बैठना पड़ा ।
मिडोज ने उस लिस्ट को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया ।
“चलो, यह एक अच्छी कोशिश थी । शायद फोटोग्राफ के मामले में किस्मत हमारा साथ दे दे ।”
अब सात बज चुके थे । मैं तलाशी के बारे में टेलीफोन पर रिपोर्ट सुनते-सुनते वहाँ पर आठ बजे तक टिका रहा, फिर मैं रेनिक से बोला, “मेरा घर जाने का वक्त हो गया है । अगर कुछ नया पता चलता है, तो तुम मुझे टेलीफोन कर सकते हो ।”
“हाँ, क्यों नहीं, हैरी । तुम जा सकते हो ।”
मैं वापस अपने ऑफिस में लौटा और नीना को फोन लगाया ।
“मैं थोड़ा लेट हो सकता हूँ ।” मैंने कहा । “आज रात को तुम क्या कर रही हो ?”
“क्यों, कुछ नहीं, मैं तुम्हारा इंतजार करूंगी ।”
“देखो, तुम मूवी देखने क्यों नहीं चली जाती ? अकेले घर में भी क्यों बैठना! कैपिटल में एक अच्छी मूवी लगी है । क्यों न तुम आज उसे ही देख लो ?”
“मैं अकेले कहीं नहीं जाना चाहती, हैरी । मैं तुम्हारा इंतजार करूंगी ।”
काश, मैं उसे घर से कुछ घंटों के लिए बाहर भेज सकता!
“अगर तुम जाओगी, तो मुझे खुशी होगी, नीना । तुम घर में बहुत अकेली रहती हो ।”
“लेकिन, डार्लिंग, मैं बाहर अकेले नहीं जाना चाहती । चाहे हम इसे अफोर्ड कर सकते हैं । तुम वापस कब आओगे ? क्या मैं तुम्हारे लिये खाना तैयार रखूं ?”
मैंने हथियार डाल दिए । अगर मैंने उसके बाहर जाने पर जोर देना जारी रखा तो उसे मुझ पर शक हो जाएगा ।
“मेरे ख्याल से मैं एक घंटे में घर पहुँच जाऊंगा । हाँ, तुम मेरे लिये कुछ बना कर रख लेना । ठीक है, मैं मिलता हूँ तुमसे ।”
“ओह, हैरी, मुझे अभी तक कार की चाबियाँ नहीं मिली हैं ।” मेरे अंदर एक खीज की लहर दौड़ने लगी ।
“जब तुम कार को इस्तेमाल नहीं कर सकती हो तो फिर उनकी इतनी चिन्ता क्यों कर रही हो ? बस, अब के लिये इतना ही ।” और मैंने फोन रख दिया ।
काफी देर तक, मैं डेस्क पर पड़ी घड़ी की तरफ शून्य में देखते हुए बैठा रहा । आमतौर पर नीना बिस्तर में ग्यारह बजे के आस-पास जाती है । ओडेट की लाश को बाहर निकालने का जोखिम लेने से पहले मुझे कम से कम एक बजे तक इंतजार करना पड़ेगा । अब वह काम करने की घड़ी नजदीक आती जा रही थी, जो काम मुझे करने थे, उनकी भयावहता ने मुझे अंदर तक हिला दिया था । लेकिन यह काम मुझे करना ही था । लाश को मैं कहाँ पर फेंकने वाला था ? क्या मुझे पुरानी चांदी की खदानों में जाने का खतरा उठाना चाहिए था ? मैं जानता था कि वहाँ पर पहले ही तलाशी हो चुकी होगी । वहाँ पर दोबारा तलाशी होने की कोई उम्मीद नहीं थी । अगर मैं बिना किसी की निगाहों में आए वहाँ पर पहुंच पाता तो उसकी लाश कभी भी नहीं मिल सकेगी । लेकिन क्या मैं वहाँ पर जा सकता था ? ऑपरेशन रूम से निकलने से पहले मैंने वह नक्शा देख लिया था, जिस पर रेनिक तलाशी अभियान की प्रगति के निशान लगा रहा था । वे लोग हाइवे की तरफ बढ़ रहे थे, जो सिल्वर की खदानों से दूर और मेरे घर की तरफ पड़ता था । एक बजे तक हाइवे बिल्कुल साफ होना चाहिए था, सिवाय एक-आध पुलिस की गश्ती कार को छोड़ कर । डी. ए. ऑफिस में प्रेस ऑफिसर की हैसियत से मैं इससे निपटने के लिये कोई बहाना बना सकता था, अगर मैंने हिम्मत से काम लिया । फिलहाल मेरे होश मेरे वश में नहीं थे । मैं बड़ी नाजुक हालत में था ।
इससे पहले कि मैं कुछ कर पाता, मुझे एक कार किराये पर लेनी थी । यह मेरा उस दिशा में पहला कदम होता ।
मैं ऑफिस से निकल गया और मैंने अपनी पहचान वाली गैरेज की तरफ जाने वाली बस पकड़ी । जब मैं वहाँ पर पहुँचा तो नौ बजने में बीस मिनट बाकी थे ।
टेड ब्राऊन, एक अठारह साल का लड़का, जिसे मैं अच्छी तरह जानता था, एक छोटे से ऑफिस में बैठा हुआ घोड़ों की रेस की शीट पढ़ रहा था । मैंने यह देखकर राहत की साँस ली कि हेमंड का, जो वहाँ का मालिक था, कोई नामोनिशान नहीं था ।
“हैलो, टेड ।” मैंने दरवाजा धकेल कर खोलते हुए कहा । “बड़े बिजी लग रहे हो ।”
लड़का झेंपते हुए मुस्कुराया । उसने अपनी पत्रिका नीचे रख दी और खड़ा हो गया ।
“हैलो, मिस्टर बार्बर ।” उसने कहा । “मैं बस रेस के विनर का अंदाजा लगा रहा था । मुझे विश्वास है कि थोड़ी सी किस्मत के बल पर मैं जीत सकता हूँ । घोड़ों पर मेरा दाव इस पूरे हफ्ते अच्छा नहीं रहा ।”
“वे मेरे लिये भी कभी अच्छे नहीं रहे ।” मैंने कहा । “देखो, टेड, मेरी भी किस्मत खराब चल रही है । मेरी पैकर्ड खराब हो गई है । उसका गियर बक्सा बिगड़ गया है ।”
लड़के के चेहरे पर हमदर्दी झलकने लगी ।
“अरे बाप रे! वेरी सॉरी! वह तो बड़ी महंगी आइटम है ।”
“हाँ, यह तो है । मुझे आज रात के लिये एक कार किराये पर चाहिए । क्या तुम्हारे पास कोई कार है, जो तुम मुझे दे सको ?”
“क्यों नहीं, मिस्टर बार्बर । वहाँ पर एक शेवरलेट है जो तुम ले सकते हो । सिर्फ आज रात के लिये ?”
“यह ठीक रहेगा । कल सुबह मैं सबसे पहले इसे ले आऊँगा ।” मैंने शेवरलेट में सवार होते हुए कहा, “मुझे पाम बे में किसी से जल्दी मिलने जाना है ।”
“मैं तुम्हारे लिये एक फॉर्म भर देता हूँ, मिस्टर बार्बर । डिपॉजिट और इंश्योरेंस के तीस डॉलर लगेंगे ।”
मैं रुका और बोला, “मैं जल्दी में हूँ, टेड । मेरे पास पैसे भी नहीं है । मैं तुम्हें कल पैसे दे दूँगा ।”
लड़के ने दुविधा में अपना सिर खुजाया ।
“मुझे नहीं लगता कि मिस्टर हेमंड को यह सब पसंद आएगा । मैं अपने दम पर ऐसा नहीं कर सकता ।”
मैं जबरदस्ती हँसा ।
“तुम्हें दिक्कत क्या है, टेड ? मैं यहाँ पर दस साल से काम करवा रहा हूँ । हेमंड मेरी मदद कर के खुश ही होगा ।”
टेड के चेहरे पर चमक आई ।
“मेरे ख्याल से यह सही रहेगा, मिस्टर बार्बर । क्यों न आप अभी सिर्फ फॉर्म पर दस्तखत कर दें ? फिर कल जब आप इसे वापस...”
“हाँ, क्यों नहीं ।”
मैं ऑफिस में उसके पीछे-पीछे गया और बड़ी बेचैनी से इंतजार करने लगा, जब वह लड़का फॉर्म ढूंढ रहा था । आखिरकार उसने उसे ढूँढ लिया और मेज पर मेरे सामने रख दिया । जैसे ही मैंने अपना पेन निकाला तभी एक कार उस गैरेज में आकर रुकी ।
यह हेमंड था ।
अगर मैं पाँच मिनट पहले आ जाता तो उसके आने तक मैं जा चुका होता । अब मुझे उससे बात करनी पड़नी थी । मैं यह जानता था कि यह काम मुश्किल होने वाला था, जब मुझे देखते ही उसके चेहरे के भावों को मैंने बदलते हुए देखा ।
जब वह ऑफिस में आया तो मैं किसी तरह से उसे देखकर मुस्कुराया ।
“हैलो, मिस्टर हेमंड ।” मैंने कहा । “आज तो तुम काफी देर तक काम कर रहे हो ।”
“गुड इवनिंग ।” वह रुखाई से बोला । उसने टेड को तीखी नजरों से देखा । “क्या चल रहा है ?”
“मैं एक शेवरलेट कार ले रहा हूँ, किराये पर ।” मैंने कहा । “मेरी कार का गियर बक्सा खराब हो गया है । मैं तुम्हें उसे अगले हफ्ते ठीक करने के लिये यहाँ पर लाने के लिये कह दूँगा । मुझे पाम-बे में किसी से जरूरी मिलना है और उसके लिये मेरे पास कार होनी चाहिए ।”
वह थोड़ा सा शांत हुआ ।
“फिर ठीक है । उसके लिये तुम्हें फॉर्म भरना पड़ेगा, मिस्टर बार्बर । गैस, इंश्योरेंस और डिपोजिट के तीस डॉलर लगेंगे ।”
मैंने फॉर्म भरना शुरू किया । मेरे हाथ इतना ज्यादा कांप रहे थे कि मुझे अपनी खुद की लिखावट ही पहचान में नहीं आ रही थी ।
“मैं तुम्हें कल पैसे दूँगा, जब मैं कार वापस लेकर आऊंगा ।” मैंने, जितने सामान्य ढंग से मैं कह सकता था, उससे कहा । “मेरी मुलाकात अचानक ही फिक्स हो गई । मुझे बैंक जाने का समय नहीं मिला और मेरे जाने से पहले ही यह बंद हो गया । मैं तुम्हें कल पैसे जरूर दे दूँगा ।”
मैंने दस्तखत करने के बाद, पूरा विश्वास दिखाते हुए, फॉर्म उसके सामने रख दिया । उस पर इस बात का कोई असर नहीं हुआ ।
“मुझे मिस्टर बार्बर का उधार खाता दो ।” उसने टेड से कहा ।
टेड ने मेरा कार्ड निकाला और उसके बाद वह दफ्तर से बाहर चला गया । शायद वह शर्मिन्दगी महसूस कर रहा था । हेमंड ने कार्ड को ध्यान से देखा, फिर उसने मेरी तरफ देखा और उसकी आंखों में बड़े खुश्क भाव आए ।“मिस्टर बार्बर, तुमने मुझे रिपेयर, गैस और तेल के डेढ़ सौ डॉलर बकाया देने हैं ।” उसने कहा ।
“सही कहा, मैं जानता हूँ । कल मैं ये भी चुका दूँगा ।” मैंने कहा । “मुझे खेद है कि यह मामला इतना लम्बा चल गया ।”
“मुझे भी खुशी होगी अगर तुम यह उधार चुका दो ।” कुछ देर रुकने के बाद वह बोला । “मुझे अफसोस है, मिस्टर बार्बर, लेकिन जब तक पिछला हिसाब बराबर नहीं हो जाता, मैं तुम्हें और उधार नहीं दे सकता ।”
मैंने अपने ऊपर नियंत्रण लगभग खो ही दिया था । अपनी मुट्ठियाँ भींचते हुए, मैं बोला, “देखो, मुझे कार की सख्त जरूरत है । मैं कई सालों से तुम्हारे साथ बर्ताव रहा हूँ । अपने पुराने ग्राहक से बात करने का यह कोई तरीका नहीं है । अगर यह जरूरी नहीं होता तो मैं तुम्हें इस बात के लिये कभी भी नहीं कहता ।”
“अगर आपने पाम बे जाना है, मिस्टर बार्बर, तो वहाँ के लिये बसें भी चलती हैं । तुम्हारा उधार खाता पिछले अठारह महीनों से बिना चुकाए चल रहा है ।” हेमंड ने कहा “मैंने इसके बारे में मिसेज बार्बर से कई बार बात की है । मुझे हमेशा वही पुरानी कहानी सुनने को मिली । मैं कल यह उधार चुका दूंगी । आई एम सॉरी । लेकिन मैं तुम्हें अब और उधार नहीं दूँगा । तुम शेवरलेट तभी ले जा सकते हो जब तुम मुझे इसका एडवांस दोगे और पिछला उधार चुकता करोगे । यह फाइनल है ।”
मुझे इतना बुरा लगा कि मैं वहीं पर मर जाना चाहता था । मुझे यह कार लेनी जरूरी थी । मेरा जीवन इसी पर टिका था ।
“मैं ऐसी स्थिति में फँस गया हूँ कि यह मेरे लिये बहुत, बहुत जरूरी है ।” अपनी आवाज को संतुलित रखने का भरपूर प्रयास करते हुए मैंने कहा । “मुझे आज रात के लिये एक कार जरूर चाहिए । मैं तुम्हें बता देता हूँ कि मैं तुम्हारा पैसा कैसे चुकाऊंगा । मैं जमानत के तौर पर अपनी बीवी के गहने यहाँ पर छोड़ जाता हूँ । यह सामान कई सौ डॉलर की कीमत का है । कल मैं तुम्हारा पूरा हिसाब चुकता कर दूँगा । तुमको शायद पता नहीं होगा लेकिन अब मेरे पास नौकरी है । मैं अब डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के ऑफिस में प्रेस ऑफिसर की पोस्ट पर हूँ ।” मैंने अपना प्रेस कार्ड निकाला और उसे सौंप दिया ।
उसने उस पर निगाह डाली और उसे मुझे वापस कर दिया “अगर तुम डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के लिए काम कर रहे हो, मिस्टर बार्बर, अगर यह तुम्हारे लिये इतना ही जरूरी है तो तुम्हारे लिये अच्छा होगा कि तुम एक पुलिस की कार मंगवा लो । मुझे तुम्हारी पत्नी के गहने नहीं चाहिए । मैं इस तरह से अपना बिजनेस नहीं करता ।”
तभी अचानक मुझे याद आया कि मेरी पैकर्ड की डिक्की में ब्रीफकेस पड़ा था जिसमें पाँच लाख डॉलर थे! मैं यहाँ खड़ा क्या कर रहा था! इस कबाड़ी से एक काम के एवज में भीख माँग रहा था जबकि अगर मैं चाहता तो उसका पूरा गोदाम खरीद सकता था! मैं उन पैसों में से थोड़ा बहुत खर्च कर लूँगा । यह खतरनाक था लेकिन ओडेट की लाश को मेरे गैरेज में यूँ ही पड़ा रहने से खतरनाक कुछ भी नहीं था ।
“अगर तुम इस बारे में ऐसा सोचते हो तो तुम भाड़ में जाओ ।” मैंने कहा और उस गैरेज से बाहर निकल गया ।
मेरे घर से एक मील की दूरी पर एक सारी रात खुला रहने वाला सर्विस स्टेशन था । जब नीना बिस्तर में होगी तो मैं वहाँ पर जा सकता था और फिरौती की रकम में से कुछ पैसे उन्हें अदा करके, उनसे एक कार किराये पर ले सकता था ।
मैंने अपने घर की तरफ जाती लम्बी सड़क पर तेजी से चलना शुरू किया । आधा रास्ता तय करने के बाद, मैंने दो पुलिस वालों को सड़क की दूसरी तरफ से मेरी तरफ आते हुए देखा । वे मेरे पड़ोसी के घर के सामने रुक गए, उनमें से एक ने गेट को धक्का मारकर खोला और अन्दर की तरफ बढ़ा । दूसरा पुलिसवाला चलते हुए अगले घर के दरवाजे पर पहुँच गया ।
घर-घर तलाशी का अभियान मेरी गली तक पहुँच चुका था ।
डर के मारे बैठे जा रहे अपने दिल के साथ मैंने अपने कदमों की चाल तेज कर दी । जब मैं अपने घर के नजदीक पहुँचा तो वहाँ के दृश्य को देखकर मैं थमक कर खड़ा हो गया ।
गैरेज के दरवाजे, जिन्हें मैंने पिछली रात ताला लगाकर बंद किया था, अब खुले पड़े थे!
मैं, वहाँ से मुड़कर और भाग जाने और भागते चले जाने की तीव्र इच्छा को दबाने की कोशिश करता हुआ, कुछ देर तक वहाँ पर खड़ा रहा । क्या लाश मिल चुकी थी ? क्या वे लोग छुपकर मुझे गिरफ्तार करने का इंतजार कर रहे थे ? तभी एक पुलिस वाला सामने के घर से बाहर निकला । उसने सवालिया नजरों से मुझे देखा ।
मैंने अपने आपको संभाला और अपने घर की तरफ बढ़ गया ।
(II)
जैसे ही मैं उस रास्ते पर आगे बढ़ा, मैंने नीना और दो सैनिकों को पैकर्ड के पास खड़े हुए पाया । मेरे आने की आहट सुनकर वे तीनों मेरी ओर मुड़े ।
“अब मेरे पति भी आ गए हैं ।” नीना ने कहा ।
“हैलो ।” मैंने उससे कहा । “क्या चल रहा है ?”
वे दोनों सैनिक किन्हीं बच्चों से ज्यादा बड़े नहीं थे । उनमें से एक भारी भरकम, गोरे रंग का, भरे हुए और गुलाबी रंग के चेहरे वाला था । वह थका हुआ और परेशान लग रहा था । दूसरा साँवले रंग और छोटे कद का चुस्त लड़का था । उसकी प्रतिक्रियाओं से वह सख्त और गुस्सैल लग रहा था । मैं एकदम से जान गया कि वही एक आदमी था जिसे मुझे ढंग से हैंडल करना था ।
“क्या यह तुम्हारी कार है ?” साँवले रंग के सिपाही ने पूछा ।
उसे नजरंदाज करते हुए मैंने नीना से पूछा, “ये सब क्या मामला चल रहा है ?”
“ये लोग उस अगुवा हुई लड़की की तलाश कर रहे हैं ।” नीना बोली । वह परेशान दिखाई दे रही थी । “वे चाहते है कि इसकी डिक्की खोली जाए ।”
तब तक मुझे एक दूसरी तरकीब सूझ चुकी थी । मैं इतना उत्साहित हो गया कि मैं भूल गया कि मैं डरा हुआ हूँ ।
“कहीं तुम्हारे दिमाग में यह तो नहीं है कि मैंने उस लड़की को इस डिक्की में छुपा रखा है ?” मैंने उस भारी शरीर वाले लड़के को कहा और मैं किसी तरह से खुद हँसने में कामयाब हुआ ।
वह लड़का एक खिसियाहट भरी हँसी हँसा ।
“मैं ऐसा नहीं सोचता, सर ।” वह बोला । “मैं तो जोए को कह रहा था कि यहाँ...”
“क्या तुम इस डिक्की को खोलोगे ?” साँवले रंग वाला बोला । “मुझे हर घर और हर कार की तलाशी लेने का आदेश मिला है और मैं वही कर रहा हूँ ।”
“मैंने इन्हें बताया कि मेरी चाबियाँ खो गई हैं ।” नीना ने कहा । “ फिर मैंने इन्हें तुम्हारा इंतजार करने के लिये कहा, हैरी । ये लोग कुछ समय से तुम्हारा इंतजार कर रहे थे ।”
“आई एम सॉरी ।” मैंने उस साँवले रंग वाले से कहा । “लेकिन मेरे पास मेरी चाबियाँ नहीं हैं । मैं उन्हें एक चाबियाँ बनाने वाले के पास छोड़ आया हूँ । वह मेरी बीवी के लिये डुप्लीकेट चाबियाँ बना रहा है ।”
उसने मेरी तरफ घूर कर देखा । उसकी सतर्क निगाहों में संदेह के बादल थे ।
“यह तो बहुत बुरा है ।” उसने कहा । “मेरे पास वारंट है । अगर तुम्हारे पास चाबियाँ नहीं हैं तो मैं इस ताले को तोड़ने वाला हूँ ।”
“कल सुबह तक मेरे पास चाबियाँ आ जाएगी ।” मैंने सामान्य दिखने की भरपूर कोशिश करते हुए कहा । “आप लोग कल सुबह आ जाएं और मुझे यह डिक्की तुम्हें खोल कर दिखाने में बहुत खुशी महसूस होगी ।”
“चलो भी, जोए ।” भारी शरीर वाले ने जल्दी मचाते हुए कहा । “हमें अभी आधे से ज्यादा गली की छानबीन करनी है और इसमें देरी हो रही है ।”
जोए ने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया । मैं समझ रहा था कि वह इस बात को एक बहस का मुद्दा बनाने वाला था ।
“मैं इसकी डिक्की का ताला तोड़ने जा रहा हूँ ।” उसने कहा और हम से दूर जाकर वह गैराज में चारों तरफ नजरें दौड़ाने लगा । उसे एक टायर लीवर दिख गया और उसने उसे उठा लिया ।
“अरे, एक मिनट रुको ।” मैंने कहा और मैं डिक्की के आगे आ गया । “इससे पहले तुम मेरी कार को कोई नुकसान पहुँचाओ, इसे एक बार देखो ।” और मैंने उसे अपना प्रेस कार्ड दे दिया ।
उसने उसे छुए बिना देखा ।
“तो क्या ?” उसने बड़ी बेसब्री से लीवर को घुमाया । “तुम कौन हो, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता । मुझे इस गली में हरेक कार को चेक करने के आदेश मिले हैं और मैं वही करने जा रहा हूँ ।”
मैंने नीना की तरफ देखा ।
“वहाँ, सड़क की दूसरी तरफ, एक पुलिस वाला है । जाओ और उसे बुला कर लाओ ।”
जैसे ही नीना गैराज से बाहर निकली, जोए लापरवाही से बोला, “ मुझे किसी पुलिस वाले से भी कोई फर्क नहीं पड़ता । मैं इस डिक्की को खोलने जा रहा हूँ! तुम मेरे रास्ते से हट जाओ!”
मैं वहीं पर डटा रहा, जहाँ पर मैं खड़ा था ।
“तुम मेरी कार को कोई नुकसान नहीं पहुँचाओगे ।” मैंने कहा । “जब मेरे पास चाबियाँ होगी, मैं कल सुबह यह डिक्की खोल दूँगा और उससे पहले नहीं ।”
हमने देर तक एक दूसरे को घूर कर देखा फिर उसने लीवर को नीचे रख दिया ।
“ठीक है, अगर तुम्हें यह तरीका ठीक लगता है तो यही सही । आओ, हेंक, हम इस कबाड़ को यहाँ से ले जाते है । मैं इस डिक्की को जरूर खोलूंगा ।”
“ओ! सुनो! देखो जोए ।” भारी शरीर वाले ने बेचैनी से कहा । “कोई जोर-जबरदस्ती नहीं । हम उस पुलिस वाले का इंतजार करते हैं ।”
“मैं बस मेरे आदेश मान रहा हूँ ।” उसने कहा । फिर वह मुझे घूरता हुआ बोला । “क्या तुम बीच में से हट रहे हो या मुझे तुम्हें बीच में से हटाना पड़ेगा ?”
“अब तुम कोर्ट मार्शल की तरफ बढ़ रहे हो, जवान,” मैंने कहा । “अगर तुमने कोई जोर जबरदस्ती की तो तुम्हें उसके लिये पछताना पड़ेगा ।”
जोए ने हेंक की तरफ देखा ।
“आओ, हम इस आदमी को हटाते हैं । अगर इसे कोई चोट लगती है तो यह सब खुद इसकी वजह से होगा ।” और उसने मेरी तरफ बढ़ना शुरू किया, तभी नीना एक पुलिस वाले के साथ, जिसे मैंने रास्ते में दूसरी तरफ देखा था, अंदर दाखिल हुई ।
“क्या हो रहा है यहाँ ?” पुलिस वाले ने पूछा ।
“मैं इस डिक्की के अंदर झाँक कर देखना चाहता हूँ ।” जोए ने कहा । “इस आदमी के पास इसकी चाबियाँ नहीं हैं । हमें ऐसा करने के आदेश हैं । मैं इस डिक्की को खोलना चाहता हूँ लेकिन यह आदमी इनकार कर रहा है ।”
“इसकी चाबियाँ कहाँ है ?” पुलिस वाले ने मुझसे पूछा ।
“चाबियाँ बनाने वाले के पास ।” मैंने उसे बताया । “मैंने डुप्लीकेट चाबियाँ बनाने के लिए दी है ।”
अपनी मोटी उंगली से सिर को खुजाते हुए उसने मुझे देखा ।
“कौन सा चाबियों वाला ?”
मैं इस सवाल के लिये तैयार था ।
“मुझे नहीं पता । मैंने अपनी सेक्रेटरी को यह काम करने के लिये बोला था ।” मैंने उसे अपना प्रेस कार्ड दिखाया ।
“मैं डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के लिए काम करता हूँ, ऑफिसर । मैं कल सुबह तक चाबियाँ यहाँ पर ले आऊंगा । मैं खुद अपनी मर्जी से यह डिक्की खोल दूँगा । इसमें कुछ नहीं है लेकिन अगर इससे तुम्हारे दोस्त को संतुष्टि मिलती है तो मैं इसे कल खोल दूँगा लेकिन मैं उसे डिक्की का ताला तोड़कर खोलने की इजाजत नहीं दूँगा ।”
पुलिस वाले ने प्रेस कार्ड का मुआयना किया और फिर वह जोए पर गरजा ।
“देखो सोल्जर, तुम्हें इस बात पर ज्यादा जोर नहीं देना चाहिए ।” उसने कहा । “हम इस आदमी को जानते हैं । तुम इस बारे में इतने उतावले क्यों हो रहे हो ?”
जोए ने अपने कंधे उचकाये । उसकी भाव-भंगिमाएँ और भी ज्यादा उग्र हो गई थीं ।
“मुझे इस बात की कोई परवाह नहीं कि यह आदमी कौन है । मुझे जो आदेश मिले हैं, मैं उन्हें पूरी तरह से निभाने की कोशिश करूंगा ।”
“तुम वह ताला तोड़ दो, सोल्जर ।” पुलिस वाले ने कहा, “और तुम इसके लिये जिम्मेदार होगे । तुम्हें इसके लिये कीमत अदा करनी पड़ेगी ।”
“ठीक है । मैं इसका खर्चा दे दूँगा ।” जोए ने कहा । “अब मैं इसे तोड़ रहा हूँ ।”
पुलिस वाले ने अपने कंधे उचकाए और वह मेरी तरफ मुड़ा ।
“क्या यह तुम्हारे हिसाब से ठीक रहेगा, मिस्टर बार्बर । उसे ताला तोड़ने दो । बदले में, उसे इसका खर्चा देना पड़ेगा ।”
मैं बड़ी मुश्किल से साँस ले पा रहा था ।
“नहीं, यह मेरे हिसाब से ठीक नहीं है ।” मैंने कहा । “यह पुरानी कार है । मुझे इसका दूसरा ताला नहीं मिलेगा । इस कार का गियर बक्सा भी खराब है । यह कई दिनों से इस गैरेज में खड़ी है । अगर तुम्हें मेरा विश्वास नहीं है तो तुम खुद देख लो, अगर तुम इसे हिला सकते हो तो ।”
“वाह ?” जोए बोला । “बिना चाबी के हम इसका इंजन कैसे स्टार्ट कर पाएंगे ? मेरे रास्ते से हट जाओ । मैं इस कमबख्त डिक्की को खोल रहा हूँ ।” और उसने लीवर को पकड़ कर ऊपर उठा लिया ।
मैं वहीं पर डटा रहा जहाँ पर मैं खड़ा था ।
“चलो, इस बात का निपटारा करते है ।” मैंने कहा, “मैं लेफ्टिनेंट रेनिक को बुला लेता हूँ । अगर वह इस डिक्की को खोलना चाहता है तो फिर ठीक है, यह लड़का इसे खोल सकता है ।” पुलिस वाले के चेहरे पर चमक आई ।
“यह सही विचार है लेकिन मुझे इसके लिये लेफ्टिनेंट से बात करनी पड़ेगी ।”
जोए ने निराशा के चलते लीवर को फेंक दिया ।
“साथियों!” उसकी आवाज कड़वाहट से भरी थी । “ठीक है, तुम लोग जैसा चाहो करो लेकिन मैं इस बात की शिकायत अपने कमांडिंग ऑफिसर से करूँगा । यह मत सोचना कि यह बात यहाँ पर खत्म हो गई । अभी ऐसा नहीं है । चलो हेंक । यहाँ से चलते हैं ।”
और उस पुलिस वाले को अपने पीछे बेचैनी से उन्हें देखता हुआ छोड़कर दोनों सैनिक वहां से निकल गए ।
“ये लड़के!” उसने वितृष्णा से भर कर कहा । “एक बार जो इनके दिमाग में घुस गया तो फिर इन्हें कोई नहीं हिला सकता ।”
“शुक्रिया ।” मैंने चैन की साँस दोबारा लेते हुए कहा । “लानत थी मुझ पर, अगर मैं उन्हें अपनी कार का ताला तोड़ने देता ।”
“तुम सही कह रहे थे । ओके! मिस्टर बार्बर ।”
उसने नीना को सेल्यूट किया और बाहर जाने वाले रास्ते की तरफ बढ़ गया ।
“ओह!” नीना ने कहा । “मुझे उस छोटे से शैतान से नफरत थी । जैसे ही मैंने उसे देखा था, मुझे पता लग गया था कि वह मुसीबत खड़ी करने वाला था ।”
मैंने गैरेज का दरवाजा बन्द कर दिया ।
“अच्छा होगा, इसे ताला लगा दो ।” मैंने कहा । “मैं उसे दोबारा यहाँ पर घुसने नहीं देना चाहता और वह ऐसा कर सकता है ।”
उसने मुझे चाबियाँ दीं और मैंने दरवाजे को ताला लगा दिया, फिर हम दोनों अपने घर के अंदर चले गए ।
“क्या हो रहा है, हैरी ? वे सोचते हैं कि वह लड़की मर चुकी है । हरेक आदमी उस लड़की के बारे में बातें कर रहा है ।” नीना ने पूछा, जब हम लाऊंज में पहुंचे ।
“मुझे नहीं पता । क्या तुम मुझे एक ड्रिंक ला दोगी ? मैं सारा दिन इस चूहा दौड़ में शामिल रहा हूँ और अब मेरा दम निकलने वाला है ।”
मैंने अपनी जैकेट उतार दी और उसे दीवान की तरफ उछाल दिया और फिर अपनी टाई को ढीला करता हुआ एक आराम कुर्सी में धंस गया । नीना ने व्हिस्की और सोडा को मिलाया ।
“हम इस कार का क्या करेंगे ?” उसने पूछा ।
“इसका हमें अभी इंतजार करना पड़ेगा । हम अभी नये गियर बॉक्स का खर्चा नहीं उठा सकते ।”
वह ड्रिंक लेकर आ गई ।
“सिगरेट ?”
“हाँ ।”
उसने मुझे सिगरेट दी ।
“लाइटर मेरी जेब में है ।”
वह मेरी जैकेट के पास गई और अपना हाथ उसकी एक जेब में डाला । मेरा दिमाग काम नहीं कर पा रहा था । मुझे उसका इंतजार करने की आदत पड़ गई थी ।
“हैरी!”
उसकी आवाज की खनक ने जैसे मुझे सोते से जगाया ।
वह अपने हाथों में कार की चाबी लिये हुए खड़ी थी और उनकी तरफ हैरानी से देख रही थी ।
मुझे अपना मुँह सूखता हुआ महसूस हुआ ।
उसने मेरी तरफ देखा ।
“हैरी!”
हम काफी देर तक एक दूसरे को हैरानी से देखते रहे, फिर व्हिस्की का गिलास, जिसे मैंने पकड़ा हुआ था, मेरे हाथ से फिसल गया और लकड़ी के फर्श से टकराकर चकनाचूर हो गया ।
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