दैत्य की भूल भुलैया
कल्प चट्टान से गिर कर, एक पेड़ की हवाई जड़ों में फंस जाता है। वह बेहोश हो जाता है। कुछ घंटों के बाद, कल्प जागता है। बारिश रुक गयी है। आकाश में पूर्ण चंद्रमा है। पूरे क्षेत्र के पौधे, पेड़ों पर लगे फल, फूल, पानी और जड़ी-बूटियाँ चमक रहे हैं।
'मैं जीवित कैसे हूँ? मैं कहाँ हूँ?' -कल्प ने खुद से बात की।
वह पेड़ से उतरने की कोशिश करता है। बहुत सारे संघर्ष के बाद, आखिर कार वह जमीन पर उतर ही जाता है। वह बहुत दर्द में है।
'मैं उससे बच गया।' -कल्प ने चट्टान की चोटी को देखते हुए कहा।
'यह सब उन लोगों की वजह से हुआ था। नहीं, यह मेरी गलती थी, कि मैंने उन पर भरोसा किया। पहले आदर्श, फिर मैंने अपनी वजह से अपने पिता को खो दिया, फिर मैंने अपने दोस्तों को खतरे में डाला, क्योंकि मैंने उन पर भरोसा किया। अगर मैं यहाँ से बच गया, तो उन सभी लोगों को मार डालूँगा जो मेरे दुश्मन बन गए हैं।' -कल्प ने खुद से बात की।
अचानक उसे एक आवाज सुनाई देती है। वह एक पेड़ की जड़ों में छिप जाता है, वह यह पता लगाने की कोशिश करता है कि यह आवाज कहाँ से आ रही है, लेकिन वह उसे ढूँढ नहीं पाता है। जब वह मुड़ता है, तो उसे दाहिनी ओर और उसके चेहरे के सामने एक साँप दिखाई देता है। साँप इतना बड़ा है कि वह कल्प को एक ही बार में आसानी से खा सकता है। इसकी त्वचा हरे और काले मिश्रित रंग की है। कल्प वहाँ से भागता है और साँप उसका पीछा करता है। दौड़ते समय कल्प का सामना एक बड़े और नुकीले दाँत वाले बड़े भालू से होता है। कल्प उन दोनों के बीच फंस जाता है। साँप भालू पर हमला करता है और भालू साँप पर हमला करता है। कल्प किसी तरह बच जाता है।
छिपने के लिए एक जगह ढूँढते समय, उसका सामना एक तेंदुए से होता है, उसके दो लंबे दाँत, नीले और बैंगनी मिश्रित रंग की त्वचा और थोड़े बड़े कान हैं।
'अरे यार!' -कल्प पीछे की ओर चलने लगता है।
'मेरी किस्मत इतनी खराब क्यों है?'
तेंदुआ हमला करने ही वाला होता है, लेकिन वह अचानक रुकता है और वहाँ से भाग जाता है।
'वह क्या था?'
तभी अचानक कल्प को मन में एक आवाज सुनाई देती है।
'तुम कैसा महसूस कर रहे हो?' -एक अज्ञात आवाज ने कहा।
'तुम कौन हो? क्या तुम वही हो जिसने मुझे बचाया है?' -कल्प ने पूछा और वह सतर्क होकर और हाथ में तलवार लेकर अपने इधर-उधर देख रहा है।
'हाँ, मैंने तुम्हें बचाया है, और जब तुम मेरे घर आओगे, तो तुम्हें पता चलेगा कि मैं कौन हूँ।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
'तुम्हें ऐसा क्यों लगता है कि मैं तुमसे मिलने आऊँगा?' -कल्प ने कहा।
'क्योंकि वह मैं ही हूँ, जो तुम्हें इस जंगल से सुरक्षित बाहर निकाल सकता है।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
'हाँ, मैं वापस जाना चाहता हूँ। मुझे नहीं पता कि केविन कैसा है और वे सब सच में विश्व विध्यालय में सुरक्षित वापस चले गए हैं या नहीं।' -कल्प ने सोचा।
'ठीक है सर, कृपया मुझे रास्ता दिखाइए।' -कल्प यह कह कर वह आगे बढ़ने लगता है।
यात्रा करते समय कल्प कई मील चलता है।
'लगता है, मैं राक्षस साम्राज्य के निकट हूँ।' -कल्प ने सोचा।
'सर, आपने मुझे क्यों बचाया?' -कल्प ने पूछा।
'मैंने तुम्हें देखा, जिस तरह से तुमने अपने दोस्तों को बचाया और अपनी जान को जोखिम में डाला।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
'मुझे तुम्हारी बहादुरी और खुद से पहले दूसरों के बारे में सोचने की आदत बहुत पसंद आई है। आज कल हमें तुम जैसे लोग आसानी से नहीं मिलते।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
'कल्प, हम पहुँच गए हैं।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
'क्या आप ही यह पेड़ हैं?' -कल्प ने कहा।
'नहीं, क्या तुम्हें पेड़ के नीचे एक छेद दिखाई दे रहा है?' -अज्ञात आवाज ने कहा।
'हाँ।' -कल्प यह कह कर उस छेद में प्रवेश करता है।
'सावधानी से आगे बढ़ना।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
कुछ कदम चलने के बाद कल्प दस मिनट तक फिसलते हुए जाता है। इसके बाद वह एक कमरे में पहुँचता है।
'आउच!' -कल्प ने कहा।
'मैंने तुम्हें सावधानी से चलने के लिए कहा था।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
'हाँ, लेकिन आपने मुझे ये नहीं बताया था कि जमीन फिसलन भरी है।' -कल्प ने कहा।
'ठीक है, अब इस कमरे से बाहर जाओ।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
कल्प अपनी अंगूठी से अलौकिक शक्ति पत्थर का टॉर्च निकालता है और कमरे से बाहर निकल जाता है। कमरे का दरवाजा टूटा हुआ है। चलते समय उसे एक परिचित सी अनुभूति होती है। थोड़ी देर बाद कल्प को एक बड़ा अंधेरा छेद दिखाई देता है।
'सर, अब मैं क्या करूँ?' -कल्प ने पूछा।
'कूदो।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
'क्या आप सच में कह रहे हैं?' -कल्प कहते हैं।
'हाँ, मुझ पर विश्वास करो और कूदो।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
'ठीक है, ऐसा लग रहा है जैसे मैं नर्क में जा रहा हूँ। मुझे आशा है कि आप मुझे बचा लेंगे।' -कल्प यह कह कर कूद जाता है।
जब वह गिरने वाला होता है तो वह जमीन से एक मीटर ऊपर रुक जाता है और फिर जमीन पर गिर जाता है।
वह खड़ा होकर देखता है कि कहीं से रोशनी आ रही है। वह उस प्रकाश का पीछा करने लगता है। जब वह वहाँ पहुँचता है, तो उसे एक गुफा का प्रवेश द्वार दिखाई देता है और जब वह गुफा में प्रवेश करता है तो उसे इतनी ज्यादा ऊर्जा महसूस होती है कि वह ठीक से सांस भी नहीं ले पाता और मूर्क्षित हो जाता है।
थोड़ी देर बाद वह उठता है और हवा से बने गुब्बारे के अंदर अपना चेहरा देखता है। फिर वह अपने आस-पास देखता है कि वहाँ बहुत सारी जड़ी-बूटियाँ हैं, बीच में एक बड़ा बोधि वृक्ष है और प्रवेश द्वार के पास एक छोटा तालाब है। पौधे, पानी और पेड़ सब कुछ चमक रहे हैं। कल्प देखता है कि पेड़ के नीचे कोई ध्यान की अवस्था में बैठा हुआ है और उसके चारों ओर अग्नि, जल, वायु और पृथ्वी का घेरा है। कल्प उनका शरीर नहीं देख पा रहा है। ऐसा लग रहा है जैसे किसी की काली परछाई वहाँ बैठी हुई है।
'सर, क्या यह आप हैं?' -कल्प पूछ कर वहीं जमीन पर बैठ जाता है।
'हाँ, यह मैं हूँ।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
'लेकिन सर, मैं आपका शरीर नहीं देख पा रहा हूँ।' -कल्प ने कहा।
'मेरा शरीर देख कर तुम डर सकते हो। क्या तुम सच में मुझसे मिलना चाहते हो?' -अज्ञात आवाज ने कहा।
'हाँ, अगर आप बुरा न मानें तो मैं आपको देखना चाहता हूँ।' -कल्प ने कहा।
'ठीक है।' -अज्ञात आवाज ने कहा।
फिर उनके शरीर का काला रंग फीका पड़ने लगता है, उनके असली शरीर की त्वचा लाल रंग की हो जाती है, उनका आधा चेहरा जला हुआ होता है, उनके पंख उनके शरीर से कटे हुए होते हैं, उनकी एक आँख नहीं है और वह बहुत कमजोर से दिख रहे होते हैं।
'नेफिलिम।' -कल्प ने कहा।
'हाँ, तुम मुझे पहचानते हो और फिर भी तुम मुझसे डर नहीं रहे हो।' -नेफिलिम ने कहा।
'पहले मुझे एक अस्पष्ट विचार था और आपका रूप देखने के बाद तो मुझे यकीन ही हो गया कि यह आप ही हैं।' -कल्प ने कहा।
'तो, तुम डरे क्यों नहीं?' -नेफिलिम ने कहा।
'क्योंकि आपने मुझे बचाया है और मुझे लगता है कि आपके पक्ष की कहानी जानने के लिए मैं हमेशा से आपसे मिलना चाहता था।' -कल्प ने कहा।
'एक तुम ही ऐसे पहले व्यक्ति हो, जो मेरे पक्ष की कहानी जानना चाहते हो।' -नेफिलिम ने उदास स्वर में कहा।
'लेकिन इससे पहले मुझे तुम्हारे घाव ठीक करने दो।' -नेफिलिम ने कहा।
फिर उन्होनें कुछ कह कर और अपने उंगली को कल्प की आँख की ओर इशारा करते हुए एक जादू का उपयोग किया और फिर वहाँ छोटे हरे रंग के जादू का एक वृत्ताकार चक्र दिखाई देता है। यह कल्प के घाव के रक्त स्राव को रोकता है और संक्रमण को साफ करता है, लेकिन यह उसकी आँख को पुनर्स्थापित नहीं कर पाता है।
'अब तुम जाकर उस तालाब से एक घूंट पानी ले कर पी लो। यह तुम्हारी सभी चोटों को ठीक कर देगा।' -नेफिलिम ने कहा।
'सच मुच में उस तालाब में उपचार करने की क्षमता है, धन्यवाद सर।' -कल्प ने कहा।
फिर कल्प जा कर उस तालाब से पानी पीता है और उसकी सभी बाहरी और आंतरिक चोटें ठीक हो जाती हैं।
'मैं अब तरोताजा महसूस कर रहा हूँ, लेकिन मेरी यह आँख।' -कल्प ने कहा।
'यह पानी केवल तुम्हारे घाव को ठीक कर सकता है, लेकिन यह तुम्हारे शरीर के खोए हुए किसी भी हिस्से को पुनर्जीवित करने में सक्षम नहीं है।' -नेफिलिम ने कहा।
'अगर बाहरी दुनिया के लोगों को इस पानी के बारे में पता चल गया, तो लोग इस पानी के लिए यहाँ युद्ध कर सकते हैं।' -कल्प ने कहा।
'हाँ, ऐसा हो सकता है।' -नेफिलिम ने कहा।
'सर, क्या यहाँ नहाने के लिए पानी है?' -कल्प ने पूछा।
'उस दिशा में एक भूमिगत नदी है, तुम वहाँ जाकर नहा सकते हो।' -नेफिलिम यह कह कर कल्प को दीवार का दाहिना भाग दिखाते हैं और फिर वह पृथ्वी जादू का उपयोग करके एक पत्थर को हिलाते हैं। पत्थर के पीछे एक नदी बह रही है।
कल्प वहाँ जा कर नहाता है और अपने कपड़े बदल कर वह नेफिलिम के पास वापस आता है।
'धन्यवाद सर।' -कल्प यह कह कर वहीं नीचे बैठ जाता है।
फिर नेफिलिम अपने तैरते जादू का उपयोग करते हैं और कल्प को कुछ फल देते हैं।
'इन्हें खाओ, इनका स्वाद बहुत अच्छा है।' -नेफिलिम ने कहा और कल्प उन फलों को खाने लगता है।
'सर, अब आप मुझे अपनी कहानी के बारे में बताइए।' -कल्प ने पूछा।
'हम एक अलग ग्रह से आए हैं, जिसका नाम नोइरा है। क्योंकि हमारा ग्रह अब बड़ी मात्रा में अलौकिक शक्ति उत्पन्न करने में सक्षम नहीं था, इसलिए हम एक ऐसे ग्रह की तलाश में थे जहाँ हम अधिक अलौकिक शक्ति उत्पन्न कर सकें। फिर ढूँढते हुए मैं इस सौर मंडल में आया और तभी मुझे यह पृथ्वी ग्रह मिला। उसके बाद मैंने हजारों वर्षों तक इस ग्रह को चंद्रमा से देखा और दूसरों के यहाँ आने का इंतजार किया। सबसे पहले, इस ग्रह पर मनुष्यों ने स्वयं को ही नष्ट कर लिया। केवल कुछ लोग ही जीवित रह पाये। वे अपने अतीत को भूल गए और लौह युग से फिर से विकसित होने लगे। तब तुम्हारे वे तीनों देवता मेरे ग्रह से यहाँ आये। हमने अलौकिक शक्ति के सिलेंडर को पृथ्वी पर छोड़ा और फिर अलौकिक शक्ति हर जीवित चीज में घुलने लगी। उसके बाद की कहानी तुमने अपने इतिहास में सुनी है।' -नेफिलिम ने कहा।
'हाँ, लेकिन आपने पृथ्वी शब्द का इस्तेमाल किया है। मैं यह पूछना चाहता हूँ।' -कल्प ने कहा।
'यह पृथ्वी ग्रह है, जहाँ से तुम आए हो।' -नेफिलिम ने कहा।
'आप कैसे हैं...?' -कल्प ने चौंक कर पूछा।
'तुम्हारी आँख को ठीक करते समय मैंने तुम्हारी यादों में झाँका था और हाँ, तुम सही सोच रहे हो, यह पृथ्वी है। विश्व युद्ध के बाद, 75,000 वर्ष बीत चुके हैं।' -नेफिलिम ने कहा।
'तो इसका मतलब मैं इसी ग्रह में पैदा हुआ था, अलग ग्रह पर नहीं।' -कल्प ने खुद से कहा।
'फिर आपने अन्य देवताओं से युद्ध क्यों किया था?' -कल्प ने पूछा।
'क्योंकि वे कमीने अपने मनोरंजन के लिए लोगों की जान से खेल रहे थे।' -नेफिलिम ने थोड़े गुस्से में कहा।
'और क्या आपने उन्हें हरा दिया था?' -कल्प ने पूछा।
नहीं, मैं पहली लड़ाई हार गया था और फिर छिप कर सही समय का इंतजार करने लगा। जब वे सब एक साथ नहीं थे, तो मैंने उन पर हमला किया और, वनिर और अनुबिस को मार कर उनके अलौकिक शक्ति को अपने में समाहित कर लिया था। इसके बाद मैं सिरिसो से लड़ने गया। वह ड्रैगन साम्राज्य के सभी अलौकिक शक्ति को अवशोषित कर रहा था। वहाँ इन चार साम्राज्यों के अलावा एक और साम्राज्य भी था। वह हर चीज को अपने में समाहित कर रहा था, उसने सभी ड्रेगन को मार कर उनके अलौकिक शक्ति को अपने में समाहित कर लिया था और वहाँ हम सभी की अंतिम लड़ाई हुई, जो आठ महीने तक चली और उसमें मैं उसे मारने में कामयाब हो गया था। लेकिन इस प्रक्रिया में, मैंने अपनी आँखें और अपने पंख खो दिए थे, मेरा शरीर भी शापित हो गया था और उस दिन से, मैं लगातार इस गुफा में खुद को ठीक कर रहा हूँ। अगर मैं इस गुफा से चला गया, तो कुछ ही मिनटों में मर जाऊँगा।' -नेफिलिम ने कहा।
'अभिशाप होने से आपका क्या अर्थ है?' -कल्प ने कहा।
'तुम्हारी भाषा में इसे बीमारी कह सकते हैं।' -नेफिलिम ने कहा।
'यह कैसी बीमारी है?' -कल्प ने कहा।
'क्या तुम इबोला बीमारी के बारे में जानते हो?' -नेफिलिम ने कहा।
'हाँ।' -कल्प ने कहा।
'यह इबोला बीमारी के समान ही है, लेकिन इससे पचास गुना अधिक शक्तिशाली है। यह ऐसा है जैसे कि कोई मुझे अंदर से खा रहा हो।' -नेफिलिम ने कहा।
'लेकिन आपको यह बीमारी कैसे हुई?' -कल्प ने पूछा।
'जब मैं सिरिसो से लड़ रहा था, तब उसने मुझ पर अपने भाले से वार किया था। उस घाव से ही मुझे यह रोग हो गया है। मुझे नहीं पता था कि उसकी आस्तीन में इस तरह का कार्ड है।' -नेफिलिम ने कहा।
'क्या इस तालाब का पानी आपके श्राप को ठीक नहीं कर सकता?' -कल्प ने कहा।
'नहीं, यह पानी केवल सामान्य चोटों को ही ठीक कर सकता है।' -नेफिलिम ने कहा।
'तो, इसका कोई इलाज नहीं है?' -कल्प ने कहा।
'इसका इलाज है। हजार पंखुड़ियों वाले कमल की प्रकंद जड़, जो बैंगनी रंग की हो।' -नेफिलिम ने कहा।
'तो, आप मुझे बताइये कि मैं उसे कहाँ पा सकता हूँ? मैं आपके लिए वह ढूँढ़ कर लाऊँगा।' -कल्प ने कहा।
'हा-हा-हा। आपकी मदद के लिए धन्यवाद, लेकिन यह मेरे बगीचे में पहले से ही मौजूद है। वहाँ तालाब में देखो।' -नेफिलिम ने कहा।
'तो फिर आप उसे क्यों नहीं ले रहे?' -कल्प ने कहा।
'क्योंकि अब, यह मेरे लिए बेकार है। यह तभी प्रभावी है जब हम इसे, इस बीमारी से संक्रमित होने के दिन से लेकर, तीन दिनों के भीतर लेते हैं।' -नेफिलिम ने कहा।
'तो, आपके पास कितना समय है?' -कल्प ने कहा।
'मुझे नहीं पता, लेकिन अगर मैं इसे बनाए रखूँ, तो शायद मैं पाँच सौ साल और जीवित रह सकूँ।' -नेफिलिम ने कहा।
'सर, आपकी ऐसी कौन सी इच्छा है जो पूरी नहीं हुई है और उस इच्छा के लिए आप हजारों वर्षों से भी अधिक समय से इतना कष्ट सह रहे हैं।' -कल्प ने पूछा।
'मैं एक सही इंसान की तलाश में हूँ, जो मेरी इच्छा पूरी कर सके।' -नेफिलिम ने कहा।
'और इसके लिए आपने मुझे चुना है और क्या इसीलिए आपने मुझे बचाया है?' -कल्प ने कहा।
'हाँ।' -नेफिलिम ने कहा।
'आपने मुझे क्यों चुना है?' -कल्प ने पूछा।
'क्योंकि तुम बहादुर हो, खुद से पहले दूसरों के बारे में सोचते हो, नस्लों के बीच भेदभाव नहीं करते हो और अपनी जान जोखिम में डाल कर भी जरूरत मंद लोगों की मदद करते हो। इतने अच्छे गुण बहुत कम लोगों मे होते हैं। हम शायद ही किसी में ये गुण ढूँढ़ पाते हैं।' -नेफिलिम ने कहा।
'और इसके अलावा एक और महत्व पूर्ण गुण यह है कि, तुम्हारे पास सबसे शक्तिशाली शरीर है। मैंने तुम्हारे जैसा शरीर कभी किसी और का नहीं देखा।' -नेफिलिम ने कहा।
'क्या अब तुम मेरा मज़ाक उड़ा रहे हैं?' -कल्प ने कहा।
'नहीं, सच में, जिस ग्रह से मैं आया हूँ, वहाँ हर कोई तुम्हारे जैसा शरीर पाने की कामना करता है।' -नेफिलिम ने कहा।
'आप जानते हैं कि मैं अलौकिक शक्ति का उपयोग नहीं कर सकता।' -कल्प ने कहा।
'हाँ, मुझे पता है। तुम्हारा शरीर एक कोरे कागज के समान है। हम इस पर कुछ भी लिख सकते हैं।' -नेफिलिम ने कहा।
'इससे आपका क्या अर्थ है?' -कल्प ने कहा।
'इसका अर्थ यह है कि, तुम सभी तत्वों पर महारत हासिल करने में सक्षम हो सकते हो।' -नेफिलिम ने कहा।
'क्या सच में, मैं भी जादू कर सकता हूँ।' -कल्प ने कहा।
'हाँ, तुम्हें बस मेरे लिए एक काम करना होगा और फिर मैं तुम्हें जादूगर बना दूँगा, तुम्हें ज्ञान दूँगा और यहाँ, इस बगीचे में सब कुछ तुम्हारा होगा।' -नेफिलिम ने कहा।
'मैं आपका प्रस्ताव स्वीकार करने से पहले आपकी इच्छा जानना चाहता हूँ।' -कल्प ने कहा।
'दो चीजें, मैं चाहता हूँ कि आप मेरे लिए करें। पहला एक वादा है।' -नेफिलिम ने कहा।
'कैसा वादा?' -कल्प ने पूछा।
'कि तुम अपने शत्रु को कभी जीवित नहीं छोड़ेगा। चाहे वो तुमसे जितना भी भीख मांगें, लेकिन तुम उन्हें कभी दूसरा मौका नहीं दोगे।' -नेफिलिम ने कहा।
'क्या तुम मुझसे यह वादा कर सकते हो?' -नेफिलिम ने पूछा।
'मैं वादा करता हूँ, कि मैं अपने दुश्मन पर कभी भी दया नहीं दिखाऊँगा, जो मुझे और मेरे प्रियजनों को नुकसान पहुँचाना चाहता होगा। मैं उन्हें उनके अपराधों के अनुसार दण्ड दूँगा।' -कल्प ने मुस्कुराते हुए कहा।
'क्या यह ठीक है?' -कल्प ने पूछा।
'हाँ, मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है और दूसरी बात यह है कि मैं चाहता हूँ, कि तुम सभी पाँच अलौकिक शक्ति की चाबियाँ एकत्र कर लो।' -नेफिलिम ने कहा।
'अलौकिक शक्ति की चाबियाँ?' -कल्प ने पूछा।
'हाँ, वे घनाकार आकार में हैं और सभी अलग-अलग रंगों में हैं।' -नेफिलिम ने कहा।
'मैं उन्हें कहाँ पर ढूँढ़ सकता हूँ?' -कल्प ने पूछा।
'हर साम्राज्य की एक चाबी होती है, इसलिए तुम्हें हर साम्राज्य में जाना होगा और उन चाबियों को इकट्ठा करना होगा। उनमें से एक चाबी तुम्हारे विश्व विध्यालय में है और अन्य तीन चाबियों का स्थान मैं तुम्हें बताऊँगा।' -नेफिलिम ने कहा।
'मेरे विश्व विध्यालय में? अगर कोई और उन चाबियों को ढूँढ लेगा और उन्हें ले जाएगा तो क्या होगा?' -कल्प ने पूछा।
'तुम्हें इस बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। कोई भी सामान्य इंसान उन चाबियों को नहीं उठा सकता।' -नेफिलिम ने कहा।
'रुकिये, आपने कहा था कि आप मुझे चार चाबियों का स्थान बताएँगे, तो आप मुझे पाँचवीं चाबी के बारे में कब बताएँगे?' -कल्प ने पूछा।
'उसके बारे में तुम्हें आगे पता चल जाएगा। तो अब तुम मुझे यह बताओ कि क्या तुम मेरा यह काम पूरा करोगे?' -नेफिलिम ने पूछा।
'ठीक है, मैं यह करूँगा।' -कल्प ने कहा।
'बहुत अच्छे।' -नेफिलिम ने कहा।
'अब तुम अपनी शर्ट उतारो और मेरी ओर अपनी पीठ करो।' -नेफिलिम ने कहा।
कल्प अपनी शर्ट उतार कर नेफिलिम के पास बैठता है और उनकी ओर अपनी पीठ कर देता है। फिर नेफिलिम अपना हाथ तात्विक बाधा से बाहर निकाल कर कल्प की पीठ पर रखते हैं।
'अब ध्यान से सुनो और जो मैं कहता हूँ वह करो।' -नेफिलिम ने कहा।
'ठीक है सर।' -कल्प ने कहा।
'जब हम अलौकिक शक्ति को अवशोषित करते हैं, तो हम अलौकिक शक्ति के प्रवाह को एक बिंदु, यानी हृदय पर प्रवाहित करते हैं। आम तौर पर सभी मनुष्य ऐसा ही करते हैं, क्योंकि वे अलौकिक शक्ति के प्रवाह के साथ पैदा होते हैं, जो स्वचालित रूप से हृदय तक चला जाता है। लेकिन तुम्हारे पास अलौकिक शक्ति प्रवाह नहीं है, इसलिए तुम अलौकिक शक्ति प्रवाह को अपने नाभि पर प्रवाहित करना, क्योंकि यह हृदय की तुलना में बहुत तेजी से अवशोषित होता है।' -नेफिलिम ने कहा।
'ठीक है, तो अब मैं अपनी अलौकिक शक्ति प्रवाह को तुम्हारे शरीर में स्थानांतरित करूँगा। इसलिए अब तुम इस पर ध्यान केंद्रित करो और यह दर्दनाक होगा, इसलिए इसे सहन करना और अपनी एकाग्रता बिल्कुल भी मत खोना।' -नेफिलिम यह कह कर अपने अलौकिक शक्ति प्रवाह को कल्प पर स्थानांतरित करना शुरू करते है।
कल्प को बहुत दर्द होता है, लेकिन वह उसे सह लेता है। कुछ देर के बाद दर्द उसका दूर हो जाता है और उसे अपने शरीर में अलौकिक शक्ति प्रवाहित होता हुआ महसूस होता है। फिर नेफिलिम इस प्रक्रिया को रोक देते हैं।
'तो, अब तुम कैसा महसूस कर रहे हो?' -नेफिलिम ने पूछा।
'मैं यह महसूस कर सकता हूँ, कि मेरे शरीर में असीमित ऊर्जा है। मुझे यह प्रयास करना चाहिए।' -कल्प ने कहा।
'ओह शक्तिशाली अग्नि, मैं तुम्हें अपने पास अग्नि प्रहार के लिए बुलाता हूँ।' -कल्प ने कहा और फिर उसके हाथ में जादुई चक्र दिखाई देता है। फिर उसमें से एक शक्तिशाली आग निकलती है और वह दीवार पर निशाना लगती है।
'यह इतना शक्तिशाली क्यों है, जबकि मैं तो अभी प्रथम प्राथमिक चरण में भी नहीं हूँ।' -कल्प ने कहा।
'ऐसा तुम्हारे चैनल बिंदु के कारण हुआ है, अभी तुम पहले प्राथमिक चरण में भी नहीं हो, लेकिन फिर भी जब तुम अपनी अलौकिक शक्ति की तुलना किसी अन्य मनुष्यों से करोगे, तो तुम तीसरे प्राथमिक चरण की शक्ति के बराबर होगे।' -नेफिलिम ने कहा।
'ठीक है, यह तो बहुत बढ़िया है।' -कल्प ने बहुत उत्साहित हो कर कहा।
'ठीक है, अब तुम पहले लाल चरण में पहुँचने तक ध्यान करोगे।' -नेफिलिम ने कहा।
'ठीक है सर।' -कल्प ने कहा।
'और हाँ, तुम अपने डाइमेंशन क्यूब में ध्यान नहीं कर सकते।' -नेफिलिम ने कहा।
'ठीक है सर।' -कल्प ने कहा।
ऐसे ही वह दो महीने गुफा में गुजारता है। कल्प, नेफिलिम के साथ एक बहुत ही अच्छा रिश्ता बना लेता है।
दो महीने के बाद, उसे वहाँ रहने के लिए आँक्सीजन हेलमेट की आवश्यकता नहीं पड़ती है। क्योंकि उसे वहाँ के वातावरण की आदत हो जाती है।
'कल्प, अब तुम लाल चरण में पहुँच गए हो, अब तुम इन जड़ी-बूटियों का उपयोग कर सकते हो और उन्हें अवशोषित कर के तेजी से आगे बढ़ सकते हो।' -नेफिलिम ने कहा।
तभी नेफिलिम की मौलिक बाधा दूर हो जाती है और वह गिरने लगते हैं, लेकिन कल्प उन्हें पकड़ लेता है।
'सर, क्या आप ठीक हैं?' -कल्प ने पूछा।
'लगता है, मेरा समय आ गया है।' -नेफिलिम ने कहा और यह सुनने के बाद कल्प की आँखों में आँसू आ जाते हैं।
'मत रो। अब सुनो, जब मैं अपनी आँख निकाल कर तुम्हारी आँख के स्थान पर रखूँगा और आँख पर तालाब का थोड़ा सा पानी लगाऊँगा, तब तुम इस आँख की शक्ति का उपयोग कर सकते हो।' -नेफिलिम यह कह कर कल्प के सिर पर अपना हाथ रखते हैं।
'मैंने अपना सारा ज्ञान तुम्हारे मस्तिष्क में स्थानांतरित कर दिया है। जैसे-जैसे तुम अगले चरण में पहुँचते जाओगे, वैसे-वैसे ज्ञान खुद ही चरण दर चरण खुलता जाएगा।' -नेफिलिम ने कहा।
'आपने कहा था कि आप पाँच सौ साल और जिएंगे। क्या आपने अपनी अलौकिक शक्ति मेरे पास स्थानांतरित कर दी है, इसलिए आप अभी मर रहे हो?' -कल्प ने उदास स्वर में पूछा।
'क्या तुम यह चाहते हो कि मैं और अधिक वर्षों तक इस दर्द के साथ जीता रहूँ?' -नेफिलिम ने कहा।
'नहीं, ऐसा नही है।' -कल्प ने उदास स्वर में कहा।
'तो अब ऐसा मत सोचो, ठीक है। और जब तुम हरे चरण में पहुँच जाओगे, तो तुम्हारे लिए एक संदेश है। इसलिए, और अधिक शक्तिशाली बनो और अपना ख्याल रखो।' -नेफिलिम यह कह कर मर जाते हैं।
उसके बाद कल्प नेफिलिम की आँख निकाल कर अपनी घायल आँख में डाल देता है और उसमें तालाब का पानी डालता है। अब वह अपनी दोनों आँखों से देखने में सक्षम हो जाता है और फिर नेफिलिम की आँख के बारे में एक ज्ञान खुल जाता है।
इस आँख को भगवान की आँख कहते हैं, इसमें भविष्य के दो सेकंड को देखने की क्षमता है और इससे अधिक मजबूत बनने पर इसकी क्षमता दस सेकंड तक और आगे बढ़ सकती है। यह आँख मेरे द्वारा चुने गए गतिशील लक्ष्य के साथ स्थान भी बदल सकती है। इस आँख में रात्रि दृष्टि और फोटोग्राफिक स्म्रति भी है। लेकिन समस्या यह है कि जब भी मैं आँख की शक्ति का उपयोग करता हूँ, तो इसमें बहुत अधिक अलौकिक शक्ति का उपयोग करना पड़ता है।
कुछ दिनों के बाद, कल्प ध्यान करता है और उन जड़ी-बूटियों का उपयोग करता है। और वह लाल चरण और द्वितीय प्राथमिक चरण तक पहुँच जाता है।
'चलो अब स्विच करने का प्रयास करता हूँ।' -कल्प यह सोच कर एक पत्थर फेंकता है और फिर कहता है, 'स्विच'।
वह स्थान बदलने में सक्षम हो जाता है। लेकिन वह खुद में कमजोरी महसूस करता है।
'यह जादू बहुत अधिक अलौकिक शक्ति की खपत करता है। ज्यादा से ज्यादा मैं इसे सिर्फ दो बार ही उपयोग कर सकता हूँ।' -कल्प ने खुद से बात किया।
उसके बाद, वह खुद को और ज्यादा प्रशिक्षित करता है। इसी तरह ढाई महीने गुजर जाते हैं। अब, वह ऑरेंज स्टेज और छठी प्राइमरी स्टेज पर पहुँच गया है।
'अब मैं अधिकतम पाँच बार स्विच जादू और चार बार भविष्य दृष्टि का उपयोग कर सकता हूँ।' -कल्प ने सोचा। फिर वह कुछ लीटर तालाब का पानी और कई जड़ी-बूटियाँ लेता है।
'लगता है, अब यहाँ से जाने का समय हो गया है।' -कल्प ने कहा। फिर वह नेफिलिम की कब्र पर जाता है, जो पेड़ के नीचे है। वह उनका सम्मान व्यक्त करता है और फिर वह उस गुफा से बाहर निकलता है और पृथ्वी के जादू से वहाँ जाने के प्रवेश द्वार को बंद कर देता है।
वह एक बड़े ब्लैक होल में वापस उड़ जाता है और पृथ्वी के जादू से उस होल को सील कर देता है। फिर वह उस पेड़ के नीचे से निकल जाता है।
'अंततः मैं अब बाहर आ गया, अब विश्व विध्यालय में वापस चलता हूँ।' -कल्प यह कह कर वहाँ से विश्व विध्यालय की ओर वापस जाने के लिए गुरुत्वाकर्षण जादू और वायु जादू का उपयोग करता है।
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