साढ़े बारह बजे मैंने कैबिन छोड़ दिया और कार चलाता हुआ बस टर्मिनल पहुँचा । मैंने अपनी पैकर्ड पार्क की और सीधा इंक्वायरी डेस्क पर पहुँचा । मैंने वहाँ बैठी लड़की से पूछा कि क्या लॉस एंजल्स से ग्यारह बजे आने वाला प्लेन अपने निर्धारित समय पर था । उसने बताया कि यह समय पर था और एयरपोर्ट से आने वाली बस एक बजकर पाँच मिनट पर आने वाली थी ।
फिर मैंने अपने आप को एक टेलीफोन बूथ में बंद कर लिया और पुलिस हेडक्वार्टर फोन मिलाया । सार्जेंट हेमंड ने मुझे बताया कि रेनिक तभी घर गया था । मारलौक्स के केस में कुछ नया पता नहीं चला था ।
अब मारलौक्स को फोन करने का समय आ गया था ।
ओडेट के अपने पिता को लिखे गए खत में, जो मैंने लिखा था, उसे आधी रात के बाद टेलीफोन कॉल के लिये तैयार रहने के लिये कहा गया था जिसमें उसे फिरौती की रकम देने के लिये हिदायतें दी जाने वाली थीं ।
वह बिल्कुल तैयार था । उसने खुद उस टेलीफोन की कॉल का जवाब दिया ।
“तुम जानते हो कि कौन बोल रहा है ।” मैंने अपनी आवाज को सख्त और शुष्क बनाते हुए कहा । “क्या तुमने पैसों का इंतजाम कर लिया है ?”
“हाँ!”
“ओके । अब आगे तुम्हें जो करना है, वह सुनो ।” मैंने कहा । “तुम अपने घर से रात दो बजे निकल जाओगे । तुम पर इस दौरान पूरे समय नजर रखी जाएगी । तुम्हें रोल्स रॉयस कार में आना है । तुम पूर्वी बीच रोड़ पर कार चलाते हुए आगे बढ़ोगे । सड़क पर तुम्हें कहीं पर भी एक फ्लैश लाइट दिखाई देगी । तुमने उस जगह रुकना नहीं है । जब तुम उस लाइट के पास से निकलोगे, तुम नोटों से भरा हुआ बैग वहाँ पर गिरा दोगे और चलते रहोगे । वहाँ से तुम लोन-बे पार्किंग की तरफ जाओगे । तुम्हें तुम्हारी बेटी की कार वहाँ पर खड़ी मिलेगी । अगर पैसा सही सलामत हुआ और तुमने ज्यादा होशियार बनने की कोशिश नहीं की तो तुम्हारी बेटी तुम्हारे पास आ जाएगी । उसे तुम्हारे पास आने में एक घंटा लगेगा । तुम उसके आने की उम्मीद तीन बजे के आसपास करना । अगर वह तीन बजे तक नहीं पहुंचे तो तुम वहाँ से अपने घर चले जाना, तुम उसे वहीं पर पाओगे । क्या तुम्हें यह सब समझ में आ गया है ?”
“मैं समझ गया हूँ ।”
“तो फिर ठीक है । किसी किस्म की कोई चालाकी नहीं । जिस वक्त तुम घर से निकलोगे, तुम पर हमारी नजरें रहेंगी । तुम्हें अपनी लड़की के बारे में चिन्ता करने की जरूरत नहीं है । वह ठीक है लेकिन अगर तुम कुछ चालाकी दिखाओगे तो वह सही सलामत नहीं रहेगी ।”
“मैं समझता हूँ ।”
मुझे उसे अपने मकसद के चलते यह सब कुछ कहना पड़ा । वह बहुत शांत था और बिल्कुल भी विचलित नहीं हुआ था ।
मैंने फोन रख दिया और टर्मिनल से निकलकर और सड़क पार करने के बाद अपनी पैकर्ड में जा बैठा और एक सिगरेट सुलगा ली । मैं बहुत ज्यादा घबराया हुआ था और अंदर से बहुत हिला हुआ था । अगर उन दो रिकार्ड की गई टेप के बैंक में होने का ख्याल नहीं होता, जो किसी भी सजा के लिये मेरी सुरक्षा कवच थी अगर बीच में कोई गड़बड़ हो जाती, तो मैं इस झमेले में नहीं पड़ता । उन टेप की सुरक्षा की वजह से और इस विचार के कारण कि मैं कल पचास हजार डॉलर्स का मालिक होऊँगा, मैंने अपने आप को पूरी मजबूती से इस काम को पूरा करने के लिये तैयार किया ।
मैं लगातार खुद को यह दिलासा दे रहा था कि कुछ गलत नहीं होगा । अब तक, रिया का अपने पति की प्रतिक्रिया के बारे में अनुमान सही रहा था । मुझे ऐसा लगता था और मैं खुद को यह दिलासा भी दे रहा था कि जब ओडेट घर लौट आएगी तो उसके पुलिस को बुलाने के आसार अब बहुत कम नजर आ रहे थे ।
हालांकि पुलिस ओडेट से उसकी कार के टूटे हुए बम्पर के बारे में पूछताछ जरूर करेगी जिसकी मैंने उसे पहले ही चेतावनी दे दी थी लेकिन मारलौक्स जैसे प्रभावशाली आदमी की वजह से न तो पुलिस उससे बहुत ज्यादा पूछताछ कर सकती थी और न ही उस पर बहुत ज्यादा दबाव डाल सकती थी ।
मैंने बस टर्मिनल की तरफ देखा । वहाँ पर कुछ लोग बस का इंतजार कर रहे थे । मेरी कार के अलावा पार्किंग में सिर्फ पाँच कारें और थीं । किसी का भी मेरी तरफ ध्यान नहीं था । मैं दूसरे आदमियों की तरह से ही लग रहा था जो किसी का बस से आने का इंतजार कर रहा था ।
एक बजने के कुछ मिनट बाद मुझे सड़क पर एक बस की हेडलाइट्स नजर आईं । बस टर्मिनल के बाहर आकर यह रुक गई । बस में दो दर्जन के करीब लोग थे । मैं खिड़कियों से ओडेट की झलक पाने के लिये बेसब्री से आगे की तरफ झुका ।
कुछ क्षणों के बाद मैंने उसे देख लिया । वह धूप का चश्मा लगाए हुए एक लाल विग और सस्ती सी नीले-सफेद रंग की ड्रेस पहने हुए थी । जैसे ही वह बस से उतर कर उससे दूर हटी तो उसने बेचैनी से चारों तरफ देखा । वह काफी नर्वस दिखाई दे रही थी ।
मैं पैकर्ड से बाहर निकला और उसकी तरफ बढ़ा । वहाँ पर लोगों की भारी भीड़ थी । उनमें से कुछ लोग टैक्सी का इंतजार कर रहे थे । कुछ अपने दोस्तों से मिल रहे थे ।
ओडेट ने मुझे देखा और उसने मेरी तरफ चलना शुरू किया । हम बस के पास ही मिले ।
“कैसी हो ?” मैंने कहा । “कार...”
तभी एक भारी हाथ मेरे कंधे पर पड़ा । ऐसा हाथ जो किसी पुलिस वाले का ही हो सकता था । एक पल के लिये तो मुझे पूरी तरह से लकवा मार गया । फिर मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो मेरा दिल जोर से उछला ।
एक चौड़े कंधे वाला, पचास साल का आदमी, जिसकी चमड़ी धूप से झुलस सी गई थी, पीछे खड़ा हुआ मुझे घूर रहा था ।
“हैरी! बहुत अच्छे । कैसे हो! कैसा है मेरा जेल का पुराना पंछी ।”
मैंने उसे तुरंत पहचाना । उसका नाम टिम काऊले था । वह पैसिफिक हैराल्ड का रिपोर्टर था । वह एक आला दर्जे का पत्रकार था, जो पाम सिटी में विचरता हुआ अक्सर दिख जाता था और जिसके साथ मैंने बहुत काम किया हुआ था और गोल्फ खेला हुआ था, जब कभी हम उस वक्त एक दूसरे से मिलते थे । उसके इस तरह अचानक मिलने से मैं इतना हड़बड़ा गया कि मैं अपने मुँह से एक भी शब्द भी नहीं निकाल सका ।
मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और जोर से हिलाया और अपने आप को कंट्रोल करने का भरसक प्रयत्न करते हुए मैंने उसका कंधा जोर से थपथपाया ।
ओडेट अब भी वहीं खड़ी थी । मैं चिल्लाना चाहता था कि वह वहाँ से चली जाए ।
“अरे... टिम!”
किसी तरीके से मैं अपनी आवाज निकालने में कामयाब हो पाया ।
“मैं तो एक दम से अचंभे में पड़ गया । तुम कैसे हो, यार ?”
“मैं अच्छा हूँ । तुम्हें दोबारा देखकर मुझे अच्छा लगा ।”
उसकी काइयाँ और उत्सुकता से भरी आँखें मुझ से होती हुई ओडेट तक पहुँची ।
“हे...इतनी खूबसूरत चीज को सिर्फ अपने तक मत रखो । इससे मेरा भी परिचय करवाओ, गन्दे आदमी!”
“यह एन्न हारकोर्ट है ।” मैंने कहा । “एन्न! यह टिम काऊले है, एक नामचीन पत्रकार ।”
ओडेट को खतरा भांपने में देरी हो गई । वह पीछे हटी, उसने मेरी तरफ देखा, फिर काऊले की तरफ देखा और फिर मुझे ऐसा लगा कि वह भागने वाली है । मैं तुरंत उस तक पहुँचा और उसकी कलाई को पकड़ लिया ।
“एन्न, नीना की एक सहेली है ।” मैंने काऊले को कहा । “वह लॉस एंजल्स जा रही थी और वह आज की रात हमारे साथ रुकने वाली है ।” मेरी उंगलियाँ उसकी कलाई में गड़ती जा रही थीं । “तुम यहाँ पर क्या कर रहे हो, टिम ?”
उसकी आँखें अभी भी ओडेट पर टिकी हुई थीं । “वही रोज का काम । क्या तुम्हारे पास कार है, हैरी ? क्या तुम मुझे प्लाजा तक छोड़ सकते हो ?”
“ओह! सॉरी... मैं दूसरी तरफ जा रहा हूँ । नीना घर पर हमारा इंतजार कर रही है ।” मैंने ओडेट की तरफ देखा और कहा । “कार वहाँ पार्किंग में है । तुम वहाँ जाकर मेरा इंतजार करो ।” मैंने ओडेट को एक इशारा किया और उसे कार पार्किंग की तरफ भेज दिया । मैंने देखा कि काऊले एक आँख टेढ़ी किए हुए उसकी तरफ देख रहा था ।
“यह लड़की बहुत शर्मीली है ।” मैंने कहा । “वह किसी आदमी को देखते ही बर्फ के जैसे जम जाती है ।”
“सही कहा तुमने । उसकी जान निकली जा रही थी । उसे किस बात का डर सता रहा था ?”
“वह थोड़ी सी शर्मीली है । उसकी और नीना की बहुत जमती है लेकिन मुझे तो वह बस पागल कर देती है ।”
यह बात उसे पसंद आई इसलिए वह अचानक जोर से हँसा ।
“मुझे पता है । उस जैसी उम्र की लड़कियाँ ऐसी ही होती हैं । तुम आजकल क्या कर रहे हो, हैरी ?”
मैंने उसे बताया कि मैं आजकल डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के लिए काम कर रहा था ।
“हम फिर मिलेंगे और बातें करेंगे ।” मैंने कहा । “मुझे उसको ज्यादा इंतजार नहीं करवाना चाहिए, नहीं तो वह मेरे सिर पर सवार हो जाएगी ।”
“ठीक है! मैं प्लाजा में हूँ । फिर मिलते हैं, हैरी ।”
मैं उससे अलग हुआ और सड़क पार करके पैकर्ड तक पहुँचा । अंदर बैठते ही मैंने ओडेट से कहा, “तुम्हारे साथ क्या समस्या है ? तुम वहाँ पुतले की तरह क्यों खड़ी थी!”
उसने गुस्से से मेरी तरफ देखा ।
“उसने मुझे तुमसे बातें करते हुए देख लिया था । मैंने सोचा कि वहाँ पर रुकना ही ठीक था ।”
“ठीक है । शुक्र है, वह तुम्हें पहचान नहीं पाया । इस बात का मुझे पूरा भरोसा है । बस आज किस्मत ही खराब थी ।”
“यह पुलिस का क्या मामला है ? तुम्हारा टेलीफोन सुनने के बाद मैं पागल हुई जा रही हूँ । इस मामले में पुलिस कहाँ से आ गई ? क्या पापा ने... ?”
“नहीं और मुझे नहीं लगता कि वह उनको बुलाएगा । बस यहाँ भी हमारी किस्मत ने धोखा दिया ?”
मैंने उसे पूरी कहानी बताई । जब मैं उसे सब कुछ बता चुका तो मैंने कहा, “तुम्हारे पास कार के टूटे हुए बम्पर का कोई सजता सा जवाब होना चाहिए । तुम कह सकती हो कि जब तुम अपने गैराज से बाहर आ रही थी तो यह तुमसे टूट गया । मुझे नहीं पता कि इस बात के लिये रेनिक तुम पर कितना जोर डालेगा । वह तुमसे पूछ सकता है कि तुम कहाँ पर थी । अगर वह ऐसा पूछता है तो उससे कहना कि वह अपने काम से काम रखे । यह एक्सीडेंट वाली कहानी सुनने में विश्वास करने लायक है । मुझे नहीं लगता कि वह तुम पर ज्यादा दवाब डालेगा लेकिन तुम्हें इसके लिये तैयार रहना पड़ेगा ।”
“तुमने इस काम को बहुत बेकार ढंग से अंजाम दिया है ।” उसने कहा । “तुमने मुझे उस एक्सीडेंट के बारे में क्यों नहीं बताया ।”
“ओह, मैं भूल गया था!” मैं अपनी उस आलोचना से चिढ़ गया था । “तुमसे तो कोई गलती नहीं हुई ? तुम होटल में ही रही होगी और वहाँ की गलियों से दूर रही होगी ?”
“हाँ ।”
“अगर तुम्हारे पिता पुलिस को बुला लेते हैं तो जो मैंने तुम्हें सिखाया था, वह तुम भूली तो नहीं होगी ।”
“मैं नहीं भूली हूँ ।”
जब हम कैबिन में पहुँचे तो दो बजने में बीस मिनट थे । मैं कार से बाहर निकला और उसे कैबिन की चाबी दी ।
“तुम वहाँ अन्दर चली जाओ और कपड़े बदल लो और मेरा इंतजार करो । मैं ढाई बजे तक वापस आ जाऊंगा ।”
उसने चाबियाँ ले ली और कार से बाहर निकली । मैंने उसे सूटकेस पकड़ा दिया ।
“मैं इंतजार करूँगी ।” उसने कहा । अचानक वह मुझे देखकर मुस्कुराई । “उस पैसे का ध्यान रखना, हैरी ?”
“मैं इसका पूरा ध्यान रखूंगा ।”
फिर अचानक वह कार के अंदर झुकी ।
“किस मी!”
मैंने अपनी बाँहें उसके कंधे के चारों तरफ डाल दीं और उसे अपनी तरफ खींच लिया । कुछ पल के लिये हमारे अधर सम्पर्क में रहे । फिर वह अचानक से अपने होंठों पर उंगलियां लगाती हुई पीछे हट गई ।
“तुम शादीशुदा हो, हैरी! बस ये मुझे अच्छा नहीं लगता ।”
“अब जो है सो है ।” मैंने उसे देखते हुए कहा ।
“तुम अपने आप को बच्चा मत समझो... मैं इस बहकावे में नहीं आने वाला ।”
“वही तो मेरा मतलब है... यह बड़ा बोरिंग है ।”
मैंने कार स्टार्ट की ।
“मैं तुम्हारा इंतजार करूँगी ।”
वह पीछे खड़ी रही और जब मैं पूर्वी बीच रोड की तरफ बढ़ा तो मैंने उसे ड्राइविंग मिरर में से धीरे-धीरे कैबिन की तरफ बढ़ते हुए देखा ।
मैं पहले ही वह जगह निर्धारित कर चुका था, जहाँ से मैं मारलौक्स को सिग्नल दूँगा । वहाँ पर पेड़ों का एक घना झुरमुट था जहाँ पर मैं अपनी कार को छिपा सकता था । वहाँ पर मेरे छुपने के लिये भी काफी जगह थी और मैं सड़क का बिना किसी दिक्कत के साफ नजारा कर सकता था ।
मैंने कार को सड़क से नीचे उतार दिया और लाइट्स को बंद कर दिया । अपने आपको इस बात से संतुष्ट करने के लिये फिर मैं सड़क पर वापस आया कि कार को वहाँ से नहीं देखा जा सकता था । फिर मैं एक झाड़ी के पीछे उकड़ू होकर बैठ गया, फ्लैश लाईट मेरे हाथ में थी और फिर मैं इंतजार करने लगा ।
अगर मारलौक्स सही समय पर अपने घर से दो बजे निकल पड़ा होगा तो उसे उस जगह पर पहुँचने में दस मिनट से ज्यादा का समय नहीं लगना था । मेरे पास एक सिगरेट पीने का अभी वक्त था ।
जब मैं वहाँ पर सिगरेट पीता हुआ बैठा था तो अचानक मेरी नसें मुझे अपनी खाल को चीर कर बाहर आती हुई महसूस हुईं । अगर मारलौक्स किसी तरह के जाल को बिछाने की योजना बना रहा हो तो ?
मान लो, वह अपने साथ ओ’रीली को ले आए और जब उन्हें मेरी लाइट दिखाई दे, तो ओ’रीली जो एक पुराना पुलिसिया था, कार से कूद जाए और मेरे पीछे लग जाये ?
मैंने अपने आप को दिलासा देने की कोशिश की कि मारलौक्स अपनी बेटी के जीवन को खतरे में नहीं डालेगा लेकिन अगर उसने अनुमान लगा लिया हो कि यह एक झूठा किडनैपिंग का मामला था ? मान लो... ?
तभी मुझे दूर हेडलाइट्स दिखाई दीं और मैंने जल्दी से अपनी सिगरेट के टुकड़े को बुझाया ।
बस कुछ ही पलों में मुझे पता चल जाएगा कि कहीं मैं किसी जाल में तो नहीं फँसने जा रहा, मैंने सोचा ।
चाँद की चाँदनी में मैं कार को देख सकता था । यह एक रोल्स कार थी । मैंने उसे नजदीक आने दिया और फिर झाड़ियों में से अपनी टार्च को बाहर निकाला । मैं उसके ऑन और ऑफ बटन को दबाने लगा ।
रोल्स लगभग बीस मील प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही थी । मैं देख सकता था कि कार में सिर्फ ड्राइवर नजर आ रहा था ।
कार बिल्कुल सामने थी । वह कुछ धीमे हुई । मैंने मारलौक्स को कुछ हरकत करते हुए देखा, फिर कुछ जोर लगाकर उसने भारी भरकम ब्रीफकेस को खिड़की से बाहर उछाल दिया । वह मुझसे दस फीट की दूरी पर धड़ाम से सड़क पर गिरा ।
रोल्स की रफ्तार बढ़ गई और वह लोन-बे की तरफ बढ़ती चली गई ।
मैं कुछ देर तक झाड़ियों में सड़क पर पड़े हुए ब्रीफकेस को देखते हुए बैठा रहा, इस पर मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि पैसा वहाँ पर पड़ा था और वह अब मेरी गिरफ्त में था ।
मैंने सड़क की तरफ देखा । रोल्स की लाल रंग की टेल-लाइट्स दूर अंधेरे में विलीन होती जा रही थीं । मैं खड़ा हुआ और ब्रीफकेस को झपट कर वापस पैकर्ड की तरफ भागा । मैंने ब्रीफकेस को पिछली सीट पर फेंक दिया और ड्राइविंग सीट के पीछे बैठते हुए, मैंने कार तेजी से बीच कैबिन की तरफ दौड़ा दी ।
मैं बहुत खुश था । यह दुनिया का सबसे आसान काम साबित हुआ था और मैं अब पचास हजार डॉलर्स का मालिक था ।
जब कार के डैशबोर्ड पर लगी हुई घड़ी की सुइयों ने तीन बजने में पच्चीस मिनट दिखाए तो मैं कैबिन पहुँच गया । मैंने कार पार्क की और बाहर निकला और पीछे पड़े ब्रीफकेस की तरफ बढ़ा । फिर मैं चारों तरफ देखने के लिये रुका । पार्किंग में कोई दूसरी कार नहीं थी और यह देखकर मुझे हैरानी हुई ।
रिया को अब तक तो यहाँ पर होना चाहिए था । वह पैदल चल कर तो नहीं आ सकती थी । फिर उसकी कार कहाँ पर थी ?
शायद, मैंने अपने आप से कहा, उसे घर से निकलने में परेशानी आई हो । शायद ओ’रीली वहाँ पर मुस्तैदी से तैनात हो और उसे इस वजह से देरी हो गई हो । यह मेरी सिरदर्दी नहीं थी, मैं उसका इंतजार नहीं करने वाला था । मैं अपना हिस्सा ले लूँगा, बाकी ओडेट को दे दूँगा और अपने घर चला जाऊँगा ।
मैं रेत पर चलता हुआ तेजी से कैबिन की तरफ बढ़ने लगा, जो पूरी तरह से अंधेरे में डूबा हुआ था । यह जरा भी अनापेक्षित नहीं था । ओडेट बरामदे में मेरा इंतजार कर रही होगी । उसने लाइट इसलिए नहीं जलाई होगी कि कहीं कोई इधर से आने-जाने वाला सोच सकता था कि कैबिन में इस समय क्या हो रहा था ।
जब मैंने बरामदे में कदम रखे तो मुझे ओडेट के दर्शन नहीं हुए । मैं वहाँ ठिठका और अचानक बेचैनी महसूस करने लगा ।
“ओडेट!”
मुझे कोई आवाज नहीं आई । एयर कंडीशनर चल रहा था । कैबिन से ठंडी हवा आई और मेरे चेहरे का पसीना सूखने लगा ।
मैं कैबिन में दाखिल हुआ, दरवाजा बंद किया और ब्रीफकेस को टेबल पर रखा और लाइट के लिये स्विच टटोलने लगा । मैं लाइट का स्विच ऑन किया ।
कमरा बिल्कुल उसी तरह से था, जैसे मैं कुछ घंटे पहले छोड़कर गया था । मैंने परेशान और बैचेन होकर कोई आहट सुनने की कोशिश की ।
“ओडेट!” मैंने आवाज लगाई । “अरे! क्या तुम अंदर हो ?” कैबिन का सन्नाटा अब मुझे डराने लगा था । क्या वह डर गई थी और उसने आप को अंदर बंद कर लिया था ? या वह मेरा इंतजार करते करते सो गई थी ।
मैंने कमरा पार करके बेडरूम का दरवाजा खोला । मेरा हाथ दीवार को टटोलने लगा जब तक मुझे लाइट का स्विच नहीं मिल गया । मैंने इसे ऑन किया । जब मैंने उसे बिस्तर पर लेटे हुए देखा तो कुछ समय के लिये मैंने राहत की साँस ली । उसका चेहरा मुझसे दूसरी तरफ था । उसके काले केश तकिये पर बिखरे हुए थे । लाल विग, बिस्तर के किनारे फर्श पर पड़ी हुई थी ।
“अरे! उठो भी अब! मुझे पैसा मिल गया है ।” मैंने कहा और तभी एक ठंडी सिहरन मेरी रीढ़ की हड्डी में दौड़ती चली गई । एक नाइलोन की स्टाकिंग जैसी चीज उसके गले में लिपटी हुई और उसके गर्दन के माँस में गहरे तक गड़ी हुई दिखाई दे रही थी ।
मैंने धीरे से दो कदम पीछे की तरफ ठिठका और उसकी तरफ झाँक कर देखा । मुझे उसकी नीली पड़ी हुई खाल, बाहर निकली हुई जीभ और उसके होंठों के चारों तरफ सफेद झाग दिखाई दिए । डर के मारे एक झुरझुरी लेकर मैं पीछे की तरफ लड़खड़ाया ।
मैं बुत की तरह वहाँ पर खड़ा रहा, मेरा दिल धड़कना भूल चुका था जबकि मैं इस सच्चाई पर यकीन करने की कोशिश कर रहा था कि उसका बड़ी बेरहमी और भयानक ढंग से गला घोंट दिया गया था ।
0 Comments